ईश्वर दुबे
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Bhilai
रायपुर. केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। नक्सलवाद अौर राफेल जैसे मुद्दों पर उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनके कारण ही दोनों मामले ठंडे बस्ते में रहे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राफेल पर पाकिस्तान और राहुल गांधी के स्वर एक जैसे हैं। दोनों ही नहीं चाहते कि भारत को राफेल मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी की सलाहकार समिति में माओवादियों के संरक्षक बैठते थे। इसलिए मनमोहन सिंह की सरकार ने नक्सलियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
'गांधी परिवार को जब तक दक्षिणा नहीं मिलती कोई काम नहीं होता'
भाजपा प्रदेश मुख्यालय एकात्म परिसर में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की वायु सेना में नए हवाई जहाज की कमी है। पुराने जहाज बेकार हो रहे हैं और उनमें खराबी के चलते पायलटों की जान जा रही है। उन्होंने कहा कि वायुसेना को नए विमान मिले, इसके लिए सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कोशिश की गई थी।
इसके बाद कांग्रेस की सरकार आई। केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि 10 साल तक विमानों की खरीद को लेकर कांग्रेस घपले में ही रही। फिर 2012 में तय किया कि राफेल की कीमत सबसे कम है। इसके लिए
दासोद को उन्होंने ही सबसे बेहतर कंपनी मांना। फिर विमानों का सौदा रोक दिया। 10 साल के यूपीए सरकार के निकम्मेपन के कारण राफेल नहीं आ सका।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विमानों के इस सौदे से सत्ता में बैठे गांधी परिवार को कुछ मिल नहीं रहा था। गांधी परिवार में जब तक दक्षिणा नहीं मिलती काम नहीं होता है। कंपनी नहीं तैयार हुई तो मामला अौर सौदा दोनों टाल दिए गए। हमारी सरकार आई तो वायुसेना का आग्रह था हमे राफेल चाहिए। इससे हमारा बेड़ा मजबूत होगा।
उन्होंने कहा कि वायुसेना के इस आग्रह को देखते हुए हमने राफेल खरीदने की दिशा में कदम बढ़ाया। विमान खरीदने की दो प्रक्रिया होती है, कंपनी से टेंडर होते या हमारे प्रधानमंत्री दूसरे देश के राष्ट्रपति या अपने समकक्ष से बात करें। प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच बात हुई और 36 विमान खरीदना तय हुआ।
उन्होंने बताया कि एक बेडे़ में 18 विमान होते हैं। ऐसे में यह विचार किया गया कि इससे वायुसेना के दो बेड़े तैयार हो जाएंगे। बाकी के विमान हम इसी टेक्नोलॉजी पर अपने देश में निर्माण करेंगे। यूपीए के दाम से 9 फीसदी कम दाम में विमान की खरीद तय की गई।
दासोद कंपनी के सीईअो के इंटरव्यू का दिया हवाला
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राफेल मामले में लग रहे अाराेपों पर दासोद कंपनी के सीईअो एरिक के एक इंटरव्यू का हवाला दिया। द इकोनॉमिक टाइम्स में छपे इस इंटरव्यू के हवाले से केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि सीईओ एरिक ने स्वयं माना है कि उनके अंबानी से रिश्ते वर्ष 2012 में ही बन गए थे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की सुरक्षा से खिलवाड़ मत करिए। राहुल गांधी झूठ बोलते हैं। जो विमान भारत में बनाया जाएगा उसके लिए 30 हजार करोड़ रुपए दिए जाएंगे। उसको बनाने का ठेका देश की 100 कंपनियों के पास होगा। अनिल अंबानी को तो सिर्फ 850 करोड़ रुपए ही दिए जा रहे हैं। दासोद कंपनी ने स्वयं कहा है कि नागपुर में हवाई अड्डे के पास अंबानी की जमीन इसलिए वहां पार्ट्स बनेंगे।
अर्बन माओवादियाें से रहे हैं कांग्रेस के संबंध
