ईश्वर दुबे
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Bhilai
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक मंगलवार को मंत्रालय में सम्पन्न हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश लोक सेवा पदोन्नति नियम, 2025 का अनुमोदन किया गया है। अनुमोदन अनुसार आरक्षित वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित कर उनके हितों को संरक्षित किया गया है। अनुसूचित जनजाति के लिये 20% एवं अनुसूचित जाति के लिये 16% आरक्षण का प्रावधान किया गया है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोकसेवकों को भी मेरिट के आधार पर पदोन्नति प्राप्त करने का अवसर दिया गया है।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुरू किया गया जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जनजातीय सशक्तिकरण और समावेशी विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का उद्देश्य जनजातीय समुदाय के नागरिकों का कल्याण, सशक्तिकरण और विकास करना है। सरकार का यह प्रयास है कि जनजातीय समुदाय के जो नागरिक अभी तक सरकार की सेवाओं, सुविधाओं और योजनाओं से वंचित रह गए हैं, उन्हें लाभान्वित किया जाएं। उनकी देश के विकास में सहभागिता को सशक्त नागरिक के रूप में सुनिश्चित किया जाए। राज्यपाल श्री पटेल धरती आबा अभियान के तहत सीहोर जिले के ग्राम झोलियापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शिविर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
पीएमएफएमई पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
भोपाल : प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन की भूमिका महत्वपूर्ण है। डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन और बैंक मिलकर योजनाओं के प्रकरणों की स्वीकृति में समन्वय से कार्य करें, जिससे 7 हजार प्रकरण स्वीकृति का लक्ष्य समय-सीमा में प्राप्त किया जा सकें। यह बात अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री अनुपम राजन ने आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी के सभागार में पीएमएफएमई योजनान्तर्गत बैंकर्स और डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन की संयुक्त कार्यशाला में कहीं। उन्होंने कहा कि राज्य शासन द्वारा जिन राज्यों में पीएमएफएमई योजना में बेहतर कार्य हुआ है, वहाँ डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन को केस स्टेडी के लिए भेजा जायेगा।
अपर मुख्य सचिव श्री राजन ने कहा कि कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए आवश्यक है कि किसानों को उद्यानिकी फसलों की ओर प्रेरित किया जाये, उद्यानिकी फसलों को खाद्य प्र-संस्करण से परिष्कृत किया जाये। खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए ही भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम योजना प्रारंभ की गई है। मध्यप्रदेश में योजना का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया गया है। योजना के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिये जिला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। नाबार्ड और एनआरएलएम के स्व-सहायता संगठनों से समन्वय स्थापित कर ऋण प्रकरण तैयार कराये जायें।
आयुक्त उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्रीमती प्रीति मैथिल ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य डिस्ट्रिक रिसोर्स पर्सन और बैंकर्स को एक मंच पर लाकर योजना के क्रियान्वयन को आसान बनाना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कृषि उद्योग समागम के माध्यम से खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों को प्रोत्साहित करने का कार्य प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में अच्छे ऋण प्रकरण तैयार हो सके, बैंकर्स प्रकरणों का गंभीरता से अध्ययन कर समय-सीमा में स्वीकृति प्रदान करें, इस प्रकिया में रिर्सोस पर्सन की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि छोटे और नये उद्यमियों को नवीनतम उपकरण उपलब्ध कराये जायें, जिससे उनकी उत्पादन लागत नियंत्रित रहेगी। उन्होंने कहा कि आपसी संवाद की यह प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रखी जायेगी।
नई दिल्ली। बॉलीवुड के मशहूर प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला के बेटे सुभान नाडियाडवाला जल्द ही फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने जा रहे हैं। उनकी डेब्यू फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी है, और इस प्रोजेक्ट का एक खास कनेक्शन है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फिल्म 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री से जुड़ी है। आइए, इस खबर की पूरी डिटेल्स आसान हिंदी में जानते हैं।
सुभान की डेब्यू फिल्म होगी खास
साजिद नाडियाडवाला के बेटे सुभान नाडियाडवाला अपनी पहली फिल्म के साथ निर्देशन में डेब्यू कर रहे हैं। इस फिल्म का नाम अभी सामने नहीं आया है, लेकिन यह एक रोमांटिक ड्रामा है, जिसकी शूटिंग शुरू हो चुकी है। सुभान ने इस प्रोजेक्ट को अपने प्रोडक्शन हाउस, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट (NGE) के तहत बनाया है। फिल्म में नई प्रतिभाओं को मौका दिया गया है, और इसका म्यूजिक भी खास होने वाला है।
दिव्या भारती से खास कनेक्शन
इस फिल्म का सबसे रोचक पहलू इसका दिव्या भारती से कनेक्शन है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुभान की यह फिल्म 1997 में रिलीज हुई फिल्म ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं से प्रेरित है, जिसमें दिव्या भारती और जितेंद्र लीड रोल में थे। यह फिल्म उस समय बॉक्स ऑफिस पर औसत रही थी, लेकिन इसका गाना ऐसी दीवानगी देखी नहीं कहीं आज भी फैंस के बीच मशहूर है। सुभान की फिल्म इस कहानी को नए अंदाज में पेश करेगी, जिसमें 90 के दशक की रोमांटिक वाइब्स को आज के दौर के साथ जोड़ा जाएगा।
साजिद नाडियाडवाला का सपोर्ट
साजिद नाडियाडवाला अपने बेटे सुभान के इस डेब्यू प्रोजेक्ट में पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। साजिद, जो किक, टाइगर जिंदा है, और सिकंदर जैसी सुपरहिट फिल्मों के प्रोड्यूसर हैं, ने सुभान को क्रिएटिव आजादी दी है। साजिद ने सुभान को सलाह दी कि वे अपनी कहानी पर भरोसा रखें और नए टैलेंट को मौका दें। सुभान ने पहले NGE में इंटर्नशिप की थी, जहां उन्होंने प्रोडक्शन और डायरेक्शन के गुर सीखे।
दिव्या भारती का साजिद नाडियाडवाला से गहरा नाता रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दिव्या और साजिद की मुलाकात 1992 में फिल्म शोला और शबनम के सेट पर हुई थी, जहां गोविंदा ने उनकी मुलाकात कराई। दोनों की दोस्ती जल्द ही प्यार में बदली, और 1992 में उन्होंने शादी कर ली। दुर्भाग्यवश, 1993 में सिर्फ 19 साल की उम्र में दिव्या भारती का निधन हो गया। सुभान की यह फिल्म दिव्या के फैंस के लिए एक इमोशनल ट्रिब्यूट की तरह है।
नई दिल्ली। सलमान खान की नई फिल्म सिकंदर रिलीज के साथ ही सुर्खियों में है, लेकिन इस बार वजह अच्छी नहीं है। फिल्म को ऑनलाइन लीक होने का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। मेकर्स अब इस नुकसान की भरपाई के लिए इंश्योरेंस क्लेम करने की तैयारी में हैं। आइए, जानते हैं इस खबर की पूरी डिटेल्स और कैसे हुआ यह नुकसान।
पायरेसी से हुआ फिल्म को बड़ा नुकसान
सलमान खान की सिकंदर रिलीज के कुछ ही घंटों बाद पायरेसी का शिकार हो गई। 12 जून 2025 को थिएटर्स में रिलीज हुई इस फिल्म का पायरेटेड वर्जन ऑनलाइन लीक हो गया, जिसमें डिलीटेड सीन, रॉ स्कोर और अल्टरनेट गाने भी शामिल थे। मशहूर ऑडिट फर्म EY के मुताबिक, इस लीक से फिल्म को 91 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह बॉलीवुड में पायरेसी से होने वाला अब तक का सबसे बड़ा नुकसान बताया जा रहा है।
इंश्योरेंस क्लेम की तैयारी
फिल्म के प्रोड्यूसर्स, नाडियाडवाला ग्रैंडसन एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (NGEPL), इस नुकसान की भरपाई के लिए इंश्योरेंस क्लेम दाखिल करने की योजना बना रहे हैं। यह बॉलीवुड में पायरेसी से जुड़ा सबसे बड़ा इंश्योरेंस क्लेम हो सकता है। मेकर्स का कहना है कि लीक ने फिल्म की थिएट्रिकल कमाई को बुरी तरह प्रभावित किया, खासकर जब फिल्म पहले से ही बॉक्स ऑफिस पर औसत प्रदर्शन कर रही थी।
बॉक्स ऑफिस से कमाए थे इतने करोड़
सिकंदर एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसका डायरेक्शन ए.आर. मुरुगदॉस ने किया है। सलमान खान इसमें लीड रोल में हैं, और उनके साथ रश्मिका मंदाना, सुनील शेट्टी, के.के. मेनन, और पृथ्वीराज सुकुमारन जैसे सितारे नजर आए। फिल्म को साजिद नाडियाडवाला ने प्रोड्यूस किया है।
सिकंदर ने रिलीज के बाद पहले हफ्ते में वर्ल्डवाइड लगभग 180 करोड़ रुपये कमाए, लेकिन यह उम्मीदों से कम था। ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि पायरेसी के कारण टिकट खरीदने वाले दर्शकों की संख्या घटी, क्योंकि कई लोग अवैध तरीके से फिल्म देख चुके थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म का बजट 200 करोड़ रुपये से ज्यादा था, जिससे यह नुकसान और भारी पड़ गया।
नई दिल्ली। आमिर खान अपनी नई फिल्म सितारे जमीन पर को लेकर फिर से सुर्खियों में हैं। उन्होंने अमेजन प्राइम वीडियो से एक भारी-भरकम ऑफर ठुकरा दिया है, जो उनकी फिल्म के डिजिटल रिलीज के लिए था। आमिर का मानना है कि जल्दी ओटीटी रिलीज से सिनेमाघरों में दर्शक कम हो रहे हैं। आइए, जानते हैं इस खबर की पूरी डिटेल्स और यह कि आमिर ने इतना बड़ा फैसला क्यों लिया।
अमेजन का बड़ा ऑफर ठुकराया?
आमिर खान ने सितारे जमीन पर के डिजिटल रिलीज के लिए अमेजन प्राइम वीडियो से 120 करोड़ रुपये का ऑफर रद्द कर दिया। यह खबर ट्रेड एनालिस्ट कोमल नहाटा ने दी। इससे पहले नेटफ्लिक्स ने भी इस फिल्म के लिए आकर्षक ऑफर दिया था, लेकिन आमिर ने उसे भी ठुकरा दिया। आमिर का यह फैसला बॉलीवुड में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने सिनेमाघरों को प्राथमिकता देने का मन बनाया है और ओटीटी पर जल्दी रिलीज के खिलाफ हैं।
सिनेमाघरों को बचाने की कोशिश
आमिर का मानना है कि फिल्में थिएटर में देखने का मजा कुछ और है। आजकल फिल्में रिलीज के कुछ हफ्तों बाद ही ओटीटी पर आ जाती हैं, जिससे लोग सिनेमाघरों में कम जाते हैं। आमिर ने कहा, “मैं थिएटर्स और अपने दर्शकों पर भरोसा करता हूं। अगर फिल्म अच्छी है, तो लोग इसे बड़े पर्दे पर देखने जरूर आएंगे।” उन्होंने लाल सिंह चड्ढा का उदाहरण देते हुए कहा कि थिएटर में कमजोर प्रदर्शन वाली फिल्म को ओटीटी पर भी वही रिस्पॉन्स मिलता है। आमिर चाहते हैं कि सितारे जमीन पर कम से कम आठ हफ्ते तक थिएटर्स में चले, ताकि दर्शक सिनेमाघरों का रुख करें।
