राजनीति

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नवादा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कार्यशैली के पूरे देश में जाने जाते हैं और हाल ही में उन्होंने एनडीए के जाकर विपक्षी गठबंधन को चौंकाया दिया था। लोकसभा सभा चुनाव का माहौल चल रहा है राजनीति पार्टियां चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। वहीं नवादा में प्रधानमंत्री मोदी की एक रैली आयोजित की गई थी। उस रैली को नीतीश कुमार ने भी संबोधित किया था उस दौरान उनकी जुबान फिसल गई और वह कुछ ऐसा कह गए कि यूजर सोशल मीडिया पर नीतीश को ट्रोल कर रहे हैं।
इस चुनावी रैली में नीतीश कुमार के भाषण का जो हिस्सा वायरल हो गया है, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सोशल मीडिया पर यह भविष्यवाणी करने के लिए ट्रोल किया गया कि राजग लोकसभा की स्वीकृत संख्या से कई गुना अधिक ‘‘चार हजार से अधिक सीटें जीतेगा।
उसमें उन्हें खुद को सही करने से पहले ‘‘चार लाख बोलते हुए और प्रधानमंत्री की ओर मुंह कर चार हजार से भी ज्यादा 4000 से अधिक कहते सुना जा सकता है। शायद वह लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने की कामना कर रहे थे। आरजेडी प्रवक्ता सारिका पासवान ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, मोदी जी को चार लाख से अधिक सांसद देने की सोच रहे थे लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि यह ज्यादा हो जाएगा तो बोले 4000 सांसदों से काम चल जाएगा।

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र तैयार करने की कमेटी भारतीय जनता पार्टी ने गठित कर दी है। एनडीए गठबंधन के सभी घटक दल भाजपा के घोषणा पत्र को ही अपना घोषणा पत्र बनाकर,चुनाव मैदान की रण मे जाएंगे। एनडीए अपना एक संयुक्त घोषणा पत्र जारी करने की बात कर रही है। सहयोगी दलों से अभी तक कोई बात भाजपा की नहीं हो पाई है। ऐसी स्थिति में एनडीए के गठबंधन में शामिल राजनीतिक दल,भाजपा के घोषणा पत्र को ही आधार बनाकर जनता से समर्थन मांगेंगे।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एनडीए गठबंधन में शामिल जदयू,जद एस, एनसीपी (अजीत पवार) तथा शिवसेना शिंदे गुट के विचार भारतीय जनता पार्टी से अलग हैं। इसके बाद भी अभी तक एनडीए में शामिल किसी भी राजनीतिक दल ने अपना घोषणा पत्र तैयार नहीं किया है।

30 लाख सरकारी नौकरियां, महिला को हर साल 1 लाख रुपए


नई दिल्ली। 2024 कांग्रेस पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव 2024 के लिए घोषणा पत्र का प्रारूप जारी कर दिया गया है, जिसमें कांग्रेस ने जनता का विश्वास जीतने के लिए 5 न्याय और 25 गारंटी देने की घोषणा की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पार्टी के इस न्याय और गारंटी के बारे में जानकारी शेयर की है। जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा से घर-घर गारंटी अभियान की शुरुआत की। कांग्रेस कार्यकर्ता अगले कुछ हफ्तों में पूरे भारत में 8 करोड़ परिवारों को ये गारंटी काड्र्स वितरित करेंगे, जो 14 अलग-अलग भाषाओं में प्रिंट किए गए हैं।
जयराम रमेश ने आगे लिखा कि प्रत्येक गारंटी कार्ड में ऐतिहासिक भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े और राहुल गांधी द्वारा घोषित पार्टी की 5 न्याय और 25 गारंटी का विवरण है।

