ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
कुलदीप-चहल लगातार दो टी-20 सीरीज में नहीं चुने गएचाहर- सुंदर जैसे खिलाड़ियों को आजमा रहे हैं कोहली
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को भले ही मौजूदा सत्र में टी-20 क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम के साथ मौका नहीं मिला हो, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल होने वाले विश्व कप से पूर्व खेल के सबसे छोटे प्रारूप में इन्हें चुका हुआ मानना जल्दबाजी होगी. पिछले 24 महीनों में प्रभावी प्रदर्शन से सीमित ओवरों की टीम में जगह पक्की करने वाले कुलदीप और चहल को लगातार दो टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं दी गई, जिसमें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा घरेलू सीरीज भी शामिल है.
धर्मशाला में पहले टी-20 से पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा था कि वे राहुल चाहर और वॉशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों का आजमा रहे हैं, क्योंकि वे बल्लेबाजी में अधिक गहराई और लगातार 200 से अधिक का स्कोर बनाना चाहते हैं.
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कुलदीप और चहल को बाहर रखने के फैसले के संदर्भ में कहा, ‘इसके पीछे विचार यह है कि अगर बल्लेबाजी में गहराई है तो आप निश्चित तरीके से बल्लेबाजी कर सकते हैं. लेकिन इस तरह की गहराई के साथ आप पारंपरिक तरीके से नहीं खेल सकते. इंग्लैंड ने ऐसा ही किया. उन्होंने बल्लेबाजी में गहराई पर ध्यान केंद्रित किया क्योंकि वे 400 रन (वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में) बनाना चाहते थे और उन्होंने कई बार इसे हासिल किया.’
आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि भारत टी-20 में इसी तरह का आक्रामक रवैया अपनाना चाहता है और इसमें कुछ भी गलत नहीं है. अब उन्हें लगातार 220 रन बनाने की इच्छाशक्ति दिखानी होगी.’ चोपड़ा ने कहा, ‘आठवें, नौवें और 10वें नंबर तक बल्लेबाजी काफी महत्वाकांक्षी है (क्योंकि शायद 20 ओवरों के मैच में आपको इसकी जरूरत ही नहीं पड़े), लेकिन अगर आप 220 रन बनाने का प्रयास कर रहे हैं तो ठीक है.’
चोपड़ा का मानना है कि अगर कोई टीम विकेट चटकाने की अपनी क्षमता के साथ समझौता करना चाहती है तो उसे अधिक रन बनाने होंगे. इस पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज का मानना है कि चहल जल्द ही टी-20 में वापसी करेंगे. चहल फिलहाल सिर्फ वनडे अंतरराष्ट्रीय टीम का हिस्सा हैं, जबकि कुलदीप 50 ओवरों के प्रारूप और टेस्ट मैच दोनों टीमों में शामिल हैं, लेकिन अंतिम एकादश में उनका खेलना तय नहीं है.
चोपड़ा ने कहा, ‘चहल वापसी करेंगे. राहुल चाहर गेंदबाज हैं और आठवें नंबर पर शायद वॉशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी की जरूरत ही न पड़े.’ पूर्व भारतीय स्पिनर और अब स्पिन कोच सुनील जोशी ने युवाओं को आजमाने के कदम का स्वागत किया, लेकिन साथ ही चेताया कि ऐसी स्थिति स्पिनरों के मन में भ्रम पैदा कर सकती है.
जोशी ने कहा, ‘मैं सुझाव दूंगा कि कुलदीप और चहल जब राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं हों तो घरेलू क्रिकेट खेलें. यहां उंगली के स्पिनर या कलाई के स्पिनर का सवाल नहीं है. यह बल्लेबाजों को छकाने की रणनीति है.’ उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं कि युवा स्पिनर कैसा करते हैं और उन्हें पर्याप्त मौके दिए जाने चाहिए, लेकिन साथ ही अगर चहल और कुलदीप सिर्फ एक प्रारूप में खेलते हैं तो उनकी लय बिगड़ सकती है. सफेद गेंद का क्रिकेट पूरी तरह से लय पर निर्भर है.’
