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श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के बड़गाम जिले में एक आतंकवादी हमले में केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का एक अधिकारी शहीद हो गया। पुलिस के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, ‘‘दरम्यानी रात में बड़गाम जिले के वगूरा ग्रिड स्टेशन में आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिसमें सीआईएसएफ का एक एएसआई घायल हो गया। हालांकि घटनास्थल पर मौजूद सर्तक संतरी ने हमला विफल कर दिया। प्रवक्ता ने बताया, ‘‘घायल एएसआई राजेन्द्र प्रसाद को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।’’

  • अगस्त 2018 में एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के आधार पर ईडी ने कार्रवाई की
  • करीब दो हफ्ते पहले ईडी ने बेंगलुरु स्थित ग्रीनपीस एनजीओ पर भी छापा मारकर बैंक खाता सीज कर दिया था

नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को बेंगलुरु स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल एनजीओ के कार्यालय पर छापेमारी की। ईडी ने यह कार्रवाई अगस्त 2018 में एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित रिपोर्ट के आधार पर की।

मई 2014 से अगस्त 2016 के बीच हुई फंडिंग

  1.  

    अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में यूके स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल और अन्य संस्थाओं से एमनेस्टी की भारत स्थित शाखा को फंडिंग होने का आरोप लगाया गया था। यह फंडिंग कई कमर्शियल चैनल्स के माध्यम से की गई।

     

  2.  

    अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, यह रकम करीब 36 करोड़ रुपए है, जो बेंगलुरु स्थित एमनेस्टी इंटरनेशनल एनजीओ को मई 2014 से अगस्त 2016 के बीच मिली। इसे फेमा का उल्लंघन माना जा रहा है।

     

  3.  

    करीब दो हफ्ते पहले ईडी ने पर्यावरण से संबंधित एनजीओ ग्रीनपीस के खिलाफ कार्रवाई की थी। जांच में ग्रीनपीस एनजीओ को गैरकानूनी रूप से विदेशी फंडिंग मिलने की बात सामने आई थी। इसके बाद ईडी ने ग्रीनपीस के बैंक खाते को सीज कर दिया था। हालांकि, ग्रीनपीस एनजीओ ने आरोपों को नकार दिया है।

  • रक्षा मंत्री ने कहा- राफेल पर कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद
  • उन्होंने कहा- विपक्ष के सवालों और संदेहों को पहले ही दूर किया जा चुका

मुंबई. राफेल सौदे पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि इसके साझेदारों के नाम तभी सामने लाए जाएंगे जब विमान मिलने शुरू हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि राफेल की आपूर्ति में फ्रांस की कंपनी दैसो और दो या तीन अन्य कंपनियां भी हिस्सेदारी कर रही हैं। इन सबको अलग-अलग लक्ष्य दिए गए हैं। सीतारमण ने यह बात गुरुवार को इकोनॉमिक इंडिया सम्मेलन-2018 को संबोधित करते हुए कही।

 अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को किस आधार पर दैसो एविएशन का ऑफसेट साझेदार बनाया गया? इस सवाल पर रक्षा मंत्री ने कहा कि आपूर्ति में शामिल सभी कंपनियों को ऑफसेट पूरा करने का मौका दिया जाएगा। एक, दो या तीन जितनी भी कंपनियां होंगी, उन्हें या तो निवेश का मौका मिलेगा या सेवा की खरीद करनी होगी। यह दैसो पर छोड़ दिया जाएगा कि वह हमारे पास आकर दावा पेश करे। ऑफसेट पार्टनर का ब्योरा तभी दिया जाएगा जब वह बिल के साथ अपनी सेवा के लिए हमारे पास आएंगे। फिर चाहे उन्होंने उपकरण दिए हों या कि कोई सेवा।

 ‘राफेल मामले में कांग्रेस राष्ट्र को गुमराह कर रही’
सीतारमण ने कहा, ‘‘कांग्रेस के लगाए आरोप बेबुनियाद हैं।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष के सवालों और संदेहों को पहले ही दूर किया जा चुका है। वे इस मामले पर बार-बार अपना ही रुख बदल रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमने एक भी सवाल छिपाया नहीं और न उन्हें रोकने की कोशिश की। विपक्ष यहां से वहां भटक रहा है।’’ 

