ईश्वर दुबे
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Bhilai
मुंबई । एससी-एसटी आरक्षण से क्रीमी लेयर को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अठावले ने कहा कि एससी-एसटी वर्ग की जातियों का उप वर्गीकरण किया जाना चाहिए। इससे समूह में पिछड़ी जातियों को लाभ मिलेगा। लेकिन SC-ST आरक्षण में क्रीमी लेयर का प्रावधान न लाया जाए। अगर ऐसा किया गया तो हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी। रिपब्लिकन पार्टी ऑन इंडिया (अठावले) के प्रमुख और सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने ओबीसी और सामान्य श्रेणी के सदस्यों के लिए भी समान उप-वर्गीकरण की मांग की। अठावले ने कहा कि एससी-एसटी के लिए आरक्षण जाति पर आधारित है। एससी और एसटी के आरक्षण में क्रीमी लेयर के प्रावधान लागू करने के किसी भी कदम का आरपीआई (ए) कड़ा विरोध करेगी। अठावले ने कहा कि देश में 1,200 अनुसूचित जातियां हैं। इनमें से 59 महाराष्ट्र में हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत महाराष्ट्र सरकार को अनुसूचित जातियों का अध्ययन करने और उन्हें ए, बी, सी, डी में उप-वर्गीकृत करने के लिए एक आयोग बनाना चाहिए। इससे एससी में आने वाली सभी जातियों को न्याय मिलेगा।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला क्या है?
उच्चतम न्यायालय के सात न्यायधीशों की संविधान पीठ ने अपने फैसले में कहा है कि राज्य को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए अनुसूचित जातियों का उप-वर्गीकरण करने का अधिकार है। फैसले का मतलब है कि राज्य एससी श्रेणियों के बीच अधिक पिछड़े लोगों की पहचान कर सकते हैं और कोटे के भीतर अलग कोटा के लिए उन्हें उप-वर्गीकृत कर सकते हैं। यह फैसला भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली सात सदस्यीय संविधान पीठ ने सुनाया है। पीठ ने इस मामले पर तीन दिनों तक सुनवाई की थी और बाद 8 फरवरी, 2024 को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। सर्वोच्च अदालत की संविधान पीठ ने 6:1 के बहुमत से सुनाए ऐतिहासिक फैसले में हिस्सा रहे जस्टिस गवई ने कहा कि राज्यों को एससी, एसटी में क्रीमी लेयर की पहचान करनी चाहिए।
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज आरंग में पाँच कन्या छात्रावासों का शुभारंभ किया। पाँचो छात्रावासों के शुरू हो जाने से अनुसूचित जाति की तीन सौ कन्याओं की अपनी पढ़ाई के लिए आवासीय सुविधा मिलेगी। इन छात्रावासों की लागत आठ करोड़ छह लाख रुपये से ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास आरंग 100 सीटर लागत 174.67 लाख, प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास मंदिर हसौद, 50 सीटर लागत 174.67 लाख, अनुसूचित जाति कन्या आश्रम आरंग 50 सीटर लागत 162.76 लाख, अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास आश्रम 50 सीटर लागत 162.76 लाख, नवीन प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास आरंग 50 सीटर लागत 152.97 लाख रूपए का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कन्या छात्रावास परिसर में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत रामफल के पौधे का रोपण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के सभी हॉस्टल, छात्रावासों में दो हजार सीटों की वृद्धि करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने माइनर नगर वितरक शाखा क्रमांक-एक पोढ़ापार रसोटा तुलसी केशला के जीर्णाेद्धार, आरंग एसडीएम और तहसील कार्यालय के कर्मचारियों के लिए आवास के निर्माण, आरंग रेस्ट हाउस का विस्तार और जीर्णाेद्धार करने की घोषणा की। इस मौके पर विधायक गुरू श्री खुशवंत साहेब की मांग पर भण्डारपुरी गुरुद्वारा परिसर के निर्माण के लिए 17 करोड़ रुपये की मंज़ूरी भी दी गई
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छात्रावास के लोकार्पण कर छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि इन भवनों के माध्यम से अनुसूचित जाति वर्ग की हमारी बेटियां सुविधापूर्ण तरीके से अपनी शिक्षा को जारी रख सकेंगी और अच्छी तरह पढ़-लिखकर अपने माता-पिता और हमारे प्रदेश का नाम रोशन करेंगी। मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा विकास का मूल मंत्र है। शिक्षा केवल नौकरी पाने का माध्यम ही नहीं है बल्कि उससे भी बढ़कर एक आदर्श समाज की नींव है। किसी भी कार्य को अच्छी तरह कर पाने के लिए शिक्षा का अहम योगदान होता है। 