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  • भाजपा मुख्यालय एकात्म परिसर से नक्सलवाद पर भी केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर बोला जमकर हमला
  • आरोप- माओवादियों के सरंक्षक सोनिया गांधी की सलाहकार समिति में बैठते थे, इसलिए 10 साल कार्रवाई नहीं 

रायपुर.  केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। नक्सलवाद अौर राफेल जैसे मुद्दों पर उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनके कारण ही दोनों मामले ठंडे बस्ते में रहे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राफेल पर पाकिस्तान और राहुल गांधी के स्वर एक जैसे हैं। दोनों ही नहीं चाहते कि भारत को राफेल मिले। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी की सलाहकार समिति में माओवादियों के संरक्षक बैठते थे। इसलिए मनमोहन सिंह की सरकार ने नक्सलियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। 

 

'गांधी परिवार को जब तक दक्षिणा नहीं मिलती कोई काम नहीं होता'

भाजपा प्रदेश मुख्यालय एकात्म परिसर में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत की वायु सेना में नए हवाई जहाज की कमी है। पुराने जहाज बेकार हो रहे हैं और उनमें खराबी के चलते पायलटों की जान जा रही है। उन्होंने कहा कि वायुसेना को नए विमान मिले, इसके लिए सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कोशिश की गई थी। 

 

इसके बाद कांग्रेस की सरकार आई। केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि 10 साल तक विमानों की खरीद को लेकर कांग्रेस घपले में ही रही। फिर 2012 में तय किया कि राफेल की कीमत सबसे कम है। इसके लिए 

दासोद को उन्होंने ही सबसे बेहतर कंपनी मांना। फिर विमानों का सौदा रोक दिया। 10 साल के यूपीए सरकार के निकम्मेपन के कारण राफेल नहीं आ सका।
 

केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि विमानों के इस सौदे से सत्ता में बैठे गांधी परिवार को कुछ मिल नहीं रहा था। गांधी परिवार में जब तक दक्षिणा नहीं मिलती काम नहीं होता है। कंपनी नहीं तैयार हुई तो मामला अौर सौदा दोनों टाल दिए गए। हमारी सरकार आई तो वायुसेना का आग्रह था हमे राफेल चाहिए। इससे हमारा बेड़ा मजबूत होगा। 

 

उन्होंने कहा कि वायुसेना के इस आग्रह को देखते हुए हमने राफेल खरीदने की दिशा में कदम बढ़ाया। विमान खरीदने की दो प्रक्रिया होती है,  कंपनी से टेंडर होते या हमारे प्रधानमंत्री दूसरे देश के राष्ट्रपति या अपने समकक्ष से बात करें। प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच बात हुई और 36 विमान खरीदना तय हुआ।

 

उन्होंने बताया कि एक बेडे़ में 18 विमान होते हैं। ऐसे में यह विचार किया गया कि इससे वायुसेना के दो बेड़े तैयार हो जाएंगे। बाकी के विमान हम इसी टेक्नोलॉजी पर अपने देश में निर्माण करेंगे। यूपीए के दाम से 9 फीसदी कम दाम में विमान की खरीद तय की गई। 

 

दासोद कंपनी के सीईअो के इंटरव्यू का दिया हवाला

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राफेल मामले में लग रहे अाराेपों पर दासोद कंपनी के सीईअो एरिक के एक इंटरव्यू का हवाला दिया। द इकोनॉमिक टाइम्स में  छपे इस इंटरव्यू के हवाले से केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा कि सीईओ एरिक ने स्वयं माना है कि उनके अंबानी से रिश्ते वर्ष 2012 में ही बन गए थे। 

 

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की सुरक्षा से खिलवाड़ मत करिए। राहुल गांधी झूठ बोलते हैं। जो विमान भारत में बनाया जाएगा उसके लिए 30 हजार करोड़ रुपए दिए जाएंगे। उसको बनाने का ठेका देश की 100 कंपनियों के पास होगा। अनिल अंबानी को तो सिर्फ 850 करोड़ रुपए ही दिए जा रहे हैं। दासोद कंपनी ने स्वयं कहा है कि नागपुर में हवाई अड्‌डे के पास अंबानी की जमीन इसलिए वहां पार्ट्स बनेंगे। 

 

