ईश्वर दुबे
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Bhilai
नई दिल्ली,Royal Enfield की पावरफुल बाइक Interceptor 650 भारतीय बाजार में उपलब्ध अट्रैक्टिव लुक वाली क्लासिक मोटरसाइकल्स में से एक है। यह बाइक काफी शानदार दिखती है। इसके बाद भी कई रॉयल एनफील्ड लवर्स ने इंटरसेप्टर 650 को मॉडिफाई कराकर इसे अपना पर्सनल क्रिएटिव टच दिया है। लेटेस्ट मॉडिफाइड इंटरसेप्टर 650 बाइक हाल में गोवा में हुए रॉयल एनफील्ड राइडर मानिया में देखने को मिली। इसे 'नीलकंठ' नाम दिया गया है। बाइक को मॉडिफाई करने में 16 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।
दिल्ली की टीएनटी मोटरसाइकल्स ने इंटरसेप्टर 650 को मॉडिफाई करके 'नीलकंठ' बनाया है। इसका लुक बैगर बाइक की तरह है। बाइक में बड़े सैडल बैग, बड़ा फ्रंट वील और ब्राइट कलर दिए गए हैं। सामने की तरफ रेक्टैंग्युलर हेडलैम्प के साथ एक काउल दिया गया है, जो हार्ली-डेविडसन की हाई-एंड मोटरसाइकल्स की तरह दिखता है।
नीलकंठ इंटरसेप्टर 650 को ब्राइट ब्लू शेड में पेंट किया गया है। इसमें 23 इंच का अलॉय वील है। बाइक के साइड प्रोफाइल में काफी क्रोम इस्तेमाल हुआ है। साइड में इसका 'नीलकंठ' नाम भी लिखा गया है। बाइक का रियर फुट रेस्ट फोल्डेबल है। फ्रंट फुट बोर्ड RE फैक्ट्री फिनिश के साथ कस्टमाइज किया गया है। साथ ही फुट बोर्ड पर ‘RE 650 twin’ मॉनिकर है। नीलकंठ इंटरसेप्टर 650 का हैंडलबार भी बदला गया है, जिसमें ऐल्युमिनियम हैंडग्रिप्स हैं।
रियर की बात करें, तो इस मॉडिफाइड बाइक में दोनों तरफ दो स्टोरेज कम्पार्टमेंट हैं। बाइक में पीछे की तरफ दिए गए दो स्टाइलिश एग्जॉस्ट होल और क्रोम एलिमेंट्स इसके प्रीमियम लुक को बढ़ाते हैं। खास बात यह है कि बाइक के ग्राउंड क्लियरेंस को अजस्ट करने के लिए पुश बटन दिया गया है।
पावर
मॉडिफाइड नीलकंठ इंटरसेप्टर 650 के इंजन की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। स्टैंडर्ड इंटरसेप्टर 650 में 647cc, ट्विन-सिलिंडर, फ्यूल इंजेक्टेड इंजन है, जो 47bhp की पावर और 52Nm टॉर्क जेनरेट करता है।
नई दिल्ली,टेलिकॉम कंपनियों द्वारा टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद अब प्रीपेड प्लान्स 40% तक महंगे हो गए हैं। Reliance Jio, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के यूजर्स जहां महंगे टैरिफ को लेकर चिंतित हैं, वहीं सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL के यूजर्स पुराने टैरिफ पर ही टेलिकॉम सर्विस का लुत्फ उठा रहे हैं। बिजनस में हो रहे घाटे से उबरने के लिए इन कंपनियों ने अपने टैरिफ को महंगा किया है, लेकिन बीएसएनएल नुकसान में होने के बावजूद यूजर्स को पुरानी कीमत वाले प्लान ऑफर कर रहा है। इतना ही नहीं, टैरिफ हाइक से पहले भी बीएसएनएल दूसरी कंपनियों के मुकाबले अपने प्लान्स में ज्यादा डेटा ऑफर कर रहा था और टैरिफ बढ़ने के बाद भी इसमें कोई बदलाव नहीं दिख रहा है।
ऐसे में अगर आप बीएसएनएल यूजर हैं और ज्यादा बेनिफिट के लिए किसी दूसरे टेलिकॉम ऑपरेटर पर स्विच करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए फायदे का सौदा नहीं होगा। ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि जहां दूसरी प्राइवेट कंपनियां के 56 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान 350 रुपये की कीमत के आसपास आते हैं, वहीं बीएसएनएल इससे मिलते-जुलते प्लान 200 रुपये से कम में ऑफर कर रहा है। आइए जानते हैं डीटेल।
बीएसएनल के 197 रुपये वाले प्लान में रोज 2जीबी डेटा
200 रुपये से कम में बीएसएनएल के पास 197 रुपये का एक प्लान है। इस प्लान में 54 दिन की वैलिडिटी के साथ रोज 2जीबी डेटा ऑफर किया जा रहा है। प्लान में यूजर्स को फ्री पर्सनलाइज्ड रिंग बैक ट्यून भी मिलती है। हालांकि, बीएसएनएल के इस प्लान में कॉलिंग बेनिफिट नहीं ऑफर किया जा रहा। प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों से बीएसएनएल के इस प्लान की तुलना करें, तो एयरटेल 56 दिन की वैलिडिटी वाला प्लान 399 रुपये में ऑफर कर रहा है। इसमें यूजर्स को अनलिमिटेड कॉलिंग बेनिफिट के साथ रोज 1.5जीबी डेटा मिलता है।
अगर आप उन यूजर्स में से हैं जिन्हें कॉलिंग से ज्यादा डेटा की जरूरत पड़ती है, तो बीएसएनएल का 197 रुपये वाला प्लान आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इसमें एक और फायदा यह है कि इस प्लान में आपको एयरटेल से ज्यादा डेली डेटा मिलता है।
बीएसएनएल का डेटा वाउचर प्लान
डेटा की बात हो तो बीएसएनएल के पास ऑफर करने के लिए 548 रुपये का डेटा वाउचर मौजूद है। ज्यादा डेली डेटा के लिए इस प्लान को चुना जा सकता है। प्लान को सब्सक्राइब कराने वाले यूजर्स को रोज 5जीबी डेटा ऑफर किया जा रहा है। 90 दिन की वैलिडिटी के साथ आने वाले इस प्लान में और कोई बेनिफिट नहीं दिए जा रहे।
कॉलिंग और डेटा के लिए बेस्ट प्लान
अगर आप कोई ऐसा प्लान चाहते हैं जिसमें कॉलिंग के साथ डेटा बेनिफिट भी मिले तो इसके लिए 399 रुपये या 448 रुपये के प्रीपेड प्लान से रिचार्ज करा सकते हैं। 399 रुपये वाले प्लान में 80 दिन की वैलिडिटी के साथ रोज 1जीबी डेटा और कॉलिंग के लिए 250 मिनट दिया जा रहा है। प्लान में डेली 100 फ्री एसएमएस भी मिलता है। बात अगर 448 रुपये वाले प्लान की करें तो इसमें भी कॉलिंग के लिए 250 मिनट दिया जा रहा है। प्लान की वैलिडिटी 84 दिन की है और इसमें रोज 2जीबी डेटा दिया जा रहा है।
नई दिल्ली,सरकार ने गुरुवार को एडजेस्टेड ग्रास रेवेन्यू (एजीआर) के आधार पर टेलिकॉम कंपनियां भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को सांविधिक भुगतान या जुर्माना या किसी तरह की छूट देने से इनकार कर दिया. इसकी जानकारी राज्यसभा में केंद्रीय दूरसंचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक सवाल के लिखित उत्तर में दिया, जिसमें पूछा गया था कि क्या इस तरह का कोई प्रस्ताव है?