15 साल प्रदेश में डॉ. रमन सिंह की सरकार रही, इन 15 सालों में प्रदेश में शिक्षा के विकास के लिए अनेक कार्य हुए। उस समय हमारे प्रदेश के शैक्षणिक संस्थान टॉप में रहे। उसी का परिणाम है कि आज प्रदेश में 10 से अधिक मेडिकल कॉलेज हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन के साथ विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता है। हमारी सरकार को कुछ ही माह हुए हैं इतने कम समय में हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा प्रदेश की जनता को दी गई गारंटियों को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। इस क्रम में आरंग विधानसभा के विकास के लिए भी हमने कम समय में 17 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी है। शिक्षा के क्षेत्र में भी हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। पीएम श्री योजना में छत्तीसगढ़ के 211 स्कूलों को शामिल किया गया है। इन स्कूलों के विकास के लिए केंद्र सरकार से 02 करोड़ रूपए का बजट मिलेगा, जिसका उपयोग स्कूल में अच्छे शिक्षकों की उपलब्धता, शैक्षणिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ से दिल्ली जाकर आईएएस, आईपीएस परीक्षा की तैयारी करने वाले एसटी, एससी, ओबीसी वर्ग के छात्रों के लिए दिल्ली में निर्धारित हॉस्टल में सीटों की संख्या की बढ़ोतरी करते हुए उसे 200 किया गया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जारी हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी को राज्य में बड़े नुकसान की चिंता हो रही है। इस लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। लेकिन अंदर खाने बात छानकर बाहर आई हैं कि आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ भाजपा के साथ अजित पवार के गठबंधन से खुश नहीं है।
नई दिल्ली । संसद के मानसून सत्र का गुरुवार को नौवां दिन है। लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेनों की सेफ्टी को लेकर बात की। इस पर विपक्ष ने ताजा हादसों पर सवाल पूछकर हंगामा किया।
इस पर रेल मंत्री ने कहा कि जो लोग यहां चिल्ला रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सत्ता में रहने के 58 सालों में वे 1 किमी दूर भी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) क्यों नहीं लगा पाए। आज वे सवाल उठाने की हिम्मत करते हैं। रेल मंत्री इंडिया गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तब वे दुर्घटनाओं की संख्या बताती थीं कि 0.24 से घटकर 0.19 हो गई, ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब यह 0.19 से घटकर 0.3 हो गई है, तब ये विरोधी दल इस तरह का आरोप लगाते हैं। क्या यह देश इसतरह ही चलेगा? वैष्णव ने कहा, कांग्रेस सोशल मीडिया की अपनी ट्रोल सेना की मदद से झूठी बातें उठाती है। क्या वे उन 2 करोड़ लोगों के दिलों में डर भरने की कोशिश कर रहे हैं जो हर दिन रेलवे से यात्रा करते हैं?
नई दिल्ली। राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ममता मोहंता ने अपनी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। ममता मोहंता ने बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक को लिखे अपने इस्तीफे में कहा है कि उन्हें ऐसा लगा रहा है कि पार्टी में उनकी और उनके समुदाय की सेवा की कोई जरुरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह मयूरभंज के लोगों की सेवा करने और ओडिशा के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का अवसर देने के लिए आपका आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने कहा कि वह बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं। ममता मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजद सदस्यों की संख्या घटकर आठ रह गई है। लोकसभा में बीजद का कोई सदस्य नहीं है।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि ममता मोहंता बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा है। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही के दौरान कहा कि ममता मोहंता ने राज्यसभा की सदस्याता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बताया कि उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। बता दें ओडिशा विधानसभा में बीजेपी के पास बहुमत है और उनके इस्तीफे के बाद होने वाले उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार का जीता लगभग तय है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक में देश के 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दूरी बनाई। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर होती रही। हालांकि जेडीयू की तरफ से कहा गया कि बैठक में सीएम नीतीश के शामिल नहीं होने के सियासी मायने न निकालें जाएं। कुछ व्यक्तिगत कारणों से उनका मीटिंग में शामिल होना संभव नहीं हो पाया। बैठक में 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल शामिल हुए। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने यह जानकारी दी। बैठक में गांवों में गरीबी को शून्य स्तर पर लाने यानी इससे पूरी तरह समाप्त करने के विचार पर गहन चर्चा हुई। सुब्रमण्यम ने कहा कि बैठक में शामिल नहीं होने वालों में बिहार, केरल के अलावा तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, झारखंड और पुदुचेरी हैं।सुब्रमण्यम ने कहा, ‘यह बैठक इस बात के लिए थी कि राज्यों के विकास को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है और उसमें कैसे योगदान दिया जा सकता है। अगर उन्होंने भाग नहीं लिया तो यह उनका नुकसान है।’ सीईओ ने बैठक से बाहर चली गईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में कहा कि उन्होंने दोपहर के भोजन से पहले बोलने का अनुरोध किया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया। हालांकि राज्यों के नाम के हिसाब से उनकी बारी दोपहर में आती। सुब्रमण्यम ने कहा कि जब मुख्यमंत्री का समय समाप्त हुआ, तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बस माइक थपथपाया। इस पर उन्होंने बोलना बंद कर दिया और बाहर चली गईं। हालांकि पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारी बैठक में शामिल हुए। बिहार के बारे में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य में विधानसभा सत्र में व्यस्त होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।
नई दिल्ली । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बजट पर चर्चा में हिस्सा लिया। राहुल गांधी ने अपने संबोधन में महाभारत में चक्रव्यूह बनाकर अभिमन्यु की हत्या का जिक्र करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की। साथ ही, जातीय जनगणना का मुद्दा भी उठाया।राहुल गांधी ने बजट के हलवा सेरेमनी की फोटो भी दिखाई। राहुल ने कहा, ‘इस फोटो में कोई पिछड़ा, दलित या आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा है। 20 अफसरों ने हलवा बनाया और अपने 20 लोगों में बांट दिया। बजट कौन बना रहे हैं, वही दो या तीन प्रतिशत लोग। हम जातिगत जनगणना लाकर इस विषमता को खत्म करेंगे।’राहुल गांधी की यह बात सुनकर सदन में बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सिर पकड़ लिया। सीतारमण की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया में वायरल है।
बेंगलुरु । कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ बीजेपी-जेडीएस ने संयुक्त तौर पर मोर्चा खोलने की घोषणा की है। दोनों दलों की ओर से भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर 3 अगस्त से पदयात्रा निकलेगी। इसमें दोनों दलों के बेंगलुरु से मैसूर तक एक सप्ताह की पदयात्रा करने का ऐलान किया है। पदयात्रा में मैसूर में कथित भूमि आवंटन घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से इस्तीफे मांगा जाएगा। राज्य में मुडा घोटाले को लेकर सियासत जारी है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम वरिष्ठ बी एस येदियुरप्पा ने सिद्धारमैया से इस्तीफे की मांग की है।
सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ बीजेपी और जेडीएस की संयुक्त मीटिंग हुई थी। मीटिंग के बाद दिग्गज भाजपा नेता येदियुरप्पा ने कहा कि कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार के खिलाफ बेंगलुरु से मैसूर तक हम पैदल यात्रा करने वाले हैं। हम जनता से आह्वान करते हैं कि वे इसमें हमारा साथ दे। मैं राज्य की जनता से अपील करना चाहता हूं कि वे अधिक से संख्या में इस मार्च में शामिल हों। जब तक यह सरकार इस्तीफा नहीं देती है, तब तक तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
जब तक मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते हैं, तब तक हम संघर्ष जारी रखा जाएगा। वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु पहुंची केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कर्नाटक में महंगाई और खराब कानून-व्यवस्था कांग्रेस सरकार की देन है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा राज्य के साथ अन्याय करने के आरोप पर सीतारमण ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से ईंधन, दूध और स्टांप शुल्क की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ-साथ बदहाल पूंजीगत व्यय के कारण खराब हुई है।
