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बॉलीवुड डेस्क. मीटू मूवमेंट थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन कोई न कोई नई कहानी सामने आ रही है। अब एक्ट्रेस प्रियंका बोस ने अपनी मीटू स्टोरी शेयर करते हुए साजिद खान पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। इससे पहले असिस्टेंट डायरेक्टर सलोनी चोपड़ा, रचेल व्हाइट और करिश्मा उपाध्याय भी साजिद पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा चुकी हैं जिसकी वजह से साजिद को अपकमिंग फिल्म हाउसफुल 4 के डायरेक्शन से हटना पड़ा था।

प्रियंका की मीटू स्टोरी

  1.  

    प्रियंका ने वेबसाइट MissMalini.com से बातचीत में कहा-एक बार मुझे साजिद खान के असिस्टेंट ने फिल्म के ऑडिशन के लिए मुझे मैसेज किया-'आपको बिकिनी में कम्फ़र्टेबल होना होगा'।मैं प्रोफेशनल कमिटमेंट के चलते ऑडिशन में बिकिनी लेकर गई।तब साजिद ऑडिशन लेने आए और सोफे पर बैठ गए।उन्होंने मुझे बिकिनी में देखकर कहा कि अगर मैं तुम्हें देखकर एक्साइट नहीं हो पा रहा तो ऑडियंस कैसे होगी।मैं वहां से निकली और रोते हुए घर पहुंची।

     

  2.  

    प्रियंका ने अनुराग कश्यप और सौमिक सेन से भी अपनी मुलाकात का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि सौमिक एक फिल्म की मेकिंग के दौरान उनसे एक्स्ट्राफ्रेंडली होने की कोशिश करते रहे और यहां तक कहा कि वो मेरे साथ एक्स्ट्रामैरिटल अफेयर करना चाहते हैं।इसके अलावा अनुराग कश्यप ने भी शराब के नशे में उनपर भद्दे कमेंट्स पास किए थे। प्रियंका ने जॉनी गद्दार, लव सेक्स और धोखा, गुजारिश जैसी फिल्मों में काम किया है।

भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की प्रतिक्षा कर रहे लोगों को अभी करीब सात दिन और इंतजार करना होगा। कांग्रेस की सूची प्रदेश में 29-30 को राहुल गांधी के दौरे के बाद घोषित होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं प्रत्याशियों के चयन के लिए भोपाल में 29 अक्टूबर को भाजपा की अंतिम बैठक होगी। 30 को प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सूची लेकर दिल्ली जाएंगे। इसी दिन केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नामों का फैसला हो जाएगा। 
 

 

कांग्रेस: प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है। कांग्रेस के 110 नाम तय हो गए हैं। लेकिन बाकी के 120 नामों को लेकर पार्टी मुश्किल में यहां तीन से चार नाम का पैनल है। केंद्रीय नेतृत्व को इन्हीं 120 नामों को अंतिम रूप देने में सबसे ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी है। स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा तय किए गए 110 सिंगल नामों में 46 मौजूदा विधायकों के नाम शामिल हैं। इसके अलावा 2013 के विधानसभा चुनाव में 3 हजार से कम वोटों से हारने वाले उम्मीदवारों को दोबारा मौका देने के लिए उनके नामों पर सहमति बनी है। दिल्ली में तीन चली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सीटों के लिए तैयार किए गए पैनल में नाम तय करने का काम पूरा कर लिया गया है। जिन सीटों पर पैनल में पांच नाम थे, उनमें से तीन नाम हटा दिए गए हैं और अब सिर्फ दो ही नाम रह गए हैं। जबकि जहां दो से तीन नाम थे वहां पर एक नाम पर सहमित बन गई है। 

 भाजपा: भारतीय जनता पार्टी की चुनाव सूची में इस बार बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। करीब 80 के करीब नए उम्मीदवार पार्टी मैदान में उतार सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रत्याशी चयन में मुख्यमंत्री को फ्री हैंड दिया गया है। ऐसे में करीब 11 मंत्री और 50 विधायकों के टिकट कट सकते हैं। भाजपा सूत्रों ने बताया कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रियता बरकरार है और प्रदेश में शीर्ष पद के लिए मतदाताओं की वह पहली पसंद हैं। ऐसे में सरकार का मुख्य चेहरा जब लोकप्रिय है, तो कुछ अलोकप्रिय विधायकों को दोबारा मैदान में नहीं उतारने से पार्टी को लाभ होगा। 

