ईश्वर दुबे
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Bhilai
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव के लिए आज प्रचार अभियान थम जाएगा। यहां 12 नवंबर को नक्सल प्रभावित इलाकों में चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी पार्टियां अपना ताकत झोंक रही हैं। इसी बीच आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राजनंदगांव स्थित एक गुरुद्वारे पहुंचे हैं। यहां उन्होंने मत्था टेका और प्रार्थना की। राजनंदगांव राज्य के मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है।
चुनाव से 48 घंटे पहले प्रचार अभियान थम जाता है। इसी वजह से सत्तापक्ष और विपक्ष लोगों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। आज जहां भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रैलियां करेंगे। वहीं विपक्षी पार्टी की तरफ से राहुल गांधी भी कई रैलियों को संबोधित करेंगे। सत्ता पर दोबारा काबिज होने के लिए भाजपा ने प्रचार के आखिरी दिन अपनी स्टार प्रचारकों की फौज को उतार दिया है।
वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर एक बार फिर शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस लड़ाकू विमान की कीमत सब जानते हैं लेकिन सरकार इसे राष्ट्रीय गोपनीयता का विषय कह रही है और इस बारे में उच्चतम न्यायालय को भी नहीं बता रही है। गांधी ने एक खबर का हवाला देते हुए ट्वीट किया।
राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री जानते हैं, अनिल अंबानी जानते हैं, फ्रांस्वा ओलांद जानते हैं और एमैनुएल मैक्रों भी जानते हैं। हर पत्रकार जनता है। रक्षा मंत्रालय के बाबू जानते हैं। पूरा दसॉल्ट जानता है। दसॉल्ट के सभी प्रतिस्पर्धी जानते हैं।' उन्होंने कहा, 'लेकिन राफेल की कीमत राष्ट्रीय गोपनीयता है जिसका खुलासा उच्चतम न्यायालय में भी नहीं हो सकता।' गांधी ने जो खबर शेयर की है उसके मुताबिक वायुसेना को मिल रहे 36 राफेल विमानों की कीमत पहले की प्रस्तावित कीमत से 40 फीसद अधिक है।
बता दें कि गांधी ने शुक्रवार को कांकेर जिले के पखांजुर में चुनावी सभा को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि छत्तीसगढ़ में पैसों की कमी नहीं है। प्रदेश में सालों से भाजपा की सरकार है। यहां चिटफंड कंपनियां लोगों का पैसा लेकर भाग गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कुछ उद्योगपति मित्रों का 3 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज माफ कर दिया। लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं किया।
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा था कि नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चोकसी देश का पैसा लेकर भाग गए। विजय माल्या देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिलकर गया था। नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से फेल योजना साबित हुई। सरकार ने लोगों को लाइन में लगा दिया। हर गरीब व्यक्ति, आदिवासी, महिलाएं बैंक के बाहर लाइन में लगी थीं। इससे क्या हासिल हुआ।
कर्नाटक सरकार शनिवार को 18वीं सदी में मैसूर साम्राज्य के शासक रहे टीपू सुल्तान की जयंती मना रही है। भाजपा और कई हिंदू संगठनों द्वारा दी गई विरोध प्रदर्शन की धमकी के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा के बीच टीपू जयंती मनाई गई। टीपू को ‘‘धार्मिक रूप से कट्टर’’ करार देते हुए भाजपा की प्रदेश इकाई ने जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार से टीपू जयंती नहीं मनाने को कहा था। एहतियात के तौर पर कर्नाटक के कई जिलों में निषेधाज्ञा लागू की गई है।
