ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
नई दिल्ली । आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह ने कहा है कि उनको जितना सहयोग सौरव गांगुली से मिला उतना किसी से नहीं मिला है। युवी के नाम से लोकप्रिय इस बल्लेबाज ने कहा कि अपने 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने कई कप्तानों के नेतृत्व में खेला है। इस पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि वह अकसर गांगुली की कप्तानी में खेले गए अपने समय को याद करते हैं। धोनी की कप्तानी में हालांकि उन्होंने 2011 विश्व कप जितवाने में अहम भूमिका निभाई और वह प्लेयर ऑफ द टूर्नमेंट भी रहे थे। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि इसके बावजूद वह गांगुली की कप्तानी में खेले गए अपने समय को याद करते हैं। युवराज ने कहा, 'मैंने गांगुली की कप्तानी में खेला और उन्होंने मेरा काफी सहयोग किया। मुझे गांगुली की कप्तानी इसलिए याद है कि उन्होंने मेरा साथ दिया। वहीं मुझे धोनी और विराट से उस तरह का समर्थन नहीं मिला।'
युवराज ने भारत के लिए 304 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और उसमें 8701 रन बनाए। अपने एकदिवसीय करियर में उन्होंने 14 शतक लगाये हैं। युवराज से जब पूछा गया कि उनकी नजर में मुथैया मुरलीधरन का सामना करना सबसे मुश्किल रहा। उन्होंने कहा कि मुझे मुरलीधरन का सामना करने में बहुत मुश्किल आती थी। मुझे उनकी गेंदबाजी बिलकुल समझ नहीं आती थी। फिर सचिन तेंडुलकर ने मुझे कहा मुरलीधरन की गेंद पर स्वीप करने का आइडिया दिया और इससे मुझे काफी आसानी हुई। उन्होंने कहा कि ग्लेन मैक्ग्रा ने मुझे अपनी बाहर जाती गेंद पर काफी परेशान किया। अच्छी बात यह रही कि मुझे मैक्ग्रा का ज्यादा सामना नहीं करना पड़ा।
नई दिल्ली । कोरोना वायरस के खिलाफ अभियान में खेल जगत भी हर संभव सहयोग दे रहा है। क्रिकेटर मिताली राज ने 10 लाख और पूनम यादव ने 2 लाख रुपए दिए। इसके अलावा भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने तीन लाख रुपये की राशि दी है। नीरज ने केंद्र और हरियाणा राज्य राहत कोष में कुल तीन लाख रूपये का दान दिया।
राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदकधारी एथलीट ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने पीएम केयर्स फंड में दो लाख और हरियाणा कोविड राहत कोष एक लाख रूपये का दान दिया है। मुझे उम्मीद है कि हम अपनी क्षमता अनुसार इस समय कोविड-19 से देश की लड़ाई में मदद करेंगे। ’’
मिताली ने प्रधानमंत्री राहत कोष और तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच पांच लाख रूपये देने की घोषणा की। वहीं महिला टी20 विश्व कप 2020 में भारत के फाइनल तक पहुंचने के अभियान में अहम भूमिका निभाने वाली पूनम ने 2 लाख रुपए दिए हैं। उसने ट्वीट किया, ‘मैं प्रधानमंत्री राहत कोष और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान दे रही हूं। उम्मीद है कि सभी अपना योगदान देंगे। सभी सुरक्षित रहें।'
वहीं ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने भी डेढ लाख रुपए का योगदान दिया। उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ की ओर से बृज भूषण ने मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख रूपये देने का ऐलान किया। वहीं वाराणसी कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय कुमार ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 50000 रूपये देने की घोषणा की।