नई दिल्ली. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रविवार को धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच में बारिश के बाद मैदान गीला होने के कारण टॉस में देरी हुई है. लगातार बारिश के कारण मैदान में काफी पानी भर गया है. मैदानकर्मी हालांकि पानी निकालने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं ताकि मैदान को खेलने लायक बनाया जा सके.
धर्मशाला में शनिवार दोपहर बारिश हुई थी और रविवार को दोपहर से भी बारिश जारी थी. लेकिन करीब तीन बजे बारिश रुक गई है, लेकिन मैदान पर अभी भी कवर मौजूद हैं. बीसीसीआई ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर बारिश का वीडियो पोस्ट किया. धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम की हालत देखकर सोशल मीडिया पर फैंस भड़क उठे. ट्विटर पर फैंस ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए सवाल किया है कि इस मौसम में यहां मैच क्यों खेला जा रहा है. बता दें कि आखिरी बार 2018 में इन दोनों टीमों के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेली गई थी, तब भारत ने साउथ अफ्रीका को उसके घर पर 2-1 से मात दी थी. अब साउथ अफ्रीका पिछली सीरीज की हार का बदला लेने के लिए भारत दौरे पर है. बता दें कि आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में भारत का दौरा किया था.
तब तीन मैचों की सीरीज मेहमान टीम ने 2-0 से अपने नाम की थी, जबकि तीसरा मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था. दक्षिण अफ्रीका इकलौती ऐसी टीम है, जिसे भारत अपनी धरती पर टी-20 इंटरनेशनल में नहीं हरा पाया है.
धर्मशाला। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के साथ फोटो डालने से सोशल मीडिया पर उनके अंतरराष्ट्रीय संन्यास से जुड़ी अटकलों के बाद उन्होंने सबक सीख लिया है कि चीजों को कितने गलत तरीके से लिया जा सकता है। गुरुवार को कोहली ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर धोनी के साथ एक तस्वीर शेयर की जिसमें वह पूर्व कप्तान के सामने घुटने के बल सिर झुकाये बैठे दिखाई दिये थे। यह तस्वीर 2016 टी20 विश्व कप के मोहाली में हुए लीग मैच की थी जिसमें टीम ने आस्ट्रेलिया को हराया था। इसमें कोहली ने नाबाद 82 रन की पारी खेली थी लेकिन धोनी (नाबाद 18) के साथ विकेटों के बीच दौड़ ने सभी को हतप्रभ कर दिया था।
महिला वेट लिप्टरों ने चैम्पयिन ट्रापी पर कब्जा
राजनांदगांव। 17वीं राज्यस्तरीय 6 से 8 जिला तीन दिवसीय सबजुनि बालक एवं बालिक जुनि महिला पुरूष भारोन्तेल (वेट लिफिंटका) प्रति दल्ली राजहरा ओपन थियटर में आयोजित प्रतियोगिता के संबंध में जय भवानी व्यायाम शाला के संरक्षंक पुरूषोत्तम आजमानी ने बताया कि इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग 250 वेटलिप्टर खिलाड़ी भाग लिये, जिसमें रायपुर, धमतरी, बालोद, दुर्ग, राजनांदगांव, रायपुर, कबीरधाम, कोरबा, जसपुर आदि जिलो से खिलाड़ी भाग लिए सब जुनि व जुनि भारोन्तोलन स्पर्धा में 15 गोल्ड, 4 सिल्वर, 4 ब्राउंस मेडल जीतकर अपना राजनांदगांव का दबदबा बनाकर कायम रखा व व्यायाम शाला बालिका वेटलिप्टर आफ छग का खिताभ पर अपना कब्जा बनाया। स्पर्धा के संबंध में श्री आजमानी ने बताया कि महिला व बालिका