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ओलंपिक में 44 साल बाद स्वर्ण पदक जीतने की राह पर भारतीय हॉकी टीम के सामने मंगलवार को सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन जर्मनी की चुनौती होगी और इस बाधा को पार करके टीम 'संकटमोचक' पीआर श्रीजेश को शानदार विदाई देने के अपने मिशन की अगला कदम रखेगी। ब्रिटेन के विरुद्ध क्वार्टर फाइनल में दस खिलाड़ियों तक सिमटने के बावजूद भारतीय टीम ने जिस साहस और कौशल का प्रदर्शन करके मुकाबला पेनाल्टी शूटआउट तक खिंचा, वह प्रशंसनीय है। टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक मैच में जर्मनी की पेनल्टी बचाकर भारत को 41 साल बाद पदक दिलाने वाले नायक श्रीजेश एक बार फिर जीत के सूत्रधार बने थे।

44 साल का सूखा खत्म करने की कोशिश

36 वर्ष के श्रीजेश का यह आखिरी टूर्नामेंट है और उन्हें स्वर्ण पदक के साथ विदा करने का मिशन भारतीय टीम के लिए अतिरिक्त प्रेरणा बना है। भारत ने आठ ओलंपिक स्वर्ण में से आखिरी 1980 में मास्को में जीता था और अब पेरिस में उसके पास 44 साल बाद इतिहास रचने का मौका है। सेमीफाइनल जीतने पर भारत का रजत तो पक्का हो जाएगा जो अंतिम बार उसने 1960 में रोम में जीता था।

अमित रोहिदास नहीं खेलेंगे

प्रमुख डिफेंडर अमित रोहिदास मंगलवार को होने वाले सेमीफाइनल मैच में नहीं खेल पाएंगे क्योंकि उन पर लगाए गए एक मैच के निलंबन के खिलाफ दायर की गई हॉकी इंडिया की अपील को एफआईएच ने खारिज कर दिया है। रोहिदास को ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ रविवार को खेले गए क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान रेड कार्ड मिला था जिसके कारण एफआईएच ने उन्हें एक मैच के लिए निलंबित कर दिया था। इसका मतलब है कि इस महत्वपूर्ण मैच के लिए भारत के केवल 15 खिलाड़ी ही उपलब्ध रहेंगे जो आठ बार के ओलंपिक चैंपियन के लिए करारा झटका है।

 

भारतीय एथलेटिक्स के लिए कई कीर्तिमान बना चुके नीरज चोपड़ा अपने दूसरे ओलंपिक में एक बार फिर अपने भाले से इतिहास रचना चाहेंगे, चूंकि 140 करोड़ भारतीयों को उनसे एक बार फिर पीले तमगे की उम्मीद है। नीरज मंगलवार को किशोर जेना के साथ भालाफेंक क्वालीफिकेशन में उतरेंगे। उनकी अप्रतिम निरंतरता की एक बार फिर परीक्षा होगी क्योंकि पूरे सत्र में वह जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में (एडक्टर) परेशानी से जूझते आए हैं। चोपड़ा अगर स्वर्ण जीतते हैं तो ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवें खिलाड़ी बन जाएंगे। इसके साथ ही ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे।

इतिहास रचेंगे नीरज

ओलंपिक की पुरुष भालाफेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड 1920 और 1924), जान जेलेंजी (चेक गणराज्य 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नार्वे 2004 और 2008) की ओलंपिक में भालाफेंक स्पर्धा में खिताब बरकरार रख सके हैं। इस साल चोपड़ा ने सिर्फ तीन स्पर्धाओ में भाग लिया लेकिन उनके बाकी प्रतिस्पर्धी भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं।

फिटनेस नहीं है मसला

हालांकि उनके कोच ने फिटनेस को लेकर चिंताओं को खारिज करते हुए कहा कि अब उनके एडक्टर में कोई परेशानी नहीं है और वह कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। भारत के किशोर जेना भी दौड़ में हैं जिन्होंने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालीफाई किया था लेकिन उसके बाद से 80 मीटर तक भी नहीं पहुंच पाए हैं।

