ईश्वर दुबे
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भोपाल. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी का 91 वर्ष की उम्र में आज 24 नवम्बर रविवार सुबह 11:24 बजे निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती थे. कैलाश जोशी के निधन से मध्य प्रदेश भाजपा में शोक की लहर छा गई है. भोपाल में मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता यह खबर मिलने के बाद अस्पताल पहुंच गए. उनकी पार्थिव देह को भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. यह बात सामने आ रही है कि सोमवार को देवास जिले के हाटपिपल्या में उनका अंतिम संस्कार होगा.
कैलाश जोशी मध्य प्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री थे, 26 जून 1977 से 17 जनवरी 1978 तक सीएम पद पर रहे. वे जनसंघ के समय संगठन को मध्य प्रदेश में मजबूत करने के लिए काम करते रहे. 1955 में कैलाश जोशी पहली बार हाटपीपल्या नगर पालिका अध्यक्ष रहे, इसके बाद 1962 से निरंतर देवास जिले के बागली से विधायक रहे. 1951 में वे भारतीय जनसंघ की स्थापना के सदस्य भी रहे. इमरजेंसी के दौरान करीब एक महीने तक वे भूमिगत रहे इस दौरान 28 जुलाई 1975 को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसके बाद उन्हें 19 महीने तक नजरबंद रखा गया. सीएम बनने के बाद 1978 में स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. वे भोपाल से सांसद भी रहे और मध्य प्रदेश के मुद्दों को संसद में उठाया. कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
सीएम कमलनाथ ने शोक व्यक्त किया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मृदभाषी, सरल, सहज व्यक्तित्व के धनी कैलाश जी का निधन राजनीति क्षेत्र की एक अपूरणीय क्षति है. परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं हैं. ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान व परिजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करे.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- एक युग का अंत हो गया
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने कैलाश जोशी के निधन पर ट्वीट कर शोक जताया. उन्होंने अपने लिखा कि मध्यप्रदेश की राजनीति को नई दिशा देने वाले, निर्धन और कमजोर की आवाज, विनम्र व मृदुभाषी राजनेता, पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कैलाश जोशी के अवसान के साथ ही एक युग का अंत हो गया. उनके चरणों में कोटि- कोटि प्रणाम, विनम्र श्रद्धांजलि. अपनी मधुर वाणी से सहज ही लोगों का ह्रदय जीत लेने वाले प्रखर वक्ता, राजनीति के अजातशत्रु, आदरणीय स्व. कैलाश जोशी के अद्वितीय प्रशासकीय गुणों के सभी प्रशंसक थे.
इन्होंने भी शोक जताया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कैलाश जोशी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना करता हूं. ईश्वर शोकाकुल परिवार को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे. मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश भाजपा के आधार स्तंभ, ईमानदार और सादगी की प्रतिमूर्ति पूर्व मुख्यमंत्री आदरणीय कैलाश जोशी जी के निधन का दु:खद समाचार मिला. आदरणीय जोशी जी राजनीति के संत थे. विगत 4 दशक से मुझे उनका निरंतर सानिध्य मिलता रहा. आदरणीय कैलाश जोशी जी जुड़ी अनेक स्मृतियां मेरे जहन में है. लेकिन अब राजनीति में श्री जोशी जैसे व्यक्तित्व वाला दूसरा कोई हो नहीं सकता. उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने रायसेन जिले की सीमा में पहुंचने पर जय-जगत पदयात्रा का स्वागत किया और सांची तक पदयात्रा की। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली के राजघाट से स्विट्जरलैंड के जिनेवा तक जाने वाली न्याय एवं शांति के लिए जय-जगत वैश्विक पदयात्रा-2020 का आज विदिशा से रायसेन जिले के सांची में आगमन हुआ।
विश्व शांति एवं न्याय के लिये करीब 11 हजार किलोमीटर की यह यात्रा महात्मा गांधी के दर्शन को जनसामान्य तक पहुंचाने के उद्देश्य से एकता परिषद के द्वारा संचालित की जा रही है। महात्मा गांधी की 150 वी जयंती के अवसर पर शुरू की गई इस यात्रा में भारतीय पदयात्रियों के साथ कनाडा, स्विट्जरलैंड सहित अन्य देशों के करीब 50 से ज्यादा पदयात्री शामिल हैं। पदयात्री प्रतिदिन करीब 20 किलोमीटर की यात्रा करते हैं एवं लोगों के बीच गांधीजी के दर्शन का प्रचार-प्रसार करते हैं।
