ईश्वर दुबे
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भोपाल । प्रदेश के बहु चर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाला (व्यापमं) को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मप्र शासन और सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। व्यापमं घोटाला वर्ष 2009 में सामने आने के बाद पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने एसटीएफ को दस्तावेज के साथ आवेदन सौंपकर कुछ बिंदुओं पर जांच की मांग की थी। इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आवेदन पर जांच के लिए उन्होंने पिछले साल हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में याचिका दायर की, इसमें एसटीएफ को दिए गए आवेदन पर कार्यवाही की मांग की थी। 19 अप्रैल को हाई कोर्ट ने याचिका निरस्त कर दी तो सकलेचा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। कोर्ट में मामले की पैरवी राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा तथा सर्वम ऋतम खरे ने की। एसटीएफ ने 27 नवंबर 2014 को विज्ञप्ति जारी कर व्यापमं की जांच में बिंदु शामिल करने के लिए दस्तावेज सहित आवेदन मांगे थे। सकलेचा ने 11 दिसंबर 2014 को दस्तावेज सहित 350 पेज का आवेदन दिया था। एसटीएफ को 12 जून 2015 को मौखिक साक्ष्य के अतिरिक्त 71 पेज का लिखित बयान और 240 पेज के दस्तावेज भी दिए। 11 से 13 सितंबर 2019 को जांच एजेंसी ने दोबारा 13 घंटे तक बयान लेने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बाद मामला सीबीआई को चला गया। सीबीआई ने अक्टूबर 2016 में बयान लेने के बाद आवेदन को मुख्य सचिव को भेजा पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। सकलेचा ने अपने आवेदन में तत्कालीन मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, संचालक चिकित्सा शिक्षा, व्यापमं के अध्यक्ष आदि से पूछताछ की मांग की थी। दिसंबर 2009 में शासकीय तथा निजी चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती की जांच के आदेश के बाद भी निजी कालेजों की भर्ती की जांच नहीं करने का भी अपने आवेदन मे उल्लेख किया था। सकलेचा ने अपने आवेदन में कई दस्तावेज का हवाला देकर कहा कि सीबीआई व एसटीएफ ने जांच में काफी लीपापोती की है। महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जांच में शामिल न कर बड़े लोगों को बचाने का काम किया है। उन्होंने अपने लगभग 850 पृष्ठ के दस्तावेजी साक्ष्य की विवेचना कर कार्रवाई का अनुरोध न्यायालय से किया है। बता दें कि तत्कालीन व्यापमं में हुए पीएमटी फर्जीवाड़े का मामला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने 2 माह पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर कुछ बिंदुओं पर फिर से जांच की मांग की है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी का मुख्यमंत्री ने माना आभार
भोपाल :मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वस्थ नागरिकों से समृद्ध राष्ट्र निर्माण के लिए प्रारंभ की गई ऐतिहासिक " आयुष्मान भारत योजना" के सफल क्रिन्यान्वयन के 6 वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश के सभी नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत 6 वर्ष में देश के गरीब नागरिकों को बड़ी और गंभीर बीमारियों से उबरने और निरोग रहने की जो शक्ति मिली है, वो किसी संजीवनी से कम नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में लगभग 4 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं। प्रदेश के एक करोड़ 8 लाख परिवारों को योजना का लाभ मिल रहा है। अब तक 45 लाख प्रकरणों में उपचार सहायता भी दी जा चुकी है। मध्यप्रदेश योजना के क्रियान्वयन में अग्रणी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश के लाखों परिवारों की ओर से प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार व्यक्त किया है।
योजना में जुड़ते नए आयाम
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देशवासियों को इस उपयोगी योजना का वृहद स्तर पर लाभ दिलवाया है। देश के करोड़ों हितग्राहियों को लाभान्वित कर चुकी इस योजना का लाभ अब 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को भी मिलेगा। आयुष्मान भारत - जन आरोग्य योजना के माध्यम से लाभान्वित होने वाले व्यक्तियों का दायरा बढ़ रहा है। अब इस महत्वपूर्ण योजना में नया आयाम जुड़ रहा है, जिसके लिए बुजुर्ग जन अपना आशीर्वाद भी प्रधानमंत्री को दे रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस योजना के संचालन से असंख्य परिवारों को बीमारियों के इलाज पर होने वाले बड़े खर्च से भी बचाया जा सका है। ऐसे लाभान्वित परिवार मोदी जी के आभारी रहेंगे। राज्य सरकार का संकल्प है कि मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक नागरिकों को अवश्यकता होने पर योजना का लाभ प्राप्त हो।