कोडागू की पुलिस अधीक्षक सुमना डी पणेक्करा ने पत्रकारों को बताया कि अब तक हालात शांतिपूर्ण हैं और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि कोई अनहोनी न होने पाए। उन्होंने कहा कि किसी को भी दुकान और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कराने की इजाजत नहीं दी जाएगी। बेंगलूर के पुलिस आयुक्त टी. सुनील कुमार ने कहा, ‘‘(बेंगलूर में) विधान सौध के आसपास करीब 500 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को तैनात किया गया है। शहर के अलग-अलग जोन के पुलिस उपायुक्त अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में सुरक्षा के प्रभार में रहेंगे। करीब 15,000 पुलिसकर्मी शहर की निगरानी करेंगे।’’
विधान सौध में टीपू जयंती उप-मुख्यमंत्री जी. परमेश्वर की मौजूदगी में मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी स्वास्थ्य कारणों से इस कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहेंगे। टीपू जयंती समारोह की सफलता की शुभकामनाएं देते हुए कुमारस्वामी ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘प्रशासन में टीपू द्वारा किए गए प्रगतिशील उपाय, नवोन्मेष को लेकर उनकी कोशिशें सराहनीय हैं।’’ उन्होंने कहा कि वह डॉक्टर की सलाह पर आराम कर रहे हैं। वह कार्यक्रम में हिस्सा लेने में अक्षम हैं। बयान में कहा गया, ‘‘इसका खास मतलब निकालना गैर-जरूरी है। यह भी सच्चाई से कोसों दूर है कि वह (मुख्यमंत्री) सत्ता गंवाने के डर से इसमें हिस्सा नहीं ले रहे।’’ कुमारस्वामी की अगुवाई वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद पहली बार टीपू जयंती मनाई जा रही है।
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। इसे वचनपत्र का नाम दिया गया है। घोषणापत्र में किसानों की कर्जमाफी, बेरोजगारी भत्ता और महिला सुरक्षा को लेकर बड़े वादे किए गए हैं। 112 पन्ने के वचनपत्र में 973 घोषणाएं शामिल की गई हैं। लेकिन पार्टी का मुख्य फोकस 75 घोषणाओं पर है।
1. किसानों के 75 हजार 800 करोड़ का कर्ज माफी का वादा
2. डीजल-पेट्रोल पर छूट मिलेगी
3. किसानों का बिजली बिल आधा करेंगे
4. रसोई गैस पर छूट की घोषणा
5. जन आयोग का गठन कर भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ेंगे
6. सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 1000 करने का वादा
7. महिलाओं के स्व सहायता समूह के कर्ज माफ होंगे
8. लड़कियों के विवाह के लिये ₹51000 का अनुदान
9. विधान परिषद का गठन
10. ₹10000 प्रतिमाह हर परिवार के एक बेरोजगार युवा को दिया जाएगा
11. वकीलों, पत्रकारों के लिए सुरक्षा अधिनियम
12. पुलिस फोर्स में महिलाओं को प्राथमिकता
13. सभी टॉपर्स को फ्री लैपटॉप
इस मौके पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और चुनाव अभियान समिति के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद हैं। कमलनाथ ने कहा, "भाजपा ने घोषणापत्र के नाम पर अब तक जुमलापत्र पेश किये हैं। कांग्रेस विकास का एक नया नक्शा बनाएगी। ये वचनपत्र पीसीसी में नहीं सड़क और खेतों में जाकर बना है।"
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारी सोच सकारात्मक, प्रगतिशील और एक नये सवेरे की सोच है, पहली बार घोषणापत्र नही वचनपत्र और संकल्प पत्र रखा जा रहा है।
मध्यप्रदेश में 28 नवंबर को मतदान होना है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने आज अपना घोषणापत्र जारी किया। भाजपा ने इसे संकल्प पत्र का नाम दिया है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, सीएम डॉ. रमन सिंह और अन्य नेताओं ने रायपुर में संकल्प पत्र जारी किया। इस दौरान अमित शाह ने छत्तीसगढ़ सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए रमन सरकार की जमकर तारीफ की। शाह ने नक्सलवाद पर नकेल को रमन सरकार की बड़ी उपलब्धि करार दिया।
क्या-क्या कहा अमित शाह ने पढ़ें-
-15 साल के अंदर रमन सिंह सरकार ने छत्तीसगढ़ को बदलने का प्रयास किया है।
-छत्तीसगढ़ बनने के बाद जनता ने भाजपा को जनमत दिया। रमन सिंह सीएम बने और 15 साल से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है।
-रमन सिंह सरकार की उपलब्धि है कि यहां नक्सलवाद पर काबू पाया गया।
-छत्तीसगढ़ की पहचान एक वक्त पिछड़े राज्य के तौर पर होती थी। आज छत्तीसगढ़ पावर हब, इस्पात हब, अल्युमिनियम हब और शिक्षा हब बना है। रमन सिंह आज इसे डिजिटल हब बनाने में जुटे हैं।
-बाकी दलों के लिए जीतने-हारने का चुनाव हो सकता है लेकिन भाजपा के लिए नव छत्तीसगढ़ के निर्माण का चुनाव है।
-अंत्योदय को हमने प्राथमिकता दी, 1 रुपये किलो चावल, नि:शुल्क नमक, नि:शुल्क चरणपादुका, नि:शुल्क साइकिल, भ्रष्टाचारविहीन व्यवस्था के जरिए लोगों तक पहुंचाने की कोशिश इस सरकार ने की।
-रमन सरकार ने फसल के दाम बढ़ाकर किसानों के घर समृद्धि बढ़ाने का काम किया। प्रमुख फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदा।
-गरीबों, आदिवासियों को रोजगार देने का काम राज्य सरकार ने बखूबी किया।
-कौशल विकास को अधिकार के रूप में देने का काम सबसे पहले छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है।
-असंगठित मजदूरों के 15 लाख परिवारों को कल्याणकारी योजनाओं में शामिल किया।
-अमीर-गरीब का भेद मिटाकर 50 हजार रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया।
-सरकार ने मनरेगा के तहत 50 दिन का अतिरिक्त रोजगार दिया।
-संकल्प पत्र के लिए हमने बुद्धिजीवियों से संपर्क किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने मजदूरों, आदिवासियों, महिलाओं से संपर्क किया।
-रमन सिंह जी का रिकॉर्ड है कि इन्होंने जो भी कहा वो पूरा किया है। भाजपा ने जो कहा है उसका एक-एक शब्द रमन सिंह जी की अगुवाई में पूरा करेंगे।
वहीं, सीएम रमन सिंह ने संकल्प पत्र की मुख्य बातें सामने रखीं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और इसे आगे बढ़ाने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगी। क्या क्या कहा पढ़ें-
-हमारी सरकार ने किसानों की फसल समर्थन मूल्य पर खरीदी, फसलों के दाम और बढ़ाएंगे।
-छात्रों को मुफ्त किताबें, साइकिल देंगे।
-2022 तक सभी को आवास देंगे।
-60 साल से ज्यादा उम्र के मजदूरों को 1 हजार रुपये पेंशन
-छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करेंगे।
-महिलाओं को 2 लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त कर्ज।
-छत्तीसगढ़ में होगा फिल्म सिटी का निर्माण।
कांग्रेस ने शुक्रवार को जारी किया था घोषणापत्र
बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी किया था। इसमें किसानों की कर्जमाफी सहित कई वादे किए गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को डोंगरगढ़ में घोषणापत्र जारी कर दिया जिसे 'जन घोषणा पत्र' नाम दिया गया है। घोषणापत्र में किसानों और बेरोजगारों पर जोर साफ दिखाई दिया। पार्टी ने कई बड़े वादे किए हैं।
मुंगेली. निर्वाचन विभाग की टीम ने गुरुवार देर रात लोरमी स्थित शासकीय राजीव गांधी भवन में छापा मारकर अवैध शराब की 27 पेटी जब्त की है। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि भवन में शराब किसने रखवाई थी। टीम ने शराब की पेटियां जब्त कर ली हैं और भवन के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक निर्वाचन विभाग की टीम को सूचना मिली कि लोरमी के लालपुर थाना क्षेत्र के मनोहरपुर स्थित शासकीय राजीव गांधी भवन में अवैध शराब रखी गई है। इस पर टीम ने भवन में छापा मारकर वहां से शराब की 27 पेटियां बरामद की। आशंका जताई जा रही है कि यह शराब चुनाव के दौरान ग्रामीण क्षेत्र में बांटने के लिए लाई गई थी।
जब्त शराब की कार्रवाई में अबकारी विभाग भी जांच में जुट गया है। ग्राम मनोहरपुर के सरकारी भवन में जब्त की शराब को लेकर ग्रामीणों ने कहा कि इस शराब को मतदाताओं को बांटने के लिए रखा गया। जिससे राजनैतिक पार्टियां मतदाता को लुभा सकें।
कांग्रेस के स्टार प्रचारक सांसद राज बब्बर 3 दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर पहुंचे रायपुर
रायपुर. कांग्रेस के स्टार प्रचारक सांसद अौर फिल्म अभिनेता राज बब्बर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 सालाें तक डॉक्टर ने शासन किया। इसके बावजूद न तो वह नब्ज पकड़ सके और न ही इलाज ही हुआ। उन्होंने कहा कि अब छत्तीसगढ़ से भाजपा सरकार का जाना तय है। सांसद राज बब्बर अपने तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ दौरे पर शुक्रवार को रायपुर पहुंचे थे।
सांसद राज बब्बर ने नक्सलियों को लेकर कहा कि क्रांति विचारों, व्यवहार और बोली से होती है, गोलियों से सिर्फ आतंकवाद पनपता है। दीपावली की छुटि्टयों के ठीक बाद कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने प्रदेश में दस्तक देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही अब शुक्रवार को फिल्म अभिनेता और सांसद राजब्बर भी प्रत्याशियों के समर्थन में मैदान में उतरेंगे।
कांग्रेस के स्टार प्रचारक राज बब्बर महासमुंद की सभा से प्रचार का आगाज करेंगे। कांग्रेस के हाथों से पिछले चुनाव में छिन गई सीटों को वापस पाने के लिए भाजपा नेताओं के क्षेत्र में उनकी हुंकार सुनाई देगी। वहीं राजधानी में भी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
प्रदेश कांग्रेस की ओर से उनका मिनट टू मिनट कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। सांसद राज बब्बर 9 नवंबर को सुबह 11:25 बजे मुंबई से रायपुर आएंगे। फिर दोपहर 1 बजे महासमुंद में स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद 2 बजे मोपका में स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे। दोपहर 3.30 बजे तखतपुर और शाम 6 बजे रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में सभा करेंगे। रात्रि विश्राम रायपुर में करेंगे।
अगले दिन 10 नवंबर को सुबह 11 बजे रायपुर से पैलीमेटा से खैरागढ़ विधानसभा के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां 12 बजे पैलीमेटा में स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके बाद 1.30 बजे खैरागढ़ और दोपहर 3 बजे मोहला के स्थानीय कार्यक्रम भाग लेंगे। शाम 6 बजे उत्तर विधानसभा में जनसंपर्क कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
11 नवंबर को सुबह 11:30 बजे रायपुर से कुनकुरी विधानसभा के लिए प्रस्थान करेंगे। दोपहर 12:15 बजे कुनकुरी में, फिर 1:45 बजे चंद्रपुर में स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे। वहां से दोपहर 3:30 बजे धमतरी में सभा और रोड शो करेंगे। इसके बाद 12 नवंबर सुबह 10:50 बजे रायपुर से दिल्ली प्रस्थान करेंगे।
मुंबई. भारतीय सेना की ताकत में और इजाफा हो गया है। महाराष्ट्र के दवलाली में शुक्रवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में सेना को एम-777 होवित्जर तोप और के-9 वज्र तोप सौंपी गईं। इस मौके पर सेना प्रमुख विपिन रावत भी मौजूद रहे। होवित्जर तोप की मारक क्षमता 40-50 किलोमीटर है। इसी तरह के-9 28 से 38 किलोमीटर तक की रेंज में सटीक निशाना साध सकती है।
होवित्जर की 7 रेजीमेंट बनेंगी
थल सेना 145 एम 777 होवित्जर की सात रेजीमेंट भी बनाने जा रही है। इन तोपों की आपूर्ति अगस्त 2019 से शुरू हो जाएगी और यह पूरी प्रक्रिया 24 महीने में पूरी होगी। इसे हेलीकॉप्टर या विमान के जरिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। होवित्जर अमेरिका में बनी बेहद हल्की तोप है। इसे अफगानिस्तान और इराक युद्ध में इस्तेमाल किया जा चुका है। अभी इसका इस्तेमाल अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया कर रहे हैं।
2020 तक सौंपी जाएंगी 100 के-9
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने संवाददाताओं से कहा कि के-9 वज्र के प्रोजेक्ट पर 4,366 करोड़ रुपए और एम-777 होवित्जर के प्रोजेक्ट पर 5070 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। यह काम नवंबर 2020 तक पूरा होगा। सेना को के-9 श्रेणी की 100 तोपें सौंपी जानी है। इस महीने 10 तोपें सौंपी जाएंगी। अगली 40 तोपें नवंबर 2019 में और बाकी 50 तोपें नवंबर 2020 तक सौंपी जाएंगी।
जुलाई तक पूरी हो जाएगी रेजीमेंट
के-9 वज्र 30 सेकेंड में तीन गोले दागने में सक्षम है। इसकी पहली रेजीमेंट जुलाई 2019 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसे भारतीय निजी क्षेत्र ने तैयार किया है।