भारत सहित दुनिया भर में गांधीजी के सिद्धांतों को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिये यह यात्रा निकाली जा रही है। यात्रा के दौरान महात्मा गांधी के दर्शन को लेकर कार्यशाला तथा सर्वधर्म सभा भी आयोजित की जाती हैं।
खेल एवं उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा है कि प्रदेश में जनभागीदारी से शिक्षा को प्रोत्साहित करने का कार्य सरकार कर रही है । शिक्षा के क्षेत्र में अधिक से अधिक जनभागीदानी बढ़े इसके लिये भी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने यह बात शनिवार को आईटीएम विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही ।
उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी ने छात्र –छात्राओं से कहा कि वे अपनी शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात सार्वजनिक जीवन में प्रवेश कर रहे हैं । सार्वजनिक जीवन में मानवता के लिये सदैव संवेदनशील रहकर कार्य करें । उन्होंने कहा कि आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत पर्यावरण संरक्षण की है। हम सभी जहाँ भी हैं, वहाँ पर्यावरण संरक्षण के लिये कार्य करें । आने वाली पीढ़ी को हम बेहतर पर्यावरण दे सकें यह आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है।
दीक्षांत समारोह में देश की कई ख्यातिमान हस्तियों को उपाधियां प्रदान की गईं। पद्मविभूषण श्री राजगोपाल चिदम्बरम, डा. वंदना शिव, एथलीट पद्श्री पी.टी. ऊषा और मार्टिन मैक्वान को उपाधियों से अलंकृत किया गया । इस मौके पर 930 विद्यार्थियों को उपधि दी गई। इनमें 26 को गोल्ड मैडल, 07 को पीएचडी और 07 को स्पांसर्ड मैडल प्रदान किये गये ।
दीक्षांत समारोह में संस्था के संस्थापक श्री रमाशंकर सिंह, रजिस्ट्रार श्री ओमवीर सिंह, कुलपति रुचिका सिंह चौहान, श्री स्वराज पुरी, एवं गणमान्य नागरिक एवं शिक्षा से जुड़े हुये विद्वानगण उपस्थित थे
उच्च शिक्षा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि विश्व बैंक के सहयोग से दो सौ महाविद्यालयों में तीन हजार करोड़ रूपए खर्च कर उच्च शिक्षा की बेहतर सुविधाएं छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्ट कक्षाएं एवं प्रयोग शालाओं के साथ-साथ उनकी रूचि एवं रूझान के अनुरूप स्वरोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण भी दिये जाएंगे। श्री पटवारी शनिवार को शासकीय कमलाराजा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय ग्वालियर में युवा संवाद एवं प्रतिभाशाली छात्राओं के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने युवा संवाद के माध्यम से छात्राओं के भविष्य की रणनीति एवं योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में कमलनाथ सरकार द्वारा महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतर एवं आधुनिक सुविधाएं मिलें, इसके लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होने कहा कि महाविद्यालयीन पाठ्यक्रम में रोजगारोन्मुखी शिक्षा देने के साथ-साथ खेलों को भी शामिल करने पर विचार किया जा रहा है।
श्री पटवारी ने कहा कि म.प्र. सरकार महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों में होने वाले अनुसंधान पर विशेष ध्यान दे रही है। विभिन्न परीक्षाओं में बेहतर अंक पाने वाले विद्यार्थियों के लिए दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों के कैंपस में खाली समय में निजी प्रतियोगी कोचिंग संस्थानों के शिक्षकों का सहयोग लेकर छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग की तैयारी कराये जाने पर शासन विचार कर रहा है।
श्री पटवारी ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए संभाग स्तर पर जन अदालत का आयोजन कर एक ही स्वरूप के प्रकरणों के निराकरण की कार्यवाही की जाएगी। संभाग स्तर पर इन प्रकरणों का निराकरण ना होने की स्थिति में उनका निराकरण प्रदेश स्तर पर आयोजित जन अदालत के माध्यम से किया जाएगा। उन्होने बताया कि मध्यप्रदेश एक ऐसा पहला राज्य हैं जहां आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिये जाने का फैसला लिया गया है। श्री जीतू पटवारी ने विश्व बैंक के सहयोग से महाविद्यालय में स्पोर्टस कॉम्पलेक्स, ऑडिटोरियम, ई-भाषा लैब, फर्नीचर आदि की व्यवस्था किए जाने की बात कही।
कार्यक्रम में विधायक श्री प्रवीण पाठक, श्री कुणाल चौधरी, महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती मंजू द्विवेदी, तथा महाविद्यालय के प्राध्यापकगण सहित छात्राएं उपस्थित थीं।