नई दिल्ली । दिल्ली के आईएएस कोचिंग संस्थान में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत का मामला सोमवार को संसद में गूंजा। इस पर राज्यसभा में बहस छिड़ी तब सभापति जगदीप धनखड़ ने भी टिप्पणी की। सभापति धनखड़ ने संसद में कहा कि कोचिंग एक धंधा बन चुका है। उन्होंने कहा, कोचिंग आज एक तरह से धंधा बन गया है। हम हमेशा अखबार पढ़ते हैं,तब शुरुआत के एक दो पन्नों में उनके ही विज्ञापन मिलते हैं।
बता दें कि बेसमेंट में पानी भरने से तीन कोचिंग स्टूडेंट्स की मौत हुई थी। इसके अलावा बीते सप्ताह ही एक छात्र की बारिश होने के बाद करंट लगने से मौत हुई थी।
सभापति धनखड़ ने कहा, यह गंभीर मुद्दा है। हम अखबार पढ़ते हैं तब देखते हैं कि पहला पेज कोचिंग, दूसरा पेज कोचिंग और फिर तीसरा पेज भी कोचिंग के विज्ञापन से भरा हुआ है। यह खर्चा आखिर कहां से आता है। उन्हीं छात्र से जो अपना भविष्य बनाना चाहता है। यह घटना दुखद है। इस पर आप सभी लोग सुझाव दीजिए। आप लोग बताएं कि आखिर कैसे नवयुवकों को रोजगार मिल सकते हैं। मैं जब इसरो गया वहां देखा कि कोई भी आईआईटी और आईआईएम का नहीं था। सभी गांवों के पढ़े हुए लोग थे।
नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र में कई मुद्दों को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस बीच, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बढ़ते तापमान को लेकर सत्तापक्ष से सवाल किया। तिवारी ने लोकसभा में कहा कि रियो डी जेनेरियो में हुए वैश्विक सम्मेलन में यह आम सहमति बनी थी कि ग्लोबल वार्मिंग का स्तर 1.5 डिग्री तक कम किया जाएगा, जो कि औद्योगिक क्रांति के पहले दौर के बराबर होगा।
पटना। बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार विपक्ष पर भड़ग गए। वेल में जाकर विरोध कर रहे विपक्षी खेमे की महिला सदस्य पर टिप्पणी की। उनको राजद की मंशा को लेकर सचेत रहने की नसीहत दी। सीएम की इस नाराजगी पर महिला विधायक रेखा पासवान ने प्रतिक्रिया दी तो वहीं इंडिया गठबंधन के विरोध को बीजेपी विधायक ने मुद्दा विहिन प्रदर्शन बताया। रेखा पासवान ने कहा कि हम लोग विधानसभा में आरक्षण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। हम मांग कर रहे थे कि आरक्षण को 9वीं अनुसूची से क्यों हटाया गया? इतने पर सीएम नीतीश सदन में भड़क उठे।
उन्होंने आगे कहा हमें सीएम पर भरोसा नहीं हुआ कि वह एक महिला पर इतना गुस्सा हो जाएंगे। ऐसा लगा कि हमारी आवाज को दबाने के लिए सदन में इस तरह से सीएम बोल रहे हैं। रेखा ने कटाक्ष किया कि शायद वह किसी और बात की खुन्नस निकाल रहे थे। राजद विधायक ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया है। वह शायद इससे काफी गुस्से में हैं और इसलिए कहीं का गुस्सा कहीं निकाल रहे हैं। नीतीश कुमार की उम्र हो गई है। वह क्या बोलते हैं शायद उन्हें भी पता नहीं होता है।
विधायक पासवान ने सीएम के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें नीतीश कुमार ने सदन में कहा था कि महिला हो और तुम समझती नहीं हो। इन लोगों ने महिलाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने दिया। राजद के समय महिलाओं को कभी बोलने की इजाजत नहीं थी। हम लोग जितने भी आरक्षण से आए हैं। भीमराव अंबेडकर की देन है कि आरक्षण से विधायक बने हैं। हमारे पर कृपा नीतीश कुमार की नहीं, बल्कि लालू यादव, तेजस्वी यादव की है। सभी ने देखा कि किस तरह से सीएम नीतीश ने एक महिला को सदन में जलील किया है। वह कहते हैं हम महिला को सम्मान देते है, लेकिन, सम्मान के नाम पर वह इस तरह से अपमान करते हैं।
वहीं विपक्ष पर निशाना साधते हुए बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा देश में 60 साल तक इनकी सरकार रही। पीएम मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। लेकिन, वह बिहार नहीं आए। अब जब बिहार के विकास के लिए पीएम मोदी ने खजाना खोला है तो उन्हें अब काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करना है। यहां कानून व्यवस्था का राज है, जो कानून का पालन नहीं करेगा, उसे सबक सिखाया जाएगा।
सुल्तानपुर। गृहमंत्री अमित शाह की मानहानि मामले में आज लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सुल्तानपुर की एमपीएमएलए कोर्ट में पेश हुए।इस दौरान उन्होंने कोर्ट में अपना बयान दर्ज कराते हुए कहा कि उन पर जो आरोप लगे हैं वे गलत हैं। नवीन झा ने राहुल गांधी के इस बयान के खिलाफ रांची सिविल कोर्ट में शिकायतवाद दर्ज कराई थी, जिस पर कोर्ट ने संज्ञान लिया था। राहुल गांधी ने इसे निरस्त करने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
