newscreation

newscreation

रायपुर :

अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना ने लोगों को न केवल बिजली बिल के बोझ से मुक्त किया है, बल्कि अतिरिक्त ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से आय का अवसर भी प्रदान किया है।

राजनांदगांव निवासी श्री सक्षम जैन ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित किया है। पहले उनका मासिक बिजली बिल लगभग 1500 रुपये तक आता था, जो अब पूर्णतः समाप्त हो गया है। अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होने से यह विद्युत विभाग के ग्रिड में जमा हो रही है, जिससे उन्हें अतिरिक्त लाभ भी मिल रहा है।

इस योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया पूर्णतः ऑनलाइन है। इच्छुक उपभोक्ता चउेनतलंहींतण्हवअण्पद या पीएम सूर्यघर मोबाइल एप के माध्यम से पंजीयन कर सकते हैं। यह योजना ऊर्जा संरक्षण, पर्यावरण संतुलन और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

रायपुर :

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित कलेक्टर–डीएफओ संयुक्त कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के वन प्रबंधन, तेंदूपत्ता संग्राहकों के हित, लघु वनोपजों के मूल्य संवर्द्धन (वैल्यू एडिशन), ईको-टूरिज्म, औषधीय पौधों की खेती और वनों से जुड़ी आजीविका के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहक हितग्राहियों की संख्या आज 12 लाख से अधिक हो चुकी है, जो हमारे सामूहिक प्रयासों की सफलता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आवश्यकता इस बात की है कि हम वन उपज का अधिकतम वैल्यू एडिशन करें। उन्होंने कहा कि राज्य में वन धन केंद्रों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, ताकि ग्रामीणों को अधिक आय के साधन मिल सकें और वे आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि प्रदेश में अब 46 प्रतिशत वन आवरण हो चुका है, जो लगभग दो प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि में कैम्पा योजना और “एक पेड़ मां के नाम” जैसी अभिनव पहल का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कॉन्फ्रेंस में जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को भुगतान सात से पंद्रह दिनों के भीतर सुनिश्चित किया जाए। साथ ही भुगतान की जानकारी एसएमएस के माध्यम से सीधे संग्राहकों के मोबाइल पर भेजी जाए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे। बैठक में बताया गया कि लगभग 15 लाख 60 हजार संग्राहकों की जानकारी ऑनलाइन दर्ज हो चुकी है और सभी भुगतान बैंक खातों के माध्यम से किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्रहण प्रक्रिया के पूर्ण कंप्यूटरीकरण की पहल को और तेज करने के निर्देश दिए।

कॉन्फ्रेंस में औषधीय पौधों की खेती के विस्तार हेतु प्रचार-प्रसार गतिविधियों को बढ़ाने और इसके लिए कृ

 

रायपुर :

 

मंत्रालय महानदी भवन के पंचम तल स्थित ऑडिटोरियम में आज मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में ‘सुशासन संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री गजेन्द्र यादव, मुख्य सचिव श्री विकास शील, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, विभागीय सचिव, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, डीएफओ सहित राज्य के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

नवाचार जनसेवा के केंद्र में हो - मुख्यमत्री श्री साय

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नवाचार ऐसे हों जो दीर्घकालिक रूप से व्यवहारिक हों, नागरिकों की सुविधा बढ़ाएं, और शासन की फ्लैगशिप योजनाओं को सहयोग दें। राज्य सरकार नवाचारों का स्वागत करती है, परंतु यह ध्यान रखना आवश्यक है कि बुनियादी प्रशासनिक कार्य इससे प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि नवाचार तुगलकी प्रयोग न बनें, बल्कि नागरिक जीवन को सरल बनाने का माध्यम बनें।

स्थायी और व्यावहारिक नवाचारों पर जोर

मुख्यमंत्री श्री साय ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि जो भी नवाचार हों, उनमें लोगों की राय अवश्य शामिल की जाए और उनके प्रभाव का फीडबैक लिया जाए। उन्होंने कहा कि कई बार जिले में किए गए नवाचार आने वाले अधिकारियों की प्राथमिकता में नहीं रहते, इसलिए इनकी स्थायित्व और उपयोगिता पर विशेष ध्यान दिया जाए। नवाचार का उद्देश्य जनता की सेवा और पारदर्शिता में वृद्धि होना चाहिए।

लोक सेवा गारंटी अधिनियम पर सख्त रुख

मुख्यमंत्री श्री साय ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम को सरकार की सबसे महत्वपूर्ण पहल बताया। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी सेवाएं निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण ढंग से दी जाएं और यदि देरी होती है तो जिम्मेदार अधिकारियों पर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अगली समीक्षा में यह देखा जाएगा कि कितने मामलों का समय पर निराकरण हुआ और कितने अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।

 

