ईश्वर दुबे
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Bhilai
बिलासपुर, 30 नवंबर । हाईकोर्ट ने किसी भी शासकीय कर्मचारी के निधन पर मृतक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति व अन्य सहायता दिलाए जाने का दायित्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी की है। अधिकारी को आश्रितों को नियमों की जानकारी दी जानी चाहिए। कोर्ट ने मामले में याचिकाकर्ता के आवेदन को स्वीकार कर नियमानुसार अनुकंपा नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
याचिकाकर्ता डिगेश्वर प्रसाद के पिता विशेलाल बालोद में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। सेवाकाल के दौरान 1999 में उनका निधन हो गया। पिता के निधन के समय याचिकाकर्ता की उम्र नौ साल थी। मृतक सहायक शिक्षक के आश्रितों को विभाग की ओर से अनुकंपा नियुक्ति के नियम के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई।
याचिकाकर्ता डिगेश्वर बालिग होने पर शिक्षा विभाग में अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने आवेदन पेश किया। विभाग ने शासकीय कर्मचारी के निधन होने के बाद तीन वर्ष के अंदर ही अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का नियम होने का हवाला देते हुए आवेदन को निरस्त कर दिया।
याचिकाकर्ता ने शिक्षा सचिव को भी आवेदन दिया। शिक्षा सचिव द्वारा भी आवेदन निरस्त किए जाने पर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। इसमें कहा गया कि पिता का निधन होने के समय वह नाबालिग था। अनुकंपा नियुक्ति के संबंध में उसे कोई जानकारी नहीं थी। इसके अलावा विभाग की ओर से भी उसकी मां को कुछ नहीं बताया गया। बालिग होने पर आवेदन दिया गया है।
याचिका में जस्टिस पी सेम कोशी के कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि यदि किसी शासकीय कर्मचारी का निधन होता है तो विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का यह दायित्व है कि तीन माह के अंदर मृतक के आश्रित या उत्तराधिकारी को यह बताए कि अनुकंपा नियुक्ति कैसे मिलेगी। इसके अलावा मिलने वाले अन्य लाभ की भी जानकारी दी जानी चाहिए। याचिकाकर्ता के पिता का जब निधन हुआ तो वह अबोध बालक था। विभाग की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई। याचिकाकर्ता अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने का हकदार है। कोर्ट ने शासन को याचिकाकर्ता के आवेदन पर नियमानुसार निर्णय लेते हुए अनुकंपा नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
कबीरधाम(कवर्धा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गृह जिले कबीरधाम(कवर्धा ) के तहत दो विधानसभा सीट आती हैं पंडरिया और कवर्धा । कवर्धा में अभी भाजपा का ही कब्जा है, कवर्धा से अशोक साहू और पंडरिया से मोतीराम चंद्रवंशी भाजपा विधायक हैं। कवर्धा और पंडरिया विधानसभा पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, सांसद अभिषेक सिंह और परिवार के सदस्यों का सीधा दखल रहता है। यही नहीं, भाजपा उम्मीदवार को चुनाव जिताने के लिए मुख्यमंत्री का कुनबा खुद डेरा डालता है और वोटरों से सीधा संपर्क करता है। चुनाव में हर बार कवर्धा और पंडरिया से विधायक होने के बावजूद भाजपा नए उम्मीदवार पर दांव लगाती है। कवर्धा और पंडरिया से कांग्रेस भी कड़ी टक्कर देने के लिए मजबूत दावेदार मैदान में उतारती रही है। पंडरिया से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अकबर ने वर्ष 2008 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। लेकिन उनके बाद से दोनों सीटों पर कांग्रेस को जीत नहीं मिल पाई। इस बार भाजपा हैट्रिक लगाने की तैयारी में है।
पंडरिया विधानसभा