मदद के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका
दरअसल टेलिकॉम कंपनियों ने एजीआर बकाए पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिकाएं दायर की हैं, जिसमें जुर्माना और ब्याज शुल्क के माफी की मांग की गई है. वोडाफोन आइडिया को एजीआर बकाए के तौर पर 54,000 करोड़ रुपये, जबकि भारतीय एयरटेल को 43,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है.
सरकार का राहत देने से इनकार
कुल मिलाकर दूरसंचार कंपनियों को सरकार को 1.47 लाख करोड़ रुपये का एजीआर बकाए का भुगतान करना है. और सरकार इसपर किसी तरह की राहत देने के मूड में नहीं है. लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क (एसयूसी) की गणना एजीआर के आधार पर की जाती है. वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल जुर्माना और ब्याज को लेकर निराश है, जिस लेकर उनके अस्तित्व पर सवालिया निशान लग रहे हैं.
इसी एजीआर के लिए प्रोविजन बनाने के कारण जुलाई-सितंबर तिमाही में वोडाफोन आइडिया और एयरटेल को जबरदस्त घाटा हुआ था. साथ ही टेलीकॉम कंपनियों के हाल ही में अपने मोबाइल चार्जेस बढ़ाने के पीछे भी एजीआर चुकाने के पैसे का दबाव ही है.
बता दें कि उन नॉन-टेलीकॉम कंपनियों को भी एजीआर का बकाया चुकाना होगा, जिनका टेलीकॉम कारोबार बेहद छोटा है, मगर उनके पास लाइसेंस है. इनमें गेल, रेलटेल, दिल्ली मेट्रो और पावर ग्रिड जैसी सरकारी कंपनियां भी शामिल हैं.
मुंबई,रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार (11 दिसंबर) को बैंकों से कहा कि मौजूदा आर्थिक परिस्थितियां उनके समक्ष कुछ चुनौतियां खड़ी कर सकती है इसलिये बैंकों को पूरी मुस्तैदी के साथ इनका मुकाबला करने के लिये तैयार रहना चाहिये। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बातचीत में दास ने इस बात पर भी गौर किया कि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार आ रहा है और यह मजबूत बना हुआ है।
रिजर्व बैंक गवर्नर की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जबकि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि वर्ष की दूसरी तिमाही में छह साल के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत पर पहुंच गई है। रिजर्व बैंक ने इसे देखते हुये चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि का अनुमान भी कम करके पांच प्रतिशत कर दिया।
रिजर्व बैंक की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ''गवर्नर ने इस बात पर गौर किया है कि बैंकिंग क्षेत्र में कुछ सुधार आया है और मौजूदा आर्थिक स्थिति में कुछ चुनौतियां खड़ी होने की आशंका के बावजूद क्षेत्र में मजबूती बनी हुई है।" उन्होंने बैंकों से कहा कि वह उभरती चुनौतियों का मुकाबला करने के लिये पूरी तरह से मुस्तैद रहें। इस मामले में उन्होंने खासतौर से दबाव वाली संपत्तियों के समाधान में समन्वित तरीके से काम करने को कहा।
दास ने इस दौरान बैंक प्रमुखों के साथ मौद्रिक नीति दर में की गई कटौती का लाभ आखिरी लाभार्थी तक पहुंचाने पर भी विचार विमर्श किया। यहां यह गौर करने की बात है कि रिजर्व बैंक ने इस साल पांच द्विमासिक समीक्षाओं में कुल मिलाकर 1.35 प्रतिशत कटौती की है हालांकि केन्द्रीय बैंक ने गत सप्ताह की गई समीक्षा में रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया।
