राजनीति

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असम की रैली में राहुल गांधी के डंडे वाले बयान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कभी-कभी लोग मोदी को डंडा मारने की बाते कहते हैं। लेकिन जिस मोदी को इतनी बड़ी मात्रा में माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच मिला हो उस पर कितने ही डंडे गिर जाएं उसको कुछ नहीं होता।

भारत सरकार और बोडो समुदाय के बीच हुए समझौते के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार कोकराझार पहुंचे जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने जनसभा की शुरुआत स्थानीय भाषा के साथ की। नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस जगह से मेरा पुराना रिश्ता, लेकिन आज जो उत्साह देखने को मिला है वैसा कभी नहीं मिला। असम की रैली में राहुल गांधी के डंडे वाले बयान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कभी-कभी लोग मोदी को डंडा मारने की बाते कहते हैं। लेकिन जिस मोदी को इतनी बड़ी मात्रा में माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच मिला हो उस पर कितने ही डंडे गिर जाएं उसको कुछ नहीं होता।
PM मोदी की बड़ी बातें

    अब इस धरती पर किसी भी मां के बेटे-बेटी का खून नहीं गिरेगा।
    हिंसा के अंधकार को अब इस धरती पर लौटने नहीं देंगे।

    आज का दिन संकल्प लेने का है कि विकास और विश्वास की मुख्य धारा को मजबूत करना है।
    आज का दिन असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए 21वीं सदी में एक नई शुरुआत, एक नए सवेरे का, नई प्रेरणा का स्वागत करने का है।
    गांधी जी कहते थे कि अहिंसा के मार्ग पर चलकर हमें जो भी प्राप्त होता है वो सभी को स्वीकार होता है।

अहम क्यो है दौरा

    बोडो असम का सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय है।
    2012 में हुए दंगों में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी।
    इसी साल जनवरी में असम में करीब 644 उग्रवादियों ने सरेंडर किया।
    सरेंडर करने वालों में 8 प्रतिबंधित संगठनों के उग्रवादियों ने किया सरेंडर।

बोडोलैंड का कैसे होगा विकास

    बोडोलैंड ग्रामीण विकास इंस्टीट्यूट बनेगा।
    कैंसर अस्पताल और मेडिकल कालेज खुलेंगे।
    इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनेगी।
    रेलवे कोच फैक्ट्ररी खुलेगी।
    नेशनल स्पोर्टस यूनिवर्सिटी खुलेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को असम में कोकराझार का दौरा करेंगे जहां वह बोडो समझौते पर हस्ताक्षर होने का जश्न मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। गत दिसम्बर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन शुरू होने के बाद से यह प्रधानमंत्री का पहला पूर्वोत्तर दौरा होगा। उन्होंने एक ट्वीट किया, ‘कल मैं असम में दौरे को लेकर उत्सुक हूं। मैं एक जनसभा को संबोधित करने के लिए कोकराझार में रहूंगा। हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किये जाने का जश्न मनाएंगे जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा। यह शांति और प्रगति के नये युग की शुरूआत का प्रतीक होगा।’

बोडो समझौते पर हस्ताक्षर 27 जनवरी को सरकार द्वारा नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक समाज समूह के साथ किया गया था। इसका उद्देश्य असम के बोडो बहुल क्षेत्रों में दीर्घकालिक शांति लाना है।

प्रधानमंत्री ने हाल के एक ट्वीट में हस्ताक्षर वाले दिन को ‘भारत का एक बहुत खास दिन बताया था’’ और कहा था कि यह बोडो लोगों के लिए परिवर्तनकारी परिणाम लाएगा। समझौते पर हस्ताक्षर होने के दो दिनों में एनडीएफबी के विभिन्न धड़ों के 1615 से अधिक सदस्यों ने अपने हथियार सौंप दिये थे और मुख्यधारा में शामिल हो गए थे।

मोदी ने अपने नवीनतम रेडियो संबोधन कार्यक्रम ‘मन की बात’ में अपील की थी कि जो भी हिंसा के मार्ग पर हैं वे मुख्यधारा में लौट आयें और अपने हथियार डाल दें। मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच एक शिखर बैठक गत दिसम्बर में गुवाहाटी में होनी थी लेकिन सीएए विरोधी प्रदर्शनों के चलते उसे रद्द कर दिया गया था।

