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पर्थ। भारतीय टीम दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन मंगलवार को दूसरी पारी में 140 रन पर ढेर हो गई जिससे आस्ट्रेलिया ने 146 रन की जीत के साथ चार मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। भारतीय टीम 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी पारी में 56 ओवर ही टिक सकी। भारत ने एडीलेड में पहला टेस्ट 31 रन से जीतकर बढ़त बनाई थी। भारत ने दिन की शुरूआत पांच विकेट पर 112 रन से की। टीम इंडिया ने अपने अंतिम पांच विकेट सिर्फ 28 रन पर गंवाए। आस्ट्रेलिया ने अंतिम दिन 65 मिनट में ही भारत के बचे हुए पांच विकेट हासिल कर लिए।

दक्षिण अफ्रीका में मार्च में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के सामने आने के बाद आस्ट्रेलिया की यह पहली टेस्ट जीत है। आस्ट्रेलिया की ओर से नाथन लियोन (39 रन पर तीन विकेट) और मिशेल स्टार्क (46 रन पर तीन विकेट) ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि जोश हेजलवुड (24 रन पर दो विकेट) और पैट कमिंस (25 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट हासिल किए। हनुमा विहारी (28) और ऋषभ पंत (30) ने आज भारत की पारी को आगे बढ़ाया। ये दोनों छह ओवर तक ही आस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को सफलता से महरूम रख पाए। दोनों ने छठे विकेट के लिए 21 रन जोड़े।

विहारी आज आउट होने वाले पहले बल्लेबाज रहे। उन्होंने स्टार्क की गेंद पर प्वाइंट पर कैच थमाया। पंत भी इसके बाद लियोन की गेंद पर मिड आन पर कैच दे बैठे। पीटर हैंड्सकोंब ने उनका नीचा कैच लपका। उमेश यादव (02) ने स्टार्क को उन्हीं की गेंद पर कैच थमाया। इशांत शर्मा (00) कमिंस की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। जसप्रीत बुमराह (00) इसके बाद कमिंस की गेंद को हवा में लहरा गए और इस तेज गेंदबाज ने कैच लपककर आस्ट्रेलिया को जीत दिलाई। आस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 326 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारत ने कप्तान विराट कोहली के 25वें शतक की बदौलत 283 रन बनाए। पहली पारी में 43 रन की बढ़त हासिल करने के बाद आस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 243 रन बनाकर भारत को 287 रन का लक्ष्य दिया। तीसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से शुरू होगा।

ग्वांग्झू। ओलंपिक रजत पदक विजेता पी वी सिंधू ने विश्व टूर फाइनल्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल ग्रुप ए के पहले मैच में बुधवार को विश्व में नंबर दो और मौजूदा चैंपियन अकाने यामागुची को सीधे गेम में पराजित करके अपने अभियान का शानदार आगाज किया। दुबई में पिछली बार उप विजेता रही सिंधू ने संयम और आक्रामकता का अच्छा नमूना पेश किया तथा जापानी खिलाड़ी को 24-22, 21-15 से हराया। टूर्नामेंट में तीसरी बार भाग ले रही सिंधू ने कई अवसरों पर पिछड़ने के बावजूद हौसला बनाये रखा। पहला गेम 27 मिनट तक चला और इसमें दोनों शटलर ने एक दूसरे पर हावी होने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

पहले गेम में इंटरवल के समय सिंधू 6-11 से पीछे चल रही थी लेकिन इसके बाद उन्होंने जबर्दस्त वापसी की और अपनी प्रतिद्वंद्वी के बैकहैंड पर करारे स्मैश लगाकर स्कोर 19-19 से बराबर कर दिया। इसके बाद खिलाड़ियों की मानसिकता की परीक्षा थी जिसमें भारतीय अव्वल रही और उन्होंने पहला गेम अपने नाम कर दिया। दूसरे गेम में यामागुची ने भारतीय खिलाड़ी के बैकहैंड को निशाने पर रखकर दबाव बनाने की कोशिश की लेकिन सिंधू इस चुनौती के लिये तैयार थी और उन्होंने जापानी खिलाड़ी को करारा जवाब देकर 3-1 से बढत हासिल कर ली।

यामागुची ने हालांकि दबाव बनाये रखा और इस बीच सिंधू ने भी एक गलती की जिससे जापानी खिलाड़ी 6-3 से बढ़त पर आ गयी। यामागुची ने इसके बाद बाहर शाट मारा और एक बार उनकी शटल नेट पर भी उलझी। इससे सिंधू को वापसी का मौका मिला और वह 8-7 से आगे हो गयी। यामागुची ने हालांकि हार नहीं मानी और इंटरवल तक वह 11-10 से आगे हो गयी। 

सिंधू ने ब्रेक के बाद जापानी खिलाड़ी की दो गलतियों का फायदा उठाकर 14-11 से बढ़त बनायी। वह यहीं पर नहीं रूकी और उन्होंने जल्द ही 18-11 से बढ़त बनाकर अपनी स्थित मजबूत कर ली। यामागुची ने जब शाट नेट पर मारा तो सिंधू को छह मैच प्वाइंट मिल गये। जापानी ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन वह फिर से नेट पर खेल गयी और सिंधू ने मैच अपने नाम कर दिया। इस टूर्नामेंट में प्रत्येक ग्रुप से दो खिलाड़ी सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई करेंगी जिसके बाद नाकआउट का ड्रा होगा। सत्र के इस आखिरी टूर्नामेंट में चोटी के आठ खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। 

एडीलेड। भारत को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के पांचवें दिन सोमवार को पुछल्ले बल्लेबाजों के जुझारूपन के कारण जीत के लिये इंतजार करना पड़ा और कप्तान विराट कोहली ने बाद में कहा कि ऐसे मौके पर वह शांतचित नहीं थे। भारत ने आस्ट्रेलिया को 31 रन से हराकर चार मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। आस्ट्रेलिया के अंतिम चार बल्लेबाजों ने 107 रन जोड़े जिससे एक समय भारतीयों की भी चिंता बढ़ने लगी थी। कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘‘टेस्ट मैचों में ऐसा होता है। मैच में उतार चढ़ाव आते रहते हैं। बाधाएं भी आती हैं। उन्होंने वास्तव में अच्छा संघर्ष किया लेकिन हमने अपनी रणनीति अच्छी तरह से लागू की।’’

भारतीय कप्तान से पूछा गया कि जब पुछल्ले बल्लेबाज इंतजार बढ़ा रहे थे तब क्या वे चिंतित थे, उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं बिल्कुल शांतचित था लेकिन आप अपनी भावनाओं को खुलकर उजागर नहीं कर सकते। जसप्रीत (बुमराह) को उसके आखिरी ओवर में मैंने सहज रहने को कहा। गेंदबाजों पर मुझे गर्व है। हमारे पास चार गेंदबाज थे और उन्होंने 20 विकेट लिये जो बड़ी उपलब्धि है। पूर्व में हम ऐसा नहीं कर पाये।’’ कोहली ने कहा कि भारत ने टेस्ट मैच में सामूहिक तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया और उम्मीद जतायी कि उनके बल्लेबाज आगे भी अच्छी बल्लेबाजी करके गेंदबाजों के प्रयास को सफल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि अगर बल्लेबाज नियमित तौर पर जिम्मेदारी उठाते हैं तो हम प्रत्येक टेस्ट मैच में जीत के लिये प्रयास करेंगे। सामूहिक रूप से हमारी टीम बेहतर थी और हम जीत के हकदार थे।’’
 
भारत की जीत के नायक चेतेश्वर पुजारा रहे जिन्होंने 123 और 71 रन की दो लाजवाब पारियां खेली तथा कप्तान ने भी उनकी सराहना की। कोहली ने कहा, ‘‘पुजारा ने अमूल्य पारी खेली। उनके धैर्य और प्रतिबद्धता से हमने वापसी की। हम जानते थे कि अच्छा स्कोर मेजबान टीम को संकोची बना देगा। कोई भी बढ़त महत्वपूर्ण होती और हमने 15 रन की बढ़त ली। इसके बाद दूसरी पारी में उसने और रहाणे ने शानदार बल्लेबाजी की।’’ कोहली से पूछा गया कि क्या 323 रन का लक्ष्य पर्याप्त था, उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारा निचला मध्यक्रम और निचला क्रम अच्छा प्रदर्शन कर सकता था। हमें 30-35 रन और जोड़ने चाहिए थे जिससे मैच पूरी तरह से आस्ट्रेलिया के हाथ से निकल जाता।’’
 
 
उन्होंने कहा, ‘‘पर्थ जाने से पहले हम इन चीजों पर गौर करेंगे लेकिन अगर कोई श्रृंखला से पहले मुझसे कहता कि श्रृंखला शुरू होने पर हम 1-0 से आगे हो जाएंगे तो मैं इसे हाथों हाथ लेता।’’ आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को निराशा थी कि उनकी टीम अप्रत्याशित जीत दर्ज नहीं कर पायी। पेन ने कहा, ‘‘यह हताशाजनक है लेकिन भारत जीत का हकदार था। हमें लग रहा था कि हम लक्ष्य हासिल कर सकते हैं लेकिन हमारे मुख्य बल्लेबाज लंबे समय तक नहीं टिक पाये। मुझे लगता है पुजारा दोनों टीम के बीच मुख्य अंतर रहे। हम पर्थ में इस विश्वास के साथ जाएंगे कि हम अब भी यह श्रृंखला जीत सकते हैं।’’
 
मैन आफ द मैच पुजारा ने कहा कि यहां पूर्व में खेलने का अनुभव उनके काफी काम आया। उन्होंने कहा, ‘‘यहां पूर्व में खेलने के अनुभव का काफी फायदा मिला। इससे मेरी तैयारियों में मदद मिली। टेस्ट मैच जीतने पर श्रेय सभी गेंदबाजों को जाता है। पहली पारी में 15 रन की बढ़त से हमारा भरोसा बढ़ा।’’ पुजारा को अच्छा बल्लेबाज बनाने में उनके पिता की भूमिका अहम रही और उन्होंने उनका आभार भी व्यक्त किया। इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘यह बहुत मायने रखता है। उन्हें गर्व होगा। मैं अपने करियर में उनके समर्थन का आभार व्यक्त करता हूं।’’

एडीलेड। भारत ने आस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें दिन सोमवार को 31 रन से हराकर पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी। आस्ट्रेलिया की टीम 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 291 रन ही बना पायी। भारत ने चेतेश्वर पुजारा (123) के 16वें टेस्ट शतक की मदद से अपनी पहली पारी में 250 रन बनाये थे। इसके जवाब में आस्ट्रेलिया 235 रन ही बना पाया। भारत ने अपनी दूसरी पारी में 307 रन बनाकर आस्ट्रेलिया के सामने चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। एडिलेट में 15 साल के बाद भारत ने जीत दर्ज की है।

इससे पहले भारत ने ट्रेविस हेड और शान मार्श को आउट करके आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के पांचवें और अंतिम दिन जीत की तरफ कदम बढ़ा दिए थे। हालांकि, आस्ट्रेलिया ने 323 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए लंच तक छह विकेट पर 186 रन बनाये थे, लेकिन एक के बाद एक ऑस्ट्रेलिया ने अपना विकेट गवा दिया और 15 साल बाद एडिलेट में भारत को जीत हासिल हुई। दूसरा टेस्ट मैच 14 दिसंबर से पर्थ में खेला जाएगा

एडीलेड। भारत के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन भारत को पहली पारी में 250 रन पर आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक दो विकेट 57 रन पर गंवा दिये। लंच के समय उस्मान ख्वाजा 86 गेंद में 21 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि शॉन मार्श ने एक रन बनाया है। ऑस्ट्रेलिया अभी भी 193 रन पीछे है। इससे पहले मोहम्मद शमी (छह) दूसरे दिन जोश हेजलवुड की पहली ही गेंद पर आउट हो गए जिन्होंने विकेट के पीछे कैच थमाया। इसके साथ ही भारतीय पारी का अंत हो गया। आस्ट्रेलिया के लिये हेजलवुडने 52 रन देकर तीन विकेट लिये जबकि मिशेल स्टार्क, पैट कमिंस और नाथन लियोन को दो दो विकेट मिले। ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत भी बहुत अच्छी नहीं रही। ईशांत शर्मा ने उनकी पारी की तीसरी गेंद पर आरोन फिंच (0) को आउट किया। ख्वाजा और टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण कर रहे सलामी बल्लेबाज मार्कस हैरिस (26) ने कुछ देर संभलकर खेलने की कोशिश की। दोनों ने 20.4 ओवर में 45 रन जोड़े। यह भारत के शीर्ष चार विकेटों से लिये हुई किसी भी साझेदारी से बड़ी थी। भारतीय तेज गेंदबाजों ने काफी रफ्तार के साथ गेंद डाली। जसप्रीत बुमराह ने तो एक समय 150 किमी की गति से भी गेंदबाजी की लेकिन कई बार अच्छी लैंग्थ नहीं पकड़ सके। आर अश्चिन को 12वें ओवर में गेंद सौंपी गई जिसने हैरिस को परेशान किया । लंच से पहले हैरिस को अश्विन ने सिली प्वाइंट पर लपकवाया। 

 

भुवनेश्वर। सबसे कमजोर मानी जा रही फ्रांस की टीम गुरूवार को पूल ए में अर्जेंटीना को 5-3 से हराकर टूर्नामेंट का सबसे बड़ा उलटफेर किया और पुरूष विश्व कप हाकी के क्रासओवर में अपनी जगह सुरक्षित की। न्यूजीलैंड और स्पेन के बीच मैच 2-2 से ड्रा छूटने के बाद विश्व में 20वें नंबर के फ्रांस को क्रासओवर में जगह बनाने के लिये इस मैच में हर हाल में जीत चाहिए थी और वह इसी इरादे के साथ मैदान पर भी उतरा।

अर्जेंटीना इस हार के बावजूद छह अंक लेकर पूल में शीर्ष पर रहा लेकिन फ्रांस चार अंक के साथ दूसरा स्थान हासिल करने में सफल रहा। न्यूजीलैंड के भी चार अंक हैं लेकिन गोल अंतर में फ्रांस बेहतर रहा। इस तरह से स्पेन शुरूआती चरण में ही बाहर हो गया। टूर्नामेंट के प्रारूप के अनुसार चारों पूल से शीर्ष पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान की टीमें बाकी बचे चार स्थानों के लिये क्रासओवर में खेलेंगी।

पूल ए के अंतिम मैच में फ्रांस ने चार मैदानी गोल किये। उसकी तरफ से ह्यूगो जेनेस्टेट (18वें मिनट), अरिस्टाइड कोइसेन (26वें), गैस्पार्ड बाउमगार्टन (30वें) और फ्रैंकोइस गोएट (54वें) ने मैदानी गोल जबकि कप्तान विक्टर चार्लेट (23वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया। विश्व में दूसरे नंबर के अर्जेंटीना की तरफ से लुकास मार्टिनेज (28वें) ने मैदानी गोल किया जबकि गोंजालो पेलियट (44वें, 48वें मिनट) ने पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला।

एडीलेड। आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन गुरूवार को भारत की शुरूआत बेहद खराब रही और लंच तक उसके चार विकेट सिर्फ 56 के स्कोर पर उखड़ गए। आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने नयी कूकाबूरा गेंद से नियमित अंतराल पर विकेट लिये। पहले सत्र के 27 ओवर में भारतीय शीर्षक्रम क्रीज पर पैर जमा ही नहीं सका। लंच के समय चेतेश्वर पुजारा 11 और रोहित शर्मा 15 रन बनाकर खेल रहे थे। इससे पहले भारत ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। हनुमा विहारी को बाहर रखकर छठे बल्लेबाज के तौर पर रोहित शर्मा को टीम में जगह दी गई। आस्ट्रेलियाई टीम के लिये मार्कस हैरिस ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।शुरूआती ओवरों में भारतीय बल्लेबाज मिशेल स्टार्क और हेजलवुड को खेल नहीं सके। दोनों सलामी बल्लेबाजों में से केएल राहुल (दो) के पास आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की रफ्तार का कोई जवाब नहीं था। वह दूसरे ओवर में गैर जिम्मेदाराना शाट खेलकर तीसरी स्लिप में हेजलवुड को कैच दे बैठे। मुरली विजय (11) बेहतर दिख रहे थे लेकिन रनगति बढाने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे। सातवें ओवर में विजय ने स्टार्क को कवर ड्राइव लगाने की कोशिश की लेकिन चूके और विकेट के पीछे टिम पेन को कैच दे दिया। इसके बाद कप्तान विराट कोहली क्रीज पर आये जो आत्मविश्वास से भरे दिखे। वह भी हालांकि कोई कमाल नहीं कर पाये और पैट कमिंस की गेंद पर उस्मान ख्वाजा ने अपनी बायीं ओर डाइव लगाकर उनका शानदार कैच लपका।

उस समय भारत का स्कोर 11 ओवर में तीन विकेट पर 19 रन था। पुजारा और अजिंक्य रहाणे (13) ने 59 गेंदों में 22 रन जोड़े। रहाणे को नाथन लियोन को खेलने में काफी दिक्कत हुई जो ड्रिंक्स ब्रेक के बाद गेंदबाजी के लिये आये। रहाणे ने लियोन को उसके दूसरे ओवर में लांग आन पर छक्का लगाया। रहाणे 21वें ओवर में हेजलवुड का शिकार हुए । पुजारा और रोहित ने भारत को 25वें ओवर में 50 रन के पार पहुंचाया।

एडीलेड। आस्ट्रेलिया के उपकप्तान और तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का मानना है कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम भले ही दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हो लेकिन कप्तान विराट कोहली को काबू रखने से उस पर दबाव बनाया जा सकता है। कोहली ने पिछली बार आस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट श्रृंखला में चार शतक समेत 692 रन बनाये थे। हेजलवुड ने छह दिसंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट से पूर्व कहा, ‘‘भारतीय बल्लेबाजी क्रम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने पिछले एक साल में काफी क्रिकेट खेला है। इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया और सिर्फ विराट कोहली की चमके । कई दूसरे बल्लेबाज ज्यादा रन नहीं बना सके।’’

 
उन्होंने कहा कि कोहली के बल्ले को खामोश रखने के लिये उनकी टीम योजना बना रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित तौर पर इस बारे में बात करेंगे और रणनीति बनायेंगे। उसके जैसे खिलाड़ी के लिये असल में कई तरीके आजमाने पड़ेंगे।’’ उन तरीकों में हालांकि छींटाकशी शामिल नहीं है। हेजलवुड ने कहा, ‘‘विराट पर ये चीजें असर नहीं करती बल्कि इससे वह अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलता है। मैं उसे गेंदबाजी करते समय चुप ही रहता हूं।’’
 
 
स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की गैर मौजूदगी में भले ही भारत का पलड़ा भारी लग रहा हो लेकिन हेजलवुड ने कहा कि यह बराबरी की श्रृंखला होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यह मुकाबला बराबरी का होगा। हमारा सामना दुनिया की नंबर एक टीम से है लेकिन हम अपने देश में बेहतरीन क्रिकेट खेलते हैं। हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो किसी भी टीम को परेशान कर सकता है। हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ वह लय कायम रखना चाहेंगे जो एशेज में थी।’’

नई दिल्ली । भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू को अगले माह 12 दिसंबर से शुरु हो रहे विश्व टूर फाइनल में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीदें हैं। सिंधू ने ग्वांग्झू में होने वाली विश्व टूर फाइनल की तैयारियों के लिए ही पिछले सप्ताह सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नहीं खेला था। यह तीसरा अवसर है जबकि सिंधू ने विश्व टूर जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिये क्वालीफाई किया है। सिंधु ने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि मैं इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करूंगी। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के प्रति आश्वस्त हूं। यह सबसे बड़े टूर्नामेंटों में से एक है जिसमें शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। यह चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन मैं वास्तव में इसे जीतना चाहती हूं।’’ सिंधू ने इस साल अपनी प्रभावशाली फार्म जारी रखी है। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल, एशियाई खेल और विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किये। इसके अलावा वह इंडिया ओपन और थाईलैंड ओपन में भी उप विजेता रही थी। फाइनल में हारने के बारे में सिंधू ने कहा, ‘‘मैं पांच फाइनल में खेली और उनमें हार गयी। यह हार पचा पाना मुश्किल होता है लेकिन मैं एशियाई खेलों के परिणाम से खुश हूं। कुल मिलाकर मैंने कुछ अच्छे परिणाम हासिल किये और कुछ अवसरों पर फाइनल में उलटफेर का शिकार बनी।’

सिडनी। एडम गिलक्रिस्ट को उम्मीद है कि विराट कोहली 2014-15 टेस्ट श्रृंखला के प्रदर्शन को दोहराने में सफल रहेंगे लेकिन उन्होंने कहा कि अगर भारत को प्रतिष्ठित बोर्डर-गावस्कर ट्राफी जीतनी है तो अन्य बल्लेबाजों को अपने करिश्माई कप्तान का साथ देना होगा। पहला टेस्ट एडिलेड में छह दिसंबर से शुरू होगा और कोहली ने पिछली बार इस मैदान पर खेलते हुए भारत की दिल तोड़ने वाली हार के दौरान दोनों पारियों में शतक जड़े थे।

गिलक्रिस्ट ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि विराट कोहली 2014 (चार टेस्ट में 86 –50 के औसत से 694 रन) की तरह एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करेगा। पिछले कुछ दिनों में मैंने उसके साथ बात की है, उसका आत्मविश्वास देखा है और सिडनी में उसने जिस तरह बल्लेबाजी की उसे देखते हुए अगर वह ऐसा नहीं कर पाता है तो मुझे बेहद हैरानी होगी।’

उन्होंने कहा, ‘भारत के यह श्रृंखला जीतने के लिए हालांकि सबसे अहम उसके साथ खेलने वाले बल्लेबाज होंगे। क्या वह उसका पर्याप्त समर्थन कर पाएंगे जिससे कि भारत पर्याप्त रन बना सके और अपने अच्छे गेंदबाजी आक्रमण को रनों का बचाव करने और आस्ट्रेलिया को टेस्ट में दो बार आउट कर पाएं।’ यह पूछने पर कि क्या आस्ट्रेलिया की कोहली को रोकने के लिए कोई विशेष रणनीति है, गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि मैं किसी योजना के बारे में बता पाऊंगा क्योंकि मुझे नहीं पता। सर्वश्रेष्ठ यह है कि आस्ट्रेलिया धैर्य रखे। उन्हें अच्छा परंपरागत टेस्ट क्रिकेट खेलना होगा। उनकी सर्वश्रेष्ठ उम्मीद यही होगी कि भारत शुरूआती झटके दें और कोहली को नई गेंद से गेंदबाजी करें।’

गिलक्रिस्ट ने स्वीकार किया कि भारत प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगा लेकिन साथ ही कहा कि आस्ट्रेलिया को अपने हालात में दबदबा बनाने में अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने कहा, ‘भारत इस टेस्ट श्रृंखला में प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेगा और ऐसा मुख्य रूप से इसलिए होगा क्योंकि वे अपने टीम संयोजन से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उन्हें बेहद अच्छी समझ है कि वह किस संयोजन के साथ खेलना चाहते हैं।’

गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘शायद एक या दो स्थानों के लिए दावा होगा लेकिन इसके अलावा उनकी अंतिम एकादश लगभग तय है। मुझे लगता है कि भारत के पास स्थिर टेस्ट टीम है। जबकि अगर आप आस्ट्रेलिया को देखो तो मुझे नहीं लगता कि उनके चयनकर्ता सुनिश्चित हैं कि वे किस क्रम या टीम संतुलन के साथ खेलना चाहते हैं। यह आस्ट्रेलिया क्रिकेट का नया चरण है।’

गिलक्रिस्ट ने कहा कि दोनों टीमों के गेंदबाजी आक्रमण में अधिक अंतर नहीं है लेकिन यह बल्लेबाजी क्रम है जो अंतर पैदा करेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोई भी टीम श्रृंखला जीत सकती है। अपने हालात में आत्मविश्वास हासिल करने और श्रृंखला में दबदबा बनाने में आस्ट्रेलिया को अधिक समय नहीं लगेगा। हम अतीत में ऐसा होते हुए देख चुके हैं।’

सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक गिलक्रिस्ट ने कहा, ‘दोनों टीमों का गेंदबाजी आक्रमण शीर्ष स्तर का है इसलिए यह इस पर निर्भर करेगा कि कौन सा बल्लेबाज क्रम बिखरने से बच पाएगा। कोहली ने भारत के इंग्लैंड दौरे की बात की और कहा कि जब उन्होंने खराब किया तो बेहद खराब प्रदर्शन किया और इसलिए हार गए। भारत ने दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड में सिर्फ टुकड़ों में अच्छी बल्लेबाजी की। वे प्रबल दावेदार हैं लेकिन उन्हें स्वयं के साथ ईमानदार होना होगा।’

गिलक्रिस्ट ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर की गैरमौजूदगी में श्रृंखला की चमक कुछ फीकी हो चुकी है। मार्च में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के कारण इन दोनों को एक साल का प्रतिबंध झेलना पड़ रहा है। गिलक्रिस्ट ने कहा कि इन दोनों की कमी की भरपाई आस्ट्रेलिया किसी तरह से नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘स्मिथ और वार्नर ने पिछले कुछ वर्षों में आस्ट्रेलिया के रनों में बड़ा योगदान दिया है और यह बड़ा नुकसान है, इसमें कोई शक नहीं। निश्चित तौर पर उन्हें उनकी कमी खलेगी, विशेषकर स्मिथ की क्योंकि वह कोहली के स्तर का खिलाड़ी है।’ गिलक्रिस्ट ने साथ ही कहा कि कैमरन बेनक्राफ्ट के निलंबन का भी घरेलू टीम को नुकसान होगा।

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