ईश्वर दुबे
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बारिश की मार मौजूदा विश्व कप पर बदस्तूर जारी है।इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा लीग मैच धुलने के बाद भारत और न्यूजीलैंड का सेमीफाइनल मुकाबला भी इससे प्रभावित हुआ। मंगलवार को न्यूजीलैंड की पारी के दौरान आई बारिश के बाद मैच दोबारा शुरू नहीं हो सका।अब यह मुकाबला बुधवार को रिजर्व डे को तय समय के मुताबिक वहीं से शुरू होगा, जहां रोका गया था।
जब बारिश शुरू हुई तब न्यूजीलैंड का स्कोर 46.1 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 211 था। उस वक्त रॉस टेलर 67 रन और टॉम लैथम तीन रन बनाकर खेल रहे थे। अंपायरों ने रात करीब दस बजे पिच का मुआयना किया।पर आउटफील्ड पर पानी भरा हुआ था, क्योंकि मैदान को पूरी तरह ढका नहीं गया था। सुपरसॉपर की मदद से मैदान को सुखाने की कोशिश की गई, जो नाकाफी थी।
रोस टेलर की उम्दा पारी : न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। रॉस टेलर 85 गेंद खेलते हुए तीन चौके और एक छक्का जड़ चुके थे। उन्होंने मुश्किल वक्त में टीम को संभाला और कप्तान केन विलियम्सन के साथ तीसरे विकेट के लिए 65 रन की अहम साझेदारी निभाई।
केन की कप्तानी पारी : केन (67) ने टीम के एक और अर्धशतक जड़ा। मुश्किल विकेट पर उन्होंने एक छोर संभाले रखा। विलियम्सन ने दूसरे विकेट के लिए हेनरी निकोल्स के साथ 68 रन की अच्छी साझेदारी की।
500 के क्लब में : विलियम्सन अर्धशतक जड़ने के साथ टूर्नामेंट में 500 रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में भी शामिल हो गए। उनके टूर्नामेंट में कुल 548 रन हो गए हैं।
गप्टिल फिर फेल : न्यूजीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। ओपनर मार्टिन गप्टिल जसप्रीत बुमराह की गेंद पर स्लिप में विराट कोहली को कैच थमा बैठे। उन्होंने 14 गेंदों में सिर्फ एक रन बनाया। बुमराह ने आठ ओवर में एक मेडन फेंका और 25 रन देकर एक विकेट चटकाया। भुवनेश्वर ने भी अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 8.1 ओवर में एक मेडन फेंकते हुए 30 रन देकर एक विकेट झटका।
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लंदन. ऑस्ट्रेलियाई टीम सेमी-फाइनल मैच में उतरनें से पहले एक अनोखे तरीके से अपनी खोई हुई ले हासिल करनें की कोशिश करते दिखे. ऑस्ट्रेलियाई टीम गुरुवार को एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में उतरेगी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले ही मैच में मिली करारी हार का टीम पर भले ही फर्क न पड़ा हो, लेकिन कोच जस्टिन लैंगर खिलाड़ियों को वापस उनकी लय में लाने के लिए एक नया तरीका अपनाया है. सोमवार को प्रैक्टिस सेशन के दौरान उन्होंने नेट्स पर जाने पहले खिलाड़ियों को साथ में नंगे पैर घूमने की सलाह दी. खास बात यह रही कि इसमें सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं कोचिंग स्टाफ के सदस्य भी ग्राउंड पर नंगे पैर ही घूमे.
ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट बेयरफुट हीलिंग ने इस तरीके को अर्थिंग बताया है. वेबसाइट के मुताबिक, ऐसा करने से लोगों को पृथ्वी से जुड़कर उसकी प्राकृतिक ऊर्जा लेने का मौका मिलता है, जिससे शरीर के बायलॉजिकल रिदम्स लय में आते हैं. कई हॉलीवुड एक्टर्स से लेकर ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स की रग्बी टीम भी कई मौकों पर इस तरीके को आजमा चुकी हैं.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले ही मैच में मिली करारी हार का टीम पर भले ही फर्क न पड़ा हो, लेकिन कोच जस्टिन लैंगर खिलाड़ियों को वापस उनकी लय में लाने के लिए एक नया तरीका अपनाया है. सोमवार को प्रैक्टिस सेशन के दौरान उन्होंने नेट्स पर जाने पहले खिलाड़ियों को साथ में नंगे पैर घूमने की सलाह दी. खास बात यह रही कि इसमें सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं कोचिंग स्टाफ के सदस्य भी ग्राउंड पर नंगे पैर ही घूमे.
ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट बेयरफुट हीलिंग ने इस तरीके को अर्थिंग बताया है. वेबसाइट के मुताबिक, ऐसा करने से लोगों को पृथ्वी से जुड़कर उसकी प्राकृतिक ऊर्जा लेने का मौका मिलता है, जिससे शरीर के बायलॉजिकल रिदम्स लय में आते हैं. कई हॉलीवुड एक्टर्स से लेकर ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स की रग्बी टीम भी कई मौकों पर इस तरीके को आजमा चुकी हैं.