मोदी को हाल में गुवाहाटी में सम्पन्न ‘खेलो इंडिया’ खेलों के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन वह उसमें शामिल नहीं हुए।
क्या है बोडो लैंड विवाद
बोडो, असम का सबसे बड़ा आदिवासी समुदाय है जो राज्य की कुल जनसंख्या का लगभग 6 प्रतिशत है। लंबे अरसे तक असम के बड़े हिस्से पर बोडो आदिवासियों का नियंत्रण रहा है। असम के चार जिलों कोकराझार, बाक्सा, उदालगुरी और चिरांग को मिलाकर बोडो टेरिटोरिअल एरिया डिस्ट्रिक्ट को गठित किया गया है। बोडो समुदाय ने वर्ष 1966 में अलग बोडोलैंड बनाए जाने की मांग की थी।
यह है समझौता
एक वरिष्ठ अधिकारी ने  बताया कि यह समझौता असम के बोडो आदिवासियों को राजनीतिक अधिकार के साथ आर्थिक पैकेज मुहैया कराएगा। असम की क्षेत्रीय अखंडता बरकरार रखी जाएगी। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि समझौता राज्य के विभाजन के बिना संविधान की रूपरेखा के अंदर किया गया है। गृहमंत्री समझौते को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने को लेकर बहुत उत्सुक थे ताकि असम में बोडो उग्रवाद समाप्त किया जा सके।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती पर शिकंजा कसा गया है. दोनों नेताओं पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) लगा दिया गया है. उमर और महबूबा के खिलाफ की गई कार्रवाई पर पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने नाराजगी जाहिर की है.
शुक्रवार को ट्वीट करते हुए चिदंबरम ने कहा कि दोनों नेताओं पर लगाए गए पीएसए से मैं हैरान हूं.
पी. चिदंबरम ने कहा, 'उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और अन्य के खिलाफ पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) की क्रूर कार्रवाई से हैरान हूं. आरोपों के बिना किसी पर कार्रवाई लोकतंत्र का सबसे घटिया कदम है. जब अन्यायपूर्ण कानून पारित किए जाते हैं या अन्यायपूर्ण कानून लागू किए जाते हैं, तो लोगों के पास शांति से विरोध करने के अलावा क्या विकल्प होता है?'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए पी. चिदंबरम ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि विरोध प्रदर्शन से अराजकता होगी और संसद-विधानसभाओं द्वारा पारित कानूनों का पालन करना होगा. वह इतिहास और महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग और नेल्सन मंडेला के प्रेरक उदाहरणों को भूल गए हैं. शांतिपूर्ण प्रतिरोध और सविनय अवज्ञा के माध्यम से अन्यायपूर्ण कानूनों का विरोध किया जाना चाहिए. यह सत्याग्रह है.'
इन लोगों की 6 महीने की एहतियातन हिरासत अवधि बृहस्पतिवार को खत्म हो रही थी. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही दोनों पूर्व मुख्यमंत्री हिरासत में हैं. वहीं पीएसए लागू होने के साथ ही दोनों नेताओं को बिना ट्रायल के तीन महीने की जेल भी हो सकती है.
अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की मौजूदगी में मजिस्ट्रेट ने उस बंगले में जाकर महबूबा को पीएसए के तहत कार्रवाई का आदेश सौंपा जहां उन्हें नजरबंद रखा गया है. उन्होंने बताया कि उमर अब्दुल्ला के खिलाफ भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है.
नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव और पूर्व मंत्री मोहम्मद सागर को प्रशासन ने पीएसए नोटिस थमाया. शहर के कारोबारी इलाके में सागर का मजबूत आधार माना जाता है. इसी प्रकार पीडीपी के नेता सरताज मदनी के खिलाफ भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया है. मदनी महबूबा मुफ्ती के मामा हैं.
पीएसए के तहत कार्रवाई पर पीडीपी के प्रवक्ता मोहित भान ने कहा, जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के खिलाफ पीएसए लगाए जाने की पीडीपी कड़ी आलोचना करती है. अगर सरकार का विरोध करने पर मुख्यधारा के नेताओं पर मुकदमे होते हैं तो यह लोकतंत्र की हत्या है.
सागर और मदनी दोनों को केंद्र सरकार द्वारा 5 अगस्त के बाद राज्य के नेताओं पर की गई कार्रवाई के तहत नजरबंद किया गया था. 5 अगस्त को केंद्र ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के साथ ही इसे दो केंद्र शासित हिस्सों में बांट दिया था.
 

