ईश्वर दुबे
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Bhilai
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 यानी टूर्नामेंट के 12वें संस्करण के लिए आज 346 खिलाड़ियों की नीलामी होगी। हालांकि, इनमें से ज्यादा से ज्यादा 70 खिलाड़ी ही खरीदे जा सकते हैं। किंग्स इलेवन पंजाब के पास सबसे ज्यादा 15 खिलाड़ियों को खरीदने का मौका है, जबकि चेन्नई सुपरकिंग्स सिर्फ दो ही खिलाड़ियों को खरीद पाएगी। चेन्नई के पास दो खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 8.4 करोड़ रुपए हैं। वहीं, किंग्स इलेवन पंजाब को 36.20 करोड़ रुपए में ही 15 खिलाड़ी खरीदने होंगे। नीलामी में रखे गए खिलाड़ियों को दो ग्रुप कैप्ड और अनकैप्ड क्रिकेटर्स में बांटा गया है।
118 कैप्ड खिलाड़ियों को- दो करोड़, 1.5 करोड़, एक करोड़, 75 लाख और 50 लाख रुपए बेस प्राइस में रखा गया है। दो करोड़ रुपए बेस प्राइस में नौ खिलाड़ी हैं, वे सभी विदेशी हैं। 1.5 करोड़ रुपए बेस प्राइस में 10 खिलाड़ी हैं। अनकैप्ड खिलाड़ियों की संख्या 228 हैं। इन्हें तीन तरह- 40 लाख, 30 लाख और 20 लाख रुपए की बेस प्राइस में रखा गया है।
कैप्ड खिलाड़ी
बेस प्राइस | कुल खिलाड़ी | भारतीय | विदेशी |
2 करोड़ रुपए | 09 | 00 | 09 |
1.5 करोड़ रुपए | 10 | 01 | 09 |
एक करोड़ रुपए | 19 | 04 | 15 |
75 लाख रुपए | 18 | 02 | 16 |
50 लाख रुपए | 62 | 18 | 44 |
अनकैप्ड खिलाड़ी
बेस प्राइस | कुल खिलाड़ी | भारतीय | विदेशी |
40 लाख रुपए | 07 | 00 | 07 |
30 लाख रुपए | 08 | 05 | 03 |
20 लाख रुपए | 213 | 196 | 17 |
विदेशी क्रिकेटर्स को खरीदने की बात करें तो कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) सबसे ज्यादा पांच खिलाड़ियों को खरीद पाएगी। घरेलू खिलाड़ियों को खरीदने के मामले में किंग्स इलेवन पंजाब पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) है।
चेन्नई सुपर किंग्स : आईपीएल-11 की चैम्पियन टीम चेन्नई सुपरकिंग्स ने पिछले संस्करण के 23 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इनमें 15 भारतीय और आठ विदेशी हैं। इसके लिए वह 73.6 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अब उसके पास 8.4 करोड़ रुपए बचे हैं। इतनी धनराशि में वह सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ियों को खरीद सकती है।
सनराइजर्स हैदराबाद : इस साल आईपीएल का फाइनल खेलने वाली सनराइजर्स हैदराबाद ने अगले सत्र के लिए भी पुराने खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा जताया है। उसने 20 खिलाड़ियों को रिटेन किया। इसके लिए उसने 72.3 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। अब उसके पर्स में 9.7 करोड़ रुपए बचे हैं। इतनी राशि में उसे ज्यादा से ज्यादा तीन भारतीय और दो विदेशी खिलाड़ी खरीदने हैं।
कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) : आईपीएल-11 के क्वालिफायर-2 तक पहुंचने वाली कोलकाता नाइटराइडर्स ने 2019 के लिए 13 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। हालांकि, इसके लिए वह 66.8 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अब वह ज्यादा से ज्यादा 12 खिलाड़ी और खरीद सकती है। इसमें सात भारतीय और पांच विदेशी हो सकते हैं। इसके लिए उसके पास 15.2 करोड़ रुपए हैं।
राजस्थान रॉयल्स (आरआर) : इस साल एलिमिनेटर राउंड में बाहर होने वाली राजस्थान रॉयल्स ने अगले संस्करण के लिए अपने 16 खिलाड़ियों को रिटेन किया। इसमें से 11 भारतीय और पांच विदेशी हैं। इसके लिए उसने 66.8 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। अब उसके खाते में 20.95 करोड़ रुपए बचे हैं। इतने रुपयों में उसके पास ज्यादा से ज्यादा छह भारतीय और तीन विदेशी खिलाड़ियों को खरीदने का मौका है।
