ईश्वर दुबे
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Bhilai
मध्यप्रदेश के अशोकनगर में आयोजित एक शादी में उस समय अजीब स्थिति बन गई जब शादी के मंडप में दो फेरे लेने के बाद दूल्हा-दुल्हन को भाई बहन बता दिया गया। विवाद बढ़ने पर शादी को रोकना पड़ा।
दरअसल, दलील यह दी जा रही थी कि दोनों के गोत्र एक हैं इसलिए ये आपस में भाई-बहन हुए। हालांकि, वर पक्ष ने आरोप लगाया कि दूल्हे को घोड़ी पर न लाने को लेकर विवाह रोकी गई है।
कोलारस के रामगढ़ चक्क निवासी परमा आदिवासी के बेटे खुशालीराम की शादी ईसागढ़ के ओडिला निवासी मोहर सिंह की बेटी सबीना के साथ तय हुई थी। लगभग 30 बाराती ट्रैक्टर-ट्राली से 17 जून को ईसागढ़ के ओडिला पहुंचे।
शादी में फेरे की रस्म के समय वधु पक्ष के लोगों ने कहा कि दूल्हे और दुल्हन के मामा दोनों का गोत्र नकटेले है जिससे दोनों भाई-बहन हुए। विवाद बढ़ने के बाद शादी को रोक दिया गया और दहेज का सामान भी उतार लिया। जिसके बाद मामला पुलिस में चला गया।
वायु चक्रवात ने भी बिगाड़ा मानसून का गणित, 25 जून के पहले पहुंचने के आसार नहीं, मंगलवार देर रात शुरू हुई बूंदाबांदी
रतलाम. जिले में हर शख्स तेज बारिश का इंतजार कर रहा है लेकिन प्री-मानसून ने इस साल मायूस कर दिया है। शहर में सात दिन से बादलों की आवाजाही तो हो रही है लेकिन बादल निराश कर रहे हैं। मंगलवार रात 10.30 बजे से बादलों ने बरसना शुरू कर दिया फिर रातभर हल्की बारिश का दौर चलता रहा। दिनभर बादलों जबकि प्री-मानसून में पिछले दो साल में डेढ़ इंच तक बारिश हुई। इस बार अब तक एक इंच पानी भी नहीं गिरा। इधर, मौसम विभाग को भी मानसून के 25 जून के बाद रतलाम पहुंचने की उम्मीद है।
केरल में मानसून 8 जून को पहुंच गया था। इसके चार दिन बाद से हमारे शहर में भी गतिविधियां होना शुरू हो गई जो अब भी जारी है। घने बादल छाए हुए है तो कभी गरज भी हो रही है। ऐसा हवा के रुख में परिवर्तन व नमी आने के कारण हुआ है। यूं तो 2017 में जिले में 24 जून को मानसून ने दस्तक दी थी। लेकिन प्री मानसून एक्टिविटी 6 जून से ही शुरू हो गई थी। 10 जून तक ही डेढ़ इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 9 जून को तो 1 घंटे में ही 1 इंच बारिश हुई थी। 2018 में भी 25 जून तक 1 इंच से ज्यादा बारिश हो गई थी जबकि मानसून 28 जून तक पहुंचा था।
हवा का रुख नहीं बदलने से प्री-मानसून कमजोर
मौसम वैज्ञानिक डीपी दुबे ने बताया अमूमन 20 मई के बाद से प्री-मानसून एक्टिविटी होना शुरू हो जाती है। यह अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होती है लेकिन इस साल प्री-मानसून एक्टिविटी कमजोर है। इसका कारण हवा का रुख नहीं बदलना है। हमारे यहां जून के पहले सप्ताह तक हवा का रुख उत्तरी-पश्चिमी था। अब यह दक्षिणी-पश्चिमी हुआ है ऐसे में बादल है, अब प्री-मानसून एक्टिविटी तेज होगी। इधर, बारिश शुरू होने से किसानों के भी चेहरे खिल उठे हैं। मोतीलाल पाटीदार ने बताया किसान बोवनी में जल्दी नहीं करें। चार से पांच इंच बारिश होने के बाद ही बीज खेतों में डाले।
दिन का तापमान मंगलवार को 35 डिग्री के करीब पहुंच गया। अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री तो न्यूनतम 24.2 डिग्री रिकॉर्ड किया। इससे पहले 18 अप्रैल को अधिकतम तापमान 35.6 डिग्री रहा था। तापमान में 10 जून से लगातार कमी हो रही है। इस दिन अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहा था।
आगे क्या... 20 के बाद अरब सागर में बनेगा सिस्टम
अब 20-22 जून के बाद अरब सागर में सिस्टम बनेगा। यह सिस्टम 23-25 जून के बाद ही रतलाम पहुंचेगा। हालांकि इससे मानसून को करंट मिलेगा, यानी अभी सुस्त मानसून की चाल तेज होगी। मानसून की बारिश 25 के बाद ही होगी। इससे पहले लोकल सिस्टम से हल्की बारिश के आसार बने हुए है।
