ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली। अरब सागर में भारत ने समुद्री निगरानी बढ़ा दी हैं। भारतीय नौसेना के एक्शन के बाद पाकिस्तानी नौसेना ने भी अरब सागर में हालिया घटनाओं के बाद पाकिस्तान ने ये युद्धपोत तैनात किए हैं। पाकिस्तान का कहना है उसने अपने समुद्री व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा नौसेना के लिए अरब सागर में गश्त शुरू की है। समुद्री डाकूओं और अपहरण की घटनाओं को देखते हुए भारत के द्वारा यहां 10 युद्धपोत तैनात किए हैं। नौसेना ने 10 दिनों के भीतर यहां युद्धपोतों की संख्या दोगुनी कर दी है। वॉरशिप पर नेवी के हेलीकॉप्टर भी तैनात किए गए हैं। अरब सागर में समुद्री डाकूओं द्वारा किए गए हाल के हमलों को ध्यान में रखते हुए, बीते दिनों भारतीय नौसेना ने यहां गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मोरमुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता तैनात किए थे। भारत के इस कदम के बाद अब पाकिस्तान ने भी अरब सागर में अपने युद्धपोत तैनात किए हैं।
पटना । बिहार के पटना के फुलवारी शरीफ स्थित एक गांव में दो नाबालिग बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद एक बच्ची की मौत हो गई तो वहीं, दूसरी बुरी तरह घायल है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद फुलवारी शरीफ थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। घटना के बाद गांव के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
शिवमोग्गा। कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले की रहने वाली 19 साल की लडक़ी की मंकी वायरस से मौत हो गई। इस बीमारी को क्यासानूर फॉरेस्ट डिजीज भी कहा जाता है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, लडक़ी को तेज बुखार की शिकायत थी। 4 जनवरी को उसका केएफडी टेस्ट किया गया था। टेस्ट में पॉजिटिव आने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां इलाज के लिए उसकी मौत हो गई। विभाग का कहना है कि मंकी वायरस से यह राज्य में साल की पहली मौत है।
मुंबई । महाराष्ट्र की राजनीति के लिए बुधवार का दिन अहम होने जा रहा है। शिवसेना के बागी 16 विधायकों की अयोग्यता पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर आज अपना फैसला सुनाएंगे। इससे पहले प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। फैसले से पहले बयानबाजी तेज है। सीएम एकनाथ शिंदे से मुलाकात पर उद्धव ठाकरे की आपत्ति पर स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री और स्पीकर की मुलाकात होती रहती है। आज का फैसला ऐतिहासिक और संविधान तथा सुप्रीम कोर्ट के अनुसार होगा।
राज्य का मुख्यमंत्री असंवैधानिक: संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी गुट) के नेता संजय राउत ने कहा, आज यह तय हो जाएगा कि यह सरकार अवैध है। पीएम मोदी आगामी चुनावों के लिए रैली करने के लिए महाराष्ट्र आ रहे हैं...देखना यही है कि क्या किसी तरह की मैच फिक्सिंग होती है? उन्हें इतना भरोसा कैसे है कि यह सरकार बनी रहेगी। आज जो भी फैसला होगा वह महज औपचारिकता होगी। राज्य का मुख्यमंत्री असंवैधानिक है।
फैसले से पहले एकनाथ शिंदे सरकार में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भरोसा जताया है कि सरकार स्थिर रहेगी। वहीं शिवसेना (उद्धव गुट) का दावा है कि स्पीकर का फैसला आते ही राज्य में शिदे सरकार गिर जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष उचित एवं कानून सम्मत निर्णय करेंगे। भाजपा एवं शिवसेना के शिंदे गुट द्वारा बनाई गई सरकार कानूनी रूप से मजबूत है। हमारा पक्ष मजबूत है। हमें विधानसभा अध्यक्ष से न्याय मिलने का भरोसा है। इसलिए, हमारी सरकार कल भी स्थिर थी और आगे भी स्थिर रहेगी। - देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम, महाराष्ट्र
शिवसेना में बगावत की पूरी कहानी, क्या हुआ था डेढ़ साल पहले
करीब डेढ़ साल पहले शिवसेना में बड़ी बगावत हुई थी। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में कुल 39 विधायक बागी हो गए थे और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। बाद में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया। शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में केस चला। शिंदे गुट ने भी उद्धव ठाकरे के साथ बचे रहे 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी। कुछ माह बाद सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला करने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को सौंप दिया था।
सीएम से मिलने क्यों गए स्पीकर
इस बीच, शिवसेना (उद्धव गुट) ने अभी से विधानसभा अध्यक्ष पर अविश्वास जताना शुरू कर दिया है। दरअसल, पिछले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर दो बार मुख्यमंत्री शिदे से मिलने उनके निवास पर जाए। इस पर शिवसेना (उद्धव गुट) ने आपत्ति दर्ज करवाई है। उद्धव ठाकरे का कहना है कि जब जज (राहुल नार्वेकर) स्वयं आरोपी (एकनाथ शिंदे) से मिलने उसके घर जा रहे हों, तो हम जज से क्या उम्मीद कर सकते हैं।
3 राज्यों में कोल्ड वेव का अलर्ट; तमिलनाडु-पुडुचेरी में भारी बारिश के चलते स्कूलों की छुट्टी
नई दिल्ली । उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पडऩे का सिलसिला जारी है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में आज कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में आज ओले गिरने की संभावना जताई गई है। उधर, तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई इलाकों में रविवार देर रात से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह तक जारी रही। तेज बरसात के चलते पुडुचेरी के सभी स्कूलों और तमिलनाडु के 8 जिलों के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
भारी बारिश के चलते तमिलनाडु के तिरुवरूर जिले में एक मकान की दीवार ढह गई। इससे 9 साल की बच्ची की मौत हो गई। मौसम विभाग ने आज भी तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, देश के 21 राज्य आज भी कोहरे की चपेट में दिखे। इनमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा और नॉर्थ-ईस्ट के अरुणाचल प्रदेश को छोडक़र सभी राज्य शामिल हैं।
उत्तर भारत में कोहरे की वजह से ट्रेनों के लेट होने का सिलसिला भी लगातार जारी है। दिल्ली में आज 20 ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर स्टेशन नहीं पहुंच सकीं। पंजाब और राजस्थान से दिल्ली पहुंचने वाली कुछ ट्रेनें 6 घंटे से ज्यादा लेट हुईं। रविवार को भी 22 ट्रेनें प्रभावित हुई थीं।
15वें वेतन संशोधन की मांग को लेकर तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (TNSTC) ने राज्य भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल की है। तमिलनाडु परिवहन संघ मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। हालांकि, राज्य में विभिन्न परिवहन कर्मचारी संघों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एमटीसी) सहित कई बसों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
शहर में एमटीसी एकमात्र बस ऑपरेटर है, जिसने 2,025 बसों के सामान्य संचालन के मुकाबले कुल 2,098 बसों को संचालित किया है। तमिलनाडु में परिवहन कर्मचारी संघों ने सोमवार को एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार के साथ असफल वार्ता के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है। मंगलवार को कर्मचारी संघों ने राज्य सरकार पर उनकी मांगों पर विचार नहीं करने का आरोप लगाया।
परिवहन संघ ने सरकार पर लगाया आरोप
सीटू नेता ए सुंदरराजन के अनुसार, राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि परिवहन कर्मचारियों की कोई भी मांग अब स्वीकार नहीं की जा सकती है, जो एक "अन्यायपूर्ण उत्तर और अनुचित रुख" है।
सुंदरराजन ने कहा, "यह सरकार परिवहन निगम के कर्मचारियों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों के रूप में व्यवहार कर रही है... एक प्रमुख मांग पेंशनभोगियों के लिए आठ साल से लंबित महंगाई भत्ता जारी करने की है और हम इसमें बढ़ोतरी की मांग नहीं कर रहे हैं, हम देय डीए जारी करने के लिए कह रहे हैं।"
सरकार से 15वें वेतन संशोधन समझौते के तहत बढ़ी हुई मजदूरी तय करने के लिए बातचीत शुरू करने की तारीख तय करने का आग्रह करते हुए सीटू नेता ने कहा, “अगर वे इस मांग को भी स्वीकार नहीं कर सकते हैं, तो सरकार को हमें हड़ताल रद्द करने के लिए कहने का क्या अधिकार है।”
बता दें कि ट्रांसपोर्ट यूनियनों की हड़ताल प्रमुख तमिल त्योहार 'पोंगल' से पहले हुई है, जिससे उत्सव की भीड़ में खलल पड़ने की संभावना है।
हड़ताल करने पर उचित कार्रवाई करने की चेतावनी
राज्य के परिवहन मंत्री एस एस शिवशंकर ने सोमवार को आरोप लगाया था कि परिवहन कर्मचारियों की हड़ताल "राजनीतिक मकसद" है और इससे जनता को परेशानी होगी। हड़ताल पर उचित कार्रवाई की चेतावनी देते हुए मंत्री ने कहा था कि वित्तीय स्थिति में सुधार होने पर उनकी मांगें उचित समय पर पूरी की जाएंगी।
इस बीच, अन्नाद्रमुक प्रमुख और विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कर्मचारी संघ द्वारा रखी गई किसी भी मांग को पूरा करने के लिए द्रमुक सरकार की आलोचना की।
8 हजार से ज्यादा बसें संचालित की गईं
वहीं, प्रबंध निदेशक एल्बी जॉन बसों के संचालन का निरीक्षण करने के लिए विभिन्न बस डिपो में जा रहे हैं, ताकि हड़ताल के कारण यात्रियों विशेषकर कार्यालय जाने वालों को कोई परेशानी न हो। एमटीसी ने एक परिपत्र जारी कर सभी छुट्टियां रद्द कर दी हैं और बस चालक दल को नियमित छुट्टी लिए बिना उपस्थित रहने के लिए कहा है।
परिवहन विभाग ने कहा कि आठ परिवहन निगमों ने मंगलवार, 9 जनवरी, 2024 की सुबह तक 9,452 बसों के सामान्य बस संचालन के मुकाबले 8,787 बसें संचालित कीं।
तमिलनाडु राज्य परिवहन निगम (टीएनएसटीसी) ने वेतन बढ़ाने के लिए 15वें वेतन संशोधन समझौते पर हस्ताक्षर करने, बस चालक और कंडक्टर पदों में रिक्तियों को भरने और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (डीए) जारी करने की मांग को लेकर राज्य भर में अनिश्चितकालीन हड़ताल की है।
हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। दरअसल, विदेशों में भारत का मान बढ़ाने वाले तमाम लोगों का सम्मान करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। उनकी उपलब्धियों को इस दिन सम्मान दिया जाता है और उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। यह दिवस महात्मा गांधी से भी जुड़ा हुआ है।
इस खबर में हम आपको बताएंगे कि इस दिवस का महात्मा गांधी से क्या संबंध है। साथ ही, इसका इतिहास और महत्व भी बताएंगे।
कब हुई प्रवासी दिवस की शुरुआत?
प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के घोषणा के साथ हुई थी। भारत का मान बढ़ाने वाले भारतवंशियों को सम्मानित करने के लिए इस दिवस की शुरुआत की गई थी। पहली बार ये दिन 9 जनवरी, 2003 को सेलिब्रेट किया गया था।
दरअसल, 9 जनवरी की तारीख को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। देश वापसी करने के बाद उन्होंने भारत को आजाद कराने की जिम्मा उठाया और स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। उनके प्रयास से भारतीयों का जीवन और भविष्य दोनों ही बदल गया था।
प्रवासी दिवस मनाने का उद्देश्य
इस दिन विदेशों में खास उपलब्धि हासिल करने वाले भारतीयों को सम्मानित किया जाता है। इस कार्यक्रम के जरिए भारत और प्रवासी भारतीयों के बीच एक पुल बनाने की कोशिश की जाती है। साथ ही, इसके जरिए विदेश निवेश को भी देश में बढ़ावा दिया जा सकता है।
साल 2015 में किया गया संशोधन
इसको साल 2003 में पहली बार मनाया गया था, इसके बाद इसे लगातार हर साल मनाया जाने लगा। हालांकि, साल 2015 में इसमें संशोधन किया गया और उसके बाद से हर साल के अंतराल के बाद भारतीय प्रवासी दिवस मनाया जाने लगा। इसको मनाने के लिए हर बार एक नया और खास थीम चुना जाता है। इस थीम के अनुसार ही भारत सरकार की ओर से सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।
बेंगलुरु स्थित एक स्टार्ट-अप कंपनी की सीईओ ने अपने चार साल के बच्चे की निर्मम हत्या कर दी। यह मामला काफी हैरान कर देने वाला है। सोमवार को गोवा के एक होटल में अपने चार साल के बेटे की हत्या करने और उसके शव को एक बैग में भरकर टैक्सी में भागते समय महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, गोवा के होटल में हत्या को अंजाम देने के बाद सूटकेस में बॉडी रखकर महिला टैक्सी से बेंगलुरु के लिए रवाना हुई थी। कर्नाटक के पास पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बच्चे की बॉडी भी बरामद की है। आरोपी महिला की पहचान 39 वर्षीय सूचना सेठ के तौर पर हुई है।
होटल कर्मी ने पुलिस को किया था सूचित
यह अपराध तब सामने आया जब एक होटल कर्मचारी महिला के होटल से बाहर निकलने के बाद कमरे की सफाई कर रहा था। इस दौरान उसने चादरों पर खून के धब्बे देखे। इसके बाद होटल प्रबंधन ने पुलिस को सूचित किया। सीईओ ने अपने बेटे के साथ 6 जनवरी को उत्तरी गोवा के सिंक्वेरिम में होटल में चेक इन किया था।
टैक्सी से फरार हुई थी महिला
39 साल की सूचना सेठ को कर्नाटक पुलिस ने चित्रदुर्ग से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि सेठ ने अपने बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दी और इस कृत्य को अंजाम देने के बाद होटल प्रबंधन से बेंगलुरु वापस जाने के लिए टैक्सी की व्यवस्था करने के लिए कहा। पुलिस ने बताया कि महिला सड़क मार्ग से यात्रा करना चाहती है। मामले में सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि वह अकेले ही होटल से बाहर निकली थी।
कलंगुट पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने कहा, “आरोपी महिला ने शुरू में पुलिस को बताया कि उसने अपने बेटे को दक्षिण गोवा में एक रिश्तेदार के पास छोड़ दिया है, लेकिन कहानी की कोई पुष्टि नहीं होने पर हमने कैब ड्राइवर को बुलाया और उसे नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करने के लिए कहा, जिसके बाद उसे बेंगलुरु जाते समय चित्रदुर्ग जिले में कर्नाटक पुलिस की मदद से पकड़ लिया गया।”
कलंगुट पुलिस की एक टीम पूछताछ के लिए महिला को हिरासत में लेने के लिए कर्नाटक रवाना हो गई है। पुलिस अभी तक हत्या के कारणों का पता नहीं लगा पाई है।
नई दिल्ली । दिल्ली में 12 साल की लडक़ी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। घटना 2 जनवरी की है। लडक़ी ने 5 जनवरी को अपने कजिन को पूरी बात बताई। दिल्ली पुलिस ने रविवार को घटना का खुलासा किया। पुलिस ने एक महिला, टी-स्टॉल के मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन आरोपी नाबालिग है, जिनकी उम्र 12, 14 और 15 साल है। ये तीनों टी-स्टॉल पर काम करते थे। मामला दिल्ली के सदर बाजार इलाके का है। टी-स्टॉल के मालिक ने 1 जनवरी को कूड़ा बीनने वाली महिला से न्यू ईयर मनाने के लिए एक लडक़ी का इंतजाम करने को कहा था। महिला उसकी दुकान पर अक्सर चाय पीने आती थी।
मुंबई । गीतकार जावेद अख्तर ने कहा है कि अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह दुनिया का सबसे बड़ा उत्सव है। इसके जश्न मनाने में कोई बुराई नहीं होनी चाहिए। बता दें कि जावेद अख्तर भारतीय सिनेमा का एक बड़ा नाम है जो हमेशा ही किसी न किसी वजह से चर्चा में रहते हैं। आजकल वे राम मंदिर पर दिए बयानों के जरिए लाइमलाइट में हैं। हाल ही में उन्होंने फिर से एक इवेंट के दौरान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी राय बताई है। गीतकार जावेद अख्तर ने हाल ही में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आयोजित हुए अजंता- एलोरा फेस्टिवल में पहुंचकर श्रीराम मंदिर पर भी अपने विचारों को बयां किया। साथ ही उन्होंने अयोध्या मंदिर के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। लिरिक्स राइटर जावेद अख्तर ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से किसी को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। जब सुप्रीम कोर्ट ने ही फैसला दिया है कि अयोध्या में मंदिर बनना चाहिए, फिर इस पर हंगामा करने का मतलब ही नहीं बनता। उन्होंने मंदिर निर्माण से लोगों की खुशी को ध्यान में रखते हुए कहा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा उत्सव है और इसके जश्न मनाने में कोई बुराई नहीं है। ये बातें जावेद अख्तर ने मीडिया के साथ इंटरव्यू में कही हैं।
बता दें कि इससे पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे द्वारा आयोजित दीपोत्सव कार्यक्रम में गीतकार जावेद अख्तर ने कहा था कि भगवान राम और देवी सीता न केवल हिंदू देवी-देवता हैं बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें राम और सीता की भूमि पर जन्म लेने पर गर्व है। जाने- माने गीतकार ने कहा था कि, हालांकि मैं नास्तिक हूं, फिर भी मैं राम और सीता को इस देश की सम्पत्ति मानता हूं और इसीलिए मैं यहां आया हूं। रामायण हमारी सांस्कृतिक विरासत है और यह आपकी रुचि का विषय है। अख्तर ने कहा, मुझे राम और सीता की भूमि पर जन्म लेने पर गर्व है, जब हम मर्यादा पुरूषोत्तम के बारे में बात करते हैं तो राम और सीता ही दिमाग में आते हैं। अपने भाषण के दौरान अख्तर ने लोगों से जय सिया राम के नारे लगाने को भी कहा।
उन्होंने लखनऊ में अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि बचपन में वो ऐसे लोगों को देखते थे जो अमीर होते थे और वे गुड मॉर्निंग कहते थे। लेकिन सड़क से गुजरने वाला एक आम आदमी लोगों का स्वागत जय सिया राम कहकर करता था। इसलिए सीता और राम को अलग-अलग सोचना पाप है। सिया राम शब्द प्रेम और एकता का प्रतीक है। सिया और राम एक ही ने बनाए थे। इसलिए जो अलग करेगा वह रावण होगा। तो आप मेरे साथ तीन बार जय सिया राम का जाप करें और आज से जय सिया राम कहें। जावेद अख्तर ने यह भी कहा कि भारत में लोकतंत्र हिंदुओं की वजह से बचा हुआ है, लेकिन उन्होंने कहा कि लोग तेजी से असहिष्णु हो रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अतीत में कुछ लोग ऐसे थे जो हमेशा असहिष्णु थे, लेकिन हिंदू ऐसे नहीं थे।
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा से मालदीव खफा हो गया है। दरअसल इन दिनों पीएम की यात्रा को लेकर खूब चर्चा हो रही है। लक्षद्वीप की सुंदरता देख लोग अब वहां घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं। इस बीच, मालदीव के एक मंत्री के एक्स पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा हो गया है। मंत्री अब्दुल्ला महजूम माजिद ने भारत पर मालदीव को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत को समुद्र तट पर्यटन में मालदीव को टक्कर देने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर भारतीय इंटरनेट यूजर्स भड़क गए और बॉयकाटमालदव ट्रेंड होने लगा। लोग मंत्री को अपडेट रहने की सलाह दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि भारत के पास मालदीव से खूबसूरत सी-बीच लक्षद्वीप में हैं और अब हमें विदेश जाने की जरूरत नहीं है। बता दें कि पीएम मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप की यात्रा के दौरान समुद्र के नीचे के जीवन का पता लगाने के लिए स्नॉर्कलिंग का लुत्फ उठाया था।
उन्होंने समुद्र के नीचे का जीवन पता लगाने संबंधी तस्वीरें सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कीं। उन्होंने अरब सागर में स्थित द्वीपों में प्रवास के अपने उत्साहजनक अनुभव को साझा करते हुए लिखा कि जो लोग रोमांचकारी अनुभव लेना चाहते हैं, लक्षद्वीप उनकी सूची में जरूर होना चाहिए। मेरे प्रवास के दौरान मैंने स्नॉर्कलिंग की भी कोशिश की। यह कितना उत्साहजनक अनुभव था! पीएम मोदी ने लक्षद्वीप के समुद्र तटों पर सुबह की सैर और समुद्र तट के किनारे कुर्सी पर बैठे फुर्सत के कुछ क्षणों की तस्वीरें भी शेयर कीं। ये फोटोज इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर मालदीव के मंत्री का पोस्ट ऐसे समय आया जब दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण चल रहे हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से अपनी सेना उसके देश से हटाने की मांग की है।
श्रीनगर । श्रीनगर और जम्मू दोनों शहरों में शनिवार-रविवार को इस सीजन की अब तक की सबसे ठंडी रात देखी गई। इस दौरान यहां का न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 5.6 और 3.4 डिग्री नीचे गिर गया। पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के साथ तीव्र शुष्क शीत लहर ने कश्मीर में लोगों की तकलीफें बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग के जानकारी दी है कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 5.6, गुलमर्ग में माइनस 4.4 और पहलगाम में माइनस 6.5 रहा। लद्दाख क्षेत्र के लेह शहर में न्यूनतम तापमान माइनस 15.3 और कारगिल में माइनस 14.3 रहा। जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 3.4, कटरा में 6, बटोटे में 2.1, भद्रवाह में माइनस 0.2 और बनिहाल में माइनस 2.2 रहा। यहां पर कड़ाके की ठंड की 40 दिनों की लंबी अवधि जिसे चिल्लई कलां के नाम से जाना जाता है, 21 दिसंबर को शुरू हुई और 30 जनवरी को समाप्त होगी। गर्मियों के महीनों के दौरान पीने और सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी की स्थानीय लोगों की उम्मीदें चिल्लई कलां के शेष हिस्से पर बची हुई हैं। यदि चिल्लई कलां के शेष भाग के दौरान पर्याप्त बर्फबारी होती है, तो सब कुछ ठीक हो जाएगा, अन्यथा आने वाली गर्मियों में स्थानीय लोगों के लिए पीने के पानी की मुश्किलें आएंगी।
श्रीनगर । कश्मीर में निर्दोर्षों और मासूमों का रक्त बहाने वाले आतंकवादियों की खबरें आपने काफी पढ़ी या सुनी होंगी लेकिन आज आपको कश्मीर के एक उस शख्स से मिलवाने जा रहे हैं, जो 40 सालों से अपना खून देकर लोगों की जान बचाने का मिशन चला रहे हैं।
बता दें कि शब्बीर हुसैन खान को कश्मीर के रक्त पुरुष के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने पिछले 43 वर्षों में रिकॉर्ड रक्त दान करके सैंकड़ों लोगों की जान बचाई है। खान ने यह नेक काम 1980 में तब शुरू किया जब उनके दोस्त की जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में एक दुर्घटना हो गई थी। उस समय वह अपने दोस्त के लिए रक्तदान करने अस्पताल गए और तब से पिछले चार दशकों से उनकी ओर से रक्त दान जारी है।
उन्होंने न केवल सैंकड़ों बार रक्तदान किया है बल्कि पूरे केंद्र शासित प्रदेश में 1200 से अधिक रक्तदान शिविर भी आयोजित किए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने 40 साल पहले 1980 के आसपास श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के एसएमएचएस अस्पताल में रक्तदान की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि पहले अपने दोस्त के लिए रक्त दान करके मेरे दिल में संतुष्टि पैदा हुई उसके बाद से मैंने इस काम को जारी रखा। उन्होंने बताया कि मैं मुसीबत में फंसे लोगों को अस्पतालों में रक्त हासिल करने में जब कठिनाई महसूस होते देखता था, तब मैंने अपना रक्त देते रहने का प्रण लिया। उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि यह मानवता के लिए किया जाने वाला सबसे अच्छा काम है। हमारा इस्लाम भी हमें यही सिखाता है। हम आपको बता दें कि शब्बीर हुसैन खान को केंद्र शासित प्रदेश का सबसे बड़ा जीवनरक्षक कहा गया है।
शिर्डी। महाराष्ट्र का शिर्डी जो साईं भक्तों का श्रद्धा का स्थान है. यहां लाखों साईं भक्त आते हैं. खासकर नए साल का स्वागत करने और अपने साईं का आशीर्वाद लेने करीब 8 लाख भक्त आए और भक्तों ने साईं संस्थान को खूब दान दिया। खबर है कि 10 दिन में 16 करोड़ रूपये का दान भक्तों ने दिया है. साईं संस्थान के मुताबिक 23 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच 8 लाख श्रद्धालुओं ने साईं दर्शन किया और दान पेटी में 7 करोड़ 80 लाख रुपए मिले। जबकि डोनेशन काउंटर पर 3 करोड़ 53 लाख, ऑनलाइन डोनेशन से 4 करोड़ 21 लाख रुपये एवं 32 लाख रुपए का सोना और 7 लाख 67 हजार रुपए की चांदी का जेवर साईं भक्तों ने चढ़ाए। इस प्रकार विभिन्न माध्यमों से कुल 15 करोड़ 96 लाख रुपये का दान साईं संस्थान को मिला.