मुंबई इंडियंस (एमआई) : तीन बार की चैम्पियन मुंबई इंडियंस इस साल क्वालिफायर में जगह नहीं बना पाई थी। हालांकि, उसका पुराने खिलाड़ियों पर भरोसा कायम है। उसने 18 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इसमें से 11 भारतीय और सात विदेशी हैं। इन खिलाड़ियों पर वह 70.85 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अब उसके पर्स में 11.15 करोड़ रुपए की राशि बची है। इतने रुपए में वह अधिकतम छह भारतीय और एक विदेशी खिलाड़ी खरीद सकती है।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) : इस साल छठे स्थान पर रही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 15 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इसमें नौ भारतीय और छह विदेशी शामिल हैं। उसने रिटेन करने पर 63.85 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। अब उसके खाते में 18.15 करोड़ रुपए बचे हैं। इतनी धनराशि में वह ज्यादा से ज्यादा आठ भारतीय और दो विदेशी खिलाड़ी खरीद सकती है।
किंग्स इलेवन पंजाब (केएक्सआईपी) : इस साल टूर्नामेंट में किंग्स इलेवन पंजाब क्वालिफायर में जगह नहीं बना पाई थी। शायद यही वजह रही कि उसने खिलाड़ियों को रिटेन करने में ज्यादा विश्वास नहीं किया। उसने 10 खिलाड़ी ही रिटेन किए। इनमें से छह भारतीय और चार विदेशी हैं। इन्हें रिटेन करने के लिए उसने 45.8 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। अब उसके पास 36.2 करोड़ रुपए बचे हैं। इसमें वह अधिकतम 11 भारतीय और चार विदेशी खिलाड़ी ही खरीद सकती है।
दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) : दिल्ली डेयरडेविल्स का नया नाम दिल्ली कैपिटल्स हो गया है। उसने अपने 15 खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इनमें से 10 भारतीय और पांच विदेशी हैं। वह इन क्रिकेटर्स पर 56.5 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। अब उसके पास 25.5 करोड़ रुपए बचे हुए हैं। इतनी धनराशि में से वह ज्यादा से ज्यादा सात भारतीय और तीन विदेशी खिलाड़ी और खरीद सकती है।
पर्थ। भारतीय टीम दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को दूसरी पारी में 140 रन पर ढेर हो गई जिससे आस्ट्रेलिया ने 146 रन की जीत के साथ चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। भारतीय टीम 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी पारी में 56 ओवर ही टिक सकी। भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट 31 रन से जीतकर बढ़त बनाई थी। भारत ने दिन की शुरूआत पांच विकेट पर 112 रन से की। टीम इंडिया ने अपने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 28 रन पर गंवाए। आस्ट्रेलिया ने अंतिम दिन 65 मिनट में ही भारत के बचे हुए पांच विकेट हासिल कर लिए।
दक्षिण अफ्रीका में मार्च में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के सामने आने के बाद आस्ट्रेलिया की यह पहली टेस्ट जीत है। आस्ट्रेलिया की ओर से नाथन लियोन (39 रन पर तीन विकेट) और मिशेल स्टार्क (46 रन पर तीन विकेट) ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि जोश हेजलवुड (24 रन पर दो विकेट) और पैट कमिंस (25 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट हासिल किए। हनुमा विहारी (28) और ऋषभ पंत (30) ने आज भारत की पारी को आगे बढ़ाया। ये दोनों छह ओवर तक ही आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को सफलता से महरूम रख पाए। दोनों ने छठे विकेट के लिए 21 रन जोड़े।