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने महासंघ की ओर से कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री राहत कोष में 11 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं इसके अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण के कर्मचारियों ने भी तीन दिन का वेतन दिया है जो करीब 76 लाख रूपए है।
वेलिंगटन । दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे अब न्यूजीलैंड की ओर से खेलते हुए नजर आयेंगे। कॉनवे इंडिया-ए या बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले से न्यूजीलैंड टीम की ओर से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करेंगे। मंगलवार को आईसीसी ने उन्हें 'एडोप्टेड' देश से खेलने की अनुमित दे दी। 28 साल के इस खिलाड़ी ने न्यूजीलैंड की ओर से खेलने के लिए ही सितंबर 2017 में जोहानिसबर्ग छोड़ दिया था। आईसीसी ने उन्हें 'असाधारण परिस्थितियों के तहत' यह अनुमति दी। इससे उन्हें 28 अगस्त की पात्रता समय सीमा से पहले खेलने की अनुमति मिल गयी। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, 'दक्षिण अफ्रीका में जन्मे कॉनवे को आईसीसी द्वारा एक असाधारण परिस्थिति में यह अनुमति दी गयी है। इसका मतलब यह है कि अगर न्यजीलैंड ए के भारत दौरे (15 अगस्त से शुरू) या राष्ट्रीय टीम के बांग्लादेश दौरे (12 अगस्त से शुरू) के लिए उन्हें चुना जाता है तो उन्हें 28 अगस्त की समयसीमा से पहले टूर मैचों में खेलने की अनुमति होगी।'
कॉनवे ने दक्षिण अफ्रीका में दूसरे स्तर का घरेलू क्रिकेट खेला था पर उन्हें वहां ज्यादा मौके नहीं मिले। इसके बाद उन्होंने न्यूजीलैंड में रहने का फैसला किया। कॉनवे के लिए वेलिंगटन जाना फायदेमंद रहा। वेलिंगटन के लिए 17 फर्स्ट क्लास मैचों में कॉनवे ने 1598 रन बना दिये। कॉनवे का औसत 72 से ज्यादा का रहा है। कॉनवे उस वक्त चर्चा में आए जब उन्होंने कैंटरबरी के खिलाफ नाबाद तिहरा शतक लगा दिया। कॉनवे ने महज 334 गेंदों में अपना तिहरा शतक पूरा किया और उन्होंने नाबाद 327 रनों की पारी खेली।
लंदन । अगर घातक कोरोना वायरस के कारण इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप का पूर्ण सत्र नहीं खेला जा सकता तो क्रिकेट प्रमुखों को इसे रद्द कर देना चाहिए।यह कहना है इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक का। मालूम हो कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने इस महामारी के चलते सभी घरेलू टूर्नमेंट को कम से कम 28 मई तक स्थगित कर दिया है। पिछले सत्र में एसेक्स के साथ डिवीजन वन खिताब जीतने वाले कुक का मानना है कि संक्षिप्त सत्र से इसकी अहमियत कम हो जाएगी। उन्होंने कहा, ‘अगर हमें किसी भी तरह का क्रिकेट खेलना है तो उम्मीद करता हूं कि छह मैच की काउंटी चैंपियनशिप कराने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए क्योंकि ऐसा कराने का कोई मतलब नहीं है।’ काउंटी चैंपियनशिप को 12 अप्रैल से शुरू होना था और ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा था कि खेल की वित्तीय रूप से सबसे अहम प्रतियोगिताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इससे टी20 ब्लास्ट और ‘द हंड्रेड’ के शुरुआती सत्र के कार्यक्रम में बने रहने की संभावना है।