  • सोपोर में शुक्रवार तड़के से चल रही थी मुठभेड़
  • गुरुवार को दो अलग-अलग एनकाउंटर में छह आतंकी मारे गए
 

जम्मू-कश्मीर. सुरक्षा बलों ने सोपोर में मुठभेड़ के दौरान शुक्रवाार को दो आतंकियों को मार दिया। एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया। सोपोर में छिपे आतंकियों ने अचानक सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। शुक्रवार तड़के से मुठभेड़ चल रही थी। 

 

राज्य में गुरुवार को भी दो अलग-अलग मुठभेड़ हुई थीं। इनमें छह आतंकी मारे गए थे। पहली मुठभेड़ बारामूला के खीरी में हुई। यहां दो आतंकी मारे गए। दूसरी मुठभेड़ अनंतनाग में हुई जिसमें सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को ढेर कर दिया।

  • सीबीआई चीफ आलोक वर्मा और नंबर-2 अफसर राकेश अस्थाना के बीच रिश्वतखोरी मामले को लेकर विवाद
  • विवाद बढ़ा तो केंद्र ने सीबीआई चीफ आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजा, नागेश्वर राव को अंतरिम चीफ बनाया
  • सरकार के इसी फैसले के खिलाफ वर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे

नई दिल्ली. सीबीआई में रिश्वतखोरी विवाद के बाद जांच एजेंसी के प्रमुख आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। शीर्ष अदालत ने वर्मा से जुड़े मामले की जांच दो हफ्ते में पूरी करने का आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज एके पटनायक की अगुआई में यह जांच केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) करेगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि सीबीआई के अंतरिम चीफ नागेश्वर राव नीतिगत फैसले नहीं ले सकते। अगली सुनवाई 12 नवंबर को होगी।

 

 

सीबीआई चीफ आलोक वर्मा ने उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने और नया अंतरिम चीफ नियुक्त किए जाने के केंद्र सरकार के फैसले को चुनौती दी है। सुनवाई के दौरान वर्मा की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील फली एस नरीमन ने कहा, ‘‘सीवीसी और केंद्र सरकार का आदेश किसी कानूनी अधिकार के तहत नहीं है।’’ इस पर तीन जजों की बेंच ने कहा- हम इसे देखेंगे। कोर्ट ने वर्मा और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के एनजीओ कॉमन काॅज की याचिकाओं पर केंद्र, सीवीसी और राकेश अस्थाना को नोटिस जारी किया।

 

अस्थाना ने भी लगाई याचिका : सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को इस मामले में अस्थाना ने भी याचिका दायर की। हालांकि, चीफ जस्टिस ने उनके वकील की दलीलें सुनने से इनकार करते हुए कहा- उनकी फाइल कोर्ट के सामने नहीं है।

 

सरकार ने माना- ताजा घटनाक्रमों के चलते सीबीआई की विश्वसनीयता कम हुई
शीर्ष अदालत के फैसले पर केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा, ‘‘सरकार किसी एक व्यक्ति के पक्ष या विपक्ष में नहीं है। हम सिर्फ सीबीआई की संस्थागत ईमानदारी और उसकी छवि बनाए रखना चाहते हैं। ताजा घटनाक्रमों के चलते सीबीआई की विश्वसनीयता कम हुई। सीवीसी ने निष्पक्षता बनाए रखने के लिए ही दो शीर्ष अफसरों को छुट्टी पर भेजने की सिफारिश की थी। दो हफ्ते में जांच का खत्म होना एक सकारात्मक पक्ष होगा। सुप्रीम कोर्ट ने हमारी बात को आगे बढ़ाया। उन्होंने पारदर्शिता का ख्याल रखा। हमारा देश यह कीमत नहीं दे सकता कि भ्रष्टाचार की जांच करने वाली एजेंसी खुद ही उसके घेरे में आ जाए।’’

 

