देश

देश (9132)

ठंड और कोहरे से लोगों को अभी कुछ दिन और राहत नहीं मिलने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के हालिया अपडेट के अनुसार, उत्तर भारत के कई राज्यों में शीत लहर की चेतावनी जारी की गई है जो अगले 3 से 4 दिनों तक जारी रहेगी।

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के लोगों को कड़ाके की ठंड और शीत लहर का सामना करना पड़ रहा है। पूर्वानुमान के अनुसार, 21 और 22 जनवरी को दिल्ली, यूपी, राजस्थान और बिहार सहित कई उत्तर भारतीय राज्यों में घने कोहरे की संभावना जताई गई है। मध्य प्रदेश और बिहार में 24 जनवरी तक शीतलहर जारी रहने का अनुमान है।

घने कोहरे और ठंडे दिन की चेतावनी

मौसम विभाग ने अगले 3 से 4 दिनों तक दिल्ली, यूपी, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में शीतलहर चलने की चेतावनी दी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के लिए कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।

बता दें कि दिल्ली, पूर्वी मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में भी ठंडे दिन की स्थिति देखी गई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत, 25 से 28 जनवरी तक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में हल्की छिटपुट वर्षा/बर्फबारी होने की संभावना है।

कोल्ड डे का अलर्ट

22 से 24 जनवरी के दौरान उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में कोल्ड डे से लेकर गंभीर कोल्ड डे की स्थिति जारी रहने की संभावना है और 22 जनवरी को उत्तरी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। वहीं, 22 और 23 जनवरी को उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर जमीन पर पाला पड़ने की संभावना है।

IMD की रिपोर्ट के अनुासर, 22 जनवरी की रात से 24 जनवरी की सुबह के दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम और मेघालय और मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस बार फ्लाईपास्ट के दौरान उड़ाए जाने वाले 'तांगेल' फॉर्मेशन में हेरिटेज विमान डकोटा को शामिल किया गया है। इसमें दो डोर्नियर Do-228 विमान भी होंगे, जो एविएशन टर्बाइन फ्यूल और बायोफ्यूल के जरिए उड़ान भरेंगे।

भारतीय वायु सेना (IAF) मंगलवार को बताया कि 'तांगेल' फॉर्मेशन उस सफल एयरड्रॉप को फिर से दोहराएगा जिसमें 11 दिसंबर, 1971 को भारतीय वायु सेना के जवानों को पैराशूट से गिराया गया था। बता दें कि भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान शत्रु क्षेत्र पर भारतीय सुरक्षा बलों की यह पहली एयरड्रॉप थी।

इस साल गणतंत्र दिवस परेड में क्या रहेगा खास?

इसके अलावा, भारत में निर्मित हथियार प्रणालियां भी इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य आकर्षणों का केंद्र रहेंगे। इसमें भारतीय सेना से एलसीएच प्रचंड हेलिकॉप्टर, पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर और नाग एंटी-टैंक मिसाइलें शामिल हैं।

बता दें कि एलसीएच प्रचंड एचएएल द्वारा डिजाइन और निर्मित पहला स्वदेशी मल्टी-रोल कॉम्बैट हेलीकॉप्टर है। इसमें शक्तिशाली जमीनी हमले और हवाई युद्ध की क्षमता है। हेलीकॉप्टर में मजबूत कवच सुरक्षा और जबरदस्त रात में हमला करने की क्षमता है। जहाज पर उन्नत नेविगेशन प्रणाली, नजदीकी लड़ाई के लिए तैयार बंदूकें और शक्तिशाली हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें एलसीएच को आधुनिक युद्धक्षेत्र के लिए विशेष रूप से अनुकूल बनाती हैं।

