ईश्वर दुबे
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Bhilai
चाउर वाले बाबा शराब बेच रहे हैं ?
राजनांदगांव- राजनांदगांव से भाजपा के डाक्टर रमन सिंह और कांग्रेस से श्रीमती करुणा शुक्ला के नामांकन दाखिल किए जाने के बाद चल रही बहुतायत चर्चा के अनुसार सरसरी तौर पर कहने लगे है कि डा रमन तो जीत ही जायेंगे । क्योंकि एक तो वे बाहरी प्रत्याशी है ऐसे आम लोगो की धरना है और अभी कांग्रेसजनो से परिचय मे ही लगी है लेकिन आज शाम कांग्रेस भवन मे शहर कांग्रेस कमेटी की एक बैठक मे जिस प्रकार से अपने भाषण से मुख्यमंत्री डा रमन के विरुद्ध आक्रमक तेवर में चुनाव लड रही कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती करुणा शुक्ला ने मृतप्राय कांग्रेसियो मे जान फूंकी उससे ऐसा लगता है कि डा रमन के लिए संभावित जीत टक्कर मे बदल सकती है। जब राजनांदगांव से कांग्रेस से उन्हे टिकिट मिलने की खबर आई है तभी से सारे कांग्रेसी एकमत हो गए है और कार्यकारिणी सहित सभी पदाधिकारियों ने एकता से चुनाव मैंदान में मुख्यमंत्री से डटकर मुकाबला करने का संकल्प लिया।
आज शाम कांग्रेस भवन मे आयोजित बैठक मे उस समय सन्नाटा पसर गया जब संचालक बसंत बेहकर व पूर्व शहर अध्यक्ष रमेश राठौर ने वहां बमुश्किल 150 के लगभगा कार्यकर्ताओं को अपने सुझाव के लिए आमंत्रित किया। बैठक मे पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष श्रीकिसन खंडेलवाल,नगर निगम मे विपक्ष के नेता हफीज खान,पूर्व महापौर सुदेश देशमुख प्रशांत तिवारी दिनेश शर्मा अशोक पंजवानी,महेश शर्मा आदि उपस्थित थे लेकिन इनमे से कोई भी अपनी जगह से नहीं हिला। इसके पूर्व कुतबुद्दीन सोलंकी व शहर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती हेमा देशमुख ने भी प्रभावशाली सुझाव रखे। इसके बाद पूर्व महापौर सुदेश देशमुख आए और बहुत दमदारी से अपनी बाते कहते हुए नगर निगम के महापौर तथा मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए माहौल को गरम किया। उन्होने खाया पीया कुछ नहीं और गिलास फोडा की तर्ज पर कहा कि हमे पत्रकारो के साथ जी ई रोड पर बने फिर उखडे फुट ओवर ब्रिज को दिखाया जाकर निगम के भ्रष्टाचार की पोल खोलना होगा। उन्होने मुख्यमंत्री डा रमन के खिलाफ और भी कडे बोल बोलकर स्वयं के आक्रमक रुख का परिचय दिया।
इसके बाद अंत मे प्रत्याशी करुणा शुक्ला का उद्बोधन हुआ और उन्होने अपनी भाषण कला एवं भाषण के अंशो से उपस्थित कांग्रेसियो के निराश मन को काफी हद तक पलट दिया और कांग्रेसीयो ने उनके उद्बोधन के अंत मे और बीच मे जोरदार तरीके से तालीयां भी बजाई। उन्होने कहा कि यह लडाई अमीर और फकीर के बीच मे है। पैराशूट प्रत्याशी होने की बात पर उन्होने कहा कि राजनांदगांव मे पैराशूट प्रत्याशीयो का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उन्होने कहा कि रामसहाय पांडे,धर्मपाल गुप्ताऔर स्वयं डाक्टर रमन इसके उदाहरण है।
श्रीमती शुक्ला ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए काफी कडवे वचन कहे और कहा कि देश मे अनेक मुख्यमंत्री को हमने हारते देखा है। उन्होने कांग्रेसी कार्यकर्ताओ से कहा कि मैने दोनो ही संगठनो मे रहकर अपनी विश्वसनीयता बनाई और इसलिए ही कांग्रेस ने राहूल गांधी ने और कांग्रेस के शीर्षस्थ नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा करते हुए राजनांदगांव से प्रत्याशी बनाया है।
उन्होने कहा कि मै काम से डरती नही हूं बल्कि काम मेरे से डरता है इसलिए इस चुनाव मे भाजपा के धनबल से जनबल को विजयी बनाने के लिए एकजुटता से कार्य करते हुए इतिहास बदलना है।
श्रीमती शुक्ला ने डा रमन के नामांकन भरने के दौरान उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शामिल होने पर तंज कसते हुए कहा कि अब मोदी जी भी आएंगे लेकिन इसलिए नही कि यहां से डा रमन भाजपा के प्रत्याशी है बल्कि इसलिए आएंगे क्योंकि यहां से करुणा शुक्ला कांग्रेस की प्रत्याशी है।