सीबीआई ने दी थी सफाई : इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने इस मामले में सफाई दी। कहा- आलोक वर्मा अभी भी सीबीआई डायरेक्टर और राकेश अस्थाना स्पेशल डायरेक्टर हैं। इन अफसरों को हटाया नहीं गया है। इन्हें सिर्फ जांच से अलग करके छुट्टी पर भेजा गया है।

 

सुप्रीम कोर्ट में दी गई याचिका में आलोक वर्मा की दलीलें

वर्मा ने अपनी याचिका में दलील दी कि उन्हें हटाना डीपीएसई एक्ट की धारा 4बी का उल्लंघन है। डायरेक्टर का कार्यकाल दो साल तय है। प्रधानमंत्री, नेता विपक्ष और सीजेआई की कमेटी ही डायरेक्टर को नियुक्त कर सकती है। वही हटा सकती है। इसलिए सरकार ने कानून से बाहर जाकर निर्णय लिया है। कोर्ट ने बार-बार कहा है कि सीबीआई को सरकार से अलग करना चाहिए। डीओपीटी का कंट्रोल एजेंसी के काम में बाधा है।

 

सरकारी दखल कहीं लिखित में नहीं मिलेगा। लेकिन, ये होता है। इसका सामना करने के लिए साहस की जरूरत होती है।

आलोक वर्मा, सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में

 

सरकार ने कहा- एजेंसी की छवि के लिए ऐसा करना जरूरी

सीबीआई विवाद में कार्रवाई को लेकर सरकार ने बुधवार को जवाब दिया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा- सीबीआई की ऐतिहासिक छवि रही है और उसकी ईमानदारी को बनाए रखने के लिए ऐसा करना जरूरी हो गया था। सीवीसी की अनुशंसा पर एक एसआईटी पूरे मामले की जांच करेगी। केंद्र ने यह भी साफ किया अगर अधिकारी निर्दोष होंगे तो उनकी वापसी हो जाएगी।

 

माेइन कुरैशी के मामले की जांच से शुरू हुआ रिश्वतखोरी विवाद
सीबीआई में अस्थाना मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से जुड़े मामले की जांच कर रहे थे। इस जांच के दौरान हैदराबाद का सतीश बाबू सना भी घेरे में आया। एजेंसी 50 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन के मामले में उसके खिलाफ जांच कर रही थी। सना ने सीबीआई चीफ को भेजी शिकायत में कहा कि अस्थाना ने इस मामले में उसे क्लीन चिट देने के एवज में पांच करोड़ रुपए मांगे थे। हालांकि, 24 अगस्त को अस्थाना ने सीवीसी को पत्र लिखकर डायरेक्टर आलोक वर्मा पर सना से दो करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाया था। 

 

सीबीआई कैसे पहुंचा राफेल का मामला?
अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर में दावा किया गया है कि सीबीआई चीफ अालोक वर्मा जिन मामलों को देख रहे थे, उनमें सबसे संवेदनशील केस राफेल डील से जुड़ा था। दरअसल, 4 अक्टूबर को ही वर्मा को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वकील प्रशांत भूषण की तरफ से 132 पेज की एक शिकायत मिली थी। इसमें कहा गया था कि फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की सरकार की डील में गड़बड़ी हुई है। आरोप था कि हर एक प्लेन पर अनिल अंबानी की कंपनी को 35% कमीशन मिलने वाला है। दावा है कि आलोक वर्मा को जब हटाया गया, तब वे इस शिकायत के सत्यापन की प्रक्रिया देख रहे थे।

 

सीबीआई में दो बड़े अफसरों के बीच दो साल से टकराव जारी

 

  • 2016 में सीबीआई में नंबर दो अफसर रहे आरके दत्ता का तबादला गृह मंत्रालय में कर अस्थाना को लाया गया था। दत्ता भावी निदेशक माने जा रहे थे। लेकिन गुजरात कैडर के आईपीएस अफसर राकेश अस्थाना सीबीआई के अंतरिम चीफ बना दिए गए।
  • अस्थाना की नियुक्ति को वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी। इसके बाद फरवरी में आलोक वर्मा को सीबीआई चीफ बनाया गया।
  • आलोक वर्मा ने अस्थाना को स्पेशल डायरेक्टर बनाने का विरोध कर दिया। उन्होंने कहा था कि अस्थाना पर कई आरोप हैं, वे सीबीआई में रहने लायक नहीं हैं।
  • वर्मा 1984 की आईपीएस बैच के अफसर हैं। अस्थाना 1979 की बैच के आईपीएस अफसर हैं।

