ईश्वर दुबे
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चंडीगढ़ । क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने खुलासा किया है कि आम आदमी पार्टी (आप) के साथ उनकी बातचीत कैसे विफल रही। पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा आप में उनके लिए टिकट की कोई बात नहीं थी। सिद्धू के मुताबिक बैठक के दौरान पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केवल इतना चाहते थे कि सिद्धू सिर्फ चुनाव प्रचार करें। सिद्धू ने कहा मैं सिस्टम में शामिल हुए बिना सिस्टम को कैसे बदल सकता हूं?
सिद्धू ने आप प्रमुख को 'असुरक्षित' बताते हुए कहा केजरीवाल नहीं चाहते थे कि मैं विधायक का चुनाव लड़ूं। उन्होंने कहा आप प्रचार करें, हम आपकी पत्नी को चुनाव लड़ाएंगे। उन्हें मंत्री बनाएंगे। सिद्धू ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पार्टी नेताओं दुर्गेश पाठक और संजय सिंह को उनके घर भेजा था। मैं उनसे नहीं मिला, जब मेरी पत्नी ने आग्रह किया कि आपको मिलना चाहिए, तो मैंने उनसे मुलाकात की। पाठक और संजय सिंह के साथ बैठक के बाद सिद्धू केजरीवाल के पास गए। उन्हें बताया गया उनकी भूमिका में केवल प्रचार करना शामिल होगा।
सिद्धू ने कहा कल्पना कीजिए एक चार बार का सांसद उनके पास जाता है और कहता है कि मैं पंजाब के लिए आया हूं। और फिर छोटेपुर (आप के पंजाब संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर जिन्हें बाद में बर्खास्त कर दिया गया था) कहता है कि भगवंत मान ने उसे बताया कि सिद्धू पार्टी में आए तो हमारे बाजार बंद हो जाएंगे।
आपको बता दें कि सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी आम आदमी पार्टी और सिद्धू के संबंधों को लेकर खबरें आती रही हैं। पिछले साल आप को लेकर सिद्धू के ट्वीट ने इस बात की अटकलों को हवा दे दी थी कि क्या वह पार्टी में शामिल होंगे। कुछ ट्वीट्स में कांग्रेस नेता ने कहा कि आप ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे दृष्टिकोण और काम को पहचाना। एक पोस्ट में सिद्धू ने लिखा था हमारे विपक्षी आप ने हमेशा पंजाब के लिए मेरे दृष्टिकोण और काम को मान्यता दी है। बेदबी, ड्रग्स, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और पंजाब के लोगों द्वारा सामना किए गए बिजली संकट जैसे मुद्दों मेरे द्वारा या आज के रूप में मैं 'पंजाब मॉडल' पेश करता हूं। यह स्पष्ट है कि वे जानते हैं कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा है। बाद में एक अन्य पोस्ट में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कांग्रेस के पंजाब प्रतिद्वंद्वी के प्रति कटाक्ष के रूप में था।
मुंबई । भोजपुरी अभिनेता-सिंगर और बीजेपी नेता मनोज तिवारी राजनीति ही नहीं बल्कि फिल्म कलाकारों पर अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रहते हैं। मनोज अपने दिल की बातों को बेझिझक कहने में शायद ही कभी कतराते हैं, इसकारण उनके विवादित बयान सुर्खियों में रहते हैं।हाल ही में मनोज ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पर एक विवादित बयान दिया है।मनोज तिवारी ने कंगना को लेकर कहा, उनके बारे में कुछ भी कहना ठीक नहीं है।अपने विचार को इतना भी विस्फोटक मत रखो कि किसी को सीधे तौर पर चोट पहुंचे।एक आर्टिस्ट का भी अपना एक धर्म होता है।
'सुशांत सिंह राजपूत के समय वे जितनी बातें करती थीं, वहां समझ में आता था। महाराष्ट्र सरकार का रवैया भी उनकी तरफ थोड़ा रुखा हो गया था, जो ठीक नहीं था।थोड़ी मर्यादा का पालन करना चाहिए, अपनी बात कहो पर अनादर से किसी का नाम लेना हमारे देश की संस्कृति नहीं है।देश में बड़े बड़े पदों पर बैठे किसी भी व्यक्ति का विरोध भी करें तब भी भाषा मर्यादित रखें।कंगना भाषा में कभी कभी मर्यादा खो देती हैं।
चंडीगढ़ । पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सियासी दल एक-दूसरे पर हमले कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को लेकर कयासबाजी का दौर कम नहीं हो पा रहा है। चरणजीत सिंह चन्नी को कांग्रेस का सीएम फेस घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के रुख पर सबकी निगाहें टिक गई हैं, इसी बीच पार्टी की चुनाव कैंपेन कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़ के सक्रिय राजनीति से दूरी बनाने की घोषणा से कांग्रेस को जबरदस्त झटका लगा है। ऐसे में पंजाब भाजपा के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के एक बयान ने सनसनी फैला दी है।