वेटलिफ्टरों चैम्पियन बनकर छग चैम्पियन शिप ट्राफी पर अपना कब्जा बनाया। पुरूष वर्ग ने वेटलिप्टरों ने रतनअप चैम्पियनशीप ट्राफी पर अपना जगह बनाया 73 किग्रा वर्ग में गौरव सोनकर-सिल्वर मैडल, 81 किग्रा वर्ग में वैभव देवांगन गोल्ड मेडल बालिका वर्ग में कु. ज्ञानेश्वरी यादव- गोल्ड, 55 किग्रा में नेहा सोनकर गोल्ड, 51 कि. वर्ग में सोनाली यदु गोल्ड 22 किग्रा में दामनि ब्राउस मेडल- 64 किग्रा एकता बंजारे-गोल्ड +81 किग्रा में रिमझिम मेगी- गोल्ड जुनि बालक वर्ग में- 61 किग्रा वर्ग में संतोष साहू-गोल्ड 67 किग्रा वर्ग में मिथलेश सोनकर-गोल्ड 73 किग्रा वर्ग में गौरव-बाउस + 101 किग्रा वर्ग में प्रेमप्रकाश सिन्हा-गोल्ड मेंडल प्राप्त किये।
जुनि बालिका वर्ग में 45 की वर्ग में ज्ञानेश्वरी- गोल्ड 49 किग्रा वर्ग में रंजना यादव- सिल्वर, 55 किग्रा में नेहा-गोल्ड, 55 किग्रा में अंजली सिन्हा- ब्राउस मेडल, 51 किग्रा सोनाली- गोल्ड, 55 किग्रा में दामनी सिन्हा- ब्राउस मेडल, 64 किग्रा में एकता बंजारे- गोल्ड, 71 किग्रा में तानिया बंजारे-गोल्ड, 81 किग्रा में रिमझिम मेगी-गोल्ड शामिल है।
इन सभी खिलाडिय़ों के सफलता पर व्यायाम शाला के संरक्षक की पुरूषोत्तम आजमानी छग भारोत्तोलन संघ के उपाध्यक्ष अजय श्रीवास्तव, जिला भारोत्तोलन संघ के अध्यक्ष अमित आजमानी, सचिव बसंत मेगी, व्यायाम शाला के सचिव शेख वसीम, उपाध्यक्ष डोमन महोबिया, कोषाध्यक्ष विवेक रंजन सोनी, सहसचिव नीरज शुक्ला, प्रशिक्षक अशोक श्रीवास व अजय लोहार (कोच) जग्गु ठाकुर, दीपक ठाकुर, मनोज यादव, नितिन शर्मा, रामा यादव, अजय कुलदीप, गणेश साहू, चोवाराम सोनकर, रवि गुप्ता, दीपक यादव, दीपक सोनी, विष्णु यादव, नारायण लोहार, प्रेम सिन्हा, संजय सरोदे, मनीष तिवारी, तामेश राजपूत, कोमल गुप्त आदि सदस्यों ने बधाई प्रेषित किये है।
-----------------
किंग्स्टन। भारत के हनुमा विहारी ने पहला टेस्ट शतक अपने दिवंगत पिता को समर्पित किया और साथ ही गेंदबाज इशांत शर्मा का शुक्रिया अदा किया जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में पारी के दौरान दूसरे छोर पर उनका साथ निभाया। विहारी ने 13 साल पहले अपने पिता को खो दिया था जिसके बाद उन्होंने फैसला किया था कि वह पहला शतक उन्हें समर्पित करेंगे। उन्होंने साथ कहा कि इशांत ने दूसरे छोर पर उनका अच्छा साथ निभाया। विहारी ने अपने करियर की 111 रन की पारी के बाद कहा कि जब मैं 12 साल का था, तब मेरे पिता का निधन हो गया था तभी मैंने फैसला किया था जब भी मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलूंगा तो अपना पहला शतक उन्हें समर्पित करूंगा। उन्होंने कहा कि आज का दिन मेरे लिये भावनाओं से भरा था और मुझे उम्मीद है कि वह जहां भी होंगे, उनहें मुझे पर गर्व होगा। मैं खुश हूं कि मैं ऐसा कर सका।
इशांत (80 गेंद में 57 रन) के साथ उन्होंने अपना पहला शतक जमाया और 28.3 ओवर में आठवें विकेट के लिये 112 रन की भागीदारी कर वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को हताश किया। विहारी ने कहा कि खुश हूं कि शतक बना सका और इसका श्रेय इशांत को दिया जाना चाहिए। उसने आज एक बल्लेबाज की तरह टिककर बल्लेबाजी की। वह जिस तरह से खेल रहा था, हम चर्चा करते रहे कि एक गेंदबाज कैसा खेल रहा है और उसके अनुभव ने सचमुच काफी मदद की।
