ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
हिंदी मीडियम के छात्र-छात्राओं के लिए शुरू की सुविधा
विभिन्न विषयों की 67 बुक्स पर क्यूआर कोड आया
भोपाल। इस शिक्षण सत्र के कक्षा पहली से 10वीं तक के छात्र-छात्राओं को डिजिटल तकनीक से पढ़ाई कराई जाएंगी। उनकी किताबों पर क्यू आर कोड होगा, जिसके माध्यम से शिक्षक ऑडियो,वीडियो, पीपीटी और पीडीएफ माध्यम से पढ़ाई करवा सकेंगे। स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए राज्य शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने इस शिक्षण सत्र के लिए विभिन्न विषयों की 67 किताबें तैयार की हैं। इसका सबसे ज्यादा फायदा उन स्टूडेंट्स को मिलेगा, जो किताबाें की जगह वीडियो और ऑडियो से पढ़ाई करतेे हैं।
मार्केट में आईं हिंदी मीडियम की बुक्स
मार्केट में क्यूआर कोड की बुक्स आ गई हैं। यह फिलहाल हिन्दी मीडियम के छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग विषयों में आई हैं। एनसीईआरटी ने फिलहाल हिंदी मीडियम की 3040 बुक्स पर क्यूआर कोड अंकित किए हैं। इसमें वीडियो, ऑडियो, पीपीटी और पीडीएफ के रूप में पाठ्य सामग्री को शामिल किया गया है।
इस एप का करना होगा उपयोग
इन क्यूआर कोड का उपयोग दीक्षा एप के माध्यम से किया जा सकता है। जैसे ही आप दीक्षा एप के जरिए इस कोड को स्कैन करेंगे, वो दीक्षा पोर्टल पर पहुंच जाएगा। साथ ही उन्हें पोर्टल पर मौजूद तमाम स्टडी मटेरियल का लिंक मिल जाएगा। इस लिंक में ऑडियो और वीडियो अटैच हैं। इनकी मदद से इनको अपडेट कर सकेंगे और पढ़ाई भी कर सकेंगे।
डाउनलोड कर पढ़ा सकते ऑफलाइन
कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को ध्यान में रखते हुए ही दीक्षा पोर्टल पर स्टडी मटेरियल अपलोड किया गया है। इसमें कार्टून कैरेक्टर के जरिए पूरे पाठ को रोचक अंदाज में समझाया गया है। इन्हें डाउनलोड करने के बाद इनको ऑफलाइन भी उपयोग किया जा सकता है।
इस सत्र से पैरेंट्स को वाट्सएप पर भेजी जाएगी रिपोर्ट
स्कूलों में बच्चें की पढ़ाई कैसी चल रही है, उसके टेस्ट में कितने अंक आए हैं और जो होमवर्क उसे स्कूल की ओर से दिया जाता है वह उसे पूरा करके लाता है या नहीं। इस प्रकार की जानकारी अब पैरेंट्स को ऑनलाइन मिलेगी। शहर के सीबीएसई और एमपी बोर्ड से संचालित विद्यालयों द्वारा इस सत्र से स्टूडेंट्स की सप्ताहिक और मंथली रिपोर्ट पैरेंट्स को वॉट्सएप पर भेजी जाएगी। इससे पैरेंट्स को पता होगा कि उनका बच्चा किस सब्जेक्ट में कमजोर है और किसमें बेहतर है। साथ ही पढ़ाई के अलावा स्कूल की अन्य एक्टिविटी में उसकी परफॉर्मेंस कैसी है। अभी तक पीटीएम में ही अभिभावकों को बच्चे का रिपोर्ट कार्ड दिया जाता था। जिस कारण उनको बच्चों की वास्तविक स्थति का पता नहीं होता है।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेधावी छात्र योजना के आवेदन शुरू
एमपी बोर्ड ने कक्षा 12वीं में स्कूल लेवल पर बेहतर स्कोर करने वाले छात्र-छात्राओं को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेधावी छात्र योजना का फायदा मिलेगा। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके आवेदन स्कूलों को भेज दिए गए हैं। इसमें मेधावी छात्र-छात्राओं के नाम स्कूूल स्तर पर भेज जाएंगे। इसमें विद्यार्थी की अंकसूची और पासबुक की फोटोकॉपी भेजनी होगी।