आज का मैच दुनिया के सबसे पुराने क्रिकेट स्टेडियम में से एक में,
इंग्लैंड के शहर मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम दुनिया के सबसे पुराने और ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड्स में से एक है. इस मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ही साल 1972 में खेला गया. 1884 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर पहला टेस्ट मैच खेला गया था.
बिना मैच खेले ही फाइनल में पहुँच जाएगी टीम इंडिया
मैनचेस्टर में होने वाले इस मुकाबले से पहले वहां के मौसम को लेकर क्रिकेट प्रेमियों की धड़कनें बढ़ गई हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को मैनचेस्टर मे बारिश की संभावना है. यही नहीं बुधवार को भी वहां बारिश भारत का खेल आसान कर सकती है. भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले सेमीफाइनल मुकाबले के लिए एक रिजर्व डे भी रखा गया है. अगर मंगलवार को मैदान में बारिश होती है तो सेमीफाइनल का यह मुकाबला उसी ग्राउंड में बुधवार को खेला जाएगा. हालांकि, बुधवार को भी बारिश की संभावना है. ऐसे में अगर बुधवार को भी मैच नहीं हो पाता तो भारत सीधे फाइनल में पहुंच जाएगा. दरअसल, वर्ल्ड कप प्वाइंट टेबल में टीम इंडिया नंबर एक पर काबिज है और न्यूजीलैंड की टीम चार नंबर पर है. इसके अलावा रन रेट में भी भारत न्यूजीलैंड से काफी आगे है.
मैच का समय
9 जुलाई, शनिवार, सुबह 10:30 बजे (लोकल टाइम), सुबह 09:30 (जीएमटी), दोपहर 3:00 बजे (भारतीय समयानुसार)
लाइव टेलीकास्ट और लाइव स्ट्रीमिंग का मज़ा इन चैनल्स पर उठाइए
भारत में लाइव टेलिकास्ट स्टार स्पोर्ट्स1 स्टार स्पोर्ट्स 1 एचडी, स्टार स्पोर्ट्स1 हिंदी, स्टार स्पोर्ट्स 1 एचडी हिंदी, स्टार स्पोर्ट्स 1, तमिल, स्टार स्पोर्ट्स 1 तेलुगू, स्टार स्पोर्ट्स 1 कन्नड़, स्टार स्पोर्ट्स 1 बांग्ला, स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 1 और स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 1 एचडी इन चैनलों पर होगा।
मैच की लाइव स्ट्रीमिंग भारत में हॉटस्टार पर देख सकेंगे।
नाराज बीसीसीआई ने हैडिंग्ले स्टेडियम के ऊपर विमान से भारत विरोधी बैनर लहराने के मुद्दे को ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए ‘बेहद निराश’ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के समक्ष अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया है।
राजनीति से प्रेरित एक अन्य घटना के तहत शनिवार को भारत और श्रीलंका के बीच विश्व कप मैच के दौरान हैडिंग्ले स्टेडियम के ऊपर भारत विरोधी बैनर लहराता हुए विमान उड़ा। इस घटना के बाद बीसीसीआई ने आईसीसी के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
भारत-श्रीलंका मैच की घटना
मैच की शुरुआत के कुछ ही मिनट बाद मैदान के ऊपर एक विमान ‘कश्मीर के लिए न्याय’ संदेश के साथ उड़ा। आधे घंटे बाद इसी तरह का एक विमान फिर स्टेडियम के ऊपर उड़ा जो ‘भारत नरसंहार बंद करो, कश्मीर को आजाद करो’ का बैनर लहरा रहा था।
भारत जब लक्ष्य का पीछा कर रहा था उस दौरान तीसरा विमान नजर आया और इस बार ‘भीड़ द्वारा पीटकर हत्या बंद करने में मदद करो’ का बैनर लहरा रहा था।
कार्रवाई की बोर्ड की योजना की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। हमने आईसीसी को लिखा है, हेडिंग्ले में जो भी हुआ उसे लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। अगर सेमीफाइनल में इस तरह की घटना दोहराई गई तो यह बेहद दुर्भाग्यशाली होगा। हमारे खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोच्च है।’
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच मैच के दौरान भी यहां स्टेडियम के ऊपर विमान से पाकिस्तान विरोधी बैनर लहराए गए थे। इनमें हिंसाग्रत बलूचिस्तान में कथित तौर पर लोगों को बलपूर्वक गायब करने को खत्म करने की मांग की गई थी। इस मैच के दौरान दोनों देशों के प्रशंसक भी आपस में भिड़ गए थे।
स्टेडियम परिसर में झड़प के बाद कुछ प्रशंसकों को बाहर भी कर दिया गया था। आईसीसी की राजनीति और नस्ली संदेशों के खिलाफ शून्य सहिष्णुता की नीति है और 10 दिन के भीतर सुरक्षा में एक और चूक पर उसने निराशा जाहिर की है। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘हम बेहद निराश हैं कि दोबारा ऐसा हुआ। हम आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के दौरान किसी तरह के राजनीतिक संदेश की स्वीकृति नहीं देते।’
इंग्लैंड के उत्तर में यार्कशर में पाकिस्तान के काफी लोग रहते हैं। पता चला है कि नौ और 11 जुलाई को होने वाले दो सेमीफाइनल के लिए क्रमश: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड और बर्मिंघम के एजबस्टन के ऊपर विमान को उड़ाने की स्वीकृति नहीं होगी। इस संबंध में मैनचेस्टर और यार्कशर के पुलिस अधिकारियों ने आईसीसी को आश्वासन दिया है।
भारत ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के अपने आखिरी लीग मुकाबले में श्रीलंका को 7 विकेट से हरा दिया.
भारत ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 के अपने आखिरी लीग मुकाबले में श्रीलंका को 7 विकेट से हरा दिया। लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर खेले गए इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 7 विकेट पर 264 रन बनाए हैं। जवाब में भारत ने 43.3 ओवरों में 3 विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कप्तान विराट कोहली 34 और हार्दिक पांड्या 7 रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत की जीत की नींव रोहित शर्मा और केएल राहुल की ओपनिंग जोड़ी ने रखी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 30.1 ओवरों में 189 रन जोड़े। रोहित शर्मा ने 103 और केएल राहुल ने 111 रन बनाए। श्रीलंका की ओर से मलिंगा, रजीथा और उडाना ने 1-1 विकेट लिए। रोहित शर्मा का इस विश्व कप में यह 5 वां शतक है।
इससे पहले मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। एक समय श्रीलंका ने अपने शीर्ष चार विकेट सिर्फ 53 रन के स्कोर पर गंवा दिए थे। यहां से अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज ने लाहिरू थिरिमाने के साथि मिलकर पांचवें विकेट के लिए 124 रनों की साझेदारी की और श्रीलंका को 264 रन के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैथ्यूज ने अपने वनडे करियर का तीसरा शतक ठोका। उन्होंने 128 गेंदों में 10 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 113 रन बनाए। थिरिमाने ने भी 53 रनों का योगदान दिया। भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने 3 विकेट लिए। भुवनेश्वर, जडेजा, कुलदीप और पांड्या के हाथ 1-1 सफलता लगी। रोहित शर्मा को उनकी शतकीय पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच चुना गया'।
जीत की लय के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मध्यक्रम अब भी चिंता का विषय बना हुआ है। विराट कोहली की टीम शनिवार को श्रीलंका के खिलाफ होने वाले विश्व कप के अंतिम ग्रुप मैच में उम्मीद करेगी कि महेंद्र सिंह धोनी सेमीफाइनल से पहले फॉर्म हासिल कर लें।
पहले ही अंतिम चार में दूसरा स्थान पक्का कर चुकी भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ जीत से अंक तालिका में शीर्ष पर पहुंच सकती है बशर्ते ऑस्ट्रेलिया पहले ही बाहर हो चुकी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम मैच में हार जाए इसलिए शीर्ष स्थान और न्यूजीलैंड के खिलाफ संभावित सेमीफाइनल के लिए काफी मशक्कत होगी क्योंकि खतरनाक इंग्लैंड का सामना करना मुश्किल होगा।
भारत और श्रीलंका की टीम -
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, ऋषभ पंत, महेंद्र सिंह धौनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, दिनेश कार्तिक, हार्दिक पांड्या, लोकेश राहुल, मोहम्मद शमी, रोहित शर्मा, कुलदीप यादव।
श्रीलंका : दिमुथ करुणारत्ने (कप्तान), अविश्का फर्नांडो, लाहिरू थिरिमाने, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजय डी सिल्वा, इसुरु उदाना, मिलिंदा श्रीवर्दना, थिसारा परेरा, जीवन मेंडिस, कुशल परेरा (विकेटकीपर), कुशल मेंडिस, जैफ्री वैंडरसे, लसिथ मलिंगा, सुरंगा लकमल, नुवान प्रदीप।
भारतीय टीम अपनी शीर्ष क्रम की सफलता है, पर ज्यादा निर्भर दिखाती है, जो एक चिंता का विषय साबित हो सकता है। उप-कप्तान रोहित शर्मा 544 रन के साथ उनके सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं।
श्रीलंका से भारत को संभलकर रहना होगा क्योंकि यह टीम इंग्लैंड जैसी टीम को मात दे चुकी है। इस मैच में उसके पास खोने को कुछ नहीं है इसलिए साख बचाने के लिए वह पूरे दम से भारत को मात देने की फिराक में होगी। भारत अगर श्रीलंका पर जीत हासिल करता है तो उसके 15 अंक होंगे लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया भी अपना मैच जीत जाती है तो उसके 16 अंक होंगे और वह लीग दौर का अंत पहले स्थान के साथ करेगी।
मैच का समय
6 जुलाई, शनिवार, सुबह 10:30 बजे (लोकल टाइम), सुबह 09:30 (जीएमटी), दोपहर 3:00 बजे (भारतीय समयानुसार)
लाइव टेलीकास्ट और लाइव स्ट्रीमिंग का मज़ा इन चैनल्स पर उठाइए
