छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ (17642)

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक ट्रक को नुकसान पहुंचाया है। इस घटना में पांच सुरक्षा कर्मियों समेत छह लोग घायल हुए हैं।

 

राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर दूर भोपालपटनम की तरफ बीजापुर घाटी में आज नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में सीमा सुरक्षा बल के 414 बटालियन के चार जवान, एक डीआरजी का जवान और एक नागरिक घायल हो गए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में इस महीने की 12 तारीख को पहले चरण का मतदान होने के बाद सुरक्षा बलों को वहां से बाहर निकाला जा रहा है। आज जब बल के जवान एक वाहन में सवार होकर जा रहे थे तब नक्सलियों ने बीजापुर घाटी में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में चार बीएसएफ जवान, एक डीआरजी का जवान और एक नागरिक ट्रक चालक घायल हो गया।

उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्र के लिए अतिरिक्त बल रवाना किया गया तथा घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है।


अहिवारा विधानसभा भाजपा प्रत्याशी राजमहंत सावलाराम डाहरे जी ने अपनी चुनावी यात्रा के आठवे दिन की शुरुवात ग्राम बिरेभाट के गुरु घासीदास जी के मंदिर  में पूजा अर्चना  करके प्रारंभ किये साथ ही सतनामी समाज का भी पूरा सहयोग डाहरे को मिला। क्षेत्र की जनता का प्यार और आशीर्वाद सावलाराम जी को अपार मिल रहा है यात्रा ग्राम अहेरी  होते हुए  बगडुमर पहुँचा जहाँ पूरे ग्राम वासी जयकारा के साथ में डाहरे जी का भव्य स्वागत कर उन्हें विजय का आशीर्वाद दिया।    फिर जनसंपर्क यात्रा अपने भव्य जन सैलाब लिए  गिरहोला पहुंचा जहाँ माताओं के द्वारा शानदार डाहरे के लिये एक स्वर में विजय आवाज़ बुलंद कर डाहरे जी का भव्य स्वागत किया एवम विशेष रूप से सतनामी समाज के माताओं ने डाहरे जी को विजय तिलक लगाया। सभी गाँव मे मंचीय सभा को डाहरे जी सम्बोधित करते हुए जनता का आशीर्वाद लिया।

रायपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ पहुंचते ही पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि गरीबों के गद्दे-तकिए से पैसा निकालकर अंबानी की जेब भरने का काम नरेंद्र मोदी ने किया है।  उन्होंने आरोप लगाया कि करीब 30 हजार करोड़ रुपए की चोरी की गई है। राहुल गांधी रायपुर एयरपोर्ट के बाहर मीडिया से बात कर रहे थे। पीएम मोदी ने सोमवार को बिलासपुर की सभा में कहा था कि नोटबंदी तकियों और गद्दों में भरे नोट को बाहर निकालने के लिए किया था। 

 राहुल गांधी ने कहा कि बस्तर में वोटिंग कम हुई है, लेकिन कांग्रेस की लहर चल रही है। हम पहले चरण में भी आगे बढ़ेंगे और पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनेगी। इससे पहले रायपुर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष ने एयरपोर्ट पर ही कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में पहले चरण के मतदान की रिपोर्ट नेताओं ने राहुल गांधी को दी। 

 छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर राहुल गांधी  प्रदेश में दूसरे चरण में 72 सीटों पर होने वाले मतदान से पहले चुनावी सभाएं करेंगे। इस दौरान उनकी कांग्रेस प्रत्याशियाें के पक्ष में कई जगहों पर सभाएं होंगी। वहीं दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और नितिन गडकरी का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द हो गया है। 

 

राहुल गांधी 13 नवंबर मंगलवार को रायपुर से हेलिकाप्टर से दोपहर 12 महासमुंद, दोपहर 1.30 बजे बलौदाबाजार, दोपहर 3 बजे जांजगीर-चांपा और शाम 4.30 बजे खरसिया, रायगढ़ की सभा में शामिल होंगे। अगले दिन 14 नवंबर को वे 11.30 बजे हेलिकाप्टर से 12 बजे रंजना, कटघोरा पहुंचेंगे। फिर वहां से दोपहर 2 बजे तखतपुर, 3.30 बजे कवर्धा, शाम 5 बजे भिलाई में सभा करेंगे। 