 प्रत्याशी की छवि मुख्य आधार: भाजपा ने टिकट के लिए जो गाइडलाइन बनाई गई है उसमें दागदार, आपराधिक पृष्ठभूमि या बाहुबली दावेदारों को टिकट नहीं दिया जाएगा। मौजूदा विधायकों में भी सिर्फ उन्हीं विधायकों को टिकट मिलने की उम्मीद है जिनकी छवि अच्छी होगी। भाजपा ने जो सर्वे कराए हैं उनमें टिकट के संभावित दावेदारों की छवि को लेकर बारीकी से जांच कराई गई है। 

कम अंतर से जीते विधायकों से किनारा करेगी पार्टी : विधानसभा क्षेत्र में जिस जाति विशेष के अधिक वोट होंगे। उस जाति के प्रत्याशी को टिकट में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही पिछले विधानसभा चुनाव में जिन विधायकों की जीत का अंतर एक हजार या उससे भी बहुत कम रहा है ऐसे प्रत्याशियों को दोबारा चुनाव मैदान में उतारने से पार्टी परहेज करेगी। जिन सीट पर पार्टी 20 हजार या उससे अधिक वोटों से जीती है उन प्रत्याशियों को दोबारा टिकट दी जा सकती है।

 सख्त होगा अनुशासन: भाजपा सूत्रों का कहना है कि किसी प्रत्याशी की टिकट काटे जाने की स्थिति में उसके द्वारा बगावत करने या पार्टी का माहौल खराब करने की कोशिश की गई अथवा निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन दाखिल किया गया तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। 

बदायूं (उ.प्र.)। अपने बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा की राजनीतिक ‘आइटम गर्ल’ हैं। उनके नाम पर उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा गया था और अब उनके नाम पर ही आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ा जाएगा। मश्वराती काउंसिल (सलाहकार परिषद) की विशेष बैठक में शामिल होने आये खां ने संवाददाताओं से बातचीत में खुद को भाजपा की ‘आइटम गर्ल’ बताया और कहा ‘‘सारे चुनाव भाजपा मेरे नाम पर ही लड़ती रही है। पिछला विधानसभा चुनाव मेरे नाम पर लड़ा। 

 
अब लोकसभा चुनाव भी मेरे ही नाम पर लड़ेगी। मेरा तो यह हाल कर दिया है कि मुझे खुद नहीं पता कि मेरे ऊपर कितने मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं। मेरे नाम से कितने सम्मन और वारंट जारी कर दिए गए हैं, मैं तो बस उन्ही मुकदमों की पैरवी करता घूमता रहता हूँ।’’उन्होंने कहा कि उनके पास कोई सम्पत्ति नहीं है। उनका सिर्फ एक बैंक खाता है जो विधान भवन में स्थित एसबीआई की शाखा में है। इसके सिवा अगर देश के किसी भी बैंक में उनका कोई खाता मिल जाये तो उनको कुतुबमीनार पर फांसी दे दी जाए।
 
खां ने बताया कि मश्वराती काउंसिल ने निर्णय लिया है कि फिरकापरस्त ताकतों को हराने के लिये दलितों, पिछड़ों और कमजोरों को एकजुट करना होगा, तभी इंकलाब आएगा। इसके लिए उन सभी मुद्दों से हटना होगा जिनको लेकर भाजपा देश मे आग लगाना चाहती है। राम मंदिर मामले पर खां ने कहा कि उच्चतम न्यायालय देश की सर्वोच्च संस्था है। उसका आदेश सबसे ऊपर होना चाहिए।

 


नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि दुनिया अब हिन्दुस्तान को इंतजार करते हुए नहीं देखना चाहती बल्कि अपेक्षा करती है कि वह दुनिया का नेतृत्व करे और देश को दुनिया की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा । प्रधानमंत्री ने ‘सेल्फ4सोसाइटी’ मंच के जरिये आईटी पेशेवरों एवं विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े लोगों को टाउनहॉल संबोधन में कहा कि रामायण में इस बात का उल्लेख है कि किस प्रकार एक गिलहरी ने रामसेतु के निर्माण में योगदान दिया था । इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि भगवान को भी एक गिलहरी के योगदान की जरूरत पड़ी ।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में हम कितनी ही पहल करे, कितनी ही योजनाएं बनाए, बजट दे लेकिन किसी भी पहल की सफलता लोगों की भागीदारी में निहित है । ’’ मोदी ने कहा, ‘‘ दुनिया भी अब हिन्दुस्तान को इंतजार करते हुए नहीं देखना चाहती, हिन्दुस्तान दुनिया को लीड करे इस अपेक्षा के साथ देख रही है । हमें दुनिया की अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।’’ स्वच्छ भारत अभियान के संदर्भ में एक पेशेवर के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि स्वच्छ भारत अभियान के प्रतीक से जुड़ा चश्मा भी महात्मा गांधी का है और इसकी दृष्टि भी गांधी की ही है ।

उन्होंने कहा कि वह तो एक तरह से प्रायश्चित कर रहे हैं, स्वच्छता का जो कार्य चल रहा है, वह सेवा से ज्यादा प्रायश्चित है । मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने वर्षो तक अपने आप को देश की आजादी के लिये खपा दिया । उन्होंने अपने नेतृत्व से देश के लिये स्वतंत्रता तो प्राप्त की लेकिन स्वच्छता हासिल नहीं हो पाई । उन्होंने कहा कि हम सभी इसके लिये जिम्मेदार हैं । ऐसे में वह एक बार फिर जोर देना चाहते हैं कि स्वच्छता गांधी की सोच है ।

उन्होंने कहा कि गांव में महिलाओं को जब खुले में शौच के लिये जाना पड़ता है तो उन्हें बहुत पीड़ा होती है । मोदी ने कहा कि कुछ काम सरकार नहीं कर सकती और जो काम सरकार नहीं कर सकती, वह संस्कार कर सकती है । स्वच्छता का विषय संस्कार से जुड़ा है । ऐसे में सरकार एवं संस्कार मिल जाए तो चमत्कार हो सकता है । उन्होंने कहा कि वे सोशल मीडिया से जुड़े व्यक्ति हैं लेकिन जो सूचना परोसी जाती है, वे उसका शिकार नहीं होते हैं ।

जो सूचना उन्हें चाहिए वे उसे ढूंढकर प्राप्त करते हैं । उन्होंने कहा कि आज 25 से 40 वर्ष के बीच की जो पीढ़ी है, उसमें सहज भाव से काम करने की प्रेरणा है । इसमें सामुहिकता का भाव जुड़ जाए तो ताकत बनकर उभरती है। इसे एक मिशन से जोड़ लें तो परिवर्तन आना शुरू हो जाता है । प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तकदीर तकनीक में है और जो प्रौद्योगिकी युवाओं के पास है, वह भारत की तकदीर से जुड़ा है ।

उन्होंने ‘मैं नहीं हम’ पोर्टल के संदर्भ में कहा कि इसका अर्थ यह नहीं है कि ‘मैं’ को खत्म कर रहे हैं बल्कि ‘मैं’ का विस्तार है । इसका आशय स्व से समष्टि की ओर बढना है क्योंकि आखिर वृहद परिवार में आनंद का अनुभव होता है । मोदी ने कहा कि वह देखते हैं कि भारत युवा प्रौद्योगिकी का शानदार ढंग से उपयोग कर रहा है और वह इसका न केवल अपने लिये कर रहे हैं बल्कि दूसरों के लिये भी कर रहे हैं ।

‘‘ मैं इसे शानदार संकेत के रूप में देखता हूं । ’’उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रयास छोटा हो या बड़ा हो, उसे महत्व दिया जाना चाहिए । प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वयंसेवी प्रयासों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में बहुत कुछ किया जा सकता है, युवाओं को हमारे उद्यम और किसानों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए । उन्होंने यह भी कहा कि आज अधिक लोग कर चुका रहे हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है कि उनके पैसे का उपयोग ठीक से और लोगों के कल्याण के लिए किया जा रहा है ।

