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दुर्ग। राजेश श्रीवास्तव जिला एवं सत्र न्यायाधीश/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के दिशा निर्देश पर छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त जिलों में निवास करने वाले वृद्धजनों के सम्मान में ‘करुणा’ के नाम से एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम चलाई जा रही है। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राहुल शर्मा ने बताया कि एक वृद्धा सकून बाई यादव गंजपारा क्षेत्र में बीमार अवस्था में लावारिस देखी गई। जिन्हें 108 की मदद से डिस्टिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उपचार पूर्ण होने के उपरांत यह ज्ञात हुआ कि वृद्धा का इस दुनिया में कोई नहीं है तत्पश्चात उनका कोविड टेस्ट कराकर उन्हें पुलगांव स्थित वृद्धाश्रम में भर्ती कराया गया। वृद्धा की उम्र 60 साल है, वृद्धा को उनकी मर्जी से वृद्धाश्रम में भर्ती कराया गया वह कई साल से अस्वस्थ थी एवं भीख मांग कर अपनी रोजी-रोटी किया करती थी, राम देव गुप्ता एवं कांस्टेबल कृपाराम ठाकुर के सहयोग से उक्त वर्ष जिनको उपचार करा कर दवाई दिलवा कर वृद्धाश्रम में भर्ती कराया गया।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों भरण-पोषण कल्याण अधिनियम 2007 के तहत अपने संतान/परिवारजनों से भरण पोषण एवं रहन-सहन की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं तथा इसके लिए विधि अनुसार परिवार न्यायालय में प्रकरण भी दर्ज किये जा सकते हैं । प्रायः यह देखने में आता है कि संतान अपने माता-पिता के संम्पत्ति का उपभोग करते हैं किन्तु उनके भरण-पोषण के दायित्व से अपने को अलग कर देते हैं । माता-पिता भी अपनी संतानों के इस कृत्य को आमजनों के सामने लाये जाने में संकोच करते हैं तथा अपने इज्जत एवं सामाजिक परिवेश को ध्यान में रखते हुए संतानों के द्वारा दी जा रही पीड़ा को सहन करते हैं । वृद्ध माता-पिता संतानों के द्वारा दिये गये पीड़ा को सहन करते हैं तथा मानसिक रूप से कमजोर होते जाते हैं। वृद्धजनों को अपने संतानों से भरण-पोषण पाने का अधिकार है जिसके लिए उन्हें सामने आना चाहिए । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ऐसे वृद्धजनों के लिए भरण-पोषण की राशि संतानों से दिलाये जाने के लिए प्रबल रूप से खड़ा होकर उन्हें पूरी तरह से विधिक सहायता हेतु मदद करेगा तथा उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करते हुए शासकीय व्यय पर पैनल अधिवक्ता भी उपलब्ध करायेगा ।

भिलाई। लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी छत्तीसगढ राज्य के सभी जिले के सभी कार्यकर्ता 19 जुलाई को लगातार पेट्रोल, डीजल एवं बढ रही बेतहाशा मंहगाई के विरोध में देश के प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्रियों को एक ज्ञापन सौँपंगे।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पंडा, फजल हुसैन पासा, जावेद उस्मानी बिलासपुर, बंशी श्रीमाली धमतरी, श्याम मनोहर सिंह, चन्द्रशेखर रेड्डी दुर्ग, बलराम कर्स चांपा एवं अन्य जिलों के कार्यकर्ता मंहगाई के विरोध में लोगों में जन चेतना पैदा करने नारे बाजी करते हुए जिला कलेक्टोरेट पहुंचर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष अशोक पंडा ने बताया को पिछले 2 वर्षों में गैस के दाम डबल हो गया है, लोगों की सब्सिडी भी लगभग ना के बराबर है, वहीं पेट्रोल के दाम अब छत्तीसगढ में भी सौ रूपये के पार हो गया है, इसके कारण लोगों में भारी आक्रोश है। अब सामान्य व्यक्ति को इस महंगाई की मार झेलना मुश्किल हो गया है। जब पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ते हैं तो महंगाई का पूरा चक्र चलता है। यातायात का भाड़ा बाजार की वस्तुओं की कीमत और यहां तक कि खाने की रोटी भी महंगी हो जाती है । दुनिया में कहीं भी कच्चे तेल के दाम नहीं बढ़े हैं ।देश में इस दाम वृद्धि की वजह केवल टैक्स की वृद्धि है । अगर सरकारें केवल अपने टैक्स वापस कर लें तो पेट्रोल 40 और डीजल 25 या 30 रुपैया और गैस का सिलेंडर भी 400 के आसपास हो जाएगा।

