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श्रीनगर। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को जैश-ए- मोहम्मद के आतंकवादियों के हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया और सेना के दो जवान घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। आतंकवादियों ने हाल ही में बनाए गए एक कैंप पर हमला किया। उन्होंने बताया कि आंतकवादियों ने शाम करीब 7–30 बजे जिले के काकापुरा रेलवे स्टेशन के निकट सीआरपीएफ के जवानों पर अनबैरल ग्रेनेड लांचर से ग्रेनेड फेंके और गोलियां चलाईं। इस हमले में हेड कांस्टेबल चंद्रिका प्रसाद की मौत हो गई।
 
यह शिविर राज्य में पंचायत चुनावों के मद्देनजर जिले में सुरक्षा बढ़ाने के लिए हाल ही में बनाया गया था। हमले के तत्काल बाद सीआरपीएफ के जवानों ने भाग रहे आतंकवादियों का पीछा किया। पास में गश्त कर रहे राष्ट्रीय रायफल के जवानों ने पैरा मिलिट्री बलों के जवानों की मदद की। सैनिक पास के बगीचे में पहुंचे जहां उन पर आतंकियों ने गोलियां चलाईं जिसमें सेना के दो जवान घायल हो गए। हालांकि एक धार्मिक समारोह होने के कारण घेराबंदी समाप्त कर दी गयी। घायल जवानों को सेना के अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी हालत खतरे से बाहर है।
 
जैश-ए-मोहम्मद ने सीआरपीएफ शिविर पर हमले की ज़िम्मेदारी ली है। आतंकवादी संगठन के एक स्वयंभू प्रवक्ता ने कुछ स्थानीय मीडिया घरानों से बातचीत कर इसकी ज़िम्मेदारी ली।
सिंगरौली (मध्य प्रदेश)। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठी घोषणाओं और वादों की एक ऐसी एटीएम मशीन है, जिसमें किसी भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकलता है। शाह ने सिंगरोली जिले के वैढ़न स्थित रामलीला मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘चुनाव आते हैं तो कांग्रेस पार्टी अलग-अलग वादे करती है। घोषणापत्र जारी करती हैं, पर अमल करने का भाग्य (मौका) नहीं मिलता। उसे अमल तो भाजपा को ही करना है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘कांग्रेस झूठे वादों का एटीएम है। अंदर कोई भी समस्या डालो, झूठा वादा बनकर बाहर आता है।’’ शाह ने कहा, ‘‘इसके विपरीत भाजपा विकास का एटीएम है। कोई भी समस्या डालो, विकास व समाधान का रास्ता निकलता है।’’
 
भाजपा प्रत्याशियों के लिए मतदाताओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस का न नेता तय है और न ही नीति तय है। अब आपको सोचना है कि प्रदेश व देश में किसकी सरकार बनानी है।’’ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित न करने पर तंज कसते हुए शाह ने कहा, ‘‘राहुल गांधी, कमलनाथ (मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) और दिग्विजय सिंह (दिग्गज कांग्रेस नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री) प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने की बात कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनका नेता तय नहीं है।’’ दिग्विजय सिंह की 10 साल की कांग्रेस सरकार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 1993 से वर्ष 2003 तक जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब मध्य प्रदेश की पहचान एक बीमारू राज्य के रूप में थी। प्रदेश में गरीबी थी और बिजली, पानी, सड़क एवं स्वास्थ्य सेवाएं चौपट हो गई थीं।’’ शाह ने कहा कि तब कांग्रेस के समय मध्य प्रदेश का बजट मात्र 21,600 करोड़ रुपये था। बजट व संसाधनों से विहीन ऐसे बीमारू राज्य को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने न केवल विकसित राज्य बनाया, बल्कि प्रदेश का बजट 1.85 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया।’’ उन्होंने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं शिवराज की सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का जिक्र भी किया, जिनमें आयुष्मान भारत योजना एवं बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में चलाई गई अन्य योजनाएं शामिल हैं। देश की सुरक्षा पर बोलते हुए शाह ने कहा, ‘‘जब देश में भाजपा की सरकार आई, उस दौरान 12 सैनिकों की हत्या कर दी गई। तब मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक चलाकर पाकिस्तान से बदला लेने का काम किया। उसके बाद भारत सैनिकों की हत्या का बदला लेने वाले अमेरिका और इजराइल की सूची में जुड़ गया।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘देश की सुरक्षा कांग्रेस की सरकार में चाक-चौबंद कभी नहीं थी।’’ शाह ने कहा, ‘‘घुसपैठिये भारत आते रहे। लेकिन कांग्रेस सरकार चुप रही, क्योंकि वह इनका वोट बैंक था। मोदी सरकार एनआरसी लेकर लाई। इसमें घुसपैठियों की लिस्ट तैयार की गई, ताकि उन्हें बाहर निकाला जा सके। लेकिन कांग्रेसी फड़फड़ाने लगे और मानवाधिकार का हवाला देने लगे। घुसपैठियों का दर्द इन्हें दिखता है, लेकिन भारत का गरीब इन्हें नहीं दिखता।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक बार 2018 में शिवराज जी की सरकार व 2019 में केंद्र में मोदी जी की सरकार बना दीजिए। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक ढूंढ़-ढूंढ़कर घुसपैठियों को निकालेंगे। हमारे लिए घुसपैठिए वोट बैंक का मुद्दा नहीं हैं। हमारे लिए देश की सुरक्षा प्रमुख मुद्दा है।’’ वर्ष 2014 के बाद 19 राज्यों में भाजपा की सरकारें बनने की जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि आजकल राहुल गांधी मध्य प्रदेश में इधर-उधर घूम रहे हैं और कह रहे हैं कि प्रदेश में उनकी सरकार बनेगी। आज राहुल बाबा एवं कांग्रेस पार्टी को दूरबीन लेकर अपने कांग्रेसी राज्य ढूंढ़ने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष के कार्यकाल में शिवराज ने मध्य प्रदेश को बीमारू से विकसित राज्य बनाने का काम किया। कांग्रेस के समय कोई निवेशक मध्य प्रदेश में नहीं आता था। अब निवेशकों की कतार लग गई है। शाह ने कहा कि कांग्रेस के समय मध्य प्रदेश में 18 प्रतिशत दर पर किसानों को ऋण दिया जाता था, जिसे घटाकर शिवराज सरकार ने जीरो कर दिया ।
नयी दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी 101वीं जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि दी। इन नेताओं ने सुबह शक्ति स्थल पहुंचकर इंदिरा गांधी को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। 
 
