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बिज़नस (3625)

  • मुंबई में भी पेट्रोल में 13 पैसे की कमी, 82.94 रुपए प्रति लीटर हुआ रेट 
  • दिल्ली, मुंबई में डीजल 12 पैसे सस्ता हुआ

नई दिल्ली. पेट्रोल-डीजल मंगलवार को लगातार छठे दिन सस्ते हुए। दिल्ली में पेट्रोल का रेट 77.43 रुपए और मुंबई में 82.94 रुपए हो गया। दोनों शहरों में 13 पैसे कम हुए। डीजल की कीमत 12 पैसे कम हुई। चार अक्टूबर के उच्चतम स्तर से पेट्रोल 6.57 रुपए और डीजल 17 अक्टूबर के उच्चतम स्तर से 3.50 रुपए सस्ता हो चुका है।

दिल्ली में डीजल का रेट 72.19 रुपए हुआ

  1.  

    मेट्रो शहरों में पेट्रोल

    शहर सोमवार को रेट (रुपए प्रति लीटर) मंगलवार को रेट (रुपए प्रति लीटर) कमी
    दिल्ली 77.56 77.43 13 पैसे
    मुंबई 83.07 82.94 13 पैसे

     

  2.  

    मेट्रो शहरों में डीजल

    शहर सोमवार को रेट (रुपए प्रति लीटर) मंगलवार को रेट (रुपए प्रति लीटर) कमी
    दिल्ली 72.31 72.19 12 पैसे
    मुंबई 75.76 75.64 12 पैसे

     

  3. कच्चे तेल का उत्पादन घटाएंगे ओपेक देश

     

    कच्चे तेल का उत्पादन करने वाले देश दाम बढ़ाने के लिए रोजाना 10 लाख बैरल प्रोडक्शन घटा सकते हैं। क्रूड के दाम 7 महीने के निचले स्तर पर जाने के बाद रविवार को ओपेक और दूसरे तेल उत्पादक देशों की बैठक हुई, जिसमें प्रोडक्शन घटाने पर विचार हुआ।

     

  4.  

    एंजेल ब्रोकिंग के ऊर्जा मामलों के विशेषज्ञ अनुज गुप्ता ने बताया कि ओपेक देशों द्वारा उत्पादन में कटौती करने से क्रूड के दाम में तेजी आने के आसार हैं। हालांकि, पेट्रोल-डीजल के दाम पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि पिछले दिनों कच्चे तेल के दाम में काफी गिरावट आ चुकी है। लेकिन, अंतराराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के दामों में तेजी जारी रही तो पेट्रोल-डीजल के दाम भी बढ़ेंगे।

     

  5. अगले साल 65 डॉलर तक गिर सकते हैं क्रूड के दाम

     

    ईरान ने अक्टूबर में रोजाना औसतन 17 लाख बैरल तेल निर्यात किया। अमेरिकी प्रतिबंध की वजह से दिसंबर तक यह 11 लाख बैरल रह सकता है। इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन साक्स ने अनुमान जताया है कि शॉर्ट टर्म में डिमांड सप्लाई से ज्यादा रहेगी। दिसंबर तक क्रूड के दाम 80 डॉलर तक रह सकते हैं। 2019 में इसकी डिमांड कम रहने से दाम 65 डॉलर तक गिर सकते हैं।

सैन फ्रांसिस्को. अमेजन के नए हेडक्वार्टर न्यूयॉर्क और उत्तरी वर्जीनिया में बनेंगे। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में सोमवार को ऐसा कहा गया। मंगलवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है। रिटेल कंपनी का मुख्यालय फिलहाल अमेरिका के सिएटल शहर में है। सितंबर 2017 से कंपनी दूसरा हेडक्वार्टर बनाने के लिए लोकेशन की तलाश कर रही थी। अमेजन नए हेडक्वार्टर के निर्माण पर 36,500 करोड़ रुपए (5 अरब डॉलर) खर्च करेगी। इससे अगले 10 से 15 साल में 50,000 ऊंचे वेतन वाले रोजगार के मौके मिलेंगे।

 

जनवरी में 20 शहर शॉर्टलिस्ट हुए थे

नए हेडक्वार्टर के लिए अमेजन को 238 शहरों से प्रस्ताव मिले थे। कंपनी ने इस साल जनवरी में 20 शहर शॉर्टलिस्ट किए थे। अमेजन के अधिकारियों ने पूरे अमेरिका और कनाडा के टोरंटो शहर का दौरा कर लोकेशन का सर्वे किया था। पिछले दिनों कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि दूसरा मुख्यालय दो लोकेशन में बांटा जाएगा।