 

सरकार के फैसले के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन : आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस शुक्रवार को देशभर में विरोध-प्रदर्शन कर रही है। दिल्ली में भी सीबीआई मुख्यालय के सामने पार्टी के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा है। उधर, कांग्रेस के इस प्रदर्शन का तृणमूल कांग्रेस ने भी समर्थन किया है।

  • दिल्ली में दयाल सिंह कॉलेज से सीबीआई मुख्यालय तक राहुल के नेतृत्व में मार्च निकाला गया
  • राहुल ने बैरिकेड के ऊपर बैठकर प्रदर्शन किया

नई दिल्ली. रिश्वतखोरी विवाद के बाद सीबीआई चीफ आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के मोदी सरकार के फैसले के विरोध में कांग्रेस ने शुक्रवार को देशभर में प्रदर्शन किया। दिल्ली में प्रदर्शन की कमान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने संभाली। उनके नेतृत्व में दयाल सिंह कॉलेज से सीबीआई मुख्यालय तक मार्च निकाला गया। राहुल ने बैरिकेड पर चढ़कर धरना दिया। सीबीआई मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद राहुल ने गिरफ्तारी दी। इसके बाद वे लोधी रोड पुलिस स्टेशन गए। वहां से बाहर निकलने पर उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री भाग सकते हैं, लेकिन आखिर में सच सामने आएगा।

 राहुल का आरोप- वर्मा को छुट्टी पर भेजने के पीछे मोदी का हाथ

राहुल ने इससे पहले गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था- सीबीआई विवाद राफेल से जुड़ा हुआ है। सीबीआई चीफ आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ है। सीबीआई चीफ पर कार्रवाई इसलिए हुई, क्योंकि वे राफेल से जुड़े मामले की जांच शुरू करने वाले थे। उनके कमरे को सील किया गया और जो दस्तावेज उनके पास थे, वे ले लिए गए। राफेल से जुड़े सबूतों को मिटाने के लिए यह काम रात दो बजे किया गया। देश नरेंद्र मोदी को छोड़ेगा नहीं, विपक्ष भी उन्हें नहीं छोड़ेगा।

 सीबीआई कैसे पहुंचा राफेल का मामला?
अखबार इंडियन एक्सप्रेस की खबर में दावा किया गया है कि सीबीआई चीफ अालोक वर्मा जिन मामलों को देख रहे थे, उनमें सबसे संवेदनशील केस राफेल डील से जुड़ा था। दरअसल, 4 अक्टूबर को ही वर्मा को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वकील प्रशांत भूषण की तरफ से 132 पेज की एक शिकायत मिली थी। इसमें कहा गया था कि फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की सरकार की डील में गड़बड़ी हुई है। आरोप था कि हर एक प्लेन पर अनिल अंबानी की कंपनी को 35% कमीशन मिलने वाला है। दावा है कि आलोक वर्मा को जब हटाया गया, तब वे इस शिकायत के सत्यापन की प्रक्रिया देख रहे थे।

 

माेइन कुरैशी के मामले की जांच से शुरू हुआ रिश्वतखोरी विवाद
सीबीआई में नंबर-2 अफसर राकेश अस्थाना मीट कारोबारी मोइन कुरैशी से जुड़े मामले की जांच कर रहे थे। इस जांच के दौरान हैदराबाद का सतीश बाबू सना भी घेरे में आया। एजेंसी 50 लाख रुपए के ट्रांजैक्शन के मामले में उसके खिलाफ जांच कर रही थी। सना ने सीबीआई चीफ को भेजी शिकायत में कहा कि अस्थाना ने इस मामले में उसे क्लीन चिट देने के लिए 5 करोड़ रुपए मांगे थे।