इंदौर. 15 साल के वनवास को दूर करने के इरादे से विस चुनाव में उतरने वाली कांग्रेस पार्टी अपने ही नेताओं की बदजुबानी से परेशान है। लगातार बड़े नेताओं की फिसलती जुबान पार्टी के लिए मुसीबत बनती जा रही है। पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह फिर विधायक कल्पना परूलेकर और अब राऊ से कांग्रेस विधायक और कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी का एक वीडियो वायरल हो गया है। पटवारी जनसंपर्क के दौरान यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि अाप मेरा ध्यान रखना, आपको मेरी इज्जत रखनी है, पार्टी जाए तेल लेने। पटवारी का वीडियो सामने आने के बाद राजनीति गरमा गई है।

  • भारतीय मानक ब्यूराे की टीम ने राजधानी की जरोदा गांव स्थित फैक्ट्री पर मारा छापा
  • भारी मात्रा में एक लीटर का बोतल बंद पानी जब्त, कंपनी मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

रायपुर. राजधानी में अवैध रूप से आईएसआई मार्क लगाकर निर्मल ब्रांड के नाम से बोतल बंद पानी बेचने का खुलासा हुआ है। भारतीय मानक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार शाम जरोदा गांव में छापा मारकर भारी मात्रा में बोतल बंद पानी बरामद किया। ब्यूरो की ओर से आईएसअाई मार्क के दुरुपयोग में कंपनी मालिक दीपक वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

 दरअसल, भारतीय मानक ब्यूरो की रायपुर शाखा कार्यालय को सूचना मिली कि तर्रा के ग्राम जरोदा स्थित जेडी प्रोडक्ट में बिना बीएमआई वैध लाइसेंस के निर्मल जल ब्रांड का उपयोग कर अवैध रूप से पैक्ड बोतल पेयजल बनाया जा रहा है। जिसकी सप्लाई अलग-अलग जगह होती है। साथ ही आईएसआई मार्क का भी दुरुपयोग किया जा रहा है। 

 इस पर रायपुर ब्यूरो के प्रमुख और वैज्ञानिक वी. गोपीनाथ की ओर से एक टीम गठित कर वैज्ञानिक कौशलेंद्र कुमार की अगुवाई में वैज्ञानिक अनंत सरावगी और क्लर्क स्मिथ कुमार को छापेमारी की कार्रवाई के लिए जरोदा गांव भेजा गया। विधानसभा थाना पुलिस के साथ की गई इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में एक लीटर की बोतल बंद पानी बरामद हुआ, जिसे जब्त कर लिया गया। 

 फैक्ट्री में पानी को बोतल में भरने के लिए पूरा प्लांट लगा रखा गया था। जिसका संचालन अवैध तरीके से किया जा रहा था। ब्यूरो की ओर से बताया गया कि कंपनी के मालिक दीपक वर्मा के खिलाफ भारतीय मानक ब्यूरो के अधिनियम 2016 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

 वैज्ञानिक वी. गोपीनाथ ने बताया कि दोष साबित होने पर कम से कम 2 लाख से लेकर 5 लाख रुपए तक का जुर्माना या एक साल की जेल या दोनों हो सकती है। वहीं जब्त किए गए माल का 10 गुना जुर्माना अर्थदंड के रूप में दिया जा सकता है।

रायगढ़. घर में सो रहे युवक पर अज्ञात लोग एसिड फेंककर फरार हो गए। इधर संजीवनी 108 के टोल फ्री नंबर पर कॉल रिसीव नहीं होने पर परिजन पीड़ित को इलाज के लिए मेकाहारा लेकर आए। बर्न वार्ड में इमरजेंसी डॉक्टर के नहीं होने से मरीज को सुबह 11 बजे तक तड़पना पड़ा। 10 घंटे बाद सोमवार को सुबह डॉक्टर के राउंड पर आने के बाद एसिड पीड़ित का इलाज शुरू हुआ। 

 

मामला जांजगीर-चांपा जिले में चंद्रपुर थाना क्षेत्र चंदेली गांव का है। ग्रामीण महेश राणा (32) रविवार की रात सोया हुआ था। लगभग 12 बजे अज्ञात हमलावर उसके घर में घुस गया। महेश राणा के चेहरे पर उसने एसिड फेंक दिया। महेश ने बताया कि चेहरे में एसिड गिरने के बाद उसे गरम पानी डाले जाने का एहसास हुआ। उसने शोर मचाया, आरोपी वहां से भाग चुका था।

 

हादसे के बाद घर के दूसरे सदस्यों के अलावा मोहल्ले के लोग भी उसके घर में जुट गए। चेहरे में एसिड पड़ने की आशंका होने पर महेश के मोबाइल से पत्नी कुमुदनी राणा ने संजीवनी वाहन के लिए टोल फ्री नंबर 108 पर फोन किया। कॉल सेंटर में किसी ने फोन कॉल रिसीव नहीं किया। परिजन उसे पुलिस के 112 वाहन में रात डेढ़ बजे अस्पताल लेकर पहुंच गए। बर्न वार्ड में डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे। नर्सों ने मामूली मरहम पट्टी कर दी। सुबह 11 बजे जब डॉक्टर राउंड पर आए तो उपचार शुरू किया गया। 


पेट्रोल पंप में काम करता है युवक: ग्रामीण युवक चंद्रपुर के एचपी पेट्रोल पंप में काम करता है। मरीज के अन्य परिजन आशंका जता रहे हैं कि पेट्रोल पंप में ही किसी के साथ महेश का विवाद हुआ होगा। जिसके चलते उस पर एसिड अटैक हुआ है। महेश ने कहा कि उसका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ था। चंद्रपुर पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है। 


गेट खुला था, डॉक्टरों की नींद नहीं खुली: हादसे के बाद सबसे पहले मरीज को लेकर परिजन चंद्रपुर के सरकारी अस्पताल में पहुंचे। मरीज की पत्नी कुमुदनी ने बताया उस समय अस्पताल का गेट खुला हुआ था। भीतर जाकर देखे तो अस्पताल के सभी कर्मचारी सोए हुए थे। अंत में चंद्रपुर की पुलिस टीम ने भी आवाज लगाई, इसके बाद भी अस्पताल के कर्मचारी व डॉक्टरों की नींद नहीं खुली। 


इमरजेंसी में डॉ. नवीन कर रहे थे ड्यूटी: रविवार के दिन मेकाहारा के अधिकांश डॉक्टर छुट्टी पर रहते हैं। इमरजेंसी में कुछ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाती है। रविवार को डॉ. नवीन अग्रवाल बर्न वार्ड में ड्यूटी पर थे। इमरजेंसी ड्यूटी होने के बाद भी वे वार्ड में नहीं गए। ऐसे में एसिड से झुलसे मरीज को 10 घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। 


सीधी बात : डॉ. हबेल सिंह उरांव, सहायक अधीक्षक, मेकाहारा 
सवाल: रविवार की रात एसिड पीड़ित आया था, उसके इलाज में देर क्यों हुई? 
जवाब: मुझे मरीज के बारे में जानकारी नहीं है। 
सवाल: रविवार के दिन अस्पताल के सभी डॉक्टर छुट्टी में रहते हैं क्या? 
जवाब: ऐसा नहीं है, इमरजेंसी डॉक्टर मरीजों की देखभाल करते हैं। 
सवाल: उस रात बर्न वार्ड में ड्यूटी पर कौन था, क्या उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे? 
जवाब: डॉ. नवीन अग्रवाल की ड्यूटी थी, यदि उन्होंने इलाज में लापरवाही की है तो कार्रवाई तो करेंगे ही।

विदिशा. श्री दुर्गा उत्सव चल समारोह के दौरान 19 अक्टूबर की रात में हुए पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को विदिशा बंद का ऐलान सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति और हिंदू संगठनों ने किया है। मंगलवार दोपहर में बालविहार के पास स्थित लक्ष्मीबाई धन्नालाल अग्रवाल धर्मशाला में सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति और हिंदू संगठनों के सदस्यों की बैठक हुई।

 

