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नई दिल्ली | देशभर में जारी कोरोना के कहर से सर्वोच्च अदालत भी अछूती नहीं बची है। खबरों के मुताबिक, देश की सुप्रीम कोर्ट में कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। हालात को देखते हुए अब सुप्रीम कोर्ट के जजों ने फैसला लिया है कि वे अपने-अपने घरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुननाई करेंगे। संक्रमित पाए गए कर्मियों में से कई लोग जजों के दफ्तर से जुड़े हैं। जानकारी के मुताबिक, सिर्फ शनिवार को ही सुप्रीम कोर्ट के 44 स्टाफ मेंबर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में करीब 3400 स्टाफ मेंबर हैं। खबरों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा। वहीं, सुप्रीम कोर्ट की पीठें अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से बैठेंगी। बता दें कि सोमवार को भी भारत में कोरोना के करीब 1 लाख 70 हजार नए मामले सामने आए हैं, जो कि महामारी के बाद से अब तक की सबसे बड़ी उछाल है। वहीं, मौतों का आंकड़ा भी लगातार डरा रहा है। अकेले सोमवार को ही कोरोना से देशभर में नौ सौ से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा है।

भारत में खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है कोरोना!
देश में पिछले सप्ताह हर दिन औसत 1,24,476 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए जबकि पहली लहर के दौरान अधिकतम 97 हजार से कुछ अधिक मामले ही एक दिन के भीतर दर्ज किए गए थे। पिछले रविवार यानी 5 अप्रैल को देश में पहली बार 24 घंटों में एक लाख से कुछ अधिक केस दर्ज किए गए थे। जिसके बाद बीते रविवार यानी 11 अप्रैल की सुबह आठ बजे तक 24 घंटों में 1.52 लाख नए केस आए। इस सप्ताह के सात दिनों में से छह दिनों में रोजाना एक लाख से ज्यादा संख्या में नए केस दर्ज हुए जो भारत में अब तक का सर्वाधिक है। इस समय देश में संक्रमण के कुल मामलों के दोगुने होने की अवधि 60.2 दिन और मौतों के मामलों के दोगुने होने की अवधि 139.5 दिन है।

नई दिल्ली | देश में रक्षा उत्पादन में तेजी तो आ रही है लेकिन जो सामग्री तैयार हो रही है, उसके निर्माण के लिए विदेशों से आयातित कुलपुर्जों पर निर्भरता लगातार बनी हुई है। रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पोतों के निर्माण में 75 फीसदी और वायुयानों के निर्माण में 60 फीसदी तक सामग्री विदेशों से आयात करनी पड़ रही है। इससे देश में बनने वाले रक्षा उपकरणों के लिए भी एक बड़ी राशि विदेशी कंपनियों को जा रही है। हालांकि इस उच्च दर को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पोत के 72-75 प्रतिशत कलपुर्जे आयातित
रक्षा मंत्रालय के अनुसार जंगी पोतों का निर्माण करने वाली सार्वजनिक रक्षा कंपनी एमडीएल के प्रोजेक्ट 15बी और 17 ए पोतों के निर्माण में 72-75 फीसदी विदेशी कंपोनेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के वर्ष 2024-25 तक पूरा होने के आसार हैं और इसके तहत कई पोतों का निर्माण किया जा रहा है। किसी स्वदेशी रक्षा उत्पाद में यह सर्वाधिक आयातित कंपोनेंट है।

विमानों में 60 फीसदी विदेशी सामग्री
इसी प्रकार तेजस लड़ाकू विमान समेत अन्य वायुयानों का निर्माण करने वाले हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) 40-60 फीसदी तक विदेशी कंपोनेंट का इस्तेमाल कर रहा है। मंत्रालय द्वारा दिए गए ब्योरे के अनुसार सुखोई-30 एमकेआई में 40, तेजस में 43, एएलएच में 44 तथा डीओ-228 वायुयान में 60 फीसदी कल पुर्जे विदेशों से आयातित हैं।

इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर उपकरण में 22 फीसदी विदेशी कल-पुर्जे
इसी प्रकार राडार, कम्युनिकेशन तथा इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर उपकरण बनाने वाले सार्वजनिक उपक्रम बीईएल ने पिछले तीन सालों के दौरान 22-27 फीसदी तक विदेशी कुल-पुर्जों का इस्तेमाल किया है। बीईएमएल में यह 18-20, जीएसएल में 25, हिन्दुस्तान शिपयार्ड में 21 तथा जीआरएसई के उत्पादों में अपेक्षाकृत कम 10 फीसदी विदेशी कंपोनेंट इस्तेमाल हो रहे हैं।

ऑर्डिनेंस फैक्टरी में विदेशी कलपुर्जे 10 फीसदी
रक्षा मंत्रालय की स्थाई संसदीय समिति की हाल ही में पेश रिपोर्ट के अनुसार मंत्रालय ने बताया कि ऑर्डिनेंस फैक्टरी में विदेशी कंपोनेंट का इस्तेमाल घटा है। यह पिछले तीन सालों के दौरान औसतन 10 फीसदी रह गया है। लेकिन ऑर्डिनेंस फैक्टरी के कुछ उत्पाद जैसे टी-90 टैंक और धनुष में यह क्रमश: 21 और 19 फीसदी के करीब रहा है। समिति की तरफ से लगातार विदेशी कल पुर्जों के इस्तेमाल को न्यूनतम करने पर जोर दिया जा रहा है।

हैदराबाद । अब तेलंगाना ने भी कोविड-19 वैक्सीन के स्टॉक की कमी के बारे में केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है। तेलंगाना तेलंगाना के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण को भेजे गए एक पत्र में, अगले 15 दिनों के लिए टीकों की 30 लाख खुराक की मांग की है और कहा है कि राज्य में वैक्सीन स्टॉक केवल तीन दिनों के लिए ही बचा है।
सोमेश कुमार ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य में अब सिर्फ 5।66 लाख ही कोविड वैक्सीन की खुराक बची हैं जो अधिक से अधिक तीन दिन तक ही चल सकते हैं। पत्र में कहा गया है कि शुक्रवार को प्रति दिन टीकाकरण की संख्या 1।15 लाख को पार कर गई और राज्य इस क्षमता को 2 लाख प्रति दिन तक बढ़ाना चाहता है। कुमार ने पत्र में लिखा है, "इसलिए मैं आपसे अनुरोध करना चाहता हूं कि अगले 15 दिनों के लिए तेलंगाना को कम से कम 30 लाख खुराक दें।" तेलंगाना केंद्र सरकार को वैक्सीन स्टॉक की कमी के बारे में लिखने वाला छठा राज्य है। आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से 11 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच आयोजित होने वाले "टीका उत्सव" (टीका उत्सव) के लिए वैक्सीन की 25 लाख खुराक की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है।
तेलंगाना-आंध्रप्रदेश के अलावा, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और झारखंड ने भी तेजी से घटते कोरोनोवायरस वैक्सीन स्टॉक के बारे में केंद्र को चेतावनी दी थी।

रायपुर. छ्त्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच रविवार को दोपहर में बड़ी मुठभेड़ (Big encounter between security force and Naxalites) हो गई. इसमें कई नक्सली ढेर हो गए हैं. जबकि एक नक्सली का शव बरामद हुआ है. सुरक्षाबल के जवानों और कटेकल्याण एरिया कमेटी के नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई है. जो दंतेवाड़ा गादम और जंगमपाल के जंगलों में अब भी जारी है. पुलिस ने एक नक्सली के शव को बरामद किया है. मृत नक्सली वेट्टी हूंगा पर एक लाख रुपए का इनाम था. घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने 2 किलो का IEED विस्फोटक, एक 8 mm की पिस्टल, एक भरमार बंदूक सहित तमाम नक्सली साहित्य और अन्य सामग्री बरामद किया है.बता दें कि पिछले हफ्ते छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के दौरान जवाबी कार्रवाई में शहीदों ने 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया था, जिसमें कई गंभीर रूप से घायल भी बताए जा रहे हैं. नक्सलियों के साथ हुई इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद और 32 घायल हुए थे. वहीं, एक जवान को नक्सली पकड़ ले गए थे.

चलाया जा रहा था नक्सल विरोधी अभियान
शुक्रवार की रात बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था. नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर, सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे. शनिवार को बीजापुर के तर्रेम इलाके में जोनागुड़ा पहाडिय़ों के पास सुरक्षाबलों की ज्वाइंट टीम के साथ नक्सलियों की चार घंटे मुठभेड़ चली थी.इस हमले का मास्टरमाइंड बटालियन नंबर वन का हेड हिड़मा है. माओवादियों का ये सबसे बड़ा बटालियन है. नक्सलियों ने शहीद जवानों के हथियार और जूते भी लूट लिए हैं. बस्तर के बीजापुर में इस साल ये सबसे बड़ा नक्सली हमला था. इस हमले के बाद नक्सल समस्या से निपटने की बहस फिर नए सिरे से शुरु हो गई है. हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देने गृहमंत्री अमित शाह भी रायपुर पहुंचे थे.

नई दिल्ली | देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कहर मचा दिया है। देश में कोरोना का कहर दिन-प्रतिदिन नए रिकॉर्ड कायम कर रहा है, जो डराने वाले हैं। शनिवार को रोजाना संक्रमण के नए मामले 24 घंटों के दौरान डेढ़ लाख के आंकड़े को भी पार कर गया। कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक प्रतिदिन मिलने वाले संक्रमितों की यह सर्वाधिक संख्या है। इससे एक दिन पहले यानी शुक्रवार को एक दिन में कोरोना के 1.45 लाख नए केस मिले थे। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखकर ऐसा लग रहा है कि दूसरी लहर का कहर जल्द ही देश को पाबंदियों की जद में ला देगा।

स्वास्थ्य मंत्रालय के लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, भारत में शनिवार को एक दिन में यानी बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 152,682 नए पॉजिटिव केस मिले। इस दौरान मौत के आंकडों में भी बड़ा इजाफा देखने को मिला और 24 घंटे में ही करीब 834 लोगों की मौतें भी हो गईं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शनिवार रात तक कोरोना के 152,682 नए मामले मिलने से देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 13358608 हो गई है।

मौत के आंकड़ों पर गौर करें तो अक्टूबर के बाद एक दिन में मरने वालों की यह सबसे अधिक संख्या है। इस तरह से देश में कोरोना वायरस महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 169270 हो गई है। देश में संक्रमित लोगों की दैनिक संख्या लगातार 32वें दिन बढ़ी है। अभी 10,46,631 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है, जो अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या का 7.93 प्रतिशत है। कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने की दर गिरकर 90.80 प्रतिशत रह गई है। देश में 12 फरवरी को सबसे कम 1,35,926 उपचाराधीन मरीज थे। यह संख्या उस समय के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। फिलाहल 1,19,90,859 लोग संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना मृत्यु दर 1.28 प्रतिशत है।

बीते पांच दिनों के कोरोना ग्राफ
9 अप्रैल 2021 का कोरोना डेटा: 144,829 नए केस और 773 मौतें
8 अप्रैल 2021 का कोरोना डेटा: 131,893 नए केस और 802 मौतें
7 अप्रैल 2021 का कोरोना डेटा: 126,315 नए केस और 684 मौतें
6 अप्रैल 2021 का कोरोना डेटा: 115,269 नए केस और 631 मौतें
5 अप्रैल 2021 का कोरोना डेटा: 96,557 नए केस और 445 मौतें

साढ़े 25 करोड़ से अधिक जांच:
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार देश में अभी तक 25,52,14,803 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 11,73,219 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई थी।