महाराष्ट्र में सबको चौंकाते हुए भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने राज्य में सरकार बना ली है। शनिवार सुबह-सुबह राजभवन में देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्य में हुए इस उलटफेर को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि महाराष्ट्र के उलटफेर की वजह से शरद पवार के उत्तराधिकारी की समस्या हल हो गई है। सुप्रिया सुले को बधाई।
राज्यसभा सांसद का कहना है कि महाराष्ट्र के घटनाक्रम के कारण पवार के उत्तराधिकारी की समस्या का हल हो गया है। उन्होंने लिखा, 'एनसीपी के 54 में से 53 शरद पवार जी के साथ रहेंगे। अजीत पवार अकेले रह जाएंगे। शरद पवार के उत्तराधिकारी की समस्या भी हल हो गयी। बधाई सुप्रिया।'
ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने लिखा, 'महाराष्ट्र के नए उप-मुख्यमंत्री दो आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। अजीत पवार का एनसीपी छोड़ भाजपा का पल्ला पकड़ने का कारण समझे? अमित शाह /मोदी के सबसे ताकतवर हथियार प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई, आईटी हैं। भाजपा पारस पत्थर है उसके छूने से भ्रष्ट भी ईमानदार हो जाता है।'
कांग्रेस नेता ने कहा कि फडणवीस ने उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया है जिन्हें उन्होंने जेल भेजने का वादा किया था। उन्होंने लिखा, 'महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर मोहन भागवत जी की कोई टिप्पणी नहीं आई। देश उनसे जानना चाहता है कि जिन अजित पवार को देवेंद्र फडणविस जी ने जेल भेजने का जनता से वादा किया था अब उन्हें उप-मुख्य मंत्री बनाया, क्या यह अनैतिक नहीं है? क्या इसी रास्ते से संघ राष्ट्र निर्माण करना चाहता है?'
मुंबई। विक्रम भट्ट ने इस साल मार्च में अपनी अगली फिल्म टेलिविजन की मशहूर स्टार हिना खान के साथ बनाए जाने की घोषणा की थी। हालांकि अब इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है और इसके रिलीज की घोषणा कर दी गई है। बता दें कि यह फिल्म अगले साल 31 जनवरी को रिलीज होगी। हालांकि यह एक थ्रिलर फिल्म है जो डिजिटल और सोशल मीडिया वर्ल्ड के स्याह पहलुओं पर बनी है। हालांकि फिल्म में दिखाया गया है कि जब किसी का पर्सनल डेटा गलत हाथों में पड़ जाता है तब क्या स्थिति होती है। फिल्म से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि यह फिल्म साइबर क्राइम पर बनी है। हिना के रोल के बारे में उन्होंने बताया कि हिना फिल्म में काफी ग्लैमरस अवतार में नजर आने वाली हैं। फिल्म में उनका किरदार एक फैशन मैगजीन की एडिटर का है। बता दें कि इससे पहले विक्रम भट्ट ने कसूर, गुलाम, राज जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके हैं। हालांकि इस फिल्म में हिना खान के अलावा रोहन शाह, मोहित मल्होत्रा, सिड मक्कर जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आने वाले हैं।
केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश को अधोसंरचना और कृषि विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति के लिए सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में पुरस्कृत किया है। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण श्री प्रकाश जावड़ेकर से यह पुरस्कार प्राप्त किया।
मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने मध्यप्रदेश की विकास यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि कड़ी मेहनत, प्रेरणा और नई सोच ही विकास का मूल मंत्र है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की सोच, अनुभव और प्रशासनिक क्षमता के कारण ही अब मध्यप्रदेश प्रगति की राह पर अग्रसर हुआ है।
छिंदवाड़ा जिले के विकास मॉडल का जिक्र करते हुए श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि छिंदवाड़ा जिला प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में विकास का सूचक बन गया है। नगरीय विकास के क्षेत्र में किये गये कार्यों और नवाचारों का जिक्र करते उन्होंने बताया कि प्रदेश में विद्युत वाहन नीति शुरू की गई है। इसके अंतर्गत शुरू में 400 प्रदूषण-मुक्त बसें पाँच शहरों में शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही राज्य में रियल एस्टेट नीति बनाई गई है, जो प्रदेश के 378 शहरों में लागू की जाएगी।
मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने बताया कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर मॉडल का अनुसरण प्रदेश के अन्य जिलों में भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल ही में मध्यप्रदेश को बेस्ट स्मार्ट स्टेट अवार्ड से पुरस्कृत किया गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के विकास मॉडल की सोच को पूरे प्रदेश में शीघ्र मूर्तरूप देने का आश्वासन दिया।
भोपाल। राजधानी भोपाल के होशंगाबाद रोड स्थित विद्यानगर के बीसीसीएलबस स्टॉप पर टिकट काउंटर डिस्प्ले बोर्ड पर अचानक पोर्न वीडियो चलने की घटना की जाचं सायबर सेल ने शुरु कर दी है। गोरतलब है कि उस समय वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आशंका जताई गई है कि बस स्टॉप के डिस्प्ले बोर्ड को हैक कर अज्ञात व्यक्ति ने पॉर्न मूवी चलाई है। गोरतलब हे कि इस मामले में बीसीसीएल ने थाना मिसरोद के साथ ही सासबर सेल मे भी शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार होशंगाबाद रोड स्थित विद्यानगर बस स्टॉप पर लगी ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन मशीन की स्क्रीन पर अचानक अश्लील वीडियो चलने लगे। वहां से गुजर रहे एक राहगीर की नजर जब इस पर पड़ी तो उसने वीडियो बनाया और वायरल कर दिया। जैसे ही इसकी खबर अधिकारियों तक पहुंची भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) से लेकर नगर निगम तक में हड़कंप मच गया। वीडियो के सामने आने से बीसीएलएल, नगर निगम और मशीन ऑपरेट करने वाली मेसर्स हरमन इंटरनेशनल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी शिकायत करने पुलिस के पास पहुंचे। बीसीसीएल ने मिसरोद थाने में पुलिस को एक आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की है। शिकायतकर्ता के मुताबिक बस स्टॉप के डिस्प्ले बोर्ड को हैक कर अज्ञात व्यक्ति ने पॉर्न मूवी चलाई है। बताया जा रहा है कि 28 अक्टूबर को मशीन में छेड़छाड़ कर वीडियो अपलोड किया गया और किसी जिम्मेदार को इसका पता ही नहीं चला। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में यह वीडियो 28 अक्टूबर का बताया जा रहा है, जिसे हाल ही में वायरल किया गया है। संबधित कंपनी अधिकारियो का कहना है कि यह मामला गंभीर है, उन्हे संदेह है कि साफ्टवेयर को हैक कर वीडियो अपलोड किया गया होगा। उनका कहना है कि हमने इस मामले की शिकायत साइबर सेल और बागसेवनियां थाने में की है, जो भी दोषी हैं उन पर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
भोपाल। किसान-कल्याण और कृषि विकास मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता अन्नदाता किसान की समृद्धि है। राज्य सरकार ने अपने वचन पत्र के अनुसार जय किसान फसल ऋण माफी योजना लागू कर किसानों को ऋणमुक्त करने का अभियान चलाया है। पहले चरण में 20 लाख 22 हजार 731 पात्र किसानों के 7154 करोड़ 36 लाख रूपये के ऋण माफ किये गये हैं। दूसरे चरण, जो शीघ्र प्रारंभ किया जा रहा है, में 12 लाख 2 हजार 78 ऋण खाताधारक किसानों के ऋण माफ किये जाएंगे।
- केन्द्र ने अब तक नहीं दी बाढ़ और अतिवृष्टि नुकसान पर राहत राशि
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि प्रदेश में अति-वृष्टि और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ है। लगभग 55 लाख किसानों की 60 लाख हेक्टेयर की फसलें खराब हुईं। हमने किसानों की फसलों की क्षतिपूर्ति, जान-माल और अधोसंरचना के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से 6621 करोड़ 28 लाख रूपये की सहायता देने का आग्रह किया है, किन्तु अब तक केन्द्र की ओर से कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि किसान की सबसे बड़ी ताकत फसल बीमा की राशि होती है। राज्य सरकार ने इस भीषण प्राकृतिक आपदा में खरीफ वर्ष 2019 में फसल बीमा के राज्यांश अग्रिम की राशि 509.60 करोड़ का भुगतान बीमा कंपनियों को कर दिया है, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस मद में भी राज्यांश राशि 2301 करोड़ रूपये का भुगतान अभी तक नहीं किया है।
- जय किसान समृद्धि योजना
मंत्री सचिन यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को हर कदम पर सहयोग कर रही है। प्रदेश में 5 मार्च 2019 को ''जय किसान समृद्धि योजना'' लागू कर रबी सीजन 2019-20 के लिए कृषि उपज मंडी एवं ई-उर्पाजन केंद्र के माध्यम से किसान द्वारा विक्रय किये गये गेहूँ पर 160 रूपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है। योजना में 92 लाख 67 हजार मीट्रिक टन गेहूँ विक्रय करने वाले 11 लाख 79 हजार किसानों को 1463 करोड़ 42 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री खाद्य प्र-संस्करण योजना
मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि प्रदेश में इस वर्ष से मुख्यमंत्री खाद्य प्र-संस्करण योजना लागू की गई है। योजना में शिक्षित बेरोजगार युवाओं को एक से ढाई एकड़ भूमि प्रति हितग्राही 30 साल के लिए लीज पर उपलब्ध कराई जाएगी। योजना में फूलों की खेती के लिए 100-100 एकड़ के क्लस्टर तैयार किये जा रहे हैं। दो नवीन उद्यानिकी महाविद्यालय रेहली एवं छिंदवाड़ा में प्रारंभ किए गए हैं। इंडो-इजराईल प्रोजेक्ट में उद्यानिकी के तीन सेंटर आफ एक्सीलेंस स्थापित किये जा रहे हैं। इनमें साईट्रस छिंदवाड़ा, वेजीटेबल मुरैना तथा फ्लोरीकल्चर का सेंटर भोपाल में स्थापित हो रहा है।
- पूर्ववर्ती सरकार में कम हुआ खेती का रकबा
मंत्री श्री यादव ने बताया कि पिछले चार साल में प्रदेश में किसान आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो गया था। राज्य सरकार ने इस स्थिति का पूरा ब्यौरा विधानसभा के पटल पर प्रस्तुत किया था। केन्द्र सरकार द्वारा 28 सितम्बर 2018 को जारी एक रिपार्ट में भी कहा गया था कि मध्यप्रदेश में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में एवरेज खेती का रकबा लगातार कम होता रहा है। सीमांत किसान की औसत जोत मात्र 0.49 हेक्टेयर रह गई थी और खेती का रकबा एक लाख 66 हजार हेक्टेयर कम हो गया था।
- कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिये ''शुद्ध के लिए युद्ध''
मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने कृषि के क्षेत्र में विरासत में मिली बदहाल स्थिति को समृद्धता की ओर ले जाने का निश्चय किया है। इसके लिए किसानों को हर कदम पर हर तरह की मदद मुहैया कराई जा रही है। गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशक की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में ''शुद्ध के लिए युद्ध'' अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान न सिर्फ बीज, उर्वरक और कीटनाशक के मानक स्तर का परीक्षण किया जा रहा है बल्कि कम मात्रा में सामग्री विक्रय, अनाधिकृत विक्रय, कालाबाजारी, अधिक मूल्य पर विक्रय आदि पर भी गंभीरता से कार्यवाही की जा रही है।
अब तक 1313 उर्वरक विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण कर 1096 नमूने लिये गये हैं एवं 110 प्रकरणों में अनियमितता पर कार्यवाही की गई है। उर्वरक निर्माण इकाइयों का भी निरीक्षण किया जा रहा है। इसी प्रकार 1120 बीज विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण कर 1129 बीज नमूने संकलित किये गये और 51 प्रकरणों में कार्यवाही की गई। कुल 334 पौध संरक्षण दवा विक्रेताओं/ गोदामों का निरीक्षण किया गया और 66 प्रकरणों में कार्यवाही की गई है।
- मंडियों में नगद भुगतान की व्यवस्था
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि कृषि उपज मंडी समितियों में कृषकों को उनकी कृषि उपज के विक्रय पर दो लाख रूपये तक के नगद भुगतान की व्यवस्था की गई है। बैंकों से एक करोड़ रूपये से अधिक नगद आहरण पर टीडीएस कटौती के आयकर अधिनियम के प्रावधानों से मंडियों में नगद भुगतान में आ रही कठिनाइयों की ओर भारत सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए मंडी व्यापारियों को इस प्रावधान से मुक्त कराने की पहल की गई है।
- भावांतर के भी 1017 करोड़ नहीं दिये केन्द्र ने
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि राज्य सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के समय का खरीफ 2018 के फ्लैट भावान्तर योजना में मक्का फसल के लिये 2 लाख 60 हजार किसानों को 514 करोड़ रूपये का भुगतान किया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में भी केन्द्र, मध्यप्रदेश के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रहा है। खरीफ 2017 के भावांतर के 576 करोड़, खरीफ 2018 के 321 करोड़ और अतिरिक्त 6 लाख मी. टन के 120 करोड़ अर्थात कुल 1017 करोड़ रूपये केन्द्र द्वारा मघ्यप्रदेश को अब तक नहीं दिये गये हैं।
- ई-नाम योजना से जुड़ी कृषि उपज मंडियाँ
किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के द्वितीय चरण में राज्य सरकार द्वारा 25 कृषि उपज मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ा गया है। मंडी बोर्ड द्वारा 16 अगस्त, 2019 से प्रदेश की सभी मंडियों में एक साथ ई-अनुज्ञा प्रणाली लागू कर 4 लाख 14 हजार से ज्यादा ई-अनुज्ञा जारी की गई हैं। इससे मण्डी व्यापारियों का समय बचा है। प्रदेश में 27 मण्डी प्रांगण में सोलर एनर्जी प्लांट भी स्थापित किये गये हैं। कृषकों को मण्डी प्रांगण में संतुष्टि अनुरूप मूल्य प्राप्त नहीं होने पर चार माह की निःशुल्क सुविधा और 80 प्रतिशत राशि तक कृषि उपज का भुगतान करने के लिये कोलेटेरल मैनेजमेंट एजेंसीस के चयन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
-सब्जी एवं मसाला क्षेत्र विस्तार योजना
मंत्री श्री यादव ने बताया कि प्रदेश में किसानों की विगत 15 वर्षों की मांग को स्वीकार करते हुए राज्य सरकार ने सब्जी एवं मसाला क्षेत्र विस्तार योजना लागू की है। इसमें अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों के लिए अनुदान का प्रतिशत 50 से बढ़ाकर 70 कर दिया गया है। योजना में अब किसानों को प्रति हेक्टर 70 हजार रूपये तक का अनुदान मिलेगा।
- किसानों को सस्ती बिजली
वचन-पत्र के वचन के अनुसार दस हॉर्स पॉवर तक के कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरों को आधा कर दिया गया है। पूर्व मे निर्धारित 1400 रूपये प्रति हॉर्स पॉवर प्रतिवर्ष कृषि पंपों की विद्युत दर को अब 700 रूपये कर दिया गया है। इससे लगभग 20 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना में प्रति कृषि उपभोक्ता लगभग 47 हजार रूपये प्रति वर्ष सब्सिडी दी जा रही है। राज्य सरकार ने अब तक 2622 करोड़ 53 लाख रूपये की सब्सिडी प्रदान की है। अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक के लिए 20 लाख 10 हजार कृषि पंपों के लिए करीब 6138 करोड़ रूपये की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। स्थायी कृषि पंप कनेक्शन के अतिरिक्त अस्थायी कृषि पंप उपभोक्ताओं की विद्युत दरें भी कम की गई हैं।
-छोटे अजजा/अजा किसानों को नि:शुल्क बिजली
मंत्री सचिन यादव ने बताया है कि एक हेक्टेयर तक की भूमि वाले अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों को 5 हार्सपॉवर तक के कृषि पंप कनेक्शनों के लिये निःशुल्क बिजली दी जा रही है। इसके एवज में राज्य सरकार बिजली कंपनियों को 3800 करोड़ रूपये वार्षिक सब्सिडी देगी।
-जैविक खेती
मंत्री सचिन यादव ने बताया कि जैविक खेती के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में पहले नंबर का राज्य है। एपीडा के अनुसार प्रदेश में 2 लाख 13 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कपास, गेहूँ, धान, अरहर, चना, सोयाबीन इत्यादि फसलों की जैविक खेती की जा रही है। जैविक खेती के दृष्टिकोण से गौ-शालाएँ बेहद महत्वपूर्ण हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर गौ-शालाओं का निर्माण कराया जा रहा है।
इन्दौर । प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में आयोजित 10वीं अंतर्राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता की क्वालिफायर राउंड में चोइथराम स्कूल, एमराल्ड हाईट्स एवं महर्षि विद्या मंदिर भोपाल को सीनियर, मिडिल एवं जूनियर वर्ग में विजेता घोषित किया गया। इन सभी विजेता स्कूलों के छात्र आगामी 14 एवं 15 दिसंबर को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स प्रतियोगिता में भाग लेगी। प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल को जूनियर वर्ग में अच्छे प्रदर्शन के लिए दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा में वाइल्ड कार्ड एंट्री दी गई।
डॉ. वैभव नागौरी ने बताया कि रोबोटिक्स स्पर्धा के क्वालीफ़ायर राउंड में 50 से ज्यादा स्कूलों के 81 टीमों के 350 छात्रों ने भाग लेकर अपने द्वारा बनाए गए रोबोट्स का प्रदर्शन अंक अर्जित किया। इन टीमों द्वारा प्राप्त किये गए अंकों के आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया गया। इस प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश के विभिन्न स्कूलों के छात्रों के अलावा महाराष्ट्र के विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी भी भाग लिया। सीनियर वर्ग में चोइथराम स्कूल मानिक बाग, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय आष्टा, सीहोर तथा महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्रों ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया, वहीं मिडिल वर्ग में एमराल्ड हाईट्स स्कूल के छात्रों ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तीनों स्थानों पर कब्ज़ा किया। जूनियर वर्ग महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्र प्रथम रहे तथा एमराल्ड हाइट स्कूल इन्दौर एवं महर्षि विद्या मंदिर भोपाल के छात्रों को द्वितीय एवं तृतीय विजेता घोषित किया गया।
प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ. प्रकाश चौधरी ने बताया कि इन्दौर में संपन्न अंतर्राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा की क्वालिफायर राउंड की विजेता टीमों के रोबोट्स और उन्हें विकसित करने वाले स्कूल दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय रोबोटिक्स स्पर्धा में देश के अन्य टीमों एवं स्कूलों को चुनौतियां पेश करेंगी, जो त्यागराज स्टेडियम में 14 से 15 दिसंबर में होगी। स्पर्धा का औपचारिक शुभारंभ प्रेस्टीज पब्लिक स्कूल में प्रेस्टीज समूह के चेयरमैन डॉ. नीमनाथ जैन और वरिष्ठ प्रोफेसर राजकमल के आतिथ्य में हुआ। विजेता स्कूलों के छात्रों को प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के सीओओ डॉ. अनिल बाजपाई द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रेस्टीज एजुकेशन सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. नेमनाथ जैन तथा प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के वरिष्ठ फैकल्टी डॉ. राजकमल समारोह के मुख्य अतिथि थे।
इन्दौर । जिले के प्रभारी मंत्री बाला बच्चन और स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक देपालपुर विशाल पटेल ने आज अपने गन्तव्य तक जाने के लिए सार्वजनिक वाहन प्रणाली का उपयोग किया। मंत्रीद्वय और विधायक ने सत्य साईं चौराहे से आइबस में बैठकर प्रतीकात्मक रूप से पलासिया तक का सफ़र किया।
मंत्रीद्वय ने कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव की अगुवाई में जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक शुक्रवार को दफ़्तर जाने के लिए सार्वजनिक वाहन प्रणाली का उपयोग करने की पहल की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि इन्दौर वासी मिलकर इन्दौर को ट्रैफ़िक के मामले में भी नम्बर एक बनाएंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सार्वजनिक वाहनों का अधिक उपयोग होगा तो निजी गाड़ियां सड़कों पर कम संख्या में रहेंगी। ऐसे में हमें ट्रैफ़िक को व्यवस्थित बनाने में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि आज दूसरा शुक्रवार था जब अनेक शासकीय सेवकों ने अपने दफ़्तर जाने के लिए सार्वजनिक वाहनों का उपयोग किया। अपर कलेक्टर दिनेश जैन और अजय देव शर्मा ने आइबस में बैठकर सफ़र किया। वहीं एसडीएम शाश्वत शर्मा और राकेश शर्मा भी सिटी बस में बैठकर अपने दफ़्तर पहुँचे। डूडा के प्रोजेक्ट आफिसर प्रवीण उपाध्याय एक क़दम और आगे जाकर साइकिल चलाते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुँचे। कलेक्टर लोकेश जाटव आज भोपाल में बैठक में थे। उन्होंने जिला प्रशासन के समस्त अधिकारियों की भावनाओं को सराहा और कहा कि हम सभी शासकीय सेवक मिलकर इन्दौर में इस मुहिम को आगे बढ़ाएंगे ।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने घोषणा की है कि शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में वर्ल्ड बैंक परियोजना के तहत स्पोर्टस काम्पलेक्स का निर्माण किया जाएगा। श्री पटवारी आज महाविद्यालय में राज्य स्तरीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि आज बेटियाँ आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बन रही हैं। इसलिये अब माता-पिता को बेटा-बेटी में फर्क नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कबड्डी भारत का पारम्परिक खेल है। इस खेल को धीरे-धीरे ख्याति मिल रही है। श्री पटवारी ने सात संभागों से आए 84 खिलाडियों को ट्रैक सूट देने की घोषणा भी की।
एमएलबी महाविद्यालय में 20 नवम्बर से शुरू हुई राज्य स्तरीय महिला कबड्डी प्रतियोगिता का फाइनल मैच जबलपुर संभाग तथा भोपाल के बीच खेला गया, जिसमें जबलपुर संभाग विजेता रहा। भोपाल की उप-विजेता टीम की कु. फरहद शाह को बेस्ट रेडर और विजेता टीम की कु. अंजलि को बेस्ट डेफेन्डर घोषित किया गया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त उच्च शिक्षा श्री वेद प्रकाश अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा नर्मदापुरम संभाग डॉ. एम.एस. रघुवंशी तथा एमएलबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सी.एस. गोस्वामी उपस्थित थे।