विहारी आज आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे। उन्होंने स्टार्क की गेंद पर प्वाइंट पर कैच थमाया। पंत भी इसके बाद लियोन की गेंद पर मिड आन पर कैच दे बैठे। पीटर हैंड्सकोंब ने उनका नीचा कैच लपका। उमेश यादव (02) ने स्टार्क को उन्हीं की गेंद पर कैच थमाया। इशांत शर्मा (00) कमिंस की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। जसप्रीत बुमराह (00) इसके बाद कमिंस की गेंद को हवा में लहरा गए और इस तेज गेंदबाज ने कैच लपककर आस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत ने कप्तान विराट कोहली के 25वें शतक की बदौलत 283 रन बनाए। पहली पारी में 43 रन की बढ़त हासिल करने के बाद आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 243 रन बनाकर भारत को 287 रन का लक्ष्य दिया। तीसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से शुरू होगा।
ग्वांग्झू। ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधू ने विश्व टूर फाइनल्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल ग्रुप ए के पहले मैच में बुधवार को विश्व में नंबर दो और मौजूदा चैंपियन अकाने यामागुची को सीधे गेम में पराजित करके अपने अभियान का शानदार आगाज किया। दुबई में पिछली बार उप विजेता रही सिंधू ने संयम और आक्रामकता का अच्छा नमूना पेश किया तथा जापानी खिलाड़ी को 24-22, 21-15 से हराया। टूर्नामेंट में तीसरी बार भाग ले रही सिंधू ने कई अवसरों पर पिछड़ने के बावजूद हौसला बनाये रखा। पहला गेम 27 मिनट तक चला और इसमें दोनों शटलर ने एक दूसरे पर हावी होने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
पहले गेम में इंटरवल के समय सिंधू 6-11 से पीछे चल रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने जबर्दस्त वापसी की और अपनी प्रतिद्वंद्वी के बैकहैंड पर करारे स्मैश लगाकर स्कोर 19-19 से बराबर कर दिया। इसके बाद खिलाड़ियों की मानसिकता की परीक्षा थी जिसमें भारतीय अव्वल रही और उन्होंने पहला गेम अपने नाम कर दिया। दूसरे गेम में यामागुची ने भारतीय खिलाड़ी के बैकहैंड को निशाने पर रखकर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन सिंधू इस चुनौती के लिये तैयार थी और उन्होंने जापानी खिलाड़ी को करारा जवाब देकर 3-1 से बढत हासिल कर ली।
यामागुची ने हालांकि दबाव बनाये रखा और इस बीच सिंधू ने भी एक गलती की जिससे जापानी खिलाड़ी 6-3 से बढ़त पर आ गयी। यामागुची ने इसके बाद बाहर शाट मारा और एक बार उनकी शटल नेट पर भी उलझी। इससे सिंधू को वापसी का मौका मिला और वह 8-7 से आगे हो गयी। यामागुची ने हालांकि हार नहीं मानी और इंटरवल तक वह 11-10 से आगे हो गयी।
सिंधू ने ब्रेक के बाद जापानी खिलाड़ी की दो गलतियों का फायदा उठाकर 14-11 से बढ़त बनायी। वह यहीं पर नहीं रूकी और उन्होंने जल्द ही 18-11 से बढ़त बनाकर अपनी स्थित मजबूत कर ली। यामागुची ने जब शाट नेट पर मारा तो सिंधू को छह मैच प्वाइंट मिल गये। जापानी ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन वह फिर से नेट पर खेल गयी और सिंधू ने मैच अपने नाम कर दिया। इस टूर्नामेंट में प्रत्येक ग्रुप से दो खिलाड़ी सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई करेंगी जिसके बाद नाकआउट का ड्रा होगा। सत्र के इस आखिरी टूर्नामेंट में चोटी के आठ खिलाड़ी भाग ले रहे हैं।