इनके अलावा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता पी सी चाको, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन और पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भी श्रद्धांजलि दी। इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। वह दो अलग-अलग अवधि में 15 वर्षों से अधिक समय तक देश की प्रधानमंत्री रहीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनकी हत्या कर दी गई थी।

पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को संभवत: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पिछलग्गू बताया। साथ ही, उनसे सृजन घोटाले पर भी कुछ बोलने के लिए कहा। कुशवाहा ने सुशील मोदी का नाम लिए बगैर सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि कुछ लोग प्रचार के भूखे, अवसरवादी और स्वभाव से सत्तापरस्त होते हैं। उन्होंने ट्वीट किया, "कई लोग राजनीतिक पिछ्लग्गू होते है। छपास रोग से पीड़ित, मिजाज़ से अवसरवादी व घोर सत्तापरस्त...! इनकी उपयोगिता सहयोगी पार्टी/नेता के भोंपू के तौर पर बखूबी होती है। ऐसे लोग मच्छर की भाँति खून पीकर अपनी ही पार्टी में मलेरिया-डेंगू फैलाते है और अपना वजूद जिन्दा रखते हैं।" रालोसपा प्रमुख ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘बिलकुल सच कहा आपने, हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने तो देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की हर संभव कोशिश की।

मगर, जरा, सृजन घोटाले पर भी तो कुछ बोलिए....? कुशवाहा की यह टिप्पणी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अंदर मतभेद बढ़ा सकती है। राजग 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए संघर्षरत है। रालोसपा प्रमुख ने कहा है कि उनकी पार्टी को जितनी सीटों की पेशकश की गई है वह सम्मानजनक नहीं है और 30 नवंबर तक इस विषय को सुलझा लिया जाना चाहिए। उन्होंने हाल ही में राजद नेता तेजस्वी यादव और जदयू के पूर्व नेता शरद यादव से मुलाकात की है। गौरतलब है कि पिछले महीने जदयू और भाजपा ने राज्य में बराबर सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। हालांकि, उन्होंने सीटों की संख्या का खुलासा नहीं किया था। गठबंधन में लोजपा चौथा सहयोगी दल है। 

नयी दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक की पृष्ठभूमि में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश की संस्थाओं को बर्बाद करने का आरोप लगाया और उम्मीद जताई कि आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल एवं उनकी टीम नहीं झुकेगी। गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'मोदी जी और सांठगांठ वाले पूंजीपतियों का उनका गुट लगातार हर उस संस्था को नष्ट कर रहा है जो उनके उनके नियंत्रण में आ सकती है।'

उन्होंने कहा, 'आज आरबीआई बोर्ड की बैठक में अपनी कठपुतली बने लोगों के जरिये वह आरबीआई को तबाह करने का प्रयास करेंगे। मैं आशा करता हूं कि (उर्जित) पटेल और उनकी टीम मजबूत है और वे उन्हें (मोदी) उनकी जगह दिखा देंगे।'।
 