मुंबई । कोरोना के चलते सभी बड़े मुक़ाबले रद्द होने के बाद चेसबेस इंडिया ऑनलाइन टूर्नामेंट के दूसरे पड़ाव की तैयारी पूरी हो गई है। इस प्रतियोगिता में 12 देशो के 300 खिलाड़ी भाग लेंगे। इस प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व अधिबन भास्करन करेंगे, जिन्हें टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता मिली है। भारत के अलावा अर्मेनिया, अल्जीरिया, ईरान, अजरबैजान, बांग्लादेश, कोलम्बिया, इन्डोनेशिया, इंग्लैंड, फ्रांस, सिंगापूर और अमेरिका के खिलाड़ी जुड़ चुके है। प्रतियोगिता के टॉप सीड अजरबेजान के अनुभवी खिलाड़ी गादिर गसीमोव होंगे, तो भारतीय दिग्गज खिलाड़ी अधिबन भास्करन भारत की ओर से शीर्ष खिलाड़ी होंगे। उन्हें दूसरी वरीयता दी गई है।
उनके अलावा वर्तमान राष्ट्रीय चैम्पियन अरविंद चितांबरम, एसएल नारायणन, आर प्रग्गानंधा, अभिमन्यु पौराणिक, दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रांड मास्टर डी गुकेश, अर्जुन कल्याण, दीप्तयान घोष, श्याम सुंदर, आरआर लक्ष्मण जैसे नाम शामिल है। विदेशी बड़े नाम मे अर्मेनिया के जावेन अंदरीसेयन, ईरान के एलशन मोरडियाबाड़ी, अल्जीरिया के बिलेल बेल्लाहकेने, इन्डोनेशिया के नोवेन्द्र प्रियसमोरो, अजरबैजान के मोहम्मद मुरदिल शामिल हैं। प्रतियोगिता मे 3 मिनट प्रति खिलाड़ी के कुल 9 राउंड खेले जाएंगे।28 और 29 मैच की रात को यह मुक़ाबले खेले जाएंगे।
नई दिल्ली । पाकिस्तान में कोरोना से लड़ने के लिए शाहिद अफरीदी ने टि्वटर पर एक कैंपेन चलाया है। इसमें उन्होंने तीन क्रिकेटरों को नॉमिनेट किया है। साथ ही अफरीदी ने इसमें लोगों को कोरोना से बचने के टिप्स शेयर करने की बात कही गई है। इसमें हर व्यक्ति को आगे तीन और लोगों को नॉमिनेट करना है। अफरीदी ने हरभजन सिंह, क्रिस जॉर्डन (इंग्लैंड) और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को भी टैग किया है। इसके बाद से भज्जी सोशल मीडिया में लोगों के निशाने पर आ गए हैं। क्योंकि हरभजन ने अपने टि्वटर हैंडल से एक विडियो पोस्ट किया। इस विडियो में शाहिद अफरीदी के फाउंडेश को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए मदद करने की अपील की है। हरभजन ने कहा, 'पूरी दुनिया में इस वायरस से कई जानें गई हैं। फिर चाहे मैं भारत की बात करूं। अमेरिका की बात करूं, पाकिस्तान की बात करूं। इटली, स्पेन सब जगह यह बीमारी लोगों को परेशान कर रही है। हम सब इंसानों को एकजुट होना चाहिए। एक दूसरे की मदद करनी चाहिए। मैं मुबारकबाद देना चाहूंगा शाहिद अफरीदी की फाउंडेशन को जिन्होंने बहुत अच्छा काम किया है इंसानियत के लिए। आप भी इस कैम्पेन का हिस्सा बन सकते हैं।' इस विडियो में हरभजन ने आगे कहा, 'मैं आप सबको यही कहना चाहूंगा कि आप घर पर ही रहिए और सरकार की हिदायतों को मानिए। साथ ही उन्होंने अवयनेस बढ़ाने के लिए तीन पूर्व क्रिकेटरों को नॉमिनेट किया। इनमें पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम, शोएब अख्तर के अलावा भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह शामिल हैं।' हरभजन ने पहले भी शाहिद अफरीदी द्वारा लोगों की मदद करने की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि अफरीदी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
कोलकाता । भारतीय खिलाड़ी 16 वर्षीय ऋचा घोष ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिये बंगाल मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रूपए दान में दिए। बंगाल क्रिकेट संघ ने कहा कि ऋचा के पिता मानाबेंद्रा घोष चेक देने लिए सिलिगुड़ी जिला मजिस्ट्रेट सुमंत सहाय के निवास पर गए थे। वहीं,ऋचा ने कहा, ‘जब हर कोई कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में जुटा है और मुख्यमंत्री ने भी इसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की तो मैंने भी देश की जिम्मेदार नागरिक होने के नाते योगदान करने का सोचा।' बता दें कि टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला में पदार्पण करने वाली ऋचा और शेफाली वर्मा दो 16 वर्षीय खिलाड़ी थीं जो आठ मार्च को हुए फाइनल में खेली थी जिसमें भारत को आस्ट्रेलिया से 85 रन से हार का सामना करना पड़ा था। बता दें कि कैब की मान्यता प्राप्त इकाईयों और अधिकारियों ने भी राज्य संस्था की ओर से अपने योगदान की घोषणा की। कैब ने कहा कि ‘66 कैब मैच पर्यवेक्षकों ने 1.5 लाख रुपए जबकि 82 स्कोरर ने अपने एक दिन का वेतन दिया जो मिलाकर 77,420 रूपये होता है।' कैब में मोहम्मडन स्पोर्टिंग क्लब के प्रतिनिधि दीपक सिंह ने राहत कोष में 2 लाख रुपए का दान दिया।
पूर्व महिला टेस्ट खिलाड़ी एम मुखर्जी ने 25,000 रुपए का योगदान करने की इच्छा व्यक्त की। बंगाल की अंडर-23 टीम के कोच जयंत घोष दास्तीदार 10,000 रूपये का योगदान करेंगे। कैब की मान्यता प्राप्त इकाईयों में वाइट बार्डर क्लब और विजय स्पोर्ट्स क्लब ने 50-50 हजार रुपए दान देने की घोषणा की।
भारतीय टीम के मुख्य कोच शास्त्री ने कहा ,‘‘यह विश्राम बुरा नहीं है क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे के आखिर में थकान हावी होने लगी थी। शारीरिक और मानसिक थकान और चोटें।’’
नयी दिल्ली। भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि कोविड - 19 के कारण पूरी दुनिया मानों रूक जाने से भारतीय टीम को मिला यह विश्राम ‘स्वागत योग्य’ है जिसने पिछले साल मई में विश्व कप के बाद से महज 10 . 11 दिन घर पर बिताये हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दुनिया भर में सारे खेल बंद है। शास्त्री ने कहा ,‘‘यह विश्राम बुरा नहीं है क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे के आखिर में थकान हावी होने लगी थी। शारीरिक और मानसिक थकान और चोटें।’’ वह स्काय स्पोटर्स पॉडकास्टपर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आर्थटन , नासिर हुसैन और रॉब की से बात कर रहे थे।
शास्त्री ने कहा कि खिलाड़ी इस समय का इस्तेमाल तरोताजा होने के लिये कर सकते हैं। उन्होंने कहा ,‘‘ पिछले दस महीने में हमने काफी क्रिकेट खेली है जिसकी थकान अब दिखने लगी थी। मैं और सहयोगी स्टाफ के कुछ सदस्य इंग्लैंड में विश्व कप के लिये 23 मई को निकले थे और अब तक 10 या 11 दिन ही घर पर रूक सके हैं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ कुछ खिलाड़ी तीनों प्रारूप खेल रहे हैं तो आप समझ सकते हैं कि वे कितने थके होंगे। टेस्ट से टी20 क्रिकेट के अनुकूल खुद को ढालना और इतनी यात्रा करना आसान नहीं है।’’
विश्व कप के बाद भारतीय टीम वेस्टइंडीज गई और लंबी घरेलू श्रृंखला दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी खेली। इसके बाद न्यूजीलैंड का पूरा दौरा किया। भारत में इस समय 21 दिन का लॉकडाउन है और शास्त्री ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला रद्द होने के बाद उनके खिलाड़ियों को अनुमान हो गया था कि ऐसा कुछ होगा। उन्होंने कहा ,‘‘ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के दौरान यात्रा में होने के कारण हमें लग गया था कि ऐसा कुछ होगा। बीमारी उसी समय फैलना शुरू हुई थी। दूसरा वनडे रद्द होने के बाद हम समझ गए कि लॉकडाउन जरूरी है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ जब हम न्यूजीलैंड से लौटे तो शुक्र है कि हम सही समय पर लौट गए। उस समय वहां दो ही मामले थे लेकिन अब 300 हैं। वह हवाई अड्डे पर स्क्रीनिंग और जांच का पहला दिन था।’’ शास्त्री ने कहा ,‘‘ ऐसे समय में हम सभी का फर्ज है कि लोगों को जागरूक बनाये। क्रिकेट इस समय दिमाग मे होना भी नहीं चाहिये। विराट ने संदेश दिया है , दूसरे भी दे रहे हैं। उन्हें पता है कि मामला गंभीर है और अभी क्रिकेट जरूरी नहीं है।
