ईश्वर दुबे
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Bhilai
बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की T20 सीरीज 6 अक्टूबर से ग्वालियर में शुरू होगी. दूसरा T20 दिल्ली में 9 अक्टूबर को और तीसरा T20 हैदराबाद में 12 अक्टूबर को खेला जाएगा. कप्तान सूर्यकुमार यादव फिट और सीरीज में कप्तानी के लिए तैयार हैं. 34 वर्षीय मुंबई के बल्लेबाज को अगस्त में बुची बाबू ट्रॉफी मैच के दौरान चोट लगी थी, जिसके बाद वह दलीप ट्रॉफी 2024 के पहले दो राउंड से चूक गए थे. सूर्या ने अपनी फिटनेस साबित करने और इंडिया बी के लिए तीसरा मैच खेलने के बाद अपना चयन पक्का कर लिया है.
ये खिलाड़ी रहेंगे बाहर
स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी लगभग दो महीने से बाहर होने के बाद T20 सीरीज के लिए तैयार है. 30 साल के हार्दिक व्यक्तिगत कारणों से पिछले महीने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं खेल पाए थे. ऋतुराज गायकवाड़, ईशान किशन, ध्रुव जुरेल, खलील अहमद और प्रसिद्ध कृष्णा को ईरानी कप 2024 मैच के लिए रेस्ट ऑफ इंडिया स्क्वाड में चुना गया है. यह मुकाबला 1 से 5 अक्टूबर तक लखनऊ में खेला जाएगा. रेस्ट ऑफ इंडिया के सामने रणजी चैंपियन मुंबई की चुनौती है. ऐसे में इस मैच के लिए चुने गए खिलाड़ियों का 6 तारीख से शुरू होने वाली T20 सीरीज में खेलना मुमकिन नहीं है.
यशस्वी और गिल को मिलेगा आराम?
गायकवाड़ और ईशान की अनुपस्थिति में अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन को क्रमशः ओपनर बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में चुना जाना लगभग तय है. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल को भी सबसे छोटे फॉर्मेट के लिए बुलाया जाता है या नहीं. पिछले सप्ताह यह बताया गया था कि यशस्वी और गिल को वर्कलोड मैनेजमेंट के हिस्से के रूप में तीन T20 के लिए आराम दिया जा सकता है.
इन खिलाड़ियों को मिल सकती है जगह
अभिषेक को श्रीलंका के खिलाफ T20 सीरीज के लिए नहीं चुना गया था. वह जिम्बाब्वे में खेली गई सीरीज में टीम का हिस्सा था. अभिषेक ने शतक भी लगाया था. टीम में रियन पराग, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा, आवेश खान और वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों को भी शामिल किया जा सकता है. इन खिलाड़ियों ने दलीप ट्रॉफी में काफी प्रभावित किया था. ये खिलाड़ी ईरानी कप के लिए रेस्ट ऑफ इंडिया टीम में नहीं चुने गए हैं.
भारत की संभावित टीम
अभिषेक शर्मा, यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन (विकेटकीपर), सूर्यकुमार यादव (कप्तान), रियन पराग, हार्दिक पांड्या, रिंकू सिंह, शिवम दुबे, वॉशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, आवेश खान, हर्षित राणा, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), नीतीश रेड्डी.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 11 जून 2025 को लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा. लेकिन सवाल है कि क्या रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया फाइनल के लिए क्वॉलीफाई कर पाएगी? क्या भारतीय टीम पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का टाइटल जीत पाएगी? दरअसल, भारतीय टीम ने चेन्नई टेस्ट में बांग्लादेश को हराया. इसके बाद टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप प्वॉइंट्स टेबल में जबरदस्त फायदा हुआ है. इस वक्त भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है.
भारतीय टीम के लिए समीकरण क्या है?
