Notice: Undefined offset: 1 in /home/u956277081/domains/newscreation.glovis.in/public_html/plugins/system/k2/k2.php on line 702
News Creation - स्पोर्ट्स
स्पोर्ट्स

स्पोर्ट्स (4453)

गुवाहाटी। भारतीय महिला क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा जिससे मेहमान टीम ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बना ली। भारत की इस प्रारूप में यह लगातार छठी हार है। भारत के 112 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 19.1 ओवर में पांच विकेट पर 114 रन बनाकर जीत दर्ज की। सलामी बल्लेबाज डेनियली वाट ने इंग्लैंड की ओर से 55 गेंद में सर्वाधिक नाबाद 64 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी के दौरान छह चौके मारे। लारेन विनफील्ड ने उनका अच्छा साथ निभाते हुए 29 रन की पारी खेली। वाट ने अपने चौथे टी20 अर्धशतक के दौरान एक छोर संभाले रखा। भारत हालांकि एक समय मैच में बना हुआ था लेकिन विनफील्ड ने लगातार तीन चौके जड़कर इंग्लैंड का पलड़ा भारी कर दिया। टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरे इंग्लैंड ने बारसापाड़ा क्रिकेट स्टेडियम पर मेजबान टीम को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोका। कैथरीन ब्रंट टीम की सबसे सफल गेंदबाज रही जिन्होंने 17 रन देकर तीन विकेट चटकाए। लिन्से स्मिथ ने भी 11 रन देकर दो विकेट चटकाए।

 
ब्रंट ने कार्यवाहक कप्तान स्मृति मंधाना (12) और जेमिमा रोड्रिग्ज (02) को शुरुआत में ही पवेलियन भेजकर भारत को बैकफुट पर भेजा और टीम इस खराब शुरुआत से कभी नहीं उबर पाई। स्मृति का विकेट इंग्लैंड के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि उन्होंने 2.3 ओवर में ही भारत का स्कोर बिना विकेट खोए 24 रन तक पहुंचा दिया था। ब्रंट ने उन्हें विकेट के पीछे कैच कराया। ब्रंट ने इसके बाद जेमिमा को बोल्ड किया। बायें हाथ की स्पिनर लिन्से स्मिथ ने अगले ओवर में सलामी बल्लेबाज हरलीन देओल (14) को पवेलियन भेजकर भारत का स्कोर तीन विकेट पर 34 रन किया। मिताली राज ने भारत की ओर से सर्वाधिक 20 रन बनाए जबकि दीप्ति शर्मा और भारती फुलमाली ने 18-18 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड ने इसके जवाब में सतर्क शुरुआत की। बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव (26 रन पर एक विकेट) ने पांचवें ओवर में टैमी ब्युमोंट (08) को आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई।
 
लेग स्पिनर पूनम यादव (18 रन पर एक विकेट) ने ऐमी जोन्स को अपनी ही गेंद पर लपका जबकि एकता बिष्ट (23 रन पर दो विकेट) ने नताली स्किवर (01) और कप्तान हीथर नाइट (02) को पवेलियन भेजा जिससे मेहमान टीम का स्कोर चार विकेट पर 56 रन हो गया। वाट और विनफील्ड ने इसके बाद पांचवें विकेट के लिए 47 रन जोड़कर इंग्लैंड को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। दीप्ति ने विनफील्ड को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा लेकिन वाट ने ब्रंट (नाबाद 02) के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया। इंग्लैंड ने पहला मैच 41 रन से जीता था।

रांची। महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान और विकेटकीपर की सूची में शामिल हैं और उनकी इस यात्रा में योगदान देने वाले लोगों को इस पर गर्व है। धोनी के बचपन के कोच केशव रंजन बनर्जी हों, जीव विज्ञान की शिक्षिका सुषमा शुक्ला या फिर मेकोन स्टेडियम के प्रभारी उमा कांत जेना इन सभी को धोनी की यात्रा में योगदान देने का गर्व है। धोनी के जीवन पर बनी फिल्म ‘एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ में इनमें से कई किरदारों का जिक्र है और जब आप रांची पहुंचते हैं तो आपके अंदर यह पता करने की उत्सुकता पैदा होती है कि फिल्म के किरदार असल जीवन में कितने अलग या समान हैं। बनर्जी ‘सर’ ने बताया, ‘‘कुछ लोग मेरे से पूछते हैं कि क्या आपको पैसे दिए गए थे क्योंकि उन्होंने फिल्म में आपके किरदार को दिखाया गया था और इससे मुझे चिढ़ होने लगी थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसका जैविक पिता नहीं हूं लेकिन पिता तुल्य हूं। अगर पिता अपने बेटे से कुछ मांगता है तो यह शर्मनाक है।’’ उनकी हिंदी में बंगाली लहजा है जैसा कि फिल्म में राजेश शर्मा के किरदार का था।

