एक जगह बैठकर रोज करें यह आसन, घट जाएगी पेट की चर्बी, लगेंगे मात्र 15 मिनट Featured

नई दिल्ली। नौकासन का अभ्यास शरीर के लिए कई मायनों में उपयोगी माना जाता है. इसके नियमित अभ्यास से आपके पेट की चर्बी कम होती है और रीढ़ की हड्डी को भी मजबूती मिलती है.

योग का अपना महत्व है. इसके नियमित अभ्यास से आप कई बीमारियों से बच सकते तहैं. योग का सही ढंग से रोजाना अभ्यास करने से आपके शरीर से कई बीमारियां भी दूर होती हैं. वैसे तो योग में तमाम ऐसे आसन हैं, जो अलग-अलग शारीरिक समस्याओं के लिए फायदेमंद माने जाते हैं. लेकिन हम जिस आसन के बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं, वो है नौकासन. जी हां नौकासन का अभ्यास शरीर के लिए कई मायनों में उपयोगी माना जाता है. इसके नियमित अभ्यास से आपके पेट की चर्बी कम होती है और रीढ़ की हड्डी को भी मजबूती मिलती है.

क्या है नौकासन?
नौकासन शब्द दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है. नौका का मतलब है नाव और आसन का अर्थ है आसन या सीट. इस योगासन के अभ्यास में आपका शरीर नाव की मुद्रा में हो जाता है. यह आसन मध्यम श्रेणी का योगासन है, जिसका अभ्यास प्राचीन काल से ही किया जा रहा है. नौकासन को अंग्रेजी में बोट पोज कहा जाता है. शुरुआत में इसका अभ्यास करने में थोड़ी कठिनाई हो सकती है, लेकिन रोजाना प्रैक्टिस करने से आप आसानी से इसका अभ्यास कर सकते हैं।

नौकासन करने का सही तरीका :
सबसे पहले समतल जगह पर योगा मैट पर लेट जाएं.
अब दोनों पैरों को एकसाथ जोड़कर रखें एवं हाथों को भी शरीर के पास ही रखें.
लंबी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाएं.
हाथ और पैर एकदम सीधे रखें और घुटनों को न मोड़ें.
पैरों को उतना उठाएं कि जबतक पेट में खिंचाव न महसूस होने लगे.
शरीर के पूरे वजन को नितंब पर संतुलित करने का प्रयास करें.
V के आकर में लगभग 10 से 20 सेकंड तक होल्ड रहें.
इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए सामान्य मुद्रा में आएं.
आप इस आसन को रोज 10 से 15 मिनट कर सकते हैं.

नौकासन करने के फायदे :

नौकासन का रोजाना अभ्यास करने से आपके पेट और साइड की चर्बी कम होती है.
नौकासन में आपके पेट और साइड की मांसपेशियां स्ट्रेच होती हैं जिससे आपको वजन कम करने में भी मदद मिलती है.
नौकासन का रोजाना अभ्यास आपकी हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों के लिए बहुत उपयोगी होता है.
इसके अभ्यास से आप हैमस्ट्रिंग क्रैम्प्स की समस्या में भी फायदा पा सकते हैं.
नौकासन का अभ्यास पेट की मांसपेशियों को टोन करने और मजबूत बनाने का काम करता है.
इस आसन का अभ्यास एब्स बनाने में भी बहुत उपयोगी होता है.
नौकासन या बोट पोज का अभ्यास रीढ़ की हड्डी के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है.
इसके नियमित रूप से अभ्यास से आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है.

नौकासन के दौरान रखें यह सावधानियां:

गर्भावस्था और मासिक धर्म में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए.
यदि पेट से जुड़े कोई ऑपरेशन को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो नौकासन न करें.
अस्थमा और दिल के मरीजों को भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए.

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