आरटीओं कार्यालय में प्राइवेट कर्मचारी ने सरकारी कर्मचारी को पीटा Featured

ग्वालियर  परिवहन विभाग में काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारियो को हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वह अब विभाग के शासकीय कर्मचारियों पर हाथ भी उठाने लगे है। ऐसा ही एक मामला बीते रोज आरटीओं कार्यालय में सामने आया है। यहांं स्मार्ट चिप कंपनी मे काम करने वाले कर्मचारी ने सरकारी कर्मचारी की धुनाई कर दी। पीटने वाला आरटीओ का मुंह लगा था सो मामला अंदर ही अंदर सुलटा लिया गया।   सूत्रों से मिती जानकारी के अनुसार   आरटीओं कार्यालय में भागीरथ नाम का एक युवक पिछले कई सालों से प्राइवेट कर्मचारी के रुप मे अपनी सेवाएं देकर अधिकारियों का खास बना हुआ था। प्राइवेट कर्मचारी का विभाग के गोपनीय कामों तक हस्तक्षेप था । जब इस प्राइवेट कर्मचारी की लगातार शिकायते होने लगी तो आरटीओं ने अपने प्रभाव से भागीरथ को स्मार्ट चिन कंपनी की कर्मचारी बनवा दिया। जिससे भागीरथ को आरटीओं कार्यालय में आने जाने की पूरी छूट मिल गई है। भागीरथ कार्यालय की आंख  नाक कान बना हुआ है। बीते रोज एक कंडम फाइल आगे बढाने को लेकर भागीरथ की विभाग के कर्मचारी ख्यालीराम से कहा सुनी हो गई। जिस पर   अधिकारियों के मुंह लगे भागीरथ ने शासकीय सेवक ख्यालीराम की गाली गलौच कर धुनाई कर दी। तभी कार्यालय के अन्य लोगों ने आकर ख्याली को बचा लिया। मामला जब आरटीओ तक पहुंचा तो उन्होंने दोनों कर्मचारियो के बीच राजीनामा करा दिया। लेकिन विभाग मे प्राइवेट कर्मचारी के इस हौसले से अन्य कर्मचारियों में नारजगी है लेकिन आरटीओं कार्यालय की पोल प्राइवेअ कर्मचारियो के पास होने के कारण उनसे कोई पंगा  नहीं लेना चाहता है। वैसे परिवहन विभाग के मुख्यालय मेंं भी वर्षाे से कई प्राइवेट कर्मचारी अपनीसेवाएं दे रहे है। वहीं पूर्व मेंं एक प्राइवेट से लाखों की लूट भी हो गई थी बाद में लूटी गई सरकारी राशि को कर्मचारियो ने खजाने मे जमा कर मामला शांत कर दिया था। आरटीओं कार्यालय में प्राइवेट कर्मचारी ने सरकारी कर्मचारी को पीटा
ग्वालियर  परिवहन विभाग में काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारियो को हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वह अब विभाग के शासकीय कर्मचारियों पर हाथ भी उठाने लगे है। ऐसा ही एक मामला बीते रोज आरटीओं कार्यालय में सामने आया है। यहांं स्मार्ट चिप कंपनी मे काम करने वाले कर्मचारी ने सरकारी कर्मचारी की धुनाई कर दी। पीटने वाला आरटीओ का मुंह लगा था सो मामला अंदर ही अंदर सुलटा लिया गया।   सूत्रों से मिती जानकारी के अनुसार   आरटीओं कार्यालय में भागीरथ नाम का एक युवक पिछले कई सालों से प्राइवेट कर्मचारी के रुप मे अपनी सेवाएं देकर अधिकारियों का खास बना हुआ था। प्राइवेट कर्मचारी का विभाग के गोपनीय कामों तक हस्तक्षेप था । जब इस प्राइवेट कर्मचारी की लगातार शिकायते होने लगी तो आरटीओं ने अपने प्रभाव से भागीरथ को स्मार्ट चिन कंपनी की कर्मचारी बनवा दिया। जिससे भागीरथ को आरटीओं कार्यालय में आने जाने की पूरी छूट मिल गई है। भागीरथ कार्यालय की आंख  नाक कान बना हुआ है। बीते रोज एक कंडम फाइल आगे बढाने को लेकर भागीरथ की विभाग के कर्मचारी ख्यालीराम से कहा सुनी हो गई। जिस पर   अधिकारियों के मुंह लगे भागीरथ ने शासकीय सेवक ख्यालीराम की गाली गलौच कर धुनाई कर दी। तभी कार्यालय के अन्य लोगों ने आकर ख्याली को बचा लिया। मामला जब आरटीओ तक पहुंचा तो उन्होंने दोनों कर्मचारियो के बीच राजीनामा करा दिया। लेकिन विभाग मे प्राइवेट कर्मचारी के इस हौसले से अन्य कर्मचारियों में नारजगी है लेकिन आरटीओं कार्यालय की पोल प्राइवेअ कर्मचारियो के पास होने के कारण उनसे कोई पंगा  नहीं लेना चाहता है। वैसे परिवहन विभाग के मुख्यालय मेंं भी वर्षाे से कई प्राइवेट कर्मचारी अपनीसेवाएं दे रहे है। वहीं पूर्व मेंं एक प्राइवेट से लाखों की लूट भी हो गई थी बाद में लूटी गई सरकारी राशि को कर्मचारियो ने खजाने मे जमा कर मामला शांत कर दिया था।

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