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नई दिल्ली। अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट ने राम भक्तों के लिए एक नई पहल शुरु की है। अब यदि श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में स्वास्थ्य संबंधित कोई समस्या होती है, तो उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं। अब राम मंदिर परिसर में अस्पताल खोला जाएगा, जिसका संचालन अपोलो संस्था द्वारा किया जाएगा। इस अस्पताल में अपोलो के चिकित्सक अपनी सेवाएं देंगे।रोज मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 80 हजार से ज्यादा होती है और त्योहारों के दौरान यह संख्या बढ़ जाती है। दर्शनार्थियों को राम मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुग्रीव किला से राम जन्मभूमि पथ तक करीब 1500 मीटर पैदल चलना पड़ता है। इस दौरान गर्मी या ठंड के कारण श्रद्धालु बीमार पड़ जाते हैं और उन्हें उपचार की जरुरत होती है। अब राम जन्मभूमि परिसर में ही एक विशेष तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र खोला जाएगा, जहां श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार की सुविधा दी जाएगी।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अपोलो ग्रुप की ओर से राम जन्मभूमि परिसर में करीब 3000 स्क्वायर फीट में एक इमरजेंसी हेल्थ केयर सेंटर खोला जाएगा। इसका निर्माण शुरू हो गया है। अपोलो ग्रुप के डॉक्टर यहां पर अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि अक्सर भीड़-भाड़ के कारण श्रद्धालुओं को इलाज की जरूरत पड़ जाती है, और कई बार मौसम के कारण भी उनकी सेहत खराब हो जाती है। ऐसे में राम मंदिर परिसर में स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध होना श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत की बात होगी।

 


तुमकुर। कर्नाटक के तुमकुर शहर के पास सोमवार तड़के भीषण सड़क हादसे में 03 महिलाओं की मौत हो गई। इस हादसे में करीब 10 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं। सड़क हादसा तुमकुर के पास कल्लंबेला के नजदीक चोक्कनहल्ली पुल के समीप होना बताया गया है।
जानकारी अनुसार तुमकुर शहर के नजदीक सोमवार सुबह करीब 4 बजे एक निजी बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें तीन महिलाओं की मौत हो गई। दुर्घटनाग्रस्त निजी बस गोवा से बेंगलुरु की तरफ जा रही थी। बस चालक द्वारा नियंत्रण खो देने से बस पलट गई। जब हादसा हुआ उस वक्त अधिकांश यात्री सो रहे थे। तीन महिलाओं की मौत के अलावा 10 अधिक अन्य यात्रियों के घायल होने की खबर है। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। बस पलटने के बाद लोग उससे बाहर निकलने का प्रयास करने लगे। वहां मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने उनकी मदद भी की। हादसे में जान गंवाने वाले मृतकों के परिवार में दुख के साथ ही रोष व्याप्त है। हादसे में हुए घायलों को इलाज के लिए जिला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हादसे को लेकर कल्लंबेला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने दुर्घटना के कारणों की जांच शुरु कर दी है।

 

पहाड़ों पर बर्फबारी होने से अब मैदानी इलाकों पर असर दिखने लगा है। दिल्ली, यूपी, पंजाब समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड बढ़ने लगी है। इसकी के साथ मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिन कोहरे का प्रकोप देखने को मिलेगा।

वहीं, कश्मीर और हिमाचल में बर्फबारी का दौर चल रहा है। कश्मीर के कई इलाकों में गुरुवार को भी बर्फबारी हुई है। मैदानी इलाकों में पड़ रही ठंड का पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का सीधा कनेक्शन हैं। दरअसल पहाड़ों से आ रही ठंडी हवाओं ने दिल्ली, हरियाणा, यूपी के कई शहरों का तापमान गिरा दिया है। अगले तीन में मौसम तेजी से बदलेगा।

दिल्ली में बृहस्पतिवार की सुबह सीजन की सबसे ठंडी रही
मौसमी उतार चढ़ाव के बीच शुक्रवार को वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बरकरार रही। दिल्ली का एक्यूआई 400 से नीचे ही रहा। किसी भी इलाके हवा 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज नहीं हुई। एनसीआर के शहरों में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली। दूसरी तरफ दिल्ली में बृहस्पतिवार की सुबह सीजन की सबसे ठंडी रही।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार बृहस्पतिवार को दिल्ली का एक्यूआई 325 रहा। एक दिन पहले बुधवार को यह 303 रिकार्ड हुआ था। यानी 24 घंटे के भीतर इसमें 22 अंकों का इजाफा देखने को मिला। स्विस ऐप आईक्यू एयर पर यह 315 रिकॉर्ड हुआ। वहीं दिल्ली के 39 में से 31 मॉनिटरिंग स्टेशनों की हवा 'बहुत खराब', सात की 'खराब' और एक बवाना की 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज की गई।

 

कर्नाटक। कर्नाटक के बेलगावी शहर में एक व्यक्ति ने एक नर्स पर चाकू से हमला कर दिया। बता दें कि ये घटना एक महीने पहले 30 अक्टूबर को हुई थी। इस घटना की वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। जिस पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

वीडियो में दिखाया गया है कि सर्जिकल मास्क पहने हुए व्यक्ति ने नर्स को अचानक पकड़ लिया और उस पर बड़े चाकू से हमला कर दिया। नर्स ने तुरंत खुद को बचाया और हमलावर का हाथ पकड़ने में कामयाब रही। अस्पताल के कर्मचारी भी उसे बचाने के लिए आए और स्थिति को बिगड़ने से पहले ही शांत कर दिया।

आरोपी की पहचान प्रकाश जाधव के रूप में हुई है। वह कथित तौर पर नर्स से शादी करना चाहता था, लेकिन उसने इनकार कर दिया। उसके इनकार से गुस्साए प्रकाश ने गुस्से में उस पर हमला कर दिया। उसे हमले के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इसी तरह की एक घटना में तमिलनाडु के एक सरकारी स्कूल में 26 वर्षीय शिक्षिका की एक व्यक्ति ने हत्या कर दी, जो उससे शादी करना चाहता था। कथित तौर पर उसने शादी से इनकार करने पर उसकी हत्या कर दी। यह घटना 20 नवंबर को तमिलनाडु के तंजावुर जिले में हुई।


ओडिशा के भुवनेश्वर में शुक्रवार को पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। 29 नवंबर से एक दिसंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर चर्चा की जाएगी। इसमें आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद, तटीय सुरक्षा, नए आपराधिक कानून और नशे के खिलाफ लड़ाई जैसे मामलों पर भी बात होगी।

इस सम्मेलन में 30 और एक दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सम्मेलन में शामिल होंगे। इस सम्मेलन का उद्देश्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा प्रशासकों को एक मंच पर लाकर आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करना और रणनीति पर काम करना है। सम्मेलन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा प्रशासकों के लिए ऐसा मंच है जहां वे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों मुक्त चर्चा कर सकते हैं। इसके साथ ही वे यहां पर पुलिस में विभिन्न परिचालन, बुनियादी ढांचे और कल्याण जैसी समस्याओं पर भी बात कर पाएंगे।

इसके साथ ही सम्मेलन में विभिन्न आंतरिक सुरक्षा मुद्दों के साथ ही अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को लेकर अपने पेशेवर प्रयोग और प्रक्रियाओं को भी साझा करेंगे। सम्मेलन में विशिष्ट सेवा कार्य करने वालों को राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान किए जाएंगे।

इस बार सम्मेलन में काफी कुछ नई विशेषताएं शामिल की गईं हैं। इसमे पूरे दिन सत्र चर्चा के अलावा योगा सत्र, व्यवसाय सत्र, ब्रेक आउट सत्र और थीम पर आधारित डिनर टेबल भी शामिल है। इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को गंभीर पुलिसिंग और देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर अपने विचार और सुझाव प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत करने का मौका मिलेगा।

पुलिस महानिदेशकों और पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन को 2014 से प्रधानमंत्री लगातार प्रोत्साहित करते रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डीजीपी सम्मेलन में गहरी रुचि है। वह न केवल सभी प्रतिभागियों के विचारों को सुनते हैं। बल्कि औपचारिक चर्चा और नए विचारों के लिए खुला वातावरण प्रदान करते हैं। अब तक सम्मेलन का आयोजन गुवाहाटी, कच्छ के रण, हैदराबाद, टेकनपुर ग्वालियर, स्टेच्यू ऑफ यूनिटी केवडिया गुजरात, पुणे, लखनऊ, नई दिल्ली और जयपुर में किया जा चुका है।

 

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को तमिलनाडु के रामेश्वरम में नए पंबन ब्रिज की कई तस्वीरें और वीडियो क्लिप शेयर कीं। यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज है। यह ब्रिज मौजूदा 105 साल पुराने ब्रिज की जगह लेगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए रेल मंत्री वैष्णव ने इस प्रोजेक्ट के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। अपने पोस्ट में उन्होंने नए पंबन ब्रिज को "आधुनिक इंजीनियरिंग का चमत्कार" बताया और कहा कि यह प्रोजेक्ट "एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है, जिसे गति, सुरक्षा और नवाचार के लिए डिज़ाइन किया गया है।"

भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिखा कि नया पंबन ब्रिज भारतीय मुख्य भूमि को तमिलनाडु के रामेश्वरम द्वीप से जोड़ता है। यह अत्याधुनिक प्रोजेक्ट एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है, जिसे गति, सुरक्षा और नवाचार के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है। इस ब्रिज का निर्माण रेल विकास निगम लिमिटेड ने किया है।

ये है नए पंबन रेल पुल की खासियत

रामेश्वरम में बने नए पंबन रेल पुल की खासियत की बात करें तो इसमें 2 लोको और 11 लोडेड वैगन के साथ-साथ लोड डिफ्लेक्शन का प्रावधान है। इस पुल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि बड़े से बड़ा जहाज भी इसके नीचे से आसानी से गुजर सकता है। आसान शब्दों में कहें तो इस पुल के ऊपर से ट्रेन चलेगी, लेकिन जैसे ही कोई जहाज इसके पास आएगा, ये पुल अपने आप ऊपर उठ जाएगा और जहाज इसके नीचे से गुजर जाएगा।


सुप्रीम कोर्ट ने स्कूली पाठ्यक्रम में कानूनी शिक्षा और आत्मरक्षा प्रशिक्षण को अनिवार्य के निर्देश देने की मांग वाली याचिका पर सोमवार को केंद्र सरकार और अन्य से जवाब मांगा। इस मामले में सुनवाई चार सप्ताह बाद होगी।

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस
जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर याचिका पर जवाब मांगा है। दिल्ली की गीता रानी ने याचिका में कहा है कि प्रत्येक नागरिक के लिए मौलिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए बुनियादी कानूनों को समझना आवश्यक है। मौलिक अधिकारों की गारंटी संविधान ने दे रखी है।

'पाठ्यक्रम में बुनियादी कानूनी शिक्षा शामिल हो'
याचिका में कहा गया है, शैक्षणिक पाठ्यक्रम में बुनियादी कानूनी शिक्षा को शामिल करना और स्कूल स्तर पर आत्मरक्षा का प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बच्चे किसी भी प्रतिकूल स्थिति में आत्मरक्षा कर सकें।

बच्चों को हिंसा से बचाने में मदद मिलेगी
एनसीआरबी रिपोर्ट में 2022 में बच्चों के खिलाफ अपराध के 1.62 लाख मामले दर्ज किए गए। कानूनी शिक्षा और आत्मरक्षा के प्रशिक्षण से अपराध रोकने और बच्चों को हिंसा से बचाने में मदद मिलेगी।
बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के हस्ताक्षरकर्ता के रूप में, भारत बच्चों को सभी प्रकार की हिंसा और दु‌र्व्यवहार से बचाने के लिए बाध्य है। याचिका में दावा किया कि कई घटनाओं में पीडि़त, मुख्य रूप से बच्चे, आत्मरक्षा कौशल की कमी के कारण अपना बचाव नहीं कर सके।

बच्चों में अधिकारों की समझ बढ़ेगी
कानूनी साक्षरता से अधिकारों की समझ बढ़ेगी, बच्चों को अवैध गतिविधियों से बचने और जरूरत पड़ने पर सहायता लेने में मदद मिलेगी। यह कदम विद्यार्थियों, विशेषकर छात्राओं को खुद की सुरक्षा करना सिखाकर और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाकर सशक्त बनाएगा।

 

26/11 Mumbai Attack: एक तरफ 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर याद किया जाता है, वहीं दूसरी तरफ यह तारीख एक ऐसे काले दिन से जुड़ी है जिसे भारत के लोग शायद ही कभी भूल पाएंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले की।

आज देश इस आतंकी हमले की 16वीं वर्षगांठ मना रहा है, लेकिन देशवासी आज भी इस दिन को याद कर सिहर उठते हैं। यह स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था। इस हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोगों की मौत हो गई थी और 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। आतंकियों ने देश के सबसे सुरक्षित स्थानों में से एक मुंबई के ताज होटल को निशाना बनाया था।

आतंकवादी मछुआरों के वेश में समुद्र के रास्ते मुंबई पहुंचे थे

सभी 10 आतंकी पाकिस्तान के कराची से एक नाव के जरिए मुंबई के लिए निकले थे। वे समुद्र के रास्ते मुंबई में दाखिल हुए। भारतीय नौसेना को धोखा देने के लिए उन्होंने रास्ते में एक भारतीय नाव को हाईजैक कर लिया और उसमें सवार सभी लोगों को मार डाला। इस नाव का इस्तेमाल कर वे रात करीब 8 बजे कोलाबा के पास मछली बाजार में उतरे। स्थानीय मछुआरों को भी उन पर शक हुआ। उन्होंने पुलिस को भी इसकी सूचना दी, लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लिया। 26 नवंबर को उन्होंने सबसे पहले मुंबई में हर जगह की जांच की और शाम को अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने निकल पड़े।

अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में छात्रसंघ चुनाव के दौरान हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने 10 लोगों को हिंसा के मामलों में गिरफ्तार किया है। हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। वहीं पहाड़ी इलाकों में अभी भी गोलीबारी की आवाजें सुनने को मिल रही हैं।

दरअसल अरुणाचल प्रदेश में ऑल न्याशी छात्र संघ (एएनएसयू) चुनाव के लिए सोमवार को मतगणना हो रही थी। मतगणना के दौरान ही दो गुटों में विवाद हो गया और ये विवाद मारपीट में बदल गया। पुलिस अधीक्षक (राजधानी) रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि सोमवार रात करीब नौ बजे मतगणना के दौरान सिद्धार्थ हॉल में दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच झड़प हुई। उन्होंने बताया कि झड़प में धारदार हथियारों और लाठियों का इस्तेमाल किया गया, जिसमें पांच लोग घायल हो गए।

पुलिस ने बताया कि हिंसा के दौरान दोनों तरफ से गोलीबारी भी हुई, जिससे हालात बिगड़ गए। पुलिस ने भी हालात काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ पर लाठीचार्ज किया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन अभी भी पहाड़ी इलाकों से छिटपुट गोलीबारी की घटनाएं जारी हैं। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हिंसा में घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो दोनों गुट अस्पताल में भी भिड़ गए, जिसके चलते घायलों को भागने पर मजबूर होना पड़ा।

पुलिस ने बीएनएस और आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और वोटों की गिनती जारी है। गोलीबारी और हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की कोशिश की जा रही है। गौरतलब है कि साल 1982 में गठित एएनएसयू पूर्वोत्तर के सबसे बड़े छात्र संगठनों में से एक है।


भारत के चीफ जस्टिस (CJI) पद से ताजा-ताजा रिटायर हुए डीवाई चंद्रचूड़ फिलहाल न्यायिक कार्यों से दूर रहना चाहते हैं. एक पॉडकास्ट में, पूर्व सीजेआई ने कहा कि 'मैं पढ़ाना चाहता हूं, मैं नौजवान लोगों से जुड़ना चाहता हूं...' स्मिता प्रकाश के साथ बातचीत में जस्टिस चंद्रचूड़ ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी. राहुल ने कहा था कि विपक्ष को अब न्यायपालिका का काम भी करना पड़ रहा है. पूर्व सीजेआई ने कहा कि न्यायपालिका 'कानूनों की समीक्षा' के लिए है, लोकतंत्र में राजनीतिक विपक्ष की अलग जगह है.

राहुल के बयान पर क्या बोले पूर्व सीजेआई?
राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था, 'हम अकेले ही मीडिया, जांच एजेंसियों और न्यायपालिका की ओर से काम कर रहे हैं. यह भारत की वास्तविकता है.' जब पॉडकास्ट में पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा, 'मैं विपक्ष के नेता के साथ इस मुद्दे पर बहस नहीं करना चाहता, क्योंकि हम यहां इस विषय पर बात करने के लिए नहीं आए हैं. लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि लोगों को यह नहीं मानना​चाहिए कि न्यायपालिका को संसद या राज्य विधानसभाओं में विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए. अक्सर यह गलत धारणा होती है कि न्यायपालिका को विधानसभाओं में विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए, जो कि सच नहीं है. हम यहां कानूनों की जांच करने आए हैं.'

'न्यायपालिका के कंधों से निशाना साधते हैं लोग'
पूर्व जज ने आगे कहा, 'हमें कार्यपालिका की कार्रवाई की जांच करने का दायित्व सौंपा गया है कि क्या यह कानून के अनुरूप है और क्या यह संविधान के अनुरूप है. लोकतंत्र में राजनीतिक विपक्ष के लिए एक अलग स्थान है. और लोग जो करने की कोशिश करते हैं, वह न्यायपालिका का उपयोग करना और न्यायपालिका के कंधों से निशाना साधना तथा न्यायालय को राजनीतिक विपक्ष के लिए स्थान में बदलने का प्रयास करना है.'

PM मोदी से मुलाकात पर क्या कहा?
जब पूर्व सीजेआई से पूछा गया कि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी से कैसी बातचीत होती है, तो उन्होंने कहा कि 'इंसान के रूप में कुछ आधिकारिक बैठकों के दौरान मिलना-जुलना स्वाभाविक है.' पूर्व जज ने कहा, 'ऐसे भी मौके होते हैं जब आप विपक्ष के नेता के साथ भी बातचीत करते हैं. उदाहरण के लिए, आप जानते हैं, हमारे कई कानूनों में यह आवश्यक है कि किसी विशेष पद पर नियुक्ति के लिए चयन समिति में प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश और विपक्ष के नेता शामिल होने चाहिए. अब, आप जानते हैं, आपको जो चर्चा करनी है, उस पर चर्चा करते हैं और आप अपने निष्कर्ष पर पहुंचते हैं. और जब आप उन निष्कर्षों पर पहुँच जाते हैं, तो आप इंसान हैं, है न? आप उसके बाद 10 मिनट एक कप चाय के साथ बिताएंगे, क्रिकेट से लेकर फिल्मों तक हर चीज के बारे में बात करेंगे.'

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