 

इसके बाद वे रायपुर आकर नियमित विमान सेवा से रायपुर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का दौरा रद्द हो गया है। शाह की जहां चुनावी सभा थी, वहीं गडकरी को दुर्ग के चरौंदा में होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल होना था।

 

शाह अौर गडकरी का दौरा हुअा रद्द

वहीं दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द हो गया है। शाह की जहां चुनावी सभा थी, वहीं गडकरी को दुर्ग के चरौंदा में होने वाले एक कार्यक्रम में शामिल होना था।

 

दो चरणों में होंगे मतदान

छत्तीसगढ़ में दो चरण में विधानसभा चुनाव होने हैं। पहले चरण का मतदान सोमवार 12 नवंबर को हो गया है। इसमें बस्तर और राजनांदगांव संभाग की 18 सीटों पर वोटिंग हुई। वहीं शेष 72 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। मतगणना 11 दिसंबर को होनी है।

पहले चरण के मतदान की बड़ी बातें

  • पहले चरण में छत्तीसगढ़ की 90 में से 18 सीटों पर मतदान
  • नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर 31 लाख वोटर
  • बस्तर जिले की 12 और राजनांदगांव की 6 सीटें शामिल
  • सीएम रमन सिंह, करुणा शुक्ला, कवासी लखमा जैसे दिग्गजों की किस्मत दांव पर
  • 2013 चुनाव में इन 18 सीटों में से 12 पर कांग्रेस ने जमाया कब्जा, 6 भाजपा के खाते में

पहले चरण का मतदान 

-चुनाव आयोग ने कहा- अब तक हुई 70 फीसदी वोटिंग। 
 


साढ़े 5 बजे तक कुल 58 फीसदी वोटिंग 

कोंडागांव - 61.47%
केशकल- 63.5%
कांकेर - 62%
बस्तर- 58%
दंतेवाड़ा- 49%
खैरागढ़- 70.14%
डोंगरगढ़-71%
डोंगरगांव - 71%
खुज्जी- 72%

-पहले चरण के लिए वोटिंग खत्म। 


- शाम 5 बजे बाकी 8 सीटों पर भी वोटिंग का समय खत्म। अब मतदान परिसर में मौजूद मतदाता ही वोट डाल सकेंगे। 

- 4.30 बजे तक 56.58 फीसदी वोटिंग, कोंडागांव में 61.47, केशकाल 63.51 फीसदी, कांकेर में 62 फीसदी, बस्तर में 58 फीसदी, दंतेवाड़ा में 49 फीसदी, खैरागढ़ में 64 फीसदी, डोंगा गढ़ में 65.5 फीसदी वोटिंग।

-दूसरे चरण के मतदान के लिए दुर्ग के पाटन में रैली के लिए पहुंचे अमित शाह। 

-नक्सलियों और सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में कोबरा के तीन और जवान घायल, पांच नक्सली मारे गए।  
 
-दोपहर तीन बजे तक 47.18 फीसदी मतदान।

-छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 10 सीटों पर मतदान 3 बजे खत्म हो गया है। बाकी 8 सीटों पर मतदान शाम पांच बजे तक चला। पहले चरण की 10 सीटों पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ जबकि आठ सीटों पर एक घंटे बाद आठ बजे से मतदान प्रारंभ हुआ। नक्सल प्रभावित मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोण्डागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोण्टा में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे खत्म हो गया।

-वहीं विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर, जगदलपुर और चित्रकोट में सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक मतदान होगा। राज्य की जिन 18 सीटों के लिये आज मतदान हुआ उसमें से 12 बस्तर क्षेत्र की और छह सीटें राजनांदगांव जिले की हैं। इन 18 विधानसभा सीट के लिए कुल 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत का फैसला यहां के 31,80,014 मतदाता कर रहे हैं। 
 

