मध्य प्रदेश

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भोपाल। बागसेवनिया थाना पुलिस एक मकान मालिक की शिकायत पर मजदूर के खिलाफ मामला कायम किया है। बातया गया है कि ठेकेदार और मजदूर के बीच पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया था। इस पर गुस्साये मजदूर ने मकान का वह हिस्सा तोड़ दिया जिसको उसने बनाया था।
थाना पुलिस के अनुसार फरियादी विपुल सहाय सक्सेना ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि वह दानिश नगर इलाके में रहते हैं। विद्या नगर में उनका मकान बन रहा है। यहॉ चूना भट्टी इलाके में रहने वाला गोलू यादव मजदूरी का काम कर रहा था। बीते दिनो गोलू मकान पर आकर वहॉ काम कर रहे दूसरे मजदूरों से ठेकेदार के बारे में पूछने लगा। जब वहां ठेकेदार नहीं मिला तब उसने निर्माणाधीन मकान को तोड़ना शुरु कर दिया। उसे रोककर पूछताछ करने पर उसने कहा कि उसे ठेकेदार से किये गये काम के पैसे लेने हैं, लेकिन वह काफी समय से उसे टाल रहा है, ओर उसका पैसा नहीं कर रहा है। पुलिस ने जॉच के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया है।

भोपाल। महिला थाना पुलिस ने अयोध्या नगर थाना क्षेत्र निवासी विवाहित महिला की शिकायत पर उसके पति और सास-ससुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। आरोप है कि विवाहित होने के बाद भी पति ने उसे बिना बताये दूसरी शादी कर ली।
पुलिस के अनुसार 38 वर्षीय विवाहिता ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अयोध्या नगर इलाके में रहती है और गृहिणी है। पति प्रायवेट नौकरी करता है। आरोप है कि शादी के बाद से ही पति सहित ससुर और सास दहेज में 5 लाख रुपए की मांग को लेकर उसे प्रताड़ित करते था। बीती 25 जनवरी को दूसरी शादी कर ली है। जॉच के बाद पुलिस ने दहेज एक्ट सहित विवाहिता होने पर भी दूसरी शादी करने सहित अन्य धाराओ में मामला कायम कर आगे की जॉच शुरु कर दी है।

भोपाल। खजूरी सड़क इलाके में बीते दिनो भूसे से भरा ट्रैक्टर नाले में घुसकर पलटने से मजदूर की मौत के मामले में पुलिस ने जॉच के बाद ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला कायम किया है। जांच में सामने आया कि ट्रैक्टर चालक ने क्लीनर को वाहन थमा दिया था। अचाकन क्लीनर से गियर लग गया और वह नाले में जाकर पलट गया था।
पुलिस के अनुसार मूलत-उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का रहने वाला राम जी उर्फ रजींत (40) मेहनत मजदूरी का काम करता था। यूपी के लखीमपुर खीरी का रहने वाला संदीप भूसा खरीदने बेचने का काम करता है। रजींत सदींप के साथ काम करने के लिये आया था। पॉच दिन पहले सोमवार शाम वह भूसा खरीदने के बाद ट्रैक्टर से लेकर जा रहा था। ट्रैक्टर चालक संदीप खेत में जाने का रास्ता देखने के लिए उतरा था। इस दौरान उसने रंजीत को ट्रैक्टर में बैठा दिया था। तभी ट्रैक्टर के गियर पर उसका हाथ चला गया। जिस कारण ट्रैक्टर नाले पर जाकर पलट गया था। जिसमें दबकर रंजीत की मौत हो गई थी। पुलिस ने मर्ग जॉच के बाद प्रकरण दर्ज किया है।