मुंबई. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि मौजूदा आर्थिक हालात बैंकों के लिए कुछ चुनौतियां पैदा कर सकते हैं। इनसे निपटने में सक्रियता बरतें। उन्होंने एनपीए का समाधान सामंजस्यपूर्ण तरीके से करने का खास तौर से जिक्र किया। हालांकि, यह भी कहा कि बैंकिंग सेक्टर में सुधार हुआ है। वह मुश्किल परिस्थितियों से निपटने में सक्षम है। दास ने बुधवार को सरकारी बैंकों के प्रमुखों से चर्चा में ऐसा कहा।
रेपो रेट इस साल 1.35% घटा, बैंकों ने ग्राहकों को पूरा फायदा नहीं दिया
दास ने रेपो रेट में कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने के मुद्दे पर भी बात की। बता दें आरबीआई ने इस साल रेपो रेट में 1.35% कमी की, लेकिन बैंकों ने ग्राहकों को इतना फायदा नहीं दिया है।
सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ छह साल के निचले स्तर 4.5% पर आ गई। आरबीआई ने खुद भी सालाना ग्रोथ का अनुमान 6.1% से घटाकर 5% कर दिया था। ग्रोथ में तेजी के लिए आरबीआई ने लगातार 5 बार रेपो रेट घटाया, सरकार ने भी कॉर्पोरेट टैक्स घटाने समते कई फैसले लिए। उम्मीद की जा रही है कि आने वाली तिमाहियों में इनका असर दिखेगा।
मुंबई. महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा का कहना है कि कम्यूटर बाइक सेगमेंट में एंट्री करना एक गलती थी। ईकोसिस्टम, डिस्ट्रीब्यूशन, आरएंडडी और ब्रांड पोजिशनिंग की बेहतर समझ होने की वजह से हमें कामयाबी का भरोसा था। हम अपने सपने के साथ सही दिशा में आगे बढ़े, लेकिन सफलता पाने के तरीकों में गलती हुई। महिंद्रा ने ब्रिटिश एयरलाइन वर्जिन अटलांटिक के इवेंट में बुधवार यह बात शेयर की।
महिंद्रा ने 10 साल पहले फ्रीडम बाइक रिलॉन्च की थी
महिंद्रा ने कहा कि गलती से हमें सीख मिली, इसीलिए प्रीमियम टू-व्हीलर सेगमेंट में कामयाब रहे। एक साल पहले हमने प्रीमियम जावा ब्रांड को खरीदा था, यह सफल रहा। जल्द बीएसए बाइक भी लॉन्च करेंगे।
महिंद्रा ग्रुप ने जुलाई 2008 में काइनेटिक मोटर्स को खरीद कर टू-व्हीलर सेगमेंट में एंट्री की थी। कंपनी ने फ्रीडम बाइक को मोजो नाम से रिलॉन्च किया था, लेकिन 10 साल बाद भी मोजो कोई खास पहचान नहीं बना पाई।
टू-व्हीलर में हीरो मोटोकॉर्प और होंडा का दबदबा है। सालाना 2.1 करोड़ दोपहिया वाहनों की बिक्री में इन दोनों कंपनियों की करीब दो तिहाई हिस्सेदारी है। बीते वित्त वर्ष में महिंद्रा की सिर्फ 4,004 बाइक बिक पाईं। सालाना आधार पर बिक्री में 73% कमी दर्ज की गई।
नई दिल्ली,अगर आप बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) के ग्राहक हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, पब्लिक सेक्टर के इस बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड आधारित लेंडिंग रेट यानी MCLR में 0.20 फीसदी तक की कटौती कर दी है.यह लगातार तीसरा बैंक है जिसने MCLR पर कैंची चलाई है.
बैंक ऑफ इंडिया बैंक की ओर से जारी बयान के मुताबिक एक दिन के लिए MCLR आधारित ब्याज दर में 0.20 फीसदी की कटौती की जबकि अन्य अवधि के MCLR ब्याज में 0.10 फीसदी की कमी की है. इस कटौती के बाद एक दिन की अल्पअवधि के कर्ज पर MCLR की दर 7.75 फीसदी होगी. वहीं एक साल की MCLR आधारित कर्ज पर ब्याज दर 8.20 फीसदी होगी, जो पहले 8.30 फीसदी थी. यह 10 दिसंबर यानी आज से प्रभावी है. बता दें कि बैंक के इस फैसले से उन ग्राहकों की ईएमआई कम हो जाएगी जिन्होंने बैंक ऑफ इंडिया से ऑटो या होम लोन ले रखा है.