छत्तीसगढ़ की पंडरिया विधानसभा सीट 2008 के परसीमन के बाद वजूद में आई है। एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी इस सीट पर जीत चुकी है। मौजूदा समय में बीजेपी का कब्जा है। जबकि कांग्रेस दोबारा से वापसी के लिए बेताब है। पंडरिया विधानसभा के वनांचल का इलाका आज भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहा है और यहां पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा समस्या प्रमुख है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों ने यहां से जीत हासिल की है, लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है।2013 के विधानसभा चुनाव में पंडरिया सीट पर 15 उम्मीदवार मैदान में उतरे थे। बीजेपी के मोतीराम चन्द्रवंशी ने कांग्रेस के लालजी चन्द्रवासी को मात देकर कब्जा किया था।बीजेपी उम्मीदवार को 81685 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 74412 वोट मिले थे। इसके अलावा जीजीपी के निर्मल सलूजा को 7377 और सीएसएम के रामकृष्ण साहू को 5502 वोट मिले थे।2008 के नतीजे में कांग्रेस उम्मीदवार अकबर को 72397 वोट मिले थे। बीजेपी के लालजी चंद्रवासी को 70536 वोट मिले थे
कवर्धा विधानसभा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह के गृह जिले कवर्धा की विधानसभा सीट वीआईपी सीट है। यहां पर पिछले दो चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। यानी इस बार नज़र हैट्रिक पर होगी।रमन सिंह का गृह जिला होने की वजह से इस सीट पर सभी की नज़रें टिकी होती हैं और सीएम की साख भी इससे जुड़ जाती है।हालांकि, बीजेपी के लिए चिंता का विषय ये है कि पिछला चुनाव यहां से विधायक अशोक साहू ने मात्र 2000 वोटों के अंतर से ही जीता था। ऐसे में रमन सिंह पर अपने ही घर में बीजेपी को जीत दिलाना ही चुनौती बन सकता है।2013 विधानसभा चुनाव में अशोक साहू, बीजेपी को 93645 वोट मिले अकबर भाई, कांग्रेस, को 91087 वोट मिले थे। 2008 विधानसभा चुनाव में सियाराम साहू, बीजेपी को 78817 वोट मिले और योगेश्वराज सिंह, कांग्रेस को 68409 वोट मिले थे। 2003 विधानसभा चुनाव में योगेश्वराज सिंह, कांग्रेस को 51092 वोट मिले थे जबकि सियाराम साहू, बीजेपी ने 46904 वोट पाए थे। इस सीट की चर्चा करना इसलिए भी लाजिमी है क्योंकि इस विधानसभा सीट पर जीत-हार के अंतर से नोटा को मिले वोटों की संख्या तीन गुना से भी ज्यादा थी। इस सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अशोक साहू ने 93,645 से वोटों के साथ जीत दर्ज की थी। वहीं, कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार रहे अकबर भाई को 91,087 वोट मिले थे। इस सीट पर जीत-हार का अंतर 2,558 मत का रहा था। वहीं इस सीट पर नोटा को मिले वोटों की संख्या 9,229 थी।
भिलाई,। न्यू खुर्सीपार निवासी जागीर चौक पंजाबी मोहल्ला रविकांत यादव का 12 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार उर्फ सूरज यादव पिछले 24 नवंबर से कही लापता हो गया है। घर वालों ने अपने रिश्तेदारों के यहां खोजबीन करने के बाद खुर्सीपार थाना में सूरज के गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया है। सूरज के पिता रविकांत ने थाने में रिपोर्ट लिखाने के दौरान पुलिस को बताया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति उसे बहला फुसला कर कहीं ले जाया गया है, पुलिस धारा 363 मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है।
कई बार शिकायतों के बाद नही हो रहा सुधार
हाजिर रहने के बाद भी गैर हाजिर कर रहा है शो
भिलाई,। नगरीय निकाय प्रशासन के आदेश पर नगर निगम में कार्यरत कर्मियों के हाजिरी के लिए निष्ठा एप की मशीन में अंगूठा लगाकर उपस्थिति दर्ज कराने का कार्य हो रहा था, इसी एप के माध्यम से कर्मियों की हाजिरी लग रही थी और उसी आधार पर इनके वेतन का भुगतान किया जाता है, लेकिन निगम का निष्ठा एप पिछले कई महिने से गड़बडा रहा है, इसका डाटा बेस गलत सलत बता रहा है, अंगूठा लगाने के बाद भी गैर हाजिर शो करने के कारण निगम कर्मियें की हजारों रूपये वेतन कट जा रहा है, इस निष्ठा एप के डाटा बेस को सुधारने छत्तीसगढ़ स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ द्वारा कई बार अपने बडे अधिकारियों को शिकायत की लेकिन इसमें कोई सुधार नही हो रहा है, इससे भारी नाराज निगम कर्मी आज सड़क पर उतर गये और निष्ठा एप का अनुबंध समाप्त करने प्रदर्शन किया।