ट्विटर ने दिग्विजय के किसी भी ट्वीट पर रि-ट्वीट और रिप्लाई को ब्लॉक कर दिया
सिंह ने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दी जन्मदिन की बधाई
भोपाल. ट्विटर ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अकाउंट पर किसी भी ट्वीट पर रि-ट्वीट और रिप्लाई को ब्लॉक कर दिया है। इससे सिंह भड़के गए और ट्विटर की नीति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ये अन्याय है, मेरे ट्वीट पर ही ऐसा क्यों हो रहा है कि कोई रिप्लाई और रि-ट्वीट नहीं कर सकता है। उन्होंने ट्वीटर पर उनके ट्वीट रिमूव करने का भी आरोप लगाया है।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले पर सरकार की खुफिया विभाग की विफलता पर ट्वीट किया था। इसके बाद शनिवार सुबह ट्वीटर ने उनके ट्वीट पर रि-ट्वीट और रिप्लाई को ब्लॉक कर दिया। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को जन्मदिन की बधाई भी दी थी। इस पर भी कोई रिप्लाई और रिट्वीट नहीं कर पा रहा है।
दिग्विजय ने एक के बाद कई ट्वीट करके ट्विटर पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को नियंत्रित करने और राजनैतिक सहयोगियों का चुनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनके दो ट्वीट रिमूव किए गए हैं, मेरे साथ ये अन्याय क्यों ?
नफरत और धमकी भरे ट्वीट्स पर कोई कार्रवाई नहीं होती
दिग्विजय ने कहा कि ट्विटर नफरत और धमकी भरे ट्वीट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है। लेकिन सामान्य सवालों को आपत्तिजनक मान लिया जाता है। मैंने सरकार की खुफिया विफलताओं पर सवाल किए तो उसे ब्लॉक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ट्विटर की नीति क्या है।
भोपाल. राजधानी भोपाल में एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। परिजनों ने पुलिसकर्मियों की पिटाई से युवक की मौत होने का आरोप लगाया। थाने के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं, जिसमें युवक गिरते हुए दिख रहा है और पुलिसकर्मी उसे घसीटकर गाड़ी में डालते नजर आ रहे हैं। राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं। आईजी योगेश देशमुख ने बैरागढ़ थाने के टीआई अजय मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। युवक के पिता स्वयं पुलिस में हैं और साइबर सेल में पदस्थ हैं।
मृतक के मामा ह्दयेश भार्गव ने बताया कि मंगलवार देर रात उनका भांजा शिवम और उसका दोस्त गोविंद बैरागढ़ से आगे एक ढाबे पर खाना खाने जा रहे थे। जैसे ही उनकी गाड़ी लालघाटी से आगे पहुंचीं। बीआरटीएस कॉरिडोर से टकरा गई। डायल-100 के जवान मौके पर पहुंचे और दोनों युवकों को पास की पुलिस चौकी पर ले आए। यहां दोनों की जमकर पिटाई की।
थाने में ले जाकर पीटने का आरोप: बैरागढ़ थाने का मामला होने की वजह से वहां की पुलिस को हादसे की जानकारी दी गई। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद बैरागढ़ पुलिस आई और दोनों युवकों को थाने ले गई। वहां भी शिवम और उसके दोस्त की जमकर पिटाई की गई। शिवम ने कई बार पिटाई कर रहे पुलिसवालों को बताया कि उसके पिता भी पुलिस में हैं। लेकिन पिटाई कर रहे पुलिसवालों ने उसकी एक नहीं सुनी और लगातार उसे मारते रहे।
थाने के सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई घटना: बैरागढ़ थाने में लगे सीसीटीवी में शिवम की मौत की घटना रिकॉर्ड हुई है। रिकॉर्डिंग में शिवम पुलिसवालों से घिरा हुआ दिख रहा है। पुलिसवाले उसे धकियाते दिख रहे हैं। पुलिस के धक्का लगते ही शिवम जमीन पर गिर जाता है। कुछ पुलिसकर्मी उसे उठाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद एक पुलिसकर्मी दौड़कर पुलिस की गाड़ी लेकर आता दिख रहा है। बताया जा रहा है कि शिवम को पुलिस अस्पताल लेकर गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