एचडीएफसी बैंक ने भी दी राहत
इससे पहले एचडीएफसी बैंक ने सभी अवधि के लिए MCLR दरें 0.15 फीसदी तक घटाने का ऐलान किया था. इस कटौती के बाद एचडीएफसी बैंक के 1 साल की MCLR 8.30 फीसदी से घटकर 8.15 फीसदी हो गई है. वहीं दो और तीन साल की MCLR 0.15 फीसदी की कटौती के साथ क्रमश: 8.25 फीसदी और 8.35 फीसदी पर आ गई है.
SBI ने की लगातार आठवीं बार कटौती
वहीं देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी MCLR में 0.10 फीसदी की कटौती कर दी है. एक दिन से लेकर एक महीने तक के लोन के लिए MCLR रेट 7.65 फीसदी, तीन महीने के लिए MCLR रेट 7.70 फीसदी, छह महीने के लिए 7.85 फीसदी, दो साल के लिए 8.10 फीसदी और तीन साल के लिए 8.20 फीसदी हो गया है. बहरहाल, बैंक के इस फैसले से लाखों होम या ऑटो लोन ग्राहकों की ईएमआई घट जाएगी. बता दें कि एसबीआई ने इस वित्त वर्ष में अपने MCLR में लगातार आठवीं बार कटौती की है.
नई दिल्ली । निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी वोडाफोन-आइडिया के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने शुक्रवार को कहा कि सरकार से मांगी राहत नहीं मिली कंपनी तो बंद हो जाएगी। यहां एक आयोजन में बिगड़ा बोल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी दुकान (वोडाफोन-आइडिया) बंद करनी पड़ेगी।’ उन्होंने सरकार से राहत नहीं मिलने की स्थिति में कंपनी की आगे की रणनीति से जुड़े एक सवाल के जवाब में यह बात कही। बिड़ला ने सरकार से राहत ना मिलने की स्थिति में कंपनी में किसी और तरह का निवेश नहीं करने का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि इस बात का कोई मतलब नहीं कि डूबते पैसे में और पैसा लगा दिया जाए। बिड़ला ने कहा कि राहत ना मिलने की स्थिति में वह कंपनी को दिवाला प्रक्रिया में ले जाएंगे।
नई दिल्ली । ब्रिटेन की दमदार बोल्ड बाइक निर्माता कंपनी ट्रायम्फ मोटरसाइकल ने भारत में नई रॉकेट 3 बाइक लॉन्च की है। 2020 ट्रायम्फ रॉकेट 3 मोटरसाइकल की कीमत 18 लाख रुपये (एक्स-शोरूम प्राइस) है। 2020 ट्रायम्फ रॉकेट 3 बाइक ग्लोबली आर और जीटी इन दो वेरियंट्स में ऑफर की जाती है, लेकिन इंडियन मार्केट में फिलहाल आर वेरियंट को उतारा गया है। ट्रायम्फ ने इस साल की शुरुआत में आइकॉनिक नेमप्लेट को ज्यादा पावरफुल इंजन के साथ उतारा था। नई रॉकेट 3 बाइक पुराने मॉडल के मुकाबले करीब 2 लाख रुपये सस्ती है। इसकी वजह यह है कि अब बाइक एफटीए के जरिए थाईलैंड से आ रही है। रॉकेट 3 बाइक में 2,500सीसी का लिक्विड-कूल्ड इंजन दिया गया है। यह मोटर 6000 आरपीएम पर 167एचपी का पावर और 4,000आरपीएम पर 221 एनएम का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। बाइक में 6 स्पीड गियरबॉक्स दिया गया है। ट्रायम्फ की इस मोटरसाइकल में प्रोडक्शन बाइक के मामले में दुनिया का सबसे दमदार इंजन इस्तेमाल किया गया है। नई रॉकेट 3 मोटरसाइकल में ऑल-एल्युमीनियम फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है। अपने पुराने मॉडल की तुलना में यह करीब 40 किलोग्राम हल्की है। राउंड हेडलैंप्स और टियरड्रॉप फ्यूल टैंक इस बाइक को काफी स्टायलिश बनाते हैं।