हर माह 80 कर्मचारियों की अटेंडेंस में आती है गड़बड़ी सामने
छत्तीसगढ़ स्वायत्तशासी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सेल्फी के साथ अटेंडेंस दर्ज कराने के लिए बनाई गई मोबाइल निष्ठा एप दगा दे रही है। कर्मचारियों का अटेंडेंस दर्ज नहीं हो रहा है। इससे भिलाई के अधिकारी कर्मचारिये में भारी आक्रोश है। इसलिए इस निष्ठा एप के विरोध पर उतर आए हैं।
निष्ठा एप में हर महीने 70-80 कर्मचारियों की अटेंडेंस में गड़बड़ी सामने आती है। सुधार के लिए कई बार एजेंसी को पत्र लिखा गया है। नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। इसके बावजूद एजेंसी सॉफ्टेवयर के डेटा बेस को क्लीयर नहीं कर पाया।
इधर निगम के अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति एप में दर्ज नहीं हो पा रही है। इसके कारण सेल्फी के साथ फोटोग्राफ एप में अपलोड करने बावजूद अटेंडेंस दर्ज नहीं होता। अटेंडेंस में गड़बड़ी की वजह से स्थापना विभाग अधिकारी कर्मचारियों के वेतन को रोक देती है। या फिर वेतन ही रोक दिया जाता है।
कल सौंपें थे ज्ञापन
नाराज अधिकारी कर्मचारियों ने बुधवार को उपायुक्त ए के द्विवेदी से मुलाकात की थी। निष्ठा एप की विसंगतियों को दूर करने की मांग की। उपायुक्त ने आयुक्त की अनुमति के बाद एक्ससेप्शन क्लीयर करने का आश्वासन दिया। सभी को निष्ठा एप के अलावा रजिस्टर पर भी हस्ताक्षर करने कहा था। बावजूद गुरुवार को नाराज निगमकर्मियों ने जमकर प्रदर्शन किया।
भिलाई। एक चार साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोप में भिलाई नगर पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पहली बार 20 दिन पहले पीड़िता से दुष्कर्म किया था। इसके बाद दोनों ने दो दिन पहले फिर से दुष्कर्म किया। पीड़िता की तबीयत बिगड़ी तो परिजन उसे लेकर अस्पताल गए। जहां पर डॉक्टरों ने दुष्कर्म की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया।
भिलाई नगर थाना प्रभारी गौरव तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सगे भाई हैं। एक आरोपी की उम्र 23 साल और दूसरा 20 साल का है। पीड़िता 20 दिन पहले अपने घर के पास खेल रही थी। इसी दौरान दोनों आरोपी पीड़िता को अपने साथ अपने घर पर ले गए। वहां पर दोनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
बिलासपुर, । हाईकोर्ट ने बिलासपुर से हवाई सेवा प्रारंभ करने में हो रहे विलंब पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि केन्द्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार है। ऐसे में हवाई सेवा प्रारंभ करने में विलंब क्यों हो रहा है। कोर्ट ने अधिकारियों को 10 दिसंबर तक लाइसेंस प्रक्रिया पूरी कर जवाब देने का आदेश दिया है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में मंगलवार को हुए आईडी ब्लास्ट में एक डीआरजी का जवान घायल हो गया है। ब्लास्ट मिनपा में हुआ, यह जंगल वाला इलाका है। ब्लास्ट उस वक्त हुआ जब 206 कोबरा और डीआरजी के जवान अपने बेस कैंप की ओर लौट रहे थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुकमा जिले के किस्टाराम और चिंतागुफा थाना क्षेत्र और तेलंगाना के सीमावर्ती क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से ऑपरेशन प्रहार चार चलाया जा रहा है। पुलिस दल में एसटीएफ, डीआरजी और सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के जवान शामिल थे। सोमवार को पुलिस दल को इस अभियान में सफलता मिली और नौ नक्सलियों को मार गिराया गया। इस घटना में डीआरजी के दो जवान शहीद हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि देर रात जब डीआरजी का दल अपने शिविर में लौट रहा था तब जवान सुक्का का पैर प्रेशर बम के उपर चला गया। इससे बम में विस्फोट हो गया। इस घटना में सुक्का गंभीर रूप से घायल हो गया है।