उन्होने यह कहकर सब को चौका दिया कि उन्होने अपने चाचाजी श्रद्धेय अटलबिहारी बाजपेयी की स्वीकृति के बाद कांग्रेस मे प्रवेश किया है।उन्होने कहा कि भाजपा व इसके नेतृत्व की सरकार भ्रष्टाचार मे आकंठ डूबी हुई है और चाऊर वाले बाबा प्रदेश मे शराब बेच रहे ,निर्माण कार्यो मे कमीशन का खेल चल रहा है,राजनांदगांव मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है और यहां करोडो के फंड का आबंटन होता है। बडे बडे करोडो के गैरजरुरी निर्माण सिर्फ कमीशनबाजी के लिए ही कराए जा रहे है ।छत्तीसगढ़ में भ्रस्ट अधिकारिर्यो का बोलबाला है मुख्यमंत्री के संरक्षण में ये अधिकारी छत्तीसगढ़ को खोखला करने में लगे हैं।
श्रीमती शुक्ला ने अपनी भाषण कला के बारे मे बताया कि वह पांच वर्ष की अवस्था से ही बोलने लगी थी। छात्र जीवन मे वादविवाद प्रतियोगिताओ मे अनेक बार मेडल प्राप्त किया है लेकिन केवल भाषण से ही काम नही बनता। उन्होने अटलजी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे भी बहुत ही प्रभावी भाषण देते थे लेकिन 37 साल बाद पी एम बने और वह भी 24 दलों के समर्थन से क्योंकि भाजपा का कोई ढांचा नही था और अटलजी तथा आडवानी जी भाजपा को खडे कर रहे थे। उन्होने कहा कि हमारी स्थिति अलग है क्योंकि हम पहले से ही एक शक्तिशाली संगठन है और इसलिए हमारी विजय को कोई रोक नहीं सकता है।
उन्होने कहा कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस ने सत्ता संम्हाली और अनेक राज्यो मे कांग्रेस की सरकारे थी इसलिए कांग्रेस मे संघर्ष करने की प्रवृत्ति कमजोर है। मुझसे अनेक बार जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल अपने काम काज के बारे मे मै पूछते थे तो मै सीधे कहती थी कि संगठन मजबूत करो तभी सत्ता हाथ लगेगी। श्रीमती शुक्ला ने कहा कि पूर्व चुनाव के बूथ वाइज प्राप्त मतों का अध्ययन करते हुए एक लक्ष्य बनाकर चलना होगा तभी बात बनेगी।
उन्होने कहा कि राजनांदगांव से मुख्यमंत्री डाक्टर रमन को हराना कोई कठिन कार्य नही है क्योंकि इस विधानसभा क्षेत्र मे कांग्रेस के लगभग 40 हजार परम्परागत् वोट है। अब हमे 30000 अतिरिक्त मतो को हासिल करना है। यदि हम सब मिलकर बुथ स्तर पर जुट जाए तो हमारी विजय सुनिश्चित है और हम राहूल जी को एक नायाब तोहफा देकर राजनांदगांव कांग्रेस की सर्वश्रेष्ठता सिद्ध करेंगे।
जशपुर. पत्थलगांव में शरद पूर्णिमा के अवसर पर मेला घूमने आई एक किशोरी से पांच युवकों ने दुष्कर्म किया। आरोपियों ने किशोरी को बहलाकर कार में बिठा लिया और फिर सूनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया। पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार को तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। बाकी दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, लैलूंगा थाना क्षेत्र के राजपुर गांव में शरद पूर्णिमा के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले में दूर-दूर से भी लोग आते हैं। इसी मेले में तमनार क्षेत्र के भालूमंड़ा गांव की एक किशोरी भी अपने रिश्तेदारों के साथ पहुंची थी। वह फुलिकुंडा गांव में अपने एक रिश्तेदार के यहां रुकी हुई थी।
मेला घूमने के दौरान किशोरी को वहां पांच युवक मिल गए। आरोप है कि युवकों ने किशोरी को बहलाकर और झांसा देकर अपनी कार में बिठा लिया और फिर सूनसान जगह ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
किसी तरह से किशोरी अपने परिजनों के पास पहुंची और उन्हें सारी बात बताई। इसके बाद परिजनों ने रात में ही थाने पहुंचकर पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार को तीन अारोपियों को हिरासत में ले लिया है। जबकि दो अन्य आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
