ईश्वर दुबे
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नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के लिए पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया से पैसे लेने के आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और यह उन्हें बदनाम करने की साजिश है। इतना ही नहीं, उन्होंने धमकी दी कि जिन समाचार माध्यमों ने इस बारे में उनका नाम लेकर स्टोरी की है, अगर स्टोरी को नहीं हटाया तो वह उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करुंगा। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 73 बैंक खातों में 120 करोड़ से ज्यादा की रकम जमा की गई थी, जिनका इस्तेमाल सीएए के खिलाफ हिंसक विरोध-प्रदर्शन में हुआ था।
इस पूरे खुलासे पर सिब्बल ने कहा, आरोप लगाया जा रहा है कि सीएए प्रोटेस्ट के लिए पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया से पैसा लिया है। इसमें मेरा और कुछ अन्य वकीलों का नाम लिया जा रहा है।मैं कहना चाहता हूं कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। यह झूठ की बदौलत लोगों की प्रतिष्ठा खत्म करने की साजिश का हिस्सा है। अपनी सफाई में उन्होंने यह भी कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में हदिया केस को लड़े थे लेकिन उसके लिए उन्हें मार्च 2018 में ही पेमेंट मिल चुकी थी।
पीएफआई से मार्च 2018 में पैसे मिले थे, तब सीएए आया ही नहीं था'
कांग्रेस नेता ने कहा, हादिया केस में सुप्रीम कोर्ट में मैंने हदिया का प्रतिनिधित्व किया था। शफीन जहां ने हदिया से शादी की थी। हदिया ने धर्मपरिवर्तन किया था। मामला अदालत में पहुंचा। पीएफआई ने हदिया के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी। 7 मौकों पर मैंने हदिया का प्रतिनिधित्व किया और हम केस जीते। 2017 का केस था। उसके लिए मुझे सभी पेमेंट मार्च 2018 से पहले मिले थे। वह पेशेवर सेवा के लिए था। सिब्बल ने कहा, 'क्या मुझे ख्वाब आना था कि अमित शाह गृह मंत्री बनेंगे, और वह सीएए लाएंगे, सीएए के खिलाफ प्रोटेस्ट होगा, शाहीन बाग में प्रोटेस्ट होगा और मुझे 2017 में ही इसके लिए पैसे ले लेने होंगे।'
देवरिया । योग गुरू बाबा रामदेव ने कुछ राजनीतिक दलों पर गैर जिम्मेदाराना ढंग से काम करने का आरोप मढते हुए कहा कि वे नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर अफवाहों और झूठ के जरिए भय पैदा कर रही हैं। रामदेव ने कहा कि सीएए और एनआरसी सहित अन्य मुददों पर देश में मौजूदा समय में जो हो रहा है, वह झूठ और नासमझी पर आधारित है और लोगों के मन में भय पैदा कर उन्हें भड़काया जा रहा है। यह गैर जिम्मेदाराना कार्य है, जो कुछ राजनीतिक दल कर रहे हैं। बाबा रामदेव रविवार को यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह देश किसी पार्टी विशेष या नरेन्द्र मोदी, योगी आदित्यनाथ या अमित शाह का नहीं है। यह देश सभी भारतीयों का है। जो लोग सांप्रदायिक सदभाव या हिन्दू-मुसलमान भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, वे देश के विभाजन की बात कर रहे हैं। हिंसा फैलाने वाले लोग देश के विरूद्ध कार्य कर रहे हैं। गायक कैलाश खेर के साथ देवरिया महोत्सव में पधारे रामदेव ने कहा कि उनका मानना है कि इस तरह के प्रदर्शनों में सभी मुसलमान शामिल नहीं हैं। करोडों मुसलमान देशभक्त हैं और वे भी नाखुश हैं क्योंकि इससे उनकी बदनामी हो रही है।
कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर कहा है कि भाजपा नेताओं को खानपान की आदतों या पहनावे पर टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया ?