भारत 71.67 के जीत प्रतिशत के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल में नंबर-1 पर बना हुआ है. वहीं, अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की पॉइंट्स टेबल में दूसरे नंबर पर काबिज ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच फासला 9.16 प्रतिशत प्वॉइंट्स का हो गया है. ऑस्ट्रेलिया के 62.50 फीसदी प्वॉइंट्स हैं. बहरहाल, अब भारत के लिए समीकरण क्या है? दरअसल, भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से पहले 9 टेस्ट खेलने हैं, जिसमें 5 जीतने होंगे. अगर टीम इंडिया 4 टेस्ट जीतने में कामयाब रहती है और 1 टेस्ट ड्रॉ होता है तो भी फाइनल के लिए क्वॉलीफाई कर जाएगी.
अब इन टीमों के खिलाफ खेलेगा भारत
बताते चलें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से पहले भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट के अलावा न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलना है. टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी. इसके बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया के दौरे पर जाएगी. इस दौरे पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी. दरअसल, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के मद्देनजर बेहद अहम होने वाली है, लेकिन इस वक्त प्वॉइंट्स टेबल को देखें तो भारत का फाइनल में खेलना तकरीबन तय माना जा रहा है.
भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच 27 सितंबर से खेला जाना है। यह मुकाबला कानपुर के ग्रीन पार्क में खेला जाएगा। पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने 280 रन से जीत हासिल की थी।
अब टीम इंडिया की नजरें दूसरे टेस्ट को जीतकर सीरीज अपने नाम करने पर होगी। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली का बल्ला पहले टेस्ट में नहीं चला था, लेकिन दूसरे टेस्ट में दोनों से हर किसी को एक बड़ी पारी की आस हैं।
कानपुर टेस्ट मैच के लिए ग्रीन पार्क स्टेडियम के बाहर विराट और रोहित नाम की जर्सी की मांग क्रिकेट प्रेमियों में खूब दिखी।
कानपुर टेस्ट से पहले Rohit Sharma और Virat Kohli की जर्सी खूब बिकी
दरअसल, मंगलवार को वीआईपी पवेलियन के बाहर टिकट काउंटर के पास पिछले कई वर्षों से मैच के लिए जर्सी और झंडे बेचने का काम करने वाले कई लोग एकत्र हुए। जिन्होंने खिलाड़ियों के नाम की टी-शर्ट बेचा। टिकट लेने आने वाले क्रिकेट प्रेमियों ने विराट और रोहित के साथ जडेजा और लोकल ब्वॉय कुलदीप के नाम की जर्सी खरीदी।
रोहित और विराट चेन्नई टेस्ट में बल्ले से फ्लॉप रहे
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए। रोहित शर्मा पहले टेस्ट की पहली पारी में 6 रन और दूसरी पारी में महज 5 रन बनाकर सस्ते में पवेलियन लौटे। वहीं, विराट कोहली पहले टेस्ट की पहली पारी में 6 रन और दूसरी पारी में 17 रन बनाकर आउट हुए। अब दोनों से दूसरे टेस्ट मैच में बड़ी पारी की उम्मीदें हैं।
कानपुर में भारत-बांग्लादेश के बीच दूसरा और सीरीज का आखिरी टेस्ट 27 सितंबर से खेला जाना है. लेकिन, उससे पहले उत्तर प्रदेश की PWD ने एक बड़ी चेतावनी जारी की है. उत्तर प्रदेश PWD ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के एक स्टैंड के कमजोर होने का अनुमान लगाते हुए उसे दर्शकों के लिए खतरनाक बताया है. PWD के अधिकारियों का मानना है कि स्टैंड की हालत ऐसी नहीं है कि कि वो टेस्ट मैच के दौरान आने वाले दर्शकों की फुल स्ट्रेंथ का भार सहन कर सके. UP PWD ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के जिस स्टैंड को लेकर चिंता जाहिर की है वो बालकनी C का मामला है. PWD अधिकारियों की जताई चिंता के बाद बालकनी C के टिकट उसकी फुल कैपिसिटी से आधे ही टेस्ट मैच के लिए बेचे जा रहे हैं. UPCA CEO अंकित चटर्जी ने बताया कि PWD ने कुछ चिंता जाहिर की, जिसके बाद हमने फैसला किया कि हम बालकनी C के सारे टिकट नहीं बेचेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हमने उस स्टैंड के सिर्फ 1700 टिकट बेचने का ही परमिशन दिया है, जबकि उसकी फुल स्ट्रेंथ 4800 है. उनके मुताबिक जल्दी ही बालकनी C की रिपेयरिंग का काम शुरू हो जाएगा.