भिलाई. भाजपा के बाद अब कांग्रेस में प्रत्याशी चयन का विरोध शुरू हो गया है। हालांकि, अब तक कांग्रेस में प्रत्याशी तय नहीं हुए हैं, उससे पहले ही कांग्रेस में बवाल शुरू हो गया है। अहिवारा विधानसभा में गुरुवार को यह देखने को मिला। यहां 4 ब्लॉक अध्यक्ष, जामुल पालिका अध्यक्ष समेत 10 से अधिक कांग्रेसी पार्षद व 200 पदाधिकरियों ने इस्तीफे की पेशकश की है। वे स्थानीय प्रत्याशी की मांग कर बाहरी प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं।
कार्यकर्ताओं का कहना है कि, अहिवारा में कांग्रेस बाहरी प्रत्याशी को टिकट दे रही है। यहां स्थानीय कार्यकर्ता को मौका देना चाहिए। तभी कांग्रेस जीतेगी। गुरुवार को भिलाई-3 में कांग्रेसियों की मीटिंग हुई। जहां चर्चा हुई कि अगर बाहरी नेता को यहां से उम्मीदवार बनाया गया तो कोई भी काम नहीं करेंगे। अहिवारा में आरंग के पूर्व विधायक रूद्रगुरू ने दावेदारी की है। इनके अलावा पूर्व जिलाध्यक्ष हेमंत बंजारे, निर्मल कोसरे, अशोक डोंगरे समेत अन्य ने दावेदारी की है।
इन कांग्रेसियों ने पेशकश की है इस्तीफे की
प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले निर्मल कोसरे और चरोदा निगम के नेता प्रतिपक्ष संतोष तिवारी ने बताया कि, पीसीसी चीफ भूपेश बघेल को इस्तीफा भेजने वालों में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मनोज मढरिया, अहिवारा ब्लॉक अध्यक्ष हीरा वर्मा, दुर्ग ग्रामीण के कार्यकारी अध्यक्ष रज्जाक खान, अहिवारा नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव, जामुल नगर पालिका अध्यक्ष सरोजनी चंद्राकर, जामुल ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष करीम खान, भिलाई चरोदा के नेता प्रतिपक्ष संतोष तिवारी, पार्षद मोहन साहू, पार्षद धर्मेंद्र कोसरे, पार्षद संतोषी निषाद, संतोष महानंद, पार्षद विमला बंछोर, पार्षद दीपा चंद्राकर, बहल साहू पार्षद, सूरज बंछोर पार्षद, राजकुमारी साहू समेत अन्य हैं।
रायपुर. छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 18 सीटों के लिए शुक्रवार को नाम वापसी का अंतिम दिन है। वहीं दूसरे चरण के लिए भी सुबह 11 बजे से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसको लेकर चुनाव आयोग ने देर रात अधिसूचना जारी कर दी है। दूसरे चरण में प्रदेश की 90 में से 72 सीटों के लिए मतदान 20 नवंबर को मतदान होना है।
दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया 2 नवंबर तक चलेगी
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 2 नवंबर तक चलेगी। इस चरण में राज्य की कुल 90 में से 72 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा। 60 सीटों के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों के नामों का एेलान कर दिया है, लेकिन कांग्रेस अब तक सूची फाइनल नहीं कर पाई है। भाजपा भी बाकी बची 12 सीटों को लेकर उलझन में है। वहीं जकांछ- बसपा गठबंधन भी कई सीटों पर अब तक अपने प्रत्याशी तय नहीं किया है।
चुनाव कार्यक्रम
दूसरे चरण में
दूसरे चरण की 72 सीटों पर वर्तमान दलीय स्थिति
पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया पूरी, 12 को मतदान
पहले चरण की 18 सीटों के लिए लिए भरे गए 421 नामांकन पत्रों में से 190 खारिज हो गए हैं। जांच के दौरान 231 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र ही वैध पाए गए। राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा में 19, डोंगरगढ़ में 11, राजनांदगांव में 40, डोंगरगांव में 14, खुज्जी में 18 और मोहला-मानपुर विधानसभा सीट में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र सही घोषित किए गए हैं।
कांकेर के अंतागढ़ विधानसभा में 14, भानुप्रतापपुर में 10 कांकेर विधानसभा में आठ,कोंडागांव के केशकाल विधानसभा में 9,कोंडागांव में 5, नारायणपुर के नारायणपुर विधानसभा के लिए 8, बस्तर विधानसभा में 6,जगदलपुर में 25 और चित्रकोट विधानसभा में 10, दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए 10, बीजापुर विधानसभा के लिए 8 व सुकमा के कोंटा विधानसभा के लिए 6 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए हैं।