बैठक में सभी सदस्यों ने बुधवार को बंद करने पर अपनी सहमति दी। एकराय होने के बाद सभी सदस्य वाहनों से शहर में निकले और बंद करने के व्यापारियों का समर्थन मांगा। समिति के सदस्यों का कहना है कि पेट्रोल पंप, सब्जी मंडी और दुकानें बंद रहेंगी। सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति के बंद के आह्वान पर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रमसिंह का कहना है कि हमने 20 स्क्वायड टीम गठित की हैं। ये टीमें पूरी नजर रखेंगी।

 

जिले में धारा 144 लागू है और यदि दुकानों को जबरिया बंद कराया तो जेल भेजने की कार्रवाई होगी। एसपी विनीत कपूर का कहना है कि बंद को लेकर शहर में 200 से ज्यादा का बल तैनात किया जाएगा। हर चौराहे और तिराहे पर नजर रखी जाएगी। एसपी ने बताया कि एएसपी ने सभी पक्षों के लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। 

ज्योतिष और द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की हैसियत सनातन (हिंदू) धर्म में धर्म सम्राट की है। हालांकि, देश के अलावा दुनिया में भी उनके शिष्यों की संख्या लाखों में है, लेकिन उन्हें वैसी तरजीह नहीं मिलती, जिसके वे हकदार हैं। उनकी साफगोई की वजह से उन्हें विवादों में घसीटने की भी कोशिश की जाती है। हालांकि, कभी कभी स्वरूपानंद स्वयं विवादित बयान देते हैं। ऐसे लोगों की तादाद भी कम नहीं है, जो उन्हें कांग्रेसी शंकराचार्य कहते हैं। साईं बाबा को लेकर वे जो बयान देते हैं, वह भी विवाद की वजह बनते हैं। इन सभी विषयों पर मध्य प्रदेश के पत्रकार राजेन्द्र चतुर्वेदी ने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपापंद सरस्वती ने विस्तार से बात की। प्रस्तुत हैं, उसी चर्चा के संपादित अंश.. ..।
 
-स्वामीजी, गंगा की रक्षा के लिए लंबे समय तक अनशन पर बैठे प्रो. जीडी अग्रवाल उर्फ स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद अब हमारे बीच नहीं रहे। उनके निधन के लिए आप किसे जिम्मेदार मानते हैं?
 
-प्रोफेसर जीडी अग्रवाल के पास गंगा को बचाने के लिए एक पूरी कार्ययोजना थी। वह आईआईटी कानपुर में प्रोफेसर थे और उच्चकोटि के पर्यावरणविद, इसलिए उनकी योजना पर गौर किया जाना चाहिए था। उनसे बात की जानी चाहिए थी, लेकिन उनसे किसी सत्ताधारी ने बात नहीं की। प्रोफेसर अग्रवाल की मौत के लिए जिम्मेदार भी वही हैं, जिन्होंने उनसे बात नहीं की।
 
-अग्रवाल सम्मेलन नाम की संस्था का आरोप है कि प्रोफेसर की हत्या कराई गई है? 
 
-प्रोफेसर जीडी अग्रवाल को अनशन स्थल से जबरन उठाकर ऋषिकेश के ही एम्स में भर्ती कराया गया। यह काम ऋषिकेश के जिला प्रशासन ने किया था। जिन लोगों ने उन्हें अनशन स्थल से उठाया, उनकी जिम्मेदारी थी कि वे प्रोफेसर अग्रवाल की रक्षा करते, लेकिन जब वे अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पाए, तो उन पर आरोप लगेगा ही।
 
-मतलब, आप मानते हैं कि आरोप सही है?
 
-प्रोफेसर अग्रवाल से बात करने के लिए केंद्र या उत्तराखंड सरकार का कोई प्रतिनिधि भले ही नहीं गया, लेकिन ये दोनों सरकारें उनके अनशन के कारण परेशान थीं। अग्रवाल 111 दिन तक अनशन पर बैठे रहे। सरकारों को उम्मीद रही होगी कि वे अपना अनशन समाप्त कर देंगे, लेकिन जब नहीं किया, तो उन्हें अनशन स्थल से उठवाकर हो सकता है कि कोई शरारत कर दी गई हो। मैं किसी भी आशंका को खारिज नहीं कर सकता।
 
-गंगा की सफाई के लिए केंद्र सरकार नमामि गंगे योजना चला रही है, आप उसके काम से संतुष्ट हैं?
 