मुंबई । छोटे परदे का लोकप्रिय शो ‘इत्ती सी खुशी’ अपने कथानक और परिवारिक जज़्बातों के कारण दर्शकों का दिल जीत रहा है। अब शो की कहानी में नया मोड़ आने वाला है, क्योंकि शो में पूर्व ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की अभिनेत्री नेहा एसके मेहता की एंट्री हो रही है। नेहा एसके मेहता शो में अन्विता (सुम्बुल तौकीर खान) की नाटकीय माँ हेतल का किरदार निभाएँगी। हेतल का व्यक्तित्व रंगीन, बेबाक और बातूनी है, जो हमेशा सबका ध्यान अपनी ओर खींचने की कोशिश करती है। उसका ग्लैमरस और स्टाइलिश अंदाज़ उसे अलग बनाता है, लेकिन इसके पीछे उसकी असुरक्षाएँ और इच्छाएँ भी छुपी हैं।
हेतल पारंपरिक स्नेहमयी माँ नहीं है वह अपने बच्चों और परिवार से ज़्यादा खुद को प्राथमिकता देती है। अपनी कमजोरियों को वह चटपटे अंदाज़ और बड़े हावभाव से छुपाती है, जो उसे अप्रत्याशित और प्यारा दोनों बनाता है। नेहा एसके मेहता ने अपने किरदार के बारे में कहा, “इस शो का हिस्सा बनना बेहद रोमांचक है। इसमें दिल को छू लेने वाले जज़्बात और हल्के-फुल्के पारिवारिक पल का शानदार मेल है। हेतल का किरदार निभाना बहुत मज़ेदार होगा। वह चंचल, नाटकीय और ज़िंदादिल है, लेकिन अपनी कमियों के साथ।
मुझे यह बेहद पसंद है कि कैसे वह अपने स्टाइल और कॉन्फिडेंस का जलवा दिखाती है, अपनी कमजोरियों को छिपाती है और घर में हंगामा और अविस्मरणीय लम्हें दोनों एक साथ लाती है।” इस नए ट्विस्ट के साथ, ‘इत्ती सी खुशी’ में ड्रामा और मनोरंजन की नई लहर आने वाली है। नेहा एसके मेहता का यह किरदार शो में हल्के-फुल्के हास्य के साथ परिवारिक जज़्बातों को और रोचक बनाएगा। शो में दिवेकर परिवार की खुशियाँ, संघर्ष और आपसी रिश्तों का खूबसूरत चित्रण दिखाया जाता है, जो दर्शकों को हर एपिसोड से जोड़ता है।

 

मुंबई: इन दिनों सिनेमाघरों में चल रही फल्मों 'कांतारा चैप्टर 1', 'सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी', 'दे कॉल हिम ओजी' और 'जॉली एलएलबी 3' का कलेक्शन घट गया था, लेकिन वीकएंड पर इन फिल्मों की कमाई में तेजी देखी गई है। आइए जानते हैं कि बॉलीवुड समेत साउथ की फिल्मों ने कितना कलेक्शन किया है?

कांतारा चैप्टर 1
ऋषभ शेट्टी की अदाकारी वाली फिल्म 'कांतारा चैप्टर 1' बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म ने पहले दिन 61.85 करोड़ रुपये से खाता खोला था। वीकएंड पर एक बार फिर फिल्म की कमाई में इजाफा हुआ है। रविवार को फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 39 करोड़ रुपये कमाए हैं। इस तरह से इस फिल्म ने अब तक कुल 437.65 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है। जल्द ही यह फिल्म 450 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लेगी।

सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी

 

मुंबई: साउथ फिल्मों से अपने करियर की शुरुआत करने वाली अभिनेत्री पूजा हेगड़े ने बॉलीवुड सिनेमाई दुनिया में काफी नाम कमाया है। एक्ट्रेस अपनी शानदार अदाकारी के लिए पहचानी जाती हैं। अभिनेत्री ने ऋतिक रोशन से लेकर अक्षय कुमार तक, जैसे सितारों के साथ काम किया है। आज 13 अक्तूबर के दिन पूजा हेगड़े अपना 35वां जन्मदिन मना रही हैं। इस खास मौके पर जानेंगे अभिनेत्री की बॉलीवुड फिल्मों के बारे में, तो चलिए जानते है।

मोहनजोदड़ो
आशुतोष गोवारिकर के निर्देशन में साल 2016 में 'मोहनजोदड़ो' फिल्म रिलीज हुई थी। इस फिल्म में

 

मुंबई: इन दिनों लैक्मे फैशन वीक का आयोजन किया जा रहा है, जिसके ग्रैंड फिनाले में अभिनेत्री अनीत पड्डा शामिल हुईं। फिनाले की शुरुआत में ही एक्ट्रेस ने पहली बार रैंप वॉक किया और वहां मौजूद सभी को आकर्षित कर लिया। अभिनेत्री का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आइए देखें वीडियो।

अनीत पड्डा ने खूबसूरत गाउन में बिखेरा जलवा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें अभिनेत्री अनीत पड्डा रैंप वॉक करती दिख रही हैं। इस वीडियो में एक्ट्रेस शाइनिंग गाउन पहने दिख रही हैं, जो उनके लुक को काफी निखार रहा है। अंत में रैंप वॉक से जाते समय अभिनेत्री ने प्रशंसकों को फ्लाइंग किस दिया। उनके चेहरे पर हल्की मुस्कान उनके लुक को बेहद ही आकर्षक बनाने का काम किया।