परिजनों का आरोप है कि दोनों को कोई चोट नहीं लगी थी। लेकिन, वहां पास ही खड़ी डॉयल 100 वाहन दोनों को पुलिस थाने ले गई और हिरासत में दोनों को बुरी तरह से पीटा। इसी बीच स्थिति बिगड़ने पर पुलिस शिवम को अस्पताल ले गई, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों का मेडिकल कराया था उसमें दोनों के शराब के नशे में होने की पुष्टि हुई है।
चेन और अंगूठी लूटने का आरोप: शिवम की मौत के बाद परिजन बुधवार तड़के अस्पताल पहुंचे। परिजनों ने पुलिस पर मृतक की सोने की चेन और अंगूठी लूटने का आरोप भी लगाया। डीआईजी इरशाद वली भी हमीदिया अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय विधायक रामेश्वर शर्मा भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया। हंगामे की आशंका के मद्देनजर अस्पताल परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
चाचा ने लगाई गुहार: परिजनों ने कहा कि जब शिवम की थाने में पिटाई हो रही थी तो उस वक्त मृतक शिवम के चाचा जो इंदौर में सब-इंस्पेक्टर हैं, उन्होंने बैरागढ़ टीआई अजय मिश्रा को फोन लगाकर इसकी जानकारी दी थी और अपने भतीजे को छोड़ने की गुहार लगाई थी। लेकिन इसके बावजूद शिवम को बेरहमी से पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पिटाई करने वाले पुलिसवालों के साथ ही बैरागढ़ टीआई को बर्खास्त करने की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार को चेताया: घटना की निंदा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि प्रदेश सरकार की संवेदनाएं मर चुकी हैं। पुलिस प्रशासन निरंकुश हो गया है। उन्होंने कहा कि युवक की कार बीआरटीएस कॉरिडोर की रेलिंग से टकरा गई थी। ये ऐसी घटना ऐसी नहीं थी कि पुलिस युवक को पीट-पीटकर मार डाले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीबों को सताया जा रहा है, विरोध करता है तो झोपड़ी को आग लगा दी जाती है। उस आग में कूदकर एक बहन ने जान दे दी। क्या गरीबों को ऐसा जताया जाएगा, आदिवासियों को सताने का भी मामला सामने आया है। सरकार को मैं चेता रहा हूं, अगर ये चलता रहा तो हम चुप नहीं बैठेंगे।
शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन की अनुमति लेकर भोपाल आ रहे थे आदिवासी, उन्हें छह किमी दूर भदभदा में रोका
भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने कहा- जैसा कमलनाथ सरकार कर रही, वैसा अंग्रेजों ने भी नहीं किया
भोपाल. मंगलवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए प्रशासन की अनुमति लेकर भोपाल आ रहे आदिवासियों को प्रशासन ने शहर से बाहर भदभदा पर रोक दिया। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नाराज हो गए और आदिवासियों को लेने खुद भदभदा पहुंच गए। उनके ट्रैक्टर में सवार होकर साथ आए और आदिवासियों साथ न्यू मार्केट में धरना प्रदर्शन किया।
दरअसल, आदिवासी वन अधिकारों को लेकर शांति पूर्ण धरना प्रदर्शन करने भोपाल आ रहे थे। इस पर प्रशासन ने रोक दिया। इसकी सूचना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को मिली तो वह भड़क गए। उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में शांति चाहते हो तो उन्हें मत रोको। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को चेताया भी। बताया जा रहा है कि ये आदिवासी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा क्षेत्र बुदनी से हैं। शिवराज ने कहा, "आदिवासी भाइयों-बहनों को उनकी मांग रखने और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने से जिस तरह कमलनाथ सरकार व स्थानीय प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया, वह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है, संवैधानिक अधिकारों का हनन है। मैं यह होने नहीं दूंगा। मैं उन्हें साथ लेकर धरना स्थल तक जा रहा हूं।"