ज्ञात रहे कि कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में एक सम्मेलन के दौरान कहा था कि उन्हें संदेह है कि उनके घर पर श्रमिकों के बीच बांग्लादेशी भी थे, क्योंकि वे पोहा खा रहे थे।उन्होंने कहा था कि मजदूरों के खाने-पीने की 'अजीब' आदतों ने उनकी राष्ट्रीयता के बारे में संदेह पैदा किया।
तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (छात्र शाखा) की कार्यशाला को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, 'किसने उन्हें (भाजपा) ऐसी टिप्पणी करने का अधिकार दिया है? क्या आप किसी को पोहा खाते देख उसकी राष्ट्रीयता निर्धारित कर सकते हैं? क्या आप किसी की राष्ट्रीयता उसके पहनावे के आधार पर बता सकते हैं?'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल झारखंड में चुनाव रैली के दौरान कहा था कि जो लोग नागरिकता कानून को लेकर आगजनी कर रहे हैं, 'उन्हें उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है।' टीएमसी सुप्रीमो ने दोहराया कि वह बंगाल में एनपीआर प्रक्रिया तब तक नहीं होने देंगी जब तक कि प्रपत्र में जरूरी सुधार नहीं कर लिए जाते। उन्होंने पूछा, 'ऐसा क्यों है कि लोगों से एनपीआर के लिए परिजन का पता और जन्म प्रमाण-पत्र देने को कहा जा रहा है?'
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ शाहीन बाग में जारी प्रदर्शन दिल्ली चुनाव का अहम मुद्दा बनता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा ने एक सभा में ऐलान किया है कि अगर 11 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो वह एक घंटे में शाहीन बाग को खाली करा देंगे. शाहीन बाग के मसले पर बीजेपी नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं और इसे राजनीतिक साजिश का हिस्सा बता रहे हैं.
शाहीन बाग में पिछले करीब 40 दिनों से नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन जारी है, जो कि अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में आर-पार की जंग का मसला बन चुका है.
और क्या बोले प्रवेश वर्मा?
एक सभा में बीजेपी सांसद ने कहा, ‘ये बात नोट करके रख लेना,ये चुनाव छोटा-मोटा चुनाव नहीं है बल्कि ये देश में स्थिरता और एकता का चुनाव है. 11 तारीख को अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई तो एक घंटे के अंदर शाहीन बाग में एक भी आदमी दिखाई दिया तो मैं भी यही हूं और आप भी यही हैं.
शाहीन बाग के प्रदर्शन के अलावा प्रवेश वर्मा ने सरकारी जमीन पर मस्जिद का मसला भी उठाया. अपने भाषण में बीजेपी सांसद ने कहा कि दिल्ली में मेरी सरकार बन गई तो 11 तारीख के बाद केवल एक महीने का समय मुझे दे देना.. मेरी लोकसभा क्षेत्र में जितनी मस्जिद सरकारी जमीन पर बनी हैं उन सभी मस्जिदों को हटा देंगे’.
दिल्ली विधानसभा चुनाव का प्रचार दिनोंदिन जोर पड़ता जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच घमासान चरम पर है। दोनों तरफ से एक दूसरे पर हमले का सिलसिला और तेज हो गया है। रोड शो के दौरान अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह दिल्ली चुनाव के लिए बाहर से लोगों को ला रही है।
केजरीवाल ने गोकुलपुरी में रोड शो के दौरान कहा, भाजपा ने कहा था कि वह अपने 200 सांसद, 70 मंत्री और 11 मुख्यमंत्रियों को दिल्ली की जनता के सामने लाएगी। लेकिन दिल्ली की जनता ने उनका समर्थन नहीं किया। अब वह बाहर से लोगों को ला रही है। इन्हें दिल्ली की जनता को हराने के लिए यहां लाया जा रहा है। ये लोग आपके बेटे को हराने आ रहे हैं।
बता दें कि केजरीवाल लगातार रोड शो कर भाजपा पर हमला बोल रहे हैं। वहीं, भाजपा उन्हें लगातार शाहीन बाग पर घेर रही है। दोनों ही शाहीन बाग गतिरोध के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
केरल, पंजाब और राजस्थान के बाद अब पश्चिम बंगाल ने भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि सीएए जनविरोधी है, इस कानून को फौरन निरस्त किया जाना चाहिए।