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक-2024 में दो मेडल अपने नाम किए हैं। इसी के साथ वह भारत के लिए दो ओलंपिक पदक जीतने वाली तीसरी खिलाड़ी बन गई हैं। उनसे पहले ये काम पुरुष पहलवान सुशील कुमार और महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने किया है। सिंधू वो खिलाड़ी हैं जिनको मनु आदर्श की तरह मानती हैं और एक बार तो मनु ने सिंधू को ऑनलाइन ट्रोलर्स से बचाने के लिए फेक प्रोफाइल तक बनाई थी। मनु ने पेरिस ओलंपिक-2024 में महिलाओं के 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। इससे बाद मनु ने मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ मिलकर ब्रॉन्ज पर कब्जा किया।

सिंधू, नीरज की हैं फैन

दूसरा मेडल जीतने के बाद सिंधू ने स्पोर्ट स्टार से बात करते हुए कहा कि वह सिंधू और ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपडा की बड़ी फैन हैं। उन्होंने कहा, "मैं भारतीय इतिहास के कई बड़े नामों को जानती हैं। मेरे समय में पीवी सिंधु और नीरज चोपड़ा हैं। मैं उनको काफी मानती हूं और दोनों जो मेहनत करते हैं उसकी कायल हूं। एक बार तो मैंने सिंधू को ऑनलाइन हेटर्स से बचाने के लिए फेक प्रोफाइल बनाई थी।"

सिंधू ने जताई खुशी

मनु को ओलंपिक में मिली दोहरी सफलता से सिंधू भी खुश हैं। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए मनु का अपने क्लब में स्वागत किया है। उन्होंने लिखा, " बेहतरीन स्वीटहार्ट!!! दो ओलंपिक मेडल वाले क्लब में आपका स्वागत है। अभी और आगे जाना है।"

 

India vs Sri Lanka 1st ODI India Playing 11 Changes: भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का आगाज आज से हो गया है। दोनों टीमों के बीच कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में मुकाबला खेला है। इस मैच में श्रीलंकाई टीम के नए कप्तान चरिथ असलंका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। वहीं, रोहित शर्मा ने काफी समय बाद क्रिकेट के मैदान पर वापसी करते हुए भारत की प्लेइंग-11 में बड़े बदलाव किए। कप्तान रोहित शर्मा ने विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल पर भरोसा जताया। वहीं, ऋषभ पंत को प्लेइंग-11 से ड्रॉप किया गया। हर्षित राणा, रियान पराग और खलील अहमद को भी मौका नहीं मिला।

IND vs SL 2024 1st ODI India's Playing 11 Changes: भारत की प्लेइंग-11 में इन 4 प्लेयर्स को नहीं मिली जगह

दरअसल, भारत बनाम श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले वनडे मैच में भारत की प्लेइंग-11 में बदलाव देखने को मिले। भारत की तरफ से शुभमन गिल और रोहित शर्मा की जोड़ी पारी का आगाज करेगी। नंबर 3 पर विराट कोहली बल्लेबाजी करेंगे। श्रेयस अय्यर और केएल राहुल (KL Rahul) की प्लेइंग-11 में वापसी हुई है। बतौर विकेटकीपर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिली। वहीं, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव को अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर दो ऑलराउंडर का साथ मिला है।शिवम दुबे की काफी लंबे समय बाद वापसी हुई। रियान पराग को प्लेइंग-11 से ड्रॉप किया गया।

IND vs SL 1st ODI Playing 11: भारत और श्रीलंका की प्लेइंग-11

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएल राहुल (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज

श्रीलंका: चरिथा असालंका (कप्तान) पथुम निसांका, अविश्का फर्नांडो, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), सदीरा समाराविक्रमा, जेनिथ लियानगे, वानिंदु हसारंगा, डुनिथ वेलालेगे, अकिला धनंजय, असिथा फर्नांडो, मोहम्मद शिराज

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में ब्रांज मेडल यानी कांस्य पदक जीता और इसी के साथ इस आयोजन में भारत के पदकों का खाता खुला। तीन साल पहले टोक्यो में अपने ओलंपिक डेब्यू में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद आंसू बहाने वाली भाकर ने अब अपनी पहले से ही शानदार उपलब्धियों की सूची में दो ओलंपिक कांस्य पदक और जोड़ लिया है। उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर मिक्स्ड टीम में भी कांस्य पदक हासिल किया है। 16 साल की उम्र में मनु भाकर ने कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। वर्तमान में वह पंजाब यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री कर रही हैं। यहां जानिए ओलंपिक मेडल विजेता भारतीय खिलाड़ी मनु भाकर ने कहां से और कितनी पढ़ाई की है।