कजान (रूस)। यहां आयोजित 45वीं ‘वर्ल्डस्किल्स’ प्रतियोगिता में भारतीय दल ने इतिहास रचते हुए एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक अपने नाम कर लिए हैं। इस स्पर्धा में भारत ने पहली बार 2007 में हिस्सा लिया था और तब से यह भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले 2017 में भारतीय टीम ने उत्कृष्टता के लिए एक रजत, एक कांस्य और नौ पदक अपने नाम किए थे।ततारस्तान में आयोजित एक समारोह में मंगलवार को 45वीं ‘वर्ल्डस्किल्स’ प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई।
सपर्धा के आयोजकों ने बताया कि एस. अश्वथ नारायण (25) ने जल प्रौद्योगिकी में स्वर्ण पदक जीता और प्रणव नुतालपट्टी (17) ने वेब प्रौद्योगिकी में रजत पदक अपने नाम किया। पश्चिम बंगाल के संजय प्रमाणिक (21) और महाराष्ट्र की श्वेता रतनपुरा (22) ने क्रमश: आभूषण और ग्राफिक डिजाइन प्रौद्योगिकी में कांस्य पदक जीते। भारत एक मजबूत, 48 सदस्यीय दल के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय व्यावसायिक कौशल प्रतियोगिता, ‘वर्ल्डस्किल्स कजान 2019’ में63 देशों से मुकाबला करने पहुंचा था।
News Creation : भारत नें टी-20 श्रृंखला में वेस्टइंडीज को बुरी तरीके से हराने के बाद इस गुरुवार को मेजबान टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला का पहला मैच खेलेगी.
News Creation : भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की ट्वंटी20 सीरीज जारी है। सीरीज का आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच गुयाना के प्रोविडेंस स्टेडियम में कुछ ही देर में खेला जाना है।
News Creation : भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने एक बार फिर पूर्व दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने बिशन सिंह बेदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने अपने बेटे अंगद को दिल्ली क्रिकेट में शामिल करने के लिए कई जतन किए थे।
News Creation : India vs West Indies: टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज आज (शनिवार 3 अगस्त) से शुरू हो रही है। इस सीरीज के पहले दो मुकाबले फ्लोरिडा में खेले जाने हैं।Read
News Creation : खेलों में मैच फिक्सिंग का कलंक कोई नई बात नहीं है. क्रिकेट से लेकर टेनिस और फुटबॉल तक में इसकी पैठ रही है. एशियन फुटबॉल कप (एएफसी) भी इसकी जद में आ गया है. अब 2017 और 2018 के एशियन फुटबॉल कप में मैच फिक्सिंग का खुलासा हुआ है. उपमहाद्वीप की सॉकर गवर्निंग बॉडी ने बताया कि चार प्लेयर्स मैच फिक्सिंग में लिप्त पाए गए हैं.Read
News Creation : आखिर क्या वजह थी कि भारत ने आईसीसी विश्व कप में चार विकेटकीपर मैदान पर उतारे, जबकि बड़ी संख्या में प्रतिभाशाली खिलाड़ी हमारी बेंच स्ट्रेंथ का हिस्सा थे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का कहना है कि टीम प्रबंधन को आज नहीं तो कल इस बात का जवाब देना होगा.Read
News Creation : एक समय था जब क्रिकेट मैचों में समय की कोई पाबन्दी नहीं हुआ करती थी. जब तक चल रहा होता था, चलता ही रहता था. सन 1939 में एक मैच हुआ जिसमें इंग्लैंड की टीम साउथ अफ्रीका के दौरे पर थी.read