कांग्रेस सरकार अंग्रेजों से ज्यादा निर्दयी
प्रशासन ने उन्हें रोकने के बाद कहा कि वह पैदल ही भोपाल तक जाएं और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करें। प्रशासन ने आदिवासियों को रातीबड़ और भदभदा क्षेत्र में रोका। भोपाल के महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि प्रशासन ने आदिवासियों का ट्रैक्टर रोककर उन्हें पैदल भेजकर अन्याय किया। जैसा कमलनाथ सरकार कर रही है, वैसा अंग्रेजों ने भी नहीं किया।
मुख्यमंत्री से मिलकर रखेंगे बात
आदिवासियों के हक को लेकर उन्होंने सरकार से मांग की। इसमें वनाधिकार कानून के तहत पट्टा देने, तेंदू पत्ता के बोनस का पूरा पैसा देना और वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में तब्दील करने समेत कई अन्य मांगें रखी गई है। शिवराज ने आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा। अगर बात बनी तो ठीक। वरना धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
हमले में नगर सैनिक समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए
घटना के बाद प्रह्लाद पटेल का आरोपी बेटा प्रबल और विधायक जालिम सिंह का बेटा मोनू पटेल फरार
नरसिंहपुर. जिले के गोटेगांव थाना इलाके में माननीयों के बेटों ने सरेआम गुंडागर्दी की। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के पुत्र प्रबल पटेल और विधायक जालिम सिंह के बेटे ने बैलहाई के बाजार में दो युवकों से मारपीट की। इसके बाद दोनों को पकड़कर एक अन्य जगह ले गए, जहां दोबारा हमला किया। घटना के वक्त गाेली चलने से एक युवक घायल हो गया। हमले में आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 12 आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। एसडीओपी पीएस बालरे ने बताया कि हिमांशु राठौर और राहुल राजपूत सोमवार रात गोटेगांव से एक शादी में शामिल होकर वापस कमोद गांव जा रहे थे, तभी रास्ते में बैलहाई बाजार में प्रबल पटेल से झगडा हो गया। इसके बाद मारपीट होने लगी। आरोप है कि दोनों को युवकों को शिवम राय के घर ले जाकर फिर से मारपीट की गई। इस दौरान शिवम राय के पिता नगर सैनिक ईश्वर राय के साथ भी मारपीट की गई।
गोली चलने से युवक घायल, 4 लोगों को गंभीर चोटें
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के दौरान गोली भी चली, जो हिमाशु राठौर के हाथ में लगी। जबकि नगर सैनिक ईश्वर राय, राहुल राजपूत, शिवम राय और मयंक के हाथ, पैर, सिर में गंभीर चोटें पहुंचीं हैं। सभी घायलों को रात में ही इलाज के लिए जबलपुर ले जाया गया। बालरे ने बताया कि हिमांशु राठौर की शिकायत पर प्रबल पटेल, नरसिंहपुर विधायक जालमसिंह पटेल के पुत्र मोनू पटेल समेत 12 के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
मध्यप्रदेश में नौकरशाहों के लगातार हो रहे तबादलों के बीच प्रदेश के पूर्व पुलिस कॉन्स्टेबल नंदकुमार चौहान ने गृहमंत्री बाला बच्चन को फोन कर आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व कॉन्स्टेबल और गृहमंत्री के बीच हुई बातचीत का ऑडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पूर्व कॉन्स्टेबल फोन पर गृहमंत्री से कह रहे हैं कि अफसर तो दूर उनकी पत्नी और बच्चे भी कर्मचारियों पर हुकुम चलाते हैं। आईपीएस की पत्नी को सैल्यूट मारना पड़ता है और उनके बच्चों को स्कूल छोड़ना पड़ता है।
प्रदेश में वर्तमान में 400 से 500 आईपीएस हैं। उनको सरकार से सुविधा मिली है कि बंगले पर 4 से 5 कर्मचारियों को लगा सकते हैं लेकिन उनके बंगले पर 20-20 लोग काम कर रहे हैं। यह स्थिति पूरे प्रदेश में है।