भोपाल। जहांगीराबाद थाना इलाके में स्थित बापू कालोनी में रहने वाली बुजुर्ग दादी की जायदाद हड़पने के लिये उनकरे बेरहमी से पीटने वाले उसके पोते दीपक सेन एवं पत्नी पूजा सेन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आगे की कार्यवाही करते हुए पुलिस पीड़ीता वृद्धा को झांसी से वापस भोपाल लेकर आई, और थाने में उनके बयान दर्ज कराते हुए उनका मेडिकल चेकअप भी कराया है। जब पुलिस ने उससे घटना के बारे में पूछताछ की तब वृद्वा दादी ने रोते हुए अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि उसका पोता और बहू उसके साथ अमानवीय अत्याचार करते थे। पीड़ीत वृद्धा दादी बती बाई सेन ने पुलिस को बताया कि वह जिला झांसी ग्राम राजापुर में रहती हैं, जहां उनके नाम प्रॉपर्टी है। उनके बेटे शोभाराम का कई साल पहले बीमारी के कारण देहांत हो चुका है। इसके बाद पोता दीपक सेन पिता स्वं. शोभाराम सेन (30) दादी को 5 महीने पहले यह कहकर अपने साथ रखने के लिये लेकर आया था, कि वह उनका ख्याल रखेगा। यहॉ उसने बापू कालोनी जहांगीराबाद भोपाल की सैलून की दुकान खोली और जहॉगिराबाद में ही किराये से अपनी पत्नि पूजा सेन और दादी के साथ रह रहा था। थोड़े दिनो बाद ही रुपये और जमीन-जायदाद हड़पने की नियत से पोता दीपक सेन और उसकी पत्नी पूजा सेन आए दिन वृद्धा के साथ मारपीट कर उसे प्रताड़ित करने लगे थे। आरोप है कि पोते दीपक ने मारपीट के दौरान उसका सिर दीवार में टकराकर उसके दांत तक तोड़ दिए थे। इतना ही नहीं आरोपी पति-पत्नि उसे भरपेट खाना न देते हुए खाने के लिए एक समय में केवल दो रोटी देते थे। और अमानवीय अत्याचार करते हुए दिन और रात के समय उसके साथ हर कभी मारपीट करने लगते थे। गौरतलब है कि वृद्धा के साथ मारपीट से आहत उसके मकान मालिक ने आरोपी दंपत्ति की घिनौनी करतूत का वीडियो बनाते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि आरोपी पोते शुभम ने प्रापर्टी के लिये जहॉ वृद्ध और शारीरिक रुप से कमजोर दादी का गला दबाकर उसे बुरी तरह जकड़ लिया वहीं उसकी पत्नि ने जकड़ी हुई बुजुर्ग दादी के साथ मारपीट करते हुए अमानवीय रुप से शारीरिक प्रताड़ना दे रही है। वीडियो वायरल होते ही इसकी भनक लगने पर पुलिस ने भी स्वत ही संज्ञान लेते हुए कार्यवाही शुरु की।

भोपाल। ऐशबाग थाना पुलिस ने एनजीओ से जुड़े एक वृद्ध के खिलाफ युवती की शिकायत पर छेड़छाड़ का मामला कायम किया है।
पुलिस के अनुसार के अनुसार 25 वर्षीय युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अशोका गार्डन स्थित अशोक विहार कॉलोनी में रहती है। और ऐशबाग स्थित नवीन नगर में स्थित एक वृद्व द्वारा घर से संचालित एनजीओ में नौकरी करती है। एनजीओ चलाने वाले एनके श्रीवास्तव ने उसको सचिव बनाया था। पीड़ीता का आरोप है, कि वृद्व द्वारा उसे बुरी नीयत से घूरता था साथ ही कई बार बुरी नीयत से उसका हाथ भी पकड़ा गया। वृद्ध की हरकतो के कारण उसने नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद
आरोपी उसे परेशान करते हुए पीछा भी करता था। बाद में आरोपी को कोर्ट से नोटिस भेजा गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए आगे की जॉच कर रही है।