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह एक-एक कर देश की सभी संस्थाओं को बर्बाद कर रही है और इसकी ताजा कड़ी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) है। आरबीआई की सोमवार को होने वाली बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक में धन की कमी पर चर्चा होने की संभावना है। इसको लेकर केन्द्रीय बैंक और सरकार के बीच बहस छिड़ी हुई है।
 
केन्द्र और आरबीआई के बीच सरकार ने आरबीआई अधिनियम की धारा 7 के उपयोग की बात कही है। इस धारा का आज तक किसी सरकार ने उपयोग नहीं किया है। इसके तहत केन्द्र सरकार आरबीआई के गवर्नर को निर्देश जारी कर सकती है।
 

नयी दिल्ली। आजादी के बाद नेहरू गांधी परिवार से बाहर के किसी पार्टी सदस्य के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के मुद्दे पर जारी बहस के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि 1978 में इंदिरा कांग्रेस के गठन के बाद से इस पार्टी को वंशवादी सेवा के लिये पारिवारिक उद्यम बना दिया गया।

 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले कुछ समय से नेहरू गांधी परिवार से बाहर के व्यक्ति को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की चुनौती देते रहे हैं। इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आजादी के बाद नेहरू गांधी परिवार से इतर अब तक बने 16 कांग्रेस अध्यक्षों के नाम शनिवार को गिनाये थे और प्रधानमंत्री को याददाश्त दुरुस्त करने की सलाह दी थी। 
 
अमित शाह ने रविवार को अपने ट्वीट में पलटवार करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नेहरू गांधी परिवार से बाहर के किसी नेता को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाये जाने की चुनौती के बाद कई दरबारी अपनी ‘वफादारी’ साबित करने के लिये सामने आए, इससे स्पष्ट होता है कि प्रधानमंत्री ने उनकी दुखती रग पर हाथ रख दिया है।’’ 
 
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सही कह रहे हैं। 1978 में इंदिरा कांग्रेस के गठन के बाद से एक परिवार के चार सदस्यों ने पार्टी का नेतृत्व किया और इसे पारिवारिक उद्यम का रूप दे दिया जिसका मकसद लोगों की सेवा के लिये राजनीतिक पार्टी बनाने की बजाए वंशवादी सेवा प्रदान करना था।
 
शाह ने पी वी नरसिम्हा राव एवं सीताराम केसरी का जिक्र करते हुए अपने ट्वीट में कहा कि एक परिवार से बाहर के जिन दो सदस्यों ने कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में काम किया, उनके साथ बेहद खराब व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि पी वी नरसिंहा राव के निधन के बाद उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय के भीतर रखने की अनुमति नहीं दी गई जबकि दिग्गज नेता सीताराम केसरी के साथ किस के वफादार गुंडों ने धक्का मुक्की की, उसके बारे में सभी जानते हैं। 
 
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यू एन ढेबर को इंदिरा गांधी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने को कहा गया जबकि नीलम संजीव रेड्डी को वरिष्ठ होने के बावजूद एक परिवार ने राष्ट्रपति नहीं बनने दिया।  शाह ने दावा किया कि इसके अलावा बाबू जगजीवन राम, एस निजलिंगप्पा और के . कामराज को एक परिवार ने अपमानित किया। उन्होंने जोर दिया कि गांधीजी और सरदार पटेल के साथ काम करने वाले आचार्य कृपलानी को 50 एवं 60 के दशक में अपमानित किया गया। उनका अपराध यह था कि उन्होंने नेहरू सरकार के खिलाफ पहला अविश्चास प्रस्ताव पेश किया था।
 

नयी दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से बात की और अमृतसर में एक धार्मिक समागम में हुए ग्रेनेड हमले के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। रविवार को हुए इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई। राजनाथ ने इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ यथासंभव कड़ी कार्रवाई करने का भी संकल्प लिया।

उन्होंने ट्वीट किया,‘‘पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर जी से बात की, जिन्होंने मुझे अमृतसर में ग्रेनेड हमले के बाद की स्थिति के बारे में अवगत कराया। इस घटना के दोषियों के खिलाफ यथासंभव कड़ी कार्रवाई की जायेगी।’’ 
 
गृह मंत्री ने कहा कि अमृतसर में ग्रेनेड हमले में निर्दोष लोगों के मारे जाने से वह बहुत आहत हैं। राजनाथ ने कहा,‘‘यह एक निंदनीय हिंसक कृत्य है। इस हमले में अपने प्रियजनों को खो चुके परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं है और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’ 

बलिया (उ.प्र.)। भाजपा के चर्चित विधायक सुरेन्द्र सिंह ने परोक्ष रूप से आस्था को संविधान से ऊपर बताते हुए कहा है कि नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ जैसे हिन्दुत्ववादी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के रहते अयोध्या में भगवान राम तम्बू में रहें, इससे बड़ा दुर्भाग्य और कुछ नहीं हो सकता।