NAG मिसाइल

NAG को डीआरडीओ द्वारा दिन और रात की स्थितियों में अत्यधिक मजबूत दुश्मन टैंकों से निपटने के लिए विकसित किया गया है। मिसाइल में समग्र और प्रतिक्रियाशील कवच से लैस सभी एमबीटी को हराने के लिए निष्क्रिय होमिंग मार्गदर्शन के साथ 'फायर एंड फॉरगेट' 'टॉप अटैक' क्षमताएं हैं। NAG मिसाइल वाहक NAMICA उभयचर क्षमता वाली BMP II आधारित प्रणाली है। सेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय उद्योग द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित नवीनतम बख्तरबंद वाहनों और विशेषज्ञ वाहनों को भी परेड में प्रदर्शित किया जाएगा, जहां फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मुख्य अतिथि होंगे।

यह तीन व्हीकल कर्तव्य पथ पर करेंगे मार्च

क्विक फाइटिंग रिएक्शन व्हीकल, लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल और ऑल-टेरेन व्हीकल इस साल कर्तव्य पथ पर मार्च करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि हथियार प्रणालियों में टी-90 टैंक, बीएमपी-2 पैदल सेना लड़ाकू वाहन, सी, ड्रोन जैमर, उन्नत सर्वत्र ब्रिज, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल लांचर और मल्टी-फंक्शन रडार भी शामिल होंगे।

स्वाति वेपन लोकेटिंग रडार, एक स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया डब्ल्यूएलआर है जो अपने सैनिकों पर फायरिंग करने वाली बंदूकों, मोर्टारों और रॉकेटों का पता लगाने में सक्षम है, जिससे स्वयं के गोलाबारी संसाधनों द्वारा काउंटर बमबारी के माध्यम से उनके विनाश की सुविधा मिलती है। यह सैनिकों को दुश्मन के हस्तक्षेप के बिना अपने परिचालन कार्यों को पूरा करने में सक्षम बनाएगा और उन्हें दुश्मन की गोलीबारी से सुरक्षा भी प्रदान करेगा।

पिनाका और स्वाति रडार भी शामिल

लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर के साथ, भारतीय सेना एएलएच ध्रुव हेलीकॉप्टर के हथियारयुक्त संस्करण का भी प्रदर्शन करेगी, जिसे रुद्र के नाम से भी जाना जाता है। परेड में प्रदर्शित की जाने वाली हथियार प्रणालियों में पिनाका और स्वाति रडार भी शामिल हैं जिन्हें भारतीय संस्थाओं द्वारा विदेशी ग्राहकों को सफलतापूर्वक निर्यात किया गया है। दोनों को DRDO द्वारा विकसित किया गया है। पिनाका रॉकेट सिस्टम का उन्नत रेंज संस्करण 45 किलोमीटर तक की दूरी पर लक्ष्य को नष्ट कर सकता है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि परिसर पहुंच गए हैं। सुबह साढ़े 10 बजे वे महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पहुंचे। यहां से वे हेलिकॉप्टर के जरिए मंदिर के लिए रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने अयोध्या धाम का वीडियो बनाया। PM दोपहर 12:05 बजे से 12:55 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह के विधि-विधान को पूरा करेंगे।

इसके बाद 1 बजे वे सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान वे राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों से मिलेंगे। दोपहर करीब 2:15 बजे वे श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। करीब 4 घंटे 35 मिनट के कार्यक्रम के बाद दोपहर 3 बजे वे दिल्ली लौट जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गो-पूजन किया। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।

11 जनवरी को PM का ऑडियो मैसेज, बोले- यम-नियम का पालन करूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 जनवरी को 10 मिनट 50 सेकेंड का एक ऑडियो मैसेज जारी किया था। जिसमें उन्होंने बताया था कि, वह यम नियम का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था, मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव-विह्वल हूं। मैं जीवन में पहली बार इस तरह के मनोभावों से गुजर रहा हूं।

मैं एक अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव यात्रा, मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है। चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता और तीव्रता शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भी भली-भांति मेरी स्थिति समझ सकते हैं।

अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को पूरे विधि विधान के साथ पूरी हुई। 84 सेंकेंड के मुहूर्त में भगवान का स्थापना की गई। गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा RSS प्रमुख मोहन भागवत, UP की गवर्नर आनंदी बेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य यजमान 12 बजे मंदिर परिसर में धोती और कुर्ता पहनकर पहुंचे। उनके हाथ में एक थाल थी, जिसमें श्रीरामलला का चांदी का छत्र था। संकल्प के साथ प्राण प्रतिष्ठा की विधि अपने तय समय 12 बजकर 5 मिनट पर शुरू हुई, जो 12 बजकर 55 मिनट तक चलेगी। PM ने रामलला समेत चारों भाइयों का पूजन किया। वे रामलला की नई मूर्ति का पूजन कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री इसके बाद 1 बजे वे सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान वे राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों से मिलेंगे। दोपहर करीब 2:15 बजे वे श्रीराम जन्मभूमि परिसर स्थित कुबेर टीला पर शिव मंदिर में दर्शन और पूजा करेंगे। करीब 4 घंटे 35 मिनट के कार्यक्रम के बाद दोपहर 3 बजे वे दिल्ली लौट जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन के अनुष्ठान के दौरान उपवास, जप और गो-पूजन किया। वे 11 दिन तक फर्श पर सोए और सिर्फ नारियल पानी पीकर, फल खाकर रहे। मोदी इस दौरान रामायण से जुड़े 4 राज्यों के 7 मंदिरों में दर्शन-पूजन भी किए।

नई दिल्ली । दिल्ली में कड़ाके की ठंड का प्रकोप बना हुआ है, इससे शुक्रवार सुबह ट्रेनों की आवाजाही और हवाई यातायात पर असर पड़ा।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि कोहरे और खराब दृश्यता के कारण दिल्ली आने वाली 20 से अधिक ट्रेनों के आगमन में छह घंटे या इससे अधिक का विलंब हुआ। घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर कई उड़ान संचालन प्रभावित हुआ। कई यात्रियों ने दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ानों के देरी से आने की शिकायत की।
उत्तर भारत के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान 3-6 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 25 जनवरी तक इसतरह के हालात बने रहने के आसार हैं।

 

नई दिल्ली । केरल पर्यटन विभाग वर्ष 2024 में नए कीर्तिमान स्थापित करने के तहत हेली-टूरिज्म सहित कई योजनाओं को नया रूप दे रहा है। पर्यटन निदेशक पी बी नूह ने बताया कि केरल व्यापक हेली-टूरिज्म की नीति लाने वाले देश का पहला राज्य है। इसके तहत हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाताओं की ओर से पेश किए गए पैकेजों का विवरण देने वाली एक माइक्रो-साइट बनाई है। यह एक ही बार में विभिन्न स्थलों की यात्रा करने की योजना बना रहे पर्यटकों के लिए बहुत मददगार सिद्ध होगी। इससे राज्य परस्पर जुड़ा एक पर्यटन हॉटस्पॉट बन जायेगा।
उन्होंने बताया कि केरल को वैश्विक एडवेंचर टूरिज्म मानचित्र पर लाने के उद्देश्य से सरकार ने इस वर्ष चार अंतरराष्ट्रीय साहसिक खेल (एडवेंचर स्पोर्टस) आयोजनों की मेजबानी करने का निर्णय लिया है। राज्य में पहाड़ों, नदियों, समुद्र तटों और नहरों का मिश्रण होने के कारण बिग टिकट वाला एडवेंचर टूरिज्म कार्यक्रम भी शुरू किया जाने वाला है। इससे इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं उत्पन्न होंगी। नूह ने कहा कि सरकार डेस्टिनेशन वेडिंग के लिये अनुकूल माहौल बनाने, दुनिया भर से जोड़ों को आकर्षित करने और पर्यटन एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने बताया कि केरल पर्यटन की संशोधित रणनीति नए गंतव्यों को पेश करने, नवीन पर्यटन सर्किट बनाने, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षमता निर्माण परियोजनाओं में निवेश करने, पुरस्कार विजेता जिम्मेदार पर्यटन पहल को व्यापक बनाने पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि नई परियोजनाओं के साथ-साथ राज्य के मुख्य प्राकृतिक आकर्षण के केन्द्र जैसे समुद्र तट , हिल स्टेशन, हाउस बोट और बैक वाटर, आगंतुकों के अनुभव की समृद्ध होगा। एडवेंचर वेलनेस और रिस्पांसिबल टूरिज्म को पूरे जोश के साथ आगे बढ़ाया जायेगा।