नई दिल्ली । विश्व चैम्पियन बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कोविड 19 से निपटने के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री राहत कोषों में पांच-पांच लाख दिए हैं। दुनिया भर में कोरोना वायरस से 21000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। भारत में 600 से अधिक लोग संक्रमित हैं और 15 जानें जा चुकी हैं जिससे देश भर में 14 अप्रैल पर लॉकडाउन है। सिंधु ने ट्वीट किया, ‘मैं तेलंगाना और आंध्रप्रदेश मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच-पांच लाख दे रही हूं। रियो ओलंपिक में रजत पदक जीत चुकी सिंधु का अपनी रैंकिंग के आधार पर तोक्यो ओलंपिक खेलना तय है। तोक्यो ओलंपिक अगले साल के लिए स्थगित कर दिये गए हैं।
मेलबर्न । आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जॉर्ज बैली ने 2015 विश्व कप में महज एक ही मैच खेला था, लेकिन उनके एक सुझाव ने टीम के लिए करिश्माई काम किया था। वहां जॉर्ज बैली ही थे, जिन्होंने यह अंदाजा लगा लिया कि आस्ट्रेलिया के लिए स्टीव स्मिथ वहां बल्लेबाज हैं जो 50 ओवर के मैच में पारी संभाल सकते हैं और उन्हें शीर्ष क्रम में खिलाना चाहिए। इस विश्व कप से पहले तक स्टीव स्मिथ आमतौर पर निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरते थे। हालांकि बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के बाद स्टीव स्मिथ की बैटिंग का अलग ही रंग देखने को मिला।
इस बारे में जॉर्ज बैली ने बताया कि हमने जिम्बाब्वे में स्टीव स्मिथ का इस्तेमाल छठे और सातवें नंबर पर किया था। उन तीन मुकाबलों में हमने मिचेल मार्श को शीर्ष क्रम में खिलाया। तब मैंने सुझाव दिया कि स्मिथ को तीसरे नंबर पर उतारा जाएं। मैंने कहा कि मिचेल मार्श 50 ओवर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते, लेकिन ये काम स्मिथ बखूबी कर सकते हैं। मार्श आखिरी ओवर में उपयोगी साबित हो सकते हैं, मेरे इस सुझाव को मान लिया गया, जिसने विश्व कप में काफी मदद की।
स्टीव स्मिथ ने 2015 विश्व कप में आठ मैच खेले थे, जिनमें उन्होंने 67 के बेहतरीन औसत से 402 रन बनाए थे। इसमें स्मिथ के बल्ले से एक शतक और चार अर्धशतक भी निकले। इस विश्व कप में स्टीव स्मिथ आस्ट्रेलिया की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। यहां तक कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए फाइनल मुकाबले में भी अर्धशतक लगाया था। स्मिथ ने इस मैच में 71 गेंद पर 56 रनों की पारी खेली थी. आस्ट्रेलिया ने ये मैच 7 विकेट से जीता था।
नई दिल्ली,बेंगलुरू के साइ सेंटर में ओलंपिक की तैयारी में जुटे भारतीय हॉकी खिलाड़ी कोविड19 महामारी के कारण परिसर से बाहर नहीं जा सकते लिहाजा अभ्यास से इतर समय का सदुपयोग अंग्रेजी सुधारने, किताबें पढने और अपनी मनपसंद बॉलीवुड फिल्में देखने में बिता रहे हैं। टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने की पूरी संभावना के बीच भारत की पुरूष और महिला हॉकी टीमों अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही अभ्यास कर रही हैं। पहले इन खिलाड़ियों को ब्रेक मिलना था लेकिन फिर बेंगलुरू स्थित साइ सेंटर ही रहने को कहा गया। खिलाड़ी परिसर से बाहर नहीं जा सकते और ना ही कोई अनधिकृत व्यक्ति परिसर के भीतर आ सकता है।