उन्होंने बताया कि घटना के बाद घायल जवान को चिंतागुफा के फील्ड अस्पताल में लाया गया तथा बाद में उन्हें रायपुर भेजा गया। सुक्का को रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रायपुर, 26 नवंबर । मानवजनित किसी भी उपकरण को प्रभावित करने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता, यह वैश्विक मत है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हमारा तंत्र इतना कमजोर हो चुका है। मुझे पूरा विश्वास है कि विधानसभा चुनाव का स्वस्थ परिणाम सामने आएगा।
उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने आज राजीव भवन में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कही। श्री सिंहदेव ने ईवीएम में छेडख़ानी और चुनाव परिणाम प्रभावित करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि यह वैश्विक मत है कि मानव द्वारा बनाए गए किसी भी उपकरण, यंत्र को प्रभावित किया जा सकता है यह असंभव नहीं है। लेकिन इसका तात्पर्य यह भी नहीं है कि हमारा तंत्र इतना कमजोर हो गया है कि इसे प्रभावित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कई रोचक बातें सामने आई हैं। रायपुर के कुछ बूथों के अलावा राज्य के अन्य स्थानों में ईवीएम के खराब होने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि उनके स्वयं के निर्वाचन क्षेत्र के कुछ बूथों पर जहां से आज तक कांग्रेस को लीड मिलती आई है, ऐसे बूथों पर भी ईवीएम के खराब होने की जानकारी उन तक पहुंची है। वे स्वयं भी कई बूथों पर गए जहां से जनता का उन्हें भरपूर समर्थन मिलता है, ऐसे स्थानों पर भी ईवीएम मशीनें खराब होती रहीं। श्री सिंहदेव ने कहा कि इसका मतलब यह भी नही है कि ऐसा जानबूझकर किया गया हो। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन और विश्वास जो उन्हें हासिल है, उसे कोई नहीं छीन सकता।
श्री सिंहदेव ने कहा कि अब तक उन्होंने और कांग्रेस पार्टी ने अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन किया है, आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम स्वस्थ आएगा, इस बात का उन्हें पूरा यकीन है। सरकार बचाने के लिए प्रशासनिक अफसरों के एजेंट के रूप में काम करने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए श्री सिंहदेव ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि कोई भी सीडी अथवा स्टिंग ऑपरेशन कांग्रेस के चुनाव परिणाम को प्रभावित नहीं कर सकता।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 206 कोबरा बटालियन की टीम के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ जारी है। जिसमें 7 से 8 नक्सली मारे गए। मुठभेड़ में डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए हैं। साथ ही कई बंदूक और कुछ आईईडी बनाने का सामान बरामद हुआ है। इस खबर को आगे अपडेट किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने कहा, '2 डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) मुठभेड़ में शहीद हो गए जबकि 7-8 नक्सलियों को भी मार गिराया गया है। यह मुठभेड़ डीआरजी और एसटीएफ की नक्सलियों के साथ सुकमा जिले के सकलार गांव में हुई। अभी भी मुठभेड़ जारी है।'
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुबह डीआरजी और पुलिस की एक टीम सर्च ऑपरेशन कर रही थी। इसी बीच पहले से घात लगाकर बैठे हुए नक्सलियों ने जवानों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। फायरिंग के बावजूद बिना घबराए जवानों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए काउंटर अटैक किया। जिसमें 8 नक्सली मारे गए। गोली लगने से इस दौरान 2 डाआरजी जवान शहीद हो गए।
राज्य में नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने सोमवार को बताया कि सुकमा जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र के अंतर्गत तेलंगाना सीमा के करीब पुलिस दल ने नक्सल विरोधी अभियान ‘प्रहार चार’ के दौरान आठ नक्सलियों को मार गिराया। इस घटना में डीआरजी के दो जवान भी शहीद हो गये।