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौत:
पिछले 24 घंटों में जिन 794 लोगों की मौत हुई है, उनमें से महाराष्ट्र में 301, छत्तीसगढ़ में 91, पंजाब में 56, कर्नाटक में 46, गुजरात में 42, दिल्ली में 39, उत्तर प्रदेश में 36, राजस्थान में 32, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में 23-23, केरल में 22, झारखंड में 17, आंध्र प्रदेश और हरियाणा में 11-11 लोग शामिल हैं। देश में संक्रमण से अब तक कुल 1,68,436 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 57,329 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद तमिलनाडु में 12,863, कर्नाटक में 12,813, दिल्ली में 11,196, पश्चिम बंगाल में 10,378, उत्तर प्रदेश में 9,039, पंजाब में 7,390 और आंध्र प्रदेश में 7,279 लोग मारे गए हैं।

12 राज्यों में कोई मौत नहीं:
देश में महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इस बीमारी से एक भी मौत नहीं हुई है। इन राज्यों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश, दादर और नागर हवेली तथा दमन एवं दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, पुड्डुचेरी, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं।

नई दिल्ली | जम्मू कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेढ़ में 3 आतंकी ढेर हुए हैं। घटना शोपियां के हादीपोरा की है। मारे गए आतंकियों में एक 14 साल का नाबालिग भी था, जिसे सरेंडर कराने की कोशिशें की गईं लेकिन सफलता नहीं मिली और उसे मार गिराया गया। नाबालिग के माता-पिता ने भी उससे सरेंडर करने को कहा लेकिन अन्य आतंकियों ने उसे ऐसा करने से रोक दिया। एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि दक्षिण कश्मीर में शोपियां जिले के हादीपुरा में आतंकवादियों की मौजदूगी की गुप्त जानकारी मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।

उधर, अनंतनाग जिले में एक और मुठभेड़ जारी है। दक्षिण कश्मीर के इस जिले के बिजबेहरा इलाके के सेमथान में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घेराबंदी एवं तलाशी अभियान चलाया। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि विस्तृत जानकारी का इंतजार है।

शोपियां में पिछले कुछ दिनों से लगातार एनकाउंटर हो रहे हैं। 9 अप्रैल को भी शोपियां में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 5 आतंकवादी मारे गए थे। मारे गए 5 आतंकियों में से 2 आतंकी मस्जिद में से फायरिंग कर रहे थे।