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में केरल के समान प्राकृतिक तथा अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों पर मेडिकल टूरिज्म को विकसित करने कार्य योजना बनाई जा रही है। इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 46 हजार 451 नए पदों को स्वीकृति प्रदान की गई है, साथ ही 800 आयुष आरोग्य मंदिरों का संचालन भी आरंभ हुआ है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज के साथ आयुर्वेदिक संस्थाओं की संख्या अभी ओर बढ़ेगी। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज अवश्य हो और इससे आमजन को इलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाने की आवश्यकता न रहे। जन-जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने, रोग-मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में योजनाबनाने और उनके क्रियान्वयन में राज्य सरकार, आरोग्य भारती का सहयोग व मार्गदर्शन भी प्राप्त करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में आयोजित आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन को समत्व भवन, भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, आरोग्य भारती संस्था के पदाधिकारी तथा केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने के लिए 25 वर्षों का करें प्लान तैयार
मुख्यमंत्री ने की भोपाल जिले के विकास कार्यों की समीक्षा
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए समाधाननिकालने के हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पहले भवन तैयार करने का कार्य हो फिर झुग्गियों को खाली कराया जाये ताकि लोगों को परेशानी न हो। इस महती कार्य में जन-प्रतिनिधियों से भी समन्वय हो। झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़कों के स्वीकृत कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो सड़कें अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करें। सड़कों की निविदा प्रक्रिया होने के बाद अवार्ड समय पर पारित हों। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में भोपाल के विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की तैयारियों की जानकारी भी ली। कलेक्टर भोपाल ने विकास कार्यों संबंधी प्रेजेंटेशन दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने के उद्देश्य से आगामी 25 वर्षों के प्लान को ध्यान में रखकर इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य पूरे किये जायें। भोपाल मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण के प्रस्तावित कार्यों के अंतर्गत रायसेन, मंडीदीप, सलामतपुर और सांची तक का क्षेत्र, राजगढ़ तथा पीलुखेड़ी क्षेत्र, बैरसिया तथा सूखी सेवनिया क्षेत्र के विकास के लिए कार्ययोजना बेहतर ढंग से तैयार की जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल शहर सहित जिले के अन्य स्थानों पर फ्लाई-ओवर का निर्माण कार्य जल्द पूरा हो। भोपाल में बड़े तालाब का स्वरूप प्रभावित हुए बगैर एलिवेटेड कॉरिडोर का प्लान तैयार करें। सीएम राइज स्कूलों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण हो। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए अस्पतालों के भवन निर्माण समय पर किये जाये। अृमत योजना के कार्यों को निर्धारित कार्ययोजना के तहत पूरा करें। आदमपुर बायो-सीएनजी प्लांट का कार्य और कचरे का निष्पादन आधुनिक तकनीक से पूरा हो। जिले में सीवेज, जल व तालाबों का पुनरोत्थान कार्य के लिए लगभग 1522 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली है।
भोपाल। राजधानी भोपाल के कमला नगर थाना इलाके में स्थित निजी स्कूल में 3 साल की मासूम बच्ची से दुष्कर्म के मामले में प्रशासन कीऔर की और से गठित की गई चार सदस्यीय समिति की पड़ताल के दौरान स्कूल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है। जानकारी के अनुसार टीटी नगर एसडीएम डॉ. अर्चना शर्मा रावत ने रिपोर्ट बनाकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को सौंप दी है। सूत्रो के मुताबिक स्कूल प्रबंधन ने न तो आरोपी टीचर का वेरिफिकेशन किया और न ही डॉक्यूमेंट चेक किए थे। एसडीएम का कहना है कि जांच में लापरवाही पाई गई है। यदि स्कूल मैनेजमेंट अलर्ट रहता, तो शायद घटना नहीं होती। स्कूल की मान्यता रद्द करने का फैसला कमेटी लेगी।