ट्रायम्फ की नई रॉकेट 3 बाइक चार राइडिंग मोड्स समेत लेटेस्ट इलेक्ट्रॉनिक्स से लैस है। बाइक में रेन, रोड, स्पोर्ट और राइडर कन्फिगरेबल चार मोड दिए गए हैं। इसके अलावा, बाइक में ट्रैक्शन कंट्रोल और कॉर्निंग एबीएस भी दिया गया है। बाइक में दिए गए टीएफटी डिस्प्ले के जरिए आप सारी इंफॉर्मेशंस तक पहुंच बना सकते हैं। टीएफटी इंस्ट्रूमेंट टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन को सपॉर्ट करता है। अगर सेफ्टी फीचर की बात करें तो ट्रायम्फ की इस बाइक में क्रूज कंट्रोल सिस्टम, हिल-होल्ड कंट्रोल, हीटेल ग्रिप (ऑप्शनल), डेडिकेटेड गोप्रो कंट्रोल्स, की-लेस इग्निशन और टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम दिया गया है। बाइक में ब्रेकिंग ड्यूटी का काम ड्यूल 320एमएम डिस्क और टॉप ड्रार कैलीपर्स संभालते हैं।
मुंबई. महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने गुरुवार को पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक को लेकर बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि पीएमसी बैंक का महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में विलय करने की दिशा में हमारी सरकार काम कर रही है और जल्द ही इसके नतीजे आपको मिलेंगे.
पाटिल ने कहा कि हम महाराष्ट्र के उन लोगों की समस्या को ठीक से समझते हैं, जिन्होंने पीएमसी बैंक में पैसे जमा किए हैं, लेकिन आज वो अपना ही पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं. पीएमसी बैंक का महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक में विलय हो जाएगा तो लोगों को राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में काम कर रही है. पाटिल ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम इस बारे में आरबीआई को भी पत्र लिखेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने कल ही महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरपर्सन से मुलाकात की थी और पीएमसी बैंक के विलय के बारे में चर्चा की थी.
बता दें कि सितंबर में आरबीआई ने कुछ वित्तीय अनियमितताओं के चलते बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे, इसके बाद से लोग बैंक से अपना ही पैसा नहीं निकाल पा रहे हैं. वहीं अब तक कई खाताधारकों की अवसाद के चलते मौत भी हो चुकी है.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजे जारी किए हैं। इसके तहत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो रेट 5.15 फीसदी पर बरकरार रखा है। आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा में रेपो रेट नहीं घटाने पर सहमति बनी है। दरअसल एमपीसी के 6 में से 5 सदस्यों ने कटौती नहीं करने के पक्ष में वोट किया है।
रेपो रेट के अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जीडीपी का अनुमान जताया है। आरबीआई के अनुसार वर्ष 2019-20 के दौरान जीडीपी में और गिरावट आ सकती है और यह 6.1 फीसदी से गिरकर 5 फीसदी पर आ सकती है। बता दें कि इस साल रेपो रेट में किल 135 आधार अंकों की कटौती हुई। 9 सालों में रेपो रेट पहली बार इतना कम हुआ। साल 2010 में मार्च के बाद ये रेपो रेट का सबसे निचला स्तर है। वहीं रिवर्स रेप रोट 4.90 प्रतिशत और बैंक रेट 5.40 प्रतिशत पर है।
गौरतलब है कि साल 2018 के दिसंबर में आरबीआई गर्वनर का पद संभालने के बाद शक्तिकांत दास ने रेपो रेट घटाया था। हालांकि इस बार कोई बदलाव नहीं है।
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की क्रेडिट पॉलिसी (Credit Policy) आज (5 दिसंबर) को आएगी. दोपहर 12 बजे आरबीआई प्रेस कांफ्रेंस कर ब्याज दरों का ऐलान करेगा. जी न्यूज के पोल के मुताबिक RBI ब्याज दरों में चौथाई फीसदी की कटौती कर सकता है. अगर RBI की ओर से ऐसी कटौती की जाती है तो इस बात की संभावना है कि आने वाले दिनों में आपके घर और कार लोन पर ब्याज दर थोड़ा और घट सकता है. आपको बता दें कि RBI ने बीते 5 बार में लगातार ब्याज दरों में कटौती की है.
ASSOCHAM के प्रेसिडेंट बाल कृष्ण गोयंका का मानना है कि आरबीआई के पास रेट कट का पूरा मौका है. उन्हें उम्मीद है कि आरबीआई 25 बेसिस प्वाइंट का रेट कट कर सकती है. गोयंका ने कहा कि मौजूदा आर्थिक स्थिति और सेंटीमेंट सुधार के लिए ये जरूरी कदम होगा. उन्होंने कहा कि दिक्कत इस बात की है कि सेंट्रल बैंक आरबीआई के रेट कट का फायदा अन्य बैंक चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट उपभोक्ताओं तक बाईपास नहीं करते हैं.
ASSOCHAM प्रेसिडेंट ने कहा कि अगर आरबीआई के रेट कट का फायदा अन्य बैंक आगे भी रेट कटौती के रूप में करते हैं तो यकीनन इसका फायदा छोटे और मझोले उद्यमियों को मिलेगा. इससे पूरी अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में बड़ी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि जीडीपी के आंकड़े भले ही गिरे हों लेकिन यहां से आगे स्थिति बेहतर ही होगी. अगले दो-तीन तिमाहियों में GDP 6-7% पर पहुंचने की उम्मीद ASSOCHAM प्रेसिडेंट ने जताई है.
उनका मानना है कि राज्य में सरकार बदलने पर नए फैसले ना लेकर पुराने फैसलों की समीक्षा की जाती रही तो इससे ग्लोबल सेंटीमेंट खराब होता है. इससे विदेशी निवेशकों पर गलत असर पड़ता है. निवेशकों का भरोसा टूटता है और सबसे अहम इस सब का खामियाजा केंद्र से ज्यादा राज्य को भुगतना पड़ता है. जिसकी सीधा असर GDP पर पड़ता है.
नई दिल्ली. बीएसएनएल और एमटीएनएल के 92,678 कर्मचारियों ने ऐच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का विकल्प चुना है। इससे सालाना 8,800 करोड़ रुपए की बचत होने की उम्मीद है। वीआरएस स्कीम चुनने का मंगलवार को आखिरी दिन था।
बीएसएनएल के सालाना 7000 करोड़ रुपए बचेंगे
बीएसएनएल के 78,300 और एमटीएनएल के 14,378 कर्मचारियों ने वीआरएस लिया है। इसके बाद बीएसएनएल के 50% और एमटीएनएल के 76% कर्मचारी कम हो गए। बीएसएनएल के चेयरमैन और एमडी पी के पुरवार ने बताया कि वीआरएस के अलावा करीब 6,000 अन्य कर्मचारी भी रिटायर हो चुके हैं। इससे कंपनी के वेतन-भत्तों का सालाना खर्च 14,000 करोड़ रुपए से घटकर 7,000 करोड़ रुपए रह जाएगा।
एमटीएनएल के चेयरमैन और एमडी सुनील कुमार ने कहा कि कर्मचारियों की संख्या घटने से सालाना वेतन का खर्च 2,272 करोड़ रुपए से घटकर 500 करोड़ रह जाएगा। अब सिर्फ 4,430 कर्मचारी बचे हैं। इतने लोग कंपनी चलाने के लिए पर्याप्त हैं।
घाटे में चल रही दोनों कंपनियों का वेतन-भत्तों का खर्च बहुत ज्यादा था। बीएसएनएल और एमटीएनएल के रिवाइवल के लिए सरकार ने अक्टूबर में पैकेज का ऐलान किया था। इसके तहत एमटीएनएल के बीएसएनएल में मर्जर और दोनों कंपनियों के कर्मचारियों के लिए वीआरएस योजना पेश की गई।
बीएसएनएल को 2018-19 में 14,904 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। इस दौरान एमटीएनएल 3,398 करोड़ के नुकसान में रही। दोनों कंपनियों पर कुल 40,000 करोड़ रुपए का कर्ज है।
नई दिल्ली. आए दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी और मनचलों को सबक सिखाने के लिए साउथ दिल्ली की रहने वाली प्रियंका ने महिलाओं के लिए खासतौर पर जीपीएस से लैस हैंड बैग तैयार किए है. जो मुसीबत के समय महिलाओं के लिए खासतौर पर मददगार होंगे. साथ ही इस बैग में एक ऐसी चीज भी लगाई गई है जो छेड़छाड़ करने वाले मनचलों पर पंच की तरह काम करेगा. ये हैंड बैग महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर खासतौर पर तैयार किए गए हैं.
