ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
पुणे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में सरकार पर इशारों में तंज कसा है। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर भारत, पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था, तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और विश्वगुरु बनाने की बातें होती हैं, लेकिन इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए लोगों को पहले खुद में बदलाव लाना चाहिए। गडकरी सांगली में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर यह टिप्पणी कर रहे थे, जहां एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी उपस्थित थे। गडकरी ने कहा कि अगर लोग शिवाजी महाराज के गुणों को अपनाएं, तो यह समाज और देश के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि दूसरों को बदलने के लिए कहना आसान है, लेकिन सलाह देने से पहले खुद से शुरुआत करनी होगी। हालांकि, उन्होंने अपने इशारों से यह नहीं बताया कि उनका इशारा किसकी ओर था।
उन्होंने राजनीति में जाति, नकदी और अपराध को बड़े तत्वों के रूप में बताया और कहा कि राजनीति के शुद्धिकरण के लिए नेताओं को शिवाजी महाराज के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। गडकरी ने यह भी कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में स्पष्ट किया था कि वे जाति आधारित राजनीति में शामिल नहीं होंगे, चाहे उन्हें वोट न मिले। कार्यक्रम में शरद पवार ने अपना भाषण दिया, लेकिन वे गडकरी के आने से पहले ही कार्यक्रम स्थल से चले गए। केंद्रीय मंत्री गडकरी निर्धारित समय से करीब आधे घंटे देरी से पहुंचे।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित ‘जनता की अदालत’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दिल्ली में अपराध, महंगाई, बेरोजगारी, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार का मतलब ‘डबल लूट’ है।
यूपी, हरियाणा, और मणिपुर जैसे राज्यों में डबल इंजन सरकारों की असफलता का उदाहरण देते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में समस्याएं बढ़ रही हैं, खासकर मणिपुर जहां पिछले दो साल से अशांति है। केजरीवाल ने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह भाजपा शासित 22 राज्यों में मुफ्त बिजली देने की घोषणा करते हैं, तो वह खुद भाजपा का प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा, कि 10 साल के मोदी सरकार के कार्यकाल में कुछ खास नहीं हुआ। अब कम से कम जनता के लिए कुछ करके जाइए। उन्होंने दिल्ली में अपराध बढ़ने और महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति को लेकर दिल्ली पुलिस और भाजपा सरकार की आलोचना की। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बस मार्शलों को हटाकर सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर किया गया है। उन्होंने कहा कि इन मार्शलों ने बसों में कई अपराधों को रोका था, लेकिन भाजपा ने इनकी नौकरी छीन ली। केजरीवाल ने भाजपा को गरीब विरोधी बताया और कहा कि भाजपा सरकार ने कई गरीबों की नौकरियां खत्म की हैं। उन्होंने अंत में कहा कि भाजपा की नीतियों से गरीबों को नुकसान हो रहा है, और उनकी हाय इन नेताओं को लगेगी।
बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने राज्य के लोगों से कन्नड़ को अपने काम-काज की भाषा बनाने का आह्वान किया है। पूर्ववर्ती मैसूर राज्य का नाम कर्नाटक रखे जाने के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कार्यक्रम में कहा, कि यहां के सभी निवासी लोग कन्नड़ भाषी हैं। ऐसे में आपकी मातृभाषा चाहे जो भी हो, पर काम-काज कन्नड़ भाषा में ही होना चाहिए। कन्नड़ भाषा, राज्य की मुख्य और पहली भाषा होनी चाहिए। हर भाषा को सीखें, लेकिन कन्नड़ राज्य की आधिकारिक भाषा होनी चाहिए।’ यहां पर उन्होंने गोकक आंदोलन का भी उल्लेख किया और कहा, कि कर्नाटक में कन्नड़ की समृद्धि के लिए माहौल बनाने के उद्देश्य से ही कन्नड़ कवलु समिति का गठन किया गया था। गोकक आंदोलन भी कन्नड़ को राज्य में प्रथम भाषा का दर्जा देने से संबंधित था। उन्होंने कहा कि यही समिति आगे चलकर कन्नड़ विकास प्राधिकरण बनी। इसके साथ ही सीएम सिद्धारमैया ने लोगों से सभी भाषाओं को सीखने और उनका सम्मान करने के साथ ही कन्नड़ को कभी नहीं छोड़ने की अपील की है। इस कार्यक्रम में सीएम ने कन्नड़ आंदोलन के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और गोकक आंदोलन से जुड़े नेताओं का सम्मान किया। कन्नड़ के प्रति सीएम का प्रेम देखते ही बन रहा है, जिसकी चर्चा भी हो रही है।
जयपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर से हिंदुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। भागवत ने कहा कि हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय असमानताओं को खत्म करके अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना होगा। आरएसएस प्रमुख ने बताया कि समाज को कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे समाज का निर्माण होना चाहिए जहां संगठन, सद्भावना और श्रद्धा हो। लोगों में अनुशासन हो। साथ ही देश के प्रति अपने दायित्व को समझे और उद्देश्यों के प्रति समर्पित हो।
आरएसएस चीफ मोहन भागवत राजस्थान में स्वयंसेवक एकत्रीकरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मोहन भागवत ने कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है। हिंदू समाज को भाषा, जाति और क्षेत्रीय विवादों को खत्म करके अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू हर किसी को अपना मानते हैं और सभी को गले लगाते हैं। इस दौरान आरएसएस प्रमुख ने 3 हजार 827 स्वयंसेवकों को संबोधित किया। मोहन भागवत ने कहा कि एक समाज केवल व्यक्तियों और उनके परिवारों से नहीं बनता है, बल्कि उन व्यापक चिंताओं पर विचार करने से बनता है। आरएसएस का काम करने का तरीका विचार आधारित है। मोहन भागत ने स्वयंसेवकों से समुदायों के अंदर संपर्क बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि समाज को सशक्त बनाकर समुदाय की कमियों को दूर करने की कोशिश की जानी चाहिए। भागवत ने कहा हमारा ध्यान न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा, और आत्मनिर्भरता पर होना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वयंसेवकों को हमेशा सक्रिय रहना चाहिए और परिवारों में सद्भाव, पर्यावरण जागरूकता, स्वदेशी मूल्यों और नागरिकों की चेतना को बढ़ावा देना चाहिए, जो एक समाज के लिए बुनियादी चीजे हैं।
जुलाना । हरियाणा विधानसभा चुनाव में जींद की जुलाना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फोगाट के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रचार किया। प्रियंका ने कहा कि हमारी बेटी विनेश जब अन्याय के खिलाफ संघर्ष कर रही थी, तब मोदी जी की पुलिस ने इसके बाल खींचे, सड़कों पर घसीटा, लेकिन विनेश ने हार नहीं मानी। विनेश संघर्ष करते हुए ओलिंपिक तक पहुंची।
