दुनिया

दुनिया (3536)

रूसी सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति रहे मिखाइल गोर्बाचेव का मंगलवार को निधन हो गया, वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 91 साल की उम्र में अंतिम सांस ली है। मिखाइल गोर्बाचेव सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पहले वह सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव भी थे। इसके अलावा वह कई बड़े पदों पर रहेमिखाइल गोर्बाचेव सोवियत संघ के एक बेहद प्रभावशाली नेता थे जिन्होंने कम्युनिस्ट शासन में सुधार का बीड़ा उठाया था। गोर्बाचेव सोवियत सरकार को लोकतांत्रिक सिद्धातों के आधार पर चलाना चाहते थे जिसमें आम जनता को कुछ आजादी हासिल हो। यह सच है कि 1989 में जब सोवियत संघ के पूर्वी यूरोप वाले हिस्से में लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की बयार चली तब गोर्बाचेव ने उसे रोकने के लिए काफी बल प्रयोग किया था।गोर्बाचेव ने ग्लासनोस्त यानी अभिव्यक्ति की आजादी की नीति का भी समर्थन किया जिस पर पूर्व के शासन में कड़ा पहरा था। इसके साथ-साथ उन्हें पेरेस्रोइका के लिए भी जाना जाता है जो एक आर्थिक कार्यक्रम था। पेरेस्रोइका का मतलब था आर्थिक पुनर्गठन। उस वक्त सोवियत संघ को इसकी बहुत दरकार थी क्योंकि तब उसे मंदी और जरूरी वस्तुओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा था।गोर्बाचेव एक बेहद गरीब परिवार से आए थे. वह स्टालिन के राज में पले-बढ़े और बड़े हुए। उन्होंने कानून की पढ़ाई की थी। वह सोवियत संघ के अंतिम राष्ट्रपति (1990-91) थे। इससे पहले वह 1985 से 1991 तक सोवियत संघ की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव रहे थे। इसके अलावा वह कई बड़े पदों पर रहे।1988 से 1989 तक वह सुप्रीम सोवियत के प्रेसिडियम के अध्यक्ष रहे। 1988 से 1991 तक वह स्टेट कंट्री प्रमुख रहे। 1989 से 1990 तक उन्होंने सुप्रीम सोवियत के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ी राहत देते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने उनके लाइव भाषणों के प्रसारण पर लगे प्रतिबंध को 5 सितंबर तक हटा दिया है। इमरान खान के भाषणों के लाइव प्रसारण पर उस समय रोक लगी थी जब पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलर अथॉरिटी ने उनकी रैली में दी गई एक स्पीच के बाद लगाया था।दरअसल, इमरान खान पर आरोप था कि अपने एक भाषण में उन्होंने कई सरकारी अधिकारियों और एक महिला जज को खुली धमकी दी थी। इतना ही नहीं उन्होंने सरकारी संस्थाओं पर भी हमला बोला था। इसके बाद पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण ने सैटेलाइट टीवी चैनलों पर उनके भाषणों का सीधा प्रसारण करने पर पाबंदी लगा दी थी।इसी बैन को लेकर अब इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इमरान को राहत दी है इमरान खान की तरफ से दाखिल याचिका पर सुनवाई करते हुए इस्लामाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अतहर मिनाल्लाह ने कहा कि नियामक ने अपने अधिकार क्षेत्र का उल्लंघन किया है। न्यायाधीश ने यह भी कहा कि एक अधिकारी नियुक्त किया जाए जो कोर्ट में इमरान खान पर लगे बैन को उचित सिद्ध कर पाए।