रायगढ़. जिले के कई किसान जो अभी तक धान की फसल ले रहे हैं। वे अब राजीव गांधी किसान न्याय योजना एवं मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना से प्रेरित होकर अन्य फसलों की खेती की ओर रूझान दिखा रहे है।

नगर पंचायत सरिया के कृषक प्रशांत प्रधान जो कि अपने खेतों में कई वर्षो से धान की खेती करते आ रहे थे। लेकिन इस बार उन्होंने मुनगा लगाने का निर्णय किया। कृषक प्रधान ने 1.25 एकड़ में ओडीसी-3 किस्म के मुनगा का रोपण किया है। गत दिवस राजस्व अधिकारी एवं कृषि विभाग के प्रभारी वरिष्ठ अधिकारी ने सयुक्त रूप निरीक्षण किया और खेत में मुनगा के पौधे का रोपण भी किया। कृषक प्रशांत ने बताया कि उन्होंने खेत में 8 फीट की दूरी में मुनगा लगाया है और बीच में खाली जगह है उसमें गोभी की फसल वो लेंगे, इससे अतिरिक्त आमदनी भी मिल जाएगी।

इसी तरह सरिया से लगे हुए ग्राम कांदुरपाली में रागी फसल लगाने वाले कृषक जयलाल पटेल के खेत का भी निरीक्षण किया गया। जहां पर किसान द्वारा 1.25 एकड में रागी फसल लगाया गया था। इस बार कृषक ने शासन की राजीव गांधी किसान न्याय योजना से प्रेरित होकर रागी फसल लगाया।

ग्राम पंचायत मल्दा-ब में रोहित नायक द्वारा धान के स्थान पर अन्य मिर्ची एवं अरहर 0.400 एकड़ में लगाया गया है। वे इस खेत में कई वर्षो से धान की फसल ले रहे थे। कृषि अधिकारी से मिली जानकारी के आधार पर मिर्ची सह अरहर के फसल लगाने का निर्णय उन्होंने लिया। साथ ही गांव में कृषक निरंजन, रामभरोष, यामनी भी संयुक्त रूप से 2.6 हेक्टेयर में रागी की फसल ले रहे हैं। आगामी कुछ दिनों में उसी गांव में 3.00 हेक्टेयर में पांच कृषकों द्वारा रागी फसल लगाया जायेगा। पिछले कई वर्षो से इस भूमि पर धान फसल लगाया जाता था। यहां के कृषकों ने कृषि चौपाल के माध्यम से जानकारी प्राप्त किये और रागी अन्य फसल लगाने के लिये तैयार हुए। जिसका मौके पर जाकर एसडीएम सारंगढ़ नंद कुमार चौबे एवं कृषि विभाग के वरिष्ठ कृषि अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया गया।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया था, यदि वह धान के बदले कोदो-कुटकी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन, दलहन, तिलहन, सुगंधित धान, अन्य फोर्टिफाइड धान, केला, पपीता लगाता है अथवा वृक्षारोपण करता है, तो उसे प्रति एकड़ रुपये 10 हजार आदान सहायता राशि दी जाएगी। जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2020 में धान की फसल ली है, अगर वो धान की फसल के बदले अपने खेतों में वृक्षारोपण करते हैं, तो उन्हें आगामी 3 साल तक प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

 

मृतक की पत्नी श्रीमती चंदा सिंह को आर्थिक सहायता, अनुकम्पा नियुक्ति एवं दोनों बच्चों को दिलाया गया महतारी दुलार योजना का लाभ.