नई दिल्ली। हॉलीवुड के सुपरस्टार टॉम क्रूज ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। फैंस एक्टर के काम को काफी पसंद करते हैं और उनकी फिल्मों का बेसब्री से इंतजार करते हैं। अब अभिनेता को अपनी मेहनत का फल मिलने जा रहा हैं। हॉलीवुड से आ रही खबरों के अनुसार टॉम क्रूज को ऑस्कर मिलने जा रहा है। साथ ही म्यूजिक आइकन डॉली पार्टन, कोरियोग्राफर डेबी एलन, और प्रोडक्शन डिजाइनर विन थॉमस को भी सम्मानित किया जाएगा। यह खास मौका 16वें गवर्नर्स अवॉर्ड्स में होगा।
टॉम क्रूज का पहला ऑस्कर
35 साल पहले टॉम क्रूज को पहली बार ऑस्कर नॉमिनेशन मिला था, और अब 2025 में उन्हें मानद ऑस्कर से नवाजा जाएगा। 62 साल के क्रूज, जो मिशन: इम्पॉसिबल और टॉप गन जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए मशहूर हैं, अपने खतरनाक स्टंट्स और सिनेमाघरों को जिंदा रखने की कोशिशों के लिए जाने जाते हैं।
कोविड-19 के दौरान उनकी फिल्म टॉप गन: मेवरिक ने थिएटर्स में जान फूंक दी थी। क्रूज को बॉर्न ऑन द फोर्थ ऑफ जुलाई, जेरी मग्वायर, और मैग्नोलिया के लिए तीन एक्टिंग नॉमिनेशन और टॉप गन: मेवरिक के लिए बेस्ट पिक्चर नॉमिनेशन मिल चुका है।
डॉली पार्टन को ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड
म्यूजिक और एक्टिंग की दुनिया की रानी डॉली पार्टन को जीन हर्शोल्ट ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, डॉली ने 9 टु 5 और स्टील मैग्नोलियास जैसी फिल्मों में काम किया और 100 मिलियन से ज्यादा रिकॉर्ड्स बेचे। उनकी डॉलीवुड फाउंडेशन और इमेजिनेशन लाइब्रेरी ने 1995 से अब तक 28.5 करोड़ किताबें बच्चों तक पहुंचाई हैं। डॉली को 9 टु 5 और ट्रैवलिन’ थ्रू गानों के लिए दो ऑस्कर नॉमिनेशन मिल चुके हैं। यह अवॉर्ड उनके समाजसेवा के लिए है।
डेबी एलन की शानदार कोरियोग्राफी
डेबी एलन, जिन्हें फेम और ग्रे’स एनाटॉमी में उनके काम के लिए जाना जाता है, को भी मानद ऑस्कर मिलेगा। डेबी ने सात बार ऑस्कर समारोह की कोरियोग्राफी की, जिनमें से चार को एमी नॉमिनेशन मिला। वह एक्टिंग, डायरेक्शन, और प्रोडक्शन में भी कमाल दिखा चुकी हैं। उनकी फिल्में और शो जैसे ए डिफरेंट वर्ल्ड और इनसिक्योर ने कई जेनरेशन को प्रेरित किया है।
प्रोडक्शन डिजाइनर विन थॉमस को भी मानद ऑस्कर से सम्मानित किया जाएगा। विन ने डू द राइट थिंग, मैल्कम एक्स, हिडन फिगर्स, और ए ब्यूटीफुल माइंड जैसी फिल्मों को अपने डिजाइन से जिंदा किया। वह स्पाइक ली के साथ लंबे समय से काम कर रहे हैं। विन दूसरे प्रोडक्शन डिजाइनर हैं, जिन्हें यह सम्मान मिलेगा।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है। दौरे की शुरुआत 20 जून से हो रही है। पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच लीड्स के हेडिंग्ले में खेला जाना है। इसी मैच से शुभमन गिल अपने कप्तानी करेंगे। गिल को रोहित शर्मा के बाद भारत की टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है और अब वह अपनी गैंग लेकर पहले टेस्ट मैच की सरजमीं पर पहुंच गए हैं।
अभी तक टीम इंडिया लंदन में थी और वहां अभ्यास कर रही थी। टीम इंडिया ने इससे पहले इंडिया-ए के खिलाफ एक इंट्रा-स्क्वाड मैच खेला। वहीं सीनियर टीम का हिस्सा कई खिलाड़ी इंडिया के साथ पहले ही इंग्लैंड आ गए थे और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ उन्होंने दो अभ्यास मैच खेले। इनमें यशस्वी जायसवाल, करुण नायर, ध्रुव जुरैल जैसे खिलाड़ी शामिल थे।
ट्रेन से पहुंचे लीड्स
टीम इंडिया मंगलवार को लीड्स पहुंच गई है। टीम इंडिया ने ये सफर ट्रेन से तय किया। लीड्स स्टेशन पर टीम इंडिया के पहुंचने का वीडियो इस समय वायरल हो रहा है जिसमें गिल, केएल राहुल, यशस्वी और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह दिखाई दे रहे हैं। इनके अलावा टीम का सपोर्ट स्टाफ भी टीम के साथ है। गिल के लिए दौरा आसान नहीं हैं। उनके सामने पांच टेस्ट हैं और पांचों अग्निपरीक्षा से कम नहीं हैं।
ये भारत के एक नए युग की शुरुआत भी है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया पहली बार मैदान पर उतरने जा रही है। इन दोनों की गैरमौजूदगी काफी बड़ा गैप है जिसे टीम इंडिया को भरना होगा। इन दोनों के न रहने से टीम में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही है जिसको भरना गिल की गैंग के लिए आसान नहीं होगा।
राणा की टीम में एंट्री
दौरे की शुरुआत से पहले टीम इंडिया में एक खास गेंदबाज की एंट्री हुई है। इंडिया-ए के साथ इंग्लैंड आने वाले तेज गेंदबाज हर्षित राणा को रोक लिया गया है और उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया है। राणा को गौतम गंभीर का खास माना जाता है। दोनों आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स में साथ थे। गंभीर के आने के बाद ही राणा की टीम में एंट्री हुई। ऑस्ट्रेलिया दौरे प राणा ने अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
नई दिल्ली। साल 1983 की ऐतिहासिक विश्व कप जीत की कहानी भारतीय क्रिकेट फैंस अच्छी तरह से जानते हैं। वो लम्हें आज भी हर एक हिंदुस्तानी के दिलों में धड़कते हैं।
लोगों को ये भी याद होगा कि फाइनल तक पहुंचने के रास्ते में एक मैच ऐसा भी था, जहां हर किसी को ये लगा था कि मैच खत्म हो गया है। वो मैच टीम इंडिया का जिम्बाब्वे के खिलाफ था।
उस मैच को टीवी पर नहीं दिखाया गया था। ये बात है आज से 42 साल पहले की। तारीख 18 जून 1983 का दिन, जब भारतीय टीम की कप्तानी कपिल देव के पास थी और उस मैच में उन्होंने नॉटआउट 175 रन बनाए थे। उनकी पारी के बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने एक नया अध्याय लिखा था। आइए आपको बताते हैं उस मैच की पूरी कहानी।
कपिल देव की ऐतिहासिक 175* रन की पारी
दरअसल, क्रिकेट में विश्व कप की शुरुआत साल 1975 में हुई थी। तब विश्व क्रिकेट में वेस्टइंडीज का दबदबा था। विंडीज टीम के तेज गेंदबाजों से विरोधी टीम खौफ खाती थी। ऐसा भला हो भी क्यों ना, वेस्टइंडीज की टीम आखिरकार दो विश्व कप जीतकर इंग्लैंड पहुंची थी। वहीं, भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रही थी।
उस वक्त टीम की कमान युवा कपिल देव के हाथों में थी। टीम इंडिया की विश्व कप जीत की किसी ने भी कल्पना नहीं की थी। हर किसी को ये ही उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड ही वेस्टइंडीज को टक्कर दे पाएगा, लेकिन कपिल देव ने असंभव को संभव कर दिखाकर इतिहास रच डाला।
इस दौरान एक मैच ऐसा भी रहा, जिसे टीवी पर नहीं दिखाया गया, लेकिन उस मैच ने भारतीय क्रिकेट को एक अलग पहचान दिलाई। वह मुकाबला था जिम्बाब्वे बनाम भारत का, जो कि 18 जून यानी आज ही के दिन 42 साल पहले (1983) में खेला गया था।
17 रन पर आधी टीम लौटी पवेलियन
18 जून 1983 को खेले गए मैच में भारतीय टीम के कप्तान कपिल देव ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया था। ओपनिंग करने सुनील गावस्कर और क्रिस श्रीकांत मैदान पर पहुंचे थे। दोनों ओपनर्स को कपिल देव ने ये कहते हुए भेजा था कि अपनी जान लगाकर मैच खेलना और कोशिश करना की उन्हें मैदान पर ना आना पड़े, लेकिन इसका उलटा ही हुआ।
गावस्कर और श्रीकांत दोनों ही अपना खाता तक नहीं खोल पाए। दोनों ही शून्य पर पवेलियन लौटे। इसके बाद मोहिंदर अमरनाथ 20 गेंद खेलकर 5 रन बनाकर सस्ते में आउट हुए।
संदीप पाटिल जैसे बल्लेबाज भी क्रीज पर सेट नहीं हो पाए और देखते-देखते 17 रन पर टीम इंडिया की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी। हर किसी को टीम की हार का डर सताने लगा था, लेकिन फिर क्रीज पर आए कपिल देव, जिन्होंने अकेले दम पर योद्धा की तरह खेला।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को मंगलवार को बड़ा झटका लगा। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल (BCCI बनाम कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड और अन्य) के मालिकों के पक्ष में 538 करोड़ रुपये से अधिक के आर्बिट्रल अवार्ड की पुष्टि की। कोच्चि टस्कर्स फ्रेंचाइजी अब बंद हो चुकी है। इसे 2011 में निलंबित किया गया था। इसके बाद फ्रेंचाइजी ने बॉम्बे हाईकोर्ट में बोर्ड के खिलाफ आर्बिट्रेशन का केस किया था।
एकल न्यायाधीश के रूप में अध्यक्षता कर रहे जस्टिस आर आई चागला ने आर्बिट्रल अवार्ड के लिए BCCI की चुनौती को खारिज कर दिया। जस्टिस आर आई चागला ने फैसला सुनाया कि अदालत मध्यस्थ के निष्कर्षों पर अपीलीय प्राधिकारी के रूप में कार्य नहीं कर सकती।
अदालत ने कहा, "मध्यस्थता अधिनियम की धारा 34 के तहत इस न्यायालय का अधिकार क्षेत्र बहुत सीमित है। विवाद के गुण-दोष की जांच करने का BCCI का प्रयास अधिनियम की धारा 34 में निहित आधारों के दायरे के विपरीत है। साक्ष्य और/या गुण-दोष के संबंध में दिए गए निष्कर्षों के बारे में बीसीसीआई का असंतोष पुरस्कार को चुनौती देने का आधार नहीं हो सकता।"
कोच्चि टस्कर्स केरल ने 2011 में आईपीएल डेब्यू किया था। फ्रेंचाइजी का सफर एक साल तक ही चला। रॉन्देवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड (RSW) ने 1550 करोड़ में फ्रेंचाइजी हासिल की थी। बाद में इसे बाद में कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (केसीपीएल) द्वारा संचालित किया गया। बीसीसीआई ने सितंबर 2011 में फ्रेंचाइजी को समाप्त कर दिया। बोर्ड ने फ्रेंचाइजी समझौते का उल्लंघन करने का हवाला दिया।
IPL 2011 में कोच्चि के प्रदर्शन की बात करें तो फ्रेंचाइजी ने अपने पहले सीजन में 14 मुकाबले खेले थे और 6 में जीत दर्ज की थी। 8 में फ्रेंचाइजी को हार का सामना करना पड़ा था। 12 अंक और -0.214 नेट रन रेट के साथ फ्रेंचाइजी प्वाइंट्स टेबल में 8वें पायदान पर रही थी।
कोच्चि टस्कर्स केरल ने 2011 में आईपीएल डेब्यू किया था। फ्रेंचाइजी का सफर एक साल तक ही चला। रॉन्देवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड (RSW) ने 1550 करोड़ में फ्रेंचाइजी हासिल की थी। बाद में इसे बाद में कोच्चि क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड (केसीपीएल) द्वारा संचालित किया गया। बीसीसीआई ने सितंबर 2011 में फ्रेंचाइजी को समाप्त कर दिया। बोर्ड ने फ्रेंचाइजी समझौते का उल्लंघन करने का हवाला दिया।
IPL 2011 में कोच्चि के प्रदर्शन की बात करें तो फ्रेंचाइजी ने अपने पहले सीजन में 14 मुकाबले खेले थे और 6 में जीत दर्ज की थी। 8 में फ्रेंचाइजी को हार का सामना करना पड़ा था। 12 अंक और -0.214 नेट रन रेट के साथ फ्रेंचाइजी प्वाइंट्स टेबल में 8वें पायदान पर रही थी।