शेखावत ने दावा किया है कि पंजाब कांग्रेस में जल्द ही बड़ा भूचाल आनेवाला है। भाजपा के चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि कांग्रेस में अभी भूचाल आना बाकी है। कांग्रेस की स्थिति यह है कि चुनाव के बीच में ही सुनील जाखड़ ने सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया। जबकि कांग्रेस के पूरे चुनावी कंपेन की जिम्मेदारी जाखड़ पर थी। वह ही कंपेन कमेटी के चेयरमैन हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कांग्रेस अंतरकलह से जूझ रही है। नवजोत सिंह सिद्धू क्या कह रहे हैं या नहीं कह रहे हैं, इस पर वह कोई कमेंट नहीं करेंगे, लेकिन कांग्रेस में जल्द ही बड़ा भूचाल आने वाला है। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे द्वारा ईडी से पूछताछ में यह खुलासा करने के बाद कि उनके पास से जो पैसा पकड़ा गया है, वह रेत कारोबार व ट्रांसफर पोस्टिंग का का था, शेखावत का कहना है कि सारी बाते पंजाब के लोगों के सामने आ गई है। यह सब जानते-बूझते कांग्रेस ने चन्नी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है।
चन्नी को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से कांग्रेस का भला नहीं होने वाला। अभी तक जाखड़ ने ही सक्रिय राजनीति से किनारा किया है, अभी असली भूचाल तो आना बाकी है। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि असली भूचला क्या आ सकता है।
सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को पंजाब विधानसभा चुनाव के मौके पर फरलो पर छोड़े जाने को लेकर उठ रहे सवाल के जवाब में शेखावत ने कहा हमारी आदत हो गई है कि हम हरेक घटना को राजनीति के चश्मे से देखते है। यह कोर्ट का मामला है और इसे हरियाणा के प्रशासन को देखना है। शेखावत ने कहा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पहले ही कह चुके हैं कि इस फैसले में उनकी सरकार का कोई लेना देना नहीं है। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के लिए जारी किए गए संकल्प पत्र के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह के उपस्थित नहीं होने पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, उनकी अपनी कुछ व्यस्तताएं रही थीं। इसे किसी अन्य रूप में नहीं देखना चाहिए।
हल्द्वानी । देश के गृहमंत्री अमित शाह 11 फरवरी को दोपहर एक बजे हल्द्वानी रामलीला मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश रावत ने बताया गृह मंत्री की रैली को सफल बनाने लेकर पार्टी संगठन ने तैयारियां शुरू कर दी है। रावत ने बताया कि रैली के लिए विधानसभा स्तर पर पार्टी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही हैं। रैली को सफल बनाने के लिए जिलेभर से पार्टी कार्यकर्ता हल्द्वानी पहुंचेंगे। रावत ने बताया कि अमित शाह हल्द्वानी में पार्टी प्रत्याशी योगेंद्र सिंह रौतेला के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान आसपास की विधानसभा के लोग वर्चुअल माध्यम से भी रैली से जुडेंगे। भाजपा प्रत्याशी जोगेन्द्र सिंह रौतेला व वरिष्ठ भाजपा नेता तरुण बंसल ने बताया कि रैली की सफलता के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। बुधवार से शहरी क्षेत्र में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों से 11 फरवरी को हल्द्वानी रामलीला मैदान में गृहमंत्री शाह की रैली में पहुंचने के लिए अपील की जाएगी। उन्होंने बताया कि रैली को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। दावा किया है कि उत्तराखंड में भाजपा दोबारा सरकार बनाने जा रही है।
नई दिल्ली ।हिजाब विवाद पर मुखर असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा पर हमला बोलकर कहा कि ये लोग हिपोक्रेसी करते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी मुस्लिम महिलाओं के भाई होने का दावा करते हैं,वहीं दूसरी ओर उन्हें पढ़ने से रोका जा रहा है। ओवैसी ने कहा, पीएम मोदी कहते हैं कि मैं मुस्लिम महिलाओं का भाई हूं। आखिर अब भाईचारा कहां गया। भाजपा की रैली में भी बुर्का पहनी महिलाएं दिखाई गईं। नड्डा जी की आरती उतारती मुस्लिम महिलाएं दिखाई गईं, लेकिन यह हिपोक्रेसी क्यों है।' इसके साथ ही ओवैसी ने कहा कि कुरान में हिजाब और निकाब पहनने की बात कही है।