पहले चरण की 18 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया पहले ही पूरी हो चुकी है। पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग की 12 व राजनांदगांव जिले की छह सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होगा।
रायपुर. बसपा प्रदेश कार्यालय के सामने से अचानक गायब हुए कोंटा विधानसभा सीट के बसपा के प्रत्याशी शुक्रवार को सुबह सुकमा पहुंच गए हैं। कटामी ने आरोप लगाया है कि अमित जोगी ने किडनैपिंग कराई थी। कटामी के गायब होने पर राजेंद्र नगर थाने में अपहरण की मौखिक शिकायत की गई थी।
गुरुवार को बसपा ने पहले चरण के अपने 6 उम्मीदवारों को रायपुर के राजेंद्र नगर स्थित प्रदेश कार्यालय में मीटिंग के लिए बुलाया था। इस मीटिंग में हिस्सा लेने कोंटा से बुधराम कटामी भी आए थे। अचानक बुधराम पार्टी कार्यालय के सामने से गायब हो गए। काफी देर तक उनका इंतजार किया गया। उनका फोन भी लगाया गया जो नॉट रिचबल आ रहा था। शाम हो गई, लेकिन कटामी का कोई पता नहीं चला। इधर कटामी के दूसरे पार्टी में जाने की अटकलें भी तेज होने लगीं। इसी बीच बसपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बाचपेई ने पुलिस से अपहरण का अंदेशा जाहिर किया। एएसपी सिटी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया बुधराम के गायब होने की मौखिक शिकायत मिली है। जिसकी जांच की जा रही है। मोबाइल लोकेशन ट्रेस कर रहे हैं। इधर शुक्रवार को कटामी खुद ही सुकमा पहुंच गए हैं। सुकमा पहुंचे कटामी से जब पूछा गया कि गुरुवार दोपहर से लेकर देर रात तक वो कहां थे, इसपर उन्होंने कुछ भी साफ नहीं किया। वे कुछ भी कहने से बचते रहे।
बैलेट पेपर में नाम नीचे कराने के लिए दिया शपथ पत्र
इधर सुकमा पहुंचते ही बुधराम कटामी ने प्रारूप 4 में अपना नाम क्रम नीचे कराने के लिए निर्वाचन अधिकारी को शपथ पत्र दिया है। कटामी का कहना है कि वे नाम वापस नहीं लेंगे। अल्फाबेट के हिसाब से कटामी का नाम प्रारूप 4 में सबसे ऊपर था। कटामी ने ऐसा क्यों कि इसपर काफी चर्चाएं तेज हो गई हैं।
दंतेवाड़ा. विधानसभा चुनाव के करीब आते एक बार फिर धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों की सक्रियता बढ़ गई है। अब बचेली स्टेशन के बाहर खड़े वाहनों पर बुधवार देर रात चुनाव बहिष्कार के नारे लिखे गए हैं। इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। लाल पेंट से लिखा होने के कारण लोग इसे नक्सली घटना मान रहे हैं, वहीं पुलिस इससे इनकार कर रही है। उसका मानना है कि यह किसी शरारती तत्व ने किया है।
जानकारी के मुताबिक, बचेली थाना क्षेत्र में शहर से लगे हुए रेलवे स्टेशन के बाहर बुधवार देर रात की घटना बताई जा रही है। लोगों देखा तो वहां खड़ी स्कार्पियो और पिकअप गाड़ी पर चुनाव बहिष्कार के नारे लिखे हुए थे। लोगों की नजर जैसे ही इस पर पड़ी उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वाहनों पर लिखे नारों को मिटवाने का प्रयास भी किया, लेकिन लाल पेंट से लिखे होने के कारण वह हट नहीं सके। पुलिस का कहना है कि किसी शरारती तत्व ने इसे किया है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है। फोर्स की भी तैनाती की गई है।
दरअसल, दंतेवाड़ा विधानसभा चुनाव में नक्सलियों ने पहले ही बहिष्कार का एलान कर दिया था। भांसी कमालूर रेलवे स्टेशन के पास भी भैरमगढ़ एरिया कमेटी के चुनाव बहिष्कार के पर्चे देखे गए थे। इसी तरह से बचेली सेम्पेक्स नाला के पास भी विरोध के पर्चे दो दिन पहले मिले थे।
चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। अतिरिक्त फोर्स के लिए जवान भी बाहर से भेजे गए हैं। बावजूद इसके नक्सलियों की ओर से उनकी हरकतें जारी हैं। लोगों में डर इतना है कि उन्होंने वोटिंग के बाद अंगुली में लगने वाली स्याही काे भी मना किया है।