भोपाल । प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों का सियासी ट्रेंड बीते 35 साल से लगभग एक जैसा ही रहा है। उसका मुख्य कारण है- दिल्ली की हवा का प्रदेश के वोटर के दिमाग पर हावी होना। सिर्फ 2009 में ही ऐसा हुआ, जब कांग्रेस को 29 में से 12 सीटें मिली थीं जो कि 2004 के परिणामों से 8 सीटें ज्यादा थीं और भाजपा की सीटें 2004 की तुलना में 25 से घटकर 16 रह गई थीं। तब भी दिल्ली में यूपीए की सरकार थी। प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 14 ऐसी हैं, जहां भाजपा बीते दो दशक से नहीं हारी, जबकि तीन सीटें लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ हैं। 12 सीटें ऐसी जहां भाजपा-कांग्रेस बारी-बारी से जीतती रही हैं। इस बार भी चुनाव में दिल्ली के मुद्दों की गूंज है। मोदी की गारंटी के दम पर भाजपा प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने का दम भर रही है। वहीं कांग्रेस के सामने चुनौतियों का पहाड़ खड़ा है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है हार के अंतर को कम करना। इस कड़ी में सात सीटें होशंगाबाद, इंदौर, विदिशा, खजुराहो, जबलपुर, राजगढ़ और शहडोल सीट ऐसी है जहां पिछले चुनाव में कांग्रेस को लाखों के अंतर से हार मिली थी।
मिशन 2024 के लिए भाजपा ने सभी 29 तो कांग्रेस ने अभी 22 प्रत्याशियों की ही घोषणा की है। इस बार भाजपा का लक्ष्य प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतने का है। दरअसल, लोकसभा के पिछले दो चुनावों से मध्यप्रदेश में भाजपा की सियासी ताकत तेजी से बढ़ी है। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 16 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, लेकिन उसके बाद के दो चुनाव में भाजपा ने बेहद करिश्माई प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के दम पर साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 में से 27 और उसके बाद हुए 2019 के चुनाव में भाजपा को 28 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस तरह का जबरदस्त प्रदर्शन अब तक कोई भी सियासी दल नहीं कर पाया है।
भाजपा के बढ़ते वोट को रोकना बड़ी चुनौती
प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस केवल एक मात्र छिंदवाड़ा सीट पर मजबूत दिख रही है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस की सबसे बड़ी सफलता होगी भाजपा के बढ़ते वोट को रोकना। खास कर साम सीटों पर सबकी नजर है। 2019 में प्रदेश की सात सीटें ऐसी थीं, जहां पर भाजपा को चार लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल हुई थी। सबसे बड़ी जीत होशंगाबाद में मिली थी, जहां पर भाजपा के राव उदय प्रताप सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी शैलेंद्र दीवान को 5,53,682 मतों के अंतर से पराजित किया था। होशंगाबाद की विजय देश के टॉप-10 में शामिल थीं। इंदौर और विदिशा लोकसभा सीट भी भाजपा ने पांच लाख मतों के अंतर से जीती थी। इसके अलावा खजुराहो, जबलपुर, राजगढ़ और शहडोल सीट में भाजपा को चार लाख मतों के अंतर से जीत नसीब हुई। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस सात सीटों में मुकाबले से तकरीबन बाहर है। कांग्रेस का फोकस जीत की चुनौती पेश करने से ज्यादा अहम बड़ी जीत के अंतर को कम करने पर होगा। मध्यप्रदेश की होशंगाबाद लोकसभा सीट के बाद दूसरा नंबर इंदौर और तीसरा नंबर विदिशा का था। इंदौर सीट पर भाजपा के शंकर लालवानी ने कांग्रेस प्रत्याशी पंकज सिंघवी को 5,47,754 मतों के अंतर से पराजित किया था। विदिशा सीट पर भाजपा के रमाकांत भार्गव ने कांग्रेस के शैलेंद्र पटेल को 5,03,084 मतों के अंतर से पराजित किया था। यह बात दीगर है कि इस बार के चुनाव में भाजपा के दोनों उम्मीदवार मैदान में नहीं हैं। राव विधानसभा चुनाव जीतकर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं और भार्गव का टिकट काटकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदिशा से मैदान में उतारा गया है। तीन सीटें ऐसी थीं, जहां पर भाजपा ने चार लाख से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीता था। खजुराहो सीट पर भाजपा के विष्णुदत्त शर्मा ने कांग्रेस की कविता सिंह को 4,92,382 मतों से शिकस्त दी थी। शर्मा फिर से चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने यह सीट समझौता फार्मूले में समाजवादी पार्टी को दी है। जबलपुर सीट से भाजपा के राकेश सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता विवेक तन्खा को 4,54744 मतों से पराजित किया था। सिंह प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। इस बार भाजपा ने आशीष दुबे को मौका दिया है। राजगढ़ सीट से भाजपा के रोडमल नागर ने कांग्रेस की मोना सुस्तानी को 4,31019 और शहडोल में भाजपा की हिमाद्री सिंह ने कांग्रेस की प्रमिला सिंह को 4.03.333 मतों के अंतर से पराजित किया था।