नई दिल्ली । नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना का काम भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा सुनिश्चित करना है। उनका यह बयान लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हालिया संदिग्ध ड्रोन हमलों और भारतीय तटरेखा पर पाकिस्तानी जहाजों की तैनाती के मद्देनजर आया है। एडमिरल कुमार ने कहा, नौसेना का काम यह सुनिश्चित करना है कि हम भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करें, उन्हें बढ़ावा दें और आगे बढ़ें। उन्होंने कहा, हम किसी भी तरह की समुद्री डकैती नहीं होने देंगे।

2008 से चला रहे समुद्री डकैती विरोधी अभियान
पत्रकारों से बात करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि पिछले साल के अंत तक भारतीय जलक्षेत्र में समुद्री डकैती की घटनाएं लगभग खत्म हो गई थीं। उन्होंने कहा, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारे राष्ट्रीय हित सुरक्षित हों। हम साल 2008 से हिंद महासागर में अभियान चला रहे हैं। इनमें समुद्री डकैती विरोधी अभियान भी शामिल हैं। 2008 से हमने समुद्री डकैती से निपटने के लिए 106 जहाजों को तैनात किया है।


अन्य साझेदारों के साथ मिलकर कर रहे काम
उन्होंने आगे कहा, समुद्री डकैती की घटनाएं पिछले साल के अंत तक लगभग शून्य हो गईं थीं। हालांकि, बाद में इनमें वृद्धि देखी गई है। यह शायद लाल सागर में ड्रोन हमलों का परिणाम है। इसलिए, हमने कार्रवाई की है। पर्याप्त संख्या में अपने जहाजों की तैनाती की है। हम किसी को भी समुद्री डकैती की अनुमति नहीं देंगे। इसके लिए हम उचित कदम उठा रहे हैं। एडमिरल हरि कुमार ने बताया कि भारतीय नौसेना अपने जल क्षेत्र को सुरक्षित करने के लिए क्षेत्र के अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रही है।


भारतीय ध्वज वाले किसी भी जहाज पर नहीं हुआ हमला
उन्होंने बताया कि भारत के झंडे वाले किसी भी व्यापारिक जहाज पर कोई हमला नहीं हुआ है। पिछली बार बड़ी संख्या भारतीय नौसेना के कर्मियों के दल को लेजा रहे जहाज पर समुद्री डाकुओं ने हमला किया था। इसका हमने तुरंत जवाब दिया और अपने सैनिकों को तैनात किया। हम इस क्षेत्र के अन्य भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई साझेदार भी चाहते हैं कि प्रशांत क्षेत्र स्वतंत्र, खुला, समावेशी, नियम-आधारित और सुरक्षित हो। हम अपने सभी साझेदारों का सहयोग करेंगे। इनमें क्षेत्र के छोटे देश भी शामिल हैं।

भारत जोड़ो न्याय यात्रा से जुड़े कुछ लोगों पर आज असम की जोरहाट पुलिस ने एक्शन लिया है। जोरहाट के पुलिस अधीक्षक मोहन लाल मीणा ने कहा कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए, कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के संबंध में कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

पुलिस ने बताई वजह

दरअसल, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में जारी यात्रा ने अपने मूल मार्ग को बदल लिया था, जिसकी पुलिस को जानकारी नहीं थी, इसके चलते यात्रा से जुड़े कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