प्रियंका वाड्रा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना बनाकर युवाओं को बेरोजगार कर दिया। वे चार साल बाद ही फिर से नौकरी खोजने जुट जाएंगे। हरियाणा सरकार किसानों को एमएसपी उन 24 फसलों पर देती है, इसमें 10 फसल हरियाणा के किसान उगाते ही नहीं। इसके पहले विनेश ने कहा कि जब वे भाजपा नेता के खिलाफ संघर्ष कर रही थीं, तब वह पूरी तरह टूट चुकी थीं। उस समय मन किया कि देश छोड़कर चले जाएं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि क्या मेरे भाई राहुल गांधी के साथ अन्याय नहीं हुआ था? संघर्ष नहीं करता, मेरे पिता की लाश घर नहीं लाता, अगर वह ये नहीं करता तब वह पूरे देश में आठ हजार किलोमीटर पैदल नहीं चल पाता। आपको भी लड़ना होगा।
प्रियंका ने कहा कि विनेश के साथ ऐसा हुआ। संघर्ष कर ओलिंपिक तक पहुंच गई। संघर्ष का फल मिला, मेडल भी मिला। प्रधानमंत्री ने घर बुलाकर चाय पिलाई। भाजपा के तमाम नेताओं ने बहुत कुछ कह दिया। विनेश अन्याय के खिलाफ खड़ी हो गई। क्योंकि हरियाणा का ये स्वभाव है।
हम पीछे हटने वाले लोग नहीं हैं। हम सड़कों पर उतरे हैं। आप याद रखिए कि कौन आपके लिए खड़ा रहता है। मैं दावे के साथ कह सकती हूं, विनेश उनमें से है। विनेश राजनीति में आने से हिचकिचा रही थी। विनेश ने कहा था कि अगर मेरे आंदोलन को मजबूती मिलेगी, तभी मैं इसमें आऊंगी। हरियाणा की एक नौजवान लड़की से कहना चाहती हूं, कि आप विनेश के साथ खड़े हो जाओ। देखो इसके साथ कितना अन्याय किया। भाजपा यहां 10 साल से राज कर रही है, लेकिन काम की एक भी चीज नहीं की। भ्रष्टाचार की बात करते हैं। मुझे हंसी आती है। अरे इससे भ्रष्टाचार क्या है कि देश के बड़े उद्योग आपने अपने दो मित्रों को दे दिए। इसतरह के कानून ला रहे थे जिससे किसानों के बजाय इनके मित्रों को फायदा होना था। हमारे संविधान ने इतनी शक्ति दी है, ये वोट की शक्ति है, ये वे अधिकार है जिससे आप सब कुछ बदल सकते हो।
प्रियंका ने कहा कि आपको एक फैमिली आईडी दे दी। हर परिवार की आदमनी पूछते हैं। जब से ये आईडी आई, तब से झूठी आमदनी दिखाकर उनकी सुविधाएं छीन ली हैं। विनेश खड़ी हुई तब बड़े-बड़े नेताओं ने साथ छोड़ दिया, लेकिन देश की जनता विनेश के साथ खड़ी हो गई। अब फिर मौका आ गया है। आपकी ये लड़ाई दुष्टों के खिलाफ लड़ाई है। आपको लड़ना होगा। ये नेता जो मंच पर आते हैं, बड़ी बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब जरूरत होती है तो ये पूछते ही नहीं।
प्रियंका ने कहा कि रोजगार के मामले में हरियाणा सबसे पीछे हो गया है। रोजगार होगा कहां? इन्होंने (सरकार) सब अडानी-अंबानी को दे दिया है। इन्होंने खेती किसानी को खत्म किया है। इनकी नीतियां किसानों के खिलाफ हैं। इसलिए अग्निवीर जैसी स्कीम लाते हैं। किसानों के साथ कितना अन्याय हुआ। तीन काले कानून लाने वाले मोदी जी अपने घर से बाहर नहीं आए।
हरियाणा के कोने से कोने से आवाज आ रही है, बीजेपी जा रही है, कांग्रेस आ रही है। हरियाणा की बीजेपी की सरकार ने बहुत नुकसान किया। हरियाणा को बीजेपी ने हर क्षेत्र में नंबर एक बना दिया। हरियाणा को पटरी से उतारने वाली ये बीजेपी की सरकार, किसानों को मारने वाली ये सरकार, संविधान की हत्यारी बीजेपी की ये सरकार, गरीबों की स्कीम को बंद करने वाली ये बीजेपी की सरकार अब जाने वाली है।
चंडीगढ़ । ये हाथ का निशान थप्पड़ का काम करेगा। 5 अक्टूबर को ये थप्पड़ दिल्ली में जाकर लगेगा। पिछले 10 साल में हमारा जो अपमान हुआ है, उसका बदला लेना है। जुलाना सीट से कांग्रेस कैंडिडेट विनेश फोगाट प्रचार के दौरान जीत को लेकर कॉन्फिडेंट दिख रही हैं। बीजेपी ने उनके सामने कैप्टन योगेश बैरागी को उतारा है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने डब्ल्यूडब्ल्यूई रेसलर कविता दलाल को कैंडिडेट बनाया है। आईएनएलडी की तरफ से सुरेंद्र लाठर चुनाव लड़ रहे हैं।
हरियाणा में खेल और खिलाड़ी बड़ा सियासी मुद्दा है। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोपों पर पहलवानों के प्रदर्शन से लेकर पेरिस ओलिंपिक तक हरियाणा के खिलाड़ी चर्चा में रहे। विनेश फोगाट प्रदर्शन का मुख्य चेहरा रहीं। पहले कांग्रेस ने पहलवानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया। फिर विनेश को टिकट देकर और बजरंग पूनिया को किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर पहलवानों के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की। इससे पहले कांग्रेस लीडर दीपेंद्र हुड्डा हरियाणा को खेलों के लिए मिले कम बजट का मुद्दा संसद में उठा चुके हैं।
मुंबई । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई में आयोजित भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि बीजेपी 2029 में अपने दम पर महाराष्ट्र की सत्ता में आएगी। केंद्रीय गृह मंत्री के इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
अमित शाह ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्रों में कार्यकर्ता संवाद बैठकें की। 2024 में एनडीए की महायुति गठबंधन की जीत का भरोसा दिलाया तो साथ ही कहा कि 2029 में बीजेपी अकेले अपने दम पर सरकार बनाएगी।
महायुति सरकार में शामिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि फिलहाल चिंता 2024 की करेंगे। वहीं उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए इस तरह के बयान दिए जाते हैं। सभी को अपनी पार्टी संगठन बढ़ाने का हक है। बीजेपी ने भी अमित शाह के बयान पर सफाई दी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हम भाजपा कार्यकर्ता हैं तो स्वाभाविक रूप से यह विचार आता है कि अगर हमारा कार्यकर्ता मजबूत नहीं रहा तो कैसे होगा और इसलिए उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए 2029 की यह टिप्पणी है। उधर महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेटीआर ने कहा कि 2029 में अमित शाह दिल्ली में नहीं होंगे। अभी वो बैसाखी के सहारे सत्ता में हैं। उन्होंने कहा कि यह घोटाले वाली सरकार है और महाराष्ट्र को यह सरकार नहीं चाहिए।
नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में गैंगस्टरों का आतंक कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। रंगदारी देने से इनकार करने पर पिछले 24 घंटे में गैंगस्टरों ने अपने-अपने गुर्गों के जरिये तीन अलग-अलग जगहों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करवा कर राजधानी की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाकर रख दी। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली की कानून व्यवस्था को जंगलराज बताया। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कानून व्यवस्था को लेकर एक्स पर पोस्ट कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घेरा है। उन्होंने कहा दिल्ली में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है। पूरी तरह से जंगल राज है। देश की राजधानी में लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। दिल्ली की कानून व्यवस्था अमित शाह जी के अंडर आती है। उन्हें तुरंत प्रभावी कदम उठाने होंगे। ऐसा पहली बार हुआ है जब रंगदारी