अर्बन माओवादियाें से रहे हैं कांग्रेस के संबंध

प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश के टुकड़े होंगे इंशा अल्लाह... ये बोलने का अधिकारा किसी को नहीं है। कानून मंत्री ने कहा कि अर्बन माओस्ट के संबंध कांग्रेस से रहे हैं। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि 10 सालों में उनकी सरकार में माओवादियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप लगाया कि उनकी संरक्षक सोनिया गांधी की सलाहकार समिति में बैठते हैं। 

 

उन्होंने कहा कि बंदूक की गोली से सत्ता के नजीतों की बात करने वाले माआोवादियों के लिए आम आदमी का स्थान कहां है? उन्हें लोगों की चिंता नहीं है। मानव अधिकारों की बात करने वाले माओवादियों के समर्थकों से कानून मंत्री ने पूछा कि नक्सलियों के मरने पर वे मानव अधिकारों की बात करते हैं।

 

उनका मानव अधिकार तब कहां चला जाता है जब बहादूर जवानों की शहादत होती है। उनके बीबी और बच्चों पर मुसीबत आती है। दिल्ली से रायपुर व दंतेवाड़ा तक शोर करने वाले नक्लियों के हिमायती तब क्यों खामोश हो जाते हैं? बस्तर में कॉल सेंटर खुले हैं। 4000 टावर माओवादी इलाकों में लग गए हैं और 4000 और लगने वाले हैं। 

 

कांग्रेस ने कहा- डरपोक हैं रविशंकर, जहां जवान तैनात, वहां जाने से डर रहे

कांग्रेस का आरोप है कि नंदराम पर नक्सली हमले के बाद केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बस्तर जाने से मना कर दिया। कांग्रेस ने इसे आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के नेता डरपोक हैं जहां हमारे जवान नक्सलवाद खत्म करने लाल आतंक लड़ाई लड़ रहे हैं, शहीद हो रहे हैं वहां जाने से डर रहे हैं।  प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते नक्सलवाद के लिये रमन सरकार ही जिम्मेदार हैं।

राज्य निर्माण के वक्त दक्षिण बस्तर के सीमावर्ती क्षेत्रों के तीन ब्लाक तक सीमित नक्सलवाद  15 साल में  14 जिलों तक पहुंचा गया। रविशंकर प्रसाद और भाजपा को समझ आना चाहिए रमन सिंह सरकार 15 साल के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ का विकास नही बल्कि विनाश हुआ है। 2013 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में झीरम घाटी में षड्यंत्रपूर्वक नक्सली हमला कराया गया जिसमें कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं की हत्या की हुई थी। नक्सलियों के कारण ही भाजपा तीन बार से सत्तासुख भोग रही है और छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता बढ़ते नक्सलवाद के दुष्परिणाम झेल रहे है।

मुंबई। अंबाती रायुडु ने नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज के खिलाफ सोमवार को यहां शतक जमाया जिसके बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने उनकी जमकर तारीफ करते हुए उन्हें ‘बुद्धिमान बल्लेबाज’ करार दिया। भारत ने चौथे वनडे में वेस्टइंडीज को 224 रन से हराकर रनों के लिहाज से अपनी तीसरी बड़ी जीत दर्ज की। इस मैच में रोहित और रायुडु ने शतक जड़े।कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘रायुडु ने मौके का पूरा फायदा उठाया। हमें 2019 विश्व कप तक उसका समर्थन करने की जरूरत है। वह खेल को अच्छी तरह से समझता है, इसलिए हमें खुशी है कि कोई बुद्धिमान बल्लेबाज नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहा है।’’ पुणे में हार के बाद भारत ने निर्मम रवैया अपनाया और हर विभाग में शानदार प्रदर्शन करके पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 से बढ़त बनायी। 
 
गेंदबाजों की भी जमकर की तारीफ
कोहली ने कहा, ‘‘हां, हमने सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन किया। हमें वापसी करने के लिये जाना जाता है और यह एक और उदाहरण है। खलील (अहमद) ने सही क्षेत्रों में गेंद पिच करायी जिससे गेंद ने अपना कमाल दिखाया। उसने दोनों तरफ गेंद स्विंग करायी।’’ खलील ने 13 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने 42 रन देकर तीन विकेट हासिल किये जिससे भारत ने वेस्टइंडीज को 36.2 ओवर में 153 रन पर समेट दिया। 
 
