बीमा उद्योग को झटका, गाड़ियों की सुस्त बिक्री और रिन्युअल में गिरावट बनी वजह

 

व्यापार : भारत में बीमा उद्योग में मंदी देखी जा रही है। इसका मुख्य कारण ऑटो ब्रिकी में कमी और कॉर्पोरेट पॉलिसी नवीनीकरण में गिरावट है। नुवामा की एक हालिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

हालांकि थर्ड-पार्टी (टीपी) प्रीमियम में हालिया बढ़ोतरी से सुस्त ऑटो बिक्री का प्रभाव आंशिक रूप से संतुलित हो सकता है। थर्ड-पार्टी (टीपी) प्रीमियम, एक प्रकार का बीमा प्रीमियम है जो किसी वाहन के दुर्घटना में तीसरे पक्ष को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए दिया जाता है।

बीमा कंपनियों को ईओएम का लाभ हो सकता है

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि बड़े मौजूदा बीमा कंपनियों को बीमा विनियामक विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) द्वारा लगाए गए प्रबंधन व्यय (ईओएम) विनियमों के सख्त नियमों से लाभ हो सकता है। प्रबंधन व्यय (ईओएम) विनियम, बीमा कंपनियों के लिए एक नियामक ढांचा है, जो यह निर्धारित करता है कि वे अपने व्यवसाय को चलाने के लिए कितना पैसा खर्च कर सकती हैं। ईओएम विनियम, बीमा कंपनियों के लिए एक "खर्च की सीमा" की तरह है।

Rate this item
(0 votes)

Ads

R.O.NO. 13481/72 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक