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News Creation - न्यूज क्रिएशन

कवर्धा। पंडरिया क्षेत्र में अवैध जुआ-सट्टा के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए पुलिस ने गोपीबंद पारा में 10 जुआरियों को रंगे हाथ पकड़ने में सफलता पाई है। इन जुआरियों से पुलिस ने 24 हजार 500 रूपए जप्त कर सभी लोगों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
टीआई पंडरिया अनिल शर्मा ने बताया कि मौके पर कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने बनाए गए नियमों का उल्लंघन करते पाया गया है। इसके तहत आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर धारा 188, 269, 270 भादवि, 13 जुआ अधिनियम, 03 महामारी अधिनियम 1897 के अन्तर्गत कार्यवाही कर रिमांड पर जेल भेजा गया है।
श्री शर्मा ने बताया कि एसपी केएल ध्रुव एवं एडिशनल एसपी अनिल सोनी, एसडीओपी एनके वेंताल के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी पंडरिया के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक हिरेन्द्र प्रताप, जितेन्द्र चन्देल, नरेन नेताम, आरक्षक जेठू साहू, पंचम बघेल, सुनील धृतलहरे, रूपवती मेरावी, सैनिक अरविंद शुक्ला का सराहनीय योगदान रहा।

कवर्धा। वैश्विक महामारी कोरोना की जंग में जहां लोग अपनी जान की परवाह किए बिना ही कोविड 19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं, वहीं अपने घर परिवार को छोड़कर जनता की सेवा कर रहे हैं। ऐसे ही जिले का एक कोरोना योद्धा है अजय। जिसने शादी के दो दिन बाद से ही सैम्पल लेने लगे हैं।
कवर्धा स्वास्थ्य विभाग के पिपरिया में आरबीएस टीम के मेडिकल लैब तकनीशियन अजय कुर्रे शादी के ठीक दो दिन बाद ही अपने कार्य पर उपस्थित हो गए। अजय कोरोना संदिग्धों की सैंपलिंग का कार्य कर रहे हैं। रवेली के पास बिजई गांव के रहने वाले अजय की शादी 18 मई को हुई और 21 मई से वे अपने कर्मस्थल पर उपस्थित हो गए।
कोरोना के विरुद्ध जंग में सबने कमर कस रखी है। यही वजह है शासन-प्रशासन के साथ समाजसेवी संस्थाएं, जागरूक जन और अधिकारी-कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग दे रहे हैं। इस लिस्ट में अजय का नाम भी इसलिए शामिल हो गया है, क्योंकि वे शादी के पूर्व भी कोरोना जांच हेतु सैंपलिंग कर रहे थे और शादी के तुरंत बाद भी सेवा में लग गए हैं। अजय का कहना है कि उन्होंने पत्नी कविता कुर्रे को पहले ही इस सम्बंध में बता दिया था और कविता ने भी पूरी समझदारी दिखाते हुए अपने पति के त्याग का पूरा सम्मान करते हुए पूरा सहयोग कर रहे हैं।
कुछ लोग अपने व अपनों की जान से खिलवाड़ कर रहे
कोरोना संक्रमण के दौर में जहां लोग डरे सहमें घर में बैठे हैं। वहीं कुछ लोगों को अपने ही घर में बोर लगने लगा है और बेवजह बिना मास्क लगाए ही बाहर टहलने निकल जाते हैं। उन्हें न अपनी जान की परवाह है और न ही अपने परिवार की। ऐसे लोगोें के विरूद्ध
प्रशासन द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है। लेकिन जागरूकता के अभाव में वे अपने ही जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसे लोगों को कोरोना के विरुद्ध जंग में जुटे लोगों के बारे में अवश्य सोचना चाहिए कि कोरोना योद्धा कैसे अपने घर द्वार और आत्मिक सुखों को त्यागकर जनता की सेवा में लगे रहते हैं।
कलेक्टर बोले कर्मठता बनाए रखें
कलेक्टर अवनीश शरण ने अपनी टीम के प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी से कर्मठता बनाये रखने व ऐसे ही लगन से अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने कहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी बीमारी टीम वर्क से ही नियंत्रित किया जा सकेगा, इसलिए जिले के प्रत्येक जनता खुद को कोरोना योद्धा मानकर कार्य करें और कोरोना के विरुद्ध जंग में जागरूक रहकर अपनी भूमिका निभाएं।

रायपुर. छत्तीसगढ़ शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना लॉकडाउन में कृषकों के लिए वरदान बन गई है। सूरजपुर जिले के रामानुजनगर विकासखंड के ग्राम कैलाशपुर के अरुण कुमार साहू ने बताया कि छोटे किसान तथा उनके परिवार के जीविकोपार्जन का आधार केवल खेती किसानी एवं मजदूरी होने के कारण लॉकडाउन में बाहरी आय का स्रोत पूरी तरह से बंद हो गया था।  इस मुश्किल भरे हालातों में अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए वे सदैव  चिंतित रहते थे। प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की जनता की वास्तविक आवश्यकताओं और समस्याओं को समझते हुए इस विषम परिस्थिति और संकट की घड़ी में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री करने वाले किसानों के खाते में प्रथम किस्त की अंतरिम राशि का भुगतान कर एक संवेदनशील अभिभावक की भूमिका निभाई है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए श्री अरुण बताते हैं कि उसके बैंक खाते में इस योजना के माध्यम से प्रथम किश्त के रूप में 12 हजार 847 रूपये की अंतरिम राशि जमा हुई है। इस राशि के जमा होने से हम जैसे अनेक गरीब, खेतिहर,मजदूर और किसानों के लिए बहुत बड़ी राहत है। इसी प्रकार गांव के कृषक रामजीतन साहू और रामअधीन साहू ने भी बताया है कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की प्रथम किस्त की अंतरिम राशि के रूप में बैंक खातों में 25 हजार से अधिक राशि जमा हुई है जिससे वे बहुत खुश हैं। खेतों में जुताई नहीं होने के कारण खेत वीरान थे। राशि मिलने के तुरंत बाद ही हम लोगों के द्वारा ट्रैक्टर से खेतों की जुताई की गई और साथ ही साथ खाद बीज की भी खरीदी की है। उन्होंने राज्य सरकार की इस लोक कल्याणकारी योजना के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का धन्यवाद करते हुए आभार व्यक्त किया है।

मनरेगा में 26.10 लाख से अधिक श्रमिकों को लाॅकडाउन के दौरान मिल रहा रोजगार
प्रदेश की 10 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में चल रहे 44 हजार से अधिक काम
मनरेगा में 79 प्रतिशत से अधिक जाॅब कार्डधारी मजदूर कर रहे हैं काम
रायपुर. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशों के अनुरूप ग्रामीणों को गांवों में ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रारंभ किए गए मनरेगा के कार्याें में 26 लाख से अधिक जरूरतमंद मजदूरों को काम मिला है। श्री बघेल ने गांवों में मनरेगा के जाॅब कार्डधारी अधिक से अधिक श्रमिकों को काम उपलब्ध कराने और प्रवासी मजदूरों की घर वापसी और उनकी क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद काम की मांग करने वालोें को तत्काल रोजगार उपलब्ध कराने की तैयारी रखने के निर्देश भी दिए हैं। सभी जिलों में प्रशासन द्वारा मुस्तैदी के साथ इसकी तैयारी की जा रही है।  
कोविड-19 के नियंत्रण के लिए लागू देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) काफी कारगर साबित हो रही है। मनरेगा में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। मनरेगा के जारी प्रतिवेदन के अनुसार छत्तीसगढ़ की 11 हजार 668 ग्राम पंचायतों में से 10 हजार 203 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के 44 हजार 833 कार्य चल रहे हैं, जिनमें 26 लाख 10 हजार 155 श्रमिक काम कर रहे हैं। जिन श्रमिकों को मनरेगा के जाॅब कार्ड जारी किए गए हैं, उनमें से लगभग 79 प्रतिशत मजदूर वर्तमान में कार्यरत है।
मनरेगा के तहत प्रदेश के 12 जिलों रायपुर, बिलासपुर, सरगुजा, कवर्धा, बीजापुर, महासमुन्द, दुर्ग, गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही, राजनांदगांव, मुंगेली और बालोद जिले में 80 प्रतिशत से अधिक जाॅब कार्डधारी मजदूर कार्यरत है। राज्य के 12 जिलों बलौदाबाजार, गरियाबंद, बलरामपुर, बेमेतरा, धमतरी, जशपुर, नारायणपुर, जांजगीर-चांपा, दंतेवाड़ा, कोरिया, सूरजपुर और कांकेर में कार्यरत मजदूरों का प्रतिशत 79 से 60 प्रतिशत के बीच है। इसी प्रकार चार जिलों रायगढ़, कोरबा, कोण्डागांव और बस्तर जिले में कार्यरत जाॅब कार्डधारी मजदूरों का प्रतिशत 51 से 59 प्रतिशत के बीच है।
मनरेगा के माध्यम से लॉक-डाउन के दौर में गांव में ही काम मिलने से श्रमिक राहत महसूस कर रहे हैं। श्रमिकों को समयबद्ध मजदूरी भुगतान ने परिवार के भरण-पोषण की चिंता दूर करने के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति दी है। लाॅकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में व्यापक पैमाने पर प्रारंभ किए गए मनरेगा के कार्यों से विपरीत परिस्थितियों में श्रमिकों के हाथों में राशि पहुंच रही है, इसने ग्रामीणों को रोजगार की चिंता से मुक्त करने के साथ ही उनकी क्रय-क्षमता भी बढ़ाई है।
मनरेगा में सामुदायिक और व्यक्तिमूलक आजीवन संवर्धन के कार्यों के तहत जल संरक्षण के साथ कृषि, उद्यानिकी और पशुपालन से जुड़ी अधोसंरचनाओं को मजबूत करने के लिए विविध परिसंपत्तियों का निर्माण किया जा रहा है। मनरेगा के तहत गांवों में जल संरक्षण और आजीविका संवर्धन के कार्य प्राथमिकता से स्वीकृत किए जा रहे हैं। सभी विकासखण्डों में निजी डबरी, कुआं, भूमि सुधार, मेढ़ बंधान, तालाब निर्माण, पशु शेड निर्माण, गौठान निर्माण, चारागाह निर्माण, शासकीय भूमि पर वृक्षारोपण, व्यक्तिमूलक फलदार वृक्षारोपण, आंगनबाड़ी भवन निर्माण, हितग्राहियों के लिए बकरी शेड, मुर्गी शेड, महिला समूह के माध्यम से नर्सरी में पौध निर्माण, सिंचाई के लिए नाली निर्माण, गांव से जल निकास के लिए नाली निर्माण, बोल्डर डेम, चेक डेम, गेबियन निर्माण तथा महिला समूह के लिए वर्क-शेड निर्माण जैसे काम कराए जा रहे हैं।
प्रदेश में अभी संचालित मनरेगा कार्यों में कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के सभी उपायों और केंद्र एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है। मनरेगा टीम और पंचायतों के सहयोग से सभी कार्यस्थलों में सामाजिक एवं शारीरिक दूरी बरतते हुए मास्क या कपड़े से चेहरा ढंकने तथा साबुन से हाथ धुलाई के निर्देशों का गंभीरता से पालन करवाया जा रहा है। अधिकारियों द्वारा कार्यस्थलों का सतत निरीक्षण कर इसकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

रायपुर. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से उनके निवास कार्यालय में सेंट्रल जोन बीमा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमण्डल ने सौजन्य मुलाकात कर कोरोना महामारी के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों को बल देने के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में 5 लाख रुपये का चेक सौंपा। सेंट्रल जोन बीमा कर्मचारी संघ के महासचिव श्री धर्मराज महापात्र ने मुख्यमंत्री को बताया कि ये राशि छत्तीसगढ़ के सभी बीमा कर्मचारियों द्वारा अपने वेतन से जमा की गयी है। इसके अलावा संघ द्वारा कोरोना से प्रभावित प्रवासी मजदूर सहित अन्य लोगों को संगठन द्वारा फूड पैकेट व राशन किट वितरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सेंट्रल जोन बीमा कर्मचारी संघ के इस कार्य की सराहना करते हुए कोरोना युद्ध में योगदान दे रहे सभी प्रदेशवासियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संघ से श्री बी.. सान्याल और श्री वी. एस. बघेल भी उपस्थित थे।

मुंबई । ऐसा लग रहा है कि ऋतिक रोशन और उनकी सफल सुपर हीरो फ्रेंचाइजी क्रिश के निर्माताओं ने फिल्म की चौथी किस्त बनाने का अपना मन बना लिया है। इस सुपर सफल फ्रैंचाइज़ी का सफ़र फ़िल्म 'कोई ... मिल गया' से शुरू हुआ था जिसमें एक मनुष्य और एक एलियन के बीच की खूबसूरत दोस्ती को दर्शाया गया था। सुपरस्टार ने अपने सभी प्रशंसकों को उस वक़्त आश्चर्यचकित कर दिया जब उन्होंने हाल ही में ट्विटर पर एक ट्वीट का जवाब देकर इस आईडिया का हिंट दिया। हाल ही में बैंगलोर में एक बहुत ही अप्राकृतिक आवाज़ सुनी गई थी, जिस पर ट्विटर पर एक उपयोगकर्ता ने ऋतिक से पूछा कि क्या उन्होंने गलती से फिर से एलियंस को पृथ्वी पर बुला लिया है। ऋतिक के मज़ेदार जवाब ने उनके प्रशंसकों को आश्चर्यचकित कर दिया कि क्या जादू का प्रिय किरदार उनके जीवन में वापस आने के लिए तैयार है। इस ट्वीट के बाद , जादू के किरदार को अगली किस्त के साथ फिल्म में वापस लाने के बारे में कयास लगाने का सिलसिला शुरू हो गया है।
इस पर अभी तक ऋतिक या निर्माताओं में से कोई भी प्रत्यक्ष पुष्टि नहीं कर रहा है, लेकिन अभिनेता के शब्द काफ़ी कुछ बयां कर रहे हैं। अपने इस ट्वीट के बाद, अभिनेता ने उसी अटकल पर एक टैब्लॉइड के साथ एक और गुप्त संदेश साझा किया, जिसने कुछ भी पुष्टि करने के बजाय इन अटकलों को अधिक हवा दे दी है। जादू, एक दशक से अधिक समय से हिंदी सिनेमा के सबसे पसंदीदा पात्रों में से एक है। यह किरदार इतना प्यारा है कि इसे बच्चों से ले कर नौजवान और बड़े बुजुर्गों तक, सभी द्वारा बेहद पसंद किया गया है। अगर यह खबर सच है, तो यह कोई ... मिल गया और क्रिश के सभी प्रशंसकों के लिए एक बड़ी ट्रीट होगी। ऋतिक रोशन अभिनीत 'क्रिश' फ्रैंचाइज़ हमेशा से ही बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक रही है क्योंकि यह भारत की सबसे बड़ी और एकमात्र सफल सुपरहीरो फिल्म है। जादू की वापसी की आधी पक्की खबर के साथ, अब प्रशंसकों का उत्साह अपने चरम पर है।

मुंबई । दिशा पाटनी और आदित्य रॉय कपूर स्टारर फिल्म 'मलंग' के सीक्वल को लेकर मेकर्स विचार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस पर काम भी शुरू हो गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 15 मई को मेकर्स ने फिल्म को डिजिटल प्लैटफॉर्म पर लॉन्च किया था। इस फिल्म को इंडिया के अलावा 12 देशों में जिस तरह से रिस्पॉन्स मिला है, उसने मेकर्स का उत्साह बढ़ा दिया है। मेकर्स ने बताया कि भारत के बाहर मलंग डिजिटल वर्ल्ड में कनाडा, यूएई, मलेशिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, केन्या, कतर, पाक और बांग्लादेश सहित कई देशों में ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स पर लगातार ट्रेडिंग में है। प्रड्यूसर अंकुर गर्ग ने कहा कि थिअटर के बाद भी इस फिल्म को इतना शानदार रिस्पॉन्स देने के लिए मैं सभी दर्शकों का शुक्रगुजार हूं। गर्ग ने आगे कहा कि अब दर्शकों के उत्साह को देखते हुए हम मलंग 2 पर काम कर रहे हैं। मोहित और लव तेजी से इस पर आगे बढ़ रहे हैं। हम जल्द ही इस बारे में और खुलासे करेंगे। उधर, दिशा पाटनी भी इस खबर से उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि भले ही वह बाहर नहीं जा पा रही हैं लेकिन घर पर ही वर्कआउट कर रही हैं और पूरी तरह से तैयार हैं। इस फिल्म में दिशा को काफी पसंद किया गया। आदित्‍य के साथ उनकी बॉन्डिंग दर्शकों को बहुत पसंद आ रही है। बता दें कि मलंग में आदित्य और दिशा के अलावा अनिल कपूर और कुणाल खेमू भी अहम रोल में थे।

दोनों बाइक को 2019 ईआईसीएमए मोटर शो में किया था प्रदर्शित
नई दिल्ली । ऑटोमोबाइल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भारतीय बाजार में दो नई बाइक पेश कर दी है। ये दोनों बाइक बीएमडब्ल्यू एफ 900 आर और बीएमडब्ल्यू एफ 900 एक्सआर है। बीएमडब्ल्यू ने एफ 900 सीरीज की ये दोनों मोटरसाइकल कल भारत में लॉन्च हो गई। इन बाइक्स को मिलान में हुए 2019 ईआईसीएमए मोटर शो में प्रदर्शित किया था। लॉन्चिंग के तुरंत बाद इनकी बुकिंग शुरू होने की उम्मीद है, जबकि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते इनकी डिलिवरी शुरू होने में समय लग सकता है। एफ 900 आर  कंपनी की नई स्ट्रीट नेकेड मोटरसाइकल है, जबकि एफ 900 एक्सआर अडवेंचर स्पोर्ट्स टूरर बाइक है। दोनों मोटरसाइकल में एक ही चेसिस और एक ही इंजन है। हालांकि, स्टाइलिंग, राइडिंग पोजिशन और सस्पेंशन ट्रैवल समेत कुछ अन्य खूबियों के मामले में दोनों अलग-अलग हैं। बीएमडब्ल्यू की इन दोनों बाइक्स में नया 895सीसी, इनलाइन-ट्विन इंजन दिया गया है। यह इंजन 8,500 आरपीएम पर 105 एचपी की पावर और 6,500आरपीएम पर 92 एनएम टॉर्क जेनरेट करता है। इंजन 6-स्पीड गियरबॉक्स से लैस है। इनकी टॉप स्पीड 200 किलोमीटर प्रति घंटा है। इंटरनैशनल मार्केट में ये बाइक्स दो वेरियंट में उपलब्ध हैं। बेस वेरियंट में दो राइडिंग मोड (रोड और रेन), ट्रैक्शन कंट्रोल, ब्लूटूथ के साथ 6.5-इंच टीएफटी स्क्रीन और एलईडी हेडलाइट्स स्टैंडर्ड दिए गए हैं। टॉप वेरियंट्स में कॉर्नरिंग एबीएस और की-लेस इग्निशन समेत अन्य फीचर्स मिलेंगे। एफ 900 आर की कीमत 9.7-10 लाख रुपये के आसपास हो सकती है। बीएमडब्ल्यू एफ 900 एक्सआर की कीमत 11-12 लाख रुपये होने की उम्मीद है।बीएमडब्ल्यू एफ 900 आर  बाइक 3.6 सेकंड में, जबकि एफ 900 एक्सआर मोटरसाइकल 3.7 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है।

कीमत है 11,700 रुपये
नई दिल्ली । चीनी कंपनी शाओमी ने 43 इंच वाला एमआई टीवी पेश ‎किया है। शाओमी के इस नए टेलिविजन की कीमत 11,700 रुपये है। इसका मॉडल नंबर ई43के है। शाओमी ने यह टीवी चीन में लॉन्च किया है। ई सीरीज में शाओमी के पास 43 इंच के दूसरे टेलिविजन भी हैं, लेकिन यह नया टीवी काफी सस्ता है। शाओमी के इस नए टीवी में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी नहीं है, बल्कि इसमें स्टैंडर्ड इंफ्रारेड रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल किया गया है। वहीं, शाओमी के 43 इंच वाले दूसरे टेलिविजन्स में ब्लूटूथ रिमोट दिया गया है। शाओमी के नए एमआई टीवी ई43के में 43 इंच का फुल-स्क्रीन डिस्प्ले दिया गया है, जिसका रेजॉलूशन 1920×1080 पिक्सल है। शाओमी के इस टेलिविजन में बेजल-लेस डिजाइन दिया गया है, जो कि शानदार व्यूइंग एक्सपीरियंस देता है। शाओमी के एमआई स्मार्ट टीवी में 64 बिट ड्यूल-कोर प्रोसेसर दिया गया है। टेलिविजन में 1जीबी की रैम और 8जीबी का इंटरनल स्टोरेज दिया गया है। शाओमी का यह टीवी वायरलेस प्रोजेक्शन, डीटीएस डीकोडिंग को सपॉर्ट करता है। इस टेलिविजन में बिल्ट-इन पैचवॉल आर्टिफिशल इंटेलीजेंस टीवी सिस्टम दिया गया है। टेलिविजन में दिया गया पैचवॉल सिस्टम न केवल कंटेंट्स के बड़े डेटाबेस तक एक्सेस देता है, बल्कि यूजर्स को स्मार्ट होम डिवाइसेज को व्यू करने की सहूलियत देता है। शाओमी का यह नया टेलिविजन वाई-फाई कनेक्टिविटी और इंफ्रारेड के साथ आया है। ऑडियो के लिए टेलिविजन में डीटीएस 2.0 के साथ 8 डब्ल्यू के दो स्पीकर्स दिए गए हैं। यह टीवी कई प्री-इंस्टॉल्ड ऐप्स के साथ आता है। साथ ही, यूजर्स एमआई ऐप स्टोर का भी एक्सेस कर सकते हैं। शाओमी के इस टीवी को कंप्यूटर्स, गेम कंसोल, एक्सटर्नल ऑडियो इक्विपमेंट से भी कनेक्ट कर सकते हैं। इस टीवी को फिलहाल चीन में लॉन्च किया गया है। शाओमी ने अभी यह नहीं बताया है कि इसे दूसरे मार्केट्स में कब तक लाया जाएगा।स्टैंड के बिना इस टेलिविजन का वजन 6.31 किलोग्राम है, जबकि स्टैंड के साथ टीवी का वजन 6.42 किलोग्राम है। कनेक्टिविटी के लिए शाओमी के इस टेलिविजन में 2 एचडीएमआई पोर्ट्स दी गई हैं, इनमें से एक पोर्ट एचडीएमआई एआरसी को सपॉर्ट करता है।

62 घंटे के सफर में नहीं मिला खाना और पानी
वाराणसी. मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से वाराणसी पहुंची ट्रेन में सवार जौनपुर के मछलीशहर के एक यात्री की मौत हो गई। शनिवार की सुबह ट्रेन के कैंट स्टेशन पर पहुंचने पर जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। परिजनों ने आरोप लगाया कि ट्रेन में भोजन-पानी का इंतजाम ठीक नहीं था। पहले से ही तबीयत खराब थी और ट्रेन के लगातार लेट होने के चलते घबराहट बढ़ती गई। करीब 62 घंटे के सफर के दौरान ट्रेन के व्यासनगर स्टेशन और अवधूत भगवान राम हाल्ट के बीच मौत हुई। मुंबई में ट्रक चलाने वाले जौनपुर के मछलीशहर निवासी जोखन यादव 46 वर्ष बीस मई की शाम 7 बजे लोकमान्य तिलक टर्मिनल से वाराणसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से परिजनों संग रवाना हुए। जोखन के साथ सफर कर रहे भतीजा रबीश ने बताया कि मध्य प्रदेश के कटनी स्टेशन पहुंचने के बाद ट्रेन लगातार  लेट होती गई और यात्री भूख प्यास से बेहाल रहे। इस बीच चाचा की तबियत खराब होती गई, पानी और भोजन के लिए बीच के कई स्टेशनों पर गुहार लगाई गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इधर, सुबह 7.25 पर ट्रेन के कैंट स्टेशन पहुंचते ही कंट्रोल की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने इंजन से सटे 5वीं बोगी से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। 


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