रायपुर. छत्तीसगढ़ में पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए जांच के बाद गड़बड़ी मिलने पर गुरुवार को 190 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र खारिज हो गए। 18 विधानसभा सीटों पर 421 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इसमें से 231 के ही पर्चे सही पाए गए। वहीं आज से ही नाम वापसी भी शुरू हो गई है। 26 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
बस्तर संभाग और राजनांदगांव के जिलों में 12 नवंबर को मतदान होने है। इसके लिए राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ विधानसभा में 19, डोंगरगढ़ में 11, राजनांदगांव में 40, डोंगरगांव में 14, खुज्जी में 18 और मोहला-मानपुर विधानसभा सीट में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध मिले हैं।
पहले चरण में निर्वाचन वाले बस्तर संभाग के कांकेर जिले के अंतागढ़ विधानसभा में 14, भानुप्रतापपुर में 10 और कांकेर विधानसभा में 8 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए। कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा में 9 व कोंडागांव में 5 उम्मीदवारों के नामांकन विधिमान्य घोषित किए गए हैंं। नारायणपुर विधानसभा के लिए 8 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही मिले।
बस्तर जिले के बस्तर विधानसभा में 6, जगदलपुर में 25 और चित्रकोट विधानसभा में 10 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र सही घोषित किए गए हैं। दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए 10, बीजापुर जिले के बीजापुर विधानसभा के लिए 8 और सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा के लिए 6 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र सही पाए गए।
पहले चरण में बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव जिले की 6 सीटों के लिए मतदान होंगे. इसके लिए नामांकन की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर थी। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होने हैं। पहले चरण में 12 नवंबर और दूसरे चरण में 20 नवंबर को मतदान होंगे। इसके बाद 12 दिसंबर को चुनाव परिणाम आएंगे।
भिलाई के वरिष्ठ पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ईश्वर दुबे ने जिला दुर्ग पुलिस अधीक्षक एवं जिला निर्वाचन अधिकारी से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने आवेदन में उल्लेख किया है कि सोशल मीडिया और अखबार में एक भाजपा नेता की सच्चाई को उजागर करने के कारण उन्हें धमकी मिल रही है तथा उन्हें जानमाल का खतरा बना हुआ है अतः उन्हें पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए। ज्ञात हो कि भिलाई के अलावा बालोद जिले के एक भाजपा प्रत्याशी के असली चेहरे को उजागर करने के बाद से कई पत्रकारों को धमकी देने का क्रम शुरू हो गया है। जिसकी पत्रकारों ने तीव्र निंदा की है।
छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान के लिए कुल 421 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है। राज्य में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बुधवार को यहां बताया कि मंगलवार 23 अक्टूबर को नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन तक कुल 421 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है।
अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की 16 तारीख से प्रथम चरण की 18 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। मंगलवार को अंतिम दिन सबसे अधिक 323 नामांकन दाखिल किए गए।