ग्रीन पार्क स्टेडियम का एक हिस्सा कमजोर, गिरने का खतरा
PWD के अधिकारियों के मुताबिक अगर स्टेडियम के उस हिस्से में दर्शक पूरी तादाद में आए, तो इससे बड़े हादसे की आशंका बनी रहेगी. PWD की ओर से मंगलवार यानी 24 सितंबर को कुछ इंजीनियर ने स्टेडियम की बालकनी C में जाकर 6 घंटे बिताए. उसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को मामले की गंभीरता को लेकर चेताया. उन्होंने UPCA को मैच डे पर स्टेडियम के उस हिस्से को बंद रखने को कहा ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो.
कानपुर में भारत और बांग्लादेश की टीमें
कानपुर में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारत और बांग्लादेश की टीमें 24 सितंबर को कानपुर पहुंच चुकी हैं. PWD की ओर से मिली चेतावनी के बाद अब ये UPCA और BCCI दोनों के लिए नाक का सवाल बन गया है कि मैच को सुरक्बिषित और ना किसी अड़चन के करा लिया जाए.
चेन्नई। बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर में होने वाले दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम घोषित कर दी गयी है। इस मैच के लिए चयनकर्ताओं ने भारतीय टीम में कोई बदलाव नहीं करते हुए उन्हीं खिलाड़ियों को बरकरार रखा है जो पहले टेस्ट में उतरे थे। भारतीय टीम ने जिस प्रकार पहले टेस्ट में शानदार जीत दर्ज की उससे भी चयनसमिति को बदलाव की जरुरत नहीं लगी।
भारतीय टीम ने रविवार को मैच के चौथे दिन की शुरुआती सत्र में ही 280 रनों से बड़ी जीत दर्ज की। चयनसमित हालांकि दूसरे टेस्ट के बाद होने वाले सीमित ओवरों के मुकाबले के लिए व्यस्त टेस्ट कार्यक्रम को देखते हुए प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और कुछ अन्य खिलाड़ियों को आराम दे सकती है। बीसीसीआई ने कहा, ‘पुरुष चयन समिति ने बांग्लादेश के खिलाफ आईडीएफसी फर्स्ट बैंक टेस्ट श्रृंखला के दूसरे मैच के लिए वही टीम बरकरार रखी है जो पहले टेस्ट में शामिल थी। दूसरा टेस्ट मैच 27 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा। भारतीय टीम इस सीरीज में 1-0 से आगे है।
दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम इस प्रकार है :
रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, सरफराज खान, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), आर अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, जसप्रीत बुमराह, यश दयाल।
लीड्स । स्पिनर आदिल राशिद एकदिवसीय क्रिकेट में 200 विकेट लेने वाले इंग्लैंड के पहले स्पिनर बन गये हैं। आदिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीड्स में दूसरे एकदिवसीय मैच के दौरान 42 रन देकर 2 विकेट लिए। इस प्रकार आदिल ने अपने 137 एकदिवसीय मैच में 32.22 की औसत से 201 विकेट लिए हैं। उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 27 रन देकर 5 विकेट लेना रहा है। उन्होंने इस प्रारुप में 8 बार 4 विकेट और 2 बार 5 विकेट लिए हैं। राशिद एकदिवसीय में इंग्लैंड की ओर से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, पहले दोनो ही स्थानों पर तेज गेंदबाज गेंदबाज जेम्स एंडरसन 269 विकेट और डैरेन गॉफ 234 विकेट हैं। एंडरसन ने 194 मैचों में अपने 269 विकेट लिए। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 23 रन देकर पांच विकेट लेना रहा है। वहीं गॉफ ने 158 मैचों में अपने 234 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 44 रन देकर पांच विकेट लेना रहा है।