- दंतेवाड़ा के मडेंडा गांव के लोगों ने बढ़चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया। यहां नक्सलियों ने ग्रामीणों को धमकी दी थी कि उंगलियों पर स्याही का निशान देखा, तो उनकी अंगुली काट देंगे। स्थानीय लोगों ने कहा, "गांव में 263 पंजीकृत मतदाता हैं और धमकी के बाद भी कई लोग मतदान कर रहे हैं।" 
  -बस्तर में 2 बजे तक 54 प्रतिशत, जगदलपुर मैं 48 प्रतिशत, बीजापुर में 22 प्रतिशत, चित्रकोट में 54 प्रतिशत, डोंगरढ़ में 30 प्रतिशत, डोंगरगांव में 44 प्रतिशत, खैरागढ़ में 45 प्रतिशत, खुज्जी में 43 प्रतिशत और नारायणपुर में 63 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

- एएनआई के मुताबिक पहले चरण की वोटिंग में दोपहर एक बजे तक 25.15 फीसदी मतदान हुआ। 

- बीजापुर के पामेड़ इलाके में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा दस्ता कोबरा के दो कमांडो घायल हुए। बीजापुर एसपी ने कहा है कि घटनास्थल के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल रवाना कर दिया गया है।
 
-जनपद पंचायत राजनांदगांव में पदस्थ नरेंद्र त्रिपाठी को अचानक हार्ट अटैक आया। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाएगा गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। निर्वाचन कार्य में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। मृत कर्मचारी की ड्यूटी सामान वापसी विभाग में लगाई गई थी। उनपर मतदान दलों की वापसी के बाद वीवीपैट मशीनों को सुरक्षित स्ट्रांग रूम पहुंचाने की जिम्मेदारी थी।

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन बिलासपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, "विपक्ष अभी भी नहीं जानता कि भाजपा से कैसे लड़ना है। हमारा ध्यान विकास पर केंद्रित है, हम जातीय भेदभाव पर ध्यान नहीं देते। आप छत्तीसगढ़ में जहां भी जाएंगे, विकास को देख सकते हैं।" 

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ में चुनावी रैली कर रहे हैं। आज प्रदेश में पहले चरण का मतदान जारी है। इस बीच, मोदी दूसरे चरण के तहत आने वाले बिलासपुर की सीटों के लिए भाजपा उम्मीदवारों के हक में वोट मांग रहे हैं। मोदी ने कहा, "भाजपा को छत्तीसगढ़ की जनता का आशीर्वाद मिल रहा हैै। छत्तीसगढ़ पूरे देश को ऊर्जा देता है।
पहले चरण के मतदान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "दिवाली से पहले राजनीतिक पंडितों को कुछ शक था कि पता नहीं छुट्टियों की वजह से चुनाव में गर्मी आ पाएगी या नहीं लेकिन मुझे आज बताया गया कि अच्छी संख्या में मतदान जारी है। बम, बंदूक और बुलेट को लोग बैलेट से जवाब दें।" पीएम ने बिलासपुर में सतनामी परंपरा की बात करते हुए कहा कि यह धरती सतनामी परंपरा की भूमि है, गुरु घासीदास की भूमि है। कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश का हिस्सा रहते हुए 40-50 साल कांग्रेस के पास रहा लेकिन बीमारू बना रहा। भाजपा ने उसकी हालत बदली। कांग्रेस के घोषणापत्र के बहाने मोदी ने राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के लिए 36 प्वाइंट गिनाए लेकिन घोषणापत्र में 'नामदार' को 150 बार सर कहा गया। कांग्रेस के लिए छत्तीसगढ़ से ज्यादा 'नामदार' का महत्व है। विकास कार्यों को गिनाते हुए पीएम ने ये भी कहा कि लोग अक्सर सोचते हैं कि मोदी इतने पैसे लाता कहां से है। ये जनता के ही पैसे हैं। जो अब विकास कार्य में लग रहे हैं। पीएम ने नोटबंदी का भी जमकर बचाव किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के जरिए ही फर्जी कंपनियों पर शिकंजा कसा गया।  मोदी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि मां और बेटा जमानत पर हैं और नोटबंदी पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन वे यह भूल गए कि नोटबंदी की वजह से ही उन्हें जमानत मांगनी पड़ी । छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण की 72 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।