पूर्व कॉन्स्टेबल ने आगे कहा कि आईपीएस अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर उसने पुलिस की नौकरी छोड़ दी। बंगले पर पुलिसकर्मियों को प्रताड़ित किया जाता है। उनकी पत्नियां पुलिसकर्मियों से घरेलू काम कराती हैं।
उन्होंने आगे कहा कि फील्ड में काम करने वाले अधिकारी बंगलों पर कार्य कर रहे हैं। इस कारण लॉ एंड ऑर्डर तो प्रभावित होगा ही। आपके गृहमंत्री बनने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। पूर्व आरक्षक की शिकायत पर गृहमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि मैंने इस मामले पर कल बैठक बुलाई है।
गृहमंत्री बाला बच्चन ने इस ऑडियो की पुष्टि की है। बाला ने कहा कि मैंने पूर्व कॉन्स्टेबल नंदकिशोर चौहान की पूरी पीड़ा को सुना। उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जाएगी और वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी।
भोपाल। राज्य सरकार ने प्रदेश के 4 लाख 47 हजार कर्मचारियों को 3 फीसदी डीए दिए जाने के शुक्रवार को आदेश जारी कर दिए हैं। इसका लाभ एक जनवरी से मिलेगा। वित्त विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक कर्मचारियों का जनवरी से अप्रैल तक का बढ़ा हुआ चार महीने का डीए सीधे जीपीएफ खाताें में जमा किया जाएगा। जबकि जून-जुलाई के महीने में मिलने वाले वेतन में दो महीने के एरियर की राशि नकद दी जाएगी।
मध्यप्रदेश के 4.47 लाख कर्मचारियों को...
कर्मचारियों का डीए बढ़ने से महंगाई भत्ता 9 से बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है। इसके अलावा छठवां वेतनमान पा रहे कर्मचारियों का डीए 6 फीसदी बढ़ेगा, जो 148 से बढ़कर 154 फीसदी हो जाएगा। पंचायती राज संस्थाओंं में कार्यरत पंचायत सचिवों को भी बढ़े हुए डीए के भुगतान किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
हमीदिया मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की
भोपाल. पश्चिम बंगाल में तीन दिन से हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में भोपाल में शुक्रवार को हड़ताल कर दी। डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर हाथों में तख्तियां लेकर हड़ताल करने लगे। हमीदिया मेडिकल कॉलेज में ओपीडी का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया।
मप्र जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने गुरुवार को कह दिया था कि उसके सभी डॉक्टर पूरे प्रदेश में ओपीडी में नहीं जाएंगे। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) का कहना है कि हमें एयरपोर्ट में जैसी सुरक्षा मिलती है, वैसे ही सीआईएसएफ की सुरक्षा दी जाए। जूडा के डॉक्टर सुबह से ही हड़ताल पर चले गए और दोपहर बाद 2:00 बजे तक यही स्थिति बनी रहेगी। असल में कोलकाता में परिजनों द्वारा की गई मारपीट के विरोध में ये प्रदर्शन हो रहे हैं।
डॉक्टरों ने ओपीडी का बॉयकाट किया है, लेकिन इमर्जेंसी सेवाएं बहाल रखी हैं। कोलकाता में डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट के बाद सभी मेडिकल कलेजों और अस्पतालों से एक दिन की देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। हड़ताल प्रदेश के ज्यादातर मेडिकल कॉलेजों में पहुंच गई है और जूनियर डॉक्टरों ने सुबह से ओपीडी का बहिष्कार कर दिया है।
एम्स के डॉक्टरों ने गुरुवार को हेलमेट पहनकर और सांकेतिक तौर पर पट्टियां पहनकर मरीजों का इलाज किया। सोमवार रात पश्चिम बंगाल के एनआरएस अस्पताल में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों के साथ मारपीट की थी। उसके बाद से पश्चिम बंगाल के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं।