बेलारूस की महिला टेनिस खिलाड़ी आर्यना सबालेंका ने साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। शानिवार रात खेले गए महिला सिंगल्स के मेच में सबालेंका ने अमेरिका की ही जेसिका पुगेला को सीधे सेटों में मात दी। साबलेंका ने ये मैच 7-5, 7-5 से जीता।
सबालेंका 2021 से लगातार इस खिताब की जीतने के करीब आ रही थीं लेकिन सफल नहीं हो पा रही थीं। पिछले साल खिताबी फाइनल में सबालेंका को कोको गॉफ के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस बार उन्होंने खिताब जीतने का मौका नहीं जाने दिया।
जेसिका ने की कड़ी मेहनत
जेसिका का फाइनल तक का सफर शानदार रहा। वह पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम के फाइनल तक में पहुंची थीं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 इगा स्वायतेंक को मात दी थी। फाइनल में सबालेंका के सामने उनकी एक न चली। काफी मेहनत करने के बाद भी जेसिका जीत हासिल नहीं कर सकीं। ये सबालेंका का इस साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। साल की शुरुआत में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ओपन अपने नाम किया था।
जीत के बाद सबालेंका का बयान
इस खिताबी जीत के बाद साबलेंका ने कहा कि उनके लिए ये सपने के सच होने जैसा है। सबालेंका ने कहा, "मैं निशब्द हूं। ये हमेशा से मेरा सपना रहा है और आखिरकार मेरे हिस्से ये सुंदर ट्रॉफी आ ही गई। अगर आप लगातार मेहनत करते हैं और अपने सपने के लिए त्याग करते हैं तो एक दिन आपको ये मिलेगा ही। मुझे अपने आप पर गर्व है। मुझे मेरी टीम पर गर्व है। चाहे कुछ भी हो, वो मेरे साथ खड़े रहते हैं और मुझे सुंदर ट्रॉफियों तक पहुंचाते हैं।"
पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक की एफ41 स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले पानीपत के एथलीट नवदीप सिंह ने इतिहास रच दिया है। टोक्यो में चौथे स्थान से संतोष करने वाले नवदीप ने बताया कि उन्हें बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि गुरुवार को सम्मान समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनसे कैप पहनने के लिए जमीन पर बैठ जाएंगे। थ्रो के बाद अपने गुस्से के लिए इंटरनेट मीडिया पर चर्चा का विषय बने नवदीप ने बताया कि भारत की जर्सी पहनते ही अपने आप जोश आ जाता है। स्वर्ण पदक विजेता एथलीट ने बताया कि उन्होंने नीरज चोपड़ा से प्रेरणा लेकर ही भाला फेंक शुरू किया था और तय किया था कि उनका कद छोटा है, पर वह उनके काम बड़े होंगे। अभिषेक त्रिपाठी ने नवदीप से विशेष बातचीत की, पेश हैं मुख्य अंश..
प्रधानमंत्री से भेंट कैसी रही? उस प्रसंग के बारे में बताइए जब प्रधानमंत्री कैप पहनने के लिए जमीन पर बैठ गए?
सभी एथलीटों को सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री ने घर पर बुलाया था। वहां उन्होंने हमें आगे के लिए प्रोत्साहित किया। मैंने सर को कैप गिफ्ट की। मैं सोच रहा था कि उन्हें पहनाऊं या कैसे कहूं लेकिन प्रधानमंत्री इतने सहज हैं। उन्होंने पता चल गया और उन्होंने कहा कि मैं नीचे बैठ जाता हूं और मैंने उन्हें कैप पहना दी। यह मेरे लिए बेहद चौंकाने वाला घटनाक्रम था। मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि प्रधानमंत्री ऐसा करेंगे, पर बहुत अच्छा लग रहा है कि सर ने हमें इतना सम्मान दिया। हमें उन्होंने देश का भविष्य कहकर संबोधित किया।
आप उन्हें टोपी पहनाने गए थे या सिर्फ देने गए थे?
भइया टोपी नहीं कैप कहिए (हम दोनों ही हंस दिए)। मुझे बहुत डर लग रहा था। मैं उन्हें कैप गिफ्ट करने गया था, लेकिन मन में इच्छा हुई कि उन्हें पहना दूं। पर अगर वह ले भी लेते तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात होती। हालांकि, उन्होंने जो किया वह उम्मीदों से काफी अधिक था। बहुत अच्छा लग रहा था।
प्रधानमंत्री ने भी जीतने के बाद आपके आक्रामक जश्न पर बात की। यह विराट कोहली से मिलता जुलता है इतनी आक्रामकता कैसे आती है?
जब मैं थ्रो कर रहा था तब मुझे नवदीप के नाम से कोई नहीं जान रहा था। उधर, मैं सिर्फ देश की जर्सी पहने हुए था और लोग मुझे केवल एक भारतीय एथलीट के रूप में जान रहे थे। मैं वहां भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा था। जब शरीर पर हर जगह इंडिया लिखा हो तो जोश अपने आप आ जाता है। उसके लिए कुछ करना नहीं पड़ता है वह स्वयं आ जाता है।
भारत और बांग्लादेश के बीच 19 सितंबर से जो पहला टेस्ट शुरू होगा, वो कई मायनों में बहुत खास होने वाला है। इस बीच टीम इंडिया अगर बांग्लादेश को पहले ही टेस्ट में पटकनी देती है तो वो साउथ अफ्रीका की बराबरी पर पहुंच जाएगी। इसके साथ ही कुछ और कीर्तिमान बनते हुए नजर आ सकते हैं।
ऑस्ट्रेलिया है सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने वाली टीम
दरअसल टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम की बात की जाए तो वो ऑस्ट्रेलिया है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक कुल मिलाकर 414 टेस्ट मुकाबले जीते हैं। उसके अलावा कोई दूसरी टीम नहीं है, जिसने 400 से ज्यादा टेस्ट ना जीते हों। इसके बाद दूसरे नंबर पर इंग्लैंड की टीम आती है। उसने अब तक 397 टेस्ट मैच जीतने में कामयाबी हासिल की है।
भारत को चेन्नई में मिल सकती है 179वीं जीत
भारतीय टीम चेन्नई टेस्ट जीतकर साउथ अफ्रीका के 179 जीत की बराबरी कर सकती है और इसके बाद इसी सीरीज का दूसरा मैच जो कानपुर में होना है, उसे भी जीतकर साउथ अफ्रीका को पीछे कर जीते हुए मैचों की संख्या 180 तक पहुंचा सकती है। खास बात ये भी है कि भारत ने अब तक 178 मैच जीते हैं और इतने ही मुकाबले हारे भी हैं। यानी जीत और हार बराबर हैं।
टीम इंडिया के हो सकते हैं हारे हुए मैचों से ज्यादा जीते हुए मैच
भारत के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब भारत के जीते हुए मैच हारे हुए मैचों से ज्यादा हो जाएंगे, ये किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। इतना ही नहीं भारत अगर दोनों मैच जीतकर बांग्लादेश का सूपड़ा साफ करता है तो फिर उसे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप प्वाइंट्स टेबल में भी जबरदस्त उछाल मिलेगा। जो उसे फाइनल तक ले जाने में सहायक साबित होगा।
वेस्टइंडीज ने भी जीते हैं भारत से ज्यादा टेस्ट मुकाबले
वेस्टइंडीज की टीम भी इस मामले में काफी आगे है। टीम ने अब तक कुल 183 टेस्ट मैच अपने नाम किए हैं। चौथे नंबर पर आती है साउथ अफ्रीका की टीम। साउथ अफ्रीका ने अब तक 179 मैच जीते हैं। इस मामले में इसके बाद नंबर आता है भारतीय टीम का। भारत ने अब तक 178 मैच अपने नाम किए हैं। यानी उसे साउथ अफ्रीका की बराबरी के लिए एक मैच जीतना है, जो काम चेन्नई में हो सकता है।
श्रीलंका क्रिकेट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले जाने वाले दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए अपनी 16 सदस्यीय स्क्वॉड का एलान कर दिया है। दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 18 सितंबर से हो रहा है। गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में यह सीरीज खेली जाएगी।
धनंजय डी सिल्वा की कप्तानी में ओशदा फर्नांडो की काफी समय बाद वापसी हुई है। वहीं, दिमुथ करुणारत्ने, एंजेलो मैथ्यूज और दिनेश चांदीमेल जैसे अनुभवी प्लेयर्स को बरकरार रखा गया है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंकाई टीम का एलान
दरअसल, न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली जाने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंकाई टेस्ट टीम में निशान मधुशंका को जगह नहीं मिली, जबकि सदीरा समरविक्रमा और ओशदा फर्नांडो की वापसी हुई है।
फर्नान्डो ने 2019 में टेस्ट डेब्यू किया था और 2023 से अब तक उन्होंने कोई इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ 122 और 80 रन की पारी खेली है। इस मैच में उनकी पारी की मदद से श्रीलंका ए टीम को जीत मिली।
समरविक्रमा हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर गई श्रीलंकाई टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें टीम में शामिल किया गया। उनसे उम्मीद है कि अगर उन्हें प्लेइंग-11 में शामिल किया जाता है तो वह टीम के मिड ऑर्डर को मजबूती देने का काम कर सकते हैं।
रमेश मेंडिस को भी टीम में जगह मिली है, जिन्होंने 14 टेस्ट मैच खेलते हुए 63 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 6/70 का रहा।
टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंकाई टीम
धनंजय डी सिल्वा (कप्तान), दिमुथ करुणारत्ने, पथुम निसांका, कुसल मेंडिस, एंजेलो मैथ्यूज, दिनेश चांदीमल, कामिंदु मेंडिस, सदीरा समरविक्रमा, ओशादा फर्नांडो, असिथा फर्नांडो, विश्वा फर्नांडो, लाहिरू कुमारा, प्रभात जयसूर्या, रमेश मेंडिस, जेफरी वेंडरसे और मिलन रथनायके।
भारतीय क्रिकेट को सबसे लंबे समय तक अपनी सेवाएं देने वाले सक्रिय क्रिकेटर्स में पीयूष चावला शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं। लेग स्पिनर ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2012 में खेला था, लेकिन इसके बाद वह आईपीएल में सक्रिय रहे और 2023 व 2024 सीजन में मुंबई इंडियंस के लिए प्रमुख भूमिका निभाई।
पीयूष चावला 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप दोनों विजेता टीमों का हिस्सा रहे। भारत ने ये दोनों ट्रॉफी एमएस धोनी की कप्तानी में जीती थी। चावला ने भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू 2006 में मोहाली के पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ किया था। पीयूष चावला भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। भारत के लिए सबसे कम उम्र में टेस्ट डेब्यू का रिकॉर्ड महान सचिन तेंदुलकर के नाम दर्ज है, जिन्होंने 16 साल और 205 दिन की उम्र में अपना पहला टेस्ट खेला था। पीयूष चावला ने 17 साल और 75 दिन की उम्र में टेस्ट डेब्यू किया था।
संन्यास पर क्या बोले पीयूष चावला
35 साल के पीयूष चावला ने अपने संन्यास की योजना के बारे में बात करते हुए कहा कि वो एमएस धोनी से ज्यादा समय खेलेंगे। बता दें कि 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एमएस धोनी इस समय 43 साल के हैं और आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
सचिन-अर्जुन का क्या किस्सा है?
पीयूष चावला ने शुभांकर मिश्रा के यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए एक मजेदार किस्सा बताया। उन्होंने बताया कि एक बार पृथ्वी शॉ ने उन्हें संन्यास लेने के लिए कहा था। तब लेग स्पिनर ने सचिन तेंदुलकर-अर्जुन का मजेदार उदाहरण देकर चुप करा दिया था। चावला मुंबई इंडियंस में अर्जुन के साथी थे जबकि भारतीय टीम में वो उनके पिता सचिन तेंदुलकर के साथ खेलते थे। चावला ने कहा, ''मेरे से पहले माही भाई संन्यास लेंगे। कुछ समय पहले पृथ्वी शॉ ने कहा था- बस करो यार अब पीसी भाई। मैंने कहा, मैं सचिन पाजी और उनके बेटे अर्जुन दोनों के साथ खेल चुका हूं। मैं तुम्हारे साथ खेल रहा हूं और तुम्हारे बेटे के साथ खेलने के बाद संन्यास लूंगा।''
संजू सैमसन भारतीय क्रिकेट के जाने माने सितारे हैं. उन्होंने अब फुटबॉल में एंट्री मार ली है. अगर आप सोच रहे हैं कि उन्होंने क्रिकेट छोड़कर फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल, उन्होंने केरल की एक फुटबॉल फ्रेंचाइजी में हिस्सेदारी खरीदी है. सैमसन केरल के रहने वाले हैं. उनके राज्य में सुपर लीग केरल नाम से एक नई फुटबॉल लीग शुरू हुई है. उन्होंने इस लीग की मलप्पुरम फुटबॉल क्लब में हिस्सेदारी खरीदी है. इसके साथ ही अब वो इस के को-ओनर बन गए हैं. मलप्पुरम एफसी ने सोमवार 9 सितंबर को सोशल मीडिया पर इसकी आधिकारिक जानकारी दी.
सभी अफवाहों पर लगा विराम
सुपर लीग केरल की शुरुआत इसी साल हुई है. यह लीग का शुरुआती सीजन है और मुकाबले शुरू होने से पहले ही खबरें आने लगी थीं कि सूंज सैमसन किसी टीम की हिस्सेदारी खरीदकर मालिक बन सकते हैं. अब मलप्पुरम एफसी की ओर से खुद सैमसन ने इसका आधिकारिक ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही सभी अफवाहों से पर्दा उठ चुका है. अजमल बिस्मी, डॉ. अनवर अमीन चेलट और बेबी नीलांबरा के साथ अब सैमसन भी मलप्पुरम एफसी के मालिक होंगे.
गांगुली, धोनी और कोहली भी हैं मालिक
संजू सैमसन से पहले कई भारतीय क्रिकेटर्स फुटबॉल टीम के मालिक बन चुके हैं. उनकी फुटबॉल फ्रेंचाइजी में हिस्सेदारी है. भारत के दिग्गज क्रिकेटर सौरव गांगुली मशहूर फुटबॉल फ्रेंचाइजी मोहन बगान के को-ओनर हैं. वहीं महेंद्र सिंह धोनी के पास चेन्नईयिन एफसी में हिस्सेदारी है. इसके अलावा विराट कोहली गोवा एफसी में मालिकाना हक रखते हैं.
दलीप ट्रॉफी में संजू सैमसन की उम्मीदें
दलीप ट्रॉफी से भारतीय क्रिकेट के घरेलू सीजन की शुरुआत हो चुकी है. पहले राउंड में इंडिया बी ने इंडिया ए को और इंडिया सी ने इंडिया डी को हराया था. हालांकि, टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले इसमें हिस्सा लेने वाले तीन खिलाड़ी ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव और प्रसिद्ध कृष्णा चोटिल होकर पहले दौर से बाहर हो गए थे. इसके बाद इंडिया डी की टीम में ईशान किशन की जगह संजू सैमसन को शामिल किया था. सैमसन को पहले मैच में खेलने का मौका नहीं मिला था. उनकी जगह श्रीकर भरत ने खेला था लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. ऐसे में अगले राउंड में सैमसन को चांस मिलने की उम्मीद है.
Women’s T-20 World Cup 2024 के लिए न्यूजीलैंड ने टीम का ऐलान कर दिया है. टीम के 15 खिलाड़ियों को देखकर साफ पता चलता है कि न्यूजीलैंड ने जोश से ज्यादा अनुभव को तरजीह दी है. ऐसा इसलिए क्योंकि 15 खिलाड़ियों में सिर्फ एक ही खिलाड़ी ऐसी है, जिसके पास T-20 वर्ल्ड कप खेलने का पुराना अनुभव नहीं है. टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज को छोड़कर बाकी सभी के पास पहले T-20 वर्ल्ड कप खेलने का अनुभव रहा है. 6 महीने बाद रोजमैरी मायर की वापसी से टीम की गेंदबाजी को मजबूती मिली है. वहीं 2 खिलाड़ी ऐसे हैं जो 9वीं बार Women’s T-20 World Cup में खेलते दिखेंगे.
सोफी डिवाइन और सूजी बेट्स का 9वां T-20 World Cup
अक्टूबर में शुरू होने वाले Women’s T-20 World Cup 2024 में न्यूजीलैंड की टीम सोफी डिवाइन की कप्तानी में अपना दावा पेश करेगी. सोफी डिवाइन उन 2 खिलाड़ियों में एक हैं, जो अपने 9वें Women’s T-20 World Cup 2024 में खेलती दिखेंगी. इनके अलावा दूसरी खिलाड़ी सूजी बेट्स हैं, जिनके लिए ये 9वां Women’s T-20 World Cup 2024 होगा. बतौर कप्तान सोफी डिवाइन के लिए ये आखिरी Women’s T-20 World Cup 2024 होगा. ऐसे में वो जरूर चाहेंगी कि कप्तानी करियर का अंत खिताबी जीत के साथ किया जाए.
6 महीने बाद लौट रही ये गेंदबाज
न्यूजीलैंड की टीम में जिस खिलाड़ी ने 6 महीने बाद वापसी की है, वो रोजमैरी मायर हैं. रोजमैरी को इस साल मार्च में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू T-20 सीरीज में बैक इंजरी हो गई थी. उसके बाद से वो टीम के साथ नहीं थीं. लेकिन, अब उनकी वापसी हो चुकी है. न्यूजीलैंड के पेस अटैक के लिए ये एक अच्छी खबर है क्योंकि इससे उसकी तेज गेंदबाजी की ताकत बढ़ी है. रोजमैरी ने न्यूजीलैंड के लिए अब तक 24 T-2Oखेले हैं, जिसमें उन्होंने 18 विकेट चटकाए हैं. रोजमैरी ने भारत के खिलाफ अपना T-20 डेब्यू किया था.
टीम की ताकत देखकर हेड कोच खुश
न्यूजीलैंड ने इजी गेज को Women’s T-20 World Cup 2024 के लिए अपना विकेटकीपर चुना है. इजी गेज अपनी टीम की एकमात्र ऐसी खिलाड़ी है, जिनके पास Women’s T-20 World Cup में खेलने का अनुभव नहीं है. अपनी टीम की कॉम्बिनेशन और ताकत देखकर हेड कोच बेन सॉयर काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि मुझे बड़ी खुशी हो रही है ये बताते हुए कि हमने अपनी बेस्ट 15 चुनी है, जो किसी भी कंडीशन में मैच खेलने और जीतने का दमखम रखती है.
4 अक्टूबर को भारत से न्यूजीलैंड का पहला मैच
Women’s T-20 World Cup 2024 का आगाज 3 अक्टूबर से होना है. उससे पहले न्यूजीलैंड 29 सितंबर को अपना पहला वॉर्म अप मैच साउथ अफ्रीका से जबकि 1 अक्टूबर को दूसरा वॉर्म अप मैच इंग्लैंड से खेलेगी. इसके बाद 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड अपना पहला मैच भारत के खिलाफ खेलेगी.