सांसद ओवैसी ने लड़कों की नारेबाजी के जवाब में अल्लाह हू अकबर का नारा लगाने वाली मुस्कान नाम की लड़की की भी तारीफ की। ओवैसी ने कहा कि मुस्कान ने जो किया है, वह बहादुरी का काम था। ओवैसी ने कहा, 'मुस्कान को कॉलेज में अंदर जाने से रोका गया था, जो असाइनमेंट जमा करना चाहती थी। सरकार ने ये फैसला अचानक क्यों लिया है? आखिर किसी लड़की के सामने क्यों लड़कों के हुजूम ने नारे लगाए।' उन्होंने कहा कि फीफा ने 2014 में कहा था कि आप हिजाब पहनकर फुटबॉल खेल सकते हैँ। इसके अलावा बॉस्केटबॉल फेडरेशन ने कहा था कि हिजाब पहनकर आप खेल सकते हैं।
ओवैसी ने कहा कि महिलाओं की इज्जत के लिए हिजाब जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि मैं किसी महिला को घूरे जा रहा हूं,तब वह गुनाह है। पुरुषों के लिए भी आदेश है कि वे ऐसा न करें और अपनी नजरें नीचे करें। ओवैसी ने कहा कि हिजाब हमारे विश्वास का हिस्सा है। ओवैसी ने कहा कि हम नहीं कह रहे हैं कि कोई बरमूडा शॉर्ट्स पहनकर घूमे या नहीं। हम किसी के ऊपर हिजाब थोप नहीं रहे हैं।ओवैसी ने कहा कि यदि मैं टोपी और दाढ़ी के साथ संसद जा सकता हूं तो फिर लड़कियां क्यों नहीं अपनी पहचान के साथ कहीं जा सकती। उन्होंने कहा कि हिजाब के खिलाफ जो हो रहा है, वह नफरत है। ओवैसी ने कहा कि मैं मुस्कान के माता-पिता को सलाम करता हूं कि उन्होंने इतनी बहादुर लड़की को पैदा किया है। उसने जो किया है, वह आसान काम नहीं था। आखिर उन लड़के और लड़कियों को भगवा शॉल कौन दे रहा है। यही मैंने संसद में कहा था कि यह रैडिकलाइजेशन कैसे हो रहा है।
नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने कहा है कि 5 साल के भीतर यूपी का सड़क ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा। हवाई अड्डे बने, सिंचाई की सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। यूपी तेजी से विकसित और समृद्ध राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है, इसका श्रेय यूपी की बीजेपी सरकार, सीएम और डिप्टी सीएम को जाता है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अपने चरम पर है। इन सबके बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने चुनाव को लेकर अपना बड़ा बयान दिया है। उत्तर प्रदेश को लेकर नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जबरदस्त तरीके से तारीफ की और दावा किया कि राज्य में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनने जा रही है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ बहुत सफल मुख्यमंत्री हैं, कानून-व्यवस्था के लिए उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किया है। उन्होंने पहली बार UP का गुंडाराज समाप्त किया और प्रदेश में विकास हो रहा है। 5 साल के अंदर उत्तर प्रदेश का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अमेरिका के बराबर हुआ है।
नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने कहा है कि 5 साल के भीतर यूपी का सड़क ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा। हवाई अड्डे बने, सिंचाई की सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। यूपी तेजी से विकसित और समृद्ध राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है, इसका श्रेय यूपी की बीजेपी सरकार, सीएम और डिप्टी सीएम को जाता है। सरकार ने अच्छा काम किया। उन्होंने कहा कि चार राज्यों में पहले ही हमारी सत्ता है, हम एक बार फिर से चुनकर आएंगे और पंजाब में हम एक शक्ति के रूप में उभरकर आएंगे। पहली बार हम पंजाब में इतनी सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