बता दें कि राहुल गांधी के वकील ने कहा था कि लोकसभा सत्र की वजह से वह नहीं पहुंच पा रहे हैं। अंतिम मौका दिया जाए। कोर्ट ने तब 26 जुलाई की तारीख दी थी। कोर्ट ने कहा था कि राहुल व्यक्तिगत रूप से हाजिर हों। राहुल की पेशी पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राहुल को प्रताड़ित किया जा रहा, लेकिन हम हार नहीं मानेंगे। कांग्रेस डटकर लड़ रही है और डटकर लड़ेगी। राहुल गांधी के अमित शाह पर किए गए कथित बयान पर सुल्तानपुर में भाजपा नेता विजय मिश्रा ने मानहानि का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। दिसंबर, 2023 में कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी किया था।
भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार ने भी पुलिस और सशस्त्र बलों की भर्ती में अग्निवीरों को आरक्षण देने का फैसला किया है। कारगिल विजय दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से अपील की थी कि अपने यहां पुलिस और सशस्त्र बलों की भर्ती में अग्निवीरों को आरक्षण दें। इस पर अनुसरण करते हुए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी पुलिस और पीएसी में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने का फैसला किया है। अभी तक मध्य प्रदेश में यह स्पष्ट नहीं है कि आरक्षण कितना होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कहा कि सरकार अग्निवीरों को सरकारी नौकरी में आरक्षण देगी। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि मध्य प्रदेश सरकार कारगिल दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की मंशानुसार निर्णय करती है कि हमारे यहां विभिन्न प्रकार की पुलिस, सशस्त्र बलों की भर्ती में अग्निवीरों जवानों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। अग्निवीर जवानों की योजना सच्चे अर्थों में सेना के आधुनिकरण के साथ-साथ योग्य सैनिकों की भर्ती के अलावा वैश्विक स्तर पर सेना को युवा बनाने की योजना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारगिल दिवस पर जो संकल्प लिया है, उसका पूर्णत: अनुसरण करते हुए प्रदेश सरकार उनकी भावनाओं के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगी।
चेन्नई में तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने खुद के राज्य कैबिनेट में पदोन्नत को लेकर किए गए पत्रकारों के सवाल पर कहा कि- इसका फैसला मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को ही फैसला करना है। इससे पहले डीएमके युवा विंग के 45वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए राज्य के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि पार्टी की युवा विंग के सचिव का पद उनके दिल के बहुत करीब है। इस दौरान उदयनिधि स्टालिन ने कहा, जब मीडिया के लोग मेरे उपमुख्यमंत्री के रूप में पदोन्नति के बारे में अटकलों के बारे में पूछते हैं, तो मैं उन्हें बताता हूं कि पार्टी और युवा विंग के सभी राज्य मंत्री और पदाधिकारी मुख्यमंत्री के डिप्टी के रूप में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिक प्रतिबद्धता पार्टी के युवा विंग के सचिव के रूप में बनी हुई है। युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने आगे कहा कि- कोई भी पद हो, मेरे अनुसार, युवा विंग सचिव का पद मेरे दिल के करीब है। मौके पर मंत्री ने डीएमके युवा विंग के सदस्यों से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने के लिए सुबह और शाम को कम से कम दस मिनट का समय देने का आह्वान किया। वहीं 2026 के चुनावों को देखते हुए उदयनिधि ने पार्टी की सफलता पर भरोसा जताते हुए कहा, 2026 का चुनाव हमारा लक्ष्य है, जहां हमें काम करना चाहिए और पिछले चुनावों की तरह जीत हासिल करनी चाहिए। जो भी गठबंधन आएगा, हमारा नेता जीतेगा और हमारे सीएम एमके स्टालिन फिर से तमिलनाडु के सीएम के रूप में कार्यभार संभालेंगे। यह हमारा डीएमके गठबंधन है जो 2026 का विधानसभा चुनाव जीतने जा रहा है। इस दौरान उदयनिधि ने समर्थकों से सोशल मीडिया पर अपनी भागीदारी बढ़ाने और दैनिक समाचार पत्र मुरासोली पढ़कर पार्टी की गतिविधियों से जुड़े रहने का भी आह्वान किया। नेता ने युवा विंग के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य भी निर्धारित किया और हर घर से एक युवा कैडर को शामिल करने का आग्रह किया। इसके समर्थन में पार्टी की युवा शाखा के उप सचिव सक्रिय रूप से पूरे राज्य में घूम रहे हैं और जिला स्तर के पदों के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों की पहचान कर रहे हैं। इन जिला स्तरीय पदों के लिए जल्द ही घोषणा किए जाने की उम्मीद है।