  • कोटा में महिला कांग्रेस के अधिवेशन में पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा अच्छा दिया, लेकिन टाइम आया तब कुछ नहीं किया
  • आरएसएस को बताया महिला विरोधी

सीकर/कोटा. राजस्थान दौरे के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सुबह कोटा में महिला कांग्रेस के अधिवेशन में पहुंचे। इस दौरान राजस्थान कांग्रेस की तमाम महिला कार्यकर्ता मौजूद रहीं। राहुल ने अपने संबोधन में भाजपा पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारा अच्छा दिया, लेकिन टाइम आया तब कुछ नहीं किया। इसके बाद राहुल गांधी दोपहर एक बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।  

 

राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नारा दिया था बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। अच्छा नारा है फिर जब उत्तर प्रदेश में भाजपा के एमएलए ने एक महिला का बलात्कार किया तो प्रधानमंत्री ने एक शब्द नहीं बोला। यूपी के मुख्यमंत्री ने उसे बचाने की कोशिश की पीएम ने कुछ नहीं किया। नारा अच्छा दिया, लेकिन जब एक्शन लेने का टाइम आया तब कुछ नहीं किया।

 

आरएसएस और भाजपा पर भी बोले: कांग्रेस पार्टी और बीजेपी आरएसएस। लोग कहते हैं की कांग्रेस सेक्यूलर है और बीजेपी नहीं, लेकिन इस पार्टी के बीच सबसे बड़ा फर्क ये है की बीजेपी-आरएसएस के लोग कहते है कि महिलाओं को घर से नहीं निकलना चाहिए। आप आरएसएस की मीटिंग देख लीजिए कोई महिला नहीं दिखेगी। 

 

महिलाओं को 40 फीसदी आरक्षण की बात कही

 

राहुल गांधी ने कहा कि मैं कांग्रेस में बदलाव लाना चाहता हूं। आज मैने स्टेज से जिनके नाम लिए उनमें पुरषों की संख्या ज्यादा थी। मैं चाहता हूं की आने वाले सालों में इन नामों में महिलाओं की संख्या बढ़े। संगठन के सभी क्षेत्रों में महिलाओं को अधिकार दिए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि आने वाले सालों में महिलाओं के लिए 40 फीसदी आरक्षण करेंगे।

 

सीकर में राहुल गांधी बोले- एक चौकीदार ने सभी चौकीदारों को बदनाम कर दिया: कोटा के बाद राहुल गांधी ने सीकर में हुई सभा में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुधरा राजे पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री राजे ने 15 लाख रोजगार देने का वादा किया था। राहुन ने कहा कि 1965 के युद्ध से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक में पाकिस्तान की बोलती बंद करने वाले मिग व ध्रुव जैसे विमान व हैलिकाप्टर देश में ही बने थे। इन्हें हिंदुस्तान एयरोनोटिकल लिमेटेड बेंगलौर (एएचएल) ने ही बनाया था। मनमोहन सिंह जी जब प्रधानमंत्री थे जब 126 विमान खरीदने की बात हुई तो उन्होंने कहा कि विमान एचएल ही बनाएगा।

 

प्रधानमंत्री ने अपने मित्र अनिल अंबानी को राफेल के माध्यम से साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया। अनिल अंबानी ने न ध्रुव बनाया न मिग बनाया। 70 साल पुरानी कंपनी को दरकिनार कर कुछ दिन पुरानी अनिल अंबानी की कंपनी को कांट्रेक्ट देकर फायदा पहुंचाया। राहुल ने पूछा आप बताइये कि अनिल अंबानी ने कितने लोगों को रोजगार दिया।  

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि प्रयागराज में आगामी कुंभ के आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी में संगठन जी जान से जुटेगा। राजधानी लखनऊ में कल हुई संघ के संगठनों और भारतीय जनता पार्टी संगठन की समन्वय बैठक में कुंभ और धार्मिक नगरों के विकास कार्यों को लेकर व्यापक मंथन हुआ। यह जानकारी भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन ने 'भाषा' से बातचीत में दी । उन्होंने कहा, 'कुंभ का बडा आयोजन हो रहा है। इस आयोजन को अधिक से अधिक भव्य कैसे बनाया जाए, इसमें संगठन की क्या भूमिका हो सकती है, इस बारे में प्रमुखता से चर्चा की गयी ।'