कोलकाता। केरल, पंजाब और राजस्थान के बाद अब पश्चिम बंगाल ने भी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि सीएए जनविरोधी है, इस कानून को फौरन निरस्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तुच्छ मतभेदों को दूर रखने और देश को बचाने के लिए एकजुट होने का वक्त आ गया है। ममता बनर्जी ने कहा कि सीएए पर हो रहा विरोध सिर्फ अल्पसंख्यकों का नहीं है। इस विरोध को आगे बढ़ाने के लिए मैं अपने हिंदू भाईयों को धन्यवाद कहती हूं।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में हम सीएए, एनपीआर और एनआरसी की अनुमति नहीं देंगे। हम शांति से लड़ेंगे। पिछले दिनों ममता बनर्जी ने दावा किया था कि मोदी सरकार सीएए कानून को सिर्फ और सिर्फ गैर-भाजपा शासित राज्यों में आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है।
अमित शाह ने केजरीवाल पर दिल्ली की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्लीवासियों, 8 तारीख को ये सरकार बदल दो, मैं आपसे कह कर जाता हूं कि जहां झुग्गी है, वहीं मकान देने का काम मोदी सरकार करने वाली है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सत्ता की जंग तेज होती जा रही है। बीजेपी की और से चुनाव प्रचार की कमान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संभाल ली है तो आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मोर्चा संभाले हुए हैं। इसी क्रम में आज दिल्ली के रिठाला विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। शाह ने कहा कि केजरीवाल जी ने चुनाव से पहले कहा था कि सत्ता में आए तो सरकारी बंगला, सरकारी गाड़ी नहीं लेंगे, लेकिन शपथ लेने के बाद सरकारी गाड़ी, सरकारी बंगला लिया। 2015 में मोदी जी ने एक पत्र लिखा और उसमें कहा कि दिल्ली की 1,731 अनधिकृत कॉलोनियों को आप मुझे दे दो मैं उन्हें अधिकृत बनाऊंगा। इन्होंने कहा कि अभी नक़्शे बन रहे हैं 2 साल लगेंगे, फिर 2017 में मोदी जी ने पत्र लिखा तब भी केजरीवाल सरकार ने कहा कि अभी 2 साल और लगेंगे।
शाह ने केजरीवाल पर दिल्ली की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्लीवासियों, 8 तारीख को ये सरकार बदल दो, मैं आपसे कह कर जाता हूं कि जहां झुग्गी है, वहीं मकान देने का काम मोदी सरकार करने वाली है। मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि दिल्ली के गरीबों का क्या दोष था कि आपने जो 5 लाख रुपये की सहायता मोदी जी उनको देना चाहते थे, उसे उनसे छीन लिया। उनके मन में भय था कि अगर किसी गरीब का फ्री ऑपरेशन हो जायेगा, तो दिल्ली का गरीब नरेन्द्र मोदी जी के साथ जुड़ जायेगा। राजनीति करने वाले तो बहुत देखे हैं, मगर इतनी ओछी और नीची राजनीति करने वाला मुख्यमंत्री मैंने अपने जीवन में नहीं देखा। दिल्ली के करोड़ों गरीबों को 5 लाख की योजना से उन्होंने अलग-थलग कर दिया। देश का एक-एक बच्चा चाहता था कि जहां प्रभु श्रीराम जी का जन्म हुआ था वहीं भव्य मंदिर बने। जब-जब कोर्ट में केस आता था तब-तब राहुल बाबा, केजरीवाल एंड कंपनी इसका विरोध करते थे।
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार की योजना 22 एक्सप्रेसवे और हरित गलियारों में से 3 का निर्माण 3 साल में पूरा करने की है। इसमें प्रमुख दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भी शामिल है। गडकरी ने कहा कि इन 22 परियोजनाओं के तहत 7,500 किलोमीटर के नए एक्सप्रेसवे और गलियारों का निर्माण 2024-25 तक 3.10 लाख करोड़ रुपये में पूरा करने की योजना है। गडकरी ने कहा कि हमारी योजना प्रमुख परियोजना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण तीन साल में पूरा करने की है। इसका काम 51 पैकेज में किया जाएगा। इनमें से 18 पर काम शुरू हो चुका है। यह देश का सबसे लंबा 1,320 किलोमीटर का एक्सप्रेसव होगा। 