जबकि 16 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक कुल 98 नामांकन दाखिल किए गए थे। उन्होंने बताया कि आज नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी तथा 26 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन मंगलवार को राजनांदगांव विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा कांग्रेस की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला ने भी अपना नामांकन दाखिल किया।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में राज्य के दो मंत्री केदार कश्यप, नारायणपुर विधानसभा सीट से और महेश गागड़ा, बीजापुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
वहीं पूर्व मंत्री लता उसेंडी, कोंडागांव विधानसभा सीट से तथा लोकसभा सांसद विक्रम उसेंडी, अंतागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं।
सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा सीट, बीजापुर जिले के बीजापुर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, बस्तर जिले के चित्रकोट,बस्तर और जगदलपुर, नारायणपुर जिले के नारायणपुर, कोण्डागांव जिले के केशकाल और कोण्डागांव, कांकेर जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापुर और कांकेर तथा राजनांदगांव जिले के खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी और मोहला-मानपुर विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा।
पहले चरण में जिन 18 सीटों पर मतदान होगा उनमें से 12 सीट अनसूचित जनजाति के लिए तथा एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। राज्य में वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बस्तर क्षेत्र की कुल 12 विधानसभा सीटों में से आठ सीटों पर कांग्रेस को तथा चार सीटों पर भाजपा को विजय मिली थी।
वहीं राजनांदगांव की छह सीटों में से चार सीटों पर कांग्रेस तथा दो सीटों पर भाजपा जीती थी। इस तरह पहले चरण में जिन 18 सीटों के लिए मतदान होना है, उनमें से कांग्रेस के पास 12 तथा भाजपा के पास छह सीटें है। इन सीटों में से राजनांदगांव सीट से मुख्यमंत्री रमन सिंह विधायक हैं। छत्तीसगढ़ में दो चरणों में निर्वाचन कार्य संपन्न होगा।
प्रथम चरण में 12 नवंबर को 18 विधानसभा क्षेत्रों में तथा दूसरे चरण में 20 नवंबर को शेष 72 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। राज्य में वर्ष 2013 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 90 सीटों में से 49 सीटों पर तथा कांग्रेस को 39 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं एक एक सीटों पर बसपा और निर्दलीय विधायक हैं।
रायपुर. राजधानी में अवैध रूप से आईएसआई मार्क लगाकर निर्मल ब्रांड के नाम से बोतल बंद पानी बेचने का खुलासा हुआ है। भारतीय मानक ब्यूरो की टीम ने मंगलवार शाम जरोदा गांव में छापा मारकर भारी मात्रा में बोतल बंद पानी बरामद किया। ब्यूरो की ओर से आईएसअाई मार्क के दुरुपयोग में कंपनी मालिक दीपक वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, भारतीय मानक ब्यूरो की रायपुर शाखा कार्यालय को सूचना मिली कि तर्रा के ग्राम जरोदा स्थित जेडी प्रोडक्ट में बिना बीएमआई वैध लाइसेंस के निर्मल जल ब्रांड का उपयोग कर अवैध रूप से पैक्ड बोतल पेयजल बनाया जा रहा है। जिसकी सप्लाई अलग-अलग जगह होती है। साथ ही आईएसआई मार्क का भी दुरुपयोग किया जा रहा है।
इस पर रायपुर ब्यूरो के प्रमुख और वैज्ञानिक वी. गोपीनाथ की ओर से एक टीम गठित कर वैज्ञानिक कौशलेंद्र कुमार की अगुवाई में वैज्ञानिक अनंत सरावगी और क्लर्क स्मिथ कुमार को छापेमारी की कार्रवाई के लिए जरोदा गांव भेजा गया। विधानसभा थाना पुलिस के साथ की गई इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में एक लीटर की बोतल बंद पानी बरामद हुआ, जिसे जब्त कर लिया गया।