अवस्थी ने बताया कि छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा के करीब नक्सली गतिविधि की सूचना के बाद रविवार शाम को सीआरपीएफ, एसटीएफ और डीआरजी के संयुक्त दल को रवाना किया गया था। इस अभियान को ‘प्रहार चार’ का नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि दल जब किस्टाराम थाना क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की।
रायपुर. हवा में नमी कम होने के असर से रात की ठंड फिर बढ़ने लगी है। राजधानी में गुरुवार और शुक्रवार की रात ठंड महसूस हुई और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री से कुछ अधिक रिकार्ड किया गया। आउटर में यह एक डिग्री और कम रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तरी हवा के असर से अब ठंड बढ़ेगी। प्रदेश के उत्तरी हिस्से में असर ज्यादा है और सीजन में पहली बार अंबिकापुर में रात का तापमान 10 डिग्री के करीब पहुंच गया है। राजधानी सहित राज्यभर में पिछले दिनों रात का तापमान बढ़ने से ठंड कम हो गई थी। राजधानी में रात का तापमान दो दिन तक 20 डिग्री के आसपास रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री तक ज्यादा था, लेकिन एक ही दिन में तापमान में लगभग ढाई डिग्री की गिरावट आई है। अब पारा सामान्य से बमुश्किल एक डिग्री ही अधिक है। इसकी वजह यह है कि हवा में नमी घटने लगी है, साथ ही उत्तर से आने वाली ठंडी हवा का प्रभाव भी बढ़ रहा है।
अंबिकापुर में पारा 10 पर
प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री अंबिकापुर में दर्ज किया गया। यह सामान्य के बराबर है। बिलासपुर में पारा भले ही 13.6 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन यह सामान्य से तीन डिग्री तक कम है, इसलिए वहां ज्यादा ठंड महसूस हो रही है। पेंड्रारोड, जगदलपुर, राजनांदगांव आदि जगहों पर पारा 12 से 15 डिग्री रहा। सभी जगह पारा सामान्य या उससे कुछ कम है।
भिलाई । छत्तीसगढ़ के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अंतर्राष्ट्रीय कलाजगत में प्रसिद्धि बटोरने वाले कलाकार लिम्का बुक ऑफ द वल्र्ड रिकार्ड पुरस्कृत अंकुश देवांगन को भोपाल राजभवन की कलात्मक सजावट के लिए आमंत्रित किया है। राजभवन द्वारा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने के समय संस्कृति विभाग से संजय झरबड़े तथा भिलाई से पूर्णानंद देवांगन उपस्थित थे, इस दौरान कलाकारों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा उन्हें भेंट दी। भोपाल शहर मध्य भारत के प्रमुख सांस्कृतिक धरोहर एवं कलाकारों के गढ़ के रुप में जाना जाता है। जहां भारत भवन, मानव संग्रहालय जैसे अनेक अविस्मरणीय कलाकेन्द्र बने हैं, इन केन्द्रों में प्रतिवर्ष हजारों विदेशी पर्यटक आते हैं। इसके केन्द्र स्थल राजभवन में कलाकृति बनाने के लिए राज्य के कलाकारों को बुलाया जाना छत्तीसगढ़ी कलाजगत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। ज्ञातव्य हो कि आनंदीबेन पटेल छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश दोनों जगह की राज्यपाल हैं यहां वे अंकुश देवांगन द्वारा किए गये कार्यों से बेहद प्रभावित हुई हैं। उनके द्वारा किये गए देश भर में उल्लेखनीय कार्यों के अलावा पुरखौती मुक्तांगन की कलाओं ने राज्य का मान बढ़ाया हैै जिसके कारण संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ सरकार ने भी उनके नाम की संस्तुति की है। साथ ही बताया है कि उनके द्वारा किए गये कार्य न सिर्फ नायाब होते हैं, बल्कि करोड़ों रुपयों में बनने वाली कलाकृतियों को वे मात्र चंद मजदूरों की मेहनत पर बना देते हैं। संस्कृति विभाग नें बताया कि सुरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला हरियाणा-2015 में राज्य शासन तथा लेबनान देश के सहप्रयोजन में उनके नेतृत्व में बनाये गये छत्तीसगढ़ी मड़ई-मेला का विहंगम दृश्य किसी भव्य फिल्मी सेट से कम नहीं था। इसे 45 वर्षों के इतिहास में अब तक का सर्वश्र्रेष्ठ मेला का पुरस्कार भी मिला है, वहीं इसमें उन्होंने शासन का करोड़ों रुपया भी बचाया था। अंकुश भिलाई ईस्पात संयंत्र में भी न्यूनतम व शून्य बजट पर एक से बढक़र एक कलाकृतियां बना चुके हैं। जिसमें सिविक सेंटर का कृष्ण-अर्जुन रथ, भिलाई होटल का नटराज, रुवाबांधा का पंथी चैक, दल्लीराजहरा में छ: मंजिली इमारत जितना विश्व का सबसे बड़ा लौहरथ, दुनिया की