चिन्हांकित परिवारों का ख्याल रखने जिला प्रशासन कटिबद्ध- कलेक्टर डॉ0 गौरव कुमार सिंह.

सूरजपुर. जिले के विकासखण्ड रामानुजनगर, ग्राम पंचायत मदनपुर के निवासी आनन्द राम आ. स्व. शम्भू राम जिनके परिवार में 3 सदस्य इनकी पत्नि व दो बच्चे थे। आनन्द राम शा. उ. मा. विद्यालय मदनपुर में अंशकालीन स्वीपर (सफाई कामगार) के पद पर कार्यरत थे। अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए कृषि कार्य भी करते थे। पिछले दो वर्षों से आनन्द राम कैंसर बीमारी से जूझ रहे थे जिनका उपचार डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति अस्पताल, रायपुर में चल रहा था। परिवार की आय का मुख्य स्त्रोत के रूप में स्वयं आनन्द राम ही थे। जिस कारण उनके परिवार का भरण पोषण एवं उपचार हेतु आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा था। माह अप्रैल 2021 में डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति अस्पताल, रायपुर में उपचार के दौरान आनन्द राम कोरोना (कोविड-19) बीमारी से भी संक्रमित हुए, जिस कारण दुर्भाग्यवश 16 अप्रैल 2021 को उनका निधन हो गया। आनन्द राम के निधन होने उपरान्त उनके परिवार को और भी कठनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में कोरोना से मृत व्यक्तियों के परिवारजनों की सहायता के लिए सर्वे कराया गया था जिसमें आनन्द राम के परिवार को भी चिन्हांकित किया गया था।

जिला प्रशासन द्वारा स्व. आनन्द राम के परिवार की समस्याओं को कम करने हेतु छ.ग. शासन के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के अन्तर्गत आर्थिक सहयोग कुल राशि 1,22,000.00 रू. (श्रम विभाग द्वारा मुख्यमंत्री असंगठित कर्मकार मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजनान्तर्गत 1 लाख रू., पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा श्रद्धांजलि योजनान्तर्गत 2 हजार रू., समाज कल्याण विभाग द्वारा परिवार सहायता योजनान्तर्गत 20 हजार रू.) स्व. आनन्द राम की पत्नि श्रीमती चंदा सिंह को शा.उ. मा. विद्यालय में अंशकालीन स्वीपर पद नियुक्ति, उनके दोनों बच्चों को शिक्षा विभाग द्वारा संचालित महतारी दुलार योजनान्तर्गत शासकीय स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मिडियम स्कूल, भूनेश्वरपुर में निशुल्क शिक्षण हेतु प्रवेश कर लाभांवित किया गया।

स्व. आनन्द राम की पत्नि श्रीमती चंदा सिंह द्वारा बताया गया कि उक्त विभागों द्वारा प्राप्त राशि से उपचार हेतु लिया गया कर्ज चुकाया गया व दोनों बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से बैंक में 25-25 हजार रु. जमा किया गया। अंशकालीन स्वीपर पद पर नियुक्ति होने के कारण आत्मनिर्भर भी है। दोनों बच्चों को शासकीय स्वामी आत्मानन्द इंग्लिश मिडियम स्कूल निशुल्क शिक्षण हेतु प्रवेश मिल जाने से अब उनके शिक्षा की भी चिन्ता नहीं है। जिस हेतु श्रीमती चंदा सिंह द्वारा कलेक्टर एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया।

कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने कोरोना से मृत हुए जिले के व्यक्तियों के परिवारों को हर संभव लाभ पहुचाने अपनी कटिबद्धता प्रकट की है।