मालूम हो कि मामला सामने आने के बाद स्कूल को सील कर दिया गया है तथा उसकी मान्यता को रद्द करने की बात भी कही जा रही है। इस रिपोर्ट के बाद मान्यता को लेकर फैसला होगा। गौरतलब है कि घटना सामने आने के बाद स्कूल को सील कर दिया गया है, साथ ही उसकी मान्यता रद्द करने की बात भी कही जा रही है। वहीं मामले में एसआईटी की जॉच भी लगभग पूरी हो गई है, और पुलिस मंगलवार को चालान पेश कर सकती है। इससे पहले बाल आयोग की टीम द्वारा भी स्कूल का दौरा कर मामले से जुड़ी अहम जानकारियां स्कूल प्रबंधन से ली गई थी।
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सागर मेडिकल कॉलेज का नाम "आचार्य विद्यासागर मेडिकल कॉलेज" होगा। उन्होंने जैन धर्माम्बलम्बियों को बड़ी सौगात देते हुए कहा है कि प्रदेश में जैन कल्याण बोर्ड का गठन किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता से जैन मुनियों को उनके विहार के दौरान नगरीय क्षेत्र या ग्रामीण क्षेत्र में भवन की आवश्यकता होने पर नि:शुल्क भवन सुविधा उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री निवास में आयोजित क्षमावाणी महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन धर्म और संस्कृति का गौरवशाली इतिहास है। देश-प्रदेश के साथ उज्जैन भी जैन धर्म को हजारों सालों से मानने वाली नगरी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अगले महिने नीमच, मंदसौर और सिवनी में मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का जैन समाज के प्रति समर्पण के लिए प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का क्षमावाणी महोत्सव में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने स्वागत किया।
प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 46 हजार 451 नए पदों को प्रदान की गई स्वीकृति
मंदसौर, नीमच और सिवनी में जल्द होगा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण
800 आयुष आरोग्य मंदिरों का संचालन हुआ आरंभ
प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज अवश्य हो
मुख्यमंत्री ने आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन को वुर्चअली किया संबोधित
ग्वालियर में हुए सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर रहे उपस्थित
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में केरल के समान प्राकृतिक तथा अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों पर मेडिकल टूरिज्म को विकसित करने कार्य योजना बनाई जा रही है। इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 46 हजार 451 नए पदों को स्वीकृति प्रदान की गई है, साथ ही 800 आयुष आरोग्य मंदिरों का संचालन भी आरंभ हुआ है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज के साथ आयुर्वेदिक संस्थाओं की संख्या अभी ओर बढ़ेगी। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज अवश्य हो और इससे आमजन को इलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाने की आवश्यकता न रहे। जन-जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने, रोग-मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में योजनाबनाने और उनके क्रियान्वयन में राज्य सरकार, आरोग्य भारती का सहयोग व मार्गदर्शन भी प्राप्त करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में आयोजित आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन को समत्व भवन, भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, आरोग्य भारती संस्था के पदाधिकारी तथा केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोपाल :मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए समाधाननिकालने के हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पहले भवन तैयार करने का कार्य हो फिर झुग्गियों को खाली कराया जाये ताकि लोगों को परेशानी न हो। इस महती कार्य में जन-प्रतिनिधियों से भी समन्वय हो। झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़कों के स्वीकृत कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो सड़कें अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करें। सड़कों की निविदा प्रक्रिया होने के बाद अवार्ड समय पर पारित हों। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में भोपाल के विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की तैयारियों की जानकारी भी ली। कलेक्टर भोपाल ने विकास कार्यों संबंधी प्रेजेंटेशन दिया।