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आज प्रचार का आखिरी दिन है. आज आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)और कांग्रेस के स्टार प्रचार वोटरों को लुभाने के लिए अपना आखिरी दांव खेलेंगे. सुबह से शाम तक मैराथन प्रचार का दौर जारी रहेगा. चुनाव के मद्देनजर जहां बीजेपी के 200 से ज्यादा सांसद राजधानी में कैंप कर रहे हैं, तो वहीं आम आदमी पार्टी के स्टार कैंपेनर और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करेंगे. उधर कांग्रेस के स्टार प्रचारक भी आखिरी दांव चलेंगे. एक नजर आज की बड़ी चुनावी रैलियों पर...
अमित शाह करेंगे रोड शो
गृह मंत्री अमित शाह सुबह 11 बजे सीमापुरी विधानसक्षा क्षेत्र में होंगे. वो नंदर नगरी, टांगा स्टैंड से दिलशाद गार्डेन की यात्रा करेंगे. उसके बाद दोपहर दो बजे हरिनगर विधानसभा क्षेत्र के शेडले पब्लिक स्कूल और घंटा घर इलाके का दौरा करेंगे. शाम तीन बजे के करीब मादीपुर विधानसभा क्षेत्र के मैट्रो स्टेशन पहुंचेंगे. जहां से पश्चिमपुरी पॉकेट-3 तक की यात्रा करेंगे.
 जगत प्रकाश नड्डा दो रोड शो करेंगे
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा सुबह 11 बजे के करीब मुंडका विधानसभा में रोड शो करेंगे. नड्डा नागलोई रेलवे स्टेशन से स्वर्ण पार्क तक पैदल मार्च करेंगे. इसके अवाला वो दोपहर 12.30 बजे तक सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे. जहां वो एचजीएल लेबर कॉलोनी से मंगोलपुरी थाने तक यात्रा करेंगे.
 
भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव करेंगे नुक्कड़ सभा
दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ दोपहर दो बजे के करीब मालवीय नगर विधानसभा और शाम चार बजे छतरपुर विधानसभा के आया नगर, हंसा चौक पर नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे.
 
बीजेपी के लिए 'द ग्रेट खली' भी करेंगे प्रचार
 
WWE में पहलवानी करने वाले भारतीय रेसलर 'द ग्रेट खली सुबह 10 बजे से शाम तीन बजे तक रोड शो करते नजर आएंगे. सुबह 10 बजे कालकाजी विधानसभा, 11.30 बजे मालवीय नगर विधानसभा, दोपहर 1 बजे महरौली विधानसभा और 2.45 बजे मॉडल टाउन विधानसभा क्षेत्र में रोड शो करेंगे.
 
मनोज तिवारी 6 विधानसभा क्षेत्रों में करेंगे रोड शो
दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी सुबह 8 बजे से रो़ड शो की शुरुआत करेंगे जबकि आखिरी रोड शो, शाम 3 बजे बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र में करेंगे. वो सुबह 8 बजे घोंडा विधानसभा, 9 बजे तिमारपुर विधानसभा, 11 बजे सीमापुरी, 12 बजे करावल नगर विधानसभा, 1.30 बजे सीलमपुर विधानसभा और शाम 3 बजे बाबरपुर विधानसभा में रोड शो करेंगे.
स्मृति ईरानी चार जनसभा को करेंगे संबोधित
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सुबह 10.10 बजे लक्ष्मी नगर विधानसभा, 10.50 पटपड़ विधानसभा क्षेत्र, 11.45 बजे कोंडली विधानसभा और दोपहर 1 बजे चांदनी चौक विधानसभा में जनसभा को संबोधित करेंगी.
बीजेपी सांसद और भोजपुरी स्टार रवि किशन, दोपहर 12 बजे नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में जबकि 1.30 बजे आरके पुरम विधानसभा क्षेत्र में नुक्कड़ सभा करेंगे
मनोहर लाल खट्टर नुक्कड़ सभा और रोड शो करेंगे
 
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तिमारपुर विधानसभा क्षेत्र, जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र, ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र और महरौली विधानसभा क्षेत्र में क्रमश: 9.00, 11.00, 1.00 और 3.00 बजे नुक्कड़ सभा और रोड शो करेंगे.
जाहिर है दिल्ली की 70 विधानसभा सीट पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे जबकि 11 फरवरी को नतीजे आएंगे.