विदेश नीति को लेकर राहुल गांधी द्वारा सरकार पर उठाए गए सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी विदेश नीति सफल हुई है और नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पहली बार पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। राहुल गांधी कभी इस बात को स्वीकार नहीं करेंगे क्योंकि वो विरोध की राजनीति कर रहे हैं। गोवा को लेकर उन्होंने कहा कि मनोहर पर्रिकर द्वारा छोड़े गए शून्य को हमेशा महसूस किया जाएगा क्योंकि वह एक लंबे और महत्वपूर्ण नेता थे लेकिन प्रमोद सावंत ने उनके दिखाए रास्ते पर अच्छा काम किया है। उनके मार्गदर्शन से ही प्रमोद सावंत ने गोवा में सफलता हासिल की है। मैं इसके बारे में खुश हूँ।
लालू ने कहा कि पीएम मोदी के शासन में देश गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है। वे महंगाई, गरीबी की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि अयोध्या और वाराणसी की बात कर रहे हैं। देश में इतनी गरीबी और महंगाई है उस पर प्रधानमंत्री चर्चा नहीं करते हैं।
राजद प्रमुख लालू यादव हाल में ही पटना पहुंचे थे। पटना पहुंचने के बाद ही उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है। सबसे पहले तो देश में फिलहाल हिजाब प्रकरण का मामला काफी तेजी से चल रहा है। अब इसकी चर्चा बिहार में भी शुरू हो गई है। इसी पर लालू यादव ने मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है। हिसाब मामले को लेकर जब लालू यादव से सवाल किया गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई और नहीं बल्कि भाजपा और मोदी सरकार जिम्मेदार है। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर भी निशाना साधा।
भाजपा पर हमला करते हुए लालू यादव ने इसे नया अंग्रेज करार दिया। उन्होंने कहा कि महंगाई पर यह लोग बात नहीं करते। गरीबी बढ़ गई है, इस पर भी यह लोग बात नहीं करते। नरेंद्र मोदी सिर्फ अपने भाषण में मंदिर-मस्जिद की ही बात करते हैं। लालू यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर भी अपनी राय रखी। लालू यादव ने कहा कि बीजेपी की हताशा से पता चलता है कि वे यूपी चुनाव हार जाएंगे। वे केवल दंगों और मंदिरों के बारे में बात कर रहे हैं। 70 साल पहले हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों को देश छोड़ दिया था लेकिन अब बीजेपी के रूप में अंग्रेजों की वापसी हुई है... हम यूपी चुनाव में सपा का समर्थन करते हैं।
लालू ने कहा कि पीएम मोदी के शासन में देश गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है। वे महंगाई, गरीबी की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि अयोध्या और वाराणसी की बात कर रहे हैं। देश में इतनी गरीबी और महंगाई है उस पर प्रधानमंत्री चर्चा नहीं करते हैं। अयोध्या, वाराणसी और मथुरा पर ही यह लोग लगे हुए हैं। इनको (भाजपा को) चस्का लग गया है कि ऐसा करने से हिंदू वोट मिलेगा। इनको हिंदू कोई वोट नहीं देने जा रहा।
योगी ने कहा कि 2012-17 में बरैली में लगभग 8 बार दंगे हुए, 5 सालों में बरैली में एक भी दंगा नहीं हुआ। UP की पहचान दंगों से होती थी आज उसी UP की पहचान सुरक्षा के मद्देनज़र बेहतर माहौल में अपनी छवि के लिए होती है।
उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रचार कर रहे हैं। हालांकि आज उन्होंने मुरादाबाद के बिलारी में एक वर्चुअल रैली को संबोधित किया। अपने संबोधन में योगी ने अराजकता फैलाने वाले लोगों को एक बार फिर से कड़ी चेतावनी दी है। योगी ने कहा कि जो लोग अराजकता फैलाते थे, सरकार ने 5 सालों में उनसे सख्ती से निपटी थी। कुछ लोग फिर से कर्मी दिखा रहे हैं। 10 मार्च के बाद भाजपा की सरकार आने दीजिए, इनकी गर्मी को शांत करने का काम किया जाएगा। योगी ने कहा कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यह हमारा कर्तव्य है। हमारे युवाओं को रोजगार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह हमारा कर्तव्य भी है। हम इस साल अपने युवाओं को 1 करोड़ टैबलेट और स्मार्टफोन उपलब्ध कराने जा रहे हैं।