पिछले दिनों पूरी दुनिया ने देखा कि आर्थिक और राजनीतिक रूप से चरमराए श्रीलंका का हाल क्या हुआ। ऐसा ही कुछ इराक में भी देखने को मिला। जब शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने सोमवार को राजनीति छोड़ने का ऐलान कर दिया। इस ऐलान के बाद सेना ने कर्फ्यू लगा दिया लेकिन अल-सद्र के समर्थक सड़क पर उतर आए।  इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई। सद्र के हजारों समर्थकों ने राष्ट्रपति भवन पर धावा बोल दिया। इतना ही नहीं उनके समर्थकों ने राष्ट्रपति भवन की ओर कूच कर दिया और वे स्वीमिंग पूल और मीटिंग हाल में भी घुस गए। सुरक्षाबलों ने रोकने के लिए पहले आंसू गैस के गोले दागे और फायरिंग भी की, लेकिन वे नहीं माने।इराक में पिछले 10 महीने से ना तो कोई स्थाई प्रधानमंत्री है। ना कोई मंत्रिमंडल है और ना ही कोई सरकार है। इस वजह से वहां राजनीतिक अराजकता की स्थिति बन गई। इराक की सरकार में गतिरोध तब तेज हुआ जब धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र की पार्टी ने पिछले अक्टूबर में सबसे अधिक सीटें जीती थी, लेकिन वह बहुमत तक नहीं पहुंच पाए थे।इसके बाद उन्होंने आम सहमति वाली सरकार बनाने के लिए ईरान समर्थित शिया प्रतिद्वंद्वियों के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया था। फिर धीरे-धीरे यह गतिरोध बढ़ता ही गया। अल-सद्र ने इराक में दशकों के संघर्ष और प्रतिबंधों से उबरने के प्रयास और सांप्रदायिक संघर्ष, बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार से निपटने के लिए अपने समर्थकों के साथ आंदोलन किया है। इतना ही नहीं उन्होंने अमेरिका और ईरानी प्रभाव का विरोध करके देश में व्यापक समर्थन प्राप्त किया है।फिलहाल वे अब जल्द चुनाव कराने और संसद को भंग करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि मैं अपने फाइनल विड्रॉ की घोषणा करता हूं। हालांकि उन्होंने अपने कार्यालयों के बंद होने के बारे में विस्तार से नहीं बताया लेकिन यह जरूर कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक संस्थान खुले रहेंगे।

चीन में 61 साल का सबसे भीषण सूखा पड़ रहा है। 165 शहरों में हीट वॉर्निंग अलर्ट जारी की गई है। मध्य और दक्षिणी चीन के लगभग 25 शहरों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है। बढ़ते तापमान और सूखे से निपटने के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दो प्रांतों में क्लाउड सीडिंग से आर्टिफिशियल बारिश कराई, इससे सिचुआन और चुंगचिंग प्रांत के 15 शहरों में बाढ़ और लैंडस्लाइड का खतरा बढ़ गया है। इन शहरों के एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।जिनपिंग के लिए ये क्लाउड सीडिंग से आर्टिफिशियल बारिश कराने का ‘वैज्ञानिक कदम’ सियासी आफत का कारण बन रहा है। सितंबर में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सेशन में जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल पर मुहर प्रस्तावित है। उधर, चीन में कोरोना के केस मुसीबत बने हुए हैं। केस बढ़ने पर सोमवार को शेनजेन स्थित दुनिया के सबसे बड़े होलसेल इलेक्ट्रॉनिक मार्केट को बंद कर दिया गया है।हाइड्रो पावर प्लांट बंद होने के कारण बिजली की कमी हो गई है। सिचुआन शहर में स्थित फॉक्सकॉन, टेस्ला और टोयोटा जैसी कंपनियों के प्लांट में पिछले 15 दिन से काम बंद है। चीन में जुलाई-अगस्त में पिछले साल की तुलना में 40% कम बारिश हुई है। 40 करोड़ लोगों की लाइफलाइन यांग्त्जी नदी सूख चुकी है। सिचुआन सहित चीन के 6 प्रांतों में 22 लाख हेक्टेयर में फसल सूख गई है।