सहकारिता मंत्री डॉ गोविन्द सिंह ने आज राज्य सहकारी संघ के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये हैं कि प्रदेश में कार्यरत 40 हजार सहकारी संस्थाओं के प्रत्येक कर्मचारी और संचालक मंडल के सदस्यों को अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण दिलाया जाए। इसके लिए सहकारी संघ द्वारा राज्य स्तर के साथ ही संभाग एवं जिला स्तर पर भी प्रशिक्षण केन्द्र विकसित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शेष 14 जिलों में भी सहकारी संघों के गठन की कार्रवाई की जाए।
सहकारिता मंत्री ने सहकारी संघों की परिसंपत्तियों का विकास कर अतिरिक्त आय के लिए योजनाबद्ध प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भोपाल में त्रिलंगा स्थिति राज्य सहकारी संघ के परिसर को पीपीटी मॉडल के रूप में विकसित कर वहाँ प्रशिक्षण केन्द्र-सह-शॉपिंग कॉम्प्लेक्स विकसित करने की योजना बनाएं। इंदौर में किला मैदान स्थित सहकारी संघ की संपत्ति पर उच्च स्तरीय सहकारी शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान बनाने का प्रस्ताव भी तैयार करे। साथ ही जबलपुर, भोपाल तथा नौगांव के सहकारी प्रशिक्षण केन्द्रों को विकसित करें। इसके अलावा, जिन जिला सहकारी संघों के पास जमीन है, वहाँ भी प्रशिक्षण केन्द्र-सह-वाणिज्यिक केन्द्र विकसित करने पर विचार करें। मंत्री डॉ. सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे गुना जिले की सहकारी समितियों के सेल्स मेन के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का अवलोकन भी किया।
बैठक में बताया गया कि सहकारी संघ द्वाया सहकारिता संबंधी विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। अब संघ द्वारा ऑन लाइन प्रशिक्षण दिए जाने की योजना भी बनाई गई है। राज्य सहकारी संघ देश का ऐसा प्रथम सहकारी संघ है, जिसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत सहकारिता के क्षेत्र में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण के लिए एनएसडीसी के पार्टनर के रूप में चुना गया है।
बैठक में राज्य सहकारी संघ के प्रभारी प्रबंध संचालक श्री रितु रंजन, संयुक्त पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री अरविन्द सेंगर, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्रीमती कृति सक्सेना और श्री हितेन्द्र बाघेला भी उपस्थित थे।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मंत्रालय में नर्मदापुरम् संभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि शालाओं में ऐसा वातावरण हो, जिससे बच्चे पढ़ाई में रुचि लें। उन्होंने कहा कि केवल शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, ग्रामीण अंचलों में भी प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की कमी नहीं है। हर बच्चे में प्रतिभा होती है। उसको पहचान कर अवसर देने और निखारने की आवश्यकता है। डॉ. चौधरी ने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारी एवं शिक्षक यह प्रयास करें एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने में महती भूमिका निभाएँ। जिला कलेक्टर भी अपने दौरे के समय स्कूलों एवं छात्रावासों का प्राथमिकता के आधार पर निरीक्षण करें।
डॉ. चौधरी ने नामांकन, एक परिसर-एक शाला, दक्षता उन्नयन की क्वालिटी एवं परफॉर्मेंस, टीएआरएल (टीचिंग एट द राइट लेवल), अंकुर, तरुण और उमंग, वॉल ऑफ फेम, वार्षिक परीक्षा परिणाम, रेमेडियल टीचिंग, पीटीएम, प्रयोगशालाओं की जानकारी, विज्ञान-गणित किट्स के वितरण एवं उपयोग, एलेमेन्ट्री रेमेडियल शिक्षा (दक्षता उन्नयन), ब्रिज कोर्स, शाला सिद्धी-हमारी शाला ऐसी हो, छात्रावास संचालन, निर्माण कार्यों की स्थिति, यूथ क्लब, उमंग लाइफ स्किल एजुकेशन, बालिकाओं के लिये पुलिस एवं पैरामिलिट्री प्रशिक्षण आदि की बिन्दुवार विस्तृत समीक्षा की।
संभागायुक्त श्री रवीन्द्र मिश्र ने बताया कि नर्मदापुरम् संभाग के स्कूलों में प्री-मेडिकल और प्री-इंजीनियरिंग टेस्ट के लिये कक्षाएँ लगाई जा रही हैं। पिछले साल 42 विद्यार्थी जेईई और 9 विद्यार्थी नीट में सफल रहे। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिये सफल विद्यार्थियों की फोटो भी स्कूलों में लगाई गई हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत, संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्रीमती आयरीन सिंथिया जे.पी. सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।