भोपाल । कोरोना के मरीजों की संख्या में हुई तेजी से बढ़ोतरी के कारण एक तरफ जहां बिस्तरों का संकट बढ़ गया है। वहीं रेमेडेसिवर की अचानक बढ़ी मांग ने परेशानी बढ़ा दी है। प्रशासन की ओर से शुक्रवार को रेमेडेसिवर इंजेक्शन की बिक्री के लिए शहर की छह दवा दुकानों को तय कर दिया। यहां औषधि निरीक्षकों (ड्रग इंस्पेक्टर) के साथ तीन-तीन वनरक्षकों को सुरक्षा में तैनात करने आदेश एडीएम की ओर से शुक्रवार को जारी हुआ। लेकिन जिन दुकानों को अधिकृत किया उनमें से किसी भी दुकान पर रेमेडेसिवर का स्टॉक ही नहीं है। ऐसे में दवा दुकानों के बजाय ब्लैक में ऊंचे दामों पर ये इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं। करोंद निवासी पुनीत श्रीवास्तव ने बताया कि साढ़े आठ सौ एमआरपी वाले एक इंजेक्शन का एक डोज उन्हें 15 हजार रुपए में मिला।
जिनको सुरक्षा में लगाया वे खनिज में पदस्थ
भोपाल एडीएम की ओर से दिशा फार्मा, जेएमडी फार्मा, पटेल एंड कंपनी, फार्मा टे्रडर्स, एसके कंपनी, स्वास्तिक मेडिकल एजेंसी को रेमेडेसिवर कोरोना मरीजों को मुहैया कराने के लिए अधिकृत किया। यहां ड्रग इंस्पेक्टर धर्मेश विगोनियां, मनीषा गुर्जर, अनामिका सिंह और तबस्सुम के साथ तीन-तीन वनरक्षकों की ड्यूटी लगा दी। लेकिन इस आदेश में जिन वनरक्षकों को सुरक्षा में लगाया गया। उनमें से अधिकतर खनिज विभाग में सेवाएं दे रहे हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
गांधी मेडिकल कॉलेज के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. लोकेन्द्र दवे का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से लोग बिना डॉक्टर की सलाह के ही रेमेडेसिवर इंजेक्शन खरीद रहे हैं। जबकि रेमेडेसिवर के लिए ये देखना जरूरी होता है कि सीटी स्कैन में लंग्स में संक्रमण 30 से 40 फीसदी से ज्यादा हो ऑक्सीजन सेच्युरेशन अचानक कम हो रहा हो। लगातार तीन दिन से ज्यादा तेज बुखार हो। ऐसी परिस्थितियों में बिना डॉक्टर की सलाह के रेमेडेसिवर दिया जाना चाहिए। ये आम ट्रीटमेंट में एक प्रकार की नई दवा है इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में वैक्सीनेशन तेज करने की जरूरत किन्तु लॉकडाउन नहीं लगेगा। सबसे बड़े कोविड अस्पताल एलएनजेपी पहुंचे केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक तरफ हम लोगों को वैक्सीनेशन तेज करने की जरूरत है और दूसरी तरफ संक्रमण को फैलने से बचाने की जरूरत है, साथ ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट को भी दुरुस्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना की यह चौथी लहर है। केस कम होने के चलते सिस्टम में थोड़ा ढीलापन आ गया था, जिस तरह से हमने मिलकर कोरोनो को पिछली लहर में हराया था, उसी स्तर की तैयारी को वापस दिल्ली सरकार और सारे हॉस्पिटल मिलकर कर रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई बीमार होता है और उसे हॉस्पिटल की ज़रूरत है तो हमारी पूरी कोशिश है कि उसे अच्छे से अच्छे अस्पताल में व्यवस्था मिले। वैक्सीनेशन पर बात करते हुए उन्होंने कहा वैक्सीनेशन को लेकर मैंने प्रधानमंत्री को चिठ्ठी भी लिखी है, दिल्ली में मैं अपनी व्यवस्था बता सकता हूँ बाकी देश के बारे में बात नहीं कर सकता... अगर हमें समुचित संख्या में वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध करा दी जाए, उम्र की सीमा हटा दी जाये और वैक्सीनेशन सेंटर्स के नियम में बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन सेंटर्स खोलने की इजाज़त दे दी जाए तो हम 2-3 महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीनेट कर सकते हैं।
दिल्ली में वैक्सीन की कमी पर बात करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में आज की तारीख में हमारे पास 7-10 दिन की वैक्सीन है और बहुत कठोर शर्तें हैं, 45 साल से कम आयु वालों को लगा नहीं सकते, उन्होंने कहा कि मुझे लगता है इस समय ये शर्ते हटाने की ज़रूरत है।

इंदौर| मध्य प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की वजह से आज सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों की आपदा प्रबंधन समितियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की। इस दौरान प्रदेश के कई शहरों में लाक|डाउन बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। कोविड महामारी की रोकथाम के क्रम में बड़वानी, राजगढ़, विदिशा ज़िलों में (शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में ) 19 अप्रेल सुबह 6 बजे तक निरंतर रहेगा लाॅकडाऊन।

बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी ज़िलों (शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों) और जबलपुर शहर में 12 अप्रेल की रात से 22 अप्रेल की सुबह तक रहेगा लाॅकडाऊन।

इंदौर शहर, राऊ नगर, महू नगर, शाजापुर शहर और उज्जैन शहर (एवं उज्जैन ज़िले के सभी नगरों) में 19 अप्रेल की सुबह 6 बजे तक निरंतर रहेगा लाॅकडाऊन।