ओलंपिक मेडल विजेता मनु भाकर कौन हैं?
मनु भाकर, एक मशहूर भारतीय खेल निशानेबाज खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पिस्टल शूटिंग में अपने असाधारण कौशल से अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। हरियाणा के झज्जर की रहने वाली, मनु का जन्म 18 फरवरी, 2002 को हुआ था, और वह शूटिंग में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे होनहार युवा एथलीटों में से एक बन गई हैं।

14 साल की उम्र में शुरु की निशानेबाजी
चैंपियन मनु हमेशा से ही टेनिस, स्केटिंग और बॉक्सिंग जैसे खेल खेलना पसंद करती थीं। 14 साल की उम्र में उन्होंने निशानेबाजी में हाथ आजमाने का फैसला किया।

इस समय भी जारी है पढ़ाई
मनु भाकर ने अपनी स्कूली शिक्षा यूनिवर्सल पब्लिक सेकेंडरी स्कूल से पूरी की। भाकर ने 2021 में दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में ऑनर्स डिग्री हासिल की। मनु भाकर इस समय पंजाब यूनिवर्सिटी से लोक प्रशासन में डिग्री हासिल कर रही हैं।

भारत और श्रीलंका के बीच जारी तीन मैचों की टी20 सीरीज का अंतिम मुकाबला पल्लेकल में खेला गया। श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत ने श्रीलंका को 138 रनों का लक्ष्य थमाया। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सुपर ओवर में मैच जीत लिया। श्रीलंका ने भारत को तीन रनों का लक्ष्य दिया था। सूर्यकुमार यादव ने सुपर ओवर की पहली गेंद पर चौका लगाकर मैच अपने नाम कर लिया। इसी के साथ टीम इंडिया ने तीन मैचों की सीरीज 3-0 से अपने नाम कर ली।
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ सुपर ओवर में मैच जीत लिया। श्रीलंका ने भारत को तीन रनों का लक्ष्य दिया था। सूर्यकुमार यादव ने सुपर ओवर की पहली गेंद पर चौका लगाकर मैच अपने नाम कर लिया। सुपरओवर में श्रीलंका ने भारत को तीन रन का लक्ष्य थमाया। पहली गेंद पर श्रीलंका को एक रन वाइड का मिला। इसके बाद कुसल मेंडिस ने एक रन बनाया। दूसरी गेंद पर सुंदर ने परेरा को आउट किया। स्कोर 2/1 हुआ। तीसरी गेंद पर सुदंर ने निसांका को आउट किया। इस तरह श्रीलंका ने सिर्फ दो रन बनाए। सुपर ओवर में मिले तीन रनों के लक्ष्य का पीछा करने भारत की तरफ से सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल उतरे। पहली गेंद महीश तीक्षणा ने फेंकी जिस पर सूर्यकुमार यादव ने जोरदार चौका मारा और मैच जीत लिया।

3 टी20 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले मे शनिवार को भारतीय टीम का सामना श्रीलंका से होगा। यह मैच पल्लेकेले इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों ही टीमों की कोशिश इस मुकाबले को अपने नाम कर जीत के साथ सीरीज का आगाज करने पर होगी।

हाल ही में गौतम गंभीर को भारतीय टीम का हेड कोच नियुक्‍त किया गया था। इसके अलावा सूर्यकुमार यादव को टी20 का नियमित कप्‍तान बनाया गया था। ऐसे में इस नए युग में किन प्‍लेयर्स को प्‍लेइंग 11 में जगह मिल सकती है, आएइ जानते हैं।

शिवम दुबे को बाहर बैठना पड़ सकता है

यशस्‍वी जायसवाल और उपकप्‍तान शुभमन गिल पारी का आगाज कर सकते हैं। भारतीय स्‍क्वॉड में ऋषभ पंत और संजू सैमसन के रूप में 2 विकेटकीपर हैं। ऐसे में देखना होगा कि गंभीर किस पर भरोसा जताते हैं। ज्‍यादा संभावना है कि टीम मैनेजमेंट पंत के साथ आगे बढ़ सकता है।

4 नंबर पर कप्‍तान सूर्यकुमार यादव बल्‍लेबाजी करते नजर आ सकते हैं। नंबर 5 पर तूफानी बल्‍लेबाज रिंकू सिंह जगह बना सकते हैं। अगर रिंकू को मौका मिलता है तो शिवम दुबे को बाहर बैठना पड़ सकता है।