13 घंटे में दिल्ली से मुंबई जा सकेंगे इस एक्सप्रेसवे के बनने से दिल्ली से मुंबई की यात्रा का समय 24 घंटे से घटकर 13 घंटे रह जाएगा। गडकरी ने कहा कि इन परियोजनाओं में से छह 2,250 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे हैं जिनके निर्माण पर 1.45 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। शेष 16 नए गलियारे हैं। इनके तहत 5,250 किलोमीटर की परियोजनाओं का निर्माण 1.65 लाख करोड़ रु की लागत में किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के अलावा ट्रांस राजस्थान और ट्रांस हरियाणा की परियोजनाओं को अगले 3 साल में पूरा किया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के नेता ने यह दावा भी किया कि भाजपा शाहीन बाग में रास्ता खुलवाना ही नहीं चाहती और यह सड़क आठ फरवरी (मतदान के दिन) के बाद खुल जाएगी। केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, मुझे दुख है कि भाजपा इस मुद्दे पर गन्दी राजनीति कर रही है।
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर भाजपा के हमले पलटवार करते हुए सोमवार को केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी पर गन्दी राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि गृह मंत्री अमित शाह एवं दूसरे मंत्रियों को शाहीन बाग जाना चाहिए तथा लोगों से बातचीत कर रास्ता खुलवाना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के नेता ने यह दावा भी किया कि भाजपा शाहीन बाग में रास्ता खुलवाना ही नहीं चाहती और यह सड़क आठ फरवरी (मतदान के दिन) के बाद खुल जाएगी। केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, मुझे दुख है कि भाजपा इस मुद्दे पर गन्दी राजनीति कर रही है।
शाहीन बाग में जाम से लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है। मैं कई बार कह चुका हूँ कि प्रदर्शन संवैधानिक अधिकार है लेकिन इससे किसी को तकलीफ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, भाजपा के लोग कह रहे हैं कि केजरीवाल रास्ता खुलवाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। चलो अनुमति दे दी। एक घण्टे में रास्ता खुलवाओ।
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्री ने शाहीन बाग से मुक्ति पाने के नाम पर वोट मांगा। जो लोग गांधी का तिरस्कार करते हैं वही शाहीन बाग से मुक्ति पाना चाहेंगे।
नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में गृह मंत्री अमित शाह के एक कथित बयान को लेकर रविवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि महात्मा गांधी का तिरस्कार करने वाले ही शाहीन बाग से मुक्ति चाहेंगे।
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा, गृह मंत्री ने शाहीन बाग से मुक्ति पाने के नाम पर वोट मांगा। जो लोग गांधी का तिरस्कार करते हैं वही शाहीन बाग से मुक्ति पाना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, शाहीन बाग महात्मा गांधी के मूल विचार का प्रतिनिधित्व करता है। शाहीन बाग से मुक्ति पाने का मतलब अहिंसा और सत्याग्रह से मुक्ति पाना है। इससे पहले चिदंबरम ने सीएए विरोधी प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में गणतंत्र दिवस के मौके पर कहा विरोध का स्तर बढ़ाया जाना चाहिए।
दक्षिण पूर्वी दिल्ली के शाहीनबाग में दिसंबर मध्य से बड़ी संख्या में महिलाएं संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के खिलाफ धरना दे रही हैं। भाजपा नेता ने कहा, जब आप आठ फरवरी को (ईवीएम का) बटन दबाएंगे, तो आपके गुस्से की आहट (चुनाव परिणाम) शाहीन बाग में महसूस की जानी चाहिए।’’
नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को एक चुनावी बैठक में कहा कि दिल्ली के चुनाव में भाजपा के लिए मतदान करने से शाहीन बाग जैसी हजारों घटनाएं’’ रुकेंगी। शाह ने विभिन्न मुद्दों पर आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही देश की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं। बाबरपुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा, भाजपा उम्मीदवार को आपका मत दिल्ली और देश को सुरक्षित बनाएगा और शाहीन बाग जैसी हजारों घटनाओं को रोकेगा।
दक्षिण पूर्वी दिल्ली के शाहीनबाग में दिसंबर मध्य से बड़ी संख्या में महिलाएं संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के खिलाफ धरना दे रही हैं। भाजपा नेता ने कहा, जब आप आठ फरवरी को (ईवीएम का) बटन दबाएंगे, तो आपके गुस्से की आहट (चुनाव परिणाम) शाहीन बाग में महसूस की जानी चाहिए।’’