रायपुर। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार ने राज्य को नक्सलवाद से "लगभग मुक्त" कर दिया है और इसे बिजली और सीमेंट उत्पादन के हब के रूप में विकसित किया है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि नक्सलवाद को क्रांति का माध्यम समझने वाली पार्टी छत्तीसगढ़ का कोई भला नहीं कर सकती। शाह ने भरोसा जताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में इस महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर लगातार चौथी बार सरकार बनाएगी।
 
12 नवंबर को होने वाले पहले चरण के चुनाव से पहले पार्टी का घोषणा-पत्र जारी करने के बाद यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये शाह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रमन सिंह के नेतृत्त्व में भाजपा सरकार ने नक्सलवाद को नियंत्रित किया है और राज्य को इससे लगभग मुक्त कर दिया है।’’उन्होंने कहा कि पहले बीमारू राज्य(आर्थिक रूप से पिछड़े) में गिना जाने वाला छत्तीसगढ़ अब ‘‘बिजली और सीमेंट उत्पादन केंद्र’’ बन गया है। उन्होंने राज्य के विकास के लिए शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लिए रमन सिंह सरकार की जमकर प्रशंसा की।
 
शाह ने कहा, ‘‘पिछले 15 वर्षों से राज्य के विकास के लिए अथक काम करना एक बड़ी चुनौती है। मुझे विश्वास है कि भाजपा लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर सरकार बनाएगी।’’उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया है। 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को होगा। चुनाव परिणाम की घोषणा 11 दिसंबर को की जाएगी।

रायपुर। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचाना और शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराना सुरक्षा बल के लिए बड़ी चुनौती है। राज्य में चुनाव के लिए सुरक्षा बल के लगभग एक लाख जवानों को तैनात किया गया है। छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए सोमवार 12 तारीख को मतदान होगा। राज्य में माओवादियों ने चुनाव का विरोध किया है और पिछले 15 दिनों में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम देकर उन्होंने बताने की कोशिश की है कि क्षेत्र में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना मुश्किल है। ऐसे में राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मानते हैं कि मतदान दलों को सुरक्षित मतदान केंद्रों तक पहुंचाना, शांतिपूर्वक मतदान कराना और दलों को ईवीएम के साथ सुरक्षित वापस लाना चुनौती भरा काम है। राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए सुरक्षा बलों के लगभग एक लाख जवानों को तैनात किया गया है। 

अवस्थी ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान के लिए मतदान दलों को रवाना किया जा रहा है। राज्य के नक्सल प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों के लिए 650 मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया है। इन क्षेत्रों में मतदान दलों को सुरक्षित पहुंचा दिया गया है। इस कार्य के लिए भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल और निजी हेलीकाप्टरों की सेवाएं ली गई है। जहां मतदान दल सड़क मार्ग से जा सकता है वहां के लिए दल को सुरक्षा के साथ आगे रवाना किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा बलों की 650 कंपनियां आई है। यहां पहले से बड़ी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं। सभी को चुनाव कार्य में लगा दिया गया है। 

अवस्थी ने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पूरी सतर्कता बतरने को कहा गया है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। सुरक्षा बल से कहा गया है कि वह किसी भी प्रकार के सामान को लाने या अन्य कार्यों के लिए सड़क का उपयोग तब तक नहीं करें जब तक क्षेत्र में रोड ओपनिंग पार्टी न लगी हो या क्षेत्र को बारूदी सुरंगों से रहित न किया गया हो। उन्होंने बताया के क्षेत्र में बारूदी सुरंग लगे होने की खबरें लगातार आ रही है। माओवादी चुनाव में बारूदी सुरंग लगाकर ही गड़बड़ी फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। आज भी नक्सलियों ने कांकेर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। इस घटना में बीएसएफ का एक उपनिरीक्षक घायल हुआ है। सुरक्षा बल को आईइडी से बचने के उपाय बताए गए हैं। 

अवस्थी ने बताया कि जहां पर मतदान केंद्र हैं और मतदान दल साथ जा रहा है वहां अतिरिक्त सुरक्षा और सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। जैसे कि आसपास के क्षेत्र को डीमाईन करें, खुद की सुरक्षा का ध्यान रखें और ध्यान से चलें। नक्सली इन क्षेत्रों में स्पाईक और बारूदी सुरंग लगाते हैं। यदि पैदल जंगल की ओर चलें तब स्पाईक :लोहे का नुकीला तार: लगाते हैं और सड़क की ओर चलें तब आईइडी का शिकार होने का खतरा रहता है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले 10 दिनों में तीन सौ से ज्यादा बारूदी सुरंगों को निकाला और नष्ट किया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बताते हैं कि आज मतदान वाले जिलों में बड़ा मूवमेंट हो रहा है। इस दौरान सबसे बड़ा खतरा बारूदी सुरंगों से है और नक्सलियों को इस बात की जानकारी है कि यहां मतदान केंद्र है और यहां से मतदान दल और सुरक्षा बल का दल निकलेगा। इन क्षेत्रों में मतदान दल को सुरक्षित पहुंचाना, मतदान कराना और वापस लाना चुनौती भरा काम है। इसके साथ ही इन क्षेत्रों में राजनीतिक दलों की सुरक्षित रैली कराना भी चुनौती पूर्ण काम था जो शनिवार को संपन्न हो गया। 

छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान होना है। पहले चरण में राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले के 18 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार 12 तारीख को मतदान होगा। सोमवार को राजनांदगांव जिले के मोहला-मानपुर, कांकेर जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर, कोंडागांव जिले के केशकाल और कोंडागांव, नारायणपुर जिले के नारायणपुर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, बीजापुर जिले के बीजापुर तथा सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक वोट डाले जाएंगे।

वहीं जिन आठ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक निर्धारित है, उनमें राजनांदगांव जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव और खुज्जी तथा बस्तर जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र बस्तर, जगदलपुर एवं चित्रकोट शामिल हैं। राज्य में नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार की घोषणा की है और पिछले 15 दिनों में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया है। 

इस महीने की आठ तारीख को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एक यात्री बस को उड़ा दिया था। इस घटना में चार नागरिकों और केंदीय औद्योगिक सुरक्षा बल के एक जवान की मृत्यु हो गई थी। इससे पहले नक्सलियों ने 30 अक्टूबर को दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर में पुलिस दल पर हमला कर दिया था। इस घटना में दूरदर्शन के एक कैमरामैन और तीन पुलिस जवानों की मृत्यु हो गई थी।  वहीं 27 अक्टूबर को नक्सलियों ने बीजापुर जिले के आवापल्ली थाना क्षेत्र में सीआरपीएफ के बुलेट प्रूफ बंकर वाहन को उड़ा दिया था। इस घटना में सीआरपीएफ के चार जवानों की मृत्यु हो गई थी।

छत्तीसगढ़ में 12 नवंबर को विधानसभा के पहले चरण के लिए मतदान होने वाले हैं। कल होने वाला पहले चरण का मतदान नक्सल प्रभावित इलाकों में होंगे। इसके बाद 20 नवंबर को दूसरे चरण के लिए मतदान होंगे। मतदान शुरू हुोने से महज कुछ घंटे पहले नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के कोयली बेडा में एक के बाद एक छह आईईडी धमाका हुआ है। जिसमें भारतीय सुरक्षाबल (बीएसएफ) का एक एएसआई घायल हो गया है। जानकारी के अनुसार कोयली बेडा में नक्सलियों ने 6 आईईडी की सीरिज को प्लांट किया था। यह आईईडी गोम गांव से गट्टाकल के बीच लगाए गए थे।

 

राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने रविवार को बताया कि बीजापुर जिले के बेदरे थाना क्षेत्र में एसटीएफ का एक दल गश्त पर था। यह दल जब क्षेत्र में था तभी नक्सलियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ देर तक मुठभेड़ के बाद नक्सली वहां से फरार हो गए।

बाद में जब पुलिस दल ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां काली वर्दी में एक नक्सली का शव, एक बंदूक और अन्य सामान मिला। उन्होंने बताया कि इस संबंध में और जानकारी जुटाई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि एक अन्य घटना में कांकेर जिले में बारूदी सुरंग में विस्फोट होने से से बीएसएफ का एक उप निरीक्षक घायल हो गया।

उन्होंने बताया कि जिले के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र में बीएसएफ का दल गश्त के लिए निकला था। दल जब कटटाकाल और गोमे के मध्य में था तभी नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया। इस घटना में बीएसएफ के उपनिरीक्षक महेंद्र सिंह घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल के लिए अतिरिक्त पुलिस दल रवाना किया गया है तथा घायल पुलिसकर्मी को बाहर निकालने की कार्रवाई की जा रही है।

क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। छत्तीगसढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिलों और राजनांदगांव जिले के 18 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार 12 नबंवर को मतदान होगा। वहीं 72 अन्य सीटों के लिए 20 नवंबर को मत डाले जाएंगे। क्षेत्र में नक्सलियों ने चुनाव का विरोध किया है तथा पिछले 15 दिनों में तीन बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।

कांकेर के पुलिस अधीक्षक केएल ध्रुव ने बताया, 'बीएसएफ की एक टीम सर्च ऑपरेशन कर रही थी तभी नक्सलियों ने कट्टाकल और गोम गांव में आईईडी धमाका कर दिया। यह स्थान जिले से 200 किलोमीटर दूर है। बीएसएफ का एक सब इंस्पेक्टर धमाके में जख्मी हो गया है। राहत एवं बचाव कार्य घटनास्थल पर पहुंचे और घायल जवान को जंगल से निकाला गया। इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है।'

नक्सलियों ने राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों का बहिष्कार किया है और वह पिछले 15 दिनों में आधा दर्जन हमलों को अंजाम दे चुके हैं। जिनमें 13 लोगों सहित दूरदर्शन के एक कैमरामैन की मौत हो गई है। कैमरामैन चुनाव की कवरेज करने के लिए राज्य पहुंचे थे। एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीआईजी पी सुंदरराज ने कहा, 'आईईडी धमाके में घायल हुए सब-इंस्पेक्टर को रायपुर एयरलिफ्ट किया गया है। क्षेत्र में अब स्थिति सामान्य है। सुरक्षाबल इलाके में सर्च ऑपरेशन कर रहे हैं।' 

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में सोमवार को पहले चरण का मतदान है। नेताओं ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है और सियासी बयानबाजी से प्रदेश का राजनीतिक पारा चढ़ गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद सिंह ने पलटवार करते हुए गांधी के चुनाव प्रचार को राज्य के लिए मनोरंजन करार दिया।

 

रमन सिंह ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी प्रदेश में लोगों के लिए "एक प्रकार के मनोरंजन हैं" और उनका चुनाव प्रचार करना उनकी अपनी ही पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। 

सिंह ने राज्य में सोमवार को होने जा रहे प्रथम चरण के मतदान से पहले कहा कि राहुल छत्तीसगढ़ के बारे में कुछ नहीं जानते और उनकी रैलियां कांग्रेस को कोई खास वोट हासिल करने में मदद नहीं करेगी। 

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि सिंह भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं और कोई भी काम अपने 10-15 उद्योगपति मित्रों से इजाजत लेने के बाद ही करते हैं। इसके एक दिन बाद सिंह ने पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में उन पर पलटवार किया है।

छत्तीसगढ़ के 18 साल के इतिहास में पिछले 15 साल से इस आदिवासी बहुल राज्य के मुख्यमंत्री रहे सिंह ने कहा कि राज्य में राहुल की मौजूदगी भाजपा की चुनावी संभावनाओं को प्रभावित नहीं करेगी, बल्कि यह उनकी अपनी ही पार्टी (कांग्रेस) के लिए नुकसानदेह साबित होगी। 

अपने पार्टी अध्यक्ष पर किए गए तंज के बाद कांग्रेस की ओर से फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं आई है। देश में चुनावी खुमार छाने के बीच विभिन्न दल अक्सर की व्यक्तिगत टीका - टिप्पणी किया करते हैं।

भाजपा नीत केंद्र सरकार और विभिन्न राज्यों में भगवा पार्टी की सरकारों पर पूंजीपतियों से सांठगांठ रखने का कांग्रेस आरोप लगा रही है। राहुल ने छत्तीसगढ़ सहित पांच चुनावी राज्यों के लिए आक्रामक चुनाव अभियान शुरू किया है। दरअसल, इन चुनावों को 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। 

हालांकि, भगवा पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है और आरोप लगाया कि कांग्रेस अतीत में जब सत्ता में थी, उस वक्त वह भ्रष्टाचार में संलिप्त रही थी और पूंजीपतियों से सांठगांठ रखती थी। 

"हमने नक्सलियों को निष्प्रभावी कर दिया है" 

छत्तीसगढ़ में राहुल काफी सक्रियता के साथ चुनाव प्रचार कर रहे हैं। राज्य में दो चरणों में -- 12 नवंबर और 20 नवंबर को मतदान होगा। प्रथम चरण में नक्सल प्रभावित 12 इलाकों सहित 18 सीटों पर वोट डाले जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में शेष 72 सीटों पर मतदान होगा। 

सिंह के विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव में भी सोमवार को मतदान होगा। वहां कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करूणा शुक्ला को टिकट दिया है।

मुख्यमंत्री की कुर्सी चौथी बार हासिल करना चाह रहे सिंह ने कहा कि कांग्रेस के दावों के उलट छत्तीसगढ़ ने हर मोर्चे पर विकास किया है। 

उन्होंने कहा कि भाजपा के 15 साल के शासन में यह एक विकसित राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही देश के पांच शीर्ष विकसित राज्यों में शामिल हो जाएंगे।

यह पूछे जाने पर कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी नीत जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ और बसपा के बीच गठजोड़ से क्या भाजपा के वोटों में कमी आएगी, सिंह ने कहा कि "स्वार्थी गठबंधन" होने के बावजूद भाजपा का वोट प्रतिशत नहीं घटेगा। 

नक्सलवाद की समस्या पर सिंह ने कहा कि राज्य में माओवादी आखिरी सांसे गिन रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमने नक्सलियों को निष्प्रभावी कर दिया है।" 

भाजपा के 66 वर्षीय नेता 1980 के दशक में राजनीति में आने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सा के पेशे में थे। राज्य के गठन के करीब तीन साल बाद भाजपा ने कांग्रेस से सत्ता छीन ली, जिसके बाद वह दिसंबर 2003 में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। 

वर्ष 2013 के चुनाव में भाजपा को 49 सीटें और कांग्रेस को 39 सीटें मिली थी। बसपा को सिर्फ एक सीट मिली थी जबकि एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 12 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न नक्सली समूह सक्रिय हो गए हैं। खुफिया एजेंसी, अर्घसैनिक बल और लोकल पुलिस, इन तीनों इकाइयों के पास यह पुख्ता सूचना है कि इस बार नक्सली समूह चुनाव में बड़े पैमाने पर हिंसा की वारदात कर सकते हैं।
 
नक्सलियों के टारगेट पर केवल सुरक्षा बल ही नहीं, बल्कि मतदाता भी हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर वे वोट डालने गए तो उनके शरीर के अंग जैसे, हाथ-पांव, कान और जीभ काट दी जाएगी। उनकी योजना है कि इस बार जो हमले हों, वे केंद्रीयकृत न रहें। इसी वजह से नक्सलियों ने अपने सभी कमांडर को कहीं भी और कैसे भी हमला करने की छूट दे दी है।

बस्तर जोन के नक्सल प्रभावित आठ जिलों में 18 विधानसभा सीटें हैं। सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, जगदलपुर, कांकेर, कुंडा गांव व राजनंद गांव आदि जिलों में ही नक्सली सबसे ज्यादा वारदात करते हैं। इंटेलीजेंस इनपुट के मुताबिक, नक्सलियों ने बड़े पैमाने पर हिंसात्मक वारदात करने की योजना बनाई है।