भारत में लाइव टेलिकास्ट स्टार स्पोर्ट्स1 स्टार स्पोर्ट्स 1 एचडी, स्टार स्पोर्ट्स1 हिंदी, स्टार स्पोर्ट्स 1 एचडी हिंदी, स्टार स्पोर्ट्स 1, तमिल, स्टार स्पोर्ट्स 1 तेलुगू, स्टार स्पोर्ट्स 1 कन्नड़, स्टार स्पोर्ट्स 1 बांग्ला, स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 1 और स्टार स्पोर्ट्स सिलेक्ट 1 एचडी इन चैनलों पर होगा।
मैच की लाइव स्ट्रीमिंग भारत में हॉटस्टार पर देख सकेंगे।
र्ल्ड कप अभियान में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को हराकर एक बार फिर से लय हासिल कर ली है। इस मुकाबले को टीम इंडिया ने 28 रनों से जीतकर सीधे सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जगह पक्की कर ली थी। इस मुकाबले में भारतीयों ने कई कीर्तिमान हासिल किए। आपको बता दें कि सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के मौजूदा टूर्नामेंट के रिकार्ड चौथे शतक और लोकेश राहुल के साथ उनकी बड़ी शतकीय साझेदारी के बाद जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पंड्या की उम्दा गेंदबाजी से भारत के हाथों बांग्लादेश को मुंह की खानी पड़ी। संगकारा की बराबरी में पहुंचे रोहित
विश्व कप में अब तक बांग्लादेश ने भारत के साथ 4 मुकाबले खेले हैं और 2007 में खेले गए मुकाबले को छोड़ दिया जाए तो बाकी के सभी मुकाबलों में बांग्लादेश को हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले में रोहित शर्मा ने शतकीय पारी खेली जिसको मिलाकर इस विश्व कप में उन्होंने अब तक 4 शतक जड़ दिए हैं। इससे पहले यह कीर्तिमान श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा के नाम था। उन्होंने साल 2015 विश्व कप में सबसे अधिक 4 शतक जड़े थे जिसके बाद अब रोहित शर्मा ने उनकी बराबरी कर ली है।
फेल हुआ DRS?
DRS का नाम आते ही सभी के ज़हन में सिर्फ और सिर्फ धोनी का नाम आता है और क्रिकेटप्रेमियों ने तो इसका नाम धोनी रिव्यू सिस्टम रख ही दिया है। लेकिन हम धोनी की बात नहीं कर रहे हैं। बुधवार को फील्डिंग के दौरान 10 मिनट के लिए महेंद्र सिंह धोनी विकेटकीपिंग छोड़ ड्रेसिंग रूम चले गए और इस वक्त ऋषभ पंत विकेटकीपिंग कर रहे थे। ऐसे में मोहम्मद शमी की गेंद सौम्य सरकार के पैड पर जाकर लगी और शमी समेत भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की।
भारतीय खिलाड़ियों की अपील को ठुकराकर अंपायर ने सौम्य सरकार को नॉट आउट करार दिया। जिसके बाद विराट कोहली ने डीआरएस का इस्तेमाल किया और थर्ड अंपायर अलीम डार ने चेक किया तो इनसाइड एज लगा हुआ था जिसके बाद उन्होंने भी नॉट करार दिया। अंपायर के फैसले से नाखुश होकर विराट कोहली भड़क गए और अंपायर से सवाल करने लगे। जिसके बाद एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी काफी ट्रोल हुए। धोनी के प्रशंसकों ने लिखा कि धोनी मैदान के बाहर गए और टीम ने डीआरएस गंवा दिया।
प्रशंसकों को लगता है कि अगर धोनी मैदान में होते तो कभी भी डीआरएस के लिए नहीं कहते क्योंकि कई बार देखा गया है कि धोनी के कहने पर कप्तान विराट फैसले लेते हैं और वह सही साबित होता है। हाल ही में खुद विराट कोहली ने इस बात को एक्सेप्ट किया कि 10 में से 8 बार धोनी के फैसले सही होते हैं, जिनका फायदा टीम को मिलता है। इतना ही नहीं जतिन सप्रू को दिए इंटरव्यू में कोहली ने कहा था कि धोनी हमेशा उनके कप्तान रहेंगे। क्योंकि जब उन्होंने पारी की शुरुआत की तो धोनी ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ाया और उस वक्त वही टीम के कप्तान थे।
वर्ल्ड कप में महेंद्र सिंह धोनी की धीमी पारी की लगातार क्रिकेट एक्सपर्ट और फैंस आलोचना कर रहे हैं। इस बीच पीटीआई के हवाले से खबर आ रही है कि वर्ल्ड कप के ठीक बाद पूर्व कप्तान धोनी क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। संभावना है कि भारतीय टीम का मौजूदा विश्व कप में अंतिम मैच महेंद्र सिंह धोनी के लिए भी आखिरी मुकाबला हो सकता है।
अगर भारतीय टीम फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करती है और लॉर्ड्स पर 14 जुलाई को विश्व कप में जीत हासिल करती है तो भारतीय क्रिकेट के महान क्रिकेटरों में से एक के लिए यह आदर्श विदाई होगी। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर पीटीआई से बात की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘महेंद्र सिंह धोनी के बारे में आप कुछ नहीं कह सकते, लेकिन ऐसी संभावना नहीं है कि वह इस विश्व कप के बाद भारत के लिए खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने तीनों प्रारूपों से कप्तानी छोड़ने का फैसला भी अचानक ही लिया था तो इस बारे में भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है।’