योगी ने कहा कि 2012-17 में बरैली में लगभग 8 बार दंगे हुए, 5 सालों में बरैली में एक भी दंगा नहीं हुआ। UP की पहचान दंगों से होती थी आज उसी UP की पहचान सुरक्षा के मद्देनज़र बेहतर माहौल में अपनी छवि के लिए होती है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में हमने 1,59,000 करोड़ रुपए के गन्ना मूल्य का भुगतान गन्ना किसानों के खाते में किया है। जबकि बसपा और सपा सरकार के दौरान गन्ना मूल्य का इतना भुगतान नहीं हुआ था। इसके साथ ही योगी ने कहा कि अकेले रामपुर में बसपा सरकार के दौरान 653 करोड़ रुपए का गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को हुआ था। सपा सरकार के दौरान 1,400 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ था। वहीं भाजपा सरकार के दौरान अकेले रामपुर में 2,400 करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान हो चुका है।
इससे पहले योगी ने ट्वीट कर कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने कोरोना महामारी की चुनौतियों के बीच 'आपदा को अवसर' मानते हुए आप सभी के जीवन और जीविका को सुरक्षित करने का कार्य किया। जनपद मुरादाबाद में 5.15 लाख परिवारों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन की डबल डोज मिल रही है। ऐसे होता है सामाजिक न्याय...। मुरादाबाद के बने पीतल के बर्तन लोग अपनी बेटी को शादी में उपहार देते थे। बड़े गर्व से कहते थे, 'मुरादाबाद का पीतल' है। लेकिन, सरकारों की अदूरदर्शिता व उपेक्षा के चलते यहां पीतल उद्योग बंद होता गया। आज भाजपा सरकार के अभिनव प्रयासों से यहां का पीतल उद्योग पुनर्जीवित हो उठा है। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2017 में जनता ने भाजपा को विजयी बनाया, जिससे उत्तर प्रदेश विकास ऊंचाइयों को छू रहा है। 10 फरवरी को पुन: कमल के फूल का बटन दबा कर भाजपा को अपना आशीर्वाद प्रदान करें व फिर एक बार उत्तर प्रदेश का विकास करने के लिए भाजपा की पूर्ण बहुमत सरकार बनाएं।
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्षी पार्टी एक तरह से शहरी नक्सलियों के नियंत्रण में आ गयी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है। उन्होंने विपक्षी पार्टी को सुझाव दिया कि वह अपना नाम ''इंडियन नेशनल कांग्रेस'' से बदलकर ''फेडरेशन ऑफ कांग्रेस'' कर ले। प्रधानमंत्री की बातों का कांग्रेस ने कड़ा प्रतिकार किया और फिर सदन से बहिर्गमन किया। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि देश में आपातकाल थोंपने वालों को और लोकतंत्र का गला घोटने वाले को लोकतंत्र पर उपदेश देने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, ''भारत लोकतंत्र की जननी है और दुनिया में इसकी चर्चा होती है लेकिन कांग्रेस की कठिनाई है कि परिवारवाद के आगे उन्होंने कुछ सोचा ही नहीं...भारत के लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है, यह मानना पड़ेगा।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि जब किसी पार्टी में कोई एक परिवार सर्वोपरि हो जाता है तो इसका सबसे पहला नुकसान प्रतिभा का होती है। प्रधानमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से अपने-अपने राजनीतिक दलों में लोकतांत्रिक आदर्शों व मूल्यों को विकसित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की सबसे पुरानी पार्टी के रूप में कांग्रेस को तो इसकी जिम्मेवारी जरूर उठानी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि देश की आजादी के बाद कांग्रेस को विलुप्त करने की बात कही थी और ऐसा हो गया होता तो दशकों तक देश को विभिन्न समस्याओं से दो-चार ना होना पड़ता। उन्होंने कहा कि अगर महात्मा गांधी की इच्छा के अनुसार कांग्रेस ना होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता है और भारत विदेशी के बजाए स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता। उन्होंने कहा, ''अगर कांग्रेस ना होती तो आपातकाल का कलंक ना होता...अगर कांग्रेस ना होती तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता अगर कांग्रेस ना होती तो जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती अगर कांग्रेस ना होती तो सिखों का नरसंहार ना होता सालों साल पंजाब आतंकवाद की आग में जलता कश्मीर के पंडितों को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती है अगर कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में जलाने की घटनाएं ना होती अगर कांग्रेस ना होती देश के सामान्य जन को सड़क, बिजली, पानी और शौचालय की मूलभूत सुविधाओं के लिए इतने सालों तक इंतजार करना पड़ता है।
नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने सदन में उनके सवालों के जवाब नहीं दिए। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री कांग्रेस से डरते हैं। संसद में उनका भाषण इसकी बानगी है। राहुल ने कहा, "उन्होंने (पीएम मोदी) संसद में अपने भाषण के दौरान मेरे सवालों का जवाब नहीं दिया।" राहुल गांधी ने कहा कि हमें चीन और पाकिस्तान के मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "मेरे नाना ने देश की सेवा की, मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। कांग्रेस सच बोलती है इसलिए बीजेपी उससे डरती है। प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए राहुल ने कहा, वो कांग्रेस से डरते हैं, थोड़ी घबराहट है क्योंकि कांग्रेस सच्चाई बोलती है। उनका पूरा मार्केटिंग का धंधा है। संसद में वही दिखा। पूरा का पूरा भाषण कांग्रेस के बारे में था, जवाहर लाल नेहरू के बारे में था, कांग्रेस ने क्या नहीं किया का जिक्र था? बीजेपी ने जो वायदे किए थे उसके बारे में उन्होंने तो कुछ नहीं कहा। बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में और मंगलवार को राज्यसभा में कांग्रेस पर जमकर हमला किया था। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक तरह से अर्बन नक्सलियों के कब्जे में है और वे उसके विचारों-विचारधारा को नियंत्रित कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, "मैंने सदन 3 बातें कहीं थी लेकिन प्रधानमंत्री ने किसी भी बात पर जवाब नहीं दिया। मैंने पहले कोविड को लेकर भी कहा थी कि कोविड से खतरा है और किसी ने मेरी बात नहीं मानी। मैंने सदन में बोला है कि पाकिस्तान और चीन से खतरा है और इसको गंभीरता से लेना चाहिए।
नई दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार को एक साथ कई मुद्दों पर घेरा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के पास कोरोना के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का कोई डेटा नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कांग्रेस पर टुकड़े-टुकड़े गैंग को सपोर्ट करने का आरोप लगाती है लेकिन इस सरकार के पास विपक्षी पार्टी के पर लगाए गए इन आरोपों के खिलाफ कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है। चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि सरकार ने पहले कबूल किया था कि उसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उस वक्त मंत्री ने कहा कि इस सदस्यों को लेकर कोई डेटा मौजूद नहीं है। पी चिदंबरम ने कहा, टुकड़े-टुकड़े गैंग को लेकर डेटा नहीं, ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत को लेकर कोई डेटा नहीं, नदी में बहने वाली लाशों को लेकर कोई आंकड़ा नहीं, घर पलायन करने वाले मजदूरों को लेकर कई डेटा नहीं..यह 'नो डेटा अवेलेबल' एनडीए सरकार है। चिदंबरम ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट में मुझे सिर्फ यहीं पसंद आया कि सालों बाद इतना छोटा बजट स्पीच था। इसके लिए वित्त मंत्री का शुक्रिया। उन्होंने आगे कहा कि मंत्री ने बजट में कहा कि 5 साल में 60 लाख नौकरियां आएंगी। इसका मतलब है कि हर साल लगभग 12 लाख नौकरियां आएंगी। वार्षिक लेबर फोर्स 47.5 लाख है, तो फिर अन्य लोग क्या करेंगे। पकौड़ा फ्राई करेंगे और बेचेंगे? इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कांग्रेस परिवार के आगे कुछ भी नहीं सोचती है। कुछ लोग बोलते हैं कि कांग्रेस नहीं होती तो क्या होता तो आज मैं बताता हूं कि क्या होता प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो 1975 में लोकतंत्र का गला घोंटा नहीं गया होता। लोकतंत्र में परिवारवाद सबसे बड़ा खतरा होता है। कांग्रेस ना होती तो इमरजेंसी का कलंक नहीं होता। जातिवाद और क्षेत्रवाद की खाई इतनी गहरी ना होती। कांग्रेस नहीं होती तो सिखों का नरसंहार ना होता। कश्मीर के पंडितो को कश्मीर छोड़ने की नौबत ना आती।