बाबा वैराज्ञानंद गिरी ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि वो अभी कामाख्या मंदिर में तपस्या कर रही है
बाबा 16 जून को दोपहर 2 बजकर 11 मिनिट पर लेना चाहते हैं जल समाधि
भोपाल. भोपाल संसदीय सीट से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की जीत का दावा और हार मिलने के बाद समाधि लेने की बात करने वाले वाले पूर्व महामंडलेश्वर बाबा वैराज्ञानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा ने समाधि लेने की अनुमति मांगी है। उन्होंने भोपाल कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा है कि वो अभी कामाख्या मंदिर (असम) में तपस्या कर रहे हैं और वह 16 जून को दोपहर 2 बजकर 11 मिनिट पर जल समाधि लेना चाहते हैं।
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान बाबा वैराज्ञानंद गिरी ने कहा था कि अगर दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव नहीं जीते तो वो समाधि ले लेंगे। 23 मई को चुनाव परिणाम आने के बाद दिग्विजय सिंह भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा से हार गए।मगर इसके बाद बाबा वैराज्ञानंद गिरी अचानक गायब हो गए।
क्यों लेना चाहते हैं बाबा समाधि
बाबा वैराज्ञानंद उर्फ मिर्ची बाबा ने मिर्ची हवन कर दिग्विजय सिंह की जीत का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि मिर्ची हवन करने से दिग्विजय सिंह की जीत तय है। इस हवन में कुल 5 क्विंटल मिर्च डाली गई थी। साथ ही उन्होंने ये संकल्प भी लिया था कि अगर दिग्विजय सिंह नहीं जीते, तो वो जिंदा जल समाधि ले लेंगे। चुनाव परिणाम आने के बाद उनका ये वीडियो वायरल हो गया था।
अखाड़े ने दिखाया था बाहर का रास्ता
मिर्ची हवन के दौरान विवाद बढ़ता देख निरंजनी अखाड़े ने वैराज्ञानंद को निष्कासित कर दिया था। बाबा वैराज्ञानंद पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर थे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा था कि स्वामी वैराग्यानंद का कार्य गलत था। उनका आचरण साधु-संतों की मर्यादा के खिलाफ था।
तेलुगु सांस्कृतिक परिषद के कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री ने पूजा-अर्चना की
भोपाल. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तेलुगु सांस्कृतिक परिषद द्वारा शिवाजी नगर, में आयोजित श्री शारदा देवी नवीन मंदिर की पुन: प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए। मां शारदा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश में अच्छी बारिश और सुख-समृद्धि की कामना की। ये महोत्सव 16 जून तक चलेगा। इस अवसर पर जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री नाथ शिवाजी नगर स्थित सांस्कृतिक परिषद प्रांगण में स्थापित मंदिर पहुंचे। उनका पारंपरिक रूप से मंगल वादन के बीच स्वागत किया गया। श्री कमल नाथ ने अखण्ड दीप स्थापना की और प्रसाद ग्रहण किया। उन्होंने मां शारदा देवी के श्रीचरणों में प्रणाम किया और आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक परम्पराओं से मिलकर आध्यात्मिक शक्ति निर्मित होती है और विश्व में यही भारत की पहचान है। उन्होंने कहा, हमारी पहचान आर्थिक और सैन्य ताकत से नहीं है। इस अवसर पर सांस्कृतिक परिषद के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में तेलुगु समाज के भक्तजन उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव श्री गोपाल रेड्डी और तेलुगु समाज के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। जनसंपर्क आयुक्त पी नरहरि ने मुख्यमंत्री की अगवानी की। सोलह जून को महापूर्णाहुति के साथ तीन दिवसीय आध्यात्मिक महोत्सव सम्पन्न होगा।
घटना बड़वानी जिले के वलन गांव में हुई