बीजापुर. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धन एवं कमजोर वर्गों के लिए विभिन्न हितग्राहीमूलक कार्य जैसे डबरी, कुआँ, मुर्गीपालन शेड, बकरी पालन शेड, मत्स्यपालन तालाब निर्माण स्वीकृत किये जाते हैं। बीजापुर जिले में भी इस महत्वाकांक्षी योजनान्तर्गत बहुत से हितग्राहीमूलक कार्य किये गए हैं, जिनके माध्यम से निर्धन परिवारों की आजीविका संवर्धन हो। इसके सुखद परिणाम अब परिलक्षित हो रहे हैं।

हम बात कर रहे हैं विकासखंड बीजापुर अंतर्गत ग्राम पंचायत एरमनार के निवासी नारद मंडावी की। जिन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से वित्तीय वर्ष 2019-20 में राशि 2 लाख 99 हजार रुपये की लागत से अपनी भूमि पर मत्स्यपालन तालाब का निर्माण किया है। तालाब निर्माण के बाद नारद ने अपने निजी तालाब में 10 हज़ार रुपये की लागत से मछली बीज डाला । मछली पालन से नारद को वर्ष 2020-21 में 90 हज़ार रुपये की आमदनी हुई। वहीं तालाब के आस पास खाली पड़ी जमीन पर नकदी फसल के रूप में साग-सब्जी उत्पादन कर नारद ने इसी वर्ष 50 हज़ार रुपये की अतिरिक्त आमदनी कमाई। सब्जी के रूप में नारद ने भिंडी, करेला, लौकी, टमाटर,बैंगन इत्यादि लगाया था।

एक तालाब निर्माण से शुरू हुआ आजीविका का यह सफर इस वर्ष भी निरन्तर जारी है, नारद ने वर्तमान में 10 हज़ार रुपये का मछली बीज अपने निजी तालाब में डाल रखा है। नारद बताते हैं कि उन्हें इस वर्ष भी मछलीपालन से अच्छी आमदनी होने की आस है। साथ ही तालाब की मेड़ों में अरहर की फसल व साग-सब्जी भी लगा रखा है। जिससे अतिरिक्त आय अर्जित होने की उम्मीद है। नारद को अपने इस कार्य के लिए परिवार के सभी लोग मदद कर रहे हैं और अब नारद का परिवार खुशहाली की ओर अग्रसर हो चुका है।

दुर्ग। दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल द्वारा #42000 पौधे लगाने एवं उनके संरक्षण करने के अभियान के तहत आज हमर हरियर भुइंया हथखोज व सेन्टथामस महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर विजय बघेल ने कहा कि स्वंय एक पेड लगाकर वृक्षारोपण करे और पुर्ण रूप से उसका देख भाल करे है और हम लोग लगभग आज अपने संकल्प के करीब पहुंच चुके है अब तक लगभग पैतीस हज़ार वृक्ष से उपर लगभग लगाया जा चुका है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा , एक आकलन प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज विश्व मे प्रति व्यक्ति औसत पेड़ लगभग 440 है और भारत मे यह आंकड़ा प्रति व्यक्ति मात्रा 29 है उसे हमे आगे ले जाना है वर्तमान में कम से कम 100 का आंकड़ा पार करके दिखाना है सभी जगह सांसद विजय बघेल ने अधिक से अधिक पेड़ लगाकर संरक्षित करने की अपील की।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्राचार्य एम.जी रायमन जी पप्पू चंद्राकर, बंटी यादव,अंजय दुबे, शुकालु मढरिया, महेश बंछोर, झग्गर बंछोर, सुरजीत वर्मा, राकेश बंछोर, द्रोण वर्मा, पवन बंछोर ताराचंद वर्मा नरोत्तम साहु, रोशन साहु विधि यादव, जतिन वर्मा, मयंक गुप्ता, सन्नी यादव, मनोज साहु व सम्मानित कार्यकर्ता के पावन आतिथ्य मे संपंन हुआ।