ऐसे में कड़े अभ्यास के बीच मनोरंजन के सभी के अपने तरीके हैं। पुरूष टीम के सीनियर सदस्य गोलकीपर पी आर श्रीजेश किताबें पढकर समय काट रहे हैं। उन्होंने भाषा से कहा कि वैसे तो हमारा अभ्यास का रूटीन काफी व्यस्त है लेकिन रविवार और बुधवार की शाम अवकाश रहता है। ऐसे में हम फिटनेस और रिकवरी पर ज्यादा ध्यान देते हैं। मैंने दा विंची कोड, हेलर केलर की आत्मकथा पढ डाली है और कुछ अच्छी किताबें और पढना चाहता हूं।
केरल के रहने वाले श्रीजेश ने कहा कि ऐसे माहौल में खिलाड़ियों को घर की चिंता होना लाजमी है लिहाजा घरों पर वीडियो कॉल की संख्या भी बढ गई है। उन्होंने कहा कि मेरे पापा 60 से अधिक उम्र के हैं और बच्चे सात साल से छोटे हैं। मैने उन्हें घर से बिल्कुल बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है।
वहीं जालंधर के रहने वाले भारत के स्टार फारवर्ड मनदीप सिंह ने कहा कि सभी खिलाड़ी अपनी अंग्रेजी सुधारने पर जोर दे रहे हैं जिसके लिए होमवर्क भी मिलता है। उन्होंने कहा कि क्रिस सिरिएलो (भारतीय टीम के विश्लेषण कोच) की पत्नी सप्ताह में एक बार खिलाड़ियों की अंग्रेजी की क्लास लेती है। हमें किताबें पढकर असाइमनमेंट करने होते हैं और इसमें मजा आ रहा है। मैं ओलंपिक पर आधारित किताब पढ रहा हूं।
भारतीय महिला टीम की अनुभवी गोलकीपर सविता की मां उन्हें हरियाणा के सिरसा से वीडियो कॉल पर रोज कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घरेलू नुस्खा देती है। सविता का कहना है कि साइ सेंटर के सुरक्षित माहौल में होने से घरवाले भी निश्चिंत हैं। उन्होंने कहा कि हम अभ्यास के साथ टीम बांडिंग पर काम कर रहे हैं। वहीं सारे चेहरे रोज होते हैं तो हम रूममेट बदलकर आपसी तालमेल और बेहतर कर रहे हैं। इसके अलाव तैराकी करते हैं। मनोरंजक खेलों की जिम्मेदारी भी कुछ खिलाड़ियों को दी गई है जो कुछ ना कुछ नये खेल खिलाते हैं।
भारतीय महिला टीम ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन शाम पांच बजे परिसर के भीतर ही तालियां बजाकर कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में जुटे लोगों को धन्यवाद दिया था। सविता ने कहा कि हम बाहर नहीं जा रहे और जाना भी नहीं चाहते लेकिन हमें पता है कि हालात कितने कठिन है। हमें भी लगा कि पूरे देश के साथ इस मुहिम में जुडना चाहिए।
टीम की युवा खिलाड़ी नवनीत कौर ने बताया कि खिलाड़ी भी सफाईऔर दूरी बनाये रखने के निर्देशों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां हर जगह हैंडवॉश और सेनिटाइजर रखे हैं। हम जिम भी सेनिटाइज होने के बाद इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा दूरी भी बनाकर रख रहे हैं। नवनीत ने बताया कि खाली समय में खिलाड़ियों ने मीटिंग रूम में कई मनपसंद फिल्में देख डाली।उन्होंने कहा कि आम तौर पर हम बाहर शॉपिंग या मूवी के लिए ही जाते थे। हमने पिछले सप्ताह मिले समय में कई फिल्में देखी जिनमें पानीपत, प्यार का पंचनामा, वॉर आदि शामिल थी।
नई दिल्ली. बेहतरीन सीजन के दम पर भारतीय सीनियर फुटबॉल टीम में पदार्पण करने वाले अमरजीत सिंह कियाम ने कहा है कि वह इस समय जारी ऑफ सीजन के पूरा होते ही अतिरिक्त मेहनत करने को तैयार हैं।
इस समय फैली भयंकर बीमारी कोरोना वायरस के कारण कई जगह लॉकडाउन है और इसी कारण अमरजीत अपने घर मणिपुर नहीं लौट पा रहे हैं और चंडीगढ़ में ही हैं। इस लॉकडाउन के कारण उनके रूटीन पर असर पड़ रहा है क्योंकि न तो वह जिम जा पा रहे हैं और न ही ट्रेनिंग कर पा रहे हैं।
