newscreation

newscreation

 

उज्जैन। उज्जैन यातायात पुलिस इन दिनों बिना अनुमति के वाहनों में हूटर लगाकर रौब झाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती नजर आ रही है। इस तरह के अभियान वैसे तो पहले भी कई बार चलाए गए, लेकिन इस बार यातायात पुलिस कुछ सख्त नजर आ रही है। यही कारण है कि चेकिंग के दौरान 27 वाहनों की जांच की गई, जिसमें से 5 कारों में अवैध रूप से लगे हूटर पाए गए और कड़ी कार्रवाई की गई है। कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीएसपी विक्रम सिंह ने बताया कि वाहनों पर कई लोग बिना आवश्यक पात्रता के हूटर लगाकर निकलते हैं, जिनकी शिकायत काफी समय से मिल रही थी। हमने अवैध रूप से हूटर लगाने वालों के खिलाफ एक सर्चिंग अभियान चलाया और इसमें प्रभावी कार्रवाई की है। उन्होंने बताया कि अवैध हूटर वाले वाहनों से 3,000 रुपये प्रति वाहन के हिसाब से कुल 15,000 रुपये का जुर्माना वसूला गया।

सतत चलेगा अभियान

डीएसपी ने स्पष्ट किया कि इस तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, ताकि सड़क पर अनुशासन और सुरक्षा बनी रहे। अभी हूटर लगे वाहनों पर कार्रवाई हो रही है, लेकिन जल्द ही फ्लैश लाइट और गलत नंबर प्लेट लगाकर घूमने वाले वाहनों पर भी अभियान चलाया जाएगा।

इनको है अधिकार

कानून की बात करें तो जनप्रतिनिधियों को भी अपने वाहन में हूटर, सायरन लगाने का अधिकार नहीं है। हूटर का इस्तेमाल सिर्फ फायर ब्रिगेड के वाहन, एंबुलेंस एवं पुलिस के वाहन में ही हो सकता है। इसके बावजूद जिला मुख्यालय व जिले में दिनभर हूटर लगे वाहन धड़ल्ले से घूमते देखे जा सकते हैं। इनमें विधायक, उनके रिश्तेदार और कई पार्टी नेता भी अपना दबदबा बनाने के लिए हूटर बजाते घूमते नजर आते हैं।

इन नियमों का करना है पालन

मोटरयान अधिनियम, 1988 की धारा 212 के तहत 1994 में और फिर 9 जुलाई 2013 को संशोधन कर उपनियम स्थापित किए गए हैं। इसके तहत किसी भी अग्निशमन यान (फायर ब्रिगेड के वाहन) के चालक को आग बुझाने के लिए जाते समय हूटर बजाने का अधिकार है। एंबुलेंस चालक को गंभीर मरीज को उपचार के लिए ले जाते समय ही हूटर बजाने की अनुमति है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश या राज्य विधानसभा के एस्कॉर्टिंग में लगे सुरक्षा वाहन हूटर का उपयोग कर सकते हैं। सेना, पुलिस, कार्यपालिक दंडाधिकारी के वाहन चालक कानून-व्यवस्था की स्थिति बनने पर हूटर, सायरन का उपयोग कर सकते हैं। इनके अतिरिक्त किसी भी वाहन में लगा हूटर, सायरन अवैध है।

 

 

इंदौर। स्वास्थ्य विभाग इंदौर में हाल ही में जन्मे नवजातों से लेकर पिछले 5 साल में पैदा हुए बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु दस्तक अभियान प्रारंभ करने जा रहा है। यह अभियान 22 जुलाई से शुरू होकर 16 सितंबर तक जिलेभर में चलेगा। टीकाकरण अधिकारी के अनुसार, इंदौर जिले में ऐसे बच्चों की संख्या 4 लाख से अधिक है, जिनका इस अभियान के तहत स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।

मंगलवार और शुक्रवार को विशेष जांच व्यवस्था

जिला टीकाकरण अधिकारी तरुण गुप्ता ने जानकारी दी कि यह अभियान न सिर्फ इंदौर बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में संचालित किया जाएगा। सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को नवजात एवं 5 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों की विशेष रूप से हिमोग्लोबिन सहित कई तरह की बाल रोगों से संबंधित जांच की जाएगी। साथ ही बच्चों की माताओं को डायरिया और अन्य बीमारियों के लक्षणों की पहचान और बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी।

घर-घर जाकर होगी जांच

टीकाकरण अधिकारी के अनुसार, जो बच्चे किसी कारणवश टीकाकरण केंद्र या आंगनवाड़ी तक नहीं पहुंच पाते, उनके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर जांच करती हैं। यह व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि कोई भी बच्चा जांच और उपचार से वंचित न रह जाए। अभियान के अंतर्गत 5 साल तक की उम्र के सभी बच्चों को शामिल किया जाएगा।