 
उन्होंने कहा कि चाहे अयोध्या में दीपावली मनाना हो या अयोध्या से जनकपुर की बस सेवा शुरू करना, ब्रज के विकास का कार्य हो या काशी के विकास का, नैमिषारण्य तीर्थ को विकसित करने की बात हो या इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने का फैसला हो .... इन सब निर्णयों और कार्यों के साथ जनता को कैसे और बेहतर तरीके से जोड़ा जाए, इस बारे में बातचीत हुई ।
 
यह पूछने पर कि क्या 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर कोई चर्चा की गयी, चंद्रमोहन ने कहा, 'बैठक पूरी तरह गैर राजनीतिक थी। यह संघ के स्वयंसेवकों की बैठक थी। उत्तर प्रदेश को कैसे और बेहतर बनाया जाए, इस बारे में संघ के स्वयंसेवकों ने विचार विमर्श किया।' उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के पुनर्निर्माण के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से किये जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गयी। प्रवक्ता ने बताया कि अंत्योदय के लिए सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों की बैठक में प्रशंसा हुई। इन कार्यों को आगे बढाने के बारे में बात हुई ।

बदायूं (उ.प्र.)। अपने बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने बुधवार को कहा कि वह भाजपा की राजनीतिक ‘आइटम गर्ल’ हैं। उनके नाम पर उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा गया था और अब उनके नाम पर ही आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ा जाएगा। मश्वराती काउंसिल (सलाहकार परिषद) की विशेष बैठक में शामिल होने आये खां ने संवाददाताओं से बातचीत में खुद को भाजपा की ‘आइटम गर्ल’ बताया और कहा ‘‘सारे चुनाव भाजपा मेरे नाम पर ही लड़ती रही है। पिछला विधानसभा चुनाव मेरे नाम पर लड़ा। 

 
अब लोकसभा चुनाव भी मेरे ही नाम पर लड़ेगी। मेरा तो यह हाल कर दिया है कि मुझे खुद नहीं पता कि मेरे ऊपर कितने मुकदमे दर्ज कर दिए गए हैं। मेरे नाम से कितने सम्मन और वारंट जारी कर दिए गए हैं, मैं तो बस उन्ही मुकदमों की पैरवी करता घूमता रहता हूँ।’’उन्होंने कहा कि उनके पास कोई सम्पत्ति नहीं है। उनका सिर्फ एक बैंक खाता है जो विधान भवन में स्थित एसबीआई की शाखा में है। इसके सिवा अगर देश के किसी भी बैंक में उनका कोई खाता मिल जाये तो उनको कुतुबमीनार पर फांसी दे दी जाए।
 
खां ने बताया कि मश्वराती काउंसिल ने निर्णय लिया है कि फिरकापरस्त ताकतों को हराने के लिये दलितों, पिछड़ों और कमजोरों को एकजुट करना होगा, तभी इंकलाब आएगा। इसके लिए उन सभी मुद्दों से हटना होगा जिनको लेकर भाजपा देश मे आग लगाना चाहती है। राम मंदिर मामले पर खां ने कहा कि उच्चतम न्यायालय देश की सर्वोच्च संस्था है। उसका आदेश सबसे ऊपर होना चाहिए।

 


नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि दुनिया अब हिन्दुस्तान को इंतजार करते हुए नहीं देखना चाहती बल्कि अपेक्षा करती है कि वह दुनिया का नेतृत्व करे और देश को दुनिया की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा । प्रधानमंत्री ने ‘सेल्फ4सोसाइटी’ मंच के जरिये आईटी पेशेवरों एवं विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े लोगों को टाउनहॉल संबोधन में कहा कि रामायण में इस बात का उल्लेख है कि किस प्रकार एक गिलहरी ने रामसेतु के निर्माण में योगदान दिया था । इसका दूसरा पक्ष यह भी है कि भगवान को भी एक गिलहरी के योगदान की जरूरत पड़ी ।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में हम कितनी ही पहल करे, कितनी ही योजनाएं बनाए, बजट दे लेकिन किसी भी पहल की सफलता लोगों की भागीदारी में निहित है । ’’ मोदी ने कहा, ‘‘ दुनिया भी अब हिन्दुस्तान को इंतजार करते हुए नहीं देखना चाहती, हिन्दुस्तान दुनिया को लीड करे इस अपेक्षा के साथ देख रही है । हमें दुनिया की अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।’’ स्वच्छ भारत अभियान के संदर्भ में एक पेशेवर के सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि स्वच्छ भारत अभियान के प्रतीक से जुड़ा चश्मा भी महात्मा गांधी का है और इसकी दृष्टि भी गांधी की ही है ।

उन्होंने कहा कि वह तो एक तरह से प्रायश्चित कर रहे हैं, स्वच्छता का जो कार्य चल रहा है, वह सेवा से ज्यादा प्रायश्चित है । मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने वर्षो तक अपने आप को देश की आजादी के लिये खपा दिया । उन्होंने अपने नेतृत्व से देश के लिये स्वतंत्रता तो प्राप्त की लेकिन स्वच्छता हासिल नहीं हो पाई । उन्होंने कहा कि हम सभी इसके लिये जिम्मेदार हैं । ऐसे में वह एक बार फिर जोर देना चाहते हैं कि स्वच्छता गांधी की सोच है ।

उन्होंने कहा कि गांव में महिलाओं को जब खुले में शौच के लिये जाना पड़ता है तो उन्हें बहुत पीड़ा होती है । मोदी ने कहा कि कुछ काम सरकार नहीं कर सकती और जो काम सरकार नहीं कर सकती, वह संस्कार कर सकती है । स्वच्छता का विषय संस्कार से जुड़ा है । ऐसे में सरकार एवं संस्कार मिल जाए तो चमत्कार हो सकता है । उन्होंने कहा कि वे सोशल मीडिया से जुड़े व्यक्ति हैं लेकिन जो सूचना परोसी जाती है, वे उसका शिकार नहीं होते हैं ।

जो सूचना उन्हें चाहिए वे उसे ढूंढकर प्राप्त करते हैं । उन्होंने कहा कि आज 25 से 40 वर्ष के बीच की जो पीढ़ी है, उसमें सहज भाव से काम करने की प्रेरणा है । इसमें सामुहिकता का भाव जुड़ जाए तो ताकत बनकर उभरती है। इसे एक मिशन से जोड़ लें तो परिवर्तन आना शुरू हो जाता है । प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की तकदीर तकनीक में है और जो प्रौद्योगिकी युवाओं के पास है, वह भारत की तकदीर से जुड़ा है ।

उन्होंने ‘मैं नहीं हम’ पोर्टल के संदर्भ में कहा कि इसका अर्थ यह नहीं है कि ‘मैं’ को खत्म कर रहे हैं बल्कि ‘मैं’ का विस्तार है । इसका आशय स्व से समष्टि की ओर बढना है क्योंकि आखिर वृहद परिवार में आनंद का अनुभव होता है । मोदी ने कहा कि वह देखते हैं कि भारत युवा प्रौद्योगिकी का शानदार ढंग से उपयोग कर रहा है और वह इसका न केवल अपने लिये कर रहे हैं बल्कि दूसरों के लिये भी कर रहे हैं ।

‘‘ मैं इसे शानदार संकेत के रूप में देखता हूं । ’’उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रयास छोटा हो या बड़ा हो, उसे महत्व दिया जाना चाहिए । प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वयंसेवी प्रयासों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में बहुत कुछ किया जा सकता है, युवाओं को हमारे उद्यम और किसानों के कल्याण के लिए काम करना चाहिए । उन्होंने यह भी कहा कि आज अधिक लोग कर चुका रहे हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है कि उनके पैसे का उपयोग ठीक से और लोगों के कल्याण के लिए किया जा रहा है ।

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