 

 
 
उन्होंने कहा, ‘‘वह काफी शर्मीला लड़का था और अब भी है। वह हमेशा अपनी हंसी में अपनी भावनाओं को छिपा सकता है। उसे पता था कि क्रिकेट उसे वह जीवन दे सकता है जो वह अपने लिए और इससे भी अधिक अपने परिवार के लिए चाहता है। माही अब भी इसी तरह का है।’’ आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां शुक्रवार को होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘मुझे तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय के दो पास मिले हैं। मैंने माही की मां को फोन किया और उन्होंने इसका इंतजाम कर दिया।’’ विनम्रता ऐसी चीज है जो सभी लगभग लोग धोनी के साथ जोड़ते हैं।।जवाहर विद्या मंदिर की सेवानिवृत्त शिक्षिका सुषमा शुक्ला ने कहा, ‘‘वह काफी शांत बच्चा था। मैंने सातवीं और आठवीं में उसे जीव विज्ञान पढ़ाया। मुझे याद है कि मैंने उससे पूछा था ‘महेंद्र, तुम सिंह को या धोनी?’ उसने जवाब दिया था, ‘मैडम, हम सिंह भी हैं और धोनी भी’।’’ उन्होंने बताया, ‘‘क्रिकेट के लिए पूरी तरह समर्पित होने के बावजूद वह 60 प्रतिशत अंक ले आता था। मुझे याद है कि एक बार उसने जीव विज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि उसे किसी मैच में खेलना था और उसी ट्रेन से यात्रा कर रहा था जिससे मैं कर रही थी।’’।।सुषमा ने बताया, ‘‘संभवत: उसे पता था कि मैं वहां थी और उसकी टीम का एक साथी मेरे पास आया और बोला मैडम, क्या आप महेंद्र की शिक्षिका हो। मैंने कहा, कौन धोनी। लड़के ने बताया कि उसने मैच के लिए जीव विज्ञान की प्रयोगात्मक परीक्षा छोड़ दी। ‘लेकिन मैडम, यह लड़का एक दिन दुनिया भर में नाम कमाएगा’।’’
 
 
 
सुषमा और पीटी शिक्षिका आभा सहाय जहां रहती हैं वहां सेलीब्रिटी की तरह हैं और उन्हें सभी जानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं महाराष्ट्र में अपने पैतृक नगर में रहती हूं और उस फिल्म में हमें लगभग 30 सेकेंड के लिए दिखाया गया इसलिए वे मुझे धोनी की शिक्षिका के रूप में जानते हैं।’’ आभा को धोनी की शिक्षिका होने के कारण जो सम्मान मिलता है वह उनके लिए सर्वोच्च है।।उन्होंने कहा, ‘‘हम गर्व महसूस करते हैं हमने एक विनम्र इन्सान को बनाने में थोड़ी भूमिका निभाई। वह महान खिलाड़ी है लेकिन सफलता हासिल करने के बाद काफी लोगों में ऐसी विनम्रता नहीं होती।’’ मेकोन स्टेडियम के मैदान प्रभारी उमा कांत जेना ने 1985 में पहली बार धोनी को देखा जब वह सिर्फ साढ़े तीन साल के थे। जेना ने याद करते हुए कहा, ‘‘यह कालोनी का दरवाजा है और माहिया (वह धोनी को इसी नाम से पुकारते थे) प्लास्टिक की गेंद और बल्ले के साथ यहीं घूमता रहता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘किसने सोचा था कि वह इतना कुछ हासिल कर लेगा। भारतीय कप्तान बनने के बाद वह एक बार आया था और मेरे बेटे विजय को बल्ला और विकेटकीपिंग ग्लव्स दिए। अच्छा प्रदर्शन करने पर उसने पूरी किट देने का वादा किया।’’
 


 
जेना ने कहा, ‘‘और आपको पता है कि सबसे शर्मनाक क्या था? वह जमीन पर बैठा था जबकि मैं कुर्सी पर। मैंने उसे कहा कि ऐसा मत करो लेकिन उसने मेरी बात नहीं सुनी।’’ बनर्जी ने साथ ही याद किया कि कैसे एक बार धोनी देर रात उनकी शादी की सालगिरह पर बधाई देने पहुंच गए थे और उनकी पत्नी को चाउमीन बनाने के लिए कहा। बनर्जी से बताया कि वह कभी नहीं भूल पाएंगे कि धोनी ने उनकी पत्नी के इलाज में मदद की थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी पत्नी को इलाज के लिए वेल्लूर ले जाना चाहता था और हमें तीन महीने बाद का समय मिला था। सिर्फ तभी मैंने उससे बात की थी और पूछा था कि क्या वह मदद कर सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पंद्रह दिन के भीतर हमें वेल्लूर से फोन आया और मेरी पत्नी का समय पर इलाज हो पाया। मुझे नहीं पता कि उसने किसे फोन किया।’’
 

नयी दिल्ली। भारतीय क्रिकेट का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) गुरुवार को यहां होने वाली बैठक के दौरान हार्दिक पंड्या और केएल राहुल का एक टीवी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का मामला बीसीसीआई के नवनियुक्त लोकपाल डी के जैन को सौंपेंगे। राहुल और पंड्या को एक चर्चित टीवी कार्यक्रम के दौरान अभद्र टिप्पणियों के लिये अस्थायी निलंबित किया गया था लेकिन बाद में जांच लंबित होने तक उनका निलंबन वापस ले लिया गया था। उच्चतम न्यायालय ने अब विवादों के निबटान के लिये लोकपाल नियुक्त कर दिया है तो राहुल और पंड्या से जुड़े मामले में भी वही फैसला करेंगे। 

 
उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायधीश जैन ने मंगलवार को पीटीआई से कहा था कि वह इंतजार कर रहे हैं कि सीओए उन्हें कोई मामला सौंपे और इनमें पंड्या और राहुल का मामला भी शामिल है। राहुल और पंड्या की टिप्पणियों से विवाद पैदा हो गया था और उन्हें आस्ट्रेलिया दौरे के बीच से स्वदेश भेज दिया गया था। गुरुवार को पहली बार सीओए के नये सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल रवि थोडगे भी बैठक में हिस्सा लेंगे। उन्हें पिछले महीने नियुक्त किया गया था और पिछली बैठक में उन्होंने फोन से अपनी बात रखी थी। चेयरमैन विनोद राय और डायना एडुल्जी सीओए के दो अन्य सदस्य हैं। सीओए की बैठक में बीसीसीआई के आतंकवाद को पनाह देने वाले देशों के साथ संबंध समाप्त करने को लेकर लिखे गये पत्र पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के ढुलमुल रवैये पर भी चर्चा होने की संभावना है। आईसीसी ने बीसीसीआई का आग्रह यह कहकर नकार दिया था कि इस तरह के मामलों में उसकी कोई भूमिका नहीं है। 
 
 
इसके अलावा 23 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल से जुड़े मामलों पर भी चर्चा होगी। बीसीसीआई ने आईपीएल के पहले दो सप्ताह के लिये कार्यक्रम घोषित किया है तथा वह संपूर्ण कार्यक्रम घोषित करने के लिये आम चुनावों की तिथियों की घोषणा का इंतजार कर रहा है। बीसीसीआई सूत्रों ने कहा, ‘‘आईपीएल से जुड़े वित्तीय और कार्यक्रम संबंधी मसलों पर बैठक में चर्चा की जाएगी।’’

बैंकाक। क्रिकेट को हांगझू एशियाई खेल 2022 के खेल कार्यक्रम में शामिल किया गया है जिससे इस खेल की इन महाद्वीपीय खेलों में वापसी हो सकती है। यह फैसला एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) की यहां हुई आम सभा में लिया गया। ओसीए के मानद उपाध्यक्ष रणधीर सिंह ने कहा, ‘‘ हां, क्रिकेट को हांगझू एशियाई खेल 2022 के खेल कार्यक्रम में शामिल किया गया है।’’ रविवार को मीडिया में आई खबरों में यह जानकारी दी गई। ‘इनसाइडदगेम्स.बिज’ खेल वेबसाइट के अनुसार एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) की आम सभा की बैठक में यह फैसला किया गया।क्रिकेट को 2010 और 2014 एशियाई खेलों में जगह मिली थी लेकिन इंडोनेशिया में 2018 में हुए खेलों से इसे हटा दिया गया। भारत इससे पहले टीम के व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता से बाहर रह चुका है।

 
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने क्रिकेट को एशियाई खेलों में शामिल करने का ओसीए के फैसले का स्वागत किया। इस बैठक में शामिल रहे आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने कहा, ‘‘ हम ओसीए के फैसले का स्वागत करते हैं। किक्रेट का कौन सा प्रारूप खेला जाएगा यह तय नहीं है लेकिन यह स्वागत योग्य कदम है।’’ उन्होंने कहा कि आईओए चाहेगा की इस प्रतियोगिता में भारतीय क्रिकेट टीम भाग ले। मेहता ने कहा, ‘‘ आईओए बीसीसीआई से 2022 एशियाई खेलों में क्रिकेट की एक टीम भेजने का अनुरोध करेगा। भारत पुरुष और महिला दोनों वर्गों में जीत सकता है और तालिका में अपने पदकों की संख्या को बढ़ा सकता है।’’ पूरी संभावना है कि अगर क्रिकेट को जगह मिलती है तो 2010 में ग्वांग्झू और 2014 में इंचियोन खेलों की तरह 2022 में भी टी20 प्रारूप को ही शामिल किया जाएगा।
 
एशियाई खेलों के अगले टूर्नामेंट के आयोजन में अब भी काफी समय है और ऐसे में भारतीय टीम के प्रतिनिधित्व पर चर्चा करने के लिए बीसीसीआई को काफी समय मिलेगा।बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘2022 एशियाई खेलों के लिए अभी काफी समय है। समय आने पर हम चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे।’’ क्रिकेट को 2022 खेलों में जगह देना उम्मीद के मुताबिक है क्योंकि ओसीए के मानद उपाध्यक्ष रणधीर सिंह ने उपयुक्त स्थल चुनने के लिए पिछले महीने हांगझू का दौरा किया था। श्रीलंका और पाकिस्तान ने 2014 में क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे जबकि 2010 में बांग्लादेश और पाकिस्तान ने बाजी मारी थी। राष्ट्रमंडल खेल 1998 में भी क्रिकेट को शामिल किया गया था और तब भारत ने भी अपनी टीम भेजी थी।

पणजी। दिग्गज क्रिकेट सचिन तेंदुलकर ने रविवार को यहां कहा कि वह चाहते हैं कि भारत खेलों से प्यार करने वाले देश की जगह ऐसा देश बने जो खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले। दक्षिण गोवा जिले में एक कार्यक्रम में तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ मैंने कई बार कहा है कि भारत खेलों से प्यार करने वाला देश है लेकिन खेल खेलने वाला नहीं। इसलिए मेरा लक्ष्य है कि भारत को खेल खेलने वाला देश बनाऊं।’’ 

 

 मास्टर ब्लास्टर ने कहा कि जब बात स्वास्थ्य की हो तो इसमें हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे पता है, हम सब फिट दिखना चाहते हैं लेकिन आंकड़े ऐसा नहीं कहते है। इसमें सुधार की काफी गुंजाइश रहती है। मैं यही संदेश सभी को देना चाहता हूं।’’ बल्लेबाजी के रिकार्डो के इस खिलाड़ी ने कहा कि बच्चों के करियर के चयन के मामले में भी अभिभावकों में बदलाव आ रहा है।
 
 
उन्होंने कहा, ‘‘ अभिभावक अब खुले विचार के हो रहे हैं। आपके पास इतने सारे लोकप्रिय शेफ और पेशेवर नृतकों का उदाहरण है। भारत धीरे धीरे बदल रहा है।’’ तेंदुलकर ने कहा, ‘‘आज के दौर करियर का चुनाव सिर्फ इस बात तक सीमित नहीं है कि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं या इंजीनियर।’’ 

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी बल्लेबाज सूजी बेट्स ने सोमवार को कहा कि हाल ही में एकदिवसीय श्रृंखला में भारत से मिली शिकस्त में सकारात्मक बात यह रही कि उन्हें समझ में आ गया कि पूनम यादव और एकता बिष्ट की स्पिन जोड़ी से कैसे निपटना है। भारतीय महिला टीम ने पहली बार ‘वाइट फर्न्स’ (न्यूजीलैंड महिला टीम) को उनके घर में एकदिवसीय श्रृंखला में शिकस्त दी और श्रृंखला 2-1 से अपने नाम करने में सफल रही। 

बेट्स ने तीसरे एकदिवसीय में अपने करियर का 25वां अर्धशतक लगाया जिससे उनकी टीम ने मैच को आठ विकेट से जीता। ‘वाइट फर्न्स’ के ट्विटर हैंडल के जरिये बेट्स ने कहा कि इस जीत से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया। पहले दो मैचों के बाद तीसरे मैच में भी अगर हमारा प्रदर्शन खराब रहता तो यह काफी निराशाजनक होता। इस मैच में बेट्स ने लेग स्पिनर पूनम ने खिलाफ आक्रामक रूख अख्तयार किया था। उन्होंने 64 गेंद में आठ चौके और एक छक्के की मदद से 57 रन की पारी खेली थी। 

बेट्स ने कहा, ‘हमने जिस तरह स्पिनरों का सामना किया वह सबसे सकारात्मक पहलू था। हमें सबसे बड़ी सीख यह मिली कि जब भी वे गेंद को आगे टप्पा खिलायेंगी तब हमें आक्रामक रहना होगा। हमें साझेदारी में उनके खिलाफ आक्रामक रहना होगा क्योंकि जब दोनों बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा समय के लिए रहेंगे तो रन बनाना आसान होगा।’ दोनों देशों के बीच तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला छह फरवरी से शुरू होगी।

कैनबरा। कप्तान टिम पेन ने सोमवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रतिबंध का सामना कर रहे स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर इस साल इंग्लैंड के खिलाफ एशेज श्रृंखला में बड़ी भूमिका निभाएंगे। गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण और फिर शीर्ष खिलाड़ियों के बिना खराब फार्म के कारण पिछले 10 महीने में टीम को परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन टीम ने अपने घरेलू सत्र का अंत श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट जीतकर किया। 

टीम ने ब्रिसबेन में पहला टेस्ट पारी और 40 रन से जीतने के बाद कैनबरा में दूसरे टेस्ट में 366 से जीत दर्ज की जबकि इससे पहले उसे दुनिया की नंबर एक टीम भारत के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। स्मिथ और वार्नर का प्रतिबंध अगले महीने समाप्त होगा और उम्मीद की जा रही है कि ये दोनों जल्द ही टीम में वापसी करेंगे।

पुणे। कर्नाटक के युवा युवा तैराक श्रीहरि नटराज ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2019 में मंगलवार को दो स्वर्ण पदक और जीतकर अपने पदकों की संख्या सात कर दी जबकि मेजबान महाराष्ट्र ने पदक तालिका में दबदबा बनाये रखा। महाराष्ट्र इन खेलों में अभी तक कुल 177 पदकों के साथ पहले स्थान पर है जिसमें से 64 स्वर्ण, 51 रजत और 62 कांस्य पदक शामिल हैं। दिल्ली कुल 121 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है और उसके हिस्से 47 स्वर्ण, 31 रजत और 43 कांस्य पदक शामिल हैं। हरियाणा के 110 पदक हैं जिसमें से 37 स्वर्ण, 35 रजत और 38 कांस्य पदक शामिल हैं। नटराज ने 50 मीटर बैकस्ट्रोक और 100 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अंडर-21 के 50 मीटर बैकस्ट्रोक में 26.16 सेकेंड का समय निकाला। नटराज ने इसके बाद 100 मीटर फ्रीस्टाइल में 52.37 सेकेंड का समय निकाल स्वर्ण अपने नाम किया। 

 

 पंजाब के निशानेबाज सरताज सिंह ने अपने नाम के अनुरूप प्रदर्शन करते 50 मीटर 3 पोजीशन राइफल स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। तेलंगाना की 13 साल की ईशा सिंह ने लड़कियों की अंडर-17 वर्ग में और महाराष्ट्र की हर्शदा निथावरे ने अंडर-21 वर्ग के 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। ईशा ने फाइनल में 241.3 का और हर्शदा ने 236.3 का स्कोर किया। महाराष्ट्र की स्नेहाल भोंगले और अश्विनी मलागे ने अपनी टीम को भारोत्तोलान में दो और पदक दिलाए। मंगलवार का दिन भारत्तोलान स्पर्धाओं का आखिरी दिन था।
 
भोंगले ने 87 किलोग्राम भारवर्ग में जबकि मलागे ने 87 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा में सोने का तमगा हासिल किया। तमिलनाडु और पंजाब ने भी एक एक स्वर्ण पदक जीता। बी. मुकेश ने 109 किलोग्राम भारवर्ग में तमिलनाडु को तो तेजपाल सिंह संधू ने 109 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा में पंजाब को स्वर्ण पदक दिलाया। हाकी में ओडिशा ने हरियाणा को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर लड़कों के अंडर-21 वर्ग का खिताब जीता। निर्धारित समय तक दोनों टीमों के बीच स्कोर 2-2 से बराबरी पर थी। लड़कों के अंडर-21 वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में पंजाब ने उत्तर प्रदेश को पेनल्टी शूटआउट में हराकर कांस्य पदक जीता।  महिलाओं के अंडर-17 वर्ग के पूल-ए में झारखंड ने दिल्ली को 11-0 से करारी मात दी। पूल-ए के दूसरे मैच में पंजाब ने चंडीगढ़ को 4-3 से हराया। पूल-बी में मिजोरम ने महाराष्ट्र को 5-1 से पराजित किया। एक अन्य मैच में हरियाणा ने ओडिशा को 3-2 से शिकस्त दी। 

बेंगलुरू। कप्तान और स्टार खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत की अगुवाई में बेंगलुरू रैप्टर्स ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रविवार को कांतिरावा स्टेडियम में मुम्बई रॉकेट्स को 4-3 से हराते हुए वोडाफोन प्रीमियर लीग (पीबीएल) के चौथे सीजन का खिताब जीत लिया। बेंगलुरू ने पहली बार यह खिताब जीता है। इस मैच में श्रीकांत के अलावा थी थ्रांग वू ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए  मैच जीत अपनी टीम को खिताब तक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। श्रीकांत ने बेंगलुरू को ऐसे समय में जीत दिलाई, जब वह 0-2 से पीछे थे। इसके बाद वू ने अपना ट्रम्प मैच जीतते हुए अपनी टीम को 3-2 से आगे कर दिया, लेकिन मुंबई के समीर वर्मा ने बेंगलुरू के बी. साई. प्रणीत को मात दे स्कोर 3-3 से बराबर कर मुकाबले को आखिरी  मैच में पहुंचा दिया। 

मैच का फैसला पुरुष युगल के आखिरी मैच से निकला जहां बेंगलुरू ने मुंबई को मात देते हुए खिताबी जीत हासिल की। दिन की शुरुआत में मिश्रित युगल मुकाबले में रॉकेट्स के किम जी जुंग और पिया जेबादिया बेर्नादेथ ने अपने ट्रम्प मैच में मार्कस एलिस और लॉरेन स्मिथ को 15-8, 15-14 हराया और अपनी टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। जुंग और जेबादिया ने पहले गेम में शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाए रखा और इसे 15-8 से जीत लिया। दूसरे गेम में एक समय बेंगलुरू की टीम 6-3 से आगे थी लेकिन रॉकेट्स ने जल्द ही 8-8 की बराबरी कर ली। इसके बाद बेंगलुरू ने 11-9 की बढ़त बना ली लेकिन रॉकेट्स ने 13-13 की बराबरी के साथ गेम को रोमांचक मोड़ पर ला दिया। दोनों के बीच 14-14 की बराबरी के साथ मैच अंतिम शॉट तक गया, जिसमें रॉकेट्स ने बाजी मारते हुए दो अंक हासिल कर लिए।

