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चीन. दुनिया में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए चीन खतरनाक प्रयोगों में जुटा रहता है। कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर दुनिया भर की जांच एजेंसियों की निगाह में आ चुका चीन अब सुपरह्यूमन प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इसके लिए वह 52 देशों की 80 लाख से ज्यादा गर्भवती महिलाओं के जेनेटिक डेटा का चोरी-छिपे अध्ययन कर रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन की सेना (पीएलए) ने इस काम में चीनी कंपनी बीजीआई की मदद ली है। यह कंपनी दुनियाभर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्ण जांच से जुड़ी हुई है। इस जांच के बहाने बीजीआई ग्रुप ने बड़ी संख्या में गर्भवतियों का जीन डेटा एकत्र कर लिया है।

बारीकी से की जा रही स्टडी

इसे निफ्टी (नॉन इन्वेसिव फैटल ट्रिजोमी) डेटा के तौर पर जाना जाता है। इसमें महिला की उम्र, वजन, लंबाई और जन्म स्थान की जानकारी होती है। ऐसे ही कुछ तथ्यों के आधार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए ऐसे गुणों का पता लगाया जा रहा है, जिनसे भविष्य में पैदा होने वाली आबादी के शारीरिक गुणों में बदलाव किया जा सके।

बाइडेन को मार्च में ही मिल गई थी चेतावनी

बाइडेन प्रशासन के सलाहकारों ने मार्च में चीन की इस तैयारी की चेतावनी दी थी। अमेरिकी विशेषज्ञ चिंतित हैं कि यह प्रयोग सफल रहा तो दुनिया भर की फॉर्मा कंपनियां चीन से जुड़ेंगी। इससे बाद चीन इन कंपनियों पर हावी होकर षड्यंत्र कर सकता है। उन्होंने आशंका जताई कि इससे चीन आनुवंशिक रूप से उन्नत महाबली सैनिक तैयार करेगा।

कंपनियों को मजबूर कर सकता है चीन

अमेरिका को बड़ा डर यह भी है कि चीन इस तकनीक के जरिए रोग पैदा करने वाले जीवाणु, विषाणु विकसित कर गंभीर बीमारियां फैला सकता है। पूर्व अमेरिकी काउंटर इंटेलिजेंस ऑफिसर अन्ना पुगलिसी कहती हैं कि चीन अपने यहां काम करने वाली कंपनियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर सहयोग के लिए मजबूर कर सकता है।

भारत के लिए अहम, क्योंकि सीमा पर तैनात सैनिकों को प्रयोग से जोड़ा

इस डीएनए डेटा विश्लेषण के आधार पर चीनी सेना और बीजीआई ग्रुप साथ मिलकर सैनिकों के जीन में बदलाव कर उन्हें गंभीर बीमारियों से सुरक्षित कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इससे सैनिकों को ज्यादा ऊंचाई वाले मोर्चों पर बीमारी और सुनने की क्षमता में कमी संबंधी बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले सालभर से भारत-चीन सीमा पर तैनात ज्यादातर चीनी सैनिक बीमार पड़े हैं। इसलिए प्रयोग में इन सैनिकों को शामिल किया गया। अगर चीन प्रयोग में सफल हो जाता है तो उसके सैनिक ज्यादा समय तक ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात रह सकेंगे।

