ईश्वर दुबे
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Bhilai
Shefali Verma: शेफाली वर्मा ने अपनी बैटिंग को लेकर हाल में खूब सुर्खियां बटोरी. उन्होंने सीनियर महिलाओं की वनडे चैलेंजर ट्रॉफी में अपनी टीम के लिए 5 मैचों में 1 शतक और 3 अर्धशतक के साथ 444 रन जड़े. इस शानदार प्रदर्शन के बाद शेफाली की एक बार फिर से टीम इंडिया में वापसी भले ही होती दिखे. लेकिन तब क्या हुआ था जब उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था? भारतीय क्रिकेट की इस महिला ओपनर को पिछले साल नवंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम में नहीं चुना गया था. टीम से निकाले की उस खबर को उस वक्त शेफाली अंदर ही अंदर दबा गईं. उन्होंने उसे अपने पिता को नहीं बताया.
पिता को आया था हार्ट अटैक
20 साल की शेफाली ने टीम से निकाले जाने की खबर पिता को इसलिए नहीं बताई क्योंकि उन्हें 2 दिन पहले ही हार्ट अटैक आया था. अब ऐसी हालत में वो उन्हें खुद के बाहर होने की खबर सुनाती तो मामला और बिगड़ सकता था. उसने बाद में खबर बताने का फैसला लिया.
शेफाली ने हफ्ते भर बाद बताई पिता को खबर
शेफाली वर्मा ने बताया कि वो पिता को बताना नहीं चाहती थी क्योंकि दो दिन पहले ही उन्हें हार्ट अटैक आया था. उन्होंने तब तक उनसे वो खबर बचाए रखी, जब तक वो ठीक नहीं हो गए. शेफाली ने बताया कि वो अस्पताल में ही थे जब हफ्ते भर बाद उसने टीम से ड्रॉप किए जाने की खबर अपने पिता संजीव वर्मा को बताई.
पिता ही थे शेफाली के पहले कोच
शेफाली के लिए उनके पिता काफी मायने रखते हैं. वही उनके पहले कोच भी हैं. बचपन में वो शेफाली को रोजाना सुबह 5 बजे उठाकर क्रिकेट की प्रैक्टिस कराने ले जाते थे. अब एक बार फिर से उनकी ख्वाहिश अपनी बेटी को भारतीय टीम की जर्सी में देखने की है. शेफाली की ओर से इसकी कोशिश की जा चुकी है. इंतजार बस अगले टीम सेलेक्शन का है.