मध्य प्रदेश

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भोपाल. मध्यप्रदेश सरकार ने मध्याह्न भोजन में बच्चों को अंडे दिए जाने का प्रस्ताव पारित किया था, जिसके बाद से ही भाजपा द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है। वहीं, अब मध्यप्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि भाजपा ने तब विरोध क्यों नहीं किया? जब महाराष्ट्र में उनकी सरकार द्वारा बच्चों को मध्याह्न भोजन में अंडे दिए जा रहे हैं।  
इमरती देवी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा मध्याह्न में बच्चों को अंडे दिए जाने का विरोध कर रही है, जबकि इसे महाराष्ट्र में बच्चों को अंडे दिए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
मंत्री ने कहा कि हम महाराष्ट्र गए और हमने वहां के अधिकारियों से इस मुद्दे पर परामर्श लिया। अधिकारियों ने बताया कि वे 2016 से ही मध्याह्न भोजन में बच्चों को अंडे दे रहे हैं। इमरती देवी ने आगे कहा कि आरएसएस की तो मुख्य शाखा ही महाराष्ट्र में है। वहां उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, जबकि ये लोग मध्यप्रदेश में इसका विरोध कर राजनीति कर रहे हैं। मंत्री ने पूछा कि मैं नहीं जानती कि उन्हें मध्यप्रदेश के बच्चों से क्या दुश्मनी हैं?  
इमरती देवी ने कहा कि हमने इसकी चर्चा की है और डॉक्टरों की सलाह ली है जिन्होंने हमें बताया है कि बच्चों को अंडा देना अच्छा है क्योंकि ये काफी पौष्टिक होता है।
गौरतलब है कि, राज्य में कुपोषण को समाप्त करने के लिए, कांग्रेस सरकार ने घोषणा की कि नवंबर से आंगनवाड़ियों में बच्चों को दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन में अंडे दिए जाएंगे। जिसके बाद से ही भाजपा ने मध्यप्रदेश सरकार की इस पहल का विरोध किया है।

इंदौर. महाराष्ट्र से फर्जी तरीके से खरीदे गए सिम कार्ड के जरिए इंदौर में इंटरनेशनल कॉल को डोमेस्टिक कॉल में बदलने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को आतंक विरोधी दस्ता (एटीएस) ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार इंटरनेशनल कॉल को गैरकानूनी ढंग से डोमेस्टिक कॉल में बदलकर देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरे में डाल रहे दो आरोपियों को मध्य प्रदेश पुलिस की एटीएस ने गिरफ्तार किया है। ये आरोपी पिछले एक साल से अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित कर दूरसंचार विभाग को राजस्व को चूना लगा रहे थे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस राजेश गुप्ता ने बताया की एटीएस को सूचना मिली थी की महाराष्ट्र से फर्जी तरीके से खरीदे गए सिम कार्ड के जरिए इंदौर में इंटरनेशनल कॉल को डोमेस्टिक कॉल में बदलकर अवैध तरीके से पैसा कमाया जा रहा है। साथ ही देश की आंतरिक सुरक्षा को भी खतरे में डाल जा रहा है।
सूचना पर इंदौर की एटीएस और साइबर क्राइम टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर खातीवाला टैंक और जौहरी पैलेस इंदौर से संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इनके पास से 10 सिम बॉक्स, करीब 150 सिम कार्ड, लैपटॉप, कंप्यूटर, हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन मॉडम और अन्य तकनीकी उपकरण जब्त किए गए।
अभी तक दो आरोपी मुफद्दल लोखंडवाला पिता नजमुद्दीन लोखंडवाला निवासी इंदौर और बुरहानुद्दीन महूवाला पिता सैफुद्दीन महूवाला निवासी इंदौर को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।

भाेपाल . वीअाईपी गेस्ट हाउस में तेंदुए के पगमार्क दिखने के बाद रहवासियाें में इतनी दहशत है कि वे जंगली बिल्ली काे तेंदुअा बता रहे हैं। वन विभाग ने तेंदुए की उपस्थिति काे देखते हुए शुक्रवार दाेपहर पिंजरा लगा दिया है। अब उसे बकरा बांधकर तेंदुए को लुभाने की काेशिश की जा रही है।
वन विभाग के कर्मचारियों काे एक तेंदुए ने परेशान किया हुअा है। भाेपाल वन मंडल की तीनाें टीम  सर्चिंग में लगी हुई है। पगमार्क दिखने के तीसरे दिन अब तेंदुए काे बकरा बांधकर लुभाया जा रहा है। भाेपाल वन मंडल के एसडीअाे सुनील भारद्वाज ने बताया कि रहवासी इलाके में तेंदुए के अस्पष्ट पगमार्क दिखने से लाेगाें में दहशत है। सावधानी के लिए गेस्ट हाउस में पिंजरा लगाया गया है।
तेंदुआ आसपास होगा तो बकरा खाने आएगा : एसडीओ
एसडीओ का कहना है कि कई बार तेंदुअा पेड़ पर रहकर छलावा पैदा करता है। यदि वह अासपास के इलाके में हाेगा ताे पिंजरे में बंधा बकरा खाने अाएगा। यदि वह नहीं अाता है ताे कहा जा सकता है कि वह जिस रास्ते अाया था, उसी रास्ते लाैट गया। उनका कहना है कि गुलमाेहर के पास भी एक तेंदुअा रहवासी इलाके में अा गया था, लेकिन असुरक्षित महसूस हाेने पर वह वापस जंगल में लाैट गया था। उसने भी इसी तरह चार-पांच दिन रहवासी इलाके में घुसकर दहशत पैदा की थी।

भोपाल. दशहरा और दीपावली के बाद शुक्रवार को देवउठनी ग्यारस पर भी शहर के कई हिस्से बारिश से तर हुए, जबकि नए व पुराने शहर के कई इलाकाें में सिर्फ बूंदाबांदी हुई। मिनाल रेसीडेंसी से लेकर अयाेध्या बायपास तक पानी बरसा। एमपी नगर, अरेरा हिल्स, माता मंदिर, राेशनपुरा, सुभाष नगर, अशाेका गार्डन, सेमरा, निशातपुरा, शाहजहांनाबाद, मिसराेद, राेहित नगर, सर्वधर्म, राजहर्ष सहित कई इलाकाें में बूंदाबंादी हुई। अगले दाे- तीन दिन में रात के तापमान में 3-4 डिग्री तक गिरावट हाे सकती है। वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि उत्तर में हुई बर्फबारी के असर से मौसम में बदलाव होगा।
बादलाें के कारण 3 घंटे में 0.40 ही ऊपर चढ़ सका पारा
शुक्रवार को दाेपहर में बादल घने हाे गए। इससे पारा तेजी से ऊपर नहीं चढ़ा। सुबह 11.30 बजे यह 28.0 डिग्री पर था, तीन घंटे बाद दाेपहर 2.30 बजे यह 28.4 डिग्री तक ही पहुंच सका। अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री रहा।
राजधानी में बीती सात रातों से वायु प्रदूषण लगातार खतरनाक स्तर पर था। पीएम-2.5 का स्तर 200 से 310 के बीच बना हुआ था, लेकिन दो दिन से शहर के कई इलाकों में हुई हल्की बारिश के कारण गुरुवार रात यह घटकर 44 के स्तर पर आ गया। बुधवार रात यह 316 तक पहुंच गया था। शुक्रवार शाम भी बारिश के कारण हवा साफ हो गई। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) भी सुधरकर 75 पर आ गया। यह संतोषजनक स्थिति में है। बुधवार को पीएम-2.5 रात 12 बजे 316 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर और सुबह 5 बजे 272 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पर था, जबकि गुरुवार को पीएम-2.5 रात 12 बजे 44 और सुबह 5 बजे 56 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा।

इन्दौर । ग्राम गुरान निवासी जगदीश पिता रणछोड़ चौधरी पहले गेहूं और सोयाबीन की पराम्परागत खेती करते थे। इन्दौर के उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों संपर्क में आने के बाद सब्जी की खेती शुरू की, जिससे उन्हें बहुत फायदा हुआ। वे अपनी सारी सब्जी- खीरा, मिर्च, टमाटर बैंगन  इन्दौर कृषि उपज मंडी में रोज बेंचते हैं। उन्हें सालना लगभग 6 लाख 50 हजार रूपये की  आय हो रही है। इनकी फसल पर एक वर्ष में लगभग 3 लाख 50 हजार रूपये खर्च हुये। इस प्रकार उन्हें एक साल में 3 लाख रूपये शुद्ध आय हुई। उन्होंने इस साल 2.4 हेक्टेयर सब्जी की फसल लगाई है।
वे उद्यानिकी विभाग की फसल पर ड्रिप से सिंचाई और मल्चिंग पद्धति से सब्जी की बोनी करते हैं। सब्जी में उन्हें बहुत लाभ मिल रहा है। वे हमेशा उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से तकनीकी परामर्श लेते रहते हैं। उद्यानिकी विभाग पर सलाह पर सब्जी बोते समय उन्होंने पावर टिलर और अन्य उद्यानिकी यंत्रों का उपयोग किया।
चर्चा के दौरान प्रतिशील कृषक जगदीश ने बताया कि गेहूं और सोयाबीन पराम्परागत खेती की तुलना में सब्जी की खेती में दो गुना आय हो रही है, जिससे पूरा परिवार बहुत सुखी है। उनका पूरा परिवार तकनीकी मार्गदर्शन के लिये उद्यानिकी विभाग का अभारी हैं। उन्होंने सब्जी के साथ-साथ फल-पपीता, नीबू, अनार, अमरूद आदि की खेती करने का निर्णय लिया है।
इस अवसर पर चर्चा के दौरान संयुक्त संचालक उद्यानिकी एस.के. जाटव ने बताया  कि इन्दौर संभाग खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये किसानों फल और सब्जी की खेती करने के लिये व्यापक पैमाने पर प्रेरित किया जा रहा है। पिछले सात साल में इन्दौर संभाग में फल और सब्जी का रकबा और उत्पादन दो गुना बढ़ गया है, जिससे किसानों का नकदी फसल-फल और सब्जी के लिये प्रेरणा मिल रही है और उनकी माली हालत में काफी सुधार आया है।

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने कहा कि स्वच्छता अभियान आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करने का प्रयास है। उन्होंने यह बात भोपाल के शिवाजी नगर में शासकीय आवासों के सामने वाले पार्क में साफ-सफाई के दौरान कही। अभियान में पोहरी विधायक श्री सुरेश राठखेड़ा सहित अन्य कार्यकर्ता और श्री तोमर की निजी स्थापना के       अधिकारी-कर्मचारी भी सम्मिलित हुए। खाद्य मंत्री श्री तोमर ने कहा कि उनका स्वच्छता अभियान एक नियमित प्रक्रिया है। अभियान में  समाज के हर वर्ग को आगे आकर हाथ बँटाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता का सम्‍बंध व्यक्ति की सोच और इच्छा-शक्ति से है। हम जिस पर्यावरण में जिस स्थान पर रहते हैं या काम करते हैं, उस को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी हमारी अपनी हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम अपने घरों को स्वच्छ रखना चाहते हैं, उसी प्रकार अगर हम सार्वजनिक स्थानों की भी चिंता कर, उन्हें स्वच्छ बनाने में सक्रियता बरतेंगे तो समाज में एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण होगा।
श्री तोमर ने कहा कि उनके द्वारा एक माह तक इस अभियान को चालू रखने का निर्णय लिया गया है, जो 30 अक्टूबर से लगातार जारी है।

संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ ने कहा कि वरिष्ठ लेखकों और संस्कृति कर्मियों का दायित्व है कि वे नई पीढ़ी को कला, संगीत एवं साहित्य के साथ ही मूल्यों की परम्परा से भी अवगत करायें। आज मूल्यों में गिरावट आ रही है और परिवार की परिभाषा सीमित हो गई है। बच्चों को एक कक्ष में ही पूरी दुनिया नजर आती है। नई पीढ़ी को जड़ों से परिचित करवाने में साहित्यकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार के साथ ही समाज का भी दायित्व है कि वो आने वाली पीढ़ी को इस बारे में सीख प्रदान करें। डॉ. साधौ आज रवीन्द्र टैगोर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय साहित्य और कला महोत्सव 'विश्व रंग' को संबोधित कर रहीं थीं। चार दिवसीय महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर डॉ. साधौ और अन्य अतिथियों द्वारा 'कथादेश' का विमोचन किया गया।
मंत्री डॉ. साधौ ने कहा कि आज इतने यशस्वी लेखक देश-विदेश से भोपाल पधारे हैं। यह मध्यप्रदेश के लिए सौभाग्य की बात है। भोपाल संस्‍कारों की भी राजधानी है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्रीमती इंदिरा गांधी ने सांस्कृतिक परम्परा की कड़ी को भारत भवन के शुभारंभ के साथ आगे बढ़ाया था। डॉ. साधौ ने कहा कि यहाँ पग-पग पर संस्कृति के रंग दिखाई देते हैं, साहित्य के दर्शन होते हैं। मध्यप्रदेश में आंचलिक संस्कृति के भी अनेक रंग हैं। यह देश का दिल है। दिल अच्छे से धड़कता है तभी शरीर स्वस्थ रहता है। मध्यप्रदेश में एक नवम्बर को प्रदेश के स्थापना दिवस से गोंड वर्ष मनाया जा रहा है। इससे मध्यप्रदेश की जनजातीय संस्कृति पूरे विश्व तक पहुँचेगी। संस्कृति मंत्री ने 'विश्व रंग' को अतीत से वर्तमान को जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।
इस अवसर पर संस्कृति मंत्री और अन्य अतिथियों ने वनमाली कथा सम्मान-2019 से प्रख्यात कथाकार प्रियंवद को सम्मानित किया। कार्यक्रम में 630 लेखकों की सहभागिता वाले कथा संग्रह 'कथोदश' का विमोचन किया गया। इसके साथ ही काव्य-संग्रह का लोकार्पण भी हुआ। प्रारंभ में टैगौर विश्वविद्यालय की ओर से श्री संतोष चौबे ने स्वागत उदबोधन दिया। कार्यक्रम में गुंदेचा बंधुओं ने ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया। मंच पर वरिष्ठ साहित्यकार पदमश्री रमेशचंद्र शाह, चित्रा मुदगल, ममता कालिया, फिल्म निर्देशक रजत कपूर, शायर शीन काफ निजाम, सिद्धार्थ, लीलाधर मंडलोई, धनंजय वर्मा और देश-विदेश से पधारे सैकड़ों लेखक और कलाधर्मी उपस्थित थे।

पशुपालन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने कहा है कि राज्य सरकार निराश्रित गौ-वंश की देखभाल के लिये प्रदेश में एक हजार गौ-शालाओं का निर्माण करवा रही है। हर जिले में नदी किनारे की जमीन पर गौ-वंश अभयारण्य बनाया जायेगा। श्री यादव ने विदिशा जिले में निर्माणाधीन गौ-शालाओं की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि कुल 3 हजार गौ-शाला निर्माण के लिये भूमि चिन्हित की जाए। प्रथम चरण में 15 दिसम्बर तक एक हजार गौ-शालाओं के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि गौ-शाला निर्माण कार्य में सरपंचों द्वारा व्यय की गई राशि उन्हें वापस दिलाई जायेगी। यदि कोई सरपंच पुन: चुनकर नहीं आता है, तो भी राशि वापस की जायेगी।
मंत्री श्री यादव ने जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौ-शालाओं में जलापूर्ति के लिये ट्यूबवेल खनन कराएं। मनरेगा योजना में गौ-शाला निर्माण में राशि की कमी होने पर पंच-परमेश्वर योजना में पशुओं के लिये पीने के पानी की नालनुमा नाली बनवाई जाये। उन्होंने गौ-शालाओं में बिजली आपूर्ति के लिये बिजली कनेक्शन लेने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन गौ-शालाओं में सुगमता से बिजली की आपूर्ति संभव नहीं है, उनमें सोलर ऊर्जा सिस्टम से बिजली की व्यवस्था की जाए। श्री यादव ने निर्देश दिये गौ-शालाओं में बिजली की सुगम आपूर्ति की दृष्टि से गौ-शालाओं के समीप 25 के.व्ही. के ट्रांसफार्मर्स स्थापित किये जाएं।

सागरः मध्यप्रदेश के सागर जिले (Sagar) में आर्थिक तंगी के कारण एक परिवार के चार सदस्यों ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसमें से तीन की मौत हो गई है और एक जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है. पुलिस के अनुसार, मोतीनगर थाना क्षेत्र के बम्होरी रेगुआ गांव में गुरुवार सुबह मनोज पटेल और उसकी पत्नी पूनम पटेल ने अपनी दो बेटियों- जिया (6 माह) और सोनम (10 साल) को जहरीला पदार्थ खिलाने के बाद खुद भी खा लिया.
इस घटना की जानकारी मिलते ही नगर पुलिस अधीक्षक आर.डी. भारद्वाज, थाना प्रभारी संगीता सिंह और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची. सभी को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया. उपचार के दौरान पूनम और उसकी दो बेटियों की मौत हो गई. वहीं मनोज जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने संवाददाताओं को बताया कि यह आत्महत्या का मामला है. मनोज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. घटना के कारणों की जांच कराई जा रही है. आत्महत्या में जहर खाया या फांसी लगाई? यह पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि मृतकों के गले पर फांसी के निशान भी हैं. पोस्टमार्टम और अन्य साक्ष्यों की पड़ताल के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि इन्होंने जहर खाया या फांसी लगाई.

इन्दौर । आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सांवेर तहसील के डकाच्या ग्राम में जनमित्र शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में विभिन्न विभागों जैसे लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंकरण, महिला एवं बाल विकास, पशु चिकित्सा, उद्योग, खाद्य, राजस्व, ऊर्जा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय एवं जल संसाधन विभाग से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं को सुन कर उनका मौके पर निराकरण करना है। सरकार द्वारा चिन्हित 52 सेवाओं के अंतर्गत आवेदन प्राप्त किये गये तथा अधिकतम आवेदनों का तत्काल एवं कुछ आवेदनों का निश्चित समय-सीमा में निराकरण किया जायेगा। आज प्राप्त हुये आवेदनों में से 70 प्रतिशत आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया। इनमें मूलत: राजस्व, खाद्य, पीएचई, जल संसाधन एवं एमपीईबी विभागों से संबंधित आवेदन थे। ज्ञातव्य है कि यह शिविर क्लस्टरवार आयोजित किये जा रहे है। इनमें क्लस्टर से संबंधित ग्राम पंचायतों को शामिल किया जाता है तथा इनकी मॉनीटरिंग जिला पंचायत सीईओ श्रीमती नेहा मीना द्वारा की जा रही है। अगला जनमित्र शिविर 22 नवम्बर 2019 को देपालपुर जनपद के सुमठा ग्राम पंचायत में आयोजित किया जायेगा।

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