आंधी के वक्त टीन शेड में बंधे झूले में सो रहा था बच्चा
बड़वानी. मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में बुधवार रात आए आंधी-तूफान में डेढ़ साल का बच्चा टीन शेड के साथ उड़ गया। वह करीब 200 मीटर दूर जाकर गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। दूसरी ओर, राजधानी भोपाल समेत राज्य के कई इलाकों में धूलभरी आंधी चली। कहीं-कहीं प्री-मानसून बारिश भी हुई।
बड़वानी के थाना प्रभारी संतोष सांवले ने बताया कि फोगरा और उसकी पत्नी वलन गांव में झोपड़ी में रहते हैं। झोपड़ी के टीन शेड में झूला बंधा था और डेढ़ साल का बेटा विकेश इसमें सो रहा था। आंधी में झोपड़ी उखड़ गई और बच्चा टीन शेड समेत उड़ गया। इसके बाद माता-पिता ने किसी तरह बेटे को ढूंढा और पुलिस को सूचना दी, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी।
राज्य के कई इलाकों में प्री-मानसून बारिश हुई
भोपाल समेत ग्वालियर, चंबल, मालवा-निमाड़, विंध्य के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बूंदें पड़ीं। भोपाल में दिन का तापमान 1.4 डिग्री लुढ़क गया। ग्वालियर में दिन के तापमान में 8.7 डिग्री और दतिया में 10 डिग्री की गिरावट हुई। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि चक्रवात वायु का असर प्रदेश में दिखने लगा है। अरब सागर से भी नमी आने लगी है। हालांकि, भोपाल संभाग के दो जिलों रायसेन, राजगढ़ और होशंगाबाद , जबलपुर, रीवा सहित प्रदेश के 16 जिलों में पारा 44-45 डिग्री पार बना रहा। सबसे गर्म दमोह रहा।
प्री- मानसून गतिविधियां बढ़ीं, प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में धूल भरी आंधी और हल्की बौछारें पड़ीं
गुरुवार को भोपाल समेत कई क्षेत्रों में सूरज की बादलों से लुकाछिपी, तापमान में गिरावट
भोपाल. प्रदेश में लंबे इंतजार के बाद कई स्थानों पर प्री मानसून की गतिविधियां शुरु होने के बाद भी गर्मी कम नहीं हुई है। बुधवार को राज्य में कई स्थानों पर धूल भरी हवाएं चलीं और हल्की बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई।
हालांकि गुरुवार को सुबह से बादलों की लुकाछिपी के बीच गर्मी का असर कम हुआ है, लेकिन उमस कायम है। रायसेन समेत कई स्थानों पर छिटपुट बौछारें हुई हैं। इससे गर्मी से हल्की राहत मिली है।
चक्रवाती तूफान 'वायु' का असर : इस बार मंद गति से मौसम में आ रहे इस बदलाव के पीछे अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान ‘वायु’ का भी प्रभाव माना जा रहा है। राजधानी भोपाल में कल तापमान 43.7 डिग्री रिकार्ड हुआ। भोपाल में कल शाम कुछ स्थानों पर धूल भरी आंधी के साथ मौसम में थोड़ी ठंडक घुली। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई है।
ग्वालियर चंबल क्षेत्र में बौछारों से मिली राहत : श्योपुर, शिवपुरी और ग्वालियर में भी बीती रात कई स्थानों पर तेज बौछारों के कारण गुरुवार को सुबह से गर्मी में थोड़ी राहत मिली है।
आज से बढ़ेंगी प्री-मानसून गतिविधियां : स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक आज प्रदेश के अनेक स्थानों पर प्री-मानसून की गतिविधियों में इजाफा होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्री मानसून गतिविधियों के बावजूद प्रदेश के दमोह, छतरपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली, उमरिया एवं शहडोल में भीषण लू चल सकती है। इसके अलावा भोपाल सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी लू के हालात बन सकते हैं।
ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में चल रहे सदन में पूर्व पार्षद कार्यकताओं के साथ जबरन घुसे
महापौर, सांसद, विधायक और पार्षदाें के साथ एफआईआर दर्ज कराने लसुड़िया थाने पहुंची
