दिल्ली । कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर हुए उप-चुनाव के लिए वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। 15 में से 7 सीटों पर भाजपा आगे है। यह नतीजे कर्नाटक में भाजपा सरकार की किस्मत को तय करेगा। इन सीटों पर पांच दिसंबर को चुनाव हुआ था जिसमें 67.91 प्रतिशत मतदान हुआ था। ये उपचुनाव 17 विधायकों को अयोग्य करार देने से खाली हुई सीटों को भरने के लिये कराये गये थे। इन विधायकों में कांग्रेस और जद(एस) के बागी नेता शामिल थे। इन विधायकों की बगावत के चलते जुलाई में एच डी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद(एस) सरकार गिर गई थी और बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के सत्ता में आने का मार्ग प्रशस्त हुआ था। इस समय भाजपा के पास 105 विधायक (एक निर्दलीय समेत) हैं, कांग्रेस के 66 और जद (एस) के 34 विधायक हैं। इनके अलावा बसपा का एक सदस्य है, एक मनोनीत विधायक है और अध्यक्ष हैं। भाजपा ने पार्टी में शामिल हुए 16 में से 13 अयोग्य विधायकों को उनके संबंधित क्षेत्रों से टिकट दिया है। उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और जद (एस) के टिकटों पर जीत हासिल की थी। जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जद (एस) का कब्जा था।
एग्जिट पोल के नतीजे
इस उपचुनाव में सीएम बीएस येदियुरप्पा को सरकार बचाने के लिए कम से कम 6 सीट जीतना जरूरी है। कर्नाटक में चुनाव बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा को 8 से 10 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। अगर ऐसे परिणाम आए तो भाजपा सरकार के लिए मौजूदा संकट पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। दूसरी ओर अगर 6 सीट से कम पर जीत मिली तो राज्य में अस्थिरता का दौर फिर शुरू हो सकता है। कर्नाटक में 224 सीट की विधानसभा में भाजपा के पास 105 एमएलए हैं। कांग्रेस के 66 और जेडीएस के 34 एमएलए हैं। इसके अलावा एक बीएसपी एमएलए भी है।
कांग्रेस-जेडीएस करेंगे हमारी मदद: येदियुरप्पा
परिणामों की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने रविवार को दावा किया कि राज्य में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा को 13 सीटें मिलेंगी जबकि शेष दो सीटें कांग्रेस और जेडीएस को मिलेंगी। येदियुरप्पा ने कहा कि हमारी पार्टी अगले साढ़े तीन साल में राज्य का समग्र विकास करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विपक्षी कांग्रेस और जद(एस) सुचारू रूप से प्रशासन चलाने में उनकी मदद करेंगे।
मंदिर में विजय की प्रार्थना लेकर पहुंचे सीएम
उपचुनावों के लिये मतगणना से पहले राज्य के नेताओं ने रविवार को मंदिरों और मठों में पूजा कर जीत का आशीर्वाद मांगा। रविवार को मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा धर्मस्थल गए और भगवान मंजूनाथ का आशीर्वाद लिया। मंत्रोच्चारण के बीच येदियुरप्पा ने चुनावों में अपनी पार्टी (बीजेपी) की जीत और अगले साढ़े तीन वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की।
साईं बाबा मंदिर पहुंचे एचडी देवगौड़ा
इसके जनता दल सेक्युलर के 86 वर्षीय संरक्षक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने भी शिरडी के साई बाबा मंदिर में पूजा की। उनके साथ पार्टी के विधान परिषद् सदस्य टी ए श्रवण मौजूद रहे। कर्नाटक के ग्रामीण विकास मंत्री के एस ईश्वरप्पा भी गडाग में वीरेश्वर पुण्याश्रम गए और विशेष पूजा की।
ईश्वर दुबे
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