उन्होंने रोहतास नगर निर्वाचन क्षेत्र में एक अन्य चुनावी सभा को संबोधित करते हुए लोगों से पूछा, क्या आप उनका वोटबैंक हैं? राहुल बाबा और केजरीवाल देश को बांटने के नारे लगाने वाले टुकडे़ टुकडे़ गिरोह को क्यों बचाना चाहते हैं ? वे ऐसा अपने वोट बैंक को लेकर डर के कारण करते हैं।’’ उन्होंने कहा, अगर झूठ बोलने और झूठे वादे करने का कोई सर्वेक्षण किया जाए तो केजरीवाल सरकार उसमें अव्वल आएगी।”
शाह ने वादा किया कि यदि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनती है तो झुग्गियों में रहने वालों को पांच साल के अंदर दो कमरों का मकान मिलेगा। दिल्ली विधानसभा चुनावों का परिणाम 11 फरवरी को घोषित किया जाएगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि अगर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का रास्ता राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की तरफ जाता है तो यह पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की पूरी तरह से जीत होगी।
जयपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि अगर संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का रास्ता राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की तरफ जाता है तो यह पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की पूरी तरह से जीत होगी। उन्होंने कहा कि सीएए की वजह से देश की अवधारणा को लेकर जिन्ना के विचार भारत में पहले ही जीत रहे हैं लेकिन अब भी विकल्प उपलब्ध है।
थरूर ने रविवार को जयपुर साहित्य महोत्सव (जेएलएफ) से इतर कहा, ‘‘ मैं यह नहीं कहूंगा कि जिन्ना जीत चुके हैं, बल्कि यह कहूंगा कि जिन्ना जीत रहे हैं। अब भी देश के पास जिन्ना और गांधी के देश के विचार में से किसी एक को चुनने का विकल्प है।’’ देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच सीएए दिसंबर में लागू हो गया। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि सीएए में किसी भी धर्म को राष्ट्रीयता का आधार बनाने का जिन्ना का तर्क अपनाया गया है, वहीं गांधी का विचार यह था कि सभी धर्म बराबर हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ सीएए पर आप कह सकते हैं कि एक कदम जिन्ना की ओर ले जाएगा। लेकिन अगला कदम अगर एनपीआर और एनआरसी होगा तो आप यह मान लें कि पूरी तरह जिन्ना की जीत हो गई।’’
थरूर ने कहा, ‘‘ पहले कभी यह नहीं पूछा गया कि आपके माता-पिता का जन्म कहां हुआ था। आंकड़े जमा करने वाले कर्मचारियों को कभी ‘संदिग्ध नागरिकता’ वाले सवाल करने की अनुमति नहीं थी। ‘संदिग्ध नागरिकता’ शब्दावली का इस्तेमाल एनपीआर में है और यह पूरी तरह से भाजपा की खोज है।’’ उन्होंने कहा कि अगर देश में उस कर्मचारी की तरह घूमें जो सभी नागरिकों का साक्षात्कार करता है या ‘संदिग्ध नागरिकता’ वाले लोगों की पहचान करता है तो इसके लिए आश्वस्त रहना चाहिए कि कौन से भारतीय ‘संदिग्ध नागरिकता’ के दायरे में आने जा रहे हैं।
थरूर ने कहा, ‘‘ सैद्धांतिक तौर पर सिर्फ एक ही समुदाय होगा जो सीएए में नहीं है और अगर ऐसा होता है तो यह वास्तव में जिन्ना की जीत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ वह (जिन्ना) जहां भी होंगे, वह इधर इशारा कर कहेंगे कि देखो मैं 1940 में सही था। हम अलग देश हैं और मुस्लिमों को अपना ही देश चाहिए क्योंकि हिंदू उनके साथ न्याय नहीं कर सकते।’’
वहीं दिल्ली विधानसभा चुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादातर विकास कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘ शीला दीक्षित ने दिल्ली की मुख्यमंत्री के पद पर 15 साल रहते हुए जो काम किया, वह कोई भी नेता न तो उनसे पहले कर पाया और न ही बाद में कर सकता है।’’
नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अन्य राष्ट्र विरोधी ताकतों ने जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगाए। उन्होंने भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने की धमकी दी।