मौजूदा चयन समिति के अक्टूबर में होने वाली आम सालाना बैठक तक रहने की संभावना है और वह निश्चित रूप से अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी विश्व टी-20 को देखते हुए बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर देगी। हालांकि भारत के यहां विश्व कप सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद न तो टीम प्रबंधन और न ही बीसीसीआई इस मुद्दे पर बात करना चाहता है।
बता दें कि पिछले कुछ वक्त से लगातार धोनी आलोचकों के निशाने पर हैं। खास तौर पर वर्ल्ड कप में धोनी की धीमी पारी कई बार टीम इंडिया के लिए भी भारी पड़ रही है। धीमी पारी के साथ ही पिछले एक साल से धोनी की बेहतरीन मैच फिनिशर वाली छवि भी धूमिल होने लगी है।
जहां तक रन जुटाने की बात है तो धोनी ने विश्व कप में सात मैचों में 93 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 223 रन बनाए हैं, लेकिन इससे उनकी स्ट्राइक रोटेट करने की अक्षमता नहीं दिखाई देती। अफगानिस्तान के खिलाफ खेली गई 52 गेंदों में 28 रन की पारी की काफी आलोचना हुई।
इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम ओवरों में बड़े शॉट्स नहीं लगाने के कारण भी धोनी को फैंस की नाराजगी झेलनी पड़ी। वर्ल्ड कप में लगातार स्पिनर्स के सामने धोनी को संघर्ष करना पड़ रहा है। बांग्लादेश के खिलाफ मैच में भी धोनी अपने सहज अंदाज में नजर नहीं आए।
इस वर्ल्ड कप में फीका ही रहा धोनी का जादू
भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका: 34 रन और 1 स्टंपिंग
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: 27 रन और 1 कैच
भारत बनाम पाकिस्तान: 1 रन और 0 कैच / स्टंपिंग
भारत बनाम अफगानिस्तान: 28 रन और 1 स्टंपिंग
भारत बनाम वेस्टइंडीज: 56 * रन और 1 स्टंपिंग
भारत बनाम इंग्लैंड: 46 * रन और 0 कैच / स्टंपिंग
भारत बनाम इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम में खेले गए मुकाबले में अभी तक कई दिग्गज खिलाड़ियों ने सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि इस मुकाबले को इंग्लैंड ने 31 रन से जीत लिया है। जबकि लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने शतकीय पारी खेली तो विराट कोहली ने लगातार इस विश्व कप में पांचवां अर्धशतक जड़ दिया। हालांकि वह इसे शतक में तब्दील नहीं कर पाए और प्लंकेट के हाथों आसानी से आउट हो गए। भारत ने लक्ष्य का पीछा तो किया लेकिन बड़ी ही आसानी से मैच को इंग्लैंड के पाले में डाल दिया। जबकि इंग्लैंड के धुरंधरों ने कायदे से भारतीय गेंदबाजों की पिटाई की। इस मुकाबले में एक बार फिर से मोहम्मद शमी का प्रदर्शन शानदार रहा। हालांकि जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो के बीच चल रही साझेदारी को तोड़ते का काम चाइना मैन कुलदीप यादव ने किया।
हार का असल विलेन कौन?
विश्व कप अभियान में टीम इंडिया को मिली पहली हार से भारतीय क्रिकेटप्रेमी समेत पाकिस्तान और बांग्लादेश भी बेहद दुखी नजर आ रहे हैं। क्योंकि पाकिस्तान को अगर टॉप चार पर कोई पहुंचा सकता था तो वह सिर्फ और सिर्फ भारत था लेकिन वह तो मुकाबला हार गया और पाकिस्तान की उम्मीदों पर पानी फिर गया। लक्ष्य पीछा कर रहे खिलाड़ियों में से सबसे ज्यादा किसी को आलोचना सहनी पड़ी तो वो भी टीम के सबसे ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी को।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने मैच की कमेंट्री के वक्त कहा कि धोनी आखिर कर क्या रहे हैं? कम से कम उनको कोशिश तो करनी चाहिए। हालांकि हुसैन की बातों से सौरव गांगुली भी सहमत देखे गए। इतना ही नहीं एक बार फिर वीवीएस लक्ष्मण धोनी की पारी देख निराश हो गए तो आकाश चोपड़ा ने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो भारत ने पहले ही अपने घुटने टेंक दिए हो।
भारत ने शुरुआत में ही गंवा दिया था मैच
केएल राहुल के चोटिल हो जाने के बाद रवींद्र जडेजा उनकी जगह पर क्षेत्ररक्षण करने के लिए आए और उन्होंने कुलदीप की गेंद पर जेसन रॉय का कैच पकड़कर साबित कर दिया कि उनसे अच्छा फील्डर टीम इंडिया में कोई नहीं है। लेकिन पारी में संकट उस समय छाया जब महेंद्र सिंह धोनी और जाधव इंग्लैंड के गेंदबाजों को खेल नहीं पा रहे थे।
हाल ही में वीवीएस लक्ष्मण ने कहा था कि शुरुआत में धोनी का स्ट्राइक रेट 45 से 50 का होता है, जिसकी वजह से साथी खिलाड़ी पर प्रेशर पड़ता है। ठीक ऐसा ही बीते दिनों देखने को मिला और मैदान पर अच्छा कर रहे हार्दिक पांड्या एक खराब शार्ट खेलकर वापस पवेलियन की तरफ लौट गए। जिसके बाद से कभी भी ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि टीम ने मैच को जीतने का प्रयास भी किया हो। क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने कहा कि कम से कम भारत को प्रयास तो करना चाहिए था हारना जीतना तो खेल में लगा रहता है लेकिन आपने अगर प्रयास किया होता और फिर हार का सामना करना पड़ता तो कोई बात नहीं थी।
धोनी के साथ-साथ जाधव ने भी नहीं की कोशिश
धोनी और जाधव ने कुल 31 गेंदों का सामना किया। इस दौरान उन्होंने 7 डॉट गेंद खेली और 20 सिंगल हासिल किए। जबकि 3 चौके और आखिरी ओवर की पहली गेंद पर एक छक्का जड़ा। जबकि होना यह चाहिए था कि आखिरी के पांच ओवरों में भारत को अपना ग्रेयर चेंज कर तेजी से रन बनाने की आवश्यकता थी।
हालांकि मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने धोनी और जाधव का बचाव करते हुए कहा कि वो गेंद को सीमा पार पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। कोहली ने कहा कि गेंद कुछ रुक कर आ रही थी, इसलिए आखिर में बल्लेबाजी करना मुश्किल हो गया था। हम अपना आकलन करेंगे और अगले मैच में सुधार करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें यह स्वीकार करना होगा कि विपक्षी टीम कहीं बेहतर खेली।
आखिर धोनी ही क्यों बने विलेन?
अब तक टीम इंडिया का सफर तो विजयक्रम के साथ आगे चल ही रहा था कि इंग्लैंड ने इसमें विराम लगा दिया हालांकि अनुभवी धोनी का खेल भी भारतीय टीम के लिए आने वाले दिनों में चिंता का विषय बन सकता है। क्योंकि अफगानिस्तान के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने 52 गेंदों पर महज 28 रन बनाए वो भी 3 चौकों की मदद से। इस वक्त धोनी का स्ट्राइक रेट 53.85 का था और विंडीज के खिलाफ तो उनका प्रदर्शन और कमतर हो गया। इस दौरान 56 रन की पारी खेलते हुए धोनी ने 26 रन 45 गेंदों पर बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 57.78 का रहा। जबकि धोनी ने अगले 30 रन 187.50 के स्ट्राइक रेट के साथ महज 16 गेंदों में ही जड़ दिए।
नई दिल्ली। विश्व कप 2019 अभियान को भारतीय टीम ने जीत के साथ आगे बढ़ाया है और इसी क्रम को वह 30 जून को इंग्लैंड के खिलाफ भी दोहराना चाहेगी। इस मुकाबले में टीम इंडिया अपनी पारम्परिक जर्सी की जगह पर भगवा रंग की वैकल्पिक जर्सी के साथ मैदान पर उतरेगी। जिसकी तस्वीरें बीसीसीआई ने आधिकारिक तौर पर जारी कर दी हैं। इस जर्सी के सामने आने के बाद से सोशल मीडिया में इसकी काफी ज्यादा तारीफ और आलोचना दोनों ही देखने को मिल रही है। फोटो पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा कि वर्ल्डकप की करो तैयारी यहां भी आ रहे भगवाधारी। इतना ही नहीं एक यूजर ने फोटो पर एडिट करके लिखा कि तेल लगा लो डाबर का, नाम मिटा दो बाबर का... इस यूजर ने इसे पाकिस्तानी खिलाड़ी बाबार आजम से जोड़ा। जिसने हाल ही में भारतीय कप्तान विराट कोहली को पीछे छोड़ते हुए सबसे तेज 3,000 रन बना लिए।
इतना ही नहीं कई यूजर्स ने तो इसे संघ से भी जोड़ दिया तो कुछ ने लिखा कि अब भगवाधारी इंग्लैंड में भी फतह करेंगे। एक यूजर ने तो फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग के फोटो को एडिट करके उसमें लिखा कि मंदिर वहीं बनाएंगे इस तरह से काफी पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।
आखिर क्यों भारतीय टीम को पहननी पड़ रही है वैकल्पिक जर्सी
आईसीसी का नियम कहता है कि जिस मैच का प्रसारण टीवी में हो रहा हो उस मैच में दोनों टीमें एक ही तरह दिखने वाली जर्सी का इस्तेमाल नहीं कर सकती हैं। यह नियम आईसीसी ने फुटबॉल के 'होम और अवे' मुकाबलों में पहनी जाने वाली जर्सी से प्रेरित होकर बनाया था।
आईसीसी का नियम यह भी कहता है कि जो भी देश विश्व कप की मेजबानी कर रहा हो उसे अपनी जर्सी पहनने की छूट होती है और इस बार के विश्व कप की मेजबानी इंग्लैंड कर रहा है। ऐसे में मेजबानी टीम अपनी पूर्व निर्धारित जर्सी का इस्तेमाल करेगी। जिसकी वजह से टीम इंडिया को अपनी वैकल्पिक जर्सी पहननी पड़ेगी।