नई दिल्ली. पहले कट्टर हनुमानभक्त और अब खट्टर राष्ट्रभक्त। चुनावी मौसम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब कुछ और 'कट्टर' हो गए हैं। पिछले दिनों खुद को कट्टर हनुमानभक्त बताने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री और नई दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल ने अब खुद को कट्टर राष्ट्रभक्त बताया है। इंटरव्यू में केजरीवाल ने अन्ना आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कट्टर राष्ट्रभक्त है। उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। आइए जानते हैं उन्होंने इंटरव्यू में क्या कहा..
जवाब- गांधीजी ने कहा था कि जो छात्र स्कूल और कॉलेज आते हैं उनके पास तीन क्वॉलिट होनी चाहिए। उसे एक अच्छा इंसान होना चाहिए। वह अपने परिवार के लिए कमाने लायक होना चाहिए और उसे कट्टर देशभक्त होना चाहिए। हमने छात्रों को अच्छा इंसान बनाने के लिए हैप्पीनेस पाठ्यक्रम शुरू किया। पेट भरने के लिए आंत्रप्रेन्योरशिप शुरू किया और उन्हें कट्टर देशभक्त बनाने के लिए देशभक्ति पाठ्यक्रम का वादा किया है।
सवाल-राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि आप सॉफ्ट राष्ट्रवादी स्टैंड ले रहे हैं?
जवाब-हम सॉफ्ट देशभक्त नहीं हैं बल्कि कट्टर देशभक्त हैं। हम अन्ना आंदोलन से निकले हैं। अन्ना आंदोलन के दौरान हमने तिरंगा हर बच्चे के हाथ में थमाया और यह गर्व का विषय बना। हम कट्टर राष्ट्रभक्त हैं।
सवाल- निर्भया के दोषियों को फांसी में देरी का मामला राजनीतिक बन चुका है जबकि यह पूरा कानूनी मुद्दा है। यह कैसे हुआ?
जवाब- दिल्ली सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है। हमारे पास पुलिस और न्यायिक शक्तियां नहीं हैं। हमारी भूमिका गृह मंत्रालय से आने वाली फाइल को जेल और जेल से मिलने वाली फाइल को गृह मंत्रालय तक भेजने की जिम्मेदारी थी।
सवाल-लेकिन निर्भया के माता-पिता आपकी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं?
जवाब- निर्भया के माता-पिता सीधे लोग हैं और उन्हें बरगलाया जा रहा है।

नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बर्खास्त करके अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा, प्रिय प्रधानमंत्री, अर्थव्यवस्था धराशायी हो गई है और आपको इस पर मंथन करना चाहिए कि जिम्मेदारी से कैसे बचना है. गांधी ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा, आप बेखबर निर्मला जी की ओर से प्रस्तुत बेकार बजट का सहारा लीजिए. उन्हें बर्खास्त करिए और पूरी जिम्मेदारी उन पर डाल दीजिए. समस्या हल हो जाएगी.

जम्मू-कश्मीर के हालात पर प्रियंका ने उठाए सवाल

इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जम्मू-कश्मीर में पिछले छह महीने से चल रही पाबंदियों का हवाला देते हुए पूछा कि क्या हम अब भी लोकतंत्र हैं या नहीं. प्रियंका ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, छह महीने हो चुके हैं तब से जम्मू-कश्मीर में दो पूर्व मुख्यमंत्री बिना किसी आरोप के कैद हैं और लाखों लोग पाबंदी में हैं. उन्होंने सवाल किया, छह महीने पहले हम पूछ रहे थे कि यह कितना लंबे समय तक चलेगा? प्रियंका ने कहा, अब हम पूछ रहे हैं कि क्या हम अब भी लोकतंत्र हैं या नहीं.

केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में ‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा।

नयी दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को बताया कि ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ ट्रस्ट में 15 न्यासी होंगे जिनमें से एक दलित समाज से होगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में ‘‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’’ के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के निर्माण और उससे संबंधित विषयों पर निर्णय के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में इस बाबत घोषणा की।
 
गृह मंत्री शाह ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 ट्रस्टी होंगे जिनमें से एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा।’’ शाह ने बताया कि यह ट्रस्ट मंदिर से सम्बंधित हर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा और 67 एकड़ भूमि ट्रस्ट को हस्तांतरित की जायेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पूर्ण विश्वास है कि करोड़ों लोगों का सदियों से जारी इंतजार शीघ्र ही समाप्त होगा और वे प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर उनके भव्य मंदिर में उनके दर्शन कर पाएँगे।’’

शाह ने कहा, ‘‘श्री राम जन्मभूमि पर उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार आज भारत सरकार ने अयोध्या में श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम से ट्रस्ट बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।’’ उन्होंने कहा कि आज का यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है। शाह ने कहा ‘‘भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान श्री राम के मंदिर के संबंध में इस कदम के लिए मैं प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट करता हूं।’’

दिल्ली चुनाव की 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को मतदान होने वाले हैं और 11 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित होंगे। मतदान से पहले एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि कौन सी पार्टी के कितने आपराधिक नेता चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि, कुल 672 उम्मीदवार हैं जो चुनाव लड़ रहे हैं।

 

नयी दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव की 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को मतदान होने वाले हैं और 11 फरवरी दिन मंगलवार को चुनाव परिणाम घोषित होंगे। मतदान से पहले एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि कौन सी पार्टी के कितने आपराधिक नेता चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। हालांकि कुल 672 उम्मीदवार हैं जो चुनाव लड़ रहे हैं।

 एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक आपराधिक मामलों में शामिल 133 उम्मीदवार ऐसे हैं जो चुनाव लड़ रहे हैं और इनमें से 104 उम्मीदवारों पर तो गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं और इस बात की जानकारी तो खुद उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करते समय देता है।

कौन सी पार्टी में हैं कितने उम्मीदवार

सत्ताधारी पार्टी यानी की आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इन 70 उम्मीदवारों में 42 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज है। इन्हीं आंकड़ों को अगर हम ध्यान से देखें तो 42 उम्मीदवार में से 36 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

वहीं, भाजपा के 67 उम्मीदवारों में से 26 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि इन्हीं 26 में से 17 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। बसपा के कुल 66 में से 12 उम्मीदवारों पर कांग्रेस के 66 में से 18 उम्मीदवारों पर और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 5 में से 3 उम्मीदवार के खिलाफ मामले चल रहे हैं।

लेकिन जब हम निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करते हैं तो आंकड़ा बेहद कम जान पड़ता है। 398 निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा-कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेताओं के खिलाफ अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन इन 398 निर्दलीय उम्मीदवारों में से सिर्फ 32 उम्मीदवार ही ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

नदिया । पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के बहाने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। उन्‍होंने कहा शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं। असम में एनआरसी के डर की वजह से 100 लोगों की मौत हो गई, जबकि पश्चिम बंगाल में 31 लोग मारे गए। ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा उससे असहमति रखने वाले हर व्यक्ति को आतंकित करने की कोशिश कर रही है।
राज्‍य के नदिया जिले में आयोजित एक रैली में ममता बनर्जी ने कहा असम में 100 से ज्‍यादा लोगों की एनआरसी की वजह से मौत हो गई। पश्चिम बंगाल में 31 या 32 लोगों की एनआरसी के डर से मौत हो गई। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं। ममता बनर्जी ने कहा भाजपा उससे असहमति रखने वाले हर व्यक्ति को आतंकित करने की कोशिश कर रही है।
उन्‍होंने कहा केंद्र सरकार नई कर व्यवस्था से लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश कर रही है। ममता ने कहा कि मैं उस समूह से संबंध नहीं रखती हूं जो लोगों में घृणा फैलाता है। बता दें कि सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र और ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग चल रही है। उधर, पश्चिम बंगाल के राज्‍यपाल जगदीप धनखड़ ने भी ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस शासन को इसका आत्ममंथन करना चाहिए कि पश्चिम बंगाल में कानून का शासन क्यों ध्वस्त हो गया है। उधर, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्यपाल एक खास दल के कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहे हैं।