 
अपने विवादित बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले, बैरिया से भाजपा विधायक सिंह ने कल यहां दल के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा कि कानून के जरिये राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त होना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान संविधान से ऊपर हैं। आस्था भगवान से जुड़ी होती है, लिहाजा यह संविधान से परे है।
 
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महान हिंदुत्ववादी और प्रचारक हैं। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ जैसे हिन्दूवादी नेता भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। इसके बावजूद अयोध्या में भगवान राम तम्बू में रहें तथा इससे बड़ी दुर्भाग्य की बात और कोई नहीं हो सकती। 
 
मुगल वंश के संस्थापक बाबर को ‘विदेशी आक्रांता’ करार देते हुए उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति बाबरी मस्जिद को भारत की बताता है तो यह उसकी राष्ट्र भक्ति और भारतीयता के चिंतन में दुर्बलता की निशानी है।

सम्भल (उ.प्र.)। भाजपा के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने कहा है कि वर्ष 2019 से पहले ही आगामी दिसम्बर में अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा।सम्भल में आयोजित कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने आये वेदांती ने कल रात संवाददाताओं से कहा ‘‘मैं चाहता हूं कि छह दिसम्बर से पहले मंदिर का निर्माण शुरू हो जाए। जो परिदृश्य दिखाई दे रहा है, उसके अनुसार इसी माह समझौते का कुछ आधार निश्चित हो जाएगा। हम दिसम्बर की किसी तिथि पर मंदिर का निर्माण शुरू कर देंगे। हम 2019 नहीं लगने देंगे।’’ 

 
उन्होंने कहा कि देश की जनता, संत समाज, हिन्दू-मुस्लिम सभी इस समस्या का समाधान चाहते हैं। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की घोषणा करेंगे। देश के संतों को विश्वास है कि भाजपा सरकार ही रामलला के मंदिर का निर्माण करेगी, क्योंकि कांग्रेस ने कभी मंदिर निर्माण की बात नहीं कही। पूर्व भाजपा सांसद ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि मंदिर निर्माण के लिये अध्यादेश लाया जाए या कानून बनाया जाए, लेकिन यह जोर-जबरदस्ती वाली बात होगी। 
 
अगर आपसी सद्भावना से हिंदू-मुसलमान आपस में बैठकर निर्णय कर लें तो इससे अच्छा समाधान कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि देश को साम्प्रदायिक दंगों से बचाने के लिए सद्भावना के आधार पर राष्ट्र के सभी वर्ग के लोग आपस में बैठकर निर्णय करें, जिससे अयोध्या में रामलला के मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो जाए।
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नोटबंदी को उचित ठहराने के एक दिन बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि नोटबंदी तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) केवल राजनीतिक कदम नहीं थे, बल्कि अत्यधिक नीतिपरक कदम थे। इनसे विकास की गति बढ़ी है और प्रत्यक्ष रूप से देश के गरीब को लाभ हुआ है। नोटबंदी और जीएसटी पर पूछे गये सवालों के जवाब में जेटली ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ये नोटबंदी एवं जीएसटी केवल राजनीतिक कदम) नहीं हैं। ये अत्यधिक नीतिपरक कदम हैं।’’
 
उन्होंने आगे कहा, ‘‘इससे जब सरकार का साधन बढ़ता है तो प्रत्यक्ष रूप से देश के गरीब को उससे लाभ होता है।’’जेटली ने बताया कि नोटबंदी से आयकर रिटर्न भरने में कई गुना वृद्धि हुई है और इससे केन्द्र तथा राज्यों का राजस्व काफी बढ़ा है। उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा, ‘‘जब मोदी जी की सरकार आई थी तो 3.8 करोड़ लोग आयकर रिटर्न भरते थे। पिछले चार साल में 6.86 (करोड़) हो गया। और शायद पांचवां वर्ष समाप्त होने तक वह 3.8 करोड़ के डबल के नजदीक होगा।’’
 
उन्होंने कहा कि यह बात छिपी हुई नहीं है कि भारत में अनेक लोग कर नहीं देते थे। उनके अघोषित पैसे को बैंकों में जमा करने के लिए नोटबंदी ने उन्हें मजबूर किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश के देवरी, बरघाट एवं मंडला में कल तीन चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि नोटबंदी भारत का सबसे बड़ा घोटाला था। इसके एक दिन बाद जेटली ने इसे अत्यधिक नीतिपरक कदम बताया है।वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी को उचित ठहराते हुए शुक्रवार को मध्य प्रदेश के शहडोल में एक चुनावी सभा में कहा था कि इससे दबा हुआ रुपया बैंकिंग प्रणाली में वापस लाया गया और इसका उपयोग सरकार जनहित के कार्यों में कर रही है।

 

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