लंदन । नासा के लिए एक खास उपकरण तैयार किया गया है जो चंद्रमा के वायुमंडल में पानी की उपस्थिति का अध्ययन कर वहां के जलचक्र को समझेगा। वैज्ञानिकों की एक टीम चंद्रमा पर पानी की मौजूदगी और उसके बर्ताव को जानने पर काम कर रहे हैं। इस टीम ने एक ऐसे उपकरण की खोज की है जो वायुमंडल में पानी के आणुओं की उपस्थिति की पहचान कर सकता है जिससे यह पता चल सके कि पृथ्वी के इस प्राकृतिक उपग्रह पर पानी कहां कहां पर और कितनी मात्रा में मौजूद है।
ओपन यूनिवर्सिटी और आरएएल स्पेस की टीम ने एक एक्जोस्फेरिक मास स्पैक्ट्रोमीटर तैयार किया है जिसे उन्होंने ‘हार्ट ऑफ लूनार सेंसर’ कहा है। यह उपकरण आने वाले अभियानों के लिए चंद्रमा पर पानी और बर्फ की बहुतायत का अध्ययन करेगा। यह उपकरण पीआईएमएस उपकरण का हिस्सा है जो नासा को इस साल चंद्रमा पर भेजने के लिए दिया जाएगा। यह उपकरण चंद्रमा पर आर्टिमिस अभियान के हिस्से के रूप में वहां पहुंचेगा जिसमें पहली महिला और दशकों बाद एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री वहां कदम रखेंगे। ओपन यूनिवर्सिटी के बयान में कहा गया कि यह उपकरण चंद्रमा के बहुत ही पतले वायुमंडल में भी पानी और अन्य अणुओं कि स्थिति का पता लगाएगा। उपकरण कुछ पहचान तकनीकों का परीक्षण भी करेगा जिन्हें ओपन यूनिवर्सिटी के भावी अभियानों में उपयोग में लाया जाएगा। यूरोपीय स्पेस एजेंसी के अनुसार यह उपकरण शोधकर्ताओं का रासायनिक विश्लेषण द्वारा समान्य परमाणु और अणुओं की पहचान और मात्रा निर्धारित करने का मौका देता है।
चंद्रमा पर अणु जब सेंसर में लगते हैं तो इलेक्ट्रॉन से टकरा कर वे आयन बनाते हैं जो एक विद्युत क्षेत्र में जमा रहते हैं। ये आयन डिटेक्टर में छोड़े जाते हैं जिससे उनकी रासायनिक संरचना के साथ उनकी मात्रा का पता चलता है। यह उपकरण चंद्रमा के पूरे दिन तक लगातार उसके वायुमंडल में पानी के अणुओं का अध्ययन करेगा। जिससे चंद्रमा के जल चक्र को समझा जा सके। यह चंद्रमा के लूनार लैंडर का हिस्सा होगा और इसी साल नासा के एस्ट्रोबायोटिक अभियान के जरिए वहां के वेलास मोर्टिस इलाके में उतरेगा। टीम ने इससे पहले एक सेंसर को डिजाइन किया था जिससे चंद्रमा में वाष्पशील पदार्थों का पता लगाता सकता है। आयन ट्रैप मास स्पैक्ट्रोमीटर उपकरण का वह हिस्सा है जो चंद्रमा के वायुमंडल और सतह दोनों पर वाष्पशील पदार्थ की पहचान करता है। चंद्रमा पर इतना खर्त कर जाने की एक बड़ी वजह है।
अंतरिक्ष अन्वेषण में चंद्रमा एक प्रयोगशाला की तरह तो है ही, वहां कई बहुत कम पाए जाने वाले धातु का खनन से बहुत अपेक्षाएं हैं। चंद्रमा के अभियान ही भविष्य में सुदूर अंतरिक्ष अंतरिक्ष अन्वेषण अभियान की दिशा तय करेंगे। मालूम हो ‎कि पिछले कुछ सालों में कई देश चंद्रमा पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। इससे एक नई तरह की अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा छिड़ने की संभावना बनती नजर आ रही है।अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का आर्टिमिस अकॉर्ड के प्रावधान भी इसी के संकेत देते दिखाई दे रहे हैं। जहां नासा चंद्रमा पर अपने बेस कैम्प बनाने की तैयारी में है, वहीं चीन के साथ मिलकर रूस भी वहां पर रिसर्च स्टेशन बनाएगा। चंद्रमा पर सबसे अहम मुद्दा पानी की तलाश होगा क्यों अब यहां पर लंबे समय तक रुकने की तैयारी होने लगी है।

तबिलिसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जॉर्जिया के एक प्रसिद्ध पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। जॉर्जिया के दो दिवसीय दौरे पर आए जयशंकर ने देश के शीर्ष नेताओं से मुलाकात कर कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसके अलावा तबिलिसी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान भारत के विदेश मंत्री ने 17वीं सदी की सेंट क्वीन केतेवन के अवशेष जॉर्जिया की सरकार और वहां के लोगों को सौंपे।
गौरतलब है कि जॉर्जिया पूर्वी यूरोप और पश्चिमी एशिया के बीच स्थित रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण देश है। महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद जयशंकर ने एक ट्वीट किया, जॉर्जिया के विदेश मंत्री डी ज़ल्कालियानि के साथ मिलकर तबिलिसी के एक प्रसिद्ध पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने के साथ यह यादगार दौरा समाप्त हुआ।