बाल मृत्यु दर कम करने की दिशा में प्रयास

यह दस्तक अभियान स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयासों से संचालित किया जा रहा है। इसमें एएनएम, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में बीमारियों की समय पर पहचान कर उनका इलाज करना और बाल मृत्यु दर को प्रभावी रूप से कम करना है।

 

भोपाल। राजधानी भोपाल के हबीबगंज थाना क्षेत्र से इस साल 2 फरवरी को घर से नाराज होकर निकली नाबालिग लड़की मानव तस्करी गिरोह के चंगुल में फंस गई थी। मानव तस्करी करने वाले गिरोह ने नाबालिग बच्ची को 2.75 लाख रुपये में राजस्थान के सीकर जिले में एक व्यक्ति को बेच दिया था। नाबालिग को खरीदने वाला व्यक्ति शादी के नाम पर बच्ची को बंधक बनाकर उसका शारीरिक शोषण करता था। गत दिनों पीड़िता ने परिजनों को फोन कर मदद मांगते हुए अपना पता बताया था। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी और हबीबगंज पुलिस ने परिजनों के साथ सीकर पहुंचकर पीड़ित नाबालिग लड़की को बरामद कर एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार कर लिया। चार से अधिक आरोपी फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

डीसीपी जोन-1 शशांक ने बताया कि हबीबगंज थाना क्षेत्र स्थित एक मल्टी में रहने वाली नाबालिग लड़की कोचिंग नहीं गई तो उसे मां ने डांट दिया। मां की डांट से नाराज होकर नाबालिग इस साल दो फरवरी को कोचिंग के लिए घर से निकली और घर नहीं लौटी। मां ने 6 फरवरी को थाने में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का प्रकरण दर्ज कराया था। डीसीपी ने बताया कि पीड़िता ने गत दिनों परिजनों से संपर्ककर अपने संबंध में जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

सहेली अंकिता के साथ राजस्थान के झालावाड़ गई थी

डीसीपी ने बताया कि नाबालिग के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए हैं, जिसमें उसने बताया है कि वह अपनी सहेली अंकिता के पास राजस्थान के झालावाड़ गई थी। भोपाल से अंकिता को सूचना दी गई कि नाबालिग का अपहरण करने वाले को पुलिस तलाश कर रही है। अंकिता पीड़िता की मल्टी के पास 12 नंबर के करीब ही रहती है। अंकिता ने अपनी ननद दुर्गा कसवे को फोन कर अपहृत नाबालिग के अपने पास होने की जानकारी दी। इसके बाद उसने ननद से नाबालिग को पुलिस के हवाले करने को कहा।

दुर्गा कसवे ने पुलिस के बजाय तस्कर गिरोह को बेच दिया

डीसीपी ने बताया कि दुर्गा कसवे ने नाबालिग को पुलिस को सौंपने की बजाय अपनी परिचित कुसुम विश्वकर्मा को सौंप दिया। कुसुम ने पीड़िता को बजरिया थाना क्षेत्र स्थित अपने घर में अप्रैल से जून पहले सप्ताह तक रखा। 9 जून को कुसुम ने अपनी दोस्त रोशनी और राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर निवासी नरेंद्र कुमार को बेच दिया। लड़की बेचने का सौदा 2.75 लाख में हुआ और नरेंद्र को लड़की गुना जिले के आरोन में सौंपी गई। कुसुम और लड़का पक्ष नरेंद्र के बीच सुनील नाम का युवक मध्यस्थता कर रहा था। लड़की को बेचे जाने के दौरान वह भी आरोन में मौजूद था। इसके बाद नरेंद्र नाबालिग को एक कागज बनाकर अपनी पत्नी बताने लगा।

ये आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह की कुसुम विश्वकर्मा पति उमाशंकर विश्वकर्मा (47) विंध्याचल वैली व मालती अपार्टमेंट राजेंद्र नगर स्टेशन बजरिया और लड़की को पत्नी बताते हुए बंधक बनाकर दरिंदगी करने वाले नरेंद्र कुमार डारा उर्फ मोदी पिता रामलाल डारा (25) को गिरफ्तार कर लिया है। कुसुम विश्वकर्मा के खिलाफ बजरिया, छोला, कमला नगर, जहांगीराबाद और हबीबगंज में पहले से विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज हैं। पुलिस नरेंद्र का क्राइम रिकॉर्ड राजस्थान पुलिस से मांगा है। मानव तस्करी के इस गिरोह में आरोपी बनाए गए दुर्गा, रोशनी, प्रदीप जैन, सुनील व अन्य की तलाश की जा रही है।