रायपुर। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि आने वाले वर्षों में देश ब्रिटिश अर्थव्यवस्था से भी बड़ी ताकतवर अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। ईरानी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आर्थिक विकास और आर्थिक क्रांति का सबसे बड़ा पैमाना कोई हो तो आज वैश्विक स्तर पर यह माना जाता है कि हिंदुस्तान आर्थिक रूप से और सशक्त हुआ है। आज यह भी माना जाता है कि आने वाले समय में हम लोग ब्रिटिश अर्थव्यवस्था से भी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। यह तभी संभव हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से हम आर्थिक सशक्तीकरण और राष्ट्र नवनिर्माण की ओर बढ़ पाए हैं।
 
मंत्री ने कहा कि यह मान्यता केवल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम जैसे संस्थानों ने भी माना है कि केंद्र सरकार के माध्यम से जो योजनाएं लाई जा रही हैं, उनके चलते आर्थिक रूप से हिंदुस्तान सशक्त हो रहा है। ईरानी ने कहा कि वर्ष 2014 में जिन आर्थिक परिस्थितियों में कांग्रेस नीत यूपीए ने देश को छोड़ा था, उस दौरान कर्ज था। कई घोटाले थे। आज उससे उबरकर एक नए भारत की कल्पना के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के आशीर्वाद से आगे बढ़ रहे हैं।
 
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राज बब्बर के नक्सलियों को लेकर दिए गए बयान से संबंधित सवाल के जवाब में ईरानी ने कहा कि अगर राज बब्बर जी को लगता है कि वह जो बेगुनाहों का खून बहाते हैं, जो हमारे सुरक्षाबलों को मौत के घाट उतारने का दुस्साहस करते हैं, उनमें उन्हें क्रांति दिखती है तब मुझे लगता है कांग्रेस के लिए यह शर्म की बात है। मैं चिंतित हूं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने सार्वजनिक रूप से इसका खंडन नहीं किया है। उनकी चुप्पी में ऐसे बयानों को सह मिलती है। कम से कम अपनी राजनीतिक मतभेद छोड़कर संविधान और कानून के संरक्षण के लिए राष्ट्रहित में कांग्रेस पार्टी को अपने नेता के इस बयान का खंडन करना चाहिए था।
 
गौरतलब है कि राज बब्बर ने शनिवार को रायपुर में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा था कि गोलियां और बंदूकें नक्सलवाद का हल नहीं कर सकती हैं। धमकाकर, डराकर इस समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता है। ऐसे लोगों को नहीं रोका जा सकता है जिन्होंने क्रांति की शुरूआत कर दी है। हालांकि बब्बर ने इस मुद्दे पर अपनी सफाई भी दी थी। 
 
छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में नक्सल प्रभवित बस्तर क्षेत्र के सात जिलों और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों लिए इस महीने की 12 तारीख को तथा शेष 72 सीटों के लिए 20 तारीख को मतदान होगा।
  • रान के पेट्रोलियम और बैंकिंग सेक्टर पर सोमवार से लागू हो गए अमेरिकी प्रतिबंध
  • मई 2015 के परमाणु समझौता तोड़ने के बाद ट्रम्प ने ईरान पर लगाया था प्रतिबंध

वॉशिंगटन. अमेरिका ने भारत, चीन और जापान को ईरान से तेल आयात करने की छूट दे दी है। यह जानकारी अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने दी। उन्होंने बताया कि ईरान के पेट्रोलियम और बैंकिंग सेक्टर पर अमेरिकी प्रतिबंध सोमवार से लागू हो गए। ये ईरान पर लगे अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध हैं। उम्मीद है कि इस प्रतिबंध से ईरान सरकार के बर्ताव में बदलाव आएगा। 

भारत के लिए ईरान तीसरा सबसे बड़ा क्रूड सप्लायर

  1.  

    मई 2015 के मल्टीनेशनल परमाणु समझौते से अमेरिका को अलग करने के बाद ट्रम्प ने ईरान के बैंकिंग और पेट्रोलियम सेक्टर पर प्रतिबंध लगाया था, जो 4 नवंबर से लागू हो गया। ट्रम्प ने चेतावनी दी थी कि प्रतिबंध के बाद ईरान से तेल खरीदने वाले देशों पर भी कार्रवाई होगी।

     

  2.  

    ट्रम्प के मुताबिक, प्रतिबंध के माध्यम से वे साइबर हमले, बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण, पश्चिम एशिया में आतंकी समूहों के समर्थन जैसी ईरान की 'घातक' गतिविधियों को रोकना चाहते हैं। वे परमाणु समझौते के लिए ईरान को दोबारा बातचीत के लिए बुलाना चाहते हैं।

     

  3.  

    चीन के बाद ईरान का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड खरीदार भारत है। 2017-18 में इसने ईरान से 2.26 करोड़ टन क्रूड खरीदा था। इस साल तेल का आयात 3 करोड़ टन तक ले जाने का लक्ष्य था, लेकिन प्रतिबंध लगने के खतरे के चलते भारत 1.5 करोड़ टन पर सहमत हो गया था। भारत अपनी जरूरत का 80% तेल आयात करता है। भारत के लिए ईरान तीसरा बड़ा क्रूड सप्लायर है। पहला नंबर इराक और दूसरा नंबर सऊदी अरब का है।

     

  4.  

    ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ रिकार्डो फैबिआनी के मुताबिक, इस वक्त सभी की नजरें ईरान के निर्यातकों पर हैं। अब देखना यह है कि ईरान के निर्यातक अमेरिकी प्रतिबंध से बचने के लिए क्या कदम उठाते हैं या फिर अपना उत्पादन कम करते हैं।

लिलोंगवे। उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मलावी में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुये कहा कि भारत "तेजी से आगे बढ़" रहा है और विश्वबैंक तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) जैसे वैश्विक संगठनों ने भारत की आर्थिक प्रगति की सराहना है। नायडू तीन देशों की अपनी छह दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में रविवार को मलावी पहुंचे। इस यात्रा का उद्देश्य बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और मलावी के साथ भारत के रणनीतिक सहयोग को गहरा करना है।
 
उपराष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुये कहा, "भारत आगे बढ़ रहा है। सिर्फ नायडू ही नहीं बल्कि विश्वबैंक और आईएमएफ भी यही कह रहा है।"उन्होंने हा कि केवल बैंकों ने ही नहीं बल्कि रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी भारत को अच्छी रेटिंग दी है। यह देश के लिये अच्छी खबर है। जीएसटी कर व्यवस्था की सफलता पर उप-राष्ट्रपति ने कहा कि अक्टूबर में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ के पार हो गया है। नायडू ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। भारत 2025 तक 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में बढ़ रहा है। 
 
विश्वबैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में 77 वें पायदान पर पहुंचने का हवाला देते हुये उन्होंने कहा कि कई आवेदन फॉर्मों की जगह एक फॉर्म और जीएसटी क्रियान्वयन के माध्यम से कारोबार शुरू करना आसान हुआ है। उप-राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ लोग जनधन खातों और नोटबंदी को लेकर उलझन में है लेकिन इन कदमों ने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है। भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, "मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि आपने देश की आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आप में से कुछ लोग अपने पेशे में शीर्ष पदों पर हैं।

नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को कहा कि बाजार में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा बढ़ने पर कई बार किसी क्षेत्र में इकाइयों के लिए कठिनाई बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि वृद्धि की राह पर बढ़ रही किसी भी अर्थव्यवस्था के सामने इस तरह की चुनौतियां आती रहती हैं। उन्होंने अर्थव्यवस्था के विस्तार के साथ साथ हर विनियामक एजेंसी की भूमिका का भी विस्तार होगा।

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में जेटली ने कहा कि अत्यधिक प्रतिस्पर्धा से कई बार कीमतों की स्थिति ऐसी हो जाती है जिससे खुद अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्र कठिनाई महसूस करते हैं। इसका कारण यह है कि हर कोई उस क्षेत्र की सबसे अग्रणी इकाई की राह पर चल रहा होता है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में आप को क्या करना चाहिए, यह चुनौती बन जाती है। जैसे जैसे अर्थव्यवस्था का विस्तार होगा नयी चुनौतियां उभरेंगी ही।

जेटली ने कहा कि मौजूदा वृद्धि दर बनी रही तो भारतीय अर्थव्यवस्था का कई गुना विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में ‘आकार बढ़ेगा..उद्योग क्षेत्र का आकार बढ़ेगा..सेवा क्षेत्र का आकार बढ़ेगा, इस स्थिति में आत्म संयम बरतते हुए विनियामकों की भूमिका का भी विस्तार होगा।’ जेटली ने कहा कि प्रतिस्पर्धा कानून के उद्येश्यों में उपभोक्ताओं के हित की रक्षा करना एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है। सरकार हर क्षेत्र में अच्छी कंपनियां चाहती है और चाहती है कि इनकी संख्या समुचित स्तर की हो ताकि उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हो सके।