सुंदर को सौंप सकते नई जिम्‍मेदारी 

नंबर 6 पर ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या खेलते नजर आ सकते हैं। व‍ह भारतीय बल्‍लेबाजी को गहराई प्रदान करेंगे। इसके अलावा गेंदबाजी में भी अहम योगदान दे सकते हैं। नंबर 7 पर अक्षर पटेल दिख सकते हैं। रवींद्र जडेजा ने टी20 इंटरनेशनल से संन्‍यास ले लिया है।

ऐसे में अब इस प्रारूप में अक्षर को मौका मिलना तय है। 8 नंबर पर गंभीर वॉशिंगटन सुंदर को आजमा सकते हैं। इससे बल्‍लेबाजी क्रम मजबूत होगा। हालांकि, गंभीर सुंदर को नई जिम्‍मेदारी भी दे सकते हैं।

   भारतीय क्रिकेट टीम के नए हेड कोच गौतम गंभीर ने अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है। उनकी कोचिंग में टीम इंडिया इस समय श्रीलंका में है और तीन मैचों की टी20 सीरीज में हिस्सा ले रही है। सीरीज की शुरुआत से पहले गंभीर को टीम के पूर्व कोच राहुल द्रविड़ से शुभकामनाएं मिली हैं। द्रविड़ ने उम्मीद जताई है कि जो यादें, जो पल उन्होंने सहेजे हैं गंभीर के हिस्से भी आएं।

राहुल द्रविड़ ने साल 2021 के अंत में टीम इंडिया के हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली थी। उनके हिस्से ये काम तब आया था जब भारत टी20 वर्ल्ड कप-2021 में बुरी तरह से फ्लॉप रहा था। द्रविड़ के कोच रहते हालांकि टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप-2024 का खिताब अपने नाम किया। भारत 17 साल बाद इस खिताब को जीतने में सफल रहा और द्रविड़ को एक शानदार विदाई मिल सकी।

गंभीर के नाम द्रविड़ का संदेश

बीसीसीआई ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें गंभीर लैपटॉप पर राहुल द्रविड़ का खास मैसेज सुनते हैं। इस ऑडियो में द्रविड़, गंभीर से कहते हैं, "हैलो गौतम, टीम इंडिया के कोच तौर पर हमारी दुनिया की सबसे शानदार नौकरी में आपका स्वागत है। मैंने जिस अंदाज में टीम इंडिया के कोच का सफर खत्म किया वो सपने से परे था और उसे अब तीन सप्ताह हो चुके हैं। बारबाडोस और इसके कुछ दिन बाद मुंबई में शाम को जो हुआ था वो शानदार था। मैं किसी भी चीज से ज्यादा इस टीम के साथ इकट्ठा की गईं यादें, दोस्ती को सहेज कर रखूंगा। अब आप कोच हो तो मैं आपके लिए भी यही दुआ करूंगा।"

पेरिस ओलंपिक की आधिकारिक तौर पर शुरुआत 26 जुलाई से होगी, लेकिन इससे एक दिन पहले गुरुवार को भारतीय तीरंदाज अपने अभियान का आरंभ करेंगे। तीरंदाजी वो स्पर्धा है जिसमें भारत अब तक कोई ओलंपिक पदक हासिल नहीं कर सका है और अब भारतीय तीरंदाज लेस इनवैलिड्स गार्डन में क्वालीफिकेशन राउंड के साथ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। अनुभवी तरुणदीप राय और दीपिका कुमारी अपने चौथे ओलंपिक में भाग ले रहे हैं। उनकी अगुआई में टीम को पसंदीदा ड्रॉ हासिल करने के लिए क्वालीफिकेशन में कम से कम शीर्ष 10 में जगह बनानी होगी।

तीरंदाजी को ओलंपिक में 1988 में शामिल किया गया था और तब से भारतीय तीरंदाज लगभग हर ओलंपिक खेल में हिस्सा ले रहे हैं लेकिन अभी तक पोडियम तक पहुंचने में नाकाम रहे हैं। लंदन ओलंपिक 2012 के बाद यह पहला अवसर है जब भारतीय टीम में सभी छह खिलाड़ी शामिल हैं। भारतीय पुरुष और महिला टीमों ने रैंकिंग के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया जिसका मतलब है कि इस बार भारतीय तीरंदाज पांच स्पर्धाओं में भाग लेंगे।