 

रायपुर :

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर का निरीक्षण कर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया।

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमलेश्वरपुर का निरीक्षण कर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अस्पताल प्रबंधन एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल की साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकों की उपस्थिति एवं मरीजों को मिलने वाली सेवाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि ग्रामीण अंचलों तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं पहुँचें और हर नागरिक को समय पर उपचार मिल सके।

इस निरीक्षण के अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर एवं स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारीगण उपस्थित रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी को समर्पण भाव से सेवा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

 

रायपुर : 

 

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज नई दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद से सौजन्य भेंट की। श्री डेका ने श्री कोविंद को राजकीय गमछा पहनाया और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका सम्मान किया।

रायपुर :

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गड़करी से सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर श्री डेका ने राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।

 

रायपुर : 

 

छत्तीसगढ़ में बौद्ध परंपरा की जड़ें अत्यंत गहरी हैं और भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित होटल ग्राउंड परिसर में नवस्थापित भगवान बुद्ध की भव्य प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में इस पावन अवसर पर आमंत्रण के लिए तिब्बती समुदाय के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कई ऐसे स्थल हैं, जहां भगवान बुद्ध की उपासना की जाती है। सिरपुर में बौद्ध, जैन और सनातन परंपराएं एक साथ देखने को मिलती हैं, जो राज्य की समावेशी संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने दलाई लामा जी के 90वें जन्मदिवस का स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन भगवान बुद्ध की करुणा, प्रेम और शांति के सिद्धांतों का सजीव प्रतीक है। आज की दुनिया के लिए उनका संदेश नई आशा और सकारात्मकता का स्रोत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व भर के नेताओं ने दलाई लामा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं, जो यह दर्शाता है कि भगवान बुद्ध के विचारों का वैश्विक जीवन पर कितना गहरा प्रभाव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपाट प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर स्थल है, जो पर्यटकों को रोमांचित करता है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार इसके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की नवीन औद्योगिक नीति में पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी गई है, और मैनपाट जैसे क्षेत्रों में होम स्टे सुविधा शुरू करने वालों को विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तिब्बती सहकारी समिति की मांग पर मैनपाट स्थित सैला रिसॉर्ट से बौद्ध मंदिर तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये तथा प्राचीन बौद्ध मंदिर में शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर पौधरोपण किया। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुसार मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। हाथों में तिरंगा लिए लोगों ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जिससे वातावरण उल्लासमय हो गया।

कार्यक्रम में सरगुजा सांसद श्री चिंतामणि महाराज, सीतापुर विधायक श्री रामकुमार टोप्पो, कलेक्टर श्री विलास भोसकर, सेटलमेंट अधिकारी सुश्री स्वांग यांग्सो, तिब्बती सहकारी समिति के अध्यक्ष श्री तामदिंग सेरिंग, मठ प्रमुख लामा दुब्जे, लामा जिनपा सहित तिब्बती समुदाय के बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।

 

रायपुर : 

 

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के जोरा स्थित श्री सालासर बालाजी धाम के सभागार में आयोजित सुप्रसिद्ध कवि पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे की श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय डॉ. दुबे के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य और शक्ति प्रदान करें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हास्य-व्यंग्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि डॉ. सुरेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे। सभी को हँसाने वाला यह महान कवि आज हमें रुलाकर चला गया। उन्होंने अपनी विलक्षण काव्य प्रतिभा के माध्यम से न केवल देशभर में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया। उनका आकस्मिक निधन पूरे राज्य और साहित्य जगत के लिए अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई असंभव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अनेक कवि सम्मेलनों में भाग लिया है, और शायद ही कोई प्रमुख आयोजन ऐसा रहा हो जहाँ डॉ. दुबे की उपस्थिति न रही हो। हर मंच पर उन्हें देश के प्रतिष्ठित कवियों द्वारा विशेष सम्मान प्राप्त होता था।

उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी श्रद्धांजलि सभा में स्व. डॉ. सुरेंद्र दुबे को नमन करते हुए कहा कि वे केवल एक कवि नहीं, बल्कि एक जिंदादिल और ऊर्जावान व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति को सम्मान दिलाया। उन्होंने प्रदेश के कोने-कोने में घूम-घूमकर लोगों को न केवल हँसाया, बल्कि सामाजिक चेतना भी जगाई। इस अवसर पर डॉ. सुरेंद्र दुबे के परिजन एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे।

 

रायपुर : 

 

कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री महादेव कावरे ने आज विश्वविद्यालय परिसर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बालक एवं बालिका छात्रावास, मेस, कैंटीन, आवासीय परिसर, अतिथि गृह तथा निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का जायजा लिया।

कुलपति श्री कावरे ने छात्रावासों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने और आवश्यक मरम्मत कार्य तत्काल कराने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास भवनों को यूजीसी और शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आधुनिक स्वरूप देने, रिक्रिएशन हॉल एवं पालकों के लिए व्यवस्थित अतिथि कक्ष की सुविधा विकसित करने के लिए कहा। साथ ही छात्रावासों में अतिरिक्त सीटें बढ़ाने तथा खेल सुविधाओं के विस्तार के निर्देश भी दिए। खेल अधोसंरचना के संबंध में कुलपति ने बैडमिंटन कोर्ट की फ्लोरिंग की मरम्मत, वॉलीबॉल, लॉन टेनिस और बास्केटबॉल कोर्ट के लिए स्थान चिन्हित करने तथा गार्डन क्षेत्र में ओपन जिम विकसित करने की बात कही। उन्होंने खेल मैदान की सफाई और खेल विभाग के सहयोग से अन्य आवश्यक खेल सुविधाएं विकसित करने के निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान परिसर में मौजूद पुराने व जर्जर फर्नीचर और उपकरणों की मरम्मत या अपलेखन करने तथा संसाधनों की पूर्ति के लिए नियमानुसार क्रय प्रक्रिया अपनाने के निर्देश कुलपति ने संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने छात्रावास प्रभारियों को स्वच्छता एवं पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। परिसर की हरियाली और सौंदर्यीकरण के लिए कुलपति ने एनआईटी रायपुर के आर्किटेक्ट विभाग के शिक्षकों और विद्यार्थियों की मदद लेने, साथ ही छत्तीसगढ़ हार्टिकल्चर सोसायटी, प्रकृति की ओर जैसी संस्थाओं से सहयोग प्राप्त करने की बात कही। उन्होंने आवासीय परिसर में आवश्यक सिविल वर्क का शीघ्र प्राक्कलन तैयार करने तथा अतिथि गृह को शीघ्र व्यवस्थित कर प्रारंभ करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर कुलपति श्री कावरे ने निर्माणाधीन ऑडिटोरियम का निरीक्षण भी किया और अधूरे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने हेतु पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को निर्देशित किया। विश्वविद्यालय परिसर के समस्त मेंटनेंस कार्य पीडब्ल्यूडी के माध्यम से कराने का निर्णय लिया गया है। निरीक्षण के दौरान पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता श्री अभिनव श्रीवास्तव, कुलसचिव श्री सुनील कुमार शर्मा सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

रायपुर : ।
सहकारिता विभाग ने पूरे छत्तीसगढ़ में 1 लाख वृक्षारोपण करते हुए उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया।
2058 पैक्स सोसायटियो ने "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान से जुड़कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और सामूहिक भागेदारी का निर्वहन किया

सोसाइटी परिसरों व धान खरीदी केन्दों में वृक्षारोपण किया गया।

रायपुर,08 जूलाई 2025

भारत सरकार के "सहकार से समृद्धि" अंतर्गत सहकारिता विभाग द्वारा "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान से जुड़कर पूरे छत्तीसगढ़ में 1 लाख वृक्षारोपण किया गया।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के निर्देशन में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस 05 जुलाई को समाहित करते हुए पूरे छत्तीसगढ़ के सहकारी संस्थाओं में दिनांक 01जुलाई से 06 जुलाई तक विविध कार्यक्रमो, शिविरो, सहकारी संगोष्ठयो तथा वृक्षारोपण का आयोजन किया गया।

सहकारिता विभाग द्वारा "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत अपेक्स बैंक, सभी जिला सहकारी केंद्रीय बैंको तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सेवारत 2058 पैक्स सोसायटियो तथा प्रदेश के धान उपार्जन केंद्रों में 1 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया था। छत्तीसगढ़ के कोआपरेटिव्ह सेक्टर में "एक पेड़ माँ के नाम" के तहत 1 लाख पौधे का वृक्षारोपण किया गया तथा सभी ने उनकी सुरक्षा का संकल्प लिया। सहकारिता और एक पेड़ माँ के नाम वृक्षारोपण अभियान दोनों ही सामाजिक उत्थान व पर्यावरणीय संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण पहल है, जो कि सामूहिक भागीदारी पर आधारित है। माँ और प्रकृति दोनों ही जीवनदायिनी है।

Page 10 of 5929
  • R.O.NO.13286/69 "
  • R.O.NO. 13259/63 " A

Ads

R.O.NO. 13286/69

MP info RSS Feed

फेसबुक