प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह... ये बोलने का अधिकारा किसी को नहीं है। कानून मंत्री ने कहा कि अर्बन माओस्ट के संबंध कांग्रेस से रहे हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 सालों में उनकी सरकार में माओवादियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप लगाया कि उनकी संरक्षक सोनिया गांधी की सलाहकार समिति में बैठते हैं।
उन्होंने कहा कि बंदूक की गोली से सत्ता के नजीतों की बात करने वाले माआोवादियों के लिए आम आदमी का स्थान कहां है? उन्हें लोगों की चिंता नहीं है। मानव अधिकारों की बात करने वाले माओवादियों के समर्थकों से कानून मंत्री ने पूछा कि नक्सलियों के मरने पर वे मानव अधिकारों की बात करते हैं।
उनका मानव अधिकार तब कहां चला जाता है जब बहादूर जवानों की शहादत होती है। उनके बीबी और बच्चों पर मुसीबत आती है। दिल्ली से रायपुर व दंतेवाड़ा तक शोर करने वाले नक्लियों के हिमायती तब क्यों खामोश हो जाते हैं? बस्तर में कॉल सेंटर खुले हैं। 4000 टावर माओवादी इलाकों में लग गए हैं और 4000 और लगने वाले हैं।
कांग्रेस ने कहा- डरपोक हैं रविशंकर, जहां जवान तैनात, वहां जाने से डर रहे
कांग्रेस का आरोप है कि नंदराम पर नक्सली हमले के बाद केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बस्तर जाने से मना कर दिया। कांग्रेस ने इसे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के नेता डरपोक हैं जहां हमारे जवान नक्सलवाद खत्म करने लाल आतंक लड़ाई लड़ रहे हैं, शहीद हो रहे हैं वहां जाने से डर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते नक्सलवाद के लिये रमन सरकार ही जिम्मेदार हैं।
राज्य निर्माण के वक्त दक्षिण बस्तर के सीमावर्ती क्षेत्रों के तीन ब्लाक तक सीमित नक्सलवाद 15 साल में 14 जिलों तक पहुंचा गया। रविशंकर प्रसाद और भाजपा को समझ आना चाहिए रमन सिंह सरकार 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ का विकास नही बल्कि विनाश हुआ है। 2013 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में झीरम घाटी में षड्यंत्रपूर्वक नक्सली हमला कराया गया जिसमें कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं की हत्या की हुई थी। नक्सलियों के कारण ही भाजपा तीन बार से सत्तासुख भोग रही है और छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता बढ़ते नक्सलवाद के दुष्परिणाम झेल रहे है।
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को यह आरोप लगाते हुये एकबार फिर मीडिया पर निशाना साधा है कि "फर्जी समाचार मीडिया" पर उनके ट्वीट की गलत व्याख्या की गई और इसे "जानबूझकर गलत तरीके से" रिपोर्ट किया गया। देर रात किये गए ट्वीट में ट्रम्प ने मीडिया संगठन सीएनएन को विशेष रूप से निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘फर्जी खबरों के व्यापार में संलिप्त सीएनएन और कुछ अन्य मीडिया संगठनों ने जानबूझकर और गलत तरीके से मेरे बयान को रिपोर्ट किया कि मैंने कहा था कि 'मीडिया लोगों का दुश्मन है'। गलत! बल्कि मैंने यह कहा था कि 'फर्जी समाचार (मीडिया) लोगों का दुश्मन है, दोनों में काफी अंतर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप झूठी सूचना देते हैं - यह अच्छा नहीं है।’’ट्रम्प ने ट्विटर पर अपने साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा समर्थकों से पिछले दो दिनों में इस संबंध में किये गये उनके ट्वीटों को पढ़ने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो दिनों के ट्वीट को देखें। लोगों के दुश्मन का जिक्र करते समय मैंने फेक न्यूज मीडिया का उल्लेख किया था, लेकिन बेईमान रिपोर्टरों ने मेरे बयान को पेश करते वक्त केवल 'मीडिया' शब्द का इस्तेमाल किया।’’ट्रम्प ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे महान देश के लोग इतनी सारे फर्जी खबरें मिलने से नाराज और निराश हैं। उन्हें यह पता है और इसे पूरी तरह से समझते भी हैं।’’ गौरतलब है कि एक दिन पहले दैनिक प्रेस सम्मेलन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने जोर देकर कहा था कि राष्ट्रपति मीडिया के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उन पत्रकारों और मीडिया संगठनों के खिलाफ हैं, जो "गलत" और "कपटपूर्ण" रिपोर्टिंग में संलिप्त हैं। राष्ट्रपति ने समस्त मीडिया के बारे में ऐसा नहीं कहा है।’’ गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में घृणा का माहौल बनाने का जिम्मेदार मीडिया की ‘फर्जी तथा गलत’ रिपोर्टिंग को ठहराया था और कहा था कि इसके लिए उनका प्रशासन अथवा रिपब्लिकन पार्टी जिम्मेदार नहीं है। ट्रंप ने रविवार देर रात की ट्वीट में कहा था, ‘‘हमारे देश में लंबे समय से चले आ रहे मतभेद और घृणा के लिए रिपब्लिकन, कंजर्वेटिव और मुझे जिम्मेदार ठहराने के लिए फर्जी खबरें हर कोशिश कर रही है।रहना है हर खबर से अपडेट तो तुरंत डाउनलोड करें प्रभासाक्षी एंड्रॉयड ऐप
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को झाबुआ में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा और कहा आरोप लगाया कि उनके शासनकाल में राज्य में ‘‘घोर भ्रष्टाचार’’ हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि एक मुख्यमंत्री ‘मामाजी’ के बेटे का नाम पनामा पेपर्स में आया था लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। राहुल के इस आरोप के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मानहानि का मुकदमा करने का दावा किया है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 67 प्रत्याशियों के टिकट की घोषणा कर दी है। इनमें से 17 सीटिंग विधायकों के टिकट कट गए हैं। जिन विधायकों का टिकट कटा है उनमें से अधिकांश ने घमासान मचा रखा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने तैयारी, कार्यकर्ता और क्षेत्र पर पकड़, उम्मीदवार की छवि और उसकी जिताऊ क्षमता को आधार बनाकर प्रत्याशियों को टिकट दिया है। भाजपा एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह की प्रत्याशियों के टिकट बंटवारे में जमकर चली है। रमन सिंह की पसंद को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी तवज्जो दी है।
म. प्र. से आने वाले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता छत्तीसगढ़ में काफी सक्रिय हैं। विधायकों का टिकट कटने को लेकर उनका कहना है कि इसमें पूरी पारदर्शिता बरती गई है। हालांकि वह भी मानते हैं कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के राजनीतिक कौशल ने सबको प्रभावित किया है। सूत्र कहना है कि राजस्थान, छत्तीलगढ़, म.प्र., तेलंगाना और मिजोरम में केवल छत्तीसगढ़ ही ऐसा राज्य है, जहां भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। सभी 90 विधानसभा सीटों पर पार्टी के पक्ष में अच्छी सूचनाएं आ रही हैं। इसके सामानांतर म.प्र. में भाजपा काफी मजबूत है, लेकिन वहां कांग्रेस के साथ कांटे के मुकाबले से इनकार नहीं किया जा सकता। यही स्थिति राजस्थान में भी है। बताते हैं राज्य में रमन सिंह तीन बार से मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने अपनी लोकप्रियता को बनाए रखे है।
तालमेल बनाने में माहिर
रमन सिंह के बारे में आम है कि वह सबसे तालमेल बना लेते हैं। बताते हैं भाजपा मुख्यालय से लेकर केन्द्र सरकार तक उन्होंने अपने रिश्ते को काफी सामंजस्यपूर्ण बनाए रखने में सफलता पाई है। छत्तीसगढ़ नक्सलवाद प्रभावित राज्य है। यहां कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 18 सीट पर प्रथम चरण में 12 नवंबर को मतदान होना है। ये सीटें नक्सल प्रभावित क्षेत्र की हैं। शेष 72 सीटों पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होता है। बताते हैं इसे केन्द्र में रखकर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रत्याशियों को उतारने और चुनाव प्रचार की रूपरेखा तैयार की है। इसके लिए राज्य के हर सांसद, मंत्री और राज्य सरकार में मंत्री तथा पार्टी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई
कोरबा में भाजपा-कांग्रेस सहित तमाम दल किस तरह प्रचार में जुटे हुए हैं, देखिए कुछ ऐसी ही तस्वीरें।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। अपना परचम लहराने के लिए हर एक सीट पर पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। इस सब के बीच दंतेवाड़ा सीट ख़ास वजहों से चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल दंतेवाड़ा सीट को लेकर कहा जाता है कि यहां हर चुनाव में परिवार के लोग ही आमने-सामने होते हैं। इस बार भी यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।
चुनावी महाभारत में 'विजय श्री' पाने उतरा परिवार
जनजाति बहुल इस सीट पर एक ही परिवार के सात लोग अलग-अलग पार्टियों से टिकट पाकर एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। पिछले चुनाव में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। दरअसल भाजपा उम्मीदवार भीमा मंडावी कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा के बहनोई हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवती और सीपीआई उम्मीदवार नंदाराम सोरी आपस में भाई-बहन हैं।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बल्लू भवानी और निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं जया कश्यप रिश्ते देवती के भतीजा-भतीजी हैं। दूसरी तरफ बसपा उम्मीदवार केशव नेताम और निर्दलीय सुदरू कुंजाम का आप उम्मीदवार बल्लू के भांजे है।
चुनावी रंजिश के आड़े नहीं आया रिश्ता
सभी उमीदवार रविवार को जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता पर नंदलाल मुड़ामी पर हमला खबर मिलते ही उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान इनके रिश्तों की गर्मजोशी साफ़ देख यह लगा कि चुनावी प्रतिस्पर्धा रिश्तों की गरिमा को अब भी नहीं छू पाई।
कांटे की टक्कर की उम्मीद
दंतेवाड़ा की सीट पर 1 लाख मतदाता हैं। रिश्तेदारों के आमने सामने होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। कांग्रेस की देवती कर्मा ने अपने पति टाइगर महेंद्र कर्मा की मौत के बाद चुनाव लड़ा और पिछले चुनाव में भाजपा की भीमा मंडावी को करीब 6 हजार वोटों से हराया था।
इन उम्मीदवारों के बीच मुकाबला
देवती कर्मा | कांग्रेस |
जया कश्यप | निर्दलीय |
भीमा मण्डावी | भाजपा |
केशव नेताम | बसपा |
बल्लू भवानी | आप |
नंदाराम सोरी | सीपीआई |
सुंदरू कुंजाम | निर्दलीय |
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने सोमवार को अपने 11 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। मतों की गणना 11 दिसंबर को होगी।
पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार चरम पर है। भाजपा यहां लगातार 15 साल से सत्ता में है और इस बार सीएम रमन सिंह के सामने सत्ता बचाए रखने की चुनौती है। बसपा और अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के बीच गठजोड़ के चलते मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश में है।
यहां देखें पूरी लिस्ट-
इससे पहले गत 21 अक्तूबर को पार्टी ने अपने 77 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। इसमें एलान किया गया था कि मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। इन 77 नामों में 14 मौजूदा विधायकों की जगह नए नाम घोषित किए गए थे।
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने सोमवार को अपने 11 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। मतों की गणना 11 दिसंबर को होगी।
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