नई दिल्ली । फेसचेन अपने पदचिह्न का और विस्तार करते हुए बाययूक्वाइन को अपने लिस्टिंग पाइपलाइन में रखकर अपने आप को एक्सटी.कॉम और इंडोएक्स.कॉम पर लिस्ट किया और फ़ेसचेन का मेननेट जल्द ही लैटोकन एक्सचेंज पर लॉन्च होगा! नवीनतम घटनाक्रम के अनुसार, फेस को एक्सटी.कॉम और इंडोएक्स.कॉम पर सूचीबद्ध किया जा रहा है; और हम जल्द ही बाययूक्वाइन पर भी सूचीबद्ध होंगे, जो भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक है। वास्तव में, बाययूक्वाइन फेस टोकन को सूचीबद्ध करने वाला पहला भारतीय एक्सचेंज होगा, और यहां फेस का आइएनआर पेयर भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, लैटोकन एक्सचेंज भी फेस टोकन को समर्थन प्रदान करने के लिए सहमत है और जल्द ही हमारा मेननेट उनके प्लेटफॉर्म पर लाइव होगा। पिछले दो वर्षों में, हमने अपनी परियोजना के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है। हमने शुरुआत में ब्लॉकचेन को मुख्यधारा में लाने की दृष्टि से स्केलेबिलिटी जैसे प्रमुख मुद्दों को हल किया। इसके साथ ही हमने एआई-पावर्ड ब्लॉकचैन फ्रेमवर्क बनाया है जो उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है और 125 के का उत्कृष्ट टीपीएस प्रदान करने में सक्षम है। जोकि, हमें अपने सिस्टम को कई वास्तविक जीवन के उपयोग के मामलों में लागू करने की अनुमति देता है। जैसा कि हमने अपनी पेशकशों में सुधार करना हमेशा से जारी रखा हैं और वास्तविक उपयोग के मामलों को प्रस्तुत करते हैं, इसकी वजह से पार्टनर एक्सचेंजों के साथ मजबूत सहयोग में एक बड़ा बढ़ावा मिला है, और यह फेस को एक्सचेंजों के माध्यम से और अधिक यूजर्स तक पहुंचने की अनुमति देता है जिन पर लोग भरोसा करते हैं और नियमित रूप से उपयोग करते हैं। इसी के साथ, हम अपने प्लेटफॉर्म को इसकी विशेषताओं, मापनीयता, गति और सुरक्षा के मामले में और बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं, और यह एक्सचेंज लिस्टिंग हमें और अधिक यूजर्स तक पहुंचने में और उनसे परिचित होने का अवसर प्रदान करेगा। साथ ही हम चाहते हैं कि यदि आप सब के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।

सक्षम विपक्ष की भूमिका के लिए चुनौतीपूर्ण होगा लाभ का यह पद.

भोपाल। विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को यदि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय दायित्व देकर केंद्रीय भूमिका में लाती है तो उन्हें मध्य प्रदेश में पार्टी के दोनों ही मुख्य दायित्व नेता प्रतिपक्ष और पीसीसी चीफ से मुक्त होना पड़ेगा। ऐसी दशा में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायक अभी से कतार में अपनी आमद दर्ज कराने लगे हैं। यह पद कैबिनेट मंत्री के समकक्ष होता है ,इसलिए इसे पाने के लिए पार्टी में खींचतान सामने आ सकती है।

हालांकि सक्षम विपक्ष की भूमिका और विधानसभा में ज्वलंत मुद्दों को उठाकर सरकार को कटघरे में खड़े करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के कारण यह पद कांटो भरा ताज है।
अब तक देखा गया है कि इस पद पर संसदीय अनुभव और सदन की कार्रवाई रीति नीति के जानकार नेता को ही इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी विपक्ष द्वारा दी जाती है। ऐसी दशा में मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ,के पी सिंह और पूर्व मंत्री बाला बच्चन इस पद के लिए योग्यता के सबसे निकट माने जाते हैं। इसके बावजूद पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह जैसे प्रभावशाली नामों पर हुई विचार विमर्श किया जा सकता है। इस रस्साकशी के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा आपसी विचार-विमर्श कर आम सहमति से भी किसी एक नाम पर बात बन सकती है।