न्यूयॉर्क । कोविड-19 के कहर से जूझ रही दुनिया में अब डेल्टा वैरियंट को लेकर खौफ है। अमेरिका के सर्वोच्च मेडिकल संस्थान सेंटर्स फॉर डिजीस कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने कहा है कि अब कोरोना वायरस का सबसे प्रमुख और खतरनाक वैरिएंट डेल्टा है। यह लगातार अमेरिका और दुनियाभर के लोगों को संक्रमित कर रहा है। पिछले दो हफ्तों में अमेरिका में आए कोरोना मामलों में से आधे डेल्टा वैरिएंट के हैं। अमेरिका के कुछ इलाकों में लोग अब भी वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे हैं, जिसके चलते अमेरिकी सरकार चिंता में है। वैक्सीन न लगवाने वालों में बच्चे भी शामिल हैं। डेल्टा वैरिएंट सबसे पहले पिछले साल अक्टूबर में भारत में दर्ज किया गया था। इसे बी-1-617.2 के नाम से भी जाना जाता है। इस समय अमेरिका में जितने भी कोरोना के केस हैं, उनमें से 51.7 फीसदी केस डेल्टा वैरिएंट के हैं। ये डेटा 20 जून से लेकर 3 जुलाई के बीच का है। वहीं, अल्फा वैरिएंट या बी-1-1-7, जिसे पहली बार यूके में दर्ज किया गया था। यह भी अमेरिका में 28.7 फीसदी कोरोना मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है।
सीडीसी का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट बहुत तेजी से अमेरिका में फैला। अब यह देश और दुनिया के सबसे प्रमुख कोरोना वैरिएंट है। मई में इसके मामले सिर्फ 10 फीसदी थे, जो 6 जून से 19 जून के बीच तेजी से बढ़कर 30 फीसदी हो गए। सीडीसी ने बताया कि आयोवा, कन्सास, मिसौरी में डेल्टा वैरिएंट 80.7 फीसदी फैला हुआ है। वहीं, नेब्रास्का, कोलोराडो, मोंटाना, नॉर्थ डकोटा, साउथ डकोटा, उटाह, व्योमिंग में 74.3 फीसदी संक्रमण फैला है। अमेरिका जैसे देश जहां पर सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन किया गया है, वहां पर डेल्टा वैरिएंट ने उन लोगों को अपना शिकार बनाया, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी। या फिर वो इससे चूक गए थे। खासतौर से युवा और बच्चों को संक्रमण हुआ। सीडीसी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन को फिलहाल मानने से मना कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि वैक्सीन लगवा चुके लोग भी मास्क लगाकर रहेंगे। वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी हैं। लोगों को गंभीर रूप से बीमार पड़ने से रोक रही हैं। साथ ही लोगों को अस्पताल जाने से भी बचा रही हैं। लेकिन अमेरिका के पांच राज्यों मिसिसिप्पी, लुसियाना, इडाहो, व्योमिंग और अलाबामा में अब भी 40 फीसदी लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोनावायरस वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है। इसे देखते हुए पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट काफी चिंतित हैं।
डेल्टा वैरिएंट की वजह से पूरी दुनिया परेशान है। क्योंकि कोरोना वायरस का यह वैरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। इसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया, यूके, इजरायल और कई यूरोपीय देशों में वापस से लॉकडाउन लगाना पड़ा। इसलिए अमेरिका में भी इसे लेकर काफी डर का माहौल है। यह अल्फा वैरिएंट से 40 से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। डेल्टा वैरिएंट वुहान से निकले वैरिएंट से भी 50 फीसदी ज्यादा संक्रामक है। इसकी वजह से ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। यूके में डेल्टा वैरिएंट का असर कम है, लेकिन वहां हुई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि अगर तेजी से वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जाए। लोग खुद जाकर वैक्सीन लगवाएं तो डेल्टा वैरिएंट के प्रभाव में आने से बच सकते हैं। या फिर उसकी गंभीरता को कम कर सकते हैं।
सिर्फ वैक्सीनेशन से पूरी सुरक्षा नहीं मिलेगी। लोगों को वैक्सीनेशन के बाद भी मास्क लगाना होगा, ताकि वो डेल्टा वैरिएंट या किसी अन्य वैरिएंट के संक्रमण और गंभीरता से बच सकें। बच्चे इस वैरिएंट से इम्यून नहीं हैं। न ही युवा। इसलिए इन्हें बचाना बेहद जरूरी है। अभी अमेरिका में सिर्फ 47 फीसदी लोगों को ही वैक्सीन की दोनों डोज लगी है।