मुख्यमंत्री की ज़िला आपदा प्रबंध समितियों के साथ 10 अप्रेल को हुई वीडियो कॉन्फ़्रेन्स में ज़िला आपदा प्रबंध समितियों से विस्तृत चर्चा के बाद लिया गया फ़ैसला। सम्बंधित ज़िला कलेक्टर/दंडाधिकारी ज़िला आपदा प्रबंधन समितियों की सहमति अनुसार धारा 144 CrPC में यथोचित विधिपूर्ण आदेश जारी करेंगे।

नई दिल्ली | भारत में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन देश में कोरोना के सवा लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए। शुक्रवार को कोरोना वायरस ने महामारी के शुरुआत से लेकर अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और महज एक दिन में 1 लाख 44 हजार से अधिक नए पॉजिटिव केस सामने आए। इससे पहले गुरुवार के आंकड़ों में एक लाख 31 हजार नए केस सामने आए थे। इनमें से 83.29 फीसदी मामले महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सहित दस सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से जुड़े हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते चौबीस घंटों में भारत में कोरोना वायरस के 144,829 नए केस सामने आए हैं और इसी दौरान करीब 773 लोगों की मौत हुई है। इस तरह से भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या 13,202,783 पहुंच गई है जो पूरी दुनिया में तीसरे नंबर है। वहीं इस वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 168,467 पार कर गया है जो अमेरिका, मैक्सिको और ब्राजील के बाद सबसे अधिक है।

इससे पहले गुरुवार को कोरोना से संक्रमित 131968 नए मरीजों की पहचान हुई थी। शुक्रवार के डेटा से पहले यह देश में एक दिन में दर्ज सर्वाधिक मामले थे। भारत में रिकवरी दर घटकर 91.22 फीसदी और सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 7.50 प्रतिशत हो गई है। वहीं, मृत्युदर घटकर 1.28 फीसदी पर पहुंच गई है।

दस राज्यों में लगातार बढ़ रहे केस
भारत के दस राज्यों में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते चौबीस घंटों में देश में मिले कुल 83.29 फीसदी मामले महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान में दर्ज किए गए। इनमें से 53.84 प्रतिशत केस अकेले महाराष्ट्र से जुड़े हैं। वहां 56286 नए संक्रमितों की पहचान हुई। छत्तीसगढ़, यूपी, दिल्ली और कर्नाटक नए मामलों के लिहाज से दूसरे, तीसरे, चौथे व पांचवें स्थान पर रहे। चारों राज्यों में क्रमश: 10652, 8474, 7437 और 6570 संक्रमित सामने आए।

82.53 फीसदी मौतें छह राज्यों में
बीते चौबीस घंटों में कोरोना से होने वाली कुल मौतों में से 82.53 फीसदी छह राज्यों-महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पंजाब, उत्तर प्रदेश, कनार्टक और गुजरात में दर्ज की गईं। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 376 संक्रमितों ने दम तोड़ा, जबकि छत्तीसगढ़ में 94, पंजाब में 56, यूपी में 39, कनार्टक में 36 और गुजरात में 35 मौतें रिकॉर्ड हुईं। वहीं, 12 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों (राजस्थान, असम, लद्दाख, दमन एवं दीव तथा दादरा एवं नगर हवेली, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, मणिपुर, लक्षद्वीप, मिजोरम, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह और अरुणाचल) में एक भी मौत नहीं हुई।

36 लाख से अधिक टीके लगाए गए
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक बीते चौबीस घंटों में देशभर में कोविड-19 टीके की 36 लाख से अधिक खुराकें लगाई गईं। इससे भारत में अब तक दी जाने वाली कुल खुराकें बढ़कर 94334262 पर पहुंच गईं। लाभार्थियों में 8974511 ऐसे स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं, जिन्हें पहली खुराक हासिल हो चुकी है। जबकि 5449151 स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। वहीं, अग्रिम मोर्चे के 9810164 कर्मियों को टीके की पहली और 4543954 को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के 37568033 लाभार्थियों को पहली और 1361367 लाभार्थियों को दूसरी खुराक दी गई है। वहीं, 45 से 60 साल के लाभार्थियों की बात करें तो क्रमश: 26103814 और 523268 को पहली व दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।

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