वर्ग और क्षेत्र का रहेगा ध्यान

मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अर्थात नेता प्रतिपक्ष के नाम तय करते समय कांग्रेसी नेता वर्ग और क्षेत्र का ध्यान रख सकते हैं। यदि पीसीसी चीफ किसी वर्ग विशेष का होगा तो नेता प्रतिपक्ष किसी अन्य वर्ग का,लगभग इसी तथ्य का पालन क्षेत्रीयता को लेकर के भी किए जाने की संभावना है। अर्थात दोनों ही पद किसी वर्ग विशेष और क्षेत्र विशेष के पाले में ना जाए यह सुनिश्चित किया जाएगा।

डॉ गोविंद सिंह -
ग्वालियर चंबल अंचल के प्रमुख कांग्रेसी नेता डॉक्टर गोविंद सिंह सातवीं बार के विधायक हैं। वह दिग्विजय सिंह के साथ ही कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ विधायक और विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक भी हैं।

एनपी प्रजापति -
महाकौशल अंचल के कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में बिजली मंत्री रह चुके हैं। कांग्रेस की पिछली सरकार में मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष रहे। 58 वर्षीय प्रजापति प्रदेश कांग्रेस में अनुसूचित जाति का बड़ा चेहरा है।उन्हे अच्छा संसदीय अनुभव भी है ।

बाला बच्चन -
मालवा निमाड़ अंचल के 55 वर्षीय बाला बच्चन पांच बार के विधायक हैं। वह प्रदेश में अनुसूचित जनजाति का बड़ा चेहरा है। एआईसीसी के सचिव, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष के साथ ही दिग्विजय और कमलनाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

जीतू पटवारी -
47 वर्षीय कांग्रेस के युवा नेता जीतू पटवारी इंदौर के राऊ क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक है। कमलनाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष होने के साथ ही मीडिया विभाग के भी अध्यक्ष हैं। राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं।

रायसेन। बढ़ते गैस पेट्रोल डीजल और बेतहाशा महंगाई को लेकर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संदीप मालवीय के नेतृत्व में रायसेन शहर में साइकिल रैली निकाली तथा एसडीएम कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम लिखित ज्ञापन सौंपा। देश मे बढ़ती हुई महंगाई गेस,डीज़ल और पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए देश के राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ में गरीबों को ध्यान में रखते हुए महंगाई दर कम करने की मांग की।कार्यक्रम में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र पटेल भी विशेष रूप से मौजूद रहे।

रायसेन जिला महिला कांग्रेस ने डीजल पेट्रोल गैस सिलेंडर खाद्य सामग्री मूल्य वृद्धि के विरोध में धरना दिया.

कोविड19 महामारी में मॄत्य व्यक्तियों की आत्मा की शान्ति हेतु शोक सभा में दी श्रद्दांजलि.

रायसेन। जिला महिला कांग्रेस ने भोपाल सागर तिराहे पर पशु चिकित्सक प्रांगण पर डीजल पेट्रोल गैस सिलेंडर खाद्य सामग्री मूल्य वृद्धि के विरोध में धरना दिया।महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष श्रीमती चंदा चौहान एवं महिला कांग्रेस कार्यकारी जिलाध्यक्ष श्रीमती प्रीति ठाकुर के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया। एवं कोविड19 महामारी में मॄत्य व्यक्तिओं की आत्मा की शान्ति हेतु शोक सभा का आयोजित की गई।महिला कांग्रेस ने राज्यपाल के नाम एसडीएम रायसेन को ज्ञापन सौपा।कार्यक्रम में जिला कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र पटेल भी विशेष रूप से मौजूद रहे।

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