देने से इनकार करने पर बदमाशों ने एक के बाद एक तीन जगहों पर सरेआम गोलियां बरसा सड़कों पर पुलिस की मुस्तैदी न होने के कारण आसानी से मौके से भागने में कामयाब भी हो गए। राजधानी में चली गोलियों की गूंज जब गृह मंत्रालय तक पहुंची तब पुलिस अधिकारियों को इस मसले पर चिंतन के लिए शनिवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बैठक करनी पड़ी। राजधानी में रंगदारी मांगने व रंगदारी देने से इनकार करने पर व्यापारियों के कार्यालयों, दुकानों, शोरूम व घरों के बाहर गोलियां चलाने की लगातार हो रही घटनाओं से दिल्ली के व्यापारी दहशत में आ गए हैं। पहली घटना नारायणा में शुक्रवार शाम 7.30 बजे जिस कार स्ट्रीट के शोरूम में घुसकर तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ 25 गोलियां चलाई। वह सेकेंड हैंड लग्जरी कारों का शोरूम है। गोलियां चलाने से बीएमडब्ल्यू जैसे चार कारें क्षतिग्रस्त हो गई।
जयपुर। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि इस सरकार में 2 ही चर्चा हैं। एक तो ब्यूरोक्रेसी हावी है व मंत्री विधायकों की चल नहीं रही है। दूसरी बेटों का अघोषित शासन है। सारे नेताओं के बेटे क्रिकेट में भविष्य तलाश रहे हैं। किसी ने गिल्ली-डंडा खेला नहीं होगा लेकिन क्रिकेट में भविष्य तलाश रहे हैं। डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा के बेटे की बात आ रही है वो अकेले नहीं हैं।
डोटासरा ने मंत्री मदन दिलावर पर कहा कि मुख्यमंत्री से आग्रह करूंगा कि वे जिस तरह बोल रहे हैं। इनकी एस्कॉर्ट बढ़ा दीजिए। कही कोई दुर्घटना नहीं घट जाए। यह जिस तरह की भाषा का प्रयोग करते हैं। हमारे कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। डोटासरा जयपुर में अस्पताल रोड स्थित कांग्रेस वॉर रूम में बोल रहे थे। जब कमजोर व्यक्ति को राज में बैठा देते हैं। पर्चियों से इस तरह फैसले होने लगते हैं। जनता की आवाज और जनप्रतिनिधियों की आवाज के बगैर थोपा जाता है तो फिर इसी तरह का कुशासन होगा। यह रिकॉर्ड आगे भी इसी तरह जितने दिन चलेंगे इसी तरह की बातें होंगी। मदन दिलावर के बयान पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा कि दिलावर मंत्री नहीं नमूने हैं। दिलावर 5 साल शिक्षा मंत्री रह गए तो बीजेपी की 5 सीट भी आ जाए तो मुझे बता देना। ऐसे विवेकहीन व्यक्ति के बयान का जवाब देना शोभा नहीं देता। दिलावर को बीजेपी और आरएसएस ने केवल बदतमीजी करने के लिए ही यहां छोड़ रखा है।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी पर दिए गए विवादित बयान के बाद सियासत गरमा गई है। खड़गे ने कहा था जब तक मोदी को नहीं हटाएंगे, तब तक मैं जिंदा रहूंगा। इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया दी जिसका कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शाह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि खड़गे का बयान राष्ट्रभक्ति का परिचायक है।
पवन खेड़ा मीडिया से बात करते हुए कहा कि खड़गे के बयान में क्या गलत है? हमें उनसे प्रेरणा मिली है। हम लोग फिर से आजादी का आंदोलन चला रहे हैं। हम देश को आजाद कराएंगे। अमित शाह ने खड़गे के स्वास्थ्य की कामना करते हुए कहा कि वे चाहते हैं कि खड़गे भारत को एक विकसित राष्ट्र के तौर पर देखें। इसके साथ ही, शाह ने यह भी कहा था कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल शीतकालीन सत्र में लाया जाएगा। इस पर पवन खेड़ा ने कहा कि जब आपकी पार्टी के पास 303 सीटें थीं, तब आप यह बिल नहीं लाए। अब क्यों?