चीन के कई शहरों में कोरोना के मामलों की संख्या में अचानक तेजी आ गई है। देश में कोरोना के मामलों में तेजी को देखते हुए चीन सरकार ने अपनी सख्त नीतियों को फिर से लागू करना शुरू कर दिया है। इसी बीच, चीन के प्रौद्योगिकी केंद्र शेन्झेन ने सोमवार को दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स थोक बाजार को बंद करने का आदेश दिया है। वहीं, चीन की जीरो-कोविड नीति को लेकर कहा जा रहा है कि इससे व्यापार में व्यवधान आ रहा है। चीन के हुआकियांगबेई में स्थित दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के व्यापारियों को एक आधिकारिक नोटिस मिला है। इसमें कहा गया है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बाजार गुरुवार तक बंद रहेगा। सुपरमार्केट, रेस्तरां और फार्मेसियों जैसे आवश्यक व्यवसायों को छोड़कर, प्रभावित क्षेत्रों की सभी दुकानों को बंद करने का आदेश दिया गया है। इसके साथ ही 24 मेट्रो स्टेशन पर भी सेवाओं को स्थगित कर दिया गया है। दरअसल, इलेक्ट्रानिक्स मार्केट वाले इलाके में नौ लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए थे। जिसके बाद ये कदम उठाए गए हैं। चीनी मीडिया ने बताया कि इस दौरान यहां काम करने वाले लोगों को वर्क फ्रॉम होम दिया गया है। इसके साथ ही सभी को हर दिन न्यूक्लिक एसिड टेस्ट करने के लिए कहा गया है। हांगकांग में अचानक कोरोना मामलों में तेजी आ गई है। ये शेन्झेन के करीब है। हांगकांग में सोमवार को 8,488 नए मामले दर्ज किए गए हैं। सरकारी महामारी सलाहकार ने सोमवार को चेतावनी दी कि मामले अगले महीने तक एक दिन में 20,000 तक पहुंच सकते हैं। हांगकांग में अब तक 1,522,460 मामले और 9,668 मौतें दर्ज की गई हैं।

भीषण संकट के बीच ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि पाकिस्तान की सरकार वाघा बॉर्डर के जरिए भारत से टमाटर और प्याज मंगाने पर विचार कर रही है।

पड़ोसी मुल्का पाकिस्तान में बाढ़ से हाहाकार मचा है। जिसकी वजह से कई जरूरी चीजों के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। पाकिस्तान में टमाटर 500 रुपये किलो और प्याज की कीमतों ने भी रूला दिया है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है। आधे से ज्यादा पाकिस्तान बाढ़ में डूब चुका है। सैकड़ों बच्चों समेत एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। कई हजार लोग जख्मी हैं। भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को प्रभावित किया है। भीषण संकट के बीच ऐसी सूचनाएं मिल रही हैं कि पाकिस्तान की सरकार वाघा बॉर्डर के जरिए भारत से टमाटर और प्याज मंगाने पर विचार कर रही है। 

भारत से कर सकता है टमाटर, प्याज का आयात

पाक बाजार डीलरों के अनुसार विनाशकारी बाढ़ के कारण लाहौर और पंजाब प्रांत के अन्य हिस्सों में विभिन्न सब्जियों और फलों की कीमतों में भारी उछाल के बीच, पाकिस्तान सरकार भारत से टमाटर प्याज और प्याज का आयात कर सकती है। बाजार के थोक व्यापारियों ने यह जानकारी दी। लाहौर बाजार के एक थोक व्यापारी जवाद रिजवी के अनुसार लाहौर के बाजारों में टमाटर और प्याज की कीमत क्रमश: 500 रुपये और 400 रुपये किलो रहा। हालांकि, रविवार के बाजारों में टमाटर और प्याज समेत अन्य सब्जियां नियमित बाजारों की तुलना में 100 रुपये प्रति किलोग्राम कम कीमत पर उपलब्ध थीं।’’  

बता दें कि पाकिस्तान के चारों सूबे भयानक बाढ़ से जूझ रहे हैं। सिंध, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के 135 जिलों में से 110 जिले इस आपदा की मार झेल रहे हैं। वारिश और बाद में 1000 से ज्यादा जाने जा चुकी हैं और 1,500 घायल हैं। सड़कों, पुलों और घरों को बड़ा नुकसान हुआ है। प्रधानमंत्री शाहवाज शरीफ ने वलुचिस्तान में प्रभावित इलाकों का दौरा किया। 