मैन आफ द मैच बने रोहित
पनी 162 रन की पारी के लिये मैन आफ द मैच बने रोहित ने कहा, ‘‘शुरू से ही हमने अच्छा प्रदर्शन किया। शुरू में दो विकेट गंवाने के बाद हमें बड़ी साझेदारी की जरूरत थी और उस भागीदारी (रोहित और रायुडु के बीच) ने मैच का नक्शा बदल दिया। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक बार जब आप जम जाते हो तो फिर आप उसका फायदा उठाना चाहते हो तथा मैंने और रायुडु ने यही किया। हम लंबी भागीदारी निभाना चाहते थे। ’’ 
रोहित ने तीन कैच भी लिये और इस तरह से आलराउंड खेल दिखाया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं पिछले कुछ समय से स्लिप में कैच लेने का अभ्यास कर रहा हूं। मैं यहां विराट की हंसी सुन सकता हूं।’’ रोहित ने कहा, ‘‘विशेषकर जब आप कुलदीप के सामने स्लिप में क्षेत्ररक्षण कर रहे होते हो तो उसकी गेंदों को समझना आसान नहीं होता है। जब आप नेट्स पर उसका सामना करते हो तो उससे यह समझना आसान हो जाता है कि वह कब गुगली करने वाला है और मैं उसके लिये तैयार हो जाता हूं।’’ 
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जैसन होल्डर ने क्या कहा
वेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर ने कहा कि उनकी टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। होल्डर ने कहा, ‘‘हम अच्छा खेल नहीं दिखा पाये। हमने उन्हें बड़ा स्कोर खड़ा करने की छूट दी। हम बल्लेबाजी में किसी भी समय अच्छी स्थिति में नहीं दिखे। शुरू में विकेट गंवाने से हम लय हासिल नहीं कर पाये।’’ रोहित के तीन कैच के अलावा भारतीयों ने दो रन आउट भी किये। होल्डर ने कहा, ‘‘आप वनडे या सीमित ओवरों की क्रिकेट में कतई नहीं चाहते कि आपका कोई बल्लेबाज रन आउट हो। हमारे दो अच्छे बल्लेबाज रन आउट हो गये जिससे हम बैकफुट पर चले गये। ’’ 

मीडिया नहीं बल्कि फेक न्यूज मीडिया लोगों का दुश्मन: ट्रंप


मीडिया नहीं बल्कि फेक न्यूज मीडिया लोगों का दुश्मन: ट्रंप

वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को यह आरोप लगाते हुये एकबार फिर मीडिया पर निशाना साधा है कि "फर्जी समाचार मीडिया" पर उनके ट्वीट की गलत व्याख्या की गई और इसे "जानबूझकर गलत तरीके से" रिपोर्ट किया गया। देर रात किये गए ट्वीट में ट्रम्प ने मीडिया संगठन सीएनएन को विशेष रूप से निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘‘फर्जी खबरों के व्यापार में संलिप्त सीएनएन और कुछ अन्य मीडिया संगठनों ने जानबूझकर और गलत तरीके से मेरे बयान को रिपोर्ट किया कि मैंने कहा था कि 'मीडिया लोगों का दुश्मन है'। गलत! बल्कि मैंने यह कहा था कि 'फर्जी समाचार (मीडिया) लोगों का दुश्मन है, दोनों में काफी अंतर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप झूठी सूचना देते हैं - यह अच्छा नहीं है।’’ट्रम्प ने ट्विटर पर अपने साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा समर्थकों से पिछले दो दिनों में इस संबंध में किये गये उनके ट्वीटों को पढ़ने के लिए कहा। 