नई दिल्ली| गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों गुजरात के तीन दिनों के दौर पर हैं। इसी बीच अमित शाह अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में पूजा करते हुए और हाथी को खाना खाते हुए दिखाई दिए। बता दें कि आज भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकाली जाएगी। कोरोना कर्फ्यू के बीच निकाली जा रही यात्रा में लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। रथयात्रा से पहले अमित शाह ने भगवान जगन्नाथ की आरती की।
गृहमंत्री अमित शाह के लिए मंदिर में भारी स्कियोरिटी की तैनाती की गई थी। कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें अमित शाह को हाथ में आरती की थाली लिए पूजा-अर्चना करते देखा जा सकता है।
अमित शाह हाथी को खाना खिलाते हुए नजर आ ऱहे हैं। बता दें कि आज भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथयात्रा निकाली जाएगी। रथयात्रा से पहले पूरे मंदिर के बेहद सुंदर तरीके से सजाया गया। कोरोना कर्फ्यू के बीच निकाली जा रही यात्रा में लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। हर साल इस यात्रा के दौरान लोगों की भारी भीड़ जमा होती है। लेकिन इस साल रथयात्रा का आयोजन सादे तरीके से किया गया है।

 

मध्य प्रदेश. मध्य प्रदेश के 'माननीय' बेतुके बयानों से चर्चा में हैं। महंगाई पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव ने कहा है कि महंगाई पहली बार नहीं बढ़ रही। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा इससे एक कदम आगे जाकर बोले- महंगाई में आनंद है। मंदसौर से BJP सांसद सुधीर गुप्ता ने बॉलीवुड एक्टर आमिर खान को बढ़ती आबादी का जिम्मेदार ठहराया है, तो मुरैना के जौरा से विधायक ने अपने बयान में बिजली चोरी की छूट दे दी।

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सरकार का बचाव

कांग्रेस छोड़ BJP में आए बृजेंद्र सिंह यादव शाजापुर के प्रभारी मंत्री भी हैं। शाजापुर के रेस्ट हाउस में पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा है कि यह कोई पहली बार नहीं है, इससे पहले भी महंगाई बढ़ती रही है। पहले किसानों की उपज औने-पौने दामों में बिका करती थी, पर अब उन्हें भी अच्छे दाम मिल रहे हैं। सरकार ने तो इससे ज्यादा बांट दिया है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सरकार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं में जो पैसा खर्च होता है, उसके चलते ही महंगाई में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है।

महंगाई पर मंत्री का दार्शनिक अंदाज

मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा को महंगाई में आनंद नजर आता है। सकलेचा छतरपुर के प्रभारी मंत्री भी हैं। वह यहां दो दिन के दौरे पर आए थे। उन्होंने शनिवार को महंगाई पर दार्शनिक अंदाज में कहा कि जिंदगी में परेशानी ही सुख का आनंद देती है। जब तक एक भी परेशानी न आए, तब तक सुख का आनंद नहीं आता। मीडिया के सवाल- क्या मंहगाई कम कर पाने में मोदी सरकार की नीतियां नाकाम रही हैं? इस पर सकलेचा ने कहा कि यह आप जैसे लोगों की सोच हो सकती है। आप अफवाहें फैला रहे हैं।