नई दिल्ली। वर्ल्ड कप अभियान को आगे बढ़ाते हुए टीम इंडिया ने अपने छठे मुकाबले को भी जीत लिया। वेस्ट इंडीज के खिलाफ खेले गए इस मुकाबले में भारत ने 125 रन के विशाल अंतर से जीत दर्ज की और मैन ऑफ द मैच बने कप्तान विराट कोहली। हालांकि अफगानिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लेने वाले मोहम्मद शमी ने विंडीज के विकेट चटकाए, जिसमें सबसे खतरनाक कहे जा रहे क्रिस गेल, शाई होप और हेटमायर के विकेट अहम थे।टीम इंडिया का विजयक्रम अभी तक टूटा नहीं है लेकिन टीम के कुछ खिलाड़ियों का मौजूद प्रदर्शन आगे आने वाले मुकाबलों में परेशानी का सबब बन सकता है। बात अगर हम विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह की करें तो उनका प्रदर्शन पिछले दो मैच से टीम को मुश्किल में डालता हुआ दिखाई दिया, हालांकि गेंदबाजों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत टीम ने अफगानिस्तान और वेस्ट इंडीज दोनों ही मुकाबलों में जीत दर्ज की।
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के प्वाइंट टेबल में भारत फिलहाल 11 अंकों के साथ दूसरों स्थान पर है। जबकि ऑस्ट्रेलिया 12 अंक के साथ पहले पायदान पर विराजमान है। अब तक टीम इंडिया का सफर तो शानदार रहा लेकिन विश्व कप हासिल करने वाले अनुभवी पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का खेल आने वाले समय में भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय बन सकता है, इसके अतिरिक्त नंबर चार की पोजिशन के लिए अनुभवी बल्लेबाज का न होना भी परेशानी में डाल सकता है।
अफगानिस्तान के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने 52 गेंदों पर महज 28 रन बनाए वो भी 3 चौकों की मदद से। इस वक्त धोनी का स्ट्राइक रेट 53.85 का था और विंडीज के खिलाफ तो उनका प्रदर्शन और कमतर हो गया। इस दौरान 56 रन की पारी खेलते हुए धोनी ने 26 रन 45 गेंदों पर बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 57.78 का रहा। जबकि धोनी ने अगले 30 रन 187.50 के स्ट्राइक रेट के साथ महज 16 गेंदों में ही जड़ दिए।
महेंद्र सिंह धोनी द्वारा खेली गई इन पारियों की वजह से टीम इंडिया की पारी काफी ज्यादा धीमी हो गई और टीम 300 रन के स्कोर तक नहीं पहुंच पाई। सबसे ज्यादा मुश्किल तो 30 ओवरों के बाद देखी गई जब बल्लेबाजों ने अपना खेल बेहद धीमा कर दिया। अगर धोनी ने आने वाले समय में भी ऐसा प्रदर्शन किया तो टीम इंडिया विशाल स्कोर नहीं बना पाएगी और उसका फायदा विरोधियों को मिल सकता है।
धोनी की पारी को देखते हुए वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि शुरुआत में धोनी का स्ट्राइक रेट 45 से 50 का होता है, जिसकी वजह से साथी खिलाड़ी पर प्रेशर पड़ता है। ठीक है कि आप फिनिश अच्छा करते हैं लेकिन शुरुआत में आप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं खासकर कि स्पिनर्स के खिलाफ... लक्ष्मण ने आगे कहा कि धोनी को किसी न किसी दिन अपनी इस धीमी शुरुआत का पछतावा भी जरूर होगा। यह उनका वो एरिया है जिस पर उन्हें अभी काम करने की जरूरत है।
नंबर चार पर नहीं चल पा रहे विजय शंकर
शिखर धवन के टीम से बाहर होने की वजह से नंबर चार पर खेल रहे लोकेश राहुल से ओपन कराया गया, जिसकी वजह से चार नंबर पर सभी ने विजय शंकर को खेलते हुए देखा। पाकिस्तान के खिलाफ मैच को छोड़ दिया जाए तो शंकर ने अब तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है। इसी वजह से सोशल मीडिया में दिनेश कार्तिक का नाम जोरों से घूम रहा है और यह कहा जा रहा है कि मुश्किल परिस्थितियों में टीम को जीत हासिल कराने वाले कार्तिक को आखिर चार नंबर पर क्यों नहीं लाया जा रहा। नंबर चार के लिए भारत के पास बतौर खिलाड़ी दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत का आप्शन मौजूद है। ऋषभ पंत की बात की जाए तो उन्होंने इंग्लैंड की सरजमीं पर उसके खिलाफ शतकीय पारी खेलकर टीम की स्थिति को मजबूत किया था इसलिए टीम प्रबंधन और कोच को इन दोनों खिलाड़ियों के बारे में विचार करना चाहिए।