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो दिनों के ट्वीट को देखें। लोगों के दुश्मन का जिक्र करते समय मैंने फेक न्यूज मीडिया का उल्लेख किया था, लेकिन बेईमान रिपोर्टरों ने मेरे बयान को पेश करते वक्त केवल 'मीडिया' शब्द का इस्तेमाल किया।’’ट्रम्प ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे महान देश के लोग इतनी सारे फर्जी खबरें मिलने से नाराज और निराश हैं। उन्हें यह पता है और इसे पूरी तरह से समझते भी हैं।’’ गौरतलब है कि एक दिन पहले दैनिक प्रेस सम्मेलन में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने जोर देकर कहा था कि राष्ट्रपति मीडिया के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उन पत्रकारों और मीडिया संगठनों के खिलाफ हैं, जो "गलत" और "कपटपूर्ण" रिपोर्टिंग में संलिप्त हैं। राष्ट्रपति ने समस्त मीडिया के बारे में ऐसा नहीं कहा है।’’ गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में घृणा का माहौल बनाने का जिम्मेदार मीडिया की ‘फर्जी तथा गलत’ रिपोर्टिंग को ठहराया था और कहा था कि इसके लिए उनका प्रशासन अथवा रिपब्लिकन पार्टी जिम्मेदार नहीं है। ट्रंप ने रविवार देर रात की ट्वीट में कहा था, ‘‘हमारे देश में लंबे समय से चले आ रहे मतभेद और घृणा के लिए रिपब्लिकन, कंजर्वेटिव और मुझे जिम्मेदार ठहराने के लिए फर्जी खबरें हर कोशिश कर रही है।
 
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, ‘‘वास्तव में यह उनकी फर्जी और गलत रिपोर्टिंग है जो ऐसी समस्याएं पैदा कर रही है जिन्हें वह समझ ही नहीं सकते।’’गौरतलब है कि मुख्यधारा के मीडिया का एक बड़ा वर्ग ट्रंप के बयानों को देश में विभाजन का माहौल बनाने का जिम्मेदार ठहरा रहा है। मीडिया का कहना है कि इससे घृणा अपराध बढ़ रहे हैं जैसे कि पिट्सबर्ग में यहूदी प्रार्थनास्थल में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना जिसमें 11 लोग मारे गए थे। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित पूर्व तथा वर्तमान उच्च अधिकारियों को 13 मेल बम भेजना।
 

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को झाबुआ में एक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा और कहा आरोप लगाया कि उनके शासनकाल में राज्य में ‘‘घोर भ्रष्टाचार’’ हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि एक मुख्यमंत्री ‘मामाजी’ के बेटे का नाम पनामा पेपर्स में आया था लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। राहुल के इस आरोप के बाद शिवराज सिंह चौहान ने मानहानि का मुकदमा करने का दावा किया है। 

शिवराज ने ट्वीट किया, " पिछले कई वर्षों से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही हैं। हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो राहुल जी ने मेरे बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है कहा कर, सारी हदें पार कर दी! कल ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे है।
 
अब खबर यह आ रही है कि राहुल गांधी ने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है। राहुल ने कहा कि उन्होंने ऐसा कन्फूजन में कहा था। हालांकि राहुल ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश में घोर भ्रष्टाचार है।  

छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 67 प्रत्याशियों के टिकट की घोषणा कर दी है। इनमें से 17 सीटिंग विधायकों के टिकट कट गए हैं। जिन विधायकों का टिकट कटा है उनमें से अधिकांश ने घमासान मचा रखा है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पार्टी ने तैयारी, कार्यकर्ता और क्षेत्र पर पकड़, उम्मीदवार की छवि और उसकी जिताऊ क्षमता को आधार बनाकर प्रत्याशियों को टिकट दिया है। भाजपा एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह की प्रत्याशियों के टिकट बंटवारे में जमकर चली है। रमन सिंह की पसंद को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी तवज्जो दी है।

 

म. प्र. से आने वाले भाजपा के एक वरिष्ठ नेता छत्तीसगढ़ में काफी सक्रिय हैं। विधायकों का टिकट कटने को लेकर उनका कहना है कि इसमें पूरी पारदर्शिता बरती गई है। हालांकि वह भी मानते हैं कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के राजनीतिक कौशल ने सबको प्रभावित किया है। सूत्र कहना है कि राजस्थान, छत्तीलगढ़, म.प्र., तेलंगाना और मिजोरम में केवल छत्तीसगढ़ ही ऐसा राज्य है, जहां भाजपा की जीत तय मानी जा रही है। सभी 90 विधानसभा सीटों पर पार्टी के पक्ष में अच्छी सूचनाएं आ रही हैं। इसके सामानांतर म.प्र. में भाजपा काफी मजबूत है, लेकिन वहां कांग्रेस के साथ कांटे के मुकाबले से इनकार नहीं किया जा सकता। यही स्थिति राजस्थान में भी है। बताते हैं राज्य में रमन सिंह तीन बार से मुख्यमंत्री हैं और उन्होंने अपनी लोकप्रियता को बनाए रखे है।

