पूर्वोत्तर का 'नस्लीय सफाये' का प्रयास है नागरिकता विधेयक: राहुल गांधी Featured

नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के राज्यसभा  में पेश होने से पहले केंद्र की मोदी सरकार पर पूर्वोत्तर के जनजीवन पर आपराधिक हमला करने का आरोप लगाया. राहुल ने मंगलवार को ट्वीट किया, नागरिकता संशोधन विधेयक पूर्वोत्तर, उनके जीवन के तौर-तरीके और भारत के विचार पर आपराधिक हमला है.

राहुल ने कहा- नागरिकता संशोधन विधेयक मोदी-शाह सरकार की पूर्वोत्तर के जातीय सफाये की कोशिश है. उन्होंने नागरिकता विधेयक के खिलाफ प्रदर्शनों पर कहा,   मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और मैं उनकी सेवा में हाजिर हूं. इससे पहले मंगलवार को लोकसभा में पारित विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ छात्र संघों और वाम-लोकतांत्रिक संगठनों ने मंगलवार को पूर्वोत्तर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया.

इस दौरान सड़क अवरुद्ध होने के कारण अस्पताल ले जाते समय दो महीने के एक बीमार बच्चे की मौत हो गई. राज्यसभा में इस विधेयक को पेश किये जाने से एक दिन पहले असम में इस विधेयक के खिलाफ दो छात्र संगठनों के राज्यव्यापी बंद के आह्वान के बाद ब्रह्मपुत्र घाटी में जनजीवन ठप रहा.

ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू), नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, वामपंथी संगठनों-एसएफआई, डीवाईएफआई, एडवा, एआईएसएफ और आइसा ने अलग से एक बंद आहूत किया. गुवाहाटी के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले गये और प्रदर्शनकारियों ने इस विधेयक के खिलाफ नारेबाजी की.

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