-वाराणसी जाकर देखो, तो पता चलेगा कि गंगा पहले से भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है। फ्रांस के राष्ट्रपति भारत आए, तो हमारे प्रधानमंत्री जी ने वाराणसी में नाव में गंगा में उनके साथ सैर की। लेकिन जो गंदा पानी गंगा में गिरता है, उसके स्रोतों को सजावट करने के बहाने ढंक दिया गया, ताकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति को गंगा की सफाई का भ्रम हो जाए। जैसा चकमा उन्हें दिया गया, वैसा ही पूरे देश को दिया जा रहा है। नमामि गंगे योजना गंगा सफाई का भ्रम फैलाने का जरिया बन गई है।
 
-लगता है कि आप मोदी सरकार से बहुत नाराज हैं? मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार से भी आप नाराज होंगे?
 
-नहीं, मैं किसी से नाराज नहीं हूं। लेकिन मैंने यहां गोटेगांव में करोड़ों रुपये खर्च करके अस्पताल बनवाया था। उसे न तो मुझे शुरू करने दिया जा रहा है, न प्रदेश सरकार ही शुरू कर रही है। अगर यह अस्पताल प्रारंभ हो जाता, तो इस इलाके के लाखों लोगों को फायदा होता। लेकिन अच्छी-खासी इमारत नष्ट होने के कगार पर पहुंच गई है। न सरकार खुद कुछ कर रही है, न मुझे करने दे रही है।
 
-मध्य प्रदेश में चुनाव की सरगर्मियां प्रारंभ हो गई हैं। आप किस पार्टी की जीत देखना चाहते हैं?
 
-मुझे किसी की हार जीत से कोई मतलब नहीं है। मैं यह चाहता हूं कि जनता वर्तमान सरकार का पुराना घोषणा पत्र देखें। देखें कि उसमें किए गए वादे क्या पूरे हुए हैं? अगर उसमें किए गए वादे पूरे नहीं हुए, तो इस बार जो घोषणा पत्र आएगा, उसके वादे कैसे पूरे होंगे? बस यही कहना चाहूंगा कि जनता सोच-समझकर मतदान करे।
 
-स्वामी जी, शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने अब तक कैसा काम किया?
 
-उसमें कुछ भी उल्लेखनीय नहीं है। 
 
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या है?
 
-केवल झूठ बोलना। झूठ बोलने के अलावा उन्होंने अब तक तो कुछ भी नहीं किया। हां, देश को नुकसान पहुंचाने वाले काम बहुत से किए हैं। नोटबंदी ने उन लोगों को सड़क पर खड़ा कर दिया, जिन लोगों के पास रोजगार थे। जीएसटी ने छोटे व्यापारियों को नुकसान पहुंचाया। सीमा पर जवान सुरक्षित नहीं हैं, खेतों में किसान सुरक्षित नहीं हैं। माल्या और नीरव मोदी जैसे लोगों ने बैंकों को बर्बाद कर दिया है। बेरोजगारी बढ़ रही है। 
 
-इसीलिए तो कुछ लोग आपको कांग्रेसी शंकराचार्य कहते हैं?
 
-भाई, मैं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहा हूं। उस समय तो कांग्रेस के अलावा और कोई था ही नहीं। अंग्रेजों के खिलाफ मैंने जो भी किया, वह कांग्रेस का झंडा लेकर ही किया। यदि इसके लिए मुझे कांग्रेसी कहा जाता है, तो मुझे इस पर गर्व है। बाकी तो मैं शंकराचार्य हूं और शंकराचार्य किसी पार्टी का नहीं होता। वह पूरे सनातन समाज का होता है, पूरी मानव जाति का होता है।
 
-स्वतंत्रता संग्राम जब चल रहा था, उस समय आरएसएस तो था?
 
-था, लेकिन देश की आजादी में उसका कोई योगदान नहीं है। 
 
-आरएसएस वाले तो कहते हैं कि उनका आजादी के आंदोलन में योगदान था, लेकिन वामपंथी इतिहासकारों ने उसकी चर्चा नहीं की?
 