राजगढ़ । लंबे अरसे बाद लोकसभा चुनाव में उतरने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। राजगढ़ सीट से चुनावी मैदान में उतरे दिग्विजय सिंह इन दिनों लोकसभा क्षेत्र में पदयात्रा करते हुए नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं और पीएम मोदी समेत भाजपा पर लगातार हमला बोल रहे हैं। अब दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ में मोदी की गारंटी को लेकर निशाना साधा है।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी की गारंटी धुएं की तरह है, आप इसे देख सकते हैं, लेकिन पकड़ नहीं सकते और यह मिलेगी भी नहीं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने भोपाल में वादा किया था, लोगों को गारंटी दी थी कि भ्रष्टाचारियों को जेल भेजेंगे। कहा था- जिसने (अजीत पंवार) घोटाला किया है वह जेल जाएगा। तीन दिन बाद पता चला कि वे जेल तो नहीं गए, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री जरूर बन गए। अब आप लोग बताओ कि मोदी की इस गारंटी को हम कहां ले जाएं।

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां एक्टिव मोड में आ गई हैं। इसी क्रम में 31 मार्च को इंडिया ब्लॉक की महारैली होगी। इसमें रैली में मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी, शरद पवार शामिल होंगे। जानकारी के मुताबिक इस रैली में इंडिया ब्लॉक के 13 सहयोगी दल शामिल होंगे। रैली में इंडिया बठबंधन का बैनर लगा होगा। इस पर तानाशाही हटाओ, लोकतंत्र बचाओ का नारा लिखा होगा। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी रैली को संबोधित करेंगी। दिल्ली पुलिस ने रैली की परमिशन दे दी है। इस रैली में मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी (कांग्रेस), शरद पवार (शरतचंद्र पवार), उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे (यूबीटी), अखिलेश यादव (सपा), तेजस्वी यादव (आरजेडी), डेरेक ओ ब्रायन (टीएमसी), टी शिवा (डीएमके), फारूक अब्दुल्ला (नेशनल कांग्रेस), चंपई सोरेन, कल्पना सोरेन (जेएमएम), सीताराम येचुरी (सीपीएम), डी राजा (सीपीआई), दीपंकर भट्टाचार्य (सीपीआई-एमएल) और फॉरवर्ड ब्लॉक के जी देवराजन भी रैली में शामिल होंगे।
हाल ही में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, इसमें कहा कि देश के अंदर जिस तरह प्रधानमंत्री तानाशाही रवैया अपनाते हुए देश में लोकतंत्र की हत्या कर दिल्ली के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया है, उससे देश में संविधान और लोकतंत्र से मोहब्बत करने वाले लोगों के दिलों में आक्रोश है। ये सिर्फ अरविंद केजरीवाल की बात नहीं है।
चुनाव से पहले बड़ी रैली
विपक्षी पार्टी के नेताओं ने कहा कि देश में एक-एक करके संपूर्ण विपक्ष को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री एजेंसी का इस्तेमाल करके, विधायक खरीदकर, विपक्ष को खरीदकर, फर्जी मुकदमे कर गिरफ्तारी की साजिश हो रही है। झारखंड के मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया। पश्चिम बंगाल से लेकर बिहार तक इंडिया गठबंधन के नेताओं पर फर्जी मुकदमे लगाकर चुप कराने की कोशिश की जा रही है। दिल्ली और देश में प्रदर्शन जारी हैं। आगामी दिनों में प्रदर्शन जारी रहेंगे।
ये नेता रहेंगे मौजूद
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव समेत भारत के शीर्ष नेता 31 मार्च को रामलीला मैदान में आप की आयोजित होने वाली महारैली में शामिल होंगे। राय ने कहा कि आप को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में रविवार को रामलीला मैदान में 20 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी वाली रैली आयोजित करने के लिए संबंधित अधिकारियों से अनुमति मिल गई है।

 

पटना । बिहार में किड़नी पर सियासत शुरू हो गई है। सम्राट चौधरी के बयान पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि उपमुख्यमंत्री द्वारा नारी शक्ति और बिहार की बेटी पर दिए गए घृणाप्रद बयान बीजेपी के चरित्र को बताता है। उन्होंने कहा कि बिहार ओछे बयानबाजी करने वालों की धरती नहीं है। ऐसी सोच न तो हमारे संस्कारों में है और न ही बिहार की संस्कृति में है।
वे ईश्वर से प्रार्थना करेंगे कि उपमुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को मातृशक्ति का सम्मान करने की सद्बुद्धि प्राप्त हो। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैं सभी कार्यकर्ताओं और बिहारवासियों से भी आग्रह करता हूं कि वे बेटी वंदना के साथ अपने हर कार्य की शुरुआत करें। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार माता सीता की जन्मस्थली है। बिहार बेटियों, माताओं और महिलाओं का सम्मान करने वाली पवित्र धरती है। हमारे संस्कारों और व्यवहार में मातृ-शक्ति का परम महत्व है जिसकी झलक हमारे कार्यों में दिखती है। बेटी वंदना हमारे बिहार की समृद्ध संस्कृति को आगे बढ़ाने की प्रेरणा देगी और भटके हुए बीजेपी नेताओं को सही मार्ग पर लाने में मदद करेगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने एक भी महिला उम्मीदवार नहीं बनाया है जिससे यह साफ हो गया है कि वे महिला-विरोधी हैं। हमने पहले ही कहा था कि उनका महिला आरक्षण बिल एक ढोंग था। बिहार की पहचान बीजेपी नहीं है और बिहार ओछे बयानबाजी करने वालों की धरती नहीं है।

लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने छठी सूची जारी कर दी है। इसमें तीन उम्मीदवारों का एलान किया गया है। सूची में राजस्थान के लिए दो और मणिपुर के लिए एक उम्मीदवार का नाम घोषित किया है। जानकारी के मुताबिक, राजस्थान की करौली-धौलपुर (अजा) लोकसभा सीट से इंदु देवी जाटव और दौसा से कन्हैया लाल मीणा को चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा इनर मणिपुर लेाकसभा सीट से थौनाओजम बसंत कुमार सिंह पर दांव लगाया गया है।


इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को 111 उम्मीदवारों की पांचवीं सूची जारी की थी। इस तरह पार्टी अब तक करीब 400 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है। लोकसभा की 543 सीट के लिए 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरण में चुनाव होना है। मतगणना चार जून को होगी।

जम्मू कश्मीर । जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की पार्टी डीपीएपी के उम्मीदवार जीएम सरूरी ने मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल किया। कठुआ में जिला उपायुक्त कार्यालय में उन्होंने अपना पर्चा भरा। इस दौरान डीपीएपी के समर्थक बड़ी संख्या में जुटे। जीएम सरूरी के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई।

इंदरवाल निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं सरूरी

गुलाम मोहम्मद (जीएम) सरूरी पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में चार बार विधायक रह चुके हैं। जीएम सरूरी इस समय डीपीएपी के उपाध्यक्ष भी हैं। वह लंबे समय से कांग्रेस के साथ जुड़े रहे। गुलाम नबी के साथ ही उन्होंने अगस्त 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और डीपीएपी में शामिल हो गए थे।

सरूरी 2002 से 2018 तक किश्तवाड़ जिले के इंदरवाल निर्वाचन क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं। 2008 में, उन्हें पर्यटन, वन, स्कूल शिक्षा, समाज कल्याण और उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने 2009-2010 तक मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सड़क एवं भवन मंत्री के रूप में भी कार्य किया था।

उधमपुर सीट पर मुकाबला होका रोचक

उधमपुर सीट पर इस बार मुकाबला काफी रोचक होने वाला है। इसी संसदीय क्षेत्र से भाजपा की तरफ से डॉ. जितेंद्र सिंह तीसरी बार चुनावी मैदान में है। इस पहले 2014 और 2019 में उन्होंने इस सीट से जीत हासिल की थी। उन्होंने 21 मार्च को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है।

कांग्रेस की तरफ से चौधरी लाल सिंह चुनावी मैदान में उतरे हैं। उन्होंने हाल ही में दस वर्ष के बाद कांग्रेस में वापसी की है। वह 2004 और 2009 में इसी सीट से सांसद चुने गए थे। सूत्रों के अनुसार, वह बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। सभी नेताओं ने जनता को अपने समर्थन में करने के लिए चुनावी प्रचार तेज गति से शुरू कर दिया है। गांव-गांव शहर-शहर चुनावी बैठकों का दौर चल रहा है।