कांग्रेस ने मध्यम वर्ग को किफायती आवास भी देने का वादा किया है तथा ग्राम प्रधान का वेतन 6000 रुपये प्रतिमाह बढ़ाई जाएगी। कांग्रेस के घोषणा पत्र के अनुसार स्कूल फीस को बढ़ने से रोका जाएगा तथा शिक्षकों के खाली दो लाख पद भी भरे जाएंगे। एडहॉक शिक्षकों, शिक्षामित्रों को अनुभव के अनुसार भी नियमित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से अपना घोषणा पत्र जारी किया गया। कांग्रेस ने इससे उन्नति विधान का नाम दिया है। लखनऊ में प्रियंका गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। इस अवसर पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। यह फैसला 10 दिनों के अंदर में ही लिया जाएगा। इसके अलावा सभी का बिजली बिल भी आधा कर दिया जाएगा। 12 लाख सरकारी पदों को भरने काफी लक्ष्य रखा गया है तथा 20 लाख लोगों को रोजगार देने का भी वादा किया गया है। सरकार बनने पर 10 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त रहेगा। इसके साथ ही नौकरियों में 40 फ़ीसदी महिलाओं को आरक्षण देने की भी बात कही गई है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि घोषणापत्र में शामिल वायदे लोगों से बात करने के बाद ही शामिल किए गए हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में आवारा पशुओं से होने वाले नुकसान पर 3000 रुपये के मुआवजे देने की भी बात कही गई है। साथ ही साथ गो धन योजना के तहत गोबर को 2 रुपये किलो भी खरीदा जाएगा। सरकार बनने के बाद कांग्रेस ने वादा किया कि 2500 रुपये गेहूं और धान की खरीदारी होगी जबकि 400 रुपये में गन्ना खरीदा जाएगा। कोरोना महामारी की वजह से आर्थिक मार झेलने वाले परिवारों को 25000 रुपये भी दिए जाएंगे। जान गंवाने वाले कोविड-19 योद्धाओं को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। प्रियंका ने कहा कि हमने दूसरी पार्टियों की तरह अन्य पार्टियों के सुझाव लेकर अपने घोषणापत्र में नहीं डाले, हमने इसमें जो भी डाला है वो जनता की ही आवाज है।
कांग्रेस ने मध्यम वर्ग को किफायती आवास भी देने का वादा किया है तथा ग्राम प्रधान का वेतन 6000 रुपये प्रतिमाह बढ़ाई जाएगी। कांग्रेस के घोषणा पत्र के अनुसार स्कूल फीस को बढ़ने से रोका जाएगा तथा शिक्षकों के खाली दो लाख पद भी भरे जाएंगे। एडहॉक शिक्षकों, शिक्षामित्रों को अनुभव के अनुसार भी नियमित किया जाएगा। कांग्रेस के घोषणा पत्र में बेरोजगारी और महंगाई का भी मुद्दा रखा गया है। उन्नति विधान के मुताबिक कारिगरों-बुनकरों तथा पूर्व सैनिकों के लिए विधान परिषद में एक-एक सीट आरक्षित किया जाएगा। पत्रकारों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को खत्म किए जाएंगे। दिव्यांग लोगों के लिए 3 हजार का मासिक पेंशन का वादा किया गया है। मुहिला पुलिसकर्मियों को उनके गृह जनपथ में पोस्टिंग की अनुमति दी जाएगी।
नड्डा ने कहा कि भाजपा में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप दम के साथ कह सकते हो कि पीछे जो हमने काम किया है, उसी के आधार पर आप हमकों काम करने का मौका दीजिए। उन्होंने काह कि आपने देखा होगा कि भाजपा का जो भी नेता चुनाव लड़ता है, वह अपने और अपनी पार्टी के रिपोर्ट कार्ड की बात करता है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार जोर-शोर पर है। आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा रुद्रप्रयाग पहुंचे थे जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन के दौरान जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से हमले भी किए। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में लोग हर तरह से अपनी बात रखने का प्रयास करते हैं। आज चुनाव है तो नेता आएंगे और कहेंगे कि मैं ये करूंगा, मैं वो करूंगा। जनता के बीच जाते समय आप एक बात जरूर कहिए कि कभी किसी को वो क्या करेगा इसके आधार पर वोट मत दो। क्योंकि चुनाव में 4 दिन के लुभावने नारे तो सब दे देंगे। किसी को भी तय करने का आधार यह होना चाहिए कि उस नेता और उस पार्टी ने पीछे क्या किया है, वही तय करेगा कि वो आगे क्या करने वाला है।