लेकिन क्या इससे उनकी प्रतिबद्धता पर असर पड़ेगा इस पर अमरजीत ने कहा, “नहीं।” उन्होंने कहा कि लक्ष्य को बदला नहीं है। मैं अतिरिक्त मेहनत कर उस ट्रेनिंग की भरपाई करूंगा जो मैं नहीं कर पा रहा हूं। मैं जानता हूं एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे लगातार कड़ी मेहनत करनी होगी।
उन्होंने कहा कि मैं स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से अपने आप को शेप में बनाए रख रहा हूं। मैं इससे अपने शरीर का ख्याल रख सकता हूं। मुझे पता है कि अभी मैं जो प्रयास करूंगा वो बाद में मेरे काम आएगी।
नई दिल्ली । भारतीय फुटबॉल टीम के फारवर्ड खिलाड़ी जेजे लालपेखुलुआ की टीम में वापसी की तैयारियों को करारा झटका लगा है। कोरोना महामारी के कारण विश्व कप क्वालीफायर मैच को टाल दिया गया है। इसमें आगामी 2022 फुटबॉल विश्व कप क्वालीफायर के मैच भी शामिल है। भारत को इसमें अपने घरेलू मैदान पर कतर (26 मार्च) के खिलाफ और जून में बांग्लादेश और अफगानिस्तान के खिलाफ खेलना था। जेजे ने कहा, ‘मैं में भुवनेश्वर में होने वाले शिविर का इंतजार कर रहा था। मुझे इसके निलंबन होने से बड़ा झटका लगा है पर यह फैसला जरुरी था।' पिछले साल मई के महीने से रिहैबिलिटेशन में गुजर रहे जेजे ने कहा कि वह वापसी करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘पिछले सत्र में मेरे घुटने में चोट लगी थी और मई में सर्जरी हुई। मेरा रिहैबिलिटेशन पूरा हो गया है। मुझे महसूस हो रहा कि मैं पूरी फिटनेस हासिल करने के करीब पहुंच गया हूं।' जेजे ने कहा, ‘शुरुआत में मैंने चेन्नई में अपना रिहैबिलिटेशन शुरू किया। उसके बाद मैं विदेश गया था और वहां अच्छा सत्र बिताया। चिकित्सक और फिजियो काफी मददगार थे। कई बार मुझे एक दिन में दो सत्र में भाग लेना होता था जिसने मुझे जल्दी ठीक होने में मदद की।' उन्होंने कहा, ‘मैं अभी मिजोरम में हूं और यहां चिकित्सकों और फिजियो के परामर्श से व्यक्तिगत सत्र में भाग ले रहा हूं।'
लंदन । अंतरराष्ट्रीय ट्रैक और फील्ड महासंघ के प्रमुख सेबेस्टियन कू ने कहा है कि जुलाई में ओलंपिक कराना संभव नहीं होगा। इसको लेकर उन्होंने एक पत्र आईओसी अध्यक्ष थामस बाक को भी लिखा है। कू ने ट्रैक और फील्ड के दुनिया भर के अधिकारियों से बातचीत के बाद अपना यह पत्र भेजा है। इससे पहले आईओसी ने घोषणा की थी कि 24 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक को लेकर अभी फैसला लेने का सही समय नहीं है। इसमें कोई भी फैसला एक माह बाद के हालातों को देखते हुए लिया जाएगा। कू ने कहा कि अधिकांश देशों ने अपने नागरिकों को घरों के भीतर रहने के निर्देश दिए हैं, ऐसे में एथलीटों को अभ्यास का अवसर नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोई नहीं चाहता कि ओलंपिक स्थगित हो पर खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे अहम है। वहीं बैडमिंटन विश्व महासंघ खिलाड़ियों के आयोग के अध्यक्ष मार्क ज्विबलेर ने ओलंपिक स्थगित करने की मांग करते हुए आईओसी की संवादहीनता को लेकर आलोचना की। उन्होंने आईओसी एथलीट आयोग को लिखा। अध्यक्ष मार्क ने लिखा, ‘इस बारे में कोई एक राय नहीं है। खिलाड़ी राहत की सांस लेंगे अगर उनकी, कोचों, अधिकारियों, प्रशंसकों और कर्मचारियों की सेहत और सुरक्षा को ध्यान में रखकर खेल आगे बढा दिये जाएं।' उन्होंने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि आईओसी बेहतर संवाद और पारदर्शिता से काम लेगा।