दिल्ली में मतदान की नजदीक आती तारीखों के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आतंकी बताए जाने के खिलाफ अब उनकी बेटी हर्षिता उतर आई हैं. हर्षिता ने कहा कि वे कहते हैं कि राजनीति गंदी है, लेकिन यह एक नया स्तर है.
बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए हर्षिता केजरीवाल ने कहा कि क्या लोगों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा देने वाला आतंकवादी हो सकता है. क्या बच्चों को शिक्षित करने वाला आतंकवादी हो सकता है. क्या बिजली और पानी की आपूर्ति में सुधार करने वाला आतंकवादी हो सकता है.
हर्षिता केजरीवाल ने कहा, 'मुझे अभी भी याद है कि हर रोज जब हम जगाते थे तो मेरा भाई, माता, दादा-दादी और मैं, सुबह 6 बजे भगवद् गीता पढ़ते हैं और इंसान से इंसान का हो भाईचारा गीत गाते हैं. हमें इसके बारे में पढ़ाया भी जाता है. क्या यह आतंकवाद है?'
अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता ने कहा, 'उनकी (बीजेपी) ओर से आरोप लगाने दो. उन्हें 200 सांसद और 11 मुख्यमंत्री लाने दो. केवल हम ही नहीं, बल्कि 2 करोड़ आम लोग भी चुनाव प्रचार कर रहे हैं. दिल्ली की जनता 11 फरवरी को फैसला करेगी कि क्या वह आरोपों पर वोट करते हैं या फिर काम पर.'
केजरीवाल के अपनी बेटी को चुनावी मैदान में प्रचार के लिए उतारने पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने उन पर निशाना साधा है.
बता दें कि केजरीवाल पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने तीखा हमला करते हुए आतंकी करार दिया था. केंद्रीय मंत्री व दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि केजरीवाल एक आतंकवादी है. बीते सोमवार को उन्होंने कहा कि केजरीवाल मासूम चेहरा बना रहे हैं और लोगों से पूछ रहे हैं कि क्या वे आतंकवादी हैं?
जावड़ेकर ने कहा, 'आप (केजरीवाल) आतंकवादी हो और इसके बहुत सारे सबूत हैं.' जावड़ेकर ने कहा कि आप (केजरीवाल) ने खुद कहा है कि आप अराजकतावादी हो. आतंकवादी और अराजकतावादी में ज्यादा अंतर नहीं होता. केजरीवाल ने चांदनी चौक में एक जनसभा के दौरान लोगों को याद दिलाया था कि भाजपा ने उन्हें 'आतंकवादी' कहा है.
उन्होंने चांदनी चौक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था, 'मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूं. कुछ लोगों ने मुझे वोट दिया है, कुछ ने भाजपा और कांग्रेस को वोट दिया है. मैंने कभी भेदभाव नहीं किया और सभी के लिए काम किया. दिल्ली में सभी लोग मेरा परिवार हैं.'
उन्होंने कहा था, 'क्या यह मुझे आतंकवादी बनाता है? अब आपको तय करना है कि मैं आतंकवादी हूं या आपका बेटा. अगर आपको लगता है कि मैं आतंकवादी हूं, तो कमल (भाजपा का चुनाव चिन्ह) दबाएं. अगर आपको लगता है कि मैं आपका बेटा हूं, तो आठ फरवरी को झाड़ू (आप का चुनाव चिन्ह) दबाएं.'
इससे पहले भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल पर 'आतंकवादी' कहते हुए टिप्पणी की थी, जिसके खिलाफ आप पार्टी ने दिल्ली के सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों में मौन मार्च निकाला था. वर्मा ने केजरीवाल को आतंकवादी कहा था और इस बयान का समर्थन दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने किया था.
इसके बाद आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग का रुख किया और भाजपा के घृणित अभियान और उनकी ओर से शालीनता की कमी के खिलाफ शिकायत की थी.

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