एडीलेड। भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को पुछल्ले बल्लेबाजों के जुझारूपन के कारण जीत के लिये इंतजार करना पड़ा और कप्तान विराट कोहली ने बाद में कहा कि ऐसे मौके पर वह शांतचित नहीं थे। भारत ने आस्ट्रेलिया को 31 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। आस्ट्रेलिया के अंतिम चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिससे एक समय भारतीयों की भी चिंता बढ़ने लगी थी। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘टेस्ट मैचों में ऐसा होता है। मैच में उतार चढ़ाव आते रहते हैं। बाधाएं भी आती हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छा संघर्ष किया लेकिन हमने अपनी रणनीति अच्छी तरह से लागू की।’’
एडीलेड। भारत ने आस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें दिन सोमवार को 31 रन से हराकर पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। आस्ट्रेलिया की टीम 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 291 रन ही बना पायी। भारत ने चेतेश्वर पुजारा (123) के 16वें टेस्ट शतक की मदद से अपनी पहली पारी में 250 रन बनाये थे। इसके जवाब में आस्ट्रेलिया 235 रन ही बना पाया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाकर आस्ट्रेलिया के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। एडिलेट में 15 साल के बाद भारत ने जीत दर्ज की है।
इससे पहले भारत ने ट्रेविस हेड और शान मार्श को आउट करके आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें और अंतिम दिन जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए थे। हालांकि, आस्ट्रेलिया ने 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लंच तक छह विकेट पर 186 रन बनाये थे, लेकिन एक के बाद एक ऑस्ट्रेलिया ने अपना विकेट गवा दिया और 15 साल बाद एडिलेट में भारत को जीत हासिल हुई। दूसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से पर्थ में खेला जाएगा
एडीलेड। भारत के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन भारत को पहली पारी में 250 रन पर आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक दो विकेट 57 रन पर गंवा दिये। लंच के समय उस्मान ख्वाजा 86 गेंद में 21 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि शॉन मार्श ने एक रन बनाया है। ऑस्ट्रेलिया अभी भी 193 रन पीछे है। इससे पहले मोहम्मद शमी (छह) दूसरे दिन जोश हेजलवुड की पहली ही गेंद पर आउट हो गए जिन्होंने विकेट के पीछे कैच थमाया। इसके साथ ही भारतीय पारी का अंत हो गया। आस्ट्रेलिया के लिये हेजलवुडने 52 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और नाथन लियोन को दो दो विकेट मिले। ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत भी बहुत अच्छी नहीं रही। ईशांत शर्मा ने उनकी पारी की तीसरी गेंद पर आरोन फिंच (0) को आउट किया। ख्वाजा और टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस (26) ने कुछ देर संभलकर खेलने की कोशिश की। दोनों ने 20.4 ओवर में 45 रन जोड़े। यह भारत के शीर्ष चार विकेटों से लिये हुई किसी भी साझेदारी से बड़ी थी। भारतीय तेज गेंदबाजों ने काफी रफ्तार के साथ गेंद डाली। जसप्रीत बुमराह ने तो एक समय 150 किमी की गति से भी गेंदबाजी की लेकिन कई बार अच्छी लैंग्थ नहीं पकड़ सके। आर अश्चिन को 12वें ओवर में गेंद सौंपी गई जिसने हैरिस को परेशान किया । लंच से पहले हैरिस को अश्विन ने सिली प्वाइंट पर लपकवाया।
भुवनेश्वर। सबसे कमजोर मानी जा रही फ्रांस की टीम गुरूवार को पूल ए में अर्जेंटीना को 5-3 से हराकर टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर किया और पुरूष विश्व कप हाकी के क्रासओवर में अपनी जगह सुरक्षित की। न्यूजीलैंड और स्पेन के बीच मैच 2-2 से ड्रा छूटने के बाद विश्व में 20वें नंबर के फ्रांस को क्रासओवर में जगह बनाने के लिये इस मैच में हर हाल में जीत चाहिए थी और वह इसी इरादे के साथ मैदान पर भी उतरा।