पाकिस्तान के कई इलाको में बाढ़ ने जमकर कहर मचाया हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसी स्थिति में तीन करोड़ तीस लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने विदेश मंत्री भुट्टो, सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह और अन्य मंत्रियों के साथ बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को सुक्कुर जिले का दौरा किया। इस दौरान बाढ़ प्रभावित परिवारों ने रुके हुए पानी के विरोध में चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों की संख्या जब अधिक हो गई तो पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा।पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात महिलाओं सहित दंगाइयों ने पीएम के काफिले से पहले ही रोड को जाम कर दिया, जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो गई। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को अधिकारियों के खिलाफ भड़काया गया। इसके बाद कार्रवाई की गई।बताया गया कि करीब 100 लोगों पर आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले सिंध में पाकिस्तान सेना बाढ़ पीड़ितों की मदद करने के नाम पर सिर्फ फोटो खींचकर मीडिया में डालने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान वहां लोग भड़क गए और सेना को भगा दिया। आखिरकार सेना के जवानों को वहां से निकलना पड़ा।

कोलंबिया में रविवार को 2 पत्रकारों की मोटरसाइकिल पर आए अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने कहा कि दोनों पत्रकार अपनी कार से एक कार्यक्रम से लौट रहे थे इसी दौरान उन पर हमला किया गया। पुलिस ने बताया कि मरने वालों में एक ऑनलाइन रेडियो स्टेशन के निदेशक लेइनर मोंटेरो और एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट के निदेशक डिलिया कॉन्ट्रेरास थे, दोनों को फंडेसियन की नगर पालिका के पास गोली मार दी। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

अमेरिका के टेक्सास में चार भारतीय महिलाओं पर की गई नस्लीय टिप्पणी मामले में भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने कठिन कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, मैं पुलिस से अपील करता हूं कि वह आरोपी महिला के खिलाफ कानून के दायरे में रहते हुए ठोस मुकदमा बनाएं, जिससे आरोपी को सबक मिल सके। राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, इस तरह का नस्लवाद और नफरत से प्रेरित हमले न केवल पीड़ितों बल्कि पूरे समुदाय को शिकार बनाते हैं और भय और खतरे का माहौल बनाते हैं। उन्होंने कहा, मैं सभी अमेरिकियों से अपील करता हूं कि सभी एक साथ आएं और इस बात को साबित करें कि हमारा देश और हमारे लोग इस सब से बेहतर हैं। उन्होंने कहा, हम प्यार और शांति स्थापित करने के लिए एकजुट हैं और किसी भी समुदाय के खिलाफ नस्लवादी, भेदभावपूर्ण, हिंसक कृत्यों के खिलाफ खड़े हैं।पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। यह वीडियो डलास की एक पार्किंग की थी, जहां अमेरिकन महिला भारतीय महिलाओं पर नस्लवादी टिप्पणी करती है।

आतंकी संगठन अलकायदा के प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मारने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया था। अफगानिस्तान में सत्तारूढ़ तालिबान सरकार ने खुद यह दावा किया है। हालांकि, पाकिस्तान ने इसे ठुकरा दिया है। अयमान अल-जवाहिरी को जुलाई में अफगानिस्तान में किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में मार गिराया गया था। तालिबान ने आरोप लगाया है कि इसके लिए पाकिस्तान ने अमेरिकी सेना को अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति दी थी। अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र में गश्त के लिए ड्रोन का नाजायज इस्तेमाल देश की सीमाओं का उल्लंघन है। अमेरिकी ड्रोन के जरिए दागी गई दो हेलफायर मिसाइलों ने अलकायदा प्रमुख जवाहिरी को मार डाला था। इन मिसाइलों से अन्य को मामूली नुकसान पहुंचा था।रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब और तालिबान के सैन्य बलों के चीफ ऑफ स्टाफ ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान पर आरोप लगाए। जब उनसे पूछा गया कि अफगानिस्तान में अमेरिकी ड्रोन कहां से आ रहे हैं? तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से अफगानिस्तान में प्रवेश कर रहे हैं।

  • RO no 13028/122 "
  • RO No 12945/131 "
  • RO no 13028/122
  • RO no 13028/122

    Ads

    RO no 13028/122 "
    RO No 12945/131 "
    RO no 13028/122
    RO no 13028/122

MP info RSS Feed

फेसबुक