राहुल गांधी नाव से ब्रह्मपुत्र नदी पार की

अपनी यात्रा के छठे दिन, राहुल गांधी ने शुक्रवार को नाव से ब्रह्मपुत्र नदी पार की और असम के एक द्वीप माजुली के लिए रवाना हुए। पार्टी ने राहुल की एक तस्वीर साझा की, जिसमें वह साथी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ शुक्रवार को ब्रह्मपुत्र में नाव पर सवार थे।

हिमंत सरकार यात्रा में डाल रही खलल

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया कि हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार भारत जोड़ो यात्रा को असफल बनाने में लगी है। उन्होंने कहा कि हम 25 जनवरी तक असम में हैं और राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि भारत जोड़ो यात्रा यहां सफल न हो।

जयराम ने कहा कि असम सरकार यात्रा में बाधाएं पैदा कर रही है, लेकिन हमें विश्वास है कि असम के सभी वर्ग, जिनमें युवा और महिलाएं भी शामिल हैं, वो राहुल गांधी की बात सुनेंगे।

राहुल का भाजपा पर ये आरोप

राहुल ने भी हिमंत सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि देश की "सबसे भ्रष्ट सरकार" राज्य में काम कर रही है। राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर नफरत फैलाने का भी आरोप लगाया।

नई दिल्ली । श्रम मंत्रालय के अंतर्गत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने आधार कार्ड को अपने मान्य दस्तावेजों की सूची से बाहर कर दिया है। यानी अब ईपीएफ खाते में जन्मतिथि अपडेट कराने के लिए आधार को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसे लेकर ईपीएफओ द्वारा सर्कुलर भी जारी किया जा चुका है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा 16 जनवरी, 2024 को जारी किए गए सर्कुलर में बताया गया कि आधार जारी करने वाली सरकारी एजेंसी यूआईडीएआई से एक पत्र प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया है कि जन्मतिथि के प्रमाण पत्र के रुप में स्वीकार दस्तावेजों की लिस्ट से आधार को हटाया जाए। इसके बाद आधार कार्ड को ईपीएफओ के मान्य दस्तावेजों की लिस्ट से हटा दिया गया है।
ईपीएफओ के मुताबिक, जन्म तिथि के लिए प्रूफ के लिए दसवीं कक्षा का सर्टिफिकेट इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, किसी सरकारी बोर्ड या यूनिवर्सिटी से जारी हुई अंक तालिका भी प्रयोग में लाई जा सकती है। अगर जन्मतिथि प्रमाण के लिए कोई भी दस्तावेज नहीं है तो सदस्य की चिकित्सीय जांच के बाद सिविल सर्जन द्वारा जारी किया गया मेडिकल प्रमाण पत्र भी जन्मतिथि अपडेट के लिए दे सकता है। साथ ही पासपोर्ट, पैन नंबर, डोमिसाइल सर्टिफिकेट और पेंशन दस्तावेज को भी मान्यता प्रदान की गई है।

 

अयोध्या । प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर एसपीजी ने डेरा डाल दिया है। परिसर समेत प्रधानमंत्री के आवागमन के सभी मार्गो पर सुरक्षा व्यवस्था उन्हीं के नियंत्रण में है। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए 30,000 से अधिक जवान अलग-अलग स्थानों पर मोर्चा संभाल चुके हैं। पुलिस अधिकारियों ने इन्हें जिम्मेदारियां आवंटित करते हुए तमाम दिशा-निर्देश दिए हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 7,000 से अधिक अतिथियों के पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान जिले का सुरक्षा घेरा अभेद्य किया गया है। येलो जोन व रेड जोन के अलावा विभिन्न इलाकों में 10,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लैंडमाइन डिटेक्शन, फेस रिकॉग्निशन समेत तमाम आधुनिक उपकरणों का भी प्रयोग किया जा रहा है।

 

  • RO no 13047/29 "
  • RO No 13047/29
  • RO No 13047/29
  • RO no 13028/122

Ads

RO no 13047/29 "
RO No 13047/29
RO No 13047/29
RO no 13028/122

MP info RSS Feed

फेसबुक