भोपाल : पंचायत एवं ग्रामीण विकास,श्रम एवं प्रभारी मंत्री प्रहलाद पटेल आज भिण्ड जिले के विकास खण्ड लहार के ग्राम विजपुर, विकास खण्ड मेहगांव के ग्राम कछपुरा, ग्राम गुदावली एवं गोहद विकास खण्ड के मौ में पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने मौके पर संबंधित अधिकारियों को समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए।
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सागर मेडिकल कॉलेज का नाम "आचार्य विद्यासागर मेडिकल कॉलेज" होगा। उन्होंने जैन धर्माम्बलम्बियों को बड़ी सौगात देते हुए कहा है कि प्रदेश में जैन कल्याण बोर्ड का गठन किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार सर्वोच्च प्राथमिकता से जैन मुनियों को उनके विहार के दौरान नगरीय क्षेत्र या ग्रामीण क्षेत्र में भवन की आवश्यकता होने पर नि:शुल्क भवन सुविधा उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री निवास में आयोजित क्षमावाणी महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जैन धर्म और संस्कृति का गौरवशाली इतिहास है। देश-प्रदेश के साथ उज्जैन भी जैन धर्म को हजारों सालों से मानने वाली नगरी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अगले महिने नीमच, मंदसौर और सिवनी में मेडिकल कॉलेजों का लोकार्पण होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का जैन समाज के प्रति समर्पण के लिए प्रतीक चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का क्षमावाणी महोत्सव में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने स्वागत किया।
प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 46 हजार 451 नए पदों को प्रदान की गई स्वीकृति
मंदसौर, नीमच और सिवनी में जल्द होगा शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों का लोकार्पण
800 आयुष आरोग्य मंदिरों का संचालन हुआ आरंभ
प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज अवश्य हो
मुख्यमंत्री ने आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन को वुर्चअली किया संबोधित
ग्वालियर में हुए सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर रहे उपस्थित
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में केरल के समान प्राकृतिक तथा अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों पर मेडिकल टूरिज्म को विकसित करने कार्य योजना बनाई जा रही है। इससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। प्रदेश की स्वास्थ्य संस्थाओं में 46 हजार 451 नए पदों को स्वीकृति प्रदान की गई है, साथ ही 800 आयुष आरोग्य मंदिरों का संचालन भी आरंभ हुआ है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज के साथ आयुर्वेदिक संस्थाओं की संख्या अभी ओर बढ़ेगी। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में मेडिकल या आयुर्वेदिक कॉलेज अवश्य हो और इससे आमजन को इलाज के लिए प्रदेश से बाहर जाने की आवश्यकता न रहे। जन-जन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने, लोगों को स्वस्थ जीवन-शैली अपनाने के लिए प्रेरित करने, रोग-मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में योजनाबनाने और उनके क्रियान्वयन में राज्य सरकार, आरोग्य भारती का सहयोग व मार्गदर्शन भी प्राप्त करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में आयोजित आरोग्य भारती के अखिल भारतीय प्रतिनिधि मंडल सम्मेलन को समत्व भवन, भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। ग्वालियर के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, आरोग्य भारती संस्था के पदाधिकारी तथा केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने के लिए समाधाननिकालने के हर संभव प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पहले भवन तैयार करने का कार्य हो फिर झुग्गियों को खाली कराया जाये ताकि लोगों को परेशानी न हो। इस महती कार्य में जन-प्रतिनिधियों से भी समन्वय हो। झुग्गी मुक्त करने के लिए अक्टूबर तक निविदा पूरी कर कार्य शुरू किया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सड़कों के स्वीकृत कार्य समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो सड़कें अधूरी हैं, उन्हें जल्द पूरा करें। सड़कों की निविदा प्रक्रिया होने के बाद अवार्ड समय पर पारित हों। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने शनिवार को मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में भोपाल के विकास संबंधी कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने भोपाल शहर को झुग्गी मुक्त करने की तैयारियों की जानकारी भी ली। कलेक्टर भोपाल ने विकास कार्यों संबंधी प्रेजेंटेशन दिया।