सबसे छोटी मूर्तियां, चांवल के दानो पर पेन्टींग, दुर्गापुर स्टील प्लांट-पश्चिम बंगाल में अनेकानेक कृतियां प्रमुख है।
उनके द्वारा बनाये गये कालजयी कलाकृतियों की विशेषता है कि वे जिन शहरों में भी बनी हैं वहां की पहचान बन चुकी हैं। अब भोपाल की बारी है जहां कलात्मक अभिव्यक्तियों की प्रस्तुति के दौरान प्रख्यात माडर्न आर्ट चित्रकार-डी.एस. विद्यार्थी का सान्निध्य एवं निर्देशन उन्हें प्राप्त होगा। जिससे नयनाभिराम कृतियों के सृजन की वे उम्मीद करते हैं। इन निर्माणों में रेल्वे दुर्ग के सुप्रसिद्ध कलाकार अशोक देवांगन भी उनका साथ देंगे। भारतीय कलाजगत में अंकुश देवांगन द्वारा निरंतर उच्चतम प्रतिमानों को स्थापित करने पर भिलाई कलाजगत से स्वरकोकिला -रजनी रजक, रुपा साहू, शिखा साहू, समाजसेवी-विमान भट्टाचार्य, रमेश भारती, रंगकर्मी- राजेन्द्र रजक तथा प्रेमचंद साहू ने उन्हें बधाई और नये कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी है।
कांग्रेस छत्तीसगढ़ में चुनाव आचार संहिता उल्लघंन के कई मामलों को लेकर मंगलवार को चुनाव आयोग पहुंचीं। छत्तीसगढ़ में एक ओर दूसरे चरण का मतदान हो रहा था और दिल्ली में राज्य के प्रभारी और सांसद पीएल.पुनिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल चुनाव आयुक्त से मिला और अपनी शिकायत दर्ज कराई।
वहीं भाजपा के एक प्रत्याशी के पास से दो लाख रुपए बरामद हुए हैं। रात को पैसा बांटने का काम कर रहे थे उसमें एफआईआर हुई है लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। राज्य के अंबिकापुर से खबर मिल रही है कि जिन इलाकों में कांग्रेस मजबूत है वहां सुबह सात बजे पोलिंग शुरू नहीं हुई। कांग्रेस ने जानबूझकर ऐसे हथकंडे अपनाने का आरोप लगाकर मतदान समय बढ़ाने की मांग की।
इसी प्रकार चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद बतौर राज्य प्रभारी कांग्रेस को रुकने की इजाजत नहीं मिली जबकि भाजपा के प्रदेश प्रभारी अनिल जैन और संगठन मंत्री सौदान सिंह वहीं मौजूद रहे। उनका कहना है कि आयोग ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया है। इसी प्रकार 17 नवंबर को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह रायपुर में बिना अनुमति रोड शो और उसके बाद एक जनसभा को संबोधित करते हैं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य के सरकारी कर्मचारियों और पुलिस कर्मियों को पोस्टल बैलेट नहीं दिए। उनको वोटिंग अधिकार से वंचित किया गया है।
प्रथम चरण की तरह छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के दूसरे एवं अंतिम चरण में भी मतदान का औसत 2013 के मुकाबले कम रहा है। दूसरे चरण में 19 जिलों की 72 विधानसभा सीटों पर मतदान का कुल औसत 71.93 प्रतिशत रहा, जबकि 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में यह 77.12 प्रतिशत था। वहीं दूसरे चरण में ईवीएम खराब होने की बेहद शिकायतें दर्ज की गईं।
मुख्य निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने निर्वाचन सदन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 72 विधानसभा सीटों पर 1079 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। 2 सीटों पर सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान हुआ, जबकि बाकी विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से 5 बजे तक मतदान हुआ। उप निर्वाचन आयुक्त के मुताबिक दूसरे चरण में एक करोड़ 54 लाख मतदाता थे, जिनमें पुरुषों की संख्या 77 लाख 53 हजार और महिलाओं की संख्या 76 लाख 46 हजार थी। जबकि थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 877 रही।