फैक्ट्री में पानी को बोतल में भरने के लिए पूरा प्लांट लगा रखा गया था। जिसका संचालन अवैध तरीके से किया जा रहा था। ब्यूरो की ओर से बताया गया कि कंपनी के मालिक दीपक वर्मा के खिलाफ भारतीय मानक ब्यूरो के अधिनियम 2016 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वैज्ञानिक वी. गोपीनाथ ने बताया कि दोष साबित होने पर कम से कम 2 लाख से लेकर 5 लाख रुपए तक का जुर्माना या एक साल की जेल या दोनों हो सकती है। वहीं जब्त किए गए माल का 10 गुना जुर्माना अर्थदंड के रूप में दिया जा सकता है।
रायगढ़. घर में सो रहे युवक पर अज्ञात लोग एसिड फेंककर फरार हो गए। इधर संजीवनी 108 के टोल फ्री नंबर पर कॉल रिसीव नहीं होने पर परिजन पीड़ित को इलाज के लिए मेकाहारा लेकर आए। बर्न वार्ड में इमरजेंसी डॉक्टर के नहीं होने से मरीज को सुबह 11 बजे तक तड़पना पड़ा। 10 घंटे बाद सोमवार को सुबह डॉक्टर के राउंड पर आने के बाद एसिड पीड़ित का इलाज शुरू हुआ।
मामला जांजगीर-चांपा जिले में चंद्रपुर थाना क्षेत्र चंदेली गांव का है। ग्रामीण महेश राणा (32) रविवार की रात सोया हुआ था। लगभग 12 बजे अज्ञात हमलावर उसके घर में घुस गया। महेश राणा के चेहरे पर उसने एसिड फेंक दिया। महेश ने बताया कि चेहरे में एसिड गिरने के बाद उसे गरम पानी डाले जाने का एहसास हुआ। उसने शोर मचाया, आरोपी वहां से भाग चुका था।
हादसे के बाद घर के दूसरे सदस्यों के अलावा मोहल्ले के लोग भी उसके घर में जुट गए। चेहरे में एसिड पड़ने की आशंका होने पर महेश के मोबाइल से पत्नी कुमुदनी राणा ने संजीवनी वाहन के लिए टोल फ्री नंबर 108 पर फोन किया। कॉल सेंटर में किसी ने फोन कॉल रिसीव नहीं किया। परिजन उसे पुलिस के 112 वाहन में रात डेढ़ बजे अस्पताल लेकर पहुंच गए। बर्न वार्ड में डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे। नर्सों ने मामूली मरहम पट्टी कर दी। सुबह 11 बजे जब डॉक्टर राउंड पर आए तो उपचार शुरू किया गया।
पेट्रोल पंप में काम करता है युवक: ग्रामीण युवक चंद्रपुर के एचपी पेट्रोल पंप में काम करता है। मरीज के अन्य परिजन आशंका जता रहे हैं कि पेट्रोल पंप में ही किसी के साथ महेश का विवाद हुआ होगा। जिसके चलते उस पर एसिड अटैक हुआ है। महेश ने कहा कि उसका किसी से कोई विवाद नहीं हुआ था। चंद्रपुर पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है।
गेट खुला था, डॉक्टरों की नींद नहीं खुली: हादसे के बाद सबसे पहले मरीज को लेकर परिजन चंद्रपुर के सरकारी अस्पताल में पहुंचे। मरीज की पत्नी कुमुदनी ने बताया उस समय अस्पताल का गेट खुला हुआ था। भीतर जाकर देखे तो अस्पताल के सभी कर्मचारी सोए हुए थे। अंत में चंद्रपुर की पुलिस टीम ने भी आवाज लगाई, इसके बाद भी अस्पताल के कर्मचारी व डॉक्टरों की नींद नहीं खुली।
इमरजेंसी में डॉ. नवीन कर रहे थे ड्यूटी: रविवार के दिन मेकाहारा के अधिकांश डॉक्टर छुट्टी पर रहते हैं। इमरजेंसी में कुछ डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई जाती है। रविवार को डॉ. नवीन अग्रवाल बर्न वार्ड में ड्यूटी पर थे। इमरजेंसी ड्यूटी होने के बाद भी वे वार्ड में नहीं गए। ऐसे में एसिड से झुलसे मरीज को 10 घंटे तक डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा।
सीधी बात : डॉ. हबेल सिंह उरांव, सहायक अधीक्षक, मेकाहारा
सवाल: रविवार की रात एसिड पीड़ित आया था, उसके इलाज में देर क्यों हुई?
जवाब: मुझे मरीज के बारे में जानकारी नहीं है।
सवाल: रविवार के दिन अस्पताल के सभी डॉक्टर छुट्टी में रहते हैं क्या?
जवाब: ऐसा नहीं है, इमरजेंसी डॉक्टर मरीजों की देखभाल करते हैं।
सवाल: उस रात बर्न वार्ड में ड्यूटी पर कौन था, क्या उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे?
जवाब: डॉ. नवीन अग्रवाल की ड्यूटी थी, यदि उन्होंने इलाज में लापरवाही की है तो कार्रवाई तो करेंगे ही।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने रविवार को यहां बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रथम चरण के लिए छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।