क्वालीफिकेशन से तय होगी वरीयता
प्रत्येक तीरंदाज 72 तीर चलाएगा और क्वालीफिकेशन दौर में भाग ले रहे 53 देश के 128 खिलाड़ियों के स्कोर के आधार पर रविवार से शुरू होने वाली मुख्य नॉकआउट प्रतियोगिता के लिए वरीयता तय की जाएगी। भारतीय टीम के लिए क्वालीफिकेशन दौर महत्वपूर्ण होगा जो अक्सर निचली वरीयता हासिल करती रही हैं और ऐसे में नॉकआउट चरण में उन्हें दक्षिण कोरिया जैसी मजबूत टीम का सामना करना पड़ता है।

टोक्यो में पुरुष तीरंदाजों का निराशाजनक रहा था प्रदर्शन
टोक्यो ओलंपिक में भारत के सभी पुरुष तीरंदाज शीर्ष 30 में जगह नहीं बना पाए थे जिससे भारतीय टीम को नौवीं वरीयता मिली थी। भारत की एकमात्र महिला तीरंदाज दीपिका ने नौवां स्थान हासिल किया था। भारत को तब अपने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबलों में शीर्ष वरीयता प्राप्त कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था। भारत को पुरुष टीम से काफी उम्मीद है जिसने इस साल शंघाई में विश्व कप के फाइनल में कोरिया को हराकर इतिहास रचा था। भारतीय टीम में राय और पिछले ओलंपिक में भाग लेने वाले प्रवीण जाधव के रूप में अनुभवी खिलाड़ी शामिल हैं, जबकि युवा खिलाड़ी धीरज बोम्मादेवरा एक महीने पहले अंताल्या विश्व कप में टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता इटली के मौरो नेस्पोली को हराकर कांस्य पदक जीत कर उत्साह से लबरेज होंगे।

दीपिका पर रहेंगी नजरें
महिला वर्ग में सभी की निगाहें दीपिका पर टिकी रहेंगी। उन्होंने मां बनने के 16 महीने के अंदर शंघाई में विश्व कप के पहले चरण में रजत पदक जीत कर शानदार वापसी की थी। महिला टीम में उनके साथ देने के लिए अंकिता भकत और भजन कौर हैं। इन दोनों का यह पहला ओलंपिक होगा लेकिन वह वर्तमान ओलंपिक चक्र में भारतीय टीम का हिस्सा रही हैं और उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

 

वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में जो रूट ने शानदार शतक जमाया। जो रूट को इस शतक का बड़ा फायदा मिला है। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में जो रूट नंबर-1 पोजिशन के करीब पहुंच गए हैं। जो रूट नंबर 1 पर पहुंचने से सात रेटिंग प्वाइंट से पीछे रहे गए। मौजूदा समय में केन विलियमसन 859 रेटिंग प्वाइंट्स के साथ नंबर 1 पर है, जबकि जो रूट 852 प्वाइंट्स के साथ दूसरे पायदान पर हैं। उनके अलावा इंग्लैंड के हैरी ब्रूक ने टेस्ट रैंकिंग में छलांग लगाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है।

टेस्ट रैंकिंग में Joe Root नंबर-1 के करीब पहुंचे
दरअसल, आईसीसी की ताजा टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर न्यूजीलैंड के केन विलियमसन 859 रेटिंग प्वाइंट्स के साथ मौजूद है, जबकि जो रूट के पास 852 प्वाइंट्स है। हैरी ब्रीक तीसरे नंबर पर हैं। ब्रूक ने आईसीसी की ताजा टेस्ट रैंकिंग में चार स्थान की छलांग लगाई।

हैरी ने बाबर आजम, स्टीव स्मिथ और रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है। इन सभी को एक-एक स्थान का नुकसान हुआ है। बता दें कि हैरी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 109 रन की पारी खेली थी, जिसके बाद उन्हें आईसीसी रैंकिंग में बंपर फायदा मिला। ये उनके टेस्ट क्रिकेट की अभी तक की बेस्ट रेटिंग रही।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम की तरफ से ओपनर बेन डकेट को 6 स्थानों का फायदा हुआ और वह 16वें पायदान पर पहुंचे। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में 2 हाफ सेंचुरी जमाई। वहीं, भारत के शुभमन गिल को नुकसान हुआ। वह 20वें पायदान पर पहुंच गए हैं।

 

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