अर्जेंटीना इस हार के बावजूद छह अंक लेकर पूल में शीर्ष पर रहा लेकिन फ्रांस चार अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रहा। न्यूजीलैंड के भी चार अंक हैं लेकिन गोल अंतर में फ्रांस बेहतर रहा। इस तरह से स्पेन शुरूआती चरण में ही बाहर हो गया। टूर्नामेंट के प्रारूप के अनुसार चारों पूल से शीर्ष पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान की टीमें बाकी बचे चार स्थानों के लिये क्रासओवर में खेलेंगी।
पूल ए के अंतिम मैच में फ्रांस ने चार मैदानी गोल किये। उसकी तरफ से ह्यूगो जेनेस्टेट (18वें मिनट), अरिस्टाइड कोइसेन (26वें), गैस्पार्ड बाउमगार्टन (30वें) और फ्रैंकोइस गोएट (54वें) ने मैदानी गोल जबकि कप्तान विक्टर चार्लेट (23वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया। विश्व में दूसरे नंबर के अर्जेंटीना की तरफ से लुकास मार्टिनेज (28वें) ने मैदानी गोल किया जबकि गोंजालो पेलियट (44वें, 48वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला।
एडीलेड। आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन गुरूवार को भारत की शुरूआत बेहद खराब रही और लंच तक उसके चार विकेट सिर्फ 56 के स्कोर पर उखड़ गए। आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने नयी कूकाबूरा गेंद से नियमित अंतराल पर विकेट लिये। पहले सत्र के 27 ओवर में भारतीय शीर्षक्रम क्रीज पर पैर जमा ही नहीं सका। लंच के समय चेतेश्वर पुजारा 11 और रोहित शर्मा 15 रन बनाकर खेल रहे थे। इससे पहले भारत ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। हनुमा विहारी को बाहर रखकर छठे बल्लेबाज के तौर पर रोहित शर्मा को टीम में जगह दी गई। आस्ट्रेलियाई टीम के लिये मार्कस हैरिस ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।शुरूआती ओवरों में भारतीय बल्लेबाज मिशेल स्टार्क और हेजलवुड को खेल नहीं सके। दोनों सलामी बल्लेबाजों में से केएल राहुल (दो) के पास आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की रफ्तार का कोई जवाब नहीं था। वह दूसरे ओवर में गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर तीसरी स्लिप में हेजलवुड को कैच दे बैठे। मुरली विजय (11) बेहतर दिख रहे थे लेकिन रनगति बढाने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे। सातवें ओवर में विजय ने स्टार्क को कवर ड्राइव लगाने की कोशिश की लेकिन चूके और विकेट के पीछे टिम पेन को कैच दे दिया। इसके बाद कप्तान विराट कोहली क्रीज पर आये जो आत्मविश्वास से भरे दिखे। वह भी हालांकि कोई कमाल नहीं कर पाये और पैट कमिंस की गेंद पर उस्मान ख्वाजा ने अपनी बायीं ओर डाइव लगाकर उनका शानदार कैच लपका।
उस समय भारत का स्कोर 11 ओवर में तीन विकेट पर 19 रन था। पुजारा और अजिंक्य रहाणे (13) ने 59 गेंदों में 22 रन जोड़े। रहाणे को नाथन लियोन को खेलने में काफी दिक्कत हुई जो ड्रिंक्स ब्रेक के बाद गेंदबाजी के लिये आये। रहाणे ने लियोन को उसके दूसरे ओवर में लांग आन पर छक्का लगाया। रहाणे 21वें ओवर में हेजलवुड का शिकार हुए । पुजारा और रोहित ने भारत को 25वें ओवर में 50 रन के पार पहुंचाया।
एडीलेड। आस्ट्रेलिया के उपकप्तान और तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम भले ही दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हो लेकिन कप्तान विराट कोहली को काबू रखने से उस पर दबाव बनाया जा सकता है। कोहली ने पिछली बार आस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट श्रृंखला में चार शतक समेत 692 रन बनाये थे। हेजलवुड ने छह दिसंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व कहा, ‘‘भारतीय बल्लेबाजी क्रम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने पिछले एक साल में काफी क्रिकेट खेला है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और सिर्फ विराट कोहली की चमके । कई दूसरे बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना सके।’’
नई दिल्ली । भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू को अगले माह 12 दिसंबर से शुरु हो रहे विश्व टूर फाइनल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं। सिंधू ने ग्वांग्झू में होने वाली विश्व टूर फाइनल की तैयारियों के लिए ही पिछले सप्ताह सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नहीं खेला था। यह तीसरा अवसर है जबकि सिंधू ने विश्व टूर जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिये क्वालीफाई किया है। सिंधु ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि मैं इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करूंगी। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हूं। यह सबसे बड़े टूर्नामेंटों में से एक है जिसमें शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। यह चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन मैं वास्तव में इसे जीतना चाहती हूं।’’ सिंधू ने इस साल अपनी प्रभावशाली फार्म जारी रखी है। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किये। इसके अलावा वह इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन में भी उप विजेता रही थी। फाइनल में हारने के बारे में सिंधू ने कहा, ‘‘मैं पांच फाइनल में खेली और उनमें हार गयी। यह हार पचा पाना मुश्किल होता है लेकिन मैं एशियाई खेलों के परिणाम से खुश हूं। कुल मिलाकर मैंने कुछ अच्छे परिणाम हासिल किये और कुछ अवसरों पर फाइनल में उलटफेर का शिकार बनी।’
सिडनी। एडम गिलक्रिस्ट को उम्मीद है कि विराट कोहली 2014-15 टेस्ट श्रृंखला के प्रदर्शन को दोहराने में सफल रहेंगे लेकिन उन्होंने कहा कि अगर भारत को प्रतिष्ठित बोर्डर-गावस्कर ट्राफी जीतनी है तो अन्य बल्लेबाजों को अपने करिश्माई कप्तान का साथ देना होगा। पहला टेस्ट एडिलेड में छह दिसंबर से शुरू होगा और कोहली ने पिछली बार इस मैदान पर खेलते हुए भारत की दिल तोड़ने वाली हार के दौरान दोनों पारियों में शतक जड़े थे।
गिलक्रिस्ट ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि विराट कोहली 2014 (चार टेस्ट में 86 –50 के औसत से 694 रन) की तरह एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेगा। पिछले कुछ दिनों में मैंने उसके साथ बात की है, उसका आत्मविश्वास देखा है और सिडनी में उसने जिस तरह बल्लेबाजी की उसे देखते हुए अगर वह ऐसा नहीं कर पाता है तो मुझे बेहद हैरानी होगी।’
उन्होंने कहा, ‘भारत के यह श्रृंखला जीतने के लिए हालांकि सबसे अहम उसके साथ खेलने वाले बल्लेबाज होंगे। क्या वह उसका पर्याप्त समर्थन कर पाएंगे जिससे कि भारत पर्याप्त रन बना सके और अपने अच्छे गेंदबाजी आक्रमण को रनों का बचाव करने और आस्ट्रेलिया को टेस्ट में दो बार आउट कर पाएं।’ यह पूछने पर कि क्या आस्ट्रेलिया की कोहली को रोकने के लिए कोई विशेष रणनीति है, गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं किसी योजना के बारे में बता पाऊंगा क्योंकि मुझे नहीं पता। सर्वश्रेष्ठ यह है कि आस्ट्रेलिया धैर्य रखे। उन्हें अच्छा परंपरागत टेस्ट क्रिकेट खेलना होगा। उनकी सर्वश्रेष्ठ उम्मीद यही होगी कि भारत शुरूआती झटके दें और कोहली को नई गेंद से गेंदबाजी करें।’