नयी दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ‘भारत को तोड़ने की चाह रखने वालों का समर्थन’ करने का आरोप लगाया। नड्डा ने यह आरोप, आप सरकार द्वारा पुलिस को जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार तथा अन्य पर राजद्रोह का मामला चलाने की अनुमति नहीं देने की पृष्ठभूमि में लगाया। उन्होंने आप के राष्ट्रीय संयोजक से यह भी पूछा कि ‘‘राष्ट्र विरोधी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने से क्या उनके वोट बैंक को नुकसान पहुंचेगा।’’
नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अन्य राष्ट्र विरोधी ताकतों ने जेएनयू में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ जैसे नारे लगाए। उन्होंने भारत की संप्रभुता का उल्लंघन करने की धमकी दी। फिर कानून प्रवर्तन एजेंसियों की भूमिका शुरू हुई, उन्होंने मामले की जांच की और जनवरी 2019 में वे आरोप पत्र दाखिल करने को तैयार थीं।’’
उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा, ‘‘उन्होंने (पुलिस ने) इस टुकड़े टुकड़े गैंग के खिलाफ मामला चलने के लिए केजरीवाल की अनुमति मांगी लेकिन एक साल बाद, कल तक भी कोई अनुमति नहीं दी गई। केजरीवाल दिल्ली को यह बताएं कि वह उन लोगों का समर्थन क्यों कर रहे हैं जो भारत को तोड़ने की मंशा रखते हैं ? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि देशद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई करने से उनका वोट बैंक खतरे में पड़ता है।’’ आगामी आठ फरवरी के दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा यह मुद्दा बार-बार उठा रही है। पुलिस ने 14 जनवरी को कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य तथा अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। इसमें कहा गया था कि ये लोग एक जुलूस की अगुवाई कर रहे थे और नौ फरवरी 2016 को परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान लगाए गए राष्ट्र विरोधी नारों का समर्थन कर रहे थे। दिल्ली की एक अदालत ने पुलिस से कहा था कि वह 19 फरवरी तक इस मामले में आवश्यक मंजूरी हासिल करे।
बीजेपी नेता ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चर्चा शाहीन बाग की करते हैं, ये दिल्ली का कोई मुहल्ले नहीं है बल्कि एक विचार है जहां संविधान का कवर है लेकिन भारत को तोड़ने का मंच दिया जाता है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर देश की राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन का मुद्दा देखते ही देखते राष्ट्रीय हो गया है। बीजेपी के दिग्गज नेता लगातार इस प्रदर्शन पर सवाल उठा रहे हैं। पहले तो गृह मंत्री अमित शाह ने शाहीन बाग प्रदर्शन पर निशाना साधते हुए ईवीएम का बटन इतने गुस्से से दबाने कि अपील की थी जिससे करंट शाहीन बाग के अंदर लगे। अब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके शाहीन बाग प्रदर्शन को निशाने पर लिया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शाहीन बाग एक विचार बन गया है और यहां टुकड़े-टुकड़े गैंग रह रहा है।
बीजेपी नेता ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चर्चा शाहीन बाग की करते हैं, ये दिल्ली का कोई मुहल्ले नहीं है बल्कि एक विचार है जहां संविधान का कवर है लेकिन भारत को तोड़ने का मंच दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्रधानमंत्री के खिलाफ उकसाया जाता है। ये सिर्फ मोदी का विरोध है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी, केजरीवाल खामोश हैं, लेकिन उनके लोग खूब बोल रहे हैं। मनीष सिसोदिया बोलते हैं हम शाहीन बाग के साथ हैं। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और मणिशंकर अय्यर वहां जाकर क्या-क्या बोले हैं वो आप जानते हैं। मणिशंकर अय्यर जाएंगे तो अपने सारे विचार पाकिस्तान में रखेंगे, उनके दूसरे मित्र कभी हिंदू-पाकिस्तान तो कभी जिन्ना। मैं कांग्रेस के लोगों को एक बात साफ-साफ कहना चाहता हूं कि अब इस देश बंटवारा होने नहीं दिया जाएगा।