सांसद का आमिर खान पर विवादित बयान

मंदसौर से BJP सांसद सुधीर गुप्ता ने रविवार को बॉलीवुड एक्टर आमिर खान को लेकर विवादित बयान दिया है। वे विश्व जनसंख्या दिवस पर जनसंख्या नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत बता रहे थे। इसी दौरान कह गए कि अगर हम भारत के लिहाज से देखें, तो आमिर खान जैसे लोग देश की आबादी को असंतुलित करने के लिए जिम्मेदार हैं, जिन्होंने 3 बच्चों के साथ 2 पत्नियों को छोड़ दिया। सांसद ने कहा कि उनकी पहली पत्नी रीना दत्ता अपने दो बच्चों के साथ और दूसरी पत्नी किरण राव अपने बच्चे के साथ कहां भटकेंगी, उसकी चिंता नहीं? लेकिन आमिर तीसरी की खोज में जुट गए।

विधायक की बिजली चोरी की छूट

मुरैना के जौरा से BJP विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने शुक्रवार को लोगों को बिजली चोरी की खुली छूट दे दी। विधायक कैलारस की चंबल कॉलोनी स्थित अपने कार्यालय पर आए हुए थे। वहां उन्होंने जन सुनवाई की। जन सुनवाई में स्थानीय लोगों ने कहा कि वे पानी के लिए कटिया डालकर मोटर चलाना चाहते हैं, लेकिन बिजली वाले चलाने ही नहीं देते। इस पर विधायक ने कहा कि तुम बिजली वालों की चिंता मत करो। उनको मैं देख लूंगा। तुम तो मोटर चलाओ।

नई दिल्ली। दौसा में आयोजित भाजपा जिला कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंची पार्टी की प्रदेश महामंत्री व राजसमंद सांसद दीया कुमारी को यूथ कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ा। इससे मौके पर भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एक बार तो तनाव की स्थिति बन गई। लेकिन सांसद का काफिला गुजरने के साथ भाजपा कार्यकर्ता भी मौके से रवाना हो गए। तब जाकर मामला शांत हुआ।

चला रहे थे हस्ताक्षर अभियान

दरअसल हुआ यूं कि महंगाई के विरोध में जिला मुख्यालय पर यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल सबलपुरा के नेतृत्व में चौधरी पेट्रोल पंप के सामने हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान भाजपा सांसद दीया कुमारी पार्टी की बैठक में शामिल होने दौसा पहुंच गई, जहां कई जगह स्वागत कार्यक्रमों के बाद उनका काफिला सोमनाथ चौराहे की तरफ बढ़ रहा था कि पेट्रोल पंप के सामने मौजूद यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता हाथों में तख्तियां लहराते हुए उनके काफिले के सामने आ गए।

रास्ता रोका तो रॉग साइड से निकले

एकाएक वाहनों के सामने आए यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए महंगाई का विरोध जताया तो भाजपा पदाधिकारियों में खलबली मच गई। जहां मौजूद युवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र सैनी, जितेन्द्र राजावत समेत कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को समझाइश करते हुए काफिले के सामने से हटाया, लेकिन वे नहीं माने तो सांसद की कार को रॉग साइड होकर निकाला गया। इस दौरान युवा कांग्रेस के हरिमोहन आज़ाद, सुभाष गुर्जर, मोईन खान, करतार सिंह, धारा सिंह, बजरंग लाखनपुर समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

नई दिल्ली। सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के भाव में गिरावट दर्ज की जा रही है। सोना जहां 92 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है, वहीं चांदी के रेट में प्रति किलो 148 रुपये की गिरावट आई है।

शुक्रवार के मुकाबले आज 24 कैरेट गोल्ड की औसत कीमत 92 रुपये कम होकर 47771 रुपये पर खुली, वहीं चांदी में 148 रुपये सस्ती होकर 68641 रुपये पर। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी ताजा रेट्स के मुताबिक अब 23 कैरेट गोल्ड की कीमत 47580 रुपये पर आ गई है। वहीं, 22 कैरेट गोल्ड 43758 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव से बिक रहा है। जबकि, 18 कैरेट सोने का भाव भी अब 35828 रुपये पर आ गया है। बता दें इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी इस रेट और आपके शहर के भाव में 500 से 1000 रुपये का अंतर आ सकता है।  

धातु 12 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम) 9 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम)

रेट में बदलाव (रुपये/10 ग्राम)