इसके बाद श्रीकांत का सामना एंटोनसेन से हुआ, जिसमें श्रीकांत 15-7, 15-10 से विजयी रहे और अपनी टीम की वापसी कराई। स्कोर अब भी हालांकि मुम्बई के पक्ष में 2-1 था। श्रीकांत ने पहला गेम 15-7 से जीता। श्रीकांत ने 4-0 के साथ शुरुआत की और अंत तक अपनी बढ़त को बनाए रखा। दूसरे गेम में एंटोनसेन ने श्रीकांत को कड़ी टक्कर दी। श्रीकांत ने 5-3 की बढ़त के साथ शुरुआत की थी लेकिन एक समय मुकाबला 6-6 की बराबरी पर आ गया था।  इसके बाद हालांकि श्रीकांत ने 7-6 की बढ़त हासिल की और उसे अंत तक बनाए रखते हुए अपनी टीम को बेहद जरूरी एक अंक दिलाया। इसके बाद महिला एकल मुकाबले में रैप्टर्स की थी थ्रांग वू ने ट्रम्प मैच में मुम्बई की श्रेयांसी परदेसी को चुनौती दी। वू ने यह मैच 15-8, 15-9 से जीतते हुए स्कोर को 3-2 से आगे कर दिया। पीबीएल में ट्रम्प मैच जीतने वाली टीम को दो अंक मिलते हैं।

वू ने पहला गेम आसानी से 15-8 से अपने नाम किया। शुरुआत हालांकि अच्छी रही थी। एक समय स्कोर 8-6 था लेकिन जल्द ही वू ने अपनी बढ़त को मजबूत किया और लगातार अंक हासिल करते हुए बड़े अंतर से यह गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में परदेसी ने अच्छा आगाज किया और एक समय 8-8 की बराबरी पर थीं लेकिन वू ने इसके बाद बढ़त हासिल की और उसे मजबूत करते गईं। अंतत: वू ने यह गेम 15-9 से जीतते हुए अपनी टीम को दो बेहद महत्वपूर्ण अंक दिलाए और उसे 3-2 से आगे कर दिया।  इसके बाद साई प्रणीत का सामना समीर से हुआ। समीर ने यह मैच 7-15, 15-12, 15-3 से जीतते हुए मुंबई को 3-3 की बराबरी दिला दी। 


एडीलेड। ऑस्ट्रेलिया के उपकप्तान एलेक्स कैरी ने सोमवार को कहा कि टीम ने पिछले 12 महीने में जिस तरह से संघर्ष किया है उसे देखते हुए भारत जैसे शीर्ष देश के खिलाफ श्रृंखला में जीत दर्ज करना ‘काफी बड़ी बात होगी’। मेजबान टीम ने सिडनी में खेले गये पहले एकदिवसीय को 34 रन से जीत कर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त कायम की। श्रृंखला का दूसरा मैच मंगलवार को एडीलेड में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार जनवरी 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ 4-1 से श्रृंखला में जीत दर्ज की थी। गेंद से छेड़छाड़ के विवाद के बाद तत्कालीन कप्तान स्टीव स्मिथ, उपकप्तान डेविड वार्नर और कैमरून बैनक्रोफ्ट पर प्रतिबंध लगने के बाद 2018 में टीम 18 एकदिवसीय में से सिर्फ दो में जीत दर्ज कर सकी थी।

टीम ने हालांकि 2019 की शुरूआत जीत के साथ की है। कैरी ने कहा, ‘यह (श्रृंखला को जीतना) काफी बड़ी बात होगी, ऐसा हुए काफी समय से नहीं हुआ है। मैं ऑस्ट्रेलिया को जीतते देखना चाहता हूं और इस टीम का हिस्सा होना हम सब के लिए काफी मायने रखता है। हम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर विश्व कप में जाना चाहते है।’ इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, ‘भारत की टीम काफी अच्छी है इसलिए वे जल्द
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि पिछले मैच में हमने अच्छा प्रदर्शन किया और हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे। अगर आप हमारी बल्लेबाजी को देखेंगे तो हमने काफी अच्छा किया। भारत को शुरूआत में तीन झटके देना शानदार रहा। महेन्द्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा ने बड़ी साझेदारी की लेकिन हमने सही समय पर साझेदारी को तोड़ वापसी की।

Ads

R.O.NO. 13380/77 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक