ईश्वर दुबे
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Bhilai
लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि स्वस्थ प्रदेश एवं स्वस्थ देश की परिकल्पना को साकार करने के लिये समाज के सभी वर्गों की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने पीड़ित मानवता की सेवा के इस कार्य में सभी वर्गों से सहभागिता का आग्रह किया। श्री वर्मा आज मण्डला में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर राहत-2 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम को विधायक श्री नारायण सिंह पट्टा ने भी संबोधित किया।
मंत्री श्री वर्मा ने कहा कि आदिवासी अंचल मण्डला में आयोजित किया गया यह नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर प्रदेश के लिये अनुकरणीय बन गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि प्रदेश के अन्य अंचलों में भी इस तरह के शिविर आयोजित किये जाएंगे।
शिविर में नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा शुक्ला और कमिश्नर जबलपुर श्री राजेश बहुगुणा भी मौजूद थे। कलेक्टर डॉ. जगदीश चन्द्र जटिया ने बताया कि शिविर को सफल बनाने में समाजसेवी, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ, एनसीसी, स्काउट-गाइड और एनएसएस के छात्रों का सराहनीय सहयोग मिला।
शिविर में हुए 2163 ऑपरेशन
नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में मण्डला जिले के आसपास के क्षेत्रों के मरीज भी पहुँचे। शिविर में उपचार के लिये 59 हजार 70 मरीजों का पंजीयन किया गया और 2163 ऑपरेशन किये गये। गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को उपचार के लिये बस द्वारा जबलपुर, इंदौर और भोपाल भेजने की व्यवस्था की गई। नेत्र, दंत, स्त्री रोग और अस्थि रोग के मरीजों का उपचार किया गया। शिविर में सम्पूर्ण चिकित्सा के दौरान रक्तदान की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। इसके लिये रक्तदान की व्यवस्था की गई थी। बड़ी संख्या में लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। रक्तदानकर्ताओं में जन-प्रतिनिधि भी शामिल थे। नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर के दौरान 323 यूनिट रक्तदान किया गया।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रायसेन जिला मुख्यालय पर शासकीय माध्यमिक विद्यालय में बाल दिवस पर 'कक्षा साथी परियोजना' के पायलेट प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जरूरी है।
दक्षिण कोरिया की संस्था टैग हाइव के सहयोग से रायसेन जिले के 7 एवं भोपाल जिले के 5 स्कूलों में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में यह परियोजना शुरू की गई है। परियोजना में शिक्षक द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से बच्चों का रियल टाइम मूल्यांकन किया जा सकेगा।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस परियोजना में सभी बच्चों के पास क्लिकर डिवाईस होगा, जो शिक्षक के मोबाइल एप से जुड़ा होगा। इसके माध्यम से बच्चे आनन्दमयी वातावरण में अध्ययन कार्य कर सकेंगे तथा बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि जागृत होगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के बेहतर परिणाम आने पर इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
मंत्री डॉ चौधरी ने अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिये पाती वितरित की। इस मौके पर ल्यूपिन हूमन वेलफेयर एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन, मण्डीदीप द्वारा विद्यालयों को क्लिकर डिवाइस उपलब्ध कराए गए।
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि नए भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हम हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि ऊर्जा की बचत ही ऊर्जा का उत्पादन है। इसलिये बच्चों को बचपन से ही ऊर्जा संरक्षण के संस्कार दिये जाएं। श्री टंडन बाल दिवस पर समन्वय भवन में आयोजित राज्य स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। नर्मदा हाइड्रो इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने विजेताओं को पुरस्कार और दस-दस प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" मिशन को सफल बनाने के लिए जरूरी है कि मांग और उत्पादन में संतुलन हो। उत्पादन में वृद्धि, उपयोग में संयम और वितरण में समानता हो। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण समय की आवश्यकता है। इसके लिए समाज में जन-जागृति लाना जरूरी है। उन्होंने एनएचडीसी द्वारा इस दिशा में किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्कूली बच्चों के बीच ऊर्जा संरक्षण विषय पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन एक सार्थक पहल है। बच्चों में ऊर्जा की बचत के संस्कार होने से उनके परिजनों में भी ऊर्जा संरक्षण के प्रति चेतना का विकास होगा।
एनएचडीसी के प्रबंध निर्देशक श्री ए.के. मिश्रा ने बताया कि केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा संरक्षण राष्ट्रीय अभियान 2019 के अन्तर्गत एनएचडीसी द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 69 हजार 250 स्कूलों के 11 लाख 81 हजार बच्चे शामिल हुए हैं। दो श्रेणियों में आयोजित प्रतियोगिता में दोनों श्रेणियों में 50-50 बच्चों का चयन कर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रथम पुरस्कार विजेता को 50 हजार, द्वितीय को 30 हजार और तृतीय को 20 हजार रूपये एवं प्रशस्ति-पत्र से पुरस्कृत किया गया है। विजेता आगामी 12 दिसम्बर को राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता में भागीदारी करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुख्य महाप्रबंधक श्री अशोक कुमार ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर कक्षा 4थी से 6वीं तक की प्रथम श्रेणी में वेदिका जैन को प्रथम, कनक गोयल को द्वितीय और वंशिका सिसोदिया को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। श्रेणी दो में कक्षा 7वीं से लेकर 9वीं तक के विद्यार्थियों में प्रथम पुरस्कार भविष्य आचार्य, द्वित्तीय पुरस्कार शुभंकर कुमार और तृतीय पुरस्कार आर्यंशी को प्रदान किया गया। सांत्वना पुरस्कार के रूप में दोनों श्रेणियों के दस-दस प्रतिभागियों को 7500-7500 रूपये एवं प्रशस्ति-पत्र से पुरस्कृत किया गया।
खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने बताया है कि छतरपुर जिले की वर्षों से अनुपयोगी बंदर हीरा खदान लेने के लिये 5 बड़ी कम्पनियों ने 13 नवम्बर को खुली प्रथम चरण की तकनीकी निविदाओं में बिड जमा कर अपना दावा प्रस्तुत किया है। ये कम्पनियाँ हैं भारत सरकार का उपक्रम नेशनल मिनरल डेव्हलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएमडीसी), एस्सेल माइनिंग (बिरला ग्रुप), रूंगटा माइन्स लिमिटेड, चेंदीपदा कालरी (अडानी ग्रुप) तथा वेदांता कम्पनी।
मंत्री श्री जायसवाल ने बताया कि 55 हजार करोड़ रुपये की यह खदान रियो टिंटो कम्पनी ने छोड़ी थी। देश की इस सबसे बड़ी खदान के नीलामी प्रकरण में भारत सरकार के नियमानुसार लगभग 56 करोड़ रुपये की सुरक्षा निधि जमा कराई जानी थी। इसके लिये आवेदक कम्पनी की नेटवर्थ कम से कम 1100 करोड़ रुपये होना आवश्यक था।
खनिज साधन मंत्री ने बताया कि 13 नवम्बर की निविदा कार्यवाही के बाद अब तकनीकी बिड के मूल्यांकन का कार्य 27 नवम्बर, 2019 को पूर्ण किया जायेगा। इसके बाद 28 नवम्बर को प्रारंभिक बोली खोली जाएगी और उसके अगले दिन ऑनलाइन नीलामी सम्पादित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि छतरपुर जिले में लगभग 3.50 करोड़ कैरेट के हीरे के भण्डार का अनुमानित मूल्य 55 हजार करोड़ रुपये है। इस पर राज्य शासन को प्राप्त होने वाली रॉयल्टी की दरों के आधार पर नीलामी सम्पन्न की जाएगी।
भोपाल। Madhya Pradesh Weather Alert पश्चिमी विक्षोभ के कारण बने प्रेरित चक्रवात से प्रदेश में मध्यम स्तर के बादल छाए हुए हैं। इसके चलते दिन के तापमान में तो गिरावट दर्ज हो रही है, लेकिन Cold in madhya pradesh रात में ठंड महसूस नहीं हो रही है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, शुक्रवार रात से मौसम बदलेगा Madhya Pradesh Weather Alert और बादल छंटने से ठंड के तेवर तीखे होने के आसार हैं। उधर, बुधवार को Cold in madhya pradesh प्रदेश में सबसे कम 13 डिग्रीसे. तापमान मलाजखंड, बैतूल और उमरिया में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी आरआर त्रिपाठी ने बताया कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान काफी कम हो गया है, लेकिन राजस्थान पर बने प्रेरित चक्रवात के कारण प्रदेश में उत्तरी हवाओं का सीधा दखल नहीं हो पा रहा है। दरअसल, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सक्रिय है। इस सिस्टम के कारण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इससे नमी मिलने के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अनेक स्थानों पर मध्यम स्तर के बादल छा गए हैं।
इससे कुछ स्थानों पर दिन के तापमान में तो कमी दर्ज हो रही है, लेकिन रात में अपेक्षाकृत ठंड नहीं पड़ रही है। त्रिपाठी के मुताबिक, शुक्रवार से प्रेरित चक्रवात का असर समाप्त होने की संभावना है। इसके बाद हवाओं का रुख उत्तरी होते ही रात के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज होगी।
बड़वानी। सामान्यत: जिस उम्र में बच्चे पढ़ने-लिखने और खेलने में व्यस्त रहते हैं, ऐसी उम्र में सामाजिक कार्य के क्षेत्र को चुनना, सुनने में कुछ अजीब जरूर लगता है, लेकिन जिला मुख्यालय पर ऐसा ही उदाहरण है। हम बात कर रहे हैं बच्चों द्वारा छह वर्ष पूर्व बनाई गई संस्था 'आशादीप सोशल किड्स फोर्स' की। जब संस्था बनाई गई तब बच्चों की उम्र महज 12 से 13 वर्ष थी। अब ये बच्चे जैव विविधता, मतदाता जागरूकता, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत मिशन आदि कार्यों में योगदान दे चुके हैं। शहर निवासी शांभवी (18) पिता सचिन दुबे ने वर्ष 2013 में कुछ अलग करने का मन बना कर यह संस्था बनाई। सबसे पहला काम किया जैव विविधता पर जागरूकता के लिए पोस्टर बनाकर। इस कार्य को देखकर कुछ ही महीनों में अन्य बच्चे भी जुड़ गए।
अब उनकी टीम में शांभवी सहित उनका छोटा भाई ग्रंथ (14), रितिका (14) आर्य, गुंजन (17) गुरबक्षाणी, आयुषी वर्मा (18) , शुभम शर्मा (17) व आराग्या पांडे (16) शाामिल हैं। करीब छह वर्ष की अवधि में बच्चों की इस टीम ने कई सामाजिक कार्यों को अंजाम दिया। शांभवी 12वीं करने के बाद नीट की तैयारी कर रही है। अन्य बच्चे भी पढ़ाई कर रहे हैं।
शांभवी बताती हैं कि सेवा के संस्कार घर में माता-पिता नीता, सचिन दुबे सहित आशाग्राम ट्रस्ट के संस्थापक स्व. हीरालाल शर्मा व ट्रस्ट सचिव डॉ. एसएन यादव से मिले।
बच्चों द्वारा जैव विविधता संरक्षण पर कार्य करने पर मप्र जैव विविध्ाता बोर्ड ने पत्र लिख कर सराहना की थी। इसके अतिरिक्त टीम सदस्य घायल पशुपक्षियों की सेवा करना, पक्षियों के लिए दाना-पानी रखना, मतदाता जागरूकता कार्य, हमारा स्वास्थ्य हमारा दायित्व अभियान, मतदाता जागरूकता के लिए बाल मनुहार रथ संचालित करना, वरिष्ठ व दिव्यांग मतदाताओं का सम्मान करना आदि कार्य कर चुकी है। इन कार्यों के लिए टीम की तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, मंत्री थावरचंद गेहलोत, अंतरसिंह आर्य, वर्तमान गृहमंत्री बाला बच्चन सहित कई जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा सराहना की जा चुकी है। शांभवी दुबे द्वारा लिखी गई कविताओं की पुस्तक 'काज की बात' का लोकार्पण मंत्री थावरचंद गेहलोत ने किया गया था। बेटी बचाओ पर बनाई कविता शांभवी ने अपने हाथों से तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को सौंपी थी।
इंदौर। शहर के होलकर स्टेडियम में चल रहे भारत और बांग्लादेश मैच को देखने के लिए गुरुवार को 50 सफाई मित्र भी पहुंचे। शहर की महापौर मालिनी गौड़ और नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह के निर्देश अनुसार सफाई मित्रों को नगर निगम मुख्यालय से बस द्वारा स्टेडियम ले जाया गया। तीन बार से इंदौर को देश के सबसे साफ शहरों में जगह दिलाने वाले सफाई मित्रों के लिए यह बड़ा तोहफा है। मैच के दौरान ये सभी इंदौर सफाई में लगाएगा चौका के बैनर लेकर प्रचार भी करेंगे। नगर निगम द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए गए इस फैसले से सफाई मित्र भी बहुत खुश हैं, वे मैच देखने के लिए उत्साहित नजर आए। देश में इंदौर की सफाई को लेकर जो पहचान है उसमें असली मेहनत इन्हीं की है।
होलकर स्टेडियम में गुरुवार से शुरू हो रहे टेस्ट मैच के लिए पुलिस ने ट्रैफिक प्लान जारी किया है। रेसकोर्स रोड पर दोनों ओर का ट्रैफिक एक लेन पर चलेगा। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि वे पांच दिनों तक वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें। डीएसपी उमाकांत चौधरी ने बताया कि 14 से 18 नवंबर तक होने वाले मैच में हर दिन लगभग 27 हजार दर्शकों के आने की संभावना है। दर्शक अपने वाहन चार स्थानों बाल विनय मंदिर स्कूल, एसजीएसआईटीएस परिसर, विवेकानंद स्कूल परिसर और पंचम की फैल में खड़े कर सकेंगे।
आम जनता से अपील है वह अत्यधिक आवश्यक होने पर ही इंडस्ट्री हाउस से लैंटर्न चौराहे तरफ जाने वाले मार्ग का उपयोग करे। अन्यथा अन्य वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करें। इसी प्रकार लैंटर्न चौराहे की ओर से जंजीरवाला चौराहा तरफ जाने वाले एमजी रोड का उपयोग करें। जंजीरवाला चौराहा से लैंटर्न चौराहे का उपयोग केवल पासधारक वाहन ही कर सकेंगे। अन्य वाहन इस मार्ग पर पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगे। यह व्यवस्था प्रतिदिन सुबह सात बजे से मैच समाप्ति तक रहेगी।
श्योपुर . जिला अस्पताल में एक महिला के जेवर उतरवाकर धोखाधड़ी कर फरार होने का मामला सामने आया है। मालीपुरा निवासी रेनू पत्नी भूपेंद्र माली बुधवार को अपने पति व मौसी सास संतोष सुमन के साथ अस्पताल में इलाज कराने के लिए पहुंची। उसकी मौसी सास पर्चा बनवाने गई थी, तभी उसके पास एक अनजान महिला पहुंची और कहा कि डॉक्टर उसे तब तक नहीं देखेंगे, जब तक वह जेवर पहने रहेगी। इसलिए जेवर उतारकर मुझे दे दो।
डरने की जरूरत नहीं है, मैं तुम्हारी मौसी सास को भी जानती हूं। यह जेवर ले जाकर मैं उन्हें दे दूंगी। रेनू ने अपने दो तोले के झुमके और 1 तोला का मंगलसूत्र उतारकर दे दिया। जेवर लेकर शातिर महिला मौके से फरार हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
विदिशा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह विदिशा में अपने खेत में ट्रैक्टर चलाते नजर आए। उन्होंने करीब एक घंटे खेत में गेंहू की बोवनी की। शिवराज सिंह बुधवार दोपहर अचानक विदिशा में फॉर्म हाउस पहुंचे थे। खेत में बोबनी करने के बाद शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि अब अधिकतम खेती ट्रैक्टर से होती है, बैल बेरोजगार हो गए हैं। मैंने भी आज ट्रैक्टर से ही गेंहू की बोवनी की। आत्मिक सुख मिला, क्योंकि ये गेंहू की फसल जब तैयार होगी तो इससे उपजे अनाज से कई लोगों का पेट भरेगा। खेती कठिन है लेकिन फिर भी खेती का आनंद ही अलग है।
सचमुच में खेती करने का आनंद ही अलग है! मैंने बचपन में भी खेती की है। तब बड़ी संख्या में ट्रैक्टर नहीं होते थे, बैलों में जुती नाड़ियाँ चलती थी। कंधे पर ढुली टांगकर उसमें रखे हुए अनाज को हाथ से पोर में डालते थे जिसे ऊरना कहते थे।
भोपाल . वन मंत्री उमंग सिंघार और विभाग के अपर मुख्य सचिव एपी श्रीवास्तव के बीच की खींचतान के कारण 60 से अधिक फाइलें अटक गई हैं। इनमें कई महत्वपूर्ण फाइलें शामिल हैं। खासतौर पर सीएम माॅनिट से जुड़ी ‘के प्लस’ वाली फाइलें भी हैं, जिन्हें रोक दिया गया है। इसके पीछे बढ़ी वजह यह है कि एक माह पहले वन मंत्री ने बिजनेस रूल का हवाला देते हुए बिना पूछे एसीएस दफ्तर के अधिकारियों का कार्य विभाजन कर दिया था। इसे लेकर श्रीवास्तव खफा हो गए। हाल ही में उन्होंने मुख्य सचिव एसआर मोहंती को इस स्थिति से अवगत कराया तो मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ तक पहुंच गया। चूंकि अभी तक इस खींचतान का पटाक्षेप नहीं हुआ, लिहाजा एसीएस आॅफिस में फाइलें ठंडे बस्ते में चली गई हैं।
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि वनमंत्री और एसीएस के बीच की अनबन के हालात एेसे हैं कि अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (एपीसीसीएफ) जसवीर सिंह चौहान की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की फाइल पर वनमंत्री ने मंजूरी नहीं दिए जाने के कारण लिखे। यह भी कहा कि अधिकारियों की कमी है, इसलिए अनुमति नहीं दी जा सकती। वहीं श्रीवास्तव ने फाइल देखी तो फिर चौहान के पक्ष में टीप लिख डाली। हालांकि इस पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
इधर, बताया जा रहा है कि श्रीवास्तव की ओर से उच्च स्तर पर मौजूदा हालातों की जानकारी दे दी गई है। साथ ही एेसी परिस्थितियों में काम करने की मुश्किलों का भी जिक्र किया गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ दो-तीन दिन में इस खींचतान पर दोनों से बात कर सकते हैं।
मंदसौर. बाल दिवस पर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक रोज और समय पर स्कूल आने की शपथ लेंगे। बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा एवं व्यक्तित्व विकास के निर्माण के लिए प्रयासरत रहने की कसम खाएंगे। प्रार्थना बाद ये शपथ होगी।
लोक शिक्षण आयुक्त ने प्रदेश के सभी डीईओ को ये आदेश जारी किया है। दरअसल सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के समय पर स्कूल नहीं पहुंचने, समय से पहले स्कूल छोड़ने और स्कूल से गैर हाजिर रहने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। बढ़ती शिकायतों को देखते हुए आयुक्त ने ये आदेश दिया है। 14 नवंबर को प्रार्थना के बाद प्रदेश के सभी स्कूलों में ये शपथ होगी। हालांकि लोक शिक्षण संचालनालय के इस आदेश से शिक्षक संगठन में नाराजी है। उनका कहना है कि यह बेतुका आदेश है। शिक्षकों पर थोपना नहीं चाहिए।
प्रदेश के शिक्षकों को ये शपथ लेना होगी
मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं प्रतिदिन नियमित रूप से और नियत समय पर शाला में उपस्थित रहूंगा।
मैं प्रतिदिन तन्मयता से अध्यापन कराऊंगा।
मैं शाला के विद्यार्थियों के प्रति सदैव समर्पित रहूंगा।
मैं बच्चों की गुणवत्ता युक्त शिक्षा एवं संपूर्ण व्यक्तित्व विकास के निर्माण के लिए निरंतर प्रयासरत रहूंगा।
आदेश थोपने से कुछ नहीं होता
मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भगवती शर्मा ने बताया ऐसा नहीं है कि सभी शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। सभी समय पर पहुंच रहे हैं और ईमानदारी से स्कूल में पढ़ाई करा रहे हैं। शिक्षकों को शैक्षणिक कामों के अलावा कई काम थोप रखे हैं। इससे भी कई बार लेट हो जाते हैं।
सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षक लेंगे यह शपथ
लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत ने बताया कि बाल दिवस पर प्रदेश के सभी शासकीय स्कूलों में कार्यक्रम के अतिरिक्त शाला स्तर पर प्रार्थना के बाद संस्था प्रमुख शाला में कार्यरत सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को शपथ दिलाई जाना है। इसके लिए शपथ का प्रारूप जारी कर दिया है। इसके आदेश भी सभी डीईओ को जारी कर दिए हैं। प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में 14 नवंबर को ये शपथ होगी।
इस साल कई स्कूलों में मिले ताले, गैर हाजिर शिक्षकों का काटा वेतन
इस साल डीपीसी, डीईओ व अन्य अधिकारियों ने स्कूलों का निरीक्षण किया। सीतामऊ, गरोठ, सुवासरा, मल्हारगढ़, मंदसौर ग्रामीण के सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूल बंद मिलने और समय से पहले स्कूल छोड़ने वाले 25 से ज्यादा शिक्षकों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किए है। इसके बाद एक दिन का वेतन काटने के भी आदेश जारी किए है। हाल ही में जिला पंचायत सीईओ ऋषभ गुप्ता ने गरोठ-भानपुरा के गांवों में निरीक्षण किया था। जहां के स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित मिले थे।
होशंगाबाद। पिपरिया के नया गांव स्थित बनखेड़ी क्षेत्र के जंगल में आज ग्रामीणों और पुलिस के बीच टकराव हो गया। जमकर हुए पथराव में करीब दो दर्जन लोग घायल हुए हैं। इसमें करीब छह पुलिसकर्मी शामिल हैं। फिलहाल घटनास्थल पर तीन थानों की पुलिस को बुलाया गया है। स्थिति अभी भी तनावपूर्व बनी हुई है। टीआई के सिर में भी चोट आई है।
जानकारी के अनुसार करीब एक महीने से यहां जंगल में करीब 25 साल पुराने महुआ के पेड़ को लेकर अपवाह फैली हुई है। कहा जा रहा है कि इस महुआ के पेड़ को पांच रविवार या बुधवार को छुने से किसी भी असाध्य बीमारी से छुटकारा मिल जाता है।
इसी अंधविश्वार के चलते आज बुधवार को जंगल में पेड़ को छुने जाने के लिए हजारों लोग पहुंचने लगे। पहले तो पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की। लोग नहीं माने तो थोड़ा बल प्रयोग किया। इसके बाद ग्रामीण भड़क गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। आधा दर्जन पुलिस वाले घायल होने के साथ ही बनखेड़ी टीआई शंकर लाल झरिया के सिर में भी पत्थर लगा है।
ये है मामला : दरअसल, करीब एक सप्ताह पहले ये अफवाह उड़ी की बनखेड़ी के जंगल में लगे महुआ के पेड़ को छुने मात्र से बड़ी से बड़ी बीमारियों से छुटकारा मिल रहा है। ये किसी दैवीय शक्ति का वास है। फिर क्या देखते ही देखते यहां लोगों का हुजूम उमड़ने लगा। तब से अब तक हजारों की संख्या में लोग सुबह से शाम तक यहां आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीते रविवार को ये संख्या करीब एक लाख तक पहुंच गई। जंगल में लोगों के इतनी बड़ी संख्या में जहां पेड़ों को नुकसान पहुंच रहा है। लेकिन लोगों की आस्था कम नहीं हो रही है। जंगल में ट्राफिक जाम के हालत बन रहे हैं। करीब 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी और इतने ही वनकर्मी पेड़ों की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाए गए हैं।
ऐसे शुरू हुआ अंधविश्वास का खेल: बनखेड़ी क्षेत्र के नया गांव के रहने वाले रूप सिंह ने बताया कि करीब एक महीने पहले शारदीय नवरात्र के समय वो इस महुआ के पेड़ के नीचे से गुजर रहा था। इसी दौरान पेड़ ने उसे अपनी और खींच लिया। वो दस मिनट तक पेड़ से चिपका रहा। जब पेड़ ने उसे छोड़ा तो उसे समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ। लेकिन उसे इस दौरान जो शारीरिक परेशानी थी उसमें बहुत आराम हुआ। इसके बाद वो करीब पांच बुधवार और रविवार को आया। उसके बाद बिलकुल ठीक हो गया। कुछ दिन बाद उसने ये बात गांव वालों को बताई इसके बाद यहां लोगों का मजमा लगने लगा।
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मेरा मुख्यमंत्री कमलनाथ को संदेश है कि आप मजबूत मुख्यमंत्री बनकर काम करें, मजबूर बनकर नहीं। हम तो चाहते हैं कि सरकार पांच साल चले, लेकिन कब तक चलेगी पता नहीं, क्योंकि जमीन पर कहीं काम दिख नहीं रहे हैं। दिग्विजय सिंह के भाई के बयान का वीडियो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि अभी तक सरकार बचाने के प्रयास चल रहे थे, अब सरकार चलाने के प्रयास होने चाहिए। सिंह गुना में मीडिया से चर्चा कर रहे थे। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि प्रदेश में पिछले दस महीने में कोई विशेष काम नहीं हुए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब लक्ष्मण सिंह ने सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले कर्जमाफी को लेकर उन्होंने बयान दिया था, जिससे बवाल मच चुका है। सिंह ने कहा कि शासन व्यस्त है प्रभारी मंत्रियों को खुश करने में। जिला योजना समिति की बैठक होती है मेरी कुर्सी नहीं लगाई जाती, क्योंकि में जनता के मुद्दे उठाता हूं। लगती है तो मेरी कुर्सी पर एक अनजान व्यक्ति ग्वालियर का आकर बैठता है।
सिंगरौली। आप ने अभी तक शराब पीने वालों के शराब पीते वक्त नककीम या अन्य कोई ऐसी चीज खाते देखा होगा, लेकिन सिंगरौली के बैढ़न नामक जगह पर एक शख्स शराब के साथ सांप खाता है। उसकी ये आदम सालों से चली आ रही है।
बताया जाता है कि ये शख्स शराब की दुकान पर तभी आता है जब उसके पास सांप हो। स्थानीय लोग उसकी इस आदत से हैरान हैं। यहां के लोगों की माने तो ये आदिवासी युवक अक्सर कई बार शराब के साथ सांप खाते देखा गया है।
सांप के लिए ये युवक कई दिन तक जंगल में रहता है, जब सांप मिल जाता है तो पहले ये उसको मार कर उसका मुंह काट देता है, जिससे सांप का जहर वाला हिस्सा अलग हो जाता है। इसके बाद ये सांप खाता है। युवक सांप को मारकर कब से खा रहा है इसकी जानकारी स्थानीय लोगों को नहीं है।