ये हैंड बैग करेगा महिला की हिफाजत
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर देशभर में सवाल खड़े किए जा रहे है लेकिन आए दिन छेड़छाड़ और दरिंदगी के नए मामले निकल कर सामने आ जाते हैं. घर से अकेले निकलने वाली लड़कियां जबतक अपने को सुरक्षित घर वापस नहीं लौट आतीं, घरवालों को उनकी सुरक्षा की चिंता सताती रहती है.
ऐसे में साउथ दिल्ली की रहने वाली डिजायनर प्रियंका ने जीपीएस के साथ ऐसे हैंडबैग तैयार किए हैं जो मुसीबत के समय न सिर्फ लोकेशन को दिखाएंगे बल्कि वक्त पड़ने पर हथियार की तरह काम भी करेंगे.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए डिजायन किया ये बैग
पेशे से डिजायनिंग का काम करने वाली वाली प्रियंका ने घर से ऑफिस हो या बाजार, अकेली जाने वाली लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर खास तौर पर जीपीएस के साथ हैंडबैग्स तैयार किए हैं.
इस बैग में एक जीपीएस बटन लगाया गया है जिसको एक सॉफ्टवेयर के जरिये एक फोन नंबर से अटैच किया जाता है. मुसीबत के समय लड़की 3-4 सेकंड तक इस बटन को जैसे ही दबाएगी तुरंत घरवालों के नम्बर पर कॉल आ जायेगी और आप लोकेशन और वहां के साउंड को आसानी से सुन सकते हैं.
क्या है इन बैग्स की खासियत
इन बैग्स की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से इंडियन टेक्नोलॉजी और प्योर लेदर से बने है और देखने काफी मजबूत और बेहद खूबसूरत है. साथ ही इन बैग्स में ब्रास से बने बेहद खूबसूरत हैंडल लगाये गए हैं जिनके सिरों को डिजायन करके खासतौर पर नुकीला और शार्प बनाया गया है जिससे मुसीबत के समय हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा सके.
इन बैग्स को तैयार करने वाली प्रियंका बताती है कि हैदराबाद में जिस लेडी डॉक्टर का मर्डर हुआ उस हादसे के वक्त उनका मोबाइल छीन लिया गया यदि उनके पास इस तरह की कोई चीज होती तो उनसे घरवाले आसानी से संपर्क कर सकते है. इस तरह के हादसों को टाला जा सकता था.
ये बैग्स देखने मे जितने खूबसूरत है, मुसीबत के समय उतने ही उपयोगी भी है जो घर से अकेली निकलने वाली लड़कियों और महिलाओं के लिए एक हथियार से कम नहीं है. हालांकि आने वाले समय में जीपीएस को घरवालों के साथ-साथ पीसीआर से कनेक्ट करने की योजना है जिससे मुसीबत के समय घरवालों के साथ-साथ नजदीक पीसीआर को भी कॉल मिल सके.