भोपाल । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्वच्छता के मामले में दूसरे नंबर पर है। प्रशासन द्वारा साफ सफाई को लेकर लोगों को जागरूक किया जाता है। इसके बावजूद भी भोपाल की झीलों का हाल बेहाल हो चुका है। भोपाल की हथाईखेड़ा झील पूरी तरह से जलकुंभियों से ढक चुकी है।
दरअसल, हथाईखेड़ा झील में साफ-सफाई न होने के चलते जलकुंभियां तेजी से झील में फैलती जा रही है और झील को ढक रही है। ऐसे में हथाईखेड़ा झील टूरिस्ट के लिए एक आकर्षण का केंद्र है और फैलती हुई जलकुंभियों के कारण यह आकर्षण का केंद्र काम होता जा रहा है। हथाईखेड़ा झील पर हर रोज बड़ी मात्रा में पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते, पर अब झील में फैल रही जलकुंभियों के चलते पर्यटकों के पहुंचने की संख्या काफी कम हो चुकी है। वहीं इसके कारण आसपास रह रहे लोग भी इस कचरे और गंदगी से काफी ज्यादा परेशान हो चुके हैं।
आसपास रह रहे लोगों का कहना है कि इस जलकुंभियों की वजह से इलाके में बदबू और मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा हो चुकी है। लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर पडऩे लगा है। रहवासियों द्वारा हथाईखेड़ा झील की बिगड़ती हालत के बारे में नगर निगम को कई बार अवगत कराया गया है। पर नगर निगम द्वारा किसी तरीके का कोई एक्शन नहीं लिया गया है। जिसके चलते हटाई खेड़ा झील की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है।

 

भोपाल । अब धीरे-धीरे तापमान बढ़ रहा है। वहीं दिन-प्रतिदिन गर्मी में भी इजाफा हो रहा है। गर्मी बढऩे के साथ-साथ हर कार्य के लिए पानी की आवश्यकता भी बढ़ती जा रही है। वहीं बढ़ती गर्मी के साथ प्रदेश के कई क्षेत्रों में इन दिनों पानी की पूर्ति करना मुश्किल हो रहा है। इस समय आमजन और किसानों के निजी ट्यूबवेल भी जवाब देने लगे हैं। जहां ये नलकूप पूरे समय जल प्रदाय कर रहे थे, वहीं अब उससे आधे से कम पानी ही दे रहे हैं।
गर्मी बढऩे के चलते हैंडपंपों में भी वाटर लेवल नीचे जा रहा है। निजी ट्यूबवेल में पानी कम होने लगा है। वहीं हैंडपंप और पानी के स्रोत दम तोड़ते दिखाई दे रहे हैं। चिलचिलाती धूप तेजी पकड़ रही है। तेज गर्मी के चलते तालाबों में पानी सूख गया है। हैंडपंपों का वाटर लेवल नीचे चला गया है। निजी कुएं भी अब जवाब देने लगे हैं। साथ ही गर्मी में पानी की समस्या खड़ी हो रही है। ऐसे में अप्रैल, मई में क्या होगा? इस बात की चिंता से आमजन परेशान हैं।
ग्राम पंचायतों के हैंडपंप भी वाटर लेवल नीचे होने के कारण बंद हो गए हैं। वहीं, अधिकांश ट्यूबवेल या कुओं में भी पानी नहीं होने के कारण पेयजल की समस्या हो गई है। गहरे पेयजल संकट के चलते ग्रामीणों के साथ मवेशियों के लिए भी पेयजल उपलब्ध कराना चुनौती बन गया है। मवेशियों को पानी पिलाने के निजी कुओं या कहीं अन्यत्र जल स्रोतों पर पानी पिलाने ले जाना पड़ता है।