मैनचेस्टर। छत्तीस बरस पहले भारत को पहली बार विश्व क्रिकेट का सिरमौर बनाने वाली कपिल देव की टीम को आज भी ‘क्रिकेट के मक्का’ पर मिली उस ऐतिहासिक जीत का मंजर याद है जब लाडर्स की बालकनी पर खड़े होकर उन्होंने विश्व क्रिकेट के शिखर पर दस्तक दी थी। 25 जून 1983 को शनिवार था और पूरा देश मानों थम गया था जब दो बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज को हराकर भारत ने पहली बार विश्व कप जीता था। उसके बाद से 36 साल बीत गए लेकिन क्रिकेटप्रेमियों को आज भी याद है कप हाथ में थामे कपिल के चेहरे पर खिली मुस्कान। हर चार साल में विश्व कप के दौरान टीवी पर बारंबार वह नजारा आंखों के सामने आ जाता है। उसके बाद भारत को 28 बरस इंतजार करना पड़ा जब अप्रैल में वानखेड़े स्टेडियम पर दोबारा विश्व कप उसकी झोली में आया। युवराज सिंह और हरभजन सिंह की आंखों से गिरते आंसू, विराट कोहली के कंधे पर सचिन तेंदुलकर और पूरे देश में मानों दीवाली सा जश्न। सुनील गावस्कर, कपिल देव और क्रिस श्रीकांत की पीढी के जुनून को तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और वीरेंद्र सहवाग जैसे सितारों ने आगे बढाया। विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय क्रिकेट आज जिस मुकाम पर है, उसका श्रेय 1983 की टीम को जाता है। कपिल ने हाल ही में एक वेब शो पर कहा कि उन्हें बहुत सी बातें याद नहीं है। अपने कैरियर में अनगिनत उपलब्धियां हासिल कर चुके दिग्गज के लिये यह स्वाभाविक भी है और उम्र का तकाजा भी।
मदन लाल को हालांकि अभी भी सब कुछ याद है। उन्होंने कहा कि मैं अपने कैरियर की सबसे बड़ी उपलब्धि कैसे भूल सकता हूं। मुझे बहुत कुछ याद है। कपिल की वो पारी, वेस्टइंडीज को हराना, कीर्ति आजाद का इयान बाथम को आउट करना और आस्ट्रेलिया को हराना। श्रीकांत ने एक कार्यक्रम में कहा था कि उन्हें यकीन था कि भारत सेमीफाइनल में नहीं पहुंचेगा तो वह अमेरिका में हनीमून के लिये जाना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि मैं 23 बरस का था और नयी नयी शादी हुई थी। मेरी पत्नी 18 बरस की थी और दो महीने पहले ही शादी हुई थी। हम अमेरिका जाना चाहते थे। हमने लंदन से न्यूयार्क की टिकट भी 10000 रूपये की करा ली थी।
2011 विश्व कप जीतने वाली टीम के हर सदस्य को बीसीसीआई ने दो करोड़ रूपये दिये लेकिन 1983 विश्व कप विजेता उतने खुशकिस्मत नहीं थे। उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर ने नेशनल स्टेडियम में हमारे लिये कन्सर्ट किया था। उससे हुई कमाई में से हम सभी को एक एक लाख रूपये दिया गया। मेरे पास अपना घर भी नहीं था, कार तो भूल ही जाइये। भारत के लिये नौ साल खेलने के समय तक मेरे पास एक मोटरबाइक थी। लेकिन 1983 की जीत ने उन्हें वह पहचान दी जिसे वह बाद में भुना सके। पूर्व मुख्य कोच और चयनकर्ता मदन लाल ने कहा कि मैं आज राष्ट्रीय चैनल पर विशेषज्ञ के तौर पर जाता हूं। हमारी सफलता काफी अहम थी और अगली नस्ल को इसका फायदा मिला जिससे मैं खुश हूं।
यशपाल शर्मा ने कहा कि मैल्कम मार्शल के साथ तो मेरी एक डील थी। वो आते ही मुझे एक बाउंसर देता था। सुनील वाल्सन तो क्विज का एक सवाल ही बन गए थे कि वह कौन सा खिलाड़ी था जिसने 1983 विश्व कप में एक भी मैच नहीं खेला। उन्होंने कहा कि कपिल, मदन और रोजर इतनी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे कि मौका मिलना मुश्किल था। मुझे बाहर बैठना पड़ा लेकिन इसका कोई खेद नहीं।
नयी दिल्ली। भारत की जूनियर महिला मुक्केबाजों ने जर्मनी में हुए ब्लैक फॉरेस्ट कप में पांच स्वर्ण सहित सात पदक अपने नाम किये और टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ टीम का खिताब जीता। स्वर्ण पदक जीतने वाली हरियाणा की नेहा (54 किग्रा) और कर्नाटक की अंजू देवी (50 किग्रा) को क्रमश: टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज और उदीयमान खिलाड़ी घोषित किया गया।
भारतीय मुक्केबाजी संघ की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक नेहा और अंजू के अलावा एच. अंबेशोरी देवी (57 किग्रा), तमन्ना (48 किग्रा) और प्रीति दाहिया (60 किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक हासिल किये।
भारत की 13 सदस्यीय टीम में तनु (52 किग्रा) और आश्रेया दिनेश नाइक (63 किग्रा) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। टूर्नामेंट में भारत और जर्मनी सहित 10 देशों ने भाग लिया था जिसमें यूक्रेन, कजाकिस्तान, लातविया, हंगरी, लिथुआनिया, मंगोलिया, यूनान और पोलैंड की टीमें शामिल थी।