नड्डा ने कहा कि भाजपा में मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि आप दम के साथ कह सकते हो कि पीछे जो हमने काम किया है, उसी के आधार पर आप हमकों काम करने का मौका दीजिए। उन्होंने काह कि आपने देखा होगा कि भाजपा का जो भी नेता चुनाव लड़ता है, वह अपने और अपनी पार्टी के रिपोर्ट कार्ड की बात करता है। लेकिन क्या कभी आपने कांग्रेस को रिपोर्ट कार्ड रखते हुए देखा है। विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले हमेशा गांव-गांव, जाति जाति का झगड़ा लगाकर, भाई भाई के बीच झगड़ा लगाकर और समाज को बांटकर वोट लेंगे, ये ही कांग्रेस का तरीका है। लेकिन हम न जाति पूछते हैं, न इलाका पूछते हैं, हम केवल पूछते हैं कि वो इंसान है, वो उत्तराखंडी है, उसका विकास करना हमारा काम है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास। इसीलिए भाजपा को समर्थन देने की आवश्यकता है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम गांव, गरीब, पिछड़ा, दलित, शोषित और समाज के अंतिम पायदान पर जो छूट गया है उसको मुख्यधारा में लाने का काम हम करते हैं। जहां तक इस क्षेत्र का सवाल है, ये तो मोदी जी का क्षेत्र है। प्रधानमंत्री जी जितना प्यार इस इलाके को करते हैं और जितना अपने आपको यहां से जोड़कर देखते हैं, इस स्थान को वो बहुत मानते हैं। जहां से मोदी जी को इतना प्यार हो और जब मोदी जी ने ही कहा है कि अगला दशक उत्तराखंड का दशक है, तो याद रखना कि मोदी जी की कही हुई बात में एक गहराई, दिशा और दृष्टि होती है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ के विकास के लिए पहले चरण में 260 करोड़ रुपये, दूसरे चरण में 220 करोड़ रुपये दिए गए। यहां विकास का एक नया आयाम लिखा जा रहा है। नड्डा ने कहा कि जब यहां त्रासदी हुई थी, तो उसमें भी कांग्रेस के लोगों ने मलाई खायी थी और सबकुछ ऐसे ही उजड़ा हुआ छोड़ दिया था। इसको ठीक ढंग से फिर से स्थापित करने का काम मोदी जी ने किया। विकास की एक नई कहानी लिखी गई। यहां चारधाम की सड़क बनकर तैयार हो रहा है। ये सड़क या हाइवे नहीं है, ये विकास की गंगा है, जिससे यहां विकास होगा। 900 किमी लंबी इस सड़क पर 12 हजार करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।
नई दिल्ली । पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर राजनैतिक दलों का प्रचार जारी है। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम फेस बनाया है। यानि कि चन्नी के ही नाम पर कांग्रेस विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही है। सीएम फेस की रेस में चलने के साथ-साथ नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम आगे चल रहा था। मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धू लगातार आलाकमान पर दबाव बना रहे थे। बावजूद इसके सिद्धू को कांग्रेस की ओर से पंजाब में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं बनाया गया। सिद्धू ने यहां तक कह दिया था कि चन्नी सिर्फ ट्रेलर चला सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें,तब सिद्धू को सीएम फेस ना बनाया जाना कहीं ना कहीं उनके लिए किसी झटके से कम नहीं है।इस लेकर मंगलवार को सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।नवजोत कौर ने कहा कि किसी को इतने उच्च पद पर चुनने के लिए मैरिट, शिक्षा, इमानदारी और काम को गिना जाना चाहिए। सिद्धू भले ही मेरे पति हैं लेकिन यह कहने में मुझे संकोच नहीं है, कि वे सीएम के लिए बेहतर विकल्प हो सकते थे। जब कौर से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी को सीएम फेस के निर्णय के लिए गुमराह किया गया। उन्होंने साफगोई से कह दिया हां गुमराह किया गया है।
बताया जा रहा है कि भले ही सिद्धू ने सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस आलाकमान के फैसले को स्वीकार कर लिया है। लेकिन कहीं ना कहीं उनके मन में नाराजगी जरूर है। नवजोत कौर ने भी सोमवार को कोई चुनाव प्रचार नहीं किया था। इससे भी इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं।सिद्धू ने कहा था कि वह कभी किसी पद के लिए लालायित नहीं रहे और उन्होंने चन्नी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने के फैसले की प्रशंसा की। राहुल गांधी के नेतृत्व की तारीफ कर उन्होंने कहा कि यह वहीं हैं,जिन्होंने पिछले साल दलित को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया।उन्होंने कहा कि यह बदलाव का पल है, जो लोगों के जीवन को बेहतर कर सके। हमें किसी चीज की जरूरत नहीं है। हमारी जरूरत बस पंजाब का कल्याण है। पंजाब के प्रति मेरे प्यार ने हमेशा उसकी बेहतरी चाही है।