ईश्वर दुबे
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Bhilai
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने सबको चौकाते हुए विधानसभा चुनावों में जीत की ओर बढ़ रही है। ऐसे में कांग्रेस के लिए बड़ा सवाल यही है कि आखिर राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। सूत्रों की मानें CM की रेस में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल का नाम सबसे आगे चल रहा है। यही सवाल पर प्रदेश प्रभारी पी एल पुनीया से पूछा गया तो उन्होंने इस बात से इनकार नहीं किया।
एफसीआई गोदाम में 11 दिसंबर को होने वाले मतगणना कार्य के दौरान गणना के सुपरवाइजर की सामान्य केलकुलेटर अपने साथ ले जा सकेंगे, राजनीतिक दलों के अभिकर्ताओं को इसकी अनुमति नहीं होगी। वहीं गणना में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों को अंग्रेजी के अंकों का इस्तेमाल करते हुए गणना करने की समझाइश दी गई है ताकि असुविधा न हो। दूसरे चरण के प्रशिक्षण में रविवार को जिला निर्वाचन अधिकारी भीम सिंह ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को गणना कार्य में जरा भी लापरवाही नहीं बरतने की सीख देते हुए गलती होने पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष राजनांदगांव में मतगणना कार्य के संबंध में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में रिटर्निंग एवं सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक, माइक्रो ऑब्जर्वर आदि अधिकारी-कर्मचारियों को पूरे मतगणना प्रक्रिया के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। विधानसभा क्षेत्र डोंगरगढ़ के सामान्य प्रेक्षक वी संपत, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओंकार यदु, एडीएम एके वाजपेयी, आयुक्त नगर निगम अश्वनी देवांगन सहित अधिकारी उपस्थित थे।
पान, गुटखा भीतर नहीं ले सकते : मतगणना स्थल में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा पान, गुटका, धूम्रपान पूर्णत: वर्जित होगा।
कोई भी बख्शे नहीं जाएंगे
कलेक्टर ने निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों को मतगणना के दौरान अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी सजगता एवं सावधानी के साथ करने को कहा। उन्होंने कहा कि मतगणना कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं गलती बिल्कुल भी क्षम्य नहीं होगा। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों को मतगणना के संबंध में निर्वाचन आयोग से प्राप्त निर्देशों के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारियां दी।
बिलासपुर. हाईकोर्ट ने छत्तीसगढ़ टेक्नीकल एजुकेशन (भर्ती एवं सेवा शर्तें) नियम 2002 के तहत तीन साल की संविदा पर नियुक्त होने के बाद से प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक कॉलेजों में सालों से कार्यरत 79 सहायक प्राध्यापकों को नियमित करने के आदेश दिए हैं। राज्य सरकार को हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी प्रस्तुत करने के तीन माह के भीतर नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य सरकार ने प्रदेश में संचालित इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्नीक कॉलेजों में रिक्त पदों पर नियुक्ति करने के लिए 8 जुलाई 2002 को छत्तीसगढ़ टेक्नीकल एजुकेशन तीन वर्षीय संविदा सेवा (भर्ती एवं सेवा शर्तें) नियम 2002 जारी किया। इस नियम के तहत नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया।
पूरी प्रक्रिया और आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों और पॉलीटेक्नीक कॉलेजों में व्याख्याता के पदों पर तीन वर्ष के लिए संविदा पर नियुक्तियां की गई, इसमें गोपी साव, बीएस कंवर, डॉ. रानी पुष्पा बघेल, संजीव कुमार सिंह सहित सैकड़ों अभ्यर्थियों का चयन किया गया।
तीन वर्ष के लिए संविदा पर नियुक्त होने से बाद से वे लगातार कार्यरत हैं। राज्य सरकार ने इन पदों पर नियमित भर्ती करने के लिए 2015 में विज्ञापन जारी किया। हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचिकाएं प्रस्तुत की गईं। कुछ याचिकाओं में जहां 2015 में जारी विज्ञापन को निरस्त करने की मांग की गई थी, वहीं अन्य याचिकाकर्ताओं ने सालों से संविदा पर कार्यरत होने का हवाला देते हुए नियमित करने का निर्देश देने की मांग की थी।
सुनवाई के बाद सिंगल बेंच ने जनवरी 2017 में याचिकाएं खारिज कर दी थीं, इसके खिलाफ 79 अपील प्रस्तुत की गई थी। अपीलों पर चीफ जस्टिस अजय कुमार त्रिपाठी और जस्टिस पीपी साहू की बेंच में सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने सिंगल बेंच के आदेश को निरस्त करते हुए अपील प्रस्तुत करने वाले 79 अभ्यर्थियों को नियमित करने के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट ने आदेश की कॉपी प्रस्तुत करने के तीन माह के भीतर नियमितीकरण की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश भी दिए हैं।
हाईकोर्ट ने कहा है कि याचिकाकर्ताओं की नियुक्ति अधिसूचना के तहत विज्ञापन जारी करने के बाद सभी नियम, प्रक्रिया और आरक्षण रोस्टर का पालन करते हुए की गई थी। याचिकाकर्ता किराए पर कार्य नहीं कर रहे थे। कोर्ट की जिम्मेदारी है कि उनके पक्ष में रहे जिनके जीवन और आजीविका पर संकट है।
रायपुर . राज्य में पहली बार 1.07 लाख पोस्टल व सर्विस वोटों की गिनती की जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि पहली बार इतनी संख्या में सरकारी कर्मचारियों ने डाक मतपत्रों व ईटीपीबीएस के जरिए मतदान किया है।
यही वजह है कि 11 दिसंबर को सुबह 7 बजे तक मतगणना स्थल तक डाक मतपत्रों को पहुंचाने के लिए सभी जिलों में डाकियों को स्पेशल पास भी दिए गए हैं। प्रदेश के बाहर सरकारी ड्यूटी में तैनात राज्य के मतदाताओं को पहली बार ईटीपीबीएस के तहत ऑनलाइन भेजे गए थे। राज्य के बाहर से इसके जरिए वोट देने वाले कर्मचारियों की तादाद 14,720 है। ईटीबीएस ऑनलाइन जारी करते वक्त ऐसे कर्मचारियों को एक पिन नंबर भी जारी किया गया था।
वहीं ऑनलाइन भेजे गए सर्विस वोटों के लिए एक बार कोड भी दिया गया है, जबकि चुनाव ड्यूटी करने वाले सरकारी कर्मचारियों में से 88,141 कर्मचारियों को डाक मतपत्र जारी किए थे। पिछले चुनाव में करीब 56 हजार कर्मचारियों को डाक मतपत्र जारी किए गए थे। इस बार 1.15 लाख आवेदन आए थे। इनमें से जानकारी अपूर्ण होने की वजह से करीब 8 हजार आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। कर्मचारी के डाक के जरिए दिए गए पोस्टल बैलेट की गोपनीयता पूरी तरह सुरक्षित की जाती है। आम लोगों की तरह सरकारी कर्मचारी का वोट भी गोपनीय रहता है। इसके लिए काउंटिंग के दिन जब पोस्टल वोट गिने जाते हैं तो सबसे पहले घोषणा पत्र यानी सरकारी कर्मचारी के सर्टिफिकेट को एक बार देखकर सुनिश्चित करने के बाद उसे अलग रख दिया जाता है और वोटों को मिक्स करके गिना जाता है।
रायपुर . सीडी कांड मामले में मतगणना के दूसरे ही दिन बुधवार को सीबीआई स्पेशल कोर्ट में सुनवाई है। इसमें सीडी कांड के आरोपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, कारोबारी विजय भाटिया, पत्रकार विनोद वर्मा और भाजपा से निष्कासित कैलाश मुरारका पेश होंगे।
इस मामले में आरोपी विजय पांड्या की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। कोर्ट ने उसके खिलाफ एक महीना पहले ही गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। सीबीआई उसकी तलाश कर रही है। आरोपी मामला फूटने के बाद से फरार है।
सीबीआई ने उसकी तलाश में रायपुर से लेकर मुंबई तक छापेमारी की है, पर कहीं भी वह नहीं मिला है। पांड्या पूरे मामले में मुख्य भूमिका है। उसने ही सीडी टेंपर करने के लिए स्टूडियो संचालक मानस साहू से मुलाकात कराई थी। जब पोर्न वीडियो को टेंपर किया जा रहा था, तो वह भी स्टूडियो में बैठा हुआ था। वह मृत कारोबारी रिंकू खनूजा का दोस्त है।
सभी आरोपियों को हर सुनवाई में उपस्थित होने और देश नहीं छोड़ने की शर्त पर कोर्ट ने जमानत दी है। इसलिए उन्हें हर पेशी में उपस्थित होना जरूरी है। अगर पेशी में उपस्थित नहीं हो पाए तो उसका पर्याप्त आधार कोर्ट में बताना होगा। आरोपी पांड्या की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण कोर्ट ने भी चार्जशीट पर बहस शुरू नहीं की है।
आरोपी के पकड़े जाने पर ही सीबीआई के द्वारा पेश किए गए फाइनल चार्जशीट पर बहस होगी। सीबीआई और बचाव पक्ष के वकील आरोप पत्र पर बहस करेंगे। उसके बाद गवाही शुरू होगी। इस मामले में सौ लोगों को गवाह बनाया गया है। सभी को बारी-बारी कोर्ट बुलाया जाएगा। सीडी कांड में सीबीआई की जांच अभी भी जारी है। इसमें नया साक्ष्य मिलने पर सीबीआई पूरक चालान पेश कर सकती है। सबूत के आधार पर गवाहों को भी आरोपी बनाया जा सकता है। हालांकि रायपुर से सीबीआई के सभी अधिकारी और कर्मचारी लौट गए हैं। जांच टीम का कोई भी सदस्य यहां नहीं है।
ढाई माह पहले पेश हुई थी फाइनल चार्जशीट : सीबीआई ने 24 सितंबर को सीडी कांड की फाइनल चार्जशीट पेश की थी। सीबीआई ने अपनी पड़ताल के आधार पर पांच आरोपी बनाए हैं, जिनके खिलाफ चार्जशीट पेश की गई है। छठवें आरोपी की मौत के कारण उसके खिलाफ चार्जशीट पेश नहीं की गई। इसमें कैलाश मुरारका को मुख्य आरोपी बनाया गया है, जिसने पोर्न वीडियो में मंत्री राजेश मूणत का चेहरा लगाने के लिए पैसा दिया।
सीडी बनाने वह खुद मुंबई गया था। मृत कारोबारी रिंकू और फरार आरोपी पांड्या ने मिलकर सीडी बनाया था। पत्रकार विनोद वर्मा ने टेंपर सीडी की दिल्ली में एक हजार कॉपी कराई। उसमें से पांच सौ सीडी विजय भाटिया को दी गई, जिसे लेकर वे रायपुर आ गए। इसी सीडी को वायरल करने का आरोप प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल पर है। सीडी कांड में सभी ने मिलकर साजिश रची थी। दिल्ली के होटल में उनकी बैठक भी हुई थी। सभी के फुटेज सीबीआई ने कोर्ट में जमा किए है।
कोरबा 7 दिसम्बर । बिलासपुर के कांग्रेस भवन में बिलासपुर संभाग के 19 विधानसभा के प्रत्याशी एवं उनके मतगणना अभिकर्ताओं को वोट गिनती की बारीकियां बताई गई।
पूर्व महापौर किरणमयी नायक एवं उनके टीम के सदस्यों ने मतों की गिनती के दौरान किन-किन बातों का ध्यान रखना हैै व कहां-कहां गड़बडिय़ां हो सकती है तथा मतगणना एजेंटों को कब और क्या-क्या सामग्री लेकर जाना होता है की सम्पूर्ण जानकारी दी। किरणमयी नायक ने कहा कि 11 दिसम्बर को जनता के समर्थन की कहीं गड़बड़ी ना होने पाए इस हेतु मतगणना अभिकर्ता को अपने-अपने टेबल पर मुस्तैद रहना होगा। अभिकर्ता अपने-अपने प्रत्याशी के भाग्य विधाता हैं जो 11 दिसम्बर को उनकी तकदीर बदलेंगे। वरिष्ठ पत्रकार रूचिर गर्ग, वरिष्ठ कांग्रेस नेता शैलेन्द्र खण्डेलवाल आदि ने भी मतगणना की बारीकियों को समझाया।
रायपुर, 07 दिसंबर । मतगणना की तिथि नजदीक आते ही जहां राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं तो वहीं ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका पर कांग्रेस के कार्यकर्ता स्ट्रांग रूम परिसर में चौबीस घंटे पहरा दे रहे हैं। इसी कड़ी में कल रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने भी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए यहां रात बिताई। रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय ने कहा कि जिस तरह से अभनपुर, धमतरी, जगदलपुर की घटना सामने आई है, इससे ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका काफी बढ़ गई है। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने एक षडय़ंत्रकारी राजनीतिक दल भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा है। श्री उपाध्याय ने कहा कि इतिहास में देखें तो जिस तरह कर्नाटका और गुजरात में भाजपा के नेताओं पर ईवीएम से छेड़छाड़ कराने का आरोप लग चुका है, इससे समझा जा सकता है कि भाजपा किस तरह से जनादेश को बदलने के लिए षडय़ंत्र रचती है। उन्होंने कहा कि यहां सेजबहार के इंजीनियरिंग कालेज में कांग्रेस के कार्यकर्ता 20 नवंबर से लगातार चौकसी कर रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां बारी-बारी से चौबीसों घंटे पहरा दे रहे हैं। इसके बाद भी षडय़ंत्र करने वाले बाज नहीं आ रहे हैं।
त्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सलियों ने अपने दो पूर्व साथियों की हत्या कर दी है। जिनकी हत्या की गई है वह दोनों वर्तमान में पुलिस के लिए काम करते थे। बता दें बस्तर एक नक्सल प्रभावित जिला है।
बस्तर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के दरभा थाना क्षेत्र के पखनार गांव के साप्ताहिक बाजार में नक्सलियों ने मंगलवार शाम जल्लू और भीमा नामक व्यक्तियों की धारदार हथियार से हत्या कर दी। जल्लू और भीमा ने दो वर्ष पहले आत्मसमर्पण किया था। इस वक्त दोनों गोपनीय सैनिक के रूप में काम कर रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि जल्लू और भीमा शाम को पखनार बाजार में थे तभी नक्सलियों के एक दल ने उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
सा तो कभी नही सुना। एक अधिकारी ईवीएम लेकर अपने घर चला गया। एक नहीं ,दो नही, तीन मशीनें। घर रख लीं। रात को पुलिस को खबर मिली तो निर्वाचन आयोग के अफसरों ने उसके घर से जब्त कीं । दूसरा पीठासीन अधिकारी खुल्लमखुल्ला भाजपा के पक्ष में मतदान करा रहा था। पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस तरह के न जाने कितने अधिकारी इस काम में लगे रहे होंगे? दो अन्य अधिकारी ड्यूटी से हटा दिए गए। दो पुलिस अफसर हटा दिए गए।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के मतदान में बहुत से मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीनों में खराबी के चलते दो घंटे से लेकर चार घंटे तक मतदान रुका रहा था। उन बूथों के मतदाता देर तक इंतजार करने के बाद घर वापस लौट गए। सैकड़ों मतदाता तो कई किलोमीटर पैदल चलकर वोट डालने आए थे। चुनाव आयोग की पर्याप्त ट्रेनिंग के बाद यह हाल हुआ। इसके बाद मंगलवार को दूसरे चरण के मतदान में भी दो सौ मतदान केंद्रों पर मशीनें खराब हो गईं। दो से तीन घंटे मतदान रुका रहा। लोग मतदान केंद्रों पर आकर लौट गए। भाजपा के एक नेता मतदान पर्ची के साथ पांच सौ रूपए का नोट नत्थी करके मतदाताओं तक पहुंचा रहे थे। पकड़े गए।
इसी पार्टी के एक नेता के घर से चुनाव आयोग के अफसरों ने शराब की पेटियां बरामद कीं। मामला दर्ज हो गया। एक सांसद मतदान केंद्र पर पार्टी के सिंबल वाला गमछा डाल कर दबंगई के साथ गए। शिकायत दर्ज हुई। रमन सिंह मंत्रिमंडल के एक वरिष्ठ मंत्री कुर्ते पर पार्टी का सिंबल लगाकर चले गए। मीडिया के सामने बेशर्मी से बोले ,मंदिर गया था। चाहने वालों ने फूल जेब में दे दिया। मंदिर में फूल की जगह पार्टी के सिंबल कब से चढ़ाए जाने लगे -इसका उनके पास कोई उत्तर नहीं था। इसकी भी शिकायत हुई।
राजनांदगांव|सप्लाई लाइन में बंदर के चिपक जाने के कारण रविवार शाम रेलवे पटरी पार इलाका यानी चिखली, शांतिनगर, स्टेशन पारा, शंकरपुर आदि जगहों में आधा घंटा बिजली बंद रही। इसके चलते लोगों को परेशानी हो रही है।
हादसा चिखली पुलिस चौकी के पीछे बिजली सब स्टेशन के पास हुआ। सवा पांच बजे एक बंदर उछलकर सप्लाई लाइन में चिपक गया। सूचना मिलते ही सप्लाई बंद की गई। अमला मौके पर पहुंचा। बंदर को निकाला गया। आधा घंटा बाद सप्लाई फिर से शुरू की गई। एई जीएन देवांगन ने बताया कि बंदर को निकालने लाइन बंद रखी थी। दूसरी ओर गुरुनानक चौक तरफ शाम 4 से 6 बजे के बीच 6 बार बिजली ट्रिपिंग हुई।
भिलाई. शराब और जुए की लत के आदी शंकरपारा सुपेला निवासी विमल सेठिया ने अपने ही बच्चों के सामने पत्नी बसंती सेठिया की गला दबाकर हत्या कर दी। मृतिका के पड़ोसियों के मुताबिक, बस्ती में जुआ खेलने पर बीती रात विमल ने पत्नी से पैसे की मांग की। इस पर विवाद हुआ और हत्या कर दी।
पुलिस ने शंकरपारा ओड़िया बस्ती का विमल पेंटिंग का काम करता है। पत्नी घर में जाकर मजदूरी करती थी। पत्नी के पैसे से आरोपी ने शराब पी, फिर बाकी पैसे जुए में लगा दिए। दोबारा पैसे मांगे तो विवाद हुआ।
चेहरे को नाखूनों से खरोंचा, गला दबाकर कर दी हत्या
मृतिका बसंती की बेटी ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे जब उसने अपनी मां के रोने और चिल्लाने की आवास सुनाई दी तो उसके पिता मां के गला को हाथ से दबाने में लगे थे। उसने बीच-बचना करने की काफी कोशिश की। लेकिन उन्होंने गला नहीं छोड़ा तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी मां बेहोश हो गई।
रायपुर. मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा की भाजपा चौथी बार भी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि पार्टी को गठबंधन की जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने जोगी के साथ गठबंधन की बात पर कहा कि इसकी संभावना कम है लेकिन समय आैर परिस्थिति के मुताबिक निर्णय लेंगे। मुख्यमंत्री ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में यह बातें कहीं।
दाे चरणों में संपन्न हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आएगा। दोनों ही चरणों में हुई वोटिंग के बाद भाजपा आैर कांग्रेस के अलावा जोगी कांग्रेस भी अपनी जीत के दावे कर रही है। मतगणना की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। इसके साथ ही कांग्रेस, भाजपा की लहर के अलावा यहां पर त्रिशंकु सरकार की संभावना भी तेज हो गई है।
एक आेर जहां कांग्रेस आैर बसपा-जोगी गठबंधन की अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं दूसरी आेर मुख्यमंत्री ने गठबंधन पर बयान देकर एक नई राजनीतिक समीकरण को हवा दे दी है। दरअसल एक न्यूज चैनल ने मुख्यमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। इसमें से गठबंधन पर भी मुख्यमंत्री से सवाल किए गए।
मुख्यमंत्री ने ईवीएम में गड़बड़ी की कांग्रेस की आशंका पर कहा कि कांग्रेस चुनाव हार रही है इसलिए ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठा रही है। ये उनके अंदर की कमजोरी है आैर उन्होंने हार का बहाना पहले ही ढूंढ लिया है। डा.रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का चेहरा वह खुद हैं आैर भाजपा की सरकार में चौथी बार भी वही मुख्यमंत्री रहेंगे। राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोर्ट का जो फैसला होगा उसके मुताबिक काम करेंेगे। इसके लिए आम सहमति की भी कोशिश करेंगे।
राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी काे अच्छा हिंदू नहीं बताए जाने पर उन्होंने कहा कि मोदी को राहुल से हिंदुत्व की शिक्षा लेने की जरूरत नहीं है। उनका बयान समझदारी वाला नहीं है। राहुल गांधी द्वारा राफेल के आरोप पर रमन ने कहा कि झूठ का कोई सिर-पैर नहीं होता।
चुनाव के बाद गोवा में छुट्टी मनाने गया जोगी परिवार रविवार को लौट आया। एयरपोर्ट पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अजीत जोगी, रेणु जोगी, अमित जोगी और ऋचा जोगी का स्वागत किया। यहां पत्रकारों से चर्चा में अजीत जोगी ने कहा कि गोवा मौसम सुहाना है छत्तीसगढ़ में गर्म। इवीएम में गड़बड़ी के विवाद पर उन्होंने कहा कि अब गड़बड़ी होगी तो होगी, सब 11 को ही पता चलेगा। फिलहाल इस अवसर पर कोई दावा नहीं किया, लेकिन सब जोगी की ओर देख रहे हैं।
इधर जोगी कांग्रेस ने खरीद फरोख्त का अंदेशा जताया है। जोगी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नितिन भंसाली ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद प्रदेश के दो प्रमुख राष्ट्रीय दल हार के भय से हताश होकर सत्ता पाने खरीद फरोख्त की राजनीति कर सकते है। इस मामले में जोगी कांग्रेस ने साक्ष्यों के साथ शिकायत करने की बात कही है। भंसाली ने कहा है कि दोनों ही राष्ट्रीय दल के नेताओ ने सत्ता पाने के लिए जोड़ तोड़ ओर खरीद फरोख्त की राजनीति करने की पूरी प्लानिंग कर ली है। उनके गठबंधन के विधायक प्रत्याशियों से इन दोनों दलों के नेता लगातार संपर्क कर प्रलोभन का प्रयास कर रहे हैं जिसकी साक्ष्यों के साथ शिकायत प्रमुख जांच एजेंसियों और आयोग में करने की तैयारी की जा रही है।
इसमें आश्चर्य की कोई बात नही है। उनकी बी-टीम तो है ही वो। हम पहले भी कहते रहे हैं कि जोगी आैर रमन सिंह में सांठगांठ हैं। अब उनका यह बयान इसे आैर पुख्ता कर रहा है। वैसे भी रमन सिंह, अजीत जोगी की कई मामलों में पहले भी मदद कर चुके हैं। जोगी के कई मामले वे दबा कर रखे हैं। जाति प्रकरण हो या अंतागढ़ टेपकांड सभी मामले दबे हुए हैं। जबकि अंतागढ़ टेपकांड में सब कुछ सामने आ चुका है। यदि वे एेसा करेंगे तो सबके सामने एक्सपोज हो जाएंगे। वैसे उन्हें इसका अवसर नहीं मिलेगा। क्योंकि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आ रही है।