27 मार्च नामांकन भरने का आखिरी दिन, 19 अप्रैल को मतदान

उधमपुर-डोडा-कठुआ लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। अधिसूचना 20 मार्च को जारी की गई है। इस सीट पर 27 मार्च नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 30 मार्च तय की गई है।

जम्मू में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव

जम्मू लोकसभा सीट पर चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। अधिसूचना 28 मार्च को जारी की जाएगी और 4 अप्रैल नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अप्रैल है।

इसके बाद अनंतनाग-राजोरी सीट पर तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा। अधिसूचना 12 अप्रैल को जारी की जाएगी और 19 अप्रैल नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख होगी। उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि 22 अप्रैल है। श्रीनगर लोकसभा सीट के लिए चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा। बारामुला सीट पर चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा।

नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने छह दिन की रिमांड पर लिया है। उनकी गिरफ्तारी और रिमांड को लेकर आप नेता आतिशी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारे सीएम इस तरह का व्यवहार यह बीजेपी की सोची समझी साजिश है। जबकि अरविंद केजरीवाल एक साफ सुधरी छवि वाले नेता हैं।
आतिशी यहीं नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा कि ईडी अब तक इतनी छानबीन कर चुकी है लेकिन ईडी को छापे में एक रुपया तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जिस मनी ट्रेल की ईडी तलाश कर रही है वो सबके सामने आ चुकी है। मैं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चैलेंज करती हूं कि जो शराब घोटोल का पैसा था वो बीजेपी के अकाउंट में गया है। इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने पत्रकारवार्ता की थी और अपने पति को बेगुनाह बताया था।
वहीं सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ईडी ने जिस शरद रेड्‌डी के बयान पर सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की गई है, उसकी कंपनी ने बीजेपी को चंदा दिया है। अब ईडी बीजेपी को आरोपी बनाए और बीजेपी अध्यक्ष को गिरफ्तार करे। उन्होंने कहा इसी बीच खबर मिली है कि ईडी ने आम आदमी पार्टी के मटियाला से विधायक गुलाब सिंह यादव के घर छापा मारा है। भारद्वाज ने कहा कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लोग जान चुके हैं कि बीजेपी की सरकार विपक्ष को जेल में डालने में लगी है ताकि संसद में उनके खिलाफ को आवाज न उठा सके।

नई दिल्ली। चुनावी बॉन्ड को लेकर भारत की सबसे बड़ी अदालत अपनी नाराजगी जता चुकी है और उसने इसको लेकर कई बार एसबीआई का फटकार भी लगाई और उनसे इसका पूरे लेने देने का ब्यौरा मांगा। सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक करार दे दिया है। अब चुनावी बॉन्ड को लेकर बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा कि बिना पैसे के राजनीतिक पार्टी चलाना संभव नहीं है। चुनावी बॉन्ड योजना लाने के पीछे हमारी मंशा अच्छी थी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने बयान में कहा कि हमने राजनीतिक दलों को वित्तीय तौर पर मजबूत रखना चाहा। चुनावी बांड शुरू करने के पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य यह था कि राजनीतिक दलों को सीधे पैसा मिले, लेकिन इसमें दाताओं के नाम का खुलासा नहीं किया जाता है, क्योंकि इससे सत्ता में रहने वाली पार्टी बदलती है तो समस्याएं उत्पन्न होती हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीतिक दलों को अपना कामकाज चलाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि बिना पैसे के राजनीतिक पार्टी चलाना नामुमकिन है। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2017 में अच्छे इरादे के साथ चुनावी बॉन्ड योजना शुरू की थी, जिसे अब सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दे दिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर कोई और निर्देश देता है, तो सभी राजनीतिक दलों को एक साथ बैठकर विचार-विमर्श करना चाहिए। उन्होंने गडकरी ने गांधीनगर में एक कार्यक्रम में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि जब अरुण जेटली केंद्रीय वित्त मंत्री थे, मैं उस समय चुनावी बॉन्ड के संबंध में हुई बातचीत का हिस्सा था. कोई भी पार्टी संसाधनों के बिना नहीं चल सकती। कुछ देशों में सरकारें राजनीतिक दलों को फंड देती हैं। भारत में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।

 

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