 

इंदौर । इंदौर में रंगपंचमी की गेरों का सिलसिला शुरू हो गया है। दिनभर रंग-गुलाल इंदौर के आसमान पर छाया रहेगा। यह करीब 100 साल पुरानी परंपरा है, जिसका निर्वहन इंदौर में हो रहा है।

भजन गायक सबसे आगे

राजवाड़ा पर पहुंची रसिया कॉर्नर की गेर में सबसे आगे गायक भजन गाते हुए चल रहे हैं। पीछे युवकों की टोली डांस कर रही है। एक गाड़ी से रंग से भरे गुब्बारे लोगों पर फेंके जा रहे हैं। माहौल में गजब का उत्साह है।

पहली बार मुख्यमंत्री होंगे गेर में शामिल

मुख्यमंत्री मोहन यादव भी इंदौर की इस परंपरा के साक्षी बनेंगे। यह आजाद भारत में पहला मौका है जब प्रदेश का मुख्यमंत्री इंदौर की गेर में शामिल होने वाला है। वे करीब दो से ढाई घंटे गेर में भाग लेंगे और लोगों पर रंग उड़ाएंगे। मध्य क्षेत्र के पांच किलोमीटर लंबे रुट पर गेर में शामिल मिसाइलें आसमान को सतरंगी करते हुए चलेगी। इसके अलावा रंगों से सराबोर करने वाली पिचकारियां भी गेर में शामिल होगी। भजन मंडलिया, डीजे, ढोल नगाड़े उत्सव में चार चांद लगाएंगे। पांच से ज्यादा गेर शनिवार सुबह दस बजे से निकलेगी और खजूरी बाजार, मल्हारगंज, टोरी कार्नर, सराफा, गौराकुंड चौराहा से होकर गुजरेगी। गेर में अमीर गरीब का भेद होगा, न उम्र का अंतर झलकेगा। बच्चे, बुढ़े-जवान का उत्साह एक समान होगा। सबकुछ एकरंग होगा और सबके मन एकाकार।

इंदौर । इंदौर में एक युवती ने जहर खाकर जान दे दी। जहर खाने के बाद वह अपने एक रिश्तेदार के यहां पहुंची और रिश्तेदारों को मां के पास ले जाने के लिए कहा। रिश्तेदारों को पता चला कि वह जहरीली वस्तु खाकर आई है तो वे उसे अस्पताल लेकर गए, लेकिन उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। कुछ दिन पहले युवती की एक सहेली ने भी आत्महत्या कर ली थी। तब से ही युवती अवसाद में थी।घटना इंदौर के आजाद नगर क्षेत्र की है। युवती शिवानी पिता दीपक यादव एक कैटरिंग कारोबारी के स्टाॅफ में थी। वह अपने घर में अकेली थी और उसने जहर खा लिया। इसके बाद अपने रिश्तेदार चंदन के यहां चली गई। चंदन से उसने कहा कि वह उसे उसकी मां के पास लेकर चले। चंदन पहले उसे उसकी मां के पास लेकर गया। मां की गोद में शिवानी ने सिर रखा और रोने लगी। जब उसे उलटियां होने लगी तो परिजन घबरा गए और उससे वजह पूछी तब उनसे बताया कि वह जहर खाकर आई है। इसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस को परिजनों ने बताया कि शिवानी की एक सहेली विज्ञान नगर में रहती है। कुछ दिन पहले उनसे सुसाइड कर लिया था। वह शिवानी की अच्छी दोस्त थी। सहेली की मौत से शिवानी भी दुखी हो गई थी।

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