उन्होंने कहा कि बाजार आधारित अर्थव्यवस्था में बाजार में असामान्य परिस्थितियों को दूर करने के लिए ही विनियामक व्यवस्था की जाती है। इसी लिए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग का गठन किया गया है।

मुंबई। शुरूआती कारोबार में बृहस्पतिवार को शेयर बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है। सेंसेक्स में करीब 150 अंक की तेजी रही। बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 149.36 अंक यानी 0.44 प्रतिशत चढ़कर 34,591.41 अंक पर चल रहा है। बुधवार को इसमें 550.92 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 55 अंक यानी 0.49 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,441.60 अंक पर चल रहा है। ब्रोकरों के अनुसार घरेलू संस्थागत निवेशकों की लगातार लिवाली से शेयर बाजार को समर्थन मिला। इसके अलावा सकारात्मक वैश्विक संकेत के बीच कंपनियों के उम्मीद से बेहतर तिमाही परिणामों ने भी बाजार में धारणा मजबूत की है।

मुंबई, 29 अक्टूबर (भाषा) पिछले कुछ दिनों में गिरे शेयरों में हुई लिवाली तथा रुपये की मजबूती के बीच सोमवार को सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 173.33 अंक सुधर गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 340.78 अंक गिरकर सात महीने के निचले स्तर 33,349.31 अंक पर बंद हुआ था। हालांकि सोमवार को शुरुआती कारोबार में यह 173.33 अंक यानी 0.52 प्रतिशत मजबूत होकर 33,522.64 अंक पर रहा। बुनियादी संरचना तथा वाहन समूहों की अगुआई में कुछ समूहों में सकारात्मक धारणा रही। बैंकिंग समूह में मिश्रित रुख देखा गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 44.25 अंक यानी 0.44 प्रतिशत मजबूत होकर 10,074.25 अंक पर रहा। इस बीच रुपया शुरुआती कारोबार में 14 पैसे सुधरकर 73.33 रुपये प्रति डॉलर पर रहा। एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार में जापान का निक्की 0.50 प्रतिशत और ताईवान का शेयर बाजार 0.14 प्रतिशत मजबूती में रहा। हालांकि चीन का शंघाई कंपोजिट 1.47 प्रतिशत और हांग कांग का हैंग सेंग 0.02 प्रतिशत की गिरावट में रहा। अमेरिका का डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज शुक्रवार को 1.19 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ था। प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 1,356.66 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशक 1,875.89 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे।

  • माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 821 अरब डॉलर, अमेजन का 803 अरब डॉलर
  • शेयर बाजार में गिरावट से अमेजन का वैल्युएशन शुक्रवार को 68 अरब डॉलर घटा

सैन फ्रांसिस्को. अमेजन को पीछे छोड़ माइक्रोसॉफ्ट शुक्रवार को सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली दूसरी अमेरिकी कंपनी बन गई है। एक ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू के साथ एपल पहले नंबर पर बरकरार है। अमेजन के शेयर में गिरावट की वजह से कंपनी का वैल्युएशन 68.1 अरब डॉलर घटकर 803.28 अरब डॉलर रह गया। माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप 821.05 अरब डॉलर है। अमेजन ने इस साल अप्रैल में माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ा था।

अमेजन के शेयर में 4 साल की सबसे बड़ी गिरावट

  1.  

    अमेजन का शेयर शुक्रवार को 7.8% लुढ़क गया। यह 24 अक्टूबर 2014 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। इससे अमेजन के सीईओ की नेटवर्थ 11 अरब डॉलर घट गई। अमेजन का मार्केट कैप 4 सितंबर को एक ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचा था।

     

  2.  

    अमेजन का तिमाही रेवेन्यू विश्लेषकों के अनुमान से कम रहा। इस वजह से शेयर में गिरावट आई। जुलाई-सितंबर में अमेजन का रेवेन्यू 56.60 अरब डॉलर रहा। विश्लेषकों ने 57.10 अरब डॉलर का अनुमान जताया था।

     

  3. माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में इस साल 25% बढ़त

     

    माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में इस साल 25% तेजी आई। अमेरिकी शेयर बाजार में 1998 से 2000 तक माइक्रोसॉफ्ट सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली कंपनी थी।

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