पिछले कुछ समय से नक्सली केंद्रीयकृत हमले को ही तवज्जो दे रहे थे, लेकिन विधानसभा चुनाव के अंतर्गत उन्होंने अपनी रणनीति में बदलाव लाते हुए अलग-अलग समूहों में ज्यादा से ज्यादा हमले करने की योजना बनाई है। हमले के लिए नक्सली सबसे ज्यादा ध्यान आईईडी (इंप्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) पर दे रहे हैं।

जंगलों के अंदर के इलाकों में चुनाव के दौरान वे कोई भी बाधा खड़ी कर सकते हैं। खुफिया इनपुट है कि नक्सलियों ने ग्रामीण वोटरों को इस बार गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है। गत विधानसभा चुनाव में कई नक्सली समूहों ने दो-तीन सप्ताह पहले ही लोगों को वोट न डालने की चेतावनी दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपना रवैया नरम कर लिया था।

इस दफा 12 नवंबर को होने वाले मतदान का बहिष्कार कराने के लिए नक्सलियों ने लोगों से कहा है कि उनकी धमकी को नजरअंदाज कर उन्होंने वोट डाला तो उनके शरीर के हिस्सों को काट दिया जाएगा। साथ ही नक्सलियों ने रोड और कच्चे रास्तों पर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए भी अलग से प्लानिंग की है।
 

 

चुनाव को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराने के लिए 700 कंपनी तैनात

नक्सलियों की धमकी के मदेनजर बस्तर जोन में विभिन्न अर्धसैनिक बलों की करीब सात सौ कंपनी तैनात की गई हैं। इनमें से पांच सौ कंपनी अभी पहुंची हैं, जबकि दो सौ कंपनी पहले से ही वहां पर सुरक्षा कार्यों में लगी हैं। लोकल पुलिस अलग से अपनी ड्यूटी देती है। सीआरपीएफ के पास जगदलपुर और रामपुर में एयरफोर्स के दो-दो हेलीकॉप्टर हैं।इसके अलावा जरुरत पड़ने पर और भी हेलीकॉप्टर मंगाए जा सकते हैं। आसमान में सैंकड़ों छोटे-बड़े यूएवी (अनमेंड एरियल व्हीकल) उड़ रहे हैं। अत्याधिक संवेदनशील जिले जैसे सुकमा, दंतेवाड़ा या बीजापुर में अर्धसैनिक बलों व लोकल पुलिस को मिलाकर करीब 90 कंपनी तैनात की गई हैं।

मोदी-राहुल की थ्री लेयर सुरक्षा में भी 20 हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मी तैनात
 
चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी छत्तीसगढ़ पहुंच चुके हैं। करीब बीस हजार जवान इनकी सुरक्षा में लगाए गए हैं। चूंकि मोदी और राहुल के पास एसपीजी सुरक्षा रहती है, इसलिए चुनाव में इन्हें थ्री लेयर सुरक्षा दी गई है।

नक्सलियों को उनके इरादों में कामयाब नहीं होने देंगे: दिनाकरण
 
सीआरपीएफ इंटेलीजेंस के डीआईजी एम.दिनाकरण का कहना है कि छत्तीसगढ़ के बस्तर में सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ नोडल एजेंसी है। दूसरे अर्धसैनिक बलों और पुलिस के साथ मिलकर अचूक सुरक्षा का घेरा तैयार किया गया है। हालांकि ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि नक्सली समूह इस बार छोटे-छोटे समूहों में बंटकर हमला कर सकते हैं। इस रणनीति को फेल करने के लिए सुरक्षा बल भी एक विशेष सुरक्षा योजना पर काम कर रहे हैं। सुरक्षा बलों के लिए चुनाव शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराना एक चुनौती है और वे इसे पक्के इरादे से स्वीकार भी कर रहे हैं। यूएवी और मानवीय इंटेलीजेंस की मदद से किसी भी संभावित खतरे पर नजर रखी जा रही है। बड़े यूएवी जो कि हेलीकॉप्टर जितनी उंचाई पर पहुंचकर लाइव वीडियो और फोटो, जिनकी गुणवत्ता बहुत अच्छी होती है, लगातार भेजते रहते हैं।

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