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह दो से तीन दिनों के लिए पर्यटन पर आए हैं और खुद आरक्षण के खिलाफ हैं। इस पर पवन खेड़ा ने सैनी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नायब सैनी खुद पर्ची वाले सीएम हैं। वह अपनी सीट छोड़कर लाडवा चले गए। अब उनके आराम के दिन आ रहे हैं। छह महीने काम कर लिया, अब पांच साल के लिए आराम मिलेगा।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने राजधानी की टूटी हुई सड़कों का निरीक्षण करने के लिए सड़कों पर उतरने का फैसला लिया है। इस पर पवन खेड़ा ने कहा कि बीते दस साल में दिल्ली सरकार को दिल्ली की टूटी सड़कों में पड़े गड्ढों की याद नहीं आई। अब दस साल बाद उन्हें याद आई है।
भोपाल । पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने किसानों एवं ग्रामीणों से अपील की है कि- 2 अक्टूबर को होने वाली ग्राम सभाओं में 2 प्रस्ताव पारित कराकर सरकार को भेजने का काम करें। अन्नदाताओं को उनकी उपज का सही दाम मिले, सोयाबीन 6 हज़ार, धान 3100 एवं मक्का की 2500 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदी हो। प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरी क्षेत्र की तरह 2 लाख 50 हज़ार रुपये बिना भेदभाव किये ग्रामीण क्षेत्र की जनता को भी दिए जाए।
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- समस्त प्रदेश के सम्माननीय किसान एवं मजदूर भाइयों को मेरा नमस्कार। प्रदेश के किसान विभिन्न मंचों से अपनी फसलों के उचित दाम के लिए आवाज उठा रहे हैं एवं कांग्रेस पार्टी ने भी किसानों के अधिकार के लिए किसान न्याय यात्रा निकाली है।आगामी 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जी की जयंती पर होने जा रही प्रदेश की ग्राम सभाओं में यह प्रस्ताव पारित कराएं कि किसानों को उनका हक मिल सके, किसानों को सोयाबीन का मूल्य 6000 रूपये प्रति क्विंटल, धान का मूल्य 3100 रूपये प्रति क्विंटल एवं मक्का का मूल्य 2500 रूपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिए जाए।
ग्रामीण अंचल की जनता के साथ भी देश की सरकार अन्याय कर रही है जहाँ शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि दो लाख पचास हजार रुपये दी जाती है वहीं ग्रामीण अंचल में यह राशि मात्र एक लाख बीस हजार रुपये ही दी जाती है यह ग्रामीणों के साथ भेदभाव है, ग्रामीणों को भी शहर के बराबर 2 लाख 50 हज़ार की राशि दी जाए। उक्त दोनों प्रस्ताव को ग्रामीणजन ग्राम सभा में भारी संख्या में उपस्थित होकर पारित कराएं ताकि जन जन के हक की आवाज देश और प्रदेश की राजधानी तक पहुंच सके।
बेंगलुरु । कर्नाटक में अब मामलों की जांच सीबीआई नहीं कर सकेगी। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जांच के लिए सीबीआई को दी सामान्य सहमति वापस लेने का फैसला किया। इसके पहले बीजेपी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जुड़ा मुडा केस सीबीआई को सौंपने की मांग की थी। दरअसल, राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में जांच के लिए उन सरकारों से सहमति की जरूरत होती है।
कर्नाटक के कानून मंत्री एच. के. पाटिल ने कहा कि ऐसा इसलिए किया है, क्योंकि यह साफ है कि सीबीआई या केंद्र सरकार अपने साधनों का इस्तेमाल करते समय उनका विवेकपूर्ण इस्तेमाल नहीं कर रही है। हम सीबीआई के गलत इस्तेमाल पर चिंता जता चुके हैं। कर्नाटक सरकार ने जितने भी केस सीबीआई को रेफर किए, उसमें चार्जशीट दाखिल नहीं की गई।
दरअसल, मुडा केस में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जांच का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन यह चिंता व्यक्त की जा रही है कि कई मामलों में सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है।
वहीं सिद्धरमैया ने फिर से एमयूडीए द्वारा अपनी पत्नी को 14 भूखंड आवंटित करने में किसी भी गलत चीज से इंकार कर अपने खिलाफ आरोपों को भाजपा की साजिश करार दिया। सिद्धरमैया ने कहा कि वह कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हूं।