एक्ट्रेस बनीं शो स्टॉपर
वायरल वीडियो के अनुसार अभिनेत्री अनीत पड्डा लैक्मे फैशन इवेंट के ग्रैंड फिनाले की शुरुआत करने वाली शो स्टॉपर बनीं। एक्ट्रेस का अंदाज नेटिजंस को काफी पसंद आ रहा है।

नेटिजंस ने दी प्रतिक्रिया
इस वीडियो के सामने आते ही नेटिजंस की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं। एक यूजर ने कहा, ‘यह उनका पहली बार रैंप वॉक था। वह वास्तव में बहुत घबराई हुई थीं, लेकिन फिर भी उन्होंने इसे बखूबी किया, अन्य अभिनेत्रियों से बेहतर। हमें उनके आत्मविश्वास की सराहना करनी चाहिए।’ वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ‘उन्होंने बहुत अच्छा किया, क्योंकि उनका यह पहला रैंप वॉक था।’ इस

 

हाल में एशिया कप में शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने अपनी वापसी का श्रेय कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर को दिया है। वरुण को तीन साल के बाद टीम में जगह मिली पर उन्होंने शानदार प्रदर्शन कर अपने चयन को सही साबित कर दिया। वरुण ने कहा, मैं कोच के बारे में कह सकता हूं कि वह टीम में एक साहसी मानसिकता लेकर आते हैं जहां हार का कोई विकल्प नहीं होता, वह खिलाड़ियों को निडर होकर खेलने को कहते हैं। उनका मानना है कि मैदान पर अपना सौ फीसदी देना होता है। जब वह मौजूद होते हैं, तो आप औसत प्रदर्शन नहीं कर सकते।
वरुण ने साल जुलाई 2021 में भारत के लिए पदार्पण किया था पर 2021 टी20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन क बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और अक्टूबर 2024 में उन्हें दोबारा खेलने का अवसर मिला। तब से ही वरुण लगातार टी20 एकादश में शामिल रहे हैं। उन्होंने इस साल की शुरुआत में एकदिवसीय डेब्यू के साथ ही टीम को चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा, जब मैंने दोबारा वापसी की, तो सूर्या और गंभीर ने मुझसे बात की और उन्होंने मुझे बताया कि हम आपको विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से देखते हैं। और उन्होंने पूरे समय मेरा समर्थन किया। इसके लिए मुझे उन्हें श्रेय देना होगा। मैं तीन साल से ज़्यादा समय तक टीम से बाहर रहा प

 

सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान हैं। रोहित के नेतृत्व में भारतीय टीम ने दो आईसीसी खिताब (टी20 और चैम्पियंस ट्रॉफी) जीते हैं। वहीं भारत के सबसे सफल कप्तान की बात की जाये तो वह महेन्द्र सिंह धोनी हैं। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप, चैंपियंस ट्रॉफी और एकदिवसीय विश्वकप जीते हैं। आंकड़ों पर नजर डालें तो धोनी ने रोहित से काफी अधिक मैचों में कप्तानी की है पर जीत प्रतिशत की बात करें तो उसमें रोहित तीनो ही प्रारुपों में आगे है।
एकदिवसीय क्रिकेट में 200 मैचों में कप्तानी करने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 110 मैच जीते जबकि उसे 74 मैचों में हार का सामना करना पड़ा और 5 मैच टाई रहे। धोनी का एकदिवसीय में जीत का प्रतिशत 55 का रहा है। वहीं रोहित ने धोनी की तुलना में कफी कम 56 मैचों में ही टीम की कप्तानी की है पर उनकी जीत का औसत धोनी से कहीं अधिक है। रोहित ने 56 एकदिवसीय मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की है, जिसमें से 42 मुकाबले में उसे जीत मिली जबकि 12 में वह हारी है और एक मुकाबला टाई टाई रहा है। रोहित का एकदिवसीय में जीत का औसत 75 का रहा है।

 

युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा है कि वह भी भविष्य में भारतीय टीम का कप्तान बनना चाहते हैं। यशस्वी के अनुसार इसी कारण वह अपनी फिटनेस का विशेष ध्यान रखते हैं। यशस्वी टेस्ट टीम में सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरते हैं। टेस्ट डेब्यू के बाद से ही वह टीम में जगह पक्की करने में सफल रहे हैं हालांकि सीमित ओवरों के प्रारुप में वह अभी तक सफल नहीं हो पाये हैं। कप्तानी की इच्छा को लेकर यशस्वी ने कहा, “मैं हर दिन अपनी फिटनेस और अपने कौशल पर काम कर रहा हूं। मैं अपनी फिटनेस और बेहतर करने का प्रयास कर रहा हूं। साथ ही कहा कि अभी हर दिन, मुझे अपने आप पर काम करना है कि मैं कैसे एक नेतृत्वकर्ता के तौर पर उभर सकता हूं। मैं भी आने वाले समय में एक प्रारुप मैं कप्तानी करना चाहता हूं।”

Ads

R.O.NO. 13481/72 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक