ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली । स्पिनर प्रज्ञान ओझा ने कहा है कि उन्हें महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का विकेट लेने पर विशेष उपहार के तौर पर एक घड़ी मिली थी। प्रज्ञान साल 2009 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम डेक्कन चार्जर्स में शामिल थे। इस दौरान टीम के एक सहमालिक ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच से पहले उनसे सचिन को आउट करने पर उपहार देने की बात कही। प्रज्ञान ने कहा, 'यह दक्षिण अफ्रीका में खेले गए आईपीएल का वाकया है। डरबन में हमारा मैच मुंबई इंडियंस से था।' मैच से पहले टीम के एक सहमालिक मेरे पास आए। वह मुझे बचपन से जानते हैं। उस समय मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा था, उसी को देखते हुए उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं सचिन का विकेट लेता हूं तो वह मुझे एक विशेष उपहार देंगे।'
ओझा ने बताया, 'तब मैंने उनसे कहा कि अगर मैंने सचिन पाजी का विकेट लिया तो मुझे एक घड़ी चाहिए। वह जानते थे कि मैं घड़ी का शौकीन हूं। अगले दिन ऐसा हो भी गया। मुझे सचिन पाजी का विकेट मिला। टीम मालिक ने अपना वादा निभाया और मुझे घड़ी उपहार में दी।' इस मैच में प्रज्ञान ने शानदार प्रदर्शन कर डेक्कन चार्जर्स को 12 रन की जीत भी दिलाई थी। वह मुंबई इंडियंस टीम में लंबे समय तक सचिन के साथ ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहे हैं। यहां तक कि सचिन के संन्यास वाली टेस्ट सीरीज ही प्रज्ञान ओझा के लिए भी आखिरी साबित हुई थी।
लंदन । इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर अमर विर्दी के पास भले ही अनुभव की कमी है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि 8 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए वह टीम में जगह बनने में सफल रहेंगे। प्रथम श्रेणी में महज 23 मैचों के अनुभव वाले 21 साल के इस खिलाड़ी को टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए जैक लीच, डॉम बेस, मैट पार्किंसन और मोईन अली जैसे अधिक अनुभवी स्पिनरों को पछाड़ना होगा।
सरे की ओर से खेलने वाले अमर विर्दी को वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए 30 सदस्यीय ट्रेनिंग ग्रुप में शामिल किया गया है। अगर वह टीम में जगह बनाने में सफल होते हैं, तो मोंटी पनेसर और रवि बोपारा के बाद सिख समुदाय के तीसरे खिलाड़ी बनेंगे। विर्दी ने शुक्रवार को कहा जाहिर है कि मैं यहां हूं इसलिए मैं चाहता हूं कि टेस्ट क्रिकेट खेलूं। मैं अपनी तरफ से पूरा प्रयास करता रहूंगा, ताकि टीम में जगह बना सकूं।’ विर्दी ने कहा कि वह पहले टेस्ट के लिए टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा मैं वास्तव में इस तरह प्रभावित करने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं अपनी चीज करना चाहता हूं और चाहता हूं कि मैं जो हूं वही रहूं। कुछ और करने की जगह मैं अपने कौशल से प्रभावित करने की कोशिश करता हूं। विर्दी ने कहा मैं निश्चित रूप से पहले टेस्ट मैच में खेलना चाहता हूं, या कम से कम टीम में जगह पक्की करना चाहता हूं। अगर मैं ऐसा नहीं करना चाहता था, तो शायद मुझे यहां नहीं होना चाहिए। मुझे खुद पर बहुत गर्व है कि मैं इस मुकाम पर पहुंचा हूं। मेरे लिए अगला चरण टेस्ट में जगह बनाने को लेकर है। इसके लिए मैं मेहनत जारी रखूंगा।
विर्दी ने प्रथम श्रेणी के 23 मैचों में 69 विकेट लिए हैं। उन्होंने कहा कि वह आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं और हमेशा विकेट की तलाश में रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आपको आक्रामक और हमेशा विकेट चटकाने के लिए तैयार होने की जरूरत है। हो सकता है कि पिचें हमेशा आपके अनुकूल न हों, लेकिन एक स्पिनर के तौर पर बल्लेबाजों को रोकने की कोशिश करते है। परिस्थितियां कैसी भी हो मेरी नजर हमेशा विकेट चटकने पर होती है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विकेटकीपर बल्लेबाज तानिया भाटिया ने कहा है कि दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज महेन्द्र सिंह धोनी से तुलना होना मेरे लिए सम्मान की बात है। पिछले साल महिला आईपीएल में तानिया ने जब तेजी से न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन को स्टंप किया तो प्रशंसकों को उनमें महेंद्र सिंह धोनी की झलक दिखने लगी। तानिया ने कहा, 'दरअसल, पिछले साल महिला आईपीएल के दौरान मैंने डिवाइन की गेंद पर स्टंप किया तो मेरी एक दोस्त ने मुझे स्क्रीनशॉट भेजा जिस पर लिखा था, 'यह धोनी स्टाइल है।' हालांकि इस खिलाड़ी ने कहा, 'धोनी से मेरी तुलना हो नहीं सकती है पर मुझे यह बहुत बड़ी तारीफ लगती है, जब लोग कहते हैं कि उन्हें मुझमें धोनी की झलक दिखाई देती है। दरअसल, यह बात मुझे अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है। मैं उनसे प्रेरणा लेती हूं। उनका हाथ और आंखों का तालमेल कमाल का है।' धोनी के अलावा तानिया ऑस्ट्रेलिया के नंबर एक विकेटीपर बल्लेबाज रहे एडम गिलक्रिस्ट की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं।
तानिया ने कहा, ' गिलक्रिस्ट मेरे आदर्श हैं। मैं आठ साल की थी जब मैं उनसे मिली थी। उस समय वह किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेल रहे थे। टीम का अभ्यास सत्र चल रहा था इसके बाद भी उन्होंने मुझसे बात की थी।' 16 साल की उम्र में तान्या को भारत 'ए' टीम में जगह मिली। इसके बाद वह भारतीय महिला टीम में जगह बनाने वाली चंडीगढ़ की पहली खिलाड़ी बनीं हैं। विकेटकीपिंग उन्हें विरासत में मिली है। तानिया ने कहा , ' क्रिकेट मुझे विरासत में मिला, मेरे पिता संजय भाटिया पंजाब के लिए रिजर्व प्लेयर थे और मेरे अंकल भी विकेटकीपर थे। मैं आठ साल की उम्र से ही विकेटकीपिंग करने लगी थी।'
वाशिंगटन । वीनस विलियम्स पश्चिमी वर्जीनिया में 12 जुलाई से शुरू होने वाली विश्व टीम टेनिस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। यह 15वां अवसर होगा जबकि विश्व की यह पूर्व नंबर एक खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। वीनस तीन सप्ताह तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली नौ टीमों में से वाशिंगटन कैस्टल्स का प्रतिनिधित्व करेंगी।
इस प्रतियोगिता के मैच आम तौर पर देश के विभिन्न स्थानों पर खेले जाते हैं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए आयोजकों ने इस बार इसका आयोजन एक ही स्थल पर करने का निर्णय लिया है। वीनस ने अपने करियर में सात ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं, जिनमें पांच विंबलडन और दो यूएस ओपन के खिताब हैं। उन्होंने अपनी छोटी बहन सेरेना के साथ मिलकर 14 महिला युगल ग्रैंडस्लैम खिताब भी जीते हैं। विश्व टीम टेनिस के आउटडोर कोर्ट पर खेले जाने वाले प्रत्येक मैच में 500 दर्शकों को आने की अनुमति होगी। इंडोर कोर्ट में केवल 200 दर्शकों और 50 कर्मचारियों को ही आने की अनुमति मिलेगी।
मुंबई। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के बाद पहली बार मैदान पर अभ्यास शुरु किया। कोरोना वायरस संक्रमण के बाद से ही अभी दुनिया भर में क्रिकेट मुकाबले बंद हैं। रोहित काफी समय बाद मैदान में उतरने से उत्साहित नजर आये। इस आक्रामक बल्लेबाज ने अपना अंतिम मुकाबला न्यूजीलैंड में टी20 सीरीज के दौरान खेला था और उसके बाद हैमस्ट्रिंग चोट के कारण वह बाहर हो गये थे। रोहित ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा, ‘पार्क में वापसी करना अच्छा रहा, कुछ ट्रेनिंग की, काफी लंबे समय बाद अपने को महसूस किया।’ पोस्ट से यह पता नहीं चल सका कि उन्होंने किस मैदान पर अभ्यास शुरु किया है। कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए 25 मार्च को लगे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बाद से ही रोहित भी टीम के अन्य साथी खिलाड़ियों की तरह अपने घर पर ही हैं। वहीं टेस्ट टीम के उनके साथी चेतेश्वर पुजारा ने भी हाल ही में राजकोट में नेट पर बल्लेबाजी अभ्यास किया था। वहीं तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर पिछले महीने अभ्सास शुरू करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर थे, उन्होंने पालघर जिले में बोइसर में नेट पर गेंदबाजी की थी।
जमैका । वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने कहा है कि जिस प्रकार पाकिस्तान में क्रिकेटर कोरोना संक्रमित हो रहे हैं, ऐसे में तो पाक टीम को जल्द से जल्द इंग्लैंड दौरे पर चले जाना चाहिये। अब तक इंग्लैंड दौरे के लिए संभावित 28 खिलाड़ियों में से 10 संक्रमित पाये गये हैं। होल्डिंग ने कहा ,‘‘ ऐसा लगता है कि इस समय पाक टीम के लिए अपने देश में रहने की जगह इंग्लैंड में रहना अधिक सुरक्षित रहेगा।’’ इसलिए उसे इंग्लैंड चले जाना चाहिये। वहां पहुंचकर वे जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहेंगे।’’ पाकिस्तान को तीन टेस्ट और तीन टी20 मैचों की श्रृंखला खेलने 28 जून को इंग्लैंड रवाना होना है। होल्डिंग ने इंग्लैंड में लॉकडाउन में ढील दिये जाने का हवाला देते हुए कहा कि इससे संकेत मिलता है कि वहां हालात ठीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा ,‘‘ अब छह फीट दूरी का नियम घटाकर तीन फीट या एक मीटर किया जा रहा है। वहां हालात सुधर रहे हैं। पाक टीम को वहां पहुंचने पर दो सप्ताह पृथकवास में रहना होगा जैसे कि मैं रह रहा हूं।उसके बाद वे जैविक रूप से सुरक्षित क्षेत्र में रहेंगे।’’ होल्डिंग ने यह भी कहा कि अगर इंग्लैंड में लोग पाक टीम के दौरे पर आपत्ति करते हैं तो कोई गलत नहीं है। उन्होंने कहा ,‘‘ अगर कोई कहता है कि यह दौरा नहीं होना चाहिये तो वह ईसीबी या इंग्लैंड के लोग कह सकते हैं क्योंकि पाकिस्तानी में संक्रमण तेजी से बढ रहा है।’’
लंदन । इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वुड को डर है कि कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका से अगर अब भी निचले स्तर पर क्रिकेट की शुरुआत नहीं हुई तो नई प्रतिभाएं सामने नहीं आयेंगी। बुड ने कहा कि ऐसे में इंग्लैंड को भविष्य में ऑलराउंडर बेन स्टोक्स या जो रूट जैसे बल्लेबाज शायद ही मिल पायें। वुड ने कहा कि अधिकतर लोग निचले स्तर पर खेल शुरु किये जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमें इस खेल से जुड़ने वाले अगले स्टोक्स, रूट, आदि से वंचित नहीं होना चाहते हैं।’’ कोविड-19 महामारी के कारण क्रिकेट भी बेहद प्रभावित हुआ है। मार्च से ही इंग्लैंड में क्रिकेट गतिविधियां रुकी हुई हैं। यहां तक कि देश में लॉकडाउन नियमों में ढील दिये जाने के बाद भी निचले स्तर पर खेल नहीं हो पा रहा है। इससे पहले वुड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जुलाई में होने वाली तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला को लेकर जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में अभ्यास करने को ‘अजीब’ बताते हुए कहा था कि यह एक ‘साइंटिफिक फिल्म’ की तरह नजर आता है। इंग्लैंड का 30 सदस्यीय ट्रेनिंग ग्रुप आठ जुलाई से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से पहले एजियास बाउल में जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में तैयारी कर रहा है। तीन मैचों की इस श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी भी होगी जो कोरोना वायरस महामारी के कारण रुका हुआ है।
लंदन । इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने देश के प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जतायी है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर प्रतिबंध जारी रहना चाहिये। जॉनसन ने क्रिकेट की गेंद से संक्रमण फैलने की आशंका जतायी थी। वहीं जॉनसन के बयान से नाराज वॉन ने ट्वीट किया, 'हर खिलाड़ी की जेब में हैंड सेनेटाइजर है, जब भी आप गेंद को छुएं तो इसका इस्तेमाल करें। ऐसे में क्रिकेट की शुरुआत चार जुलाई से होनी चाहिए। इस तरह की बेकार बातों के लिए अब समय नहीं है।'जॉनसन के बयान से इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच अगले माह 8 जुलाई से होने वाली सीरीज पर कोई प्रभाव और इसी सीरीज से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने भी इससे पहले एक बयान जारी किया था। इसमें बोर्ड ने कहा था, 'ईसीबी और देश के खिलाड़ी अपने खेल की जल्दी और सुरक्षित वापसी चाहते हैं। हम सरकार के साथ इस लक्ष्य को हासिल करने में लगे हैं।' बोर्ड ने आगे कहा था, 'हमें लगता है कि क्रिकेट में एक-दूसरे के संपर्क में आने का खतरा बेहद कम खतरा है। यह उतनी ही सुरक्षा के साथ खेला जा सकता है जितनी सुरक्षा से अन्य खेलों को फिलहाल इजाजत मिली हुई है। इसलिए हम इसे तय समय पर ही शुरु करना चाहते हैं।'
नई दिल्ली । भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश आजकल ब्रेक के दौरान अपने घर में हैं। श्रीजेश ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते दो महीने से अधिक समय तक भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंग्लुरु केंद्र में रहने के कारण वह और कई और खिलाड़ी मानसिक रूप से कमजोर हो रहे थे और अपने को प्रेरित रखने के लिए उन्होंने इस दौरान ‘प्रेरणादायी’ किताबें पढ़ी। श्रीजेश ने कहा, ‘यह काफी मुश्किल समय था क्योंकि हमारी जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई थी। ऐसे में अपने विचारों में संतुलन बनाना था।’श्रीजेश ने माना कि लॉकडाउन के दौरान नकारात्मक विचारों को दूर रखना मुश्किल था पर वह अमेरिकी ट्रायथलीट जोआना जीगर की ‘द चैंपियन्स माइंडसेट- एन एथलीट्स गाइड टू मेंटल टफनेस’ किताब पढ़कर मानसिक रूप से मजबूत रह पाए। उन्होंने कहा, ‘एक तरफ तो मुझे घर की याद आ रही थी और दूसरी तरफ मैं परिजनों को घर जाकर खतरे में नहीं डालना चाहता था क्योंकि यात्रा के दौरान वायरस से संक्रमित होने का खतरा था।’ श्रीजेश ने कहा, ‘इसलिए शांति के लिए मैंने किताबों का सहारा लिया। लॉकडाउन के दौरान मैंने काफी किताबें पढ़ी, फिक्शन, नॉन फिक्शन से लेकर प्रेरणादाई किताबें। इसने मुझे अलग तरह से सोचने में मदद की। चैंपियन्स माइंडसेट ऐसी किताब है जो मैंने दोबारा पढ़ी।’ श्रीजेश अभी 14 दिन के लिए अब अपने घर में ही पृथकवास में हैं और इसके बाद ही अपने बच्चों के साथ खेल पाएंगे और घर से बाहर निकल पाएंगे।
टोक्यो । ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड को 2023 महिला विश्व कप की संयुक्त मेजबानी मिलनी तय है। इससे पहले जापान फुटबॉल संघ (जेएफए) ने अपनी मेजबानी की दावेदारी वापस ले ली। जापान के हटने से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की राह आसान हो गयी है। जेएफए ने टोक्यो में ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दावेदारी से हटने की बात कही है। जेएफए के अध्यक्ष कोजो ताशिमा ने कहा, ‘हमने 2023 महिला विश्व कप की मेजबानी की अपनी दावेदारी वापस लेने का फैसला किया है हालांकि उन्होंने इसे एक निराशाजनक फैसला बताया पर कहा कि इसके अलावा विकल्प नहीं था।’ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की संयुक्त दावेदारी को इस महीने की शुरुआत में फीफा से सर्वश्रेष्ठ आकलन अंक मिले थे। जापान की दावेदारी दूसरे, वहीं कोलंबिया की तीसरे स्थान पर रही थी। फुटबॉल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा को गुरुवार को स्विट्जरलैंड में विजेता के नाम की घोषणा करनी है। जापान की बोली को 3.9 अंक दिए गए थे जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की दावेदारी को संभावित पांच में से 4.1 अंक मिले थे। कोलंबिया को 2.8 अंक मिले थे। जापान ने 2011 में महिला वर्ल्ड कप खिताब जीता था जबकि 2015 में टीम उपविजेता रही थी। अमेरिका ने फ्रांस ने पिछला टूर्नमेंट जीतने के अलावा कुल चार बार विश्व खिताब जीता है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की टीमें कभी टॉप-4 में जगह नहीं बना पाई हैं। तोक्यो में इस साल होने वाले ओलंपिक खेलों को भी अगले साल तक स्थगित किया गया है। जापान इसके अलावा 2030 में सापोरो में विंटर ओलिंपिक की मेजबानी की दावेदारी भी पेश कर रहा है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अधिकारी के मुताबिक भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करना क्रिकेट के लिये प्रभावी कदम होगा। कानूनी विशेषज्ञ भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने के लिये वर्षों से वकालत कर रहे हैं क्योंकि क्रिकेट में भ्रष्ट गतिविधियों की जांच करते समय संबंधित अधिकारियों के हाथ कानून से बंधे होते हैं।
नयी दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की भ्रष्टाचाररोधी इकाई (एसीयू) के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करना उस देश में ‘सबसे प्रभावी कदम’ होगा जहां कड़ा कानून नहीं होने से ‘पुलिस के हाथ भी बंधे हुए’ हैं। कानूनी विशेषज्ञ भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने के लिये वर्षों से वकालत कर रहे हैं क्योंकि क्रिकेट में भ्रष्ट गतिविधियों की जांच करते समय संबंधित अधिकारियों के हाथ कानून से बंधे होते हैं। आईसीसी एसीयू के जांच समन्वयक स्टीव रिचर्डसन ने ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो’ से कहा, ‘‘अभी कोई कानून नहीं है। हमारे भारतीय पुलिस के साथ अच्छे संबंध हैं लेकिन उनके भी हाथ बंधे हुए हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भ्रष्टाचारियों के प्रयासों को नाकाम करने के लिये हरसंभव प्रयास करेंगे और हम उन्हें स्वतंत्र रूप से संचालन नहीं करने देते हैं और जितना संभव हो सकता है उनका जीना मुहाल करके रखते हैं। ’’ रिचर्डसन ने कहा, ‘‘लेकिन भारत में कानून बनने से पूरी परिस्थितियां बदल जाएंगी। अभी हम लगभग 50 मामलों की जांच कर रहे हैं और इनमें से अधिकतर भारत से जुड़े हुए हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर भारत मैच फिक्सिंग को लेकर कानून बनाता है तो खेल को सुरक्षित करने की दृष्टि से यह सबसे प्रभावी कदम होगा। ’’
भारत को अगले तीन वर्षों में आईसीसी की दो प्रतियोगिताओं की मेजबानी करनी है और ऐसे में रिचर्डसन ने भारत सरकार से मैच फिक्सिंग पर कानून बनाने का आग्रह किया जैसा कि उसके पड़ोसी श्रीलंका ने किया है जो 2019 में भ्रष्ट गतिविधियों को अपराध घोषित करने वाला दक्षिण एशिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में आईसीसी दो प्रतियोगिताओं टी20 विश्व कप (2021) और वनडे विश्व कप (2023) का आयोजन होगा।’’ रिचर्डसन और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) एसीयू के प्रमुख अजित सिंह एक पैनल चर्चा का हिस्सा थे जिसका विषय था ‘क्या भारत में मैच फिक्सिंग को अपराध घोषित करने की जरूरत है। ’’ रिचर्डसन ने कहा कि इस तरह का कानून बनने से खिलाड़ियों के बजाय उन भ्रष्ट लोगों को रोका जा सकेगा जो अभी खुले घूम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं कम से कम आठ लोगों के नाम भारतीय पुलिस या भारत सरकार को सौंप सकता हूं जो कि लगातार अपराध करते रहते हैं और मैच फिक्स करने के लिये खिलाड़ियों से संपर्क करने की लगातार कोशिश करते हैं।’’ भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी अजित सिंह ने भी स्वीकार किया कि मैच फिक्सिंग के लिये कोई उचित कानून नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ये वे लोग हैं जिनको लेकर मैं चाहूंगा कि उनकी जांच मैच फिक्सिंग कानून के अंतर्गत हो।
नई दिल्ली। इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और अब ब्रॉडकास्टर बन चुकी ईशा गुहा इंगलैंड क्रिकेट टीम द्वारा अपनाई गई विविधता पर फिदा हो चुकी हैं। दरअसल, खेल में नस्लवाद विषय पर एक कार्यक्रम में ईशा ने इंगलैंड टीम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा- हमारे पास क्रिकेट के साथ ही यह एक अवसर है क्योंकि यह खेल विभिन्न नस्लों, पृष्ठभूमि और धर्मों को पार करता है और सभी विभिन्न लोगों को एक साथ लाता है। गुहा ने कहा-यह खेल ही है जो वास्तविकता में सबको एकजुट करता है। इस वक्त इंग्लैंड की पुरुष टीम को देखिए जो इतनी विविध है। सबसे महत्वपूर्ण बात है प्रतिनिधित्व की। इंगलैंड टीम का प्रतिनिधित्व वह शख्स कर रहा है जोकि दूसरे देश (आयरलैंड) से है। हर कोई ऐसी टीम में अच्छा महसूस करेगा जहां विविधता हो। वहीं, कार्यक्रम के दौरान डैरेन सैमी ने भी नस्लवाद पर अपनी राय रखी। सैमी ने कहा- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जिस तरह भ्रष्टाचार विरोधी और डोपिंग के बारे में जागरूकता फैलाता है, वैसे ही उसे युवा क्रिकेटरों को नस्लवाद के खिलाफ शिक्षित करना चाहिए। दो बार के टी-20 विश्वकप चैंपियन टीम के कप्तान सैमी ने कहा- इस विषय के संबंध में व्यवस्थित स्तर पर शिक्षा की जरूरत है। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज इयान बिशप ने कहा कि वे दुनिया भर में समानता चाहते हैं। बिशप ने कहा- यहां कोई ऐसा नहीं है, जो मुफ्त में गिफ्ट मांग कर रहा है। हम सब बहुत लगन और मेहनत से काम करते हैं और दुनिया भर में समानता और हर किसी के लिए समान अवसर की वकालत करते हैं।
नई दिल्ली । पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली ने खुलासा किया है कि जब सचिन तेंडुलकर खेलते थे तब किसी खिलाड़ी में उन्हें स्लेज करने का साहस नहीं होता था। उन्होंने साथ यह भी कहा कि सचिन जिस तरह से गेंदबाजी करते थे उन्हें सिर्फ पार्ट-टाइम बोलर कहना ठीक नहीं होगा। बासित अली शो में उन्होंने भारतीय क्रिकेटरों से अपनी प्रतिस्पर्धा का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि मैदान पर और उसके बाहर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कैसा संबंध था। उनसे जब पूछा गया कि कौन सा विकेटकीपर उन्हें सबसे ज्यादा स्लेज करता था तो 49 वर्षीय अली ने पूर्व भारतीय विकेटकीपर नयन मोंगिया का नाम लिया। उन्होंने कहा, नयन मोंगिया बहुत डिस्टर्ब करते थे। वह ऐसी बातें करते थे, जो मैं यहां बता नहीं सकता। जब वह अंडर-19 टीम के साथ यहां आए तो मैं बहुत मासूम था, लेकिन बाद में मैं भी काफी शरारती बन गया। उन्होंने कहा अजय जडेजा भी काफी स्लेज किया करते थे वहीं नवजोत सिंह सिद्धू और विनोद कांबली पाकिस्तानी क्रिकेटर्स के निशाने पर रहते थे।
जमैका । वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल कैरेबियाई प्रीमियर लीग में नहीं खेलेंगे। गेल का करार सेंट लूसिया जाउक्स के साथ था पर इस आक्रामक बल्लेबाज ने लीग से अपना नाम वापस ले लिया है। गेल ने खिलाड़ियों के ड्रॉफ्ट बनने से एक दिन पहले ही निजी कारणों से अपना नाम वापस लिया है। यह लीग सरकार की सहमति मिलने पर त्रिनिदाद और टोबैगो में 18 अगस्त से 10 सितंबर तक खेली जाएगी। गेल ने अपने ईमेल में लिखा है कि लॉकडाउन के कारण वह अपने परिवार और बच्चों से नहीं मिल सके इस कारण अब वह अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए ब्रेक ले रहे हैं।’