-वे लोग गलत कहते हैं। आजादी की लड़ाई कई-कई तरीके से लड़ी गई। कोई जेल गया, कोई फांसी पर चढ़ गया। किसी ने अंग्रेजों के खिलाफ किताबें लिखीं, किसी ने लेख लिखे। आरएसएस के कितने लोग जेल गए? कितने लोग फांसी पर चढ़े? अगर उसके किसी विचारक ने अंग्रेजों के खिलाफ कहीं एक शब्द भी लिखा हो, तो उसे देश के सामने रखा जाए। लेकिन ये लोग कुछ नहीं बता पाएंगे, जब कुछ किया ही नहीं, तो बताएंगे क्या?
 
-आप हिंदू धर्म के सबसे बड़े संत हैं और आरएसएस हिंदुओं का सबसे बड़ा संगठन। आप दोनों की पटरी क्यों नहीं बैठती?
 
-आरएसएस को हिंदू धर्म की समझ ही नहीं है। मैंने कहा कि साईं कोई भगवान नहीं है, वह प्रेत है, हिंदुओं को उसकी पूजा नहीं करनी चाहिए। इस पर आरएसएस के भैयाजी जोशी ने कहा कि आरएसएस के कई स्वयंसेवक साईं की पूजा करते हैं। अरे भाई, स्वयंसेवक अगर किसी की पूजा करने लगेंगे, तो क्या वह भगवान हो जाएगा? आपने शाखाओं में अपने स्वयंसेवकों को क्यों नहीं बताया कि साईं प्रेत है, उसकी पूजा मत करना, भगवान की पूजा करना। ये लोग साईं की पूजा करते हैं और बात राम मंदिर की करते हैं। मोहन भागवत का कहना है कि हिंदुओं में विवाह एक अनुबंध होता है। भागवत यह भी नहीं जानते कि हिंदू धर्म में विवाह सात जन्मों का बंधन होता है और बात हिंदुत्व की करते हैं। ये हिंदुत्व के बारे में कुछ नहीं जानते।
 
-आप किसी पर भी आरोप लगा देते हैं, जबकि आप पर भी आरोप है कि आपका यह आश्रम पहाड़ी पर कब्जा करके बनाया गया है?
 
-मैं किसी पर गलत आरोप नहीं लगा सकता। अगर मैंने किसी के बारे में कुछ कहा है, तो आओ, तथ्य से, तर्क से और शास्त्रों के प्रमाण से उसे गलत साबित करो। मैं तो हमेशा संवाद के लिए तैयार रहता हूं। रही बात पहाड़ी पर कब्जा करने की, तो यह पहाड़ी मैंने लीज पर ली है। अगर मैं गलत होता, तो ये लोग जेल में डाल देते। ये लोग पहाड़ी पर कब्जा करने का आरोप इसलिए लगाते हैं, ताकि मेरी छवि खराब हो। ये नहीं जानते कि मैं शंकराचार्य हूं, मेरी कोई छवि नहीं है। मैं अपना धर्म ठीक से निभा रहा हूं। मैं आप लोगों से प्राप्त भिक्षा का भोजन ग्रहण करता हूं।
 
- राजेन्द्र चतुर्वेदी

बेंगलुरू। कर्नाटक के एक संगठन ने तीन नवंबर को होने वाले सनी लियोन के एक समारोह को बाधित करने की धमकी दी है। संगठन अदाकारा के बहुभाषी फिल्म में ‘वीरमादेवी’ की भूमिका निभाने के लिए खिलाफ है। ‘कन्नड़ रक्षणा वेदिके’ के अध्यक्ष के हरीश ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि हमे सनी लियोनी के समारोह में प्रस्तुति देने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हम उनके वीरमादेवी की भूमिका निभाने का विरोध करेंगे, जिन्हें कन्नड़ के लोग देवी की तरह मानते हैं।

उन्होंने कहा कि लियोनी का वीरमादेवी की भूमिका निभाना अनुचित है। पुलिस आयुक्त टी सुनील कुमार ने कहा कि पुलिस ने लियोनी के समारोह के लिए सशर्त अनुमति दी है। इस महीने की शुरूआत में भी ‘कन्नड़ रक्षणा वेदिके’ के सदस्यों ने लियोनी के खिलाफ प्रदर्शन कर उनके पोस्टर जलाए थे।

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