गिलक्रिस्ट ने स्वीकार किया कि भारत प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगा लेकिन साथ ही कहा कि आस्ट्रेलिया को अपने हालात में दबदबा बनाने में अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा, ‘भारत इस टेस्ट श्रृंखला में प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगा और ऐसा मुख्य रूप से इसलिए होगा क्योंकि वे अपने टीम संयोजन से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्हें बेहद अच्छी समझ है कि वह किस संयोजन के साथ खेलना चाहते हैं।’
गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘शायद एक या दो स्थानों के लिए दावा होगा लेकिन इसके अलावा उनकी अंतिम एकादश लगभग तय है। मुझे लगता है कि भारत के पास स्थिर टेस्ट टीम है। जबकि अगर आप आस्ट्रेलिया को देखो तो मुझे नहीं लगता कि उनके चयनकर्ता सुनिश्चित हैं कि वे किस क्रम या टीम संतुलन के साथ खेलना चाहते हैं। यह आस्ट्रेलिया क्रिकेट का नया चरण है।’
गिलक्रिस्ट ने कहा कि दोनों टीमों के गेंदबाजी आक्रमण में अधिक अंतर नहीं है लेकिन यह बल्लेबाजी क्रम है जो अंतर पैदा करेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोई भी टीम श्रृंखला जीत सकती है। अपने हालात में आत्मविश्वास हासिल करने और श्रृंखला में दबदबा बनाने में आस्ट्रेलिया को अधिक समय नहीं लगेगा। हम अतीत में ऐसा होते हुए देख चुके हैं।’
सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘दोनों टीमों का गेंदबाजी आक्रमण शीर्ष स्तर का है इसलिए यह इस पर निर्भर करेगा कि कौन सा बल्लेबाज क्रम बिखरने से बच पाएगा। कोहली ने भारत के इंग्लैंड दौरे की बात की और कहा कि जब उन्होंने खराब किया तो बेहद खराब प्रदर्शन किया और इसलिए हार गए। भारत ने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में सिर्फ टुकड़ों में अच्छी बल्लेबाजी की। वे प्रबल दावेदार हैं लेकिन उन्हें स्वयं के साथ ईमानदार होना होगा।’
गिलक्रिस्ट ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की गैरमौजूदगी में श्रृंखला की चमक कुछ फीकी हो चुकी है। मार्च में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के कारण इन दोनों को एक साल का प्रतिबंध झेलना पड़ रहा है। गिलक्रिस्ट ने कहा कि इन दोनों की कमी की भरपाई आस्ट्रेलिया किसी तरह से नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘स्मिथ और वार्नर ने पिछले कुछ वर्षों में आस्ट्रेलिया के रनों में बड़ा योगदान दिया है और यह बड़ा नुकसान है, इसमें कोई शक नहीं। निश्चित तौर पर उन्हें उनकी कमी खलेगी, विशेषकर स्मिथ की क्योंकि वह कोहली के स्तर का खिलाड़ी है।’ गिलक्रिस्ट ने साथ ही कहा कि कैमरन बेनक्राफ्ट के निलंबन का भी घरेलू टीम को नुकसान होगा।
नयी दिल्ली। भारतीय फुटबाल टीम यूएई में एएफसी एशियाई कप में अपने अभियान की शुरूआत करने से ठीक पहले 27 दिसंबर को अबु धाबी में ओमान से भिड़ेगी। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने यह जानकारी दी। यूएई के तीन शहरों में पांच जनवरी से एक फरवरी तक होने वाले एशियाई कप में हिस्सा हो रही किसी टीम के खिलाफ यह भारत का तीसरा मैच है जो टूर्नामेंट की उसकी तैयारी का हिस्सा है। भारत ने पहले दो मैचों में चीन से गोल रहित ड्रा खेला था जबकि जोर्डन के खिलाफ उसे 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था।