इंदौर. ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में गुरुवार को बजट पर चर्चा के दौरान जमकर हंगामा और धक्का-मुक्की हुई। पानी की समस्या को लेकर पहुंचे पूर्व पार्षद और वर्तमान पार्षद पति ने पहले परिसर में हंमागा कर कार्यकर्ताओं के साथ नारेबाजी की। इसके बाद बजट सत्र शुरू हुआ तो 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ जबरन सदन में घुस गए और रोकने पर हाथापाई पर उतर आए। हंगामे के बाद महापौर, सांसद, विधायक और भाजपा पार्षदों ने लसुड़िया थाने पहुंचकर धरना दिया और एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
महापौर मालिनी गौड ने बुधवार को इंदौर नगर निगम में अपना पांचवा और आखिरी बजट पेश किया था। इस बजट को गुरुवार को चर्चा के बाद पारित किया जाना था। बजट पर चर्चा के लिए सभी पार्षद और एमआईसी सदस्य सदन पहुंचे थे। इसके पहले पानी की समस्या को लेकर सुबह से ही पूर्व पार्षद और वर्तमान पार्षद पति चिंटू चौकसे 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा कर रहे थे। वे निगम के साथ ही नर्मदा प्रोजेक्ट के अधीक्षण यंत्री हरभजन सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
बजट पर जैसे ही चर्चा शुरू हुई चौकसे सभी कार्यकर्ताओं के साथ जबरन सदन में घुस गए और मना करने पर मारपीट करने पर उतारू हो गए। सभापति के मना करने के बाद भी वे भाजपा और निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपशब्द का प्रयोग करते रहे। मामला बिगड़ता देख पार्षद सुधीर देड़गे कार्यकर्ताओं को बाहर जाने का कहने लगे तो उनके साथ हाथापाई की गई।
करीब आधे घंटे तक सदन में हंगामा होता रहा। निगम के बजट सत्र में हंगामा करने पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का कहना था कि निगम शहर को पानी नहीं दे पा रहा है और यहां लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। आपत्ति के बाद सभी को वहां से हटाया गया। इस बीच काफी देर तक भाजपा और कांग्रेस के पार्षद आमने-सामने आकर नारेबाजी करते रहे।
महापौर ने दर्ज करवाई एफआईआर
महापौर ने कहा कि हमने सत्र के दौरान अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखने की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। वे कांग्रेस सरकार के दबाव में काम कर रहे हैं। सैकड़ों कांग्रेसी सदन में घुस आए और भाजपा के पार्षदों और एमआईसी सदस्यों के साथ हाथापाई की है। उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन किया है। इसलिए लसुड़िया थाना पहुंचकर एफआईआर दर्ज करवाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्र हार्डिया ने कांग्रेसियों के इस प्रकार के प्रदर्शन को इतिहास का काला दिवस बताते हुए कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है। बीच सदन में घुसकर एमआईसी सदस्याें और भाजपा पार्षदों के साथ ऐसा व्यवहार कांग्रेस की गुंडागर्दी को दर्शाता है।
वहीं सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि सदन में जो हुआ वह बहुत ही शर्मनाक है। सभी को सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। इसी सदन में लंबे समय तक काम करने के बाद मैं उपरी सदन में पहुंचा हूं। एक पार्षद को यदि कोई समस्या है तो निगम या अन्य स्थान पर प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन बजट सत्र के दौरान इन प्रकार की कांग्रेसियों की हरकत बहुत ही निंदनीय है।
सभापति अजय सिंह नरूका ने कहा - वर्तमान पार्षद पति द्वारा जिस प्रकार का प्रदर्शन किया गया वह बहुत ही शर्मनाक है। हम इस मामले में कार्रवाई करेंगे। सबसे दुख की बात ये है कि सदन में अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया। अपशब्दता से भरे नारे लगाए गए।