Gold 999 (24 कैरेट) 47771 47863 -92
Gold 995 (23 कैरेट) 47580 47671 -91
Gold 916 (22 कैरेट) 43758 43843 -85
Gold 750 (18 कैरेट) 35828 35897 -69
Gold 585 ( 14 कैरेट) 27946 28000 -54
Silver 999 68641 Rs/Kg 68789 Rs/Kg -148 Rs/Kg
धातु 12 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम) 9 जुलाई का रेट (रुपये/10 ग्राम)

रेट में बदलाव (रुपये/10 ग्राम)

Gold 999 (24 कैरेट) 47771 47863 -92
Gold 995 (23 कैरेट) 47580 47671 -91
Gold 916 (22 कैरेट) 43758 43843 -85
Gold 750 (18 कैरेट) 35828 35897 -69
Gold 585 ( 14 कैरेट) 27946 28000 -54
Silver 999 68641 Rs/Kg 68789 Rs/Kg -148 Rs/Kg

IBJA के रेट देशभर में सर्वमान्य

बता दें कि IBJA द्वारा जारी किए गए रेट देशभर में सर्वमान्य है। हालांकि, इस वेबसाइट पर दिए गए रेट में जीएसटी शामिल नहीं किया गया है। सोना खरीदते-बेचते समय आप IBJA के रेट का हवाला दे सकते हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक ibja देशभर के 14 सेंटरों से सोने-चांदी का करेंट रेट लेकर इसका औसत मूल्य बताता है। सोने-चांदी का करेंट रेट या यूं कहें हाजिर भाव अलग-अलग जगहों पर अलग हो सकते हैं पर इनकी कीमतों में थोड़ा अंतर होता है।

लखनऊ| उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अलकायदा के जिन दो आतंकवादियों की गिरफ्तारी हुई है उनकी योजना आत्मघाती हमले करने की थी। एंटी टेररिजम स्क्वॉड (ATS) ने बताया कि गिरफ्तार आतंकी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन राज्य में कई जगहों पर आत्मघाती हमले सहित कई धमाके करने की योजना बना रहे थे। रविवार कई घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद इन दोनों संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार हुए संदिग्ध आतंकी में से अहमद लखनऊ के दुबग्गा इलाके का रहने वाला है तो वहीं मसीरुद्दीन मदियाऊं इलाके का है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि दोनों के घरों से बड़ी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किए गए हैं।
कुमार के मुताबिक, 'दोनों आतंकी 15 अगस्त से पहले लखनऊ सहित राज्य के कई शहरों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में थे।' पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस मॉड्यूल के सदस्य सिर्फ लखनऊ से नहीं बल्कि कानपुर से भी जुड़े हैं। ये आरोपी उमर हलमंदी के निर्देशों पर काम कर रहे थे। उमर अल-कायदा के उत्तर प्रदेश मॉड्यूल का हेड है।

तिरुवनंतपुरम। कोरोना संकट के बीच केरल में जीका वायरस का एक और मामला सामने आया है जिसके बाद राज्य में जीका वायस के मामलों की संख्या 15 हो गई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि एक 40 वर्षीय शख्स का सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा गया था, यहां जांच रिपोर्ट में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। तिरुवनंतपुरम में अबतक जीका संक्रमित 14 लोगों की पुष्टि हुई है। राज्य सरकार की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि इससे पहले 17 लोगों के जांच सैंपल भेजे गए थे और इनमें जीका की पुष्टि नहीं हुई थी इसके बाद 27 लोगों के सैंपल भेजे गए जिसमें से एक शख्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि केरल में जीका के मामले देखे गए हैं और यह अप्रत्याशित नहीं था क्योंकि यह एडीज एजिप्टी मच्छरों से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि वेक्टर कंट्रोल यूनिट को जिले और राज्य स्तर पर आगे के लिए मजबूत किया जा रहा है। केरल में बीते 8 जुलाई को जीका वायरस का पहला मामला सामने आया था। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया था कि 24 साल की गर्भवती महिला में जीका के संक्रमण मिले हैं।जीका वायरस से संक्रमित होने के लक्षण डेंगू बुखार के लक्षण जैसे ही होते हैं जैसे बुखार आना, शरीर पर चकत्ते पड़ना और जोड़ों में दर्द। सूबे में जीका के मामले सामने आने से लोग सहमे हुए हैं। फिलहाल संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है।

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