अमलाई/अनूपपुर। जिले के चचाई थाना क्षेत्रान्तर्गत स्थापित सोडा कास्टिक यूनिट ओरिएंट पेपर मिल से क्लोरीन गैस का रिसाव लगभग साढ़े सात बजे शाम को हुआ। उद्योग के मुख्य द्वार के सामने नगर परिषद बरगवां अमलाई के वार्ड नंबर 3 की आबादी में भगदड़ सी मच गई,क्लोरीन गैस के रिसाव के कारण आंखों में जलन आंसू की तरह पानी का बहना,सांस का फूलना जैसी समस्या होने की लोगों द्वारा शिकायत की गई। हलांकि यह रिसाव कोई पहली बार नहीं महीने में एकाध बार गैस रिसाव की घटना यहां होती होती रहती है।आज 21 सितम्बर की शाम तकरीबन 7:30 बजे के करीब अचानक गैस का रिसाव हुआ जिसके कारण बसे हुए लोग अपने परिवार जनों के साथ सुरक्षित स्थान की ओर जाने लगे और गैस का प्रभाव यहां कई घंटे तक जमीन की सतह पर बना रहा आनन फानन जानकारी लगने के बाद पुलिस व जिला प्रशासन के जिम्मेदार पहुंचे वहीं उद्योग के अधिकारियों को जानकारी होने के बावजूद भी किसी भी प्रकार का सायरन न बजाते हुए चुप्पी साधे बैठे रहे और उद्योग के आसपास निवासरत लोग परेशान रहे। फिलहाल स्थिति काबू में हैं,अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कोलकाता में उद्योग समूहों के प्रमुखों से की वन-टू-वन चर्चा
भोपाल :मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के सभी क्षेत्रों के समग्र विकास के लिये विभिन्न औद्योगिक समूहों के प्रमुखों से निरंतर वन-टू-वन चर्चा विभिन्न मंचों पर की जा रही है। इससे प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। वन-टू-वन चर्चा से उद्योगपतियों को उद्योग स्थापना में आने वाली दिक्कतों एवं उनके निराकरण पर सकारात्मक चर्चा कर निराकरण भी हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इसी क्रम में शुक्रवार को कोलकाता में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में 31 प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन-टू-वन चर्चा में उद्योगपतियों के सुझाव पर उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी बातों पर न केवल गंभीरता से विचार किया जायेगा, बल्कि प्रदेश के विकास के लिये "आउट ऑफ द वे" जाकर निराकरण भी किया जायेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन-टू-वन बैठक के माध्यम से विभिन्न उद्योगपतियों से उनकी आवश्यकताओं, चुनौतियों और विकास की संभावनाओं पर चर्चा की। डॉ. यादव ने राज्य में निवेश की नीतियों और प्रक्रियाओं को सरल बनाने की प्रतिबद्धता जताई और सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न सुविधाओं और प्रोत्साहनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य राज्य में उद्योगों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार करना है, जिससे न केवल स्थानीय व्यवसायों को फायदा हो, बल्कि बाहरी निवेशक भी प्रोत्साहित होकर मध्यप्रदेश में आकर अपने व्यवसाय को आगे बढ़ायें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कोलकाता के इंटरैक्टिव सेशन में प्रमुख रूप से श्री राजीव मुंद्रा - चैयरमेन जेएमएस माइनिंग, श्री अश्विन जेलोढ़ा - एमडी और सीईओ ओरिएंट पेपर मिल, श्री इंद्रजीत मुखर्जी - वाईस चैयरमैन टेक्स्मॉको रेल और इंजीनियरिंग लिमिटेड, श्री विनोद कुमार गुप्ता - एमडी डॉलर उद्योग, श्री आपरेश अग्रवाल - एमडी रूपा उद्योग, श्री अनुराग चौधरी सीएमडी एवं श्री अरूण कुमार शुक्ला अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड सहित फूड प्रोसेसिंग, प्लास्टिक एवं पैकेजिंग, मैटल, केमिकल एवं बैटरी, सीमेंट एवं जूट खनन, आयरन एवं स्टील, पॉवर सीमेंट, नवकरणीय ऊर्जा, अधोसंरचना विकास, रेलवे वैगन एवं उपकरण, पेपर एवं पल्प, टेक्सटाइल, लॉजिटिक्स एवं वेयर हाउसिंग एवं एविएशन, टेक्सटाइल एवं गारमेंट, पॉलीमर कम्पाउंड, हास्पिटेलिटी, लुब्रीकेंटस, होम केयर एवं ईवी प्रोडक्ट, सौर ऊर्जा, पशु आहार आदि सेक्टर से संबंधित 31 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। चर्चा में उद्योगपतियों ने भी अपने विचार साझा किए और राज्य में निवेश करने की संभावनाओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार विभिन्न उद्योगों के बीच समन्वय बढ़ाने और नई योजनाओं को लागू करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी उद्योगपतियों को राज्य में अधिक से अधिक निवेश करने और सरकार के विकासात्मक एजेंडे में भागीदार बनने का निमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह पहल न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद करेगी, बल्कि राज्य को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।