तालमेल बनाने में माहिर

रमन सिंह के बारे में आम है कि वह सबसे तालमेल बना लेते हैं। बताते हैं भाजपा मुख्यालय से लेकर केन्द्र सरकार तक उन्होंने अपने रिश्ते को काफी सामंजस्यपूर्ण बनाए रखने में सफलता पाई है। छत्तीसगढ़ नक्सलवाद प्रभावित राज्य है। यहां कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 18 सीट पर प्रथम चरण में 12 नवंबर को मतदान होना है। ये सीटें नक्सल प्रभावित क्षेत्र की हैं। शेष 72 सीटों पर दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होता है। बताते हैं इसे केन्द्र में रखकर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने प्रत्याशियों को उतारने और चुनाव प्रचार की रूपरेखा तैयार की है। इसके लिए राज्य के हर सांसद, मंत्री और राज्य सरकार में मंत्री तथा पार्टी के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई 

कोरबा में भाजपा-कांग्रेस सहित तमाम दल किस तरह प्रचार में जुटे हुए हैं, देखिए कुछ ऐसी ही तस्वीरें। 

छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। अपना परचम लहराने के लिए हर एक सीट पर पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। इस सब के बीच दंतेवाड़ा सीट ख़ास वजहों से चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल दंतेवाड़ा सीट को लेकर कहा जाता है कि यहां हर चुनाव में परिवार के लोग ही आमने-सामने होते हैं। इस बार भी यह सिलसिला बदस्तूर जारी है।

 

चुनावी महाभारत में 'विजय श्री' पाने उतरा परिवार

जनजाति बहुल इस सीट पर एक ही परिवार के सात लोग अलग-अलग पार्टियों से टिकट पाकर एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। पिछले चुनाव में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। दरअसल भाजपा उम्मीदवार भीमा मंडावी कांग्रेस उम्मीदवार देवती कर्मा के बहनोई हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी देवती और सीपीआई उम्मीदवार नंदाराम सोरी आपस में भाई-बहन हैं। 

इसके अलावा आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे बल्लू भवानी और निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं जया कश्यप रिश्ते देवती के भतीजा-भतीजी हैं। दूसरी तरफ बसपा उम्मीदवार केशव नेताम और निर्दलीय सुदरू कुंजाम का आप उम्मीदवार बल्लू के भांजे है।

चुनावी रंजिश के आड़े नहीं आया रिश्ता

सभी उमीदवार रविवार को जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता पर नंदलाल मुड़ामी पर हमला  खबर मिलते ही उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान इनके रिश्तों की गर्मजोशी साफ़ देख यह लगा कि चुनावी प्रतिस्पर्धा रिश्तों की गरिमा को अब भी नहीं छू पाई।

कांटे की टक्कर की उम्मीद 

दंतेवाड़ा की सीट पर 1 लाख मतदाता हैं। रिश्तेदारों के आमने सामने होने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। कांग्रेस की देवती कर्मा ने अपने पति टाइगर महेंद्र कर्मा की मौत के बाद चुनाव लड़ा और पिछले चुनाव में भाजपा की भीमा मंडावी को करीब 6 हजार वोटों से हराया था।
 

इन उम्मीदवारों  के बीच मुकाबला 
 

देवती कर्मा कांग्रेस
जया कश्यप निर्दलीय
भीमा मण्डावी भाजपा
केशव नेताम  बसपा
बल्लू भवानी आप
नंदाराम सोरी सीपीआई
सुंदरू कुंजाम निर्दलीय

छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने सोमवार को अपने 11 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। मतों की गणना 11 दिसंबर को होगी। 

 

पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार चरम पर है। भाजपा यहां लगातार 15 साल से सत्ता में है और इस बार सीएम रमन सिंह के सामने सत्ता बचाए रखने की चुनौती है। बसपा और अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के बीच गठजोड़ के चलते मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश में है। 

यहां देखें पूरी लिस्ट-



इससे पहले गत 21 अक्तूबर को पार्टी ने अपने 77 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। इसमें एलान किया गया था कि मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। इन 77 नामों में 14 मौजूदा विधायकों की जगह नए नाम घोषित किए गए थे।  

छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने सोमवार को अपने 11 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की। बता दें कि छत्तीसगढ़ की 90 सदस्यीय विधानसभा में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को चुनाव होने हैं। मतों की गणना 11 दिसंबर को होगी। 

 

पहले चरण के चुनाव के लिए प्रचार चरम पर है। भाजपा यहां लगातार 15 साल से सत्ता में है और इस बार सीएम रमन सिंह के सामने सत्ता बचाए रखने की चुनौती है। बसपा और अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के बीच गठजोड़ के चलते मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश में है। 

यहां देखें पूरी लिस्ट-



इससे पहले गत 21 अक्तूबर को पार्टी ने अपने 77 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। इसमें एलान किया गया था कि मुख्यमंत्री रमन सिंह राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। इन 77 नामों में 14 मौजूदा विधायकों की जगह नए नाम घोषित किए गए थे।  

बिलासपुर को छत्तीसगढ़ की न्यायधानी कहा जाता है। यहां विधानसभा की कुल सात सीटें हैं, जिनमें पांच सामान्य और एक अनुसूचित जाति और एक अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। बिलासपुर की सातों विधानसभा में पक्के प्रत्याशी हैं, मतलब वे लंबे समय से जीत हासिल करते आए हैं।  लेकिन इस बार चुनावी गणित में बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। आइए डालते हैं नजर बिलासपुर की सातों विधानसभाओं पर-
 
मरवाही विधानसभा 
इस विधानसभा सीट पर कई सालों से जोगी परिवार का कब्जा रहा है। यहां से फिलहाल अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी विधायक हैं। लेकिन इस बार यहां के सियासी समीकरण में बदलाव होने के आसार प्रबल हैं। फिलहाल मरवाही से कांग्रेस ने गुलाब सिंह राज को उतारा है। 

कोटा विधानसभा
कोटा सीट पर पिछले 66 सालों से एक ही पार्टी ने जीत का परचम लहराया है। पिछले 14 विधानसभा चुनावों से कांग्रेस का ही यहां बोलबाला रहा है। इस सीट से कांग्रेस की तरफ से अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने चुनाव लड़ा है, लेकिन इस बार जोगी कांग्रेस यहां का सियासी खेल बिगाड़ सकती है। 

 

तखतपुर विधानसभा
तखतपुर विधानसभा सीट पर भाजपा का एकछत्र राज है, लेकिन इस बार अजीत जोगी की पार्टी भी पूरे दमखम के साथ उतर रही है। बिलासपुर जिले में अजीत जोगी का अच्छा खासा वर्चस्व है। ऐसे में भाजपा को यहां अपना ताज बचाए रखने में मुश्किलात हो सकती है।

बिल्हा विधानसभा
बिल्हा दो जिलों के नक्शे में शामिल है, इस सीट का आधे से ज्यादा हिस्सा मुगेली और एक हिस्सा बिलासपुर जिले में आता है। बिल्हा का चुनावी रण भाजपा के धरमलाल कौशिक और कांग्रेस के सियराम कौशिक के नाम रहा है। 

बिलासपुर विधानसभा
इसे राज्य की हाईप्रोफाइल सीट माना जाता है। यह हमेशा से ही भाजपा का गढ़ रहा है। भाजपा विधायक अमर अग्रवाल यहां से चार बार चुनाव जीत चुके हैं। कांग्रेस के लाख एक्सपेरिमेंट के बाद भी यह सीट उसके हाथों नहीं आ पाई है। 

 

बेलतरा विधानसभा
बेलतरा विधानसभा भी भाजपा का मजबूत किला है। परिसीमन के बाद 15 वर्षों से यहां भाजपा के बद्रीधर दीवान ने यहां जीत दर्ज करते आए हैं। कांग्रेस के लिए इस बार यहा अपनी विजयी गाथा लिखना आसान नहीं होगा। 

मस्तुरी विधानसभा
मस्तुरी विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। लेकिन कांग्रेस ने यह जीत बीजेपी के विजयी रथ को रोककर हासिल की  है। पिछले विधानसभा चुनाव में दिलीप सिंह लहरिया ने भाजपा के कृष्णमूर्ति बांधी को हराकर कांग्रेस को अविश्वसनीय जीत दिलाई थी।

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