नई दिल्ली. इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को खेले गए महिला टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में अनुभवी बल्लेबाज मिताली राज को बाहर रखने के कप्तान हरमनप्रीत कौर के फैसले की भारतीय क्रिकेट जगत में काफी आलोचना हो रही है। मिताली को बाहर बैठाने पर उनकी मैनेजर अनीशा गुप्ता ने हरमनप्रीत को झूठी और चालाक करार दिया। हालांकि, टीम की मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि मिताली को बाहर रखने का फैसला सिर्फ हरमनप्रीत का नहीं, बल्कि सामूहिक था। कोच और चयनकर्ता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत हासिल करने वाली टीम को ही इंग्लैंड के खिलाफ उतारने पर सहमत थे।
अभ्यास सत्र के बाद मिताली पर फैसला लिया गया था : तृप्ति भट्टाचार्य
अनीशा ने ट्वीट में लिखा, "दुर्भाग्यवश भारतीय टीम राजनीति में विश्वास करती है, न कि खेल में। भारत और आयरलैंड मैच में मिताली का अनुभव कितना काम आया था, इसे देखने के बाद भी टीम ने 'अपरिपक्व', 'झूठी' और 'चालाक' हरमनप्रीत को मन की करने दी।" यह ट्वीट एक असत्यापित टि्वटर अकाउंट से किया गया था। वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने जब अनीशा से इस बारे में पूछा कि क्या यह उन्हीं का ट्विट हो तो मैनेजर ने हामी भरी और अपने बयान पर कायम रहीं। हालांकि उनका अकाउंट कुछ घंटे बाद डिलीट कर दिया गया। वेबसाइट ने अनीशा के हवाले से लिखा, "मैं नहीं जानती की अंदर क्या चल रहा है, लेकिन मैचों का प्रसारण हो रहा है तो हम देख सकते हैं कि कौन प्रदर्शन कर रहा है और कौन नहीं। अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी मिताली के साथ क्या हो रहा है, इसे देखने की जरूरत है।" जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अपने ट्वीट पर पछतावा है तो उन्होंने कहा, "हो सकता है कि मैं ज्यादा गुस्से में हूं, लेकिन यह बात सही जगह से आई है क्योंकि मैं गलत के साथ खड़ी नहीं रह सकती। जिस तरह का फेवरेटिजम दिखाया जा रहा है वो साफ तौर पर जाहिर है।" वहीं, तृप्ति ने रिपोर्ट में लिखा कि शुक्रवार शाम छह बजे अभ्यास सत्र के बाद कप्तान हरमनप्रीत, उप कप्तान स्मृति मंधाना, कोच रमेश पोवार और चयनकर्ता सुधा शाह ने आखिरी-11 की सूची को अंतिम रूप दिया था। ये सभी मिताली को बाहर रखने पर सहमत थे। तृप्ति ने मुताबिक, सुधा शाह आखिरी-11 को लेकर पूरी तरह संतुष्ट थीं और उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई थी। हालांकि, तृप्ति की रिपोर्ट के बाद विवाद बढ़ सकता है, क्योंकि सेमीफाइनल तक पहुंचने के बाद भारत ने पहली बार फाइनल में पहुंचने का एक बढ़िया मौका खो दिया।
एंटीगा । ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 71 रन से हराकर आईसीसी महिला विश्व टी20 के फाइनल में प्रवेश किया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम की जीत में एलिसा हीली की 46 रनों की पारी की अहम भूमिका रही। इसके अलावा उसके गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। अब खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम का सामना प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड से होगा। इस मैच में आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए हीली के 38 गेंदों पर 46 रन और कप्तान मेग लैनिंग के 39 गेंदों पर 31 और राचेल हेन्स के 15 गेंदों पर नाबाद 25 रनों की सहायता से पांच विकेट पर 145 रन बनाये। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान वेस्टइंडीज की टीम 17.3 ओवरों में ही 71 रन पर सिमट गयी। इंडीज की केवल एक बल्लेबाज कप्तान स्टेफनी टेलर ही 16 रन बनाकर दो अंकों तक पहुंच पायी। आस्ट्रेलिया की तरफ से एलिस पेरी ने दो रन देकर दो विकेट, एशलीग गार्डनर ने 15 